ठाकुर का लंड पकड़ कर गरम हो गई मम्मी 1

आप सभी का इस कहानी में स्वागत है. मेरा नाम सेज है और मेरी उम्र २१ साल है मैं दिखने में सिधी-साधी सी लड़की हू. मेरा फिगर देखकर तो लड़को का लन्ड फुकार मारने लगता है. मेरे मम्मे ३६ तथा उभरी हुई चूचियां भरी हुई गांड चलने पर गांड हिलती है जिसे देखकर लड़को का माल निकल जाता है. Haveli Dehati Chudai

मै अपने माता (संजू), पिता (राकेश) के साथ राजस्थान के छोटे से गांव में रहती हूं. मै मेरे माता पिता की इकलोती संतान हूँ. अब मैं अपनी कहानी शुरू करती हूँ. बात उस समय की है जब मैं १८ साल की थी. मेरे पापा गांव के ठाकुर के यहां काम करते थे.

ठाकुर कुँवारा तथा हवेली में अकेला ही रहता था. उसकी उम्र 45 साल थी. जिससे हमारा गुजारा चलता था. एक दिन में बिमार हो गई बहुत तेज बुखार था. तो मैं पास ही सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के पास गई और डॉक्टर ने जॉच करके बताया कि इसे गंभीर बीमारी हो गयी है शहर के बड़े हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ेगा जिसके लिए 2 लाख रुपए लगेगा.

यह सुनकर पापा और मम्मी रोने लगे की इतने पैसे कहाँ से लाए. तभी पापा ठाकुर के पास गए उधार मांगने. तो पहले तो ठाकुर ने मना कर दिया. पर ठाकुर ने दया दिखाकर 2 लाख रुपए दे दिए और कहा की मुझे 3 महिने में मेरे रुपए वापस चाहिए. तो पापा ने पैसे ले लिए और मेरा इलाज करवाया.

अब पापा ठाकुर की कोई बात नहीं टालते. अब मैं फिर से स्कूल जाने लगी. ऐसे ही 3 महिने गुजर गए और पापा ठाकुर के पैसे नहीं दे पाए तो ठाकुर हमारे घर आया और बोला कि पैसे क्यों नहीं दिए तो पापा ने कहा कि एक महिने में आपके पैसे लौटा दूंगा.

पर ठाकुर नही माना और बोला की मुझे अपने पैसे अभी चाहिए. तभी मम्मी अंदर से बाहर आईं. (मम्मी के बारे में जानकारी दू, मम्मी दिखने में गोरी है, गुलाबी होठ, मम्मी के दूध भरे हुए मम्मे 34 तथा गांड मोटी है जिसे देख कर तो बूढ़ा भी मूठी मार ले.) और बोली कि साहब एक महिना में आपके पैसे लौटा देगे.

तो ठाकुर की गंदी नजर मम्मी के हुस्न पर टिकी तो वह पिघल गया और मान गया और कहा कि ठीक है, परन्तु एक शर्त है कि अगर मेरे पैसे नहीं मिले तो तुम्हे एक दिन के लिए मेरे यहाँ काम करना होगा और यह बोलकर चला गया.

अब एक महिने बाद जब वह वापस आया तो पापा ने उसे एक लाख 70 हजार रुपए दे दिए और पापा ने कहा कि कुछ समय में लौटा देंगे. परन्तु ठाकुर नही माना और बोला या तो मुझे अपने पैसे दे या अपनी पत्नी मेरे साथ भेज दे.

यह सुनकर पापा ने कहा साहब 10 दिन और दे दो मैं आपके पैसे लौटा दूंगा. पर ठाकुर नही माना और अपने साथ मम्मी को लेकर चला गया. और वहा पुरे दिन मम्मी से घर के काम करवाता रहा और मम्मी रोते रोते काम करने लगी.

अब रात के 9 बज गए और ठाकुर ने मम्मी को अपने पैरो की मालिश करने को कहा परन्तु मम्मी मना कर ने लगी. तो ठाकुर ने जोर देकर कहा कि तो मेरे पैसे दे दो. तो मम्मी ने मजबुरी में मालिश के लिए हाँ कर दी.

और ठाकुर ने हॉ सुनते ही मम्मी के हाथ मे तेल की कटोरी थमा दी, और खुद नंगा होकर बस एक शरीर पर तौलिया लपेट कर लेट गया. अब मम्मी ने पीठ की मालिश शुरू कर दी, जिससे ठाकुर को राहत मिलने लगी और मजे लेकर मलिश करवाने लगा.

10 मिनट पीठ की मालिश करवाकर ठाकुर सीधा लेट गया और बोला कि अब मेरी जॉघो की मालिश कर दो, और मम्मी ने हाथ मे तेल लेकर मालिश शुरू कर दी. मम्मी के मुलायम हाथो का स्पर्श पाकर ठाकुर का लंड खड़ा होने लगा.

और मालिश करते हुए कभी मम्मी की अंगुलियां लन्ड को हल्का स्पर्श हो जाती जिससे ठाकुर का लन्ड खडा होकर फुकार मारने लगा और लन्ड मे यू उभार देखकर शायद मम्मी के मन में भी हलचल होने लगी, अब खुद मम्मी भी लन्ड का स्पर्श पाने के लिए अंगूलियों को ऊपर तक ले जाने लगी.

ठाकुर ने कुछ समय नॉटिस करके धीरे से अपने तौलिए को हटा दिया और हटाते ही ठाकुर का 12 इंच का नाग बाहर आ गया जो एकदम कड़क तथा काला था. जो 3 इंच मोटा था जिसे देखकर मम्मी की आंखें फटी की फटी रह गई.

तभी ठाकुर ने अपना मोटा लन्ड झट से मम्मी के हाथ में थमा दिया. और मम्मी ने पहली बार इतना लम्बा और मोटा देखा. जिससे वो मन ही मन खुश हो गई. और धीरे-धीरे लन्ड को सहलाने लगी. ठाकुर भी हल्की हल्की सिसकारियॉ लेने लगा ओह ओह आहे…. आह, मेरी जान बस ऐसे ही हिलाती रह.

अब मम्मी ने लन्ड का टोपा चूसना शुरू कर दिया जिससे ठाकुर और मदहोश हो गया और बोलने लगा. आह आह मेरी रण्डी और चूस पूरा चूस आहे आह आह आह आह….. ….आह आह. 2 मिनट बाद ठाकुर ने अपने लन्ड से मम्मी का मुह चोदने लगा.

जिससे पुरे कमरे में गूँ घो गूँ गूँ की आवज से गुँज उठा और 5 मिनर मुंह चोदने के बाद मुह में ही अपना माल गिरा दिया और मम्मी उस माल को गट से पी गई. कहानी जारी है… आगे की कहानी अगले भाग में तो दोस्तो कैसी लगी मेरी कहानी का पहला भाग अगले भाग में बताऊँगी की ठाकुर ने मम्मी को कितनी बेरहमी से चोदा.

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