नौकर का लम्बा लंड देखने के लिए उसके सामने नंगी हुई 3

हेल्लो दोस्तों मैं रानों आपके खड़े लंड को अपनी गीली चूत का नमस्कार करती हूँ. उम्मीद है आप सब भी चुदाई का जबरदस्त मज़ा ले रहे होंगे. दोस्तों आपने मेरी कहानी नौकर का लम्बा लंड देखने के लिए उसके सामने नंगी हुई 2 में पढ़ा होगा. की कैसे मैंने अपने नौकर लब्बू का लम्बा लंड देख कर उसकी दीवानी हो गई. पर मैं उसे अपनी चूत में लेने से डर रह थी. अब आगे- Group Sex

मैने पूछा कि कभी किसी घोडी़ को चोदा है। तो लब्बू ने कहा कि किसी बेजुबान जानवर के साथ जबरदस्ती करना पाप होता है। तो मैने कहा कि कहते हैं कि अगर घोडी़ की जुबान हो तो बह हर पल आदमी से चुदवाती रहे. क्यों कि घोडी़ सिर्फ अपनी मर्जी से ही चुदवा कर मजा लेती है बडे़ बडे़ राजा महाराजा भी घोडी़ को चोदा करते थे.

क्योंकि घोडी़ को आदमी से गर्व नहीं ठहरता और औरत से भी ज्यादा मजा देती है। तो लब्बू ने कहा मुझे घोडी़ को चोदना नहीं आता। तो मैने कहा कि चल मेरे साथ मैं आज तुझ को घोडी़ को चोदना सिखा देती हूं। मैने अपने जिस्म पर चादर ली और लब्बू ने लुंगी पहन ली और हमने जा कर घोडी़ के कमरे की लाईट आन कर दी और दरवाजा बंद कर लिया।

घोडी़ आराम से खड़ी थी और हमने थोड़ा सा बाजरा का दाना और घोडी़ को खिलाया तो घोडी़ खुश हो गई फिर मैंने उसकी गरदन को खुजलाना और सहलाना शुरू किया तो बह आराम से खड़ी हो गई। फिर मैंने एक साईड पे खड़े हो कर उसकी पीठ पर हाथ फेरना शुरू किया और हाथ फेरते फेरते उसके कूल्हों को सहलाना शुरू किया और मेरा हाथ उसकी दूंम तक पहुंच गया।

और जब मैं उसकी दूंम के नीचे हाथ घुसने की कोशिश करने लगी तो उसने अपनी दूंम को अपनी चूत से चिपका रक्खा था. और बह अपनी गर्दन मोड़ कर मुझे देखने लगी तो मैने उसे पुचकारा तो बह आराम से अपनी दूंम को उठाने लगी। इतने में मेरे हाथ की उंगलियां घोडी़ की चूत पर पहुँच गयीं और उसकी चूत को सहलाने लगीं।

घोडी़ ने अपनी दूंम को पूरा ऊपर उठा लिया और चूत को सहलाने का निमंत्रण देने लगी। मै घोडी़ की चूत को सहलाने लगी और उसकी चूत की दरार में अपनी उंगलियां ऊपर नीचे करने लगी। तभी घोडी़ ने अपनी दूंम को उठा कर अपनी टांगें चौड़ी कर दीं और झुक कर थोड़ा सा पैशाव कर दिया और उस की चूत में से एक लसलसा पानी निकलने लगा।

अब मैं समझ गयी कि घोडी़ अब गरम होने लगी है तो मैंने उस की चूत को सहलाते हुए अपनी दो उंगलियां घोडी़ की चूत में घुसा दी और आगे पीछे करने लगी। घोडी़ आंखें बंद कर के मजे से खड़ी रही और अपनी टांगें फैला कर झुकी रही। तो मैने लब्बू से कहा कि अब अपना लंड लेकर घोडी़ के पीछे आ जाओ।

लब्बू ने अपनी लुंगी खोल कर अपने कंधे पर रक्ख लगी और अपने तने हुए काले लम्बे और मोटे लंड को हाथ में पकड़ कर घोडी़ के पीछे खड़ा हो गया. तो मैने लब्बू से कहा कि एक हाथ से घोडी़ की खड़ी दूंम को पकड़ कर रक्खो और अपना लंड घोडी़ की चूत के पास लाओ।

लब्बू ने जब ऐसा किया तो मैने लब्बू का लंड अपने हाथ में पकड़ कर सहलाया और फिर घोडी़ की चूत पर घिसने लगी। घोडी़ की चूत आपने आप ही खुलती और बंद हो रही थी। मेरी और लब्बू की सांसें अब तेज हो गईं थीं। मैने जब लब्बू के मोटे लंड का सुपारा घोडी़ की चूत की दरार पे घिसा तो बह घोडी़ की चूत से निकलते हुए चिकने पानी से गीला हो गया.

तो मैने गीले सुपारे को घोडी़ की चूत पर अच्छी तरह घुमाया जिस से घोडी़ की चूत पूरी तरह गीली हो गई। अब मैने लब्बू के लंड के सुपारे को घोडी़ की चूत की दरार में सैट किया और लब्बू को कहा कि अब यह पूरी तरह चुदने को तैयार हो गयी है, अब तुम इस में अपना लंड घुसा सकते हो.

पर ध्यान रहे कि लंड थोड़ा थोड़ा आगे पीछे करके घुसना और जोर का धक्का एक भी न लगाना बरना यह गुस्सा कर जाएगी और उचक कर दौल्ती मार दगी। और तुम्हें चोदने नही देगी। मेरी बात सुन कर लब्बू ने थोड़ा सा जोर लगाया और अपने तने हुए लंड वनके सुपारे को घोडी़ की चूत में घुसा दिया।

अब थोड़ा बाहर खींच कर फिर जोल रसे घुघुसाया तो उस का आधा लंड अंदर चला गया। उस ने थोड़ा सा लंड बाहर निकल कर और जोर लगाया तो उस का पूरा ल़ंड घोडी़ की चूत में समा गया। तो उसने कहा कि अब मेरा पूरा ल़ंड अंदर चला गया है, तो मैंने खुश हो कर लब्बू को शाबाशी दी और उस के काले गाल पे किस कर दिया।

और लब्बू को कहा कि अब लंड को थोडा पीछे खींच कर आहिस्ता आहिस्ता से धक्के लगाओ तो लब्बू ने धक्के लगाने शुरू कर दिये। घोडी़ ने आपनी आंखें बंद कर लीं और मजे से चुदवाने लगी। लब्बू का जोश बढ़ गया और बह तेज तेज धक्के लगाने लगा.

और कहने लगा कि अंटीजी भहुत मजा आ रहा है मुझे लग रहा है कि मैं आप की चूत को ही चोद रहा हूँ देखो आप की चूत कितनी गरम है मेरा मोटा लंड आप की चूत में जा रहा है। हाय अंटीजी मेरे मुंह में अपना मम्मा डाल दो मैं उसको चूसना चाहता हूं। हाय बड़ा मजा आ रहा है। यह कहते हुए लब्बू जोर से धक्के लगाने लगा।

उस का लंड सफूल कर घोडे़ के लंड जैसा लग रहा था। चुदाई देख कर मेरी भी चूत का बुरा हाल हो रहा था। आब मेरा भी दिल कर रहा था कि कोई मेरी भी चूत को फाड़ डाले तो मैने दरवाजा खोल कर टोमी को आवाज लगाई तो टोमी दौड़ता हुआ आ गया।

तो मैने भी अपनी चादर उतार फैंकी और सूखी गास पर ही गुटनों के बल बैठ कर अपनी टांगें फैला कर गांड को खड़ा कर दिया और टोमी को कहा कि मेरी चूत का पानी चाट ले। तो टोमी मेरी चूत को चाटने लगा। मै लब्बू की चुदाई देख कर बहुत गरम हो चुकी थी।

तभी टोमी मेरे ऊपर चड़ कर धक्के लगाने लगा और उस का लंड मेरी चूत की चुदाई करने लगा तो मै भी टोमी का सहयोग करने लगी तो टोमी ने एक जोर का धक्का लगाया और उस का लंड मेरी चूत को फाडता हुआ पूरा अंदर चला गया। अब मुझे पहले से कम दर्द हुआ। “Group Sex”

टोमी अपना पूरा ल़ंड मेरी चूत में घुसा कर मेरी पीठ पर रूक गया तो ऊस के लंड के छोटे छोटे झटके मुझे बच्चेदानी पर महसूस होने लगे और मुझे मजा आने लगा। पर टोमी जब मेरी पीठ पर से उतरने लगा तो मैंने अपने दोनों हाथों से उस क पंजों को पकड़ लिया और पीठ पर से उतरने नहीं दिया क्योंकि मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था।

थोड़ी देर बाद मैं झड़ने लगी तो मैने उसके पंजों को छोड़ दिया और बह मेरी पीठ पर से उतर गया पर उस का लंड मेरी चूत में ही फंसा हुआ था। उधर लब्बू फचाफच चुदाई कर रहा था और थोड़ी देर बाद लब्बू ने जोर की आवाज निकाली और बह झड गया. इधर टोमी ने भी मेरी चूत में पिचकारी छोड़ दी और अपना लंड बाहर खींचने लगा.

और उधर लब्बू ने आपना लंड बाहर निकाला इधर टोमी ने भी अपना लंड बाहर खींच लिया मैं और लब्बू दोनों हांफते हुए एक दूसरे से लिपट गये। फिर उस ने अपने लंड और मेरी चूत को लुंगी से अच्छी तरह साफ़ किया। घोडी़ ने भी बहत सारा पैशाव कर के लब्बू के लंड का सारा माल बाहर निकाल दिया और टोमी बहीं बैठ कर अपना लंड चाटने लगा।

पर मै और लब्बू बैडरूम मे आकर एक दूसरे से लिपट कर सो गये। दूसरे दिन मेरे पति का फोन आया कि मैं शायद आज रात को भी न आ पाऊं तुम आज भी लब्बू को बुला लेना। लब्बू जब दोपर का खाना खाने आया तो मैने उसे कहा कि आज शाम को दोबारा आ जाना आप के अंकल शायद रात को न आ सकें। “Group Sex”

और लब्बू शाम को दोबारा नहा धो कर आ गया और घोडी़ को बाजरा खिला कर बराम्दे में अपने बिस्तर पर बैठ गया। मै भी खाना पका कर बाथरूम में नहाने चली गई। मैने नहा कर अपने जिस्म पर खुशबूदार बाडीलोशन लगाने लगी तो मैने लब्बू को बाथरूम के बुला लिया। मै बिल्कुल नंगी थी और लब्बू को कहा कि मेरी पीठ पर लोशन लगा दे।

लब्बू लोशन लगाते लगाते उत्तेजित होने लगा और मेरे पूरे जिस्म पर लोशन लगाने लगा, और मेरे मम्मों गांड और पीठ और जांगों को सहलाने लगा फिर उसने मेरी चूत पर हाथ रख दिया. तो मैने उसे कहा कि अगर तेरे अंकल नहीं आए तो रात भर प्यार कर लेना तो लब्बू खुश हो कर मान गया।

मैने लाल रंग की ब्रा और पैंटी पहनकर नीले रंग की नाईटी पहन ली और अपने चेहरे पर लाईट मेकअप कर के अपने बाल सैट किए। इतने में मेरे पति की कार की आवाज आ गयी। लब्बू ने दौड़ कर डयोढी को पूरी तरह खोल दिया तो पति ने कार डयोढी में पार्क कर दी।

लब्बू ने उनके पैर छुए तो मेरे पति ने लब्बू के सर पर हाथ फेरा फिर लब्बू ने कार में से उनका सामान निकाला और अंदर आकर टेबल पर रक्ख दिया। मेरे पति कमरे में आ गये जब मैं उन्हें अपनी बाहों में भरने लगी तो उन्होंने मुस्कुराते हुए मना कर दिया और कहा कि पहले मुझे नहा लेने दो तो मैं समझ गयी कि आज यह किसी को चोद कर आए हैं। “Group Sex”

बह बाथरूम में चले गये और मैं चाए बनाने लगी और सोचने लगी कि पता नहीं मेरे पति आज किस को चोद कर आए हैं जो इतने खुश हैं। इतने में मेरे पति सलीपिंग गांऊन पहन कर बाहर आ गये और हम चाए पीने लगे और मैने लब्बू को भी चाए देनी चाही.

पर लब्बू ने कहा कि आप मुझे खाना ही दे दीजिये मैं खा कर अपने क्वार्टर में चला जाऊं. क्योंकि अब अंकल आ गये हैं अब यहां पर मेरा क्या काम है। यह सुन कर मेरे पति ने कहा कि आज यहीं पर रुक जाओ पार्टी करेंगे और तुम भी ऐंज्वाए कर लेना। फिर लब्बू को अंदर बुला लिया बह आ कर फर्श पर बिछे मैट पर बैठ गया और हम सब टीवी देखते हुए चाए पीने लगे।

थोड़ी देर बाद मेरे पति ने विस्की की बोतल निकाली और टेबल पर रख दी तब तक मैं पलेटों में रोस्टड चिकन गरम करके ले आई जो मेरे पति रंजीत ने अभी मार्केट से लाए थे और उनको टेबल पर रख दिया। तो रंजीत बोले कि अब तीन गिलास और फ्रिज में से सोडे की ठंडी बोतलें भी ले आओ तो मैने बैसा ही किया।

फिर रंजीत ने तीनो गिलासों में विस्की के पैग बनाए और एक गिलास एक पलेट में चिकन लब्बू के आगे रख दिया और हम को गिलास उठाने को कहा। मैने तो गिलास उठा लिया पर लब्बू ने पीने से मना कर दिया और कहा कि बह शराब नहीं पीता। तो रंजीत ने कहा कि कभी कभी थोड़ी सी पी लेने से सारी थकान मिट जातीहै और तुम एक बार चख कर तो देखो बहुत ही मजा आएगा। “Group Sex”

तो लब्बू ने मेरी तरफ देख कर कहा कि अंटीजी देखें अंकल क्या कह रहे हैं तो मैने कहा कि लब्बू पी लो कुछ नहीं होगा. तो लब्बू ने गिलास उठाया और पी गया फिर हम ने चिकन खाते हुए दो दो पैग और लगाए. पर लब्बू ने सिर्फ दो ही पैग लगाए पीने और पीने से मना कर दिया। रंजीत ने एक पटियाला पैग और लगाया और बोतल रक्ख दी।

रंजीत को नशा चड़ गया था और मुझे भी थोड़ा सरूर हो गया था। रंजीत ने मुझे अपनी बाहों में भर कर अपनी गोद में बिठा लिया. और अपने पास खींच कर सोफे पर बिठा लिया मेरे दोनों मम्मों को पकड़ कर मेरे गालों को चूमने लगे। यह देख कर लब्बू ने नजरें झुका लीं और उठ कर बाहर जाने लगा.

तो मैंने अपने पति से कहा कि छोड़ो मुझे लब्बू देख रहा है और उनसे छुड़ा कर लब्बू से बोली कि तुम यहीं बैठे रहो मैं सब के लिए खाना लाती हूँ। मैने खाना लाया और टीवी देखते हुए खाना खाने लगे। तभी रंजीत ने मजाक करते हुए लब्बू से पूछा कि तुम उठ कर क्यों भाग रहे थे. तो लब्बू ने शरमाते हुए कहा कि मुझे शरम आ रही थी.

तो रंजीत ने कहा कि आजकल शरम कौन करता है लड़के तो छुप छुप कर नंगी औरतों को और देखना चाहते हैं और मन ही मन उन को चोदने के सपने देखते रहते हैं। सच सच बताओ कि क्या तुम्हारा दिल ऐसा नहीं करता या तुम्हारा खड़ा नहीं होता। यह बात सुन कर लब्बू की झिझक थोड़ी दूर हुई और बह कहने लगा कि करता तो है पर हमारे ऐसे भाग्य कहां। “Group Sex”

तो रंजीत ने कहा कि आज मैं तुम को टीवी पर खूबसूरत नंगी औरतों को दिखता हूँ और उसने उठ कर सीडी प्लेयर आन करके एक ब्ल्यू फिल्म लगा दी। जिसमें जिस में लड़कियां नंगी हो कर एक बीच पर मसती कर रही थीं. कोई किसी के मम्मों को चूस रही थी कोई किसी चूत में उंगली कर रही थी, कोई किसी की चूत को चाट रही थी और कयी कयी तो बूडों के लंड पकड़ कर हिला और चूस रही थीं।

तो रंजीत ने लब्बू से पूछा कि कैसी लगीं यह नंगी लड़कियां तो लब्बू ने कहा कि अच्छी हैं पर बहुत ही पतली हैं यह तो किसी काम की नहीं तो इनके तो बहुत छोटे छोटे हैं। तो रंजीत ने कहा कि खाना खत्म होने के बाद तुझे मोटे मम्मों बाली भी दिखाऊंगा। फिर खाना खत्म होने के बाद रंजीत ने एक फिल्म और लगा दी जिसमें एक काली औरत को एक गोरा लड़का चोद रहा था. “Group Sex”

तो लब्बू ने कहा कि अंकल यह तो ठीक है पर लड़के का बह छोटा है। फिर मैंने रंजीत ने लब्बू से पूछा कि कभी किसी औरत को चोदा है तो लब्बू ने कहा कि कभी नहीं। तो रंजीत ने कहा कि कभी किसी को चोदते हुए देखा है तो लब्बू बोला कि किस को देखता। तो रंजीत ने मेरी नाईटी ऊपर उठा कर मेरी गांड नंगी कर दी.

और हाथ फेरते हुए मुझे कहने लगे कि आज लब्बू के सामने चुदाई करते हैं तो मैने मना कर दिया। मगर रंजीत ने मेरी नाईटी उतार दी और मुझे पूरा नंगा कर दिया। मैने अपनी टांगें मिला कर अपनी चूत छुपाने की कोशिश की और अपने दोनों हाथों से अपने मम्मे छुपाने लगी और कहने लगी कि मुझे लब्बू से शरम आ रही है लब्बू क्या सोचेगा। “Group Sex”

तो रंजीत ने कहा कि लब्बू भी सीख जाएगा क्योंकि अब इसकी भी शादी होने वाली है। तो रंजीत ने कहा कि लब्बू एक बात बता कि सुना है तू अपनी मंगेतर मीनू से मिलने जाता है क्या तूने उसको चोदने की कोशिश कभी नहीं की। तो लब्बू बोला कि की तो थी पर नहीं चोद पाया। और इसीलिए अब तो बह रिश्ता तोड़ने को कह रही है। पर क्यों।

तो लब्बू ने मायूस हो कर कहा कि बह भी अपनी सहेलियों से चुदाई की बातें सुनकर चुदवाना चाहती थी पर मैं उसे चोद नहीं सका। तो रंजीत ने कहा कि क्या तुम्हारा लंड खड़ा नहीं होता। तो लब्बू बोला कि खड़ा तो होता पर अंदर नहीं जा सकता। रंजीत ने पूछा कि क्या ढीली ही रहता है तो लब्बू बोला कि लोहे जैसा सख्त हो जाता है।

रंजीत बोले कि फिर अंदर क्यों नहीं जा सकता। तो लब्बू बोला कि बहुत ही बड़ा है और कोई भी औरत उसे अंदर नहीं ले सकती। इसीलिए मेरी शादी टूट रही है। तो रंजीत ने कहा कि आज हम तेरे लंड को खड़ा कर के देखेंगे कि कितना बड़ा है। क्या हमारी चुदाई देख कर तेरा खड़ा हो जाएगा। तो लब्बू ने कहा कि आप मुझे बाहर जाने दीजिये मैं अंटीजी को नंगा नहीं देखना देखूंगा। “Group Sex”

तो रंजीत ने पूछा कि क्या तेरी अंटी सुदर और जवान नहीं है क्या इस को देख कर तेरा लंड खड़ा नहीं होगा। तो लब्बू ने कहा कि आप दोनों बहुत ही अच्छे हो और अंटीजी जैसा सुंदर और जबान कोई पूरी दुनिया में नहीं। फिर रंजीत ने कहा कि तो तुम अब यहां सोफे पर बैठ जाओ और हमे देखते रहो।

फिर रंजीत ने मेरी टांगें चौड़ी कर के मेरी चूत पर हाथ फेरते हुए कहा कि कैसी लग रही है अंटी की चूत तो लब्बू ने कहा कि बहुत ही प्यारी है। फिर रंजीत ने मुझे गुटनों के बल बैठ कर गांड उठाने को कहा और अपना गांऊन उतार कर मेरे नितम्बों पर हाथ फेरते हुए मेरी चूत को सहलाने लगे।

मैं बातें सुनकर ही गरम हो चुकी थी और जब रंजीत ने एक उंगली मेंरी चूत मे डाली और आगे पीछे की मेरी चूत पानी से भर गयी। रंजीत ने अपनी गीली उंगली बाहर निकाल कर कहा कि लब्बू कैसी लगी अंटीजी गांड और चूत तो लब्बू बोला कि बहुत ही सुंदर। तो रंजीत ने कहा कि क्या चाटने को दिल नहीं करता तो लब्बू बोला कि बहत कर रहा है पर क्या करूं।

तो रंजीत ने कहा कि जल्दी आ कर अंटी के पीछे बैठ जाऔ और जी भर के चाट लो। और रंजीत अपना लंड हाथ में पकड़ कर मेरे आगे लेट गये और मुझे लंड चूसने को कहा मैने रंजीत का लंड अपने मुंह में ले लिया और लब्बू मेरी चूत को चाटने लगा। रंजीत का लंड लोहे की तरह सख्त हो गया। और बह मेरे मुंह में धक्के लगाने लगे। “Group Sex”

मै पूरे जोश में आ गयी और लंड को मुंह से बाहर निकाल दिया और आहें भरने लगी क्यों लब्बू ने चाट चाट कर मेरी चूत को गरम कर दिया था। अब मुझ से बर्दाश्त नहीं हो रहा था। तो मैने रंजीत से कहा कि अब जल्दी से अपना तना हुआ लंड मेरी चूत में घुसा कर मुझे चोद डालो।

तो रंजीत ने लब्बू से पूछा कि क्या तुम्हारा लंड खड़ा हुआ कि नहीं तो लब्बू ने कहा कि बहुत सख्त हो गया है अब लग रहा है जैसे फट जाएगा। तो रंजीत ने कहा कि जल्दी से अपने कपड़े उतरो और लंड दिखाओ. तो लब्बू ने झट से अपनी बनियान और लुंगी उतार फैंकी और अपना तना हुआ लंड रंजीत को दिखाने लगा।

रंजीत ल़ंड देख कर हैरान हो गये और बोले कि तू कितना किस्मत बाला है जो तुझे ऐसा गधे जितना बड़ा लंड मिला है. और रंजीत ने झट से पांड्स कोल्ड क्रीम ले कर मेरी चूत पर लगाई और बहुत सी लब्बू के लंड पर चुपड़ डाली. और लंड को दबा कर देखा और मेरी चूत के मुंह पर रख दिया और लब्बू को कहा कि अब आहिस्ता आहिस्ता घुसाओ.

तो मैने मना कर दिया और लब्बू भी कहने लगा कि यह नहीं जा सकता। तो रंजीत ने कहा कि औरतें घोडे़ का लंड अपनी चूत में घुसा लेती हैं पर मैं नहीं मानी। तो रजीत ने एक नयी पोर्न फिल्म लगा दी जिसमें काले मर्द थे जिनके ल़ंड बडे़ विकराल थे और औरतें उन से अपनी चूत तो क्या गांड भी मरवा रही थीं। “Group Sex”

तब रंजीत ने कहा देखो औरतें बडे़ बडे़ लंड लेकर कैसे खुश हो कर चुदवा रही हैं मेरी रानी तु फिक्र न करो कुछ नहीं होगा। बस थोड़ा सा दर्द होगा फिर इतना मजा आएगा कि याद रक्खोगी। फिर मैंने सोचा कि कल टोमी का भी तो घुस गया था शायद लब्बू का भी गुस जाए।

फिर मैंने थोड़ी और क्रीम ली और पीछे मुड़ कर लब्बू के लंड के सुपारे पर और अपनी चूत के अंदर तक लगाई. और मुस्कुरा कर लब्बू से बोली कि अब अपना लंड मेरी चूत में घुसा कर ही छोड़ना चाहे मेरी चीख निकल जाए या चूत फट जाए। तो लब्बू मान गया और मैने आपनी टांगें और चौड़ी कर दीं।

अपना सर रंजीत की गोद में रक्ख कर एक हाथ पीछे करके लब्बू के तने हुए काले मोटे लंड को अपनी चूत पर सैट किया. और लब्बू से कहा कि अब घुसने की कोशिश कर तो लब्बू ने मेरी कमर को कस कर पकड़ लिया और जोर लगाने लगा. तो मेरी चीख निकल गई और उसका लंड सरकता हुआ मेरी चूत में जाने लगा. “Group Sex”

फिर लब्बू रुक गया और बोला कि अंटीजी आधा घुसा दिया तो मैने कहा कि थोड़ा बाहर खींच कर दोबारा जोर लगाओ। लब्बू ने ऐसा ही किया और बोला कि थोड़ा सा बचा है बाकी सारा घुस गया है तो मैंने कहा कि थोड़ा रुक कर आहिस्ता आहिस्ता धक्के लगाओ. फिर बह धक्के लगाने लगा और अब मुझे भी मजा आने लगा.

तो मैंने रंजीत का लंड दोबारा मुंह में ले लिया और चूसने लगी और र आह आह करने लगी। जब रंजीत का लंड पूरा खड़ा हो गया तो मैं उसे मुंह से निकाल कर चाटने लगी और लब्बू से कहा कि अब जल्दी जल्दी धक्के लगाओ और मेरी चूत को फाड़ डालो. लब्बू ने स्पीड तेज कर दी और मैं रजीत के लंड को हाथ में पकड़ कर हिला ने और चूसने लगी.

लब्बू और रंजीत के मुंह से आह आह निकलने लगा और रंजीत ने मेरे मुंह में जोर का धक्का लगाया और अपना लंड मेरे गले तक उतार दिया और मेरे मुंह में ही पिचकारी छोड़ दी. और मैं उस का सारा पानी पी गयी और चूस चूस कर रंजीत के लंड को साफ़ कर दिया। फिर रंजीत ने अपना गांऊन पहन लिया और मेरे पीछे जा कर लब्बू के लंड को अंदर बाहर होते देखने लगा.

और हम दोनों की पीठ को थपथपाने लगा। लब्बू की सांसें तेज हो गईं और बह जोर जोर से धक्के लगाने लगा मैं भी गांड हिला हिला कर चुदवाने लगी. और कहने लगी कि हाय लब्बू पूरा चुसा कर और तेज धक्के लगाओ और फाड़ दो मरी चूत को। और मै हाए करती हुई झड़ गयी तभी लब्बू भी मेरी कमर को कस कर पकड़ के जोर जोर से धक्के लगाने लगा. “Group Sex”

और फिर बह एक जोर का धक्का लगा कर अपना पूरा ल़ंड चुसा कर रुक गया और मेरी चूत में फुब्बारा छोड़ दिया और निढाल हो कर मेरी पीठ पर लुड़क गया। जब उसका सारा पानी निकल गया तो उसने अपना लंड मेरी चूत में से बाहर निकाल लिया. तो रंजीत ने ने टोमी को पुकारा तो टोमी ने पहले लब्बू लंड पे लगा पानी चाटा फिर सुपारे से निकलते हुए पानी को चाटा.

फिर मेरी चूत को चाट चाट कर साफ़ किया। टोमी की जीभ मेरी चूत में घुस कर चाटने से मैं फिर गरम होने लगी. तो टोमी ने मेरे उपर छलांग लगा दी और मेरी कमर को अगली टांगों में जकड़ लिया और जोर जोर से धक्के लगाने लगा. तो और जब रंजीत उसे हटाते बह मेरी चूत में अपने पूरे लंड को घुसा चुका था।

थोड़ी देर तक बह ऐसे ही रहा फिर उतर कर पलट गया और मेरी चूत में अपना लंड फंसा कर मेरी गांड से अपनी गांड मिला कर चुपचाप खड़ा रहा. दस मिंट तक मैं फिर गुटनों के बल गांड खड़ी कर के रही फिर बस भी मेरी चूत में झड़ गया और अपना लंड बाहर निकाल लिया और बैठ कर उसे चाटने लगा। “Group Sex”

मैं बड़ी मुश्किल से बाथरूम में पहुँची और आपनी चूत को धोया और आकर बिस्तर पर लेट गई। लब्बू भी कपड़े पहन कर बाहर जाने लगा तो उसने रंजीत ने रंजीत से कहा कि अंकल जी मेरा एक काम कर दोगे तो आपकी बहुत महरबानी होगी। काम थोड़ा मुश्किल है। तो रंजीत ने ने कहा कि कोई बात नहीं काम तो बताओ क्या है।

तो लब्बू ने कहा कि मेरी शादी टूटने से बचा लो अकलजी। तो रंजीत ने कहा कि मुझे क्या करना होगा। तो लब्बू ने कहा कि आप मेरी मंगेतर को चोद कर उस की चूत थोड़ी खुली कर देना ताकि कभी मेरा लंड भी उसमें चला जाए। रंजीत बहुत खुश हुए और रंजीत ने कहा कि तम उसे हमारे ले आना मैं चोद दूंगा। लब्बू खुश हो कर सोने चला गया। और फिर हम जिस में मैं मेरे पति रंजीत हामारा नौकर लब्बू उसकी बीवी मीनू हमारा कुत्ता टोमी और हमारी घोडी़ चुदाई का मजा लेते रहे।

Leave a Comment