नमस्कार दोस्तों मै राजेश (हरियाणा )से आपके सम्मुख हाजिर हु एक नयी घटना लेकर जो पिछ्ले साल दीपावली से 3 दिन पहले की है कैसे मैने हरयावणी चाची की चुदाई करि। कहानी पूरी पढ़ना और इसका दूसरा भाग भी आएगा जोकि और ज्यादा सेक्सी हॉट होगा। पहले दोस्तों को अपने बारे मे बता दी मै 26 साल का हो गया हूँ 1 अक्तूबर को और शादी नही हुई हैं. Haryanvi Village Sexy Kahani
हरियाणा मे ज्यादातर यही चलता है कि सरकारी नौकरी हैं तो छोकरी हैं तो फिलहाल शादी का मेरा भी इरादा नही है सेक्स का बहुत शौक़ीन हु! औरत चाहे किसी उम्र की हो गोरी हो या साँवली हो सबकी चुत की पुजा करता हु बहुत इमानदारी से। मै गांव से हु लेकिन कुछ समय दिल्ली रहा हु तो थोडी़ अंग्रेजी भी बोल लेता हु।
अभी मेरे पास कोई काम नही है तो मां बाप की सेवा कर रहा हु करोना के कारण बाहर नही जा पाया तो गांव की चुत का पानी पिया मैने वो कहानी भेज रखी हैं मैने बाकि गुरु जी की इच्छा कब मेरी कहानी आपके साथ शेयर करे। मैं अपने सारे राज राज ही रखता हु मै नहीं चाहता मेरी किसी भी दोस्त को कोई परेशानी आए मुझे मेल करने वाले दोस्तों का शुक्रिया अदा करता हूं।
तो दोस्तों मै कहानी में कुछ हरियाणवी शब्दों का प्रयोग करूंगा कयोंकि ये मेरे कुछ दोस्तों की इच्छा है। तो दोस्तों अब मैं अपनी बात पर आता हु ये Desi Sex Story मेरे और मेरी पडो़स में रहने वाली काकी (चाची) की हैं मेरी काकी का नाम आसानी के लिए मीना(काल्पनिक) रख लेता हु.
उनकी उम्र लगभग 42 के आसपास है वह अनपढ हैं रंग सांवला और कद 5’3 है पतली सी है उनके दो बच्चे है एक लड़की और एक लड़का लड़की की शादी हो चुकी है, और उनका लड़का 10वी तक पढकर दिल्ली में किसी फैक्टरी मैं काम करता है और सप्ताह मे दो दिन घर आता है चाची के पति की 2 साल पहले बीमारी की वजह से मौत हो गई थी गरीबी कि वजह से उनके लड़के को नौकरी करनी पड़ी।
चाची एक भैंस रखती है और उसका दुध बेचती है हमारी ज्यादा बोलचाल नही है उनसे हमारे घर के पीछे दायी और उनका प्लाट है जहां एक कमरा बना है और आगे की जगह खाली है तो वो वहा भैंस बांधने आती और दोपहर को घर ले जाती तो कभी कभी मेरी मां से उनकी बात हो जाती। चाची का घर गांव के अन्दर है तो वो बस प्लाट मे भैंस बांधने आती.
और फिर लेने मेरे मन मे कोई गलत ख्याल नही था चाची के लिए पर कभी कभी खेत मे दिन जाती तो सोचा लेता कि आज त चुत दे दे तो मजा आ जाए। खेतो मे भी चुत चोदने का अलग ही मजा हैं बो भी ईख(गनने के खेत) मे। अगस्त महीने की बात है दोपहर को 2 बजे मै नीचे अपने कमरे मे लेटा हुआ था तो नींद आ नही रही थी.
तो मै बस आंखे बन्द करके अपनी महिला मित्रो के साथ कि गई चुदाई को याद कर रहा था और लंड खड़ा हो गया था तो मै हाथ से लंड को सहला रहा था। और क्या करता कोई दोस्त मिलने नही आ रही थी कयोंकि स्कूल खुले नही तो वो मिलने आ नही सकी। तो मै लंड सहला रहा था तो तभी मीना चाची की आवाज सुनाई दी जो भैंस को उठा रही थी।
तो मै उठा और खिड़की से चाची को देखने लगा तो देखा चाची चारो तरफ देख कर वही पेशाब करने बैठ गई मैने झट से लंड निकाला और चाची को देखते हुए मुट्ठी मारने लगा। चाची पेशाब करके उसी तो उनकी गांड की झलक। दिख गई मेरा लंड भी पहलवान की तरह अकड़ गया मैने सोचा क्या ना चाची पर कोशिश की जाए अकेली रहती है दिन रात खूब मजा देती।
आपको पहले भी बताया था कि हमारे घर के पीछे और आगे भी दोनों जगह बाथरूम व खाली जगह ताकि सर्दी मे आराम से धूप मे बैठ सके पीछे वाले बाथरूम का दरवाजा चाची के प्लाट की तरफ हैं तो मैं बाहर आया और बाथरूम के दरवाजे पर खड़ा हो गया और लंड को हिलाने लगा ।
यानी लंड चाची को दिख जाए और उसे लगे कि मुझे ध्यान नही मेरा लंड चाची की और मैं दूसरी ओर देखने लगा काम वासना के चलते मेरे मन मे कोई डर नही कोई ख्याल नही मै बस मुट्ठी मिलता रहा मै चोर नजर से चाची को देख रहा था वो कभी को देखती कभी आगे पीछे कही कोई और तो नही आ रहा।
मै मुठ मारते मारते आखिर स्टेशन पर पहुच गया तो मैने मुंह सीधा कर लिया तो मेरी और चाची की नजर मिली और लंड ने माल गिराना शुरु कर दिया, तो चाची भी अपनी भैंस को लेकर चली गई मुठ मारते समय इतना आन्नद आया कि लगा यही जिंदगी का मजा इससे बढकर कुछ ना है।
फिर मै सो गया चाची जब भी भैंस बांधने आती मै खिड़की से देखता उनको तो वो किसी ना किसी बहाने प्लाट मे रुकी रहती और हमारे बाथरूम की तरफ देखती आते जाते भी वही नजर। फिर तो मैने भी सोच लिया कि जो होगा देखा जाएगा आज कुछ नया कर तो मै इन्तजार कर रहा था.
मीना चाची का दोपहर को जैसे ही वो आयी मै झट से कमरे से बाहर निकला तो उसने मुझे देखा और झाडू उठाया और सफाई करने लगी और बीच बीच मे मेरी और देखती तो मै लंड पर हाथ फेर देता। मुझ पर कामदेव फिर असर दिखाने लगा और मैने फिर लोड़ा निकाला और करने लगा नई दिल्ली पुरानी दिल्ली मतलब मुठ मारने लगा.
अब तो मीना डार्लिंग मेरी ओर देखती तो मै मुंह को ऐसा करने लगा जैसे पप्पी ले रहा हु तो काम छोड़कर मेरी और देखती रही। मेने कई सारी Mastram Stories पढ़ी थी तो में वैसे ही तरीके आजमा रहा था, तो मैने इशारा किया कि मै आए वहा तो उसने चारो और देखा फिर काम करने लगी।
बस फेर तो मुठ मारनी छोड़ घर से निकल गया और चाची के प्लाट मे पहुंच गया तो चाची और मेरी नजर मिली और हम दोनों मुस्कुराये फिर चाची कमरे मे गयी मै भी चारो ओर देख कर घुस गया चाची की मेरे लंड पर थी। और बोली-तन्ने त जमा शर्म बेच खायी मै बोला-के बात चाची चाची बोली-इब चाची दिखगी जब इस लोडे़ और अपने झुनझुने (आंड) दिखाव था जव ना बेरा था चाची लागु हु तेरी।
मै बोला-चाची काबु मै बात ना रहती यो खडा़ होते ही फेर तु बढिया लागे है मनै तनै तो खेत मै देखकर भी मुठ मारी है देख तनै देख कर यो लंड कयोकर पागल हो जा है और लंड बाहर निकाल लिया मैने। चाची बोली-कती बेशर्म है कमीना तनै बेरा है ना किसी न बेरा लाग गी तो के होवगा मेरा तु त छोरा है कुछ ना होव पर मैरी बेज्जती हो जावगी।
मै बोला-बेरा कयोकर लागगी मै तो किसी त बताऊ ना तु देख कदै बता दे और मै उसके और नजदीक आ गया। चाची की नजर लंड पर थी फिर बोली-गांड त तेरी भी टुट गी किसे त बतायी तो । मै बोला-मै ना बताऊ । चाची बोली-ठीक सै इब के करेगा जा कोई आ जावगा मै बोला -लंड न ठंडा तो कर दे इब।
चाची बिना बोले बाहर गई चारो तरफ देखा फिर अन्दर आ गयी और लंड पकड़ कर हिलाने लगी। मैने चाची का मुंह पकड़ कर होठ मिला लिए और मै जोर जोर से चुसने लगा चाची कती ढीली हो गयी। फिर थोडा़ धक्का देकर अलग हुई। और बोली-तु त कती बावलीगांड समझ रहा ह सांस तो लैन दे। मै बोला-के करु रुका ना गया। “Haryanvi Village Sexy Kahani”
चाची हंसने लगी तो मै चाची का सुट उठा कर चुची पीने लगा चाची ने लंड छोडा़ और सर पर हाथ फेरने लगी। चाची गर्म होने लगी सांस तेज चलने लगी चुची छोड़ कर मैने सलवार का नाडा़ पकड़ लिया तो चाची न हाथ पकड़ लिया और बोली-कोई आ गया त रुका नी जाता!!! मै बोला -रुका गया होता त यहा ना आता । चाची बोली-देख करना है (चोदना है)तो तावला तावला कर ले कोई भी आ सके है के बेरा लागे है।
और खुद सलवार का नाडा़ खोल दिया और सलवार घुटनो पर आ गयी। और बोली-तावला कर ले फिर झुक गयी। मैने चाची की चुत मे उंगली डाल दी तो चाची न आह भरी चुत गिली हो चुकी थी। तो बोली-बस बाड दे इब वार(देर) ना कर मै चाची के पीछे आ गया और लंड को चुत पर लगाया और एक झटका लगाया तो लंड की टोपी अन्दर चाची ने आहहह की आवाज निकाली।
आजकल गांव मे डागी स्टाइल बहुत चला हुआ है बस जगह दिखी सलवार नीचे की और झुका कर चुदायी शुरू। चाची कुतिया बनी हुई थी और मै कुता मै एक झटका और मारा पुरा लंड अन्दर। चाची बोली – सहज बाड़ ले चुत है मेरी या। फिर चाची ने पीछे हाथ लेकर मेरी टांगो को पकड़ लिया और मैने उनकी चुचियो को और घचके लगाने लगा।
चाची -आईईई आआईईई कर रही थी मै चोदने लगा और चुचियो को जोर से पकड़ लिया चाची बोली-तावला कर ले मै दुखी हो ली हु आहहहह मै बोला-ठीक है मै तेज तेज ठोकने लगा और लंड झड़ने को हो गया तो मै चाची की कमर चुमते हुए कहने लगा-मीना मेरी जान आहहहह और मैने कसकर कमर पकड़ ली और चाची ने भी टांगो को कसकर पकड़ लिया जैसे ही लंड झड़ने लगा. “Haryanvi Village Sexy Kahani”
मैने एक जोर के झटके से पुरा लंड घुसा दिया और चाची कि कमर कस कर पकड़ ली। और अन्दर ही झड़ गया थोडी़ देर ऐसा ही रहा । फिर चाची बोली-इब हट ले न या चुत काट ले जा ना भरता तो तेरा। मै बोला-तु त मस्त है मीना तेरे बिना अब क्या जीना। फिर चाची ने एक कपडे़ से चुत साफ की और सलवार बांधने लगी।
चाची बोली-इब के मिलगा तनै दर्द कर दिया मै बोला -चुत मिलगी और तु मिलगी रात की के सलाह है। चाची बोली-बावला हो रहा है के रात न त बुरा हाल कर देगा तु डर लाग है मनै त मै बोला-डर लागता तो चुत ना देती तु चाची बोली-रात न जब सही टाइम होगा तब बता दुंगी आज तो छोरा आवगा घरा मै बोला-ठीक है तावली बताना ना तो मुठ मारनी पडेगी रोज चाची बोली-बेशर्म है ठीक है मै इब जाऊ हु।
और चाची भैस लेकर चली गई थोडी़ देर मे मै भी वहा से चला गया। कहते है सब काम समय पर होता है इंसान की जल्दी से कुछ नही होता चाची की लड़की भी अगले दिन आ गई और उसे आप्रेशन करवाना था बच्चे ना होने का । तो वो 2-3 महीने यही रही और इस दिवाली से 1 सप्ताह पहले ही अपने ससुराल गयी।
तो दीवाली से 3 दिन पहले ही चाची ने कहा- आज आ जाना रात न बहुत दिन हो गये है मै बोला-ठीक है तैयार रहना झाट साफ कर के चाची हंसने लगी और बोली-सब साफ कर लुंगी और चाची चली गई मै रात होने का इंतजार करने लगा। रात को 11 बजे मै उठा और घर की दीवार कुदकर निकल गया बाहर सब सुनसान था.
मै चाची के घर के बाहर गया और दीवार कुदकर अन्दर गया तो उनके कमरे का दरवाजा बंद नही था हाथ लगाते ही खुल गया। चाची सो रही एक और करवट लेकर तो मै चुपके से उसकी पीछे लेट गया और गांड पर लंड लगाकर गालो पर किस करने लगा चाची बोली-कितनी वारी(देर )मे आया है। “Haryanvi Village Sexy Kahani”
मै बोला-बस हिसाब देख कर आना पड़ता है और उसका मुंह अपनी तरफ करके होठ चुसने लगा चाची साथ देने लगी हमारी जीभ एक दुसरे के मुंह मे थी और फिर थोडी़ देर मे हम अलग हुए तो मै उठा और अपने सारे कपडे़ निकाल दिए और चाची के भी कपडे़ निकालने लगा तो चाची को भी बिलकुल नंगा कर दिया।
चाची का नंगा बदन बिलकुल वैसा था जैसा अपने किसी पोर्न वीडियो या सेक्सी कहानी में पढ़ा होगा, इतना सेक्सी, इतना हॉट, की देखके मुठ मर्दो वही। फ़िलहाल, फिर चाची पलंग पर लेट गई मै चाची के ऊपर आ गया और हमारे होठ मिल गए फिर से और लंड बार बार अंगडाई तोड़ रहा था फिर मै चाची की चुचियो को पीने लगा चाची की सांस तेज हो रही थी और प्यार से मेरे सिर पर हाथ फेर रही थी।
मै बारी बारी से चुचीयो को चुस रहा था फिर धीरे-धीरे मे पेट चुमने लगा चाची ने अब आंख बन्द कर ली फिर मै पेट चुमते हुए पहुंच गया चुत तक और मै पलंग से नीचे उतर गया और नीचे घुटनो के बल बैठ गया और चाची को कहा टांगे मेरे कंधे पर रख दो । चाची ने टांगे मेरे कंधे पर रख दी और अब चाची की चुत मेरे मुंह के पास आ गई और मै नाक चुत पर लगाकर चुत की खुशबु लेने लगा।
फिर मैने चुत पर जीभ लगायी ही थी कि चाची ने लम्बी सांस ली और सीसीईईईई की आवाज की मै चुत मे जीभ से चाची की चुत चुदायी करने लगा। चाची बोल रही थी – आआआहह हहह रुक जा आआहहह बस बहुत हो गया इब कर ले आआहहहह पर मै लगा रहा चाची फिर बोली-बाड़ दे इब त लोले न आहहहहहहहह रुका ना जाता आआआईईई बाडडड दे।
मै उठा और चाची के ऊपर आ गया और होठो को चुसने लगा और चाची ने खुद लंड पकडकर चुत पर लगा कर मुझे बाहो मे कस लिया मैने भी धीरे से धक्का लगाया लंड का टोपा घुसते ही, चाची ने-सीईईईआआहह की आवाज निकाली और मै चाची की चुत चोदने लगा। “Haryanvi Village Sexy Kahani”
पुरा लंड घुसा कर मे रुक जाता तो चाची -आआआइइइ करती 2-3 मिनट मे चाची बोली-इब रुकना ना तेज तेज कर आहहहहहह कर और कर आहहहहह आहहहह गई मै कर और कर आहहह और चाची की चुत न लंड को जकड़ लिया और चाची ने मुझे कसकर बाहो मे जकड़ लिया । मैने भी झटके मारने की स्पीड बढा दी और मेरे लंड ने भी झड़ना शुरू कर दिया.
फिर थोडी़ देर मे हम उठे चाची बाथरुम गयी और साफ करके वापस पंलग पर लेट गई मै भी पेशाब करके साथ मे लेट गया। चाची बोली-आज तो छोरे तने इतना मजा दिया सोची ना थी इब कदै मिल जावगा तेरा चाचा गुजरे बाद तो मै भीतर त कती टुट गी थी। मझ बोला – मीना जानु मै हु इब तेरे साथ और मै चुतडो़ पर हाथ चलाने लगा। चाची बोली – के बात है गांड भी मारगा के.
मै बोला – ना त चाची बोली – गांड मारनी हो त मार लिए तेरा चाचा भी मारा करता । मै बोला – ठीक है आज गांड भी मारुंगा तो रात को 1 बार गांड भी मारी और चुत भी तो दोस्तो सुबह मे 3 बजे उनके घर से निकल गया क्योकि दुधिया के आने का समय हो गया था । अपनी Kahani ज्यादा लम्बी ना करते हुए यही समाप्त करता हु चाची की गांड चुदायी फिर लिखुंगा आप कहेंगे तो। तो दोस्तो मेल करना मुझे [email protected] पर धन्यवाद