मेरा नाम अरुण है और में एक छोटे से गाँव का रहने वाला हु. मेरी बहन जिसका नाम पुनम है 18 साल की है देखने मे मस्त है और बूब बड़े बड़े है. मैं हमेशा मेरी बहन को चुपके नहाते देखता था. चुकी गांव में खुले में नहाते है सो में अपनी बहन को रोज नहाते देखता था. Behan Ki Threesome Chudai
वो ब्रा ओर पेंटी पहन कर नहाती थी कभी कभी घर पे कोई नही होता तो वो नंगी ही नहाती थी। तो बात 2 महीने पहले की है एक रोज घर पे कोई नही था घर का दरवाजा हल्का सा बन्द था. मेने थोड़ा धक्का देने पे दरवाजा खुल गया.
तो में अंदर आया देखा कोई नही था पीछे जहाँ नल था वो जगह खुली होती है गांव में. तो मैने अपने रूम में गया और खिड़की से चुपके से देखने लगा. तो देखा कि मेरी बहन ब्रा ओर पेंटी पहने हुए थी और रेजर से अपने बाह की बाल काट रही थी।
तभी मेरी नजर सामने वाले घर मे पडी जहा दिनेश जो मेरा पड़ोसी है मेरी बहन पुनम को देखे जा रहा है. और मेरी बहन भी चुपके से उसे देख रही थी .पुनम ने अपनी पेंटी उतारी ओर अपने चुत के बाल साफ करने लगी.
तभी दिनेश ने कुछ इशारा किया तो मेरी बहन ने उसे ओर प्यार से अपनी चुत देखा कर साफ करने लगी. और बोली कि घर पे कोई नही है आ जाओ. तभी दिनेश मेरे घर आया और दरवाजा बंद कर दिया।
पुनम ने अपनी चुत को साफ कर लिया था वो बगैर पेंटी के है आ गई. दिनेश ने पुनम को चूमना चालू किया और एक हाथ से पुनम की चुत चुदाई करने लगा. तभी पुनम बोली कि यहाँ नही रूम में चलते है यहाँ कोई देख लेगा.
तभी मेने दोनों को आते देख पलंग के नीचे छुप गया दोनों घर के अंदर आये और दरवाजा बंद कर दिया। तभी दिनेश ने पुनम की ब्रा उतार दी जो नीचे गिरी हुई थी. अब दिनेश पुनम पे टूट पड़ा उसने उसके बूब को मसलने लगा.
और निप्पल को चूसने लगा मानो निप्पल से दूध निकाल के मानेगा. इतने में उसने अपनी कपड़े उतार दिया उनका लण्ड 5 इंच का था. जिसे देख बहन ने अपने मुँह में लिया और चूसने लगी। वो एक रंडी की तरह पूरा का पुरा लण्ड निगल रही थी.
उतने में दिनेश ने अपना लण्ड निकाला और देरी न करते हुए पुनम की चुत पे फिट किया. ओर एक जोर के धक्के के साथ दिनेश का लण्ड पुनम की चुत को चीरता हुआ अंदर तक चला गया. पुनम एक छोटी से चीख के साथ उछल पड़ी।
दिनेश ने धक्का लगाना चालू रखा बहन पुनम को चुदते देख लगा कि इसने पहले भी चुदाई करा चुकी है। तभी मेरे मन मे खयाल आया कि क्यों ना बहन को दो लण्ड का स्वाद चखया जाए. तभी में पलंग के अंदर से निकला ओर मुझे देखते ही दोनों अलग हो गए.
बहन ने अपने आप को ढकने की कोशिश कर रही थी. तभी मेने झूठा गुस्सा दिखाते हुए बोला ये सब कब से चल रहा है दोनों डर के मारे कुछ नहीं बोल रहे थे। मेने कहा कितने दिनों से चुदाई करवा रही हो और कितनो से चुदवाया है.
बहन रोने लगी वो अपने आप को ढक रही थी पर मैने दोनों को नंगे रखा. और बोला आने दो पापा को दोनों को ऐसे ही नंगा रखूंगा. दोनों रोने लगे बोले जो बोलोगे वो करेंगे, मेने बोला सोच लो बोली ठीक है।
मेने बोला तुम दोनों मेरे सामने चुदाई करो. दोनों सकपकाया मेने डाटा तो दोनों चुदाई करने लगे. दिनेश ने पुनम की चुत में लण्ड डाला और धक्का लगाने लगा. बहन आह आह कर रही थी इन दोनों को चुदते देख मेरा भी लण्ड खड़ा हो गया.
क्योकी पहली बार पुनम को करीब से नंगा देखा था मेंने पुनम की निप्पल को पकड़ कर खीचने लगा। वो बोली भाई ये गलत है में तुम्हारी बहन हु. मेने बोला बहन होगी बाद में अभी तो तुम एक औरत हो जिसे में ऐसे कैसे जाने दु.
ओर मेने अपना 7 इंच का लण्ड निकल कर पुनम की हाथ मे दे दिया बोला ले मुठ मार. पुनम लण्ड देखे रह गयी बोली इतना बड़ा और उसे लण्ड को आगे पीछे करने लगी दिनेश चोदे जा रहा था। तभी मेने दिनेश को बोला तू नीचे आजा.
तो दिनेश नीचे हो गया और पुनम की चुत में लण्ड डाल दिया. अब मेने अपना लण्ड पुनम की गण्ड पे फिट की पुनम रोने लगी. बोली भाई मेने कभी भी गण्ड नही मरवाया है और आप का बहुत बड़ा है अंदर नही जाएगा।
में बोली तू चिंता मर कर जैसे तेरी चुत में पहली बार लण्ड गया उसी तरह गण्ड में भी चला जाएगा बस तू थोड़ा बर्दास्त कर ले. और मैने तेल लेके अपनी लण्ड पे पूरी तरह लगाया और पुनम की गण्ड पे लगाया.
और उंगली से उसकी गण्ड के अंदर तेल डाल दिया पूरा तेल अंदर चला गया. मेने अब हाथ से उसकी गण्ड की छेद को चौड़ा किया. और एक पूरी ताकत के साथ धक्का मारा ओर लण्ड गण्ड को चीरता हुआ अंदर तक समा गया.
मेने उसका मुँह बन्द कर रखा था वो तड़पने लगी उसकी आँखों से आंसू निकल रहे थे. में थोड़ी देर रुका रहा जब वो थोड़ी शांत हुई तब मैंने दिनेश को बोला हो जा चालू. ओर दिनेश धक्का लगाने लगा और इधर मेने भी धक्का लगाना चालू कर दिया.
पुनम की अब दोनों तरफ से चुदाई हो रही थी। इसी बीच पुनम दो बार झर गयी अब हम दोनों ने अपनी स्पीड बढ़ा दी. दिनेश ने अपना लण्ड निकल कर अपना माल बाहर निकाल दिया. और मैने पुनम की गण्ड में ही झर गया.
अब दिनेश ने कपड़ा पहन कर चला गया ओर मेने बोला अब में तेरी चुत मरूँगा. पुनम रोने लगी बोली भाई कभी ओर मार लेने अभी नही अभी गाण्ड ओर चुत दोनों दर्द कर रहा है. मुझ से चला भी नही जा रहा है।
में बोला ठीक है ले एक बार इसे चूस ले और उसने चूसना चालू किया. और में उसके बूब पे अपना माल झार दिया. अब पुनम नहाने चली गई उससे चला भी नही जा रहा था.