हेलो, एक नयी शादीशुदा औरत जिसकी शादी हुए बस १ महीना हो गया है, मुझे उसे चोदना था लेकिन रास्ते में उसी औरत की सासु माँ भी थी. उसकी चुदाई की हॉट कहानी सुनोगे? मुझे यक़ीन है आप हिलाये बिना और लड़कियाँ और औरते अपनी उँगली अपनी चूत के अंदर बाहर करे बिना रह नहीं पाओगे, आगे की कहानी में सरप्राइज़ और ट्विस्ट है, ध्यान से पढ़ियेगा (tags –group sex, anal, double penetration, foursome, cuckold). Feedback – [email protected], Insta – praash.patil Padosan Group Sex
मेरे बारे में बता देता हूँ – मेरा नाम प्राश है, ६ फिट हाईट और ७ इंच के लंड का मालिक हूँ. मैं एक कॉलोनी में रहता हूँ, वहाँ एक घर काफ़ी दिनों से सुनसान पड़ा हुआ था, वहाँ का मालिक मेरा पुराना दोस्त और मेरा पड़ोसी भी था और वो बाहर रहता था लेकिन हमारी बाते हमेशा होती थी और उसके घर में कुछ भी समस्या हो तो वो मुझे ही कहता था।
एक दिन वहाँ किरायेदार घर देखने के लिए आने वाले थे तो वहाँ के मालिक किशोर का मुझे फ़ोन आया कि इस घर की ज़िम्मेदारी अब से मेरी मैंने भी हा कर दिया क्यूकी वो मेरा दोस्त था. तो उस दिन किरायेदार आये, एक २८-२९ साल का एक पतला सा लड़का था (मेहूल), और उसके साथ उसकी २६-२७ साल की सेक्सी एकदम माल बीवी.
मैं देख के हैरान हो गया कि इस चमन चूतिये की इतनी हॉट बीवी कैसे? रसिका नाम था उसका, ३४-२८-३६ का फिगर, भरे हुए चूचे, मटकाती हुई गाँड़, एकदम खूबसूरत, आखों में काजल भी लगाती थी. मैंने उनको घर दिखाया, मैं बस रसिका को ही देख रहा था.
उसकी मटकाती हुई गाँड़ देख के मेरा लंड खड़ा हो गया, मैंने उसको छुपाने की कोशिश की, पर रसिका ने उसको देख लिया, और उसने मुझे देख के हस दिया, मैं थोड़ा गड़बड़ा गया लेकिन मुझे ये भी लगा कि इसको जल्दी पटाया जा सकता है। मैंने उनको पूरा घर दिखाया, उनको घर पसंद भी आ गया.
४ दिन बाद वो अपना सामान लेके यहाँ रहने आ गये. मैंने उनकी थोड़ी मदद की, अब पड़ोसी था तो करना पड़ता है, हमारी थोड़ी बाते हुई तो मुझे पता चला कि इनकी शादी को बस एक ही महीना हुआ है, मेहूल इंजीनियरिंग कंपनी में जॉब करता है और रसिका शादी से पहले जॉब करती थी लेकिन अभी हाउसवाइफ है और कुछ दिनों बाद वो भी जॉब करना शुरू करेगी।
अगले दिन सुबह उन्होंने मुझे चाय नाश्ते पे बुलाया, मैं गया फिर मेहूल के साथ थोड़ी इधर उधर की बाते हुई, वो बड़ा ही शरीफ और डरपोक था, उसकी बीवी रसिका उससे काफ़ी अलग स्वभाव की थी. हमारी बातें चल रही थी लेकिन मेरी नज़र सिर्फ़ रसिका पे थी, थोड़ी देर बाद-
मेहूल – आप बैठिए, मैं आता हूँ (वो वाशरूम में गया).
मैं – (रसिका से) भाभी जी, आपने नाश्ता काफ़ी अछा बनाया था.
रसिका – (मुस्कुरा के) थैंक यू.
मैं – वैसे आप काफ़ी सुंदर हो, मेहूल जी काफ़ी नसीब वाले है जो आपके जैसी बीवी मिली.
रसिका – (फिर से मुस्कुरा के) आप भी ना, वैसे आपकी शादी नहीं हुई अभी तक?
मैं – जी अभी तक नहीं हुई.
रसिका – क्यों?
मैं – जी आप जैसी कोई मिली ही नहीं खूबसूरत अल्हड़, मासूम (उसके चूचो को देख के) माल.
रसिका – जी?
इतने में मेहूल बाहर आया तो बात रुक गई वहीं पे और फिर हमने बातें की और मैं घर चला आया. अगले दिन,घर पर मेरे दोस्त आये हुए थे. मैं, विकी और राकेश दोस्त है, हम हमेशा साथ में रहते है. और हम ऐसे ही टीवी देखते हुए टाइमपास कर रहे थे. फिर, घर की घंटी बजी तो वहाँ रसिका और मेहूल खड़े थे मैं अंदर आने का इशारा किया और बैठने को बोला.
मेहूल – आप किसी काम में तो नहीं थे ना, हमे बस छोटा सा काम था आपसे.
मैं – नहीं नहीं हम तो बस ऐसे ही बैठे थे , वैसे ये मेरे दोस्त है विकी और राकेश. (विकी और राकेश दोनों रसिका को घूरे जा रहे थे.)
मेहूल – हम इस शहर में नये है, तो बस यहाँ अच्छे गार्डन और होटल कहा है ये पूछना था, हमे बाहर जाना था.
मैंने बता दिये, जाते वक़्त मैं बस रसिका की मटकती हुई गाँड़ देख रहा था और मैंने राकेश और विकी को देखा तो वो दोनों भी रसिका को ही देख रहे थे. रसिका पलट गई और मुझे देख के मुस्कुराने लगी, वो दोनों निकल गये.
विकी – अबे क्या गरम हॉट माल है यार.
राकेश – उसकी गाँड़ देखी तूने, क़सम से यार क्या चीज़ है.
मैं – मुझे पता है लेकिन तुम दोनों चुप रहो बाहर ही होंगे वो.
अगले दिन, मेहूल को मैंने जाते हुए देखा और मैं उसके घर पे गया.
मैं – हेलो भाभी जी, मेहूल जी घर पे है क्या? कुछ काम है.
रसिका – जी नहीं ये तो अभी कुछ देर पहले गये, आप बैठिए ना.
मैं अंदर गया और बैठ गया कुछ देर हमारी बातें चली. उसने एक लाल रंग की मैक्सी पहनी हुई थी जिस्म वो कुछ ज़्यादा ही हॉट लग रही थी, उसको देख के मेरा लंड खड़ा होने लगा, मैं कंट्रोल नहीं कर पा रहा था. वो बात करते करते मेरे लंड को देखने लगी.
मेरा मोटा लंड ७ इंच का है तो जीन्स मेसे बाहर दिख रहा था. वो बार बार मेरे लंड को देख रही थी इतने में बाहर से घंटी बजी, उनके रिश्तेदार आ गये थे तो मैं भी बात करके निकल गया. शाम को मुझे मेहूल का फ़ोन आया, उसने मुझे IPL की मैच देखने के लिए घर बुलाया और साथ में विकी और राकेश को भी लेके आने को बोला.
उसको लगा कि ये आपस में दोस्ती बढ़ाने का अछा मौक़ा है. शाम को मैं, विकी और राकेश, मेहूल के घर स्नैक्स लेके गये, वहाँ बैठे और मैच शुरू होने को टाइम था तो रसिका कोल्ड ड्रिंक लेके आयी और हम आपस में बातें करने लगे.
थोड़ी देर बाद मैच शुरू हो गयी, सब मैच देखने लगे किचन में से रसिका आयी और मेरे बग़ल मैं बैठ गई, मुझे काफ़ी अजीब लगा क्यूकी यह सब मर्द थे मैच देख रहे थे. अब मैं उसकी तरफ़ देख रहा था और वो मेरी तरफ़ देख रही थी. “Padosan Group Sex”
मैंने हिम्मत की और उसकी जाँघ को सहलाने लगा वो कुछ बोल नहीं रही थी, तो मेरी हिम्मत बढ़ गई, मेरा हाथ मैंने थोड़ा चूत की तरफ़ सरकाया. उतने में मेहूल ने हमारी तरफ़ देखा तो मैंने जल्दी हाथ हटा लिया. २-३ मिन बाद रसिका उठी और किचन की तरफ़ जाने लगी, जाते जाते मेरी तरफ़ देखने लगी और अपनी चूत की तरफ़ हाथ फेरने लगी.
मैं ये इशारा समझ गया और थोड़ी देर बाद मैं वाशरूम का बहाना करके किचन की तरफ़ गया. वहाँ रसिका खड़ी थी, मैं उसके पीछे गया और उसके कमर पे अपने दोनों हाथ रखे और उसकी गर्दन पे किस करने लगा और एक हाथ उसकी चूत पर रखा और सहलाने लगा.
वो सिसकारियाँ लेने लगी आहह्ह. ४-५ मिन ये चलने के बाद उसने मुझे चौका दिया. वो पलटी और मुझे किस करने लगी, मैंने उसका पूरा साथ दिया. वो मुझे बेडरूम में लेके गई. मेरा लंड खड़ा हो गया था तो वो नीचे झुकी और उसने मेरी मेरी पैंट उतारी. अब मैं अंडरवियर में था, वो मेरे अंडरवियर के ऊपर से ही मेरे लंड पे हाथ फेरने लगी. फिर मैंने अपना ७ इंच का मोटा लंड बाहर निकला. वो चौक गई. “Padosan Group Sex”
रसिका – तुम्हारा लंड बोहोत बड़ा है, मैं इतना बड़ा लंड कैसे ले पाऊँगी.
(मैं अपना लंड उसके होठों पे फेरने लगा.)
मैं – तेरे जैसी खूबसूरत औरत मैंने आज तक नहीं देखी, कबसे इस पल का इंतज़ार कर रहा हूँ.
रसिका हँसने लगी फिर उसने उसने मेरे लंड को किस किया और मेरे लंड पे अपनी जीभ फेरने लगी. मुझसे रहा नहीं जा रहा था तो मैंने उसकी गर्दन पकड़ी और लण्ड उसके मुँह में दे दिया. उसने इतना बड़ा लंड मुँह में नहीं लिया था Sluuurpppp sluurppp ऐसी आवाज़ निकल के वो मेरा लंड चूसने लगी. ५ मिन बाद मैंने उसको लिटाया और उसकी चूत को चाटने लगा.
रसिका – uummmmm uuummmm आह आह प्राश बस करो ufff.
मैं रुका नहीं मैंने अपना काम चालू रखा. उसकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी. मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाला वैसे वो चिल्लाने लगी.
रसिका – आह आह मर गई रे aaaaaaa.
मैं – चिल्ला मत सबको पता चल जायेगा.
वो चिल्लाने लगी इसलिए मैं धीरे धीरे करने लगा, ५ मिन बाद रसिका को दर्द के बजाय मज़ा आने लगा.
रसिका – आह आह प्राश चोदो मुझे aahhh.
मैंने ज़ोर से धक्के लगाने चालू कर दिये.
रसिका – आह आह, और चोदो मुझे आह. मेरा पति चुतिया है, उसको चोदना ही नहीं आता ठीक से, आह आईआईईई मर गई. उसका लंड बोहोत छोटा है, आह.
मैं लगातार धक्के मारता रहा. ५ मिनट् बाद बेडरूम का दरवाज़ा किसने ठकठकाया. मैं दरवाज़े के पीछे छुप गया. रसिका ने दरवाज़ा खोला तो वहाँ मेहूल था.
रसिका – क्या हुआ मैं कपड़े बदल रही हूँ.
मेहूल – अछा ठीक है, वैसे तुमने कही प्राश जी को देखा.
रसिका – नहीं वो आपके साथ ही थे ना.
मेहूल – नहीं तो.
रसिका – शायद घर चले गये होंगे.
वो नीचे हॉल में चला गया, मैंने रसिका को उठाया और बेड पे लाके पटक दिया और उसकी चूत में फिर से अपना लंड डाला.
रसिका – aaahhhh aaaiiii aahhhhh प्राश praashhh aaaaaaaa.
मैं उसे चोद रहा था इतने में मुझे मेहूल का कॉल आया, मैंने उठाया.
मेहूल – आप कहा है ? यह सब आपका इंतज़ार कर रहे है.
मैं – (हाफ़ते हुए) हा मेहूल जी, मैं आता हूँ आधे घंटे में कुछ काम आ गया था.
मेहूल – ओके, लेकिन आप ठीक तो है आपकी आवाज़ काफ़ी अलग आ रही है.
(तेरी ही बीवी चोद रहा हूँ चूतिये.)
मैं – हा मैं ठीक हूँ, थोड़ा जल्दी जल्दी काम करना था तो सीडिया चढ़ रहा हूँ.
इतने में रसिका की चीख निकली aaahhhhh.
मेहूल – कोई और भी है क्या, आवाज़ पहचानी हुई लग रही है.
मैं – नहीं वो मेरी दोस्त है.
मेहूल – अछा, आपकी Gf है.
मैं – नहीं नहीं मेहूल जी.
मेहूल – अछा ठीक है.
मुझे डिस्टर्ब करने वाला कोई नहीं चाहिए था मैंने फ़ोन साइलेंट पे कर लिया.
रसिका – आह आह आह प्राश praashhh aaaaa.
मैंने पोजीशन चेंज कर ली. मैं बेड पे लेट गया और उसको मेरे लंड पे बिठाया, और वो मेरे लंड पे उछलने लगी.
रसिका – Aaahhhh aaahhhh ये लंड ही मुझे शांत कर सकता है, मेरा पति मुझे ठीक से चोदता ही ठीक से चूतिया.
मैंने १० मिनट तक लगातार रसिका को चोदा. वो झड़ गई, फिर मैं भी झड़ गया. मैंने कपड़े पहने और पीछे के दरवाज़े से बाहर चला गया और सामने के दरवाज़े से अंदर आया.
मेहूल – अरे प्राश जी, क्या आप भी आधी मैच ख़त्म हो गई.
मैं – हा वो थोड़ा ज़रूरी काम याद आया था.
विकी – भाई बताना चाहिए था ना कुछ काम होता अर्जेंट तो मैं भी आता.
राकेश – हा मैं भी आता भाई.
मैं – हा भाई अगली बार बताऊँगा.
अगले दिन, सुबह मेहूल जाने के बाद मैंने रसिका को अपने घर बुलाया और आते ही उसको अपने बेड पे लेके गया उसको अपना लंड चुसवाया. आज कोई था नहीं आसपास तो वो खुल के लंड चूसने लगी slurppp slurrrppp. ५-७ मिन बाद मैंने उसके मुँह में रस छोड़ दिया अब मैं लेट गया और वो मेरे मुँह पे बैठ गई.
मैं अपनी जीभ उसके चूत में अंदर बाहर करने लगा. वो सिसकारियाँ लेने लगी Aaaahhhhh ummmm ummmmmm. मैं उठा और उसको अपने table पे बिठाया और खड़े होके उसकी चूत में लण्ड डाल दिया एक एक करके आराम से धक्के लगाना चालू किया.
रसिका – aaahhhhhhhh एक तुम ही मर्द हो यहाँ बस aaaahhhhh.
मैंने धक्के बढ़ाये और पूरे घर में अब रसिका की चीखे सुनायी देने लगी Aaahhhhhh aaaaahhhhh प्राश मर गयी रे, aaaahhhhh aaaaeeeeeee Aaahhh aaahhhh. मैंने क़रीब क़रीब २० मिनट तक उसकी चीखे निकाली. वो २ बार झड़ गयी मैंने उसको नीचे घुटनों पे बिठाया और सारा रस उसके मुँह पे डाल दिया. “Padosan Group Sex”
थोड़ी देर बाद हम दोनों शावर लेने बाथरूम गये, वहाँ भी हमने सेक्स किया. तो ऐसा चुदाई का सिलसिला १०-१२ दिन तक चला. मेहूल घर पर नहीं होता तो हम चुदाई करते थे. एक दिन मैं और रसिका उसके घर पे चुदाई कर रहे थे, घर का दरवाज़ा खुला ही रह गया था. मैं घर के सोफ़े पे रसिका को चोद रहा था. इतने में मेहूल घर के अंदर आया उसने हमे देख लिया वो हमारे पास आया और रोने लगा.
मेहूल – रसिका तुम मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकती हो और तुम प्राश तुम तो अच्छे आदमी लगे थे मुझे.
वो रोते रोते रसिका के पास जाने लगा, लेकिन मैंने उसकी गर्दन पकड़ी और उसको बाजू हटाया वो गिर गया.
रसिका – भोसड़िके, तुझे चोदना भी आता है (उसने मेरा लंड हाथ में लिया) ये देख इसको लंड कहते है.
रसिका – प्राश मुझे इसके सामने चोदो और दिखाओ इससे की चुदाई कैसे होती है.
मैं उसको चोदने वाला था लेकिन मेहूल बार बार बीच में आने लगा. मैंने विकी और राकेश को फ़ोन लगा के बुला लिया. वो दोनों आये तो मैंने उनको सारा मामला बता दिया. उन्होंने मेहूल को रस्सी से बांधा और मुँह में कपड़ा डाल दिया.
रसिका – तुम लोगो ने अछा काम किया, यहाँ आओ और (अपनी चूत की तरफ़ इशारा करते हुए) ये है तुम्हारा इनाम.
विकी और राकेश अपने कपड़े उतार के खड़े हो गये. और रसिका जाके उन दोनों के लंड चूसने लगी. मेहूल ये सब देख रहा था लेकिन कुछ कर नहीं सकता था. रसिका दोनों के लंड मज़े से चूस रही थी sluuurppp sluuurrpppp. थोड़ी देर बाद, उसने मुझे भी बुलाया अपने हाथ से मेरा लंड हिलाने लगी. “Padosan Group Sex”
अब सीन ऐसा था कि मेहूल खड़ा हुआ देख रहा है. उसके सामने उसकी बीवी तीन लौंडों के लंड चूस रही है. १० मिन बाद मैं रसिका को सोफ़े पे लेके गया. वहाँ मैं लेट गया और रसिका मेरे लंड की सवारी करने लगी.
रसिका – आह मज़ा आ रहा है प्राश आह.
मैंने राकेश को इशारा किया तो वो उसका लंड रसिका के मुँह की तरफ़ लेके आया और रसिका sluuurrrpp sluuurppp करके चूसने लगी. विकी को पीछे से चोदने का इशारा किया. विकी पीछे आया उसने अपने लंड पे थूक लगायी और रसिका के गाँड़ में लंड डाल दिया.
रसिका की चीख निकालने लगी लेकिन मुँह में राकेश का लंड था तो चिल्ला नहीं पायी. फिर से बता देता हूँ, मैं लेटा हुआ था, रसिका मेरे लंड की सवारी कर रही थी, पीछे से गाँड़ विकी चोद रहा था और रसिका के मुँह में राकेश का लंड था. इस पोजीशन में हमने उसको १० मिनट तक चोदा.
फिर मैंने विकी से जगह बदल ली, वो चूत चोदने लगा और मैं उसके गाँड़ में धक्के लगाने लगा. १०-१५ मिन तक हमने उसकी पोस्शन में चोदा. मेहूल ये सब देख रहा था लेकिन क्या ही कर सकता था. अब मैं थक गया और उसकी गाँड़ में पूरा रस छोड़ दिया और बग़ल वाले चेयर पे बैठ गया. अब राकेश लेट गया और रसिका उसके लंड की सवारी करने लगी और पीछे से विकी चोदने लगा. पूरे घर में बस रसिका की चीखे सुनाई दे रही थी Aaahahhhh aaaahhhh aaaaiaiiiii. “Padosan Group Sex”
रसिका – (मेहूल को) अहह्ह आह मज़ा आ रहा है, ऐसे चोदते है औरत को भोसड़िके.
ये देख ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी. १० तक उसको चोदने के बाद सब बैठ गये. मैंने राकेश को फ़ोन दिया और उसे रिकॉर्ड करने को बोला फिर मैंने मेहूल को आज़ाद किया और रसिका के पास लेके गया.
मैं – चल चाट इसे भोसड़िके (एक लात मारी उसे).
वो झिझकने लगा मैंने उसकी गर्दन पकड़ी और रसिका की चूत पे लगायी फिर वो रसिका की चूत चाटने लगा.
रासिका –ummmm आह.
मैं – अबसे तू सिर्फ़ यही करेगा समझा मादरचोद.
मेहूल ने उसकी मुंडी हिलायी मैंने राकेश को मेरी तरफ़ का वीडियो लेने को बोला, मैं रसिका के पास गया और उसके चूचे दबाने लगा और लण्ड उसके मुँह में देने लगा. सब कुछ रिकॉर्ड हो गया. मैंने रिकॉर्डिंग उठायी और मेहूल को दिखायी.
मैं – तू रोज़ सिर्फ़ यही करेगा समझा नहीं तो ये रिकॉर्डिंग में सबको दिखा दूँगा और तू ये घर छोड़के भी नहीं जाएगा समझा क्या गाँडू.
मेहूल – (मायूस होके) हाँ.
फिर हम सब कपड़े पहन के अपने अपने घर चले गयी. उस दिन के बाद मेहूल घर पे हो या ना हो हम कही भी चुदाई करते थे, मेरे घर में, मेहूल के बेड पे, सोफ़े पे, किचन में, बाथरूम में कही भी और मेहूल घर पर होता तो चुप चाप अपना काम करता.
एक बार तो उसके घर पे उसके मेहमान आए थे वो हॉल में बैठे और हम किचन में मज़े कर रहे थे उस दिन के बाद रसिका मेरे लंड की ग़ुलाम बन गई थी। एक दिन, मैंने देखा कि, मेहूल की मम्मी और पापा उसके घर पे आ गये, रसिका अब बाहर आ जा नहीं सकती थी ना ही मैं उसके घर पे आ जा सकता था.
अब हमारी चुदाई हो नहीं सकती थी, उसपे ब्रेक लग गया. एक दिन मेरे घर की घंटी बजी. दरवाज़ा खोला तो मेहूल के माँ थी. मैं चौक गया इनको यहाँ देखने उम्मीद नहीं थी. उनको बैठने को बोला. वैसे मेहूल की माँ काफ़ी जबरदस्त थी, गोरा रंग.
गदरायी हुई, ज़बरदस्त शरीर, भारी गाँड़ और भरे हुए चूचे, ४६-४७ उमर होगी, दिखती अभी भी पटाखा थी, ३८-३२-४० का फिगर, एक हरे रंग की साड़ी पहनी हुई थी और पीला ब्लाउज, ब्लाउज में से चूचे बाहर आने को देख रहे थे. मुझे तो रसिका से ज़्यादा मेहूल की माँ को चोदने का मन करने लगा वैसे उनका नाम विशाखा था. “Padosan Group Sex”
मेहूल की माँ (विशाखा)- देखो मुझे मेहूल ने सब बता दिया है, मैं चाहती हूँ की ये सब बंद हो जाये जो तुम कर रहे हो.
(मैं चौक गया.)
मैं – आप क्या कह रही हो, मुझे समझ नहीं आ रहा है.
विशाखा आंटी – देखो मुझे सब पता है, वीडियो के बारे में भी.
मैं – अछा, तो आपको मेहूल ने सब बता दिया है.
विशाखा आंटी – वो वीडियो मुझे दिखाओ.
मैंने अपने मोबाइल में वीडियो चला दिया और आंटी को दे दिया. विशाखा आंटी ने पूरा वीडियो देखा और वो थोड़ी परेशान हो गई.
विशाखा आंटी – सुनो, तुम्हें जो भी चाहिए मैं दूँगी पर मेरी बहू से दूर रहो.
मैं आंटी के पास गया, वो सोफ़े की चेयर पे बैठी थी, मैं पीछे गया और मैंने उनके दायने चूचे पे हाथ रखा.
मैं – मैं जो चाहता हूँ, वो अगर मुझे मिलेगा तो मैं रसिका को चोदना छोड़ दूँगा.
विशाखा आंटी – देखो मैं एक इज़्ज़तदार ख़ानदान से हूँ.
मैं – अछा मैं आपको चोदूँगा नहीं बस मुझे आपको देखना है बिना कपड़ों के.
वो थोड़ी देर सोच में पड़ गई.
विशाखा आंटी – ऐसा करने पे तुम मान जाओगे?
मै – हाँ, अब मेरे सामने अपने कपड़े उतारिये, मुझे आपको देखना है.
वो धीरे धीरे अपने कपड़े उतारने लगी, पहले हरि साड़ी उतारी, पीले रंग का ब्लाउज और पीले रंग का परकर पहना हुआ था. साली इतनी ज़बरदस्त माल लग रही थी, किसी का भी मन उसको चोदने का हो जाता पारकर हटाने में वो शर्माने लगी.
मैं पास गया और उनका परकर उतारने लगा मेरा हाथ उनकी गाँड़ पे रखा और मैं गाँड़ को सहलाने लगा. पारकर उतारा तो आंटी ने काले कलर की निकर पहनी हुई थी. मैं उनकी नंगी गाँड़ को सहलाने लगा, एकदम मुलायम गाँड़ थी. “Padosan Group Sex”
फिर मैंने ब्लाउज उतारा, अंदर काले रंग की ब्रा पहनी हुई थी (मुझे लगा ये पहनती नहीं होगी लेकिन वो थोड़ी मॉडर्न थी). अब में सोफ़े पे बैठ गया. वो मेरे सामने बस ब्रा और पेंटी (निकर) में खड़ी थी, क़सम से पटाखा लग रही थी.
विशाखा आंटी – अब बस ना, मैंने अपने कपड़े उतार दिए सारे.
मैं – मैंने सब कपड़े कहा था.
फिर उन्होंने अपने बाक़ी कपड़े भी उतारे क़सम से ग़ज़ब राँड लग रही थी, सोचो एक गदरायी हुई, पूरी भरी हुई आंटी तुम्हारे सामने नंगी खड़ी हो. मैंने तुरंत अपना फ़ोन निकाला और फोटो खींच लिए.
विशाखा आंटी – ये क्या कर रहे हो तुमने जो कहा वो मैंने किया ना.
(मेरे से डिलीट ना हो इसलिए मैं अपने दूसरे अकाउंट पे भेजने लगा लेकिन गलती से मैंने वो फोटो राकेश को भेज दिये.)
मैं – नहीं ये बस मेरे लिये है.
अब इतना हॉट माल मेरे सामने खड़ा था तो मेरा लंड भी खड़ा हो गया. मैंने अपने कपड़े उतारे और अपना लंड बाहर निकल के बैठा वो मेरे ७ इंच के लंड को देख के घूरने लगी लेकिन बाद में होश में आ गई.
विशाखा आंटी – देखो अब हो गया, मैं जाती हूँ.
मैं – चली जाना पहले मेरा लंड चूसिये फिर चली जाना.
आंटी – पक्का ना.
मैं – हा पक्का.
आंटी – लेकिन मैंने इतना बड़ा लंड कभी लिया नहीं है.
मेरे सामने वो अपने घुटने पे बैठी और मेरा लंड चूसने लगी Sluurrpppp slurrrpppp. उनके मुँह में आधा ही लंड जा रहा था. ५ मिन लण्ड चूसने के बाद मैं खड़ा हुआ और उनका मुँह पकड़ के अपने लंड पे अंदर बाहर करने लगा Aaaukkkk aaauakkk ऐसी आवाज़े आने लगी. इतने में मुझे राकेश का कॉल आया. “Padosan Group Sex”
राकेश – अबे कौन है ये राँड, किसका फोटो भेजा तूने, ग़ज़ब माल है.
मैं – तुझे बताता हूँ रुक.
मैंने मेसेज पे भेजा कि मेहूल की माँ है, मेरे घर पे आंटी मेरा लंड चूस रही थी, ५ मिन बाद मैंने आंटी को सोफ़े पे बिठाया और उनकी चूत चाटने लगा.
आंटी – ummmm लेकिन uummm आह मुझे घर जाना है ना आह ummmm.
मैंने कुछ भी सुना नहीं और अपनी जीभ आंटी की चूत में फेरने लगा Aaaahh aaahhhh.
आंटी – आह, मत करो ना ummmm.
आंटी की चुत पूरी गीली हो चुकी थी. मैंने आंटी को खड़ा किया और उनकी चूत के पास मेरा लंड लेके गया और बाहर ही फेरने लगा. अब वो माना नहीं कर रही थी.
आंटी – aaahh अब तड़पाओ मत, आह, अंदर डाल दो ना.
ये सुनके मैं जोश में आ गया और अपना लंड अंदर डाल दिया. उनकी चीखे निकालने लगी.
आंटी – आह मर गई aaaahhhhh aaaaaahhhhh दर्द हो रहा है.
फिर मैं धीरे धीरे करने लगा, आंटी अभी भी चिल्ला रही थी.
आंटी – आह आह आईआईईई तेरा लंड कितना बड़ा है आह, मैंने २५-३० सालों में इतना बड़ा लंड नहीं लिया आह.
मैं धीरे धीरे धक्के बढ़ाता गया और वो चीखती रही. इतने दरवाज़ा खुला और राकेश और विकी अंदर आ गये. उन दोनों की आँखें खुली की खुली रह गयी.
विकी – अबे मेहूल की बीवी के बाद उसकी माँ भी.
राकेश – भाई प्लीज़ हमे भी मौक़ा दो ना, क्या मस्त औरत है.
उधर आंटी भी चौक गई.
आंटी – ये मैं कोई रण्डी थोड़ी हूँ.
मैं – वो जो फोटो मैंने निकाले है ना, वो इसी को भेजे है.
राकेश – मैं वो फोटो सबको दिखा दूँगा.
मैं – ५ मिनट् रुको तुम दोनों उधर.
और मैं आंटी को धक्के लगाते रहा ५ मिनट् तक वो चिल्ला रही थी aaahhhhh भोसड़िके, मैं क्या तेरे मोहल्ले की रण्डी हूँ क्या, जो भी आ रहा है मुझे चोदने कि बाते कर रहा है. मैंने अपने पति के अलावा किसी का लंड नहीं लिया था आज तक मैंने आंटी की चूत के अंदर पूरा पानी डाल दिया और राकेश और विकी को इशारा किया.
वो दोनों विशाखा आंटी को लेके दूसरे कमरे में गये वहाँ जाके दोनों उससे चोदने लगे. अंदर से बस चिल्लाने की आवाज़े आने लगी Aaaaahhhhh aaaahhhh मर गई रे aahhhh चोदते रहो मादरचोदों, aaahhhh मेरा पति चुतिया है, आज सही मज़ा आ रहा है aaahhhhh चोद भोसड़िके. “Padosan Group Sex”
इधर मैंने रसिका को फ़ोन किया और मेरे घर बुलाया वो मेरे घर आयी. और आते ही मुझपे कूद पड़ी मैं नंगा ही था, उसने मुझे किस किया और फिर नीचे मेरा लंड चूसने लगी. उसका बाक़ी कही पे ध्यान ही नहीं था ५ मिनट तक मेरा लंड चूसने के बाद.
रसिका – अंदर कौन है?
मैं – जाके देखो.
उसने दरवाज़ा खोला तो देखा राकेश और विकी उसकी सासु माँ विशाखा को चोद रहे थे. वो मेरे पास आयी.
रसिका – ये साली राँड इतनी चुदक्कड़ है क्या? घर में तो सती सावित्री बन के रहती है.
मैं – उसको छोड़ो, अपना काम करते है.
मैंने उसे सोफ़े पे बिठाया और उसकी चूत में जीभ अंदर बाहर करने लगा Ummmmm ummmmm मैं कबसे तुम्हारे पास आने के लिए बेताब थी Aahhhh. मैंने २-३ मिनट तक ऐसा किया और दोनों हाथों से रसिका को उठाया और मेरे लंड पे बिठाया और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा वो चिल्लाने लगी.
रसिका – aaahhhhh aaahhhhh praashhhh धीरे धीरी आह्ह मेरी चूत मम्मी मम्मी aaahhhh.
मैं रुका नहीं ५ मन बाद पोजीशन चेंज कर ली. मैंने उसका मुँह दीवार की तरफ़ किया और पीछे से चोदने लगा Aaahhhhh aaaiiiiii. १० मिनट बाद रुका और उसको घुटने पे बिठाया और पूरा रस उसके मुँह पे छिड़काव किया. मैंने अंदर जाके देखा तो राकेश विशाखा आंटी की गाँड़ मार रहा था और विकी का लंड आंटी के मुँह में था. ५ मिन बाद आंटी कमरे से बाहर आई, रसिका सोफ़े पे नंगी बैठी थी. “Padosan Group Sex”
आंटी – बहू मुझे लगता है तू सही है.
मैंने आज तक ऐसी चुदाई कभी नहीं की थी (मेरे लंड पे हाथ रखा) तुम्हारे ससुर का लंड इससे आधा भी नहीं है और वो मुझे चोदता भी नहीं था ठीक से आज तो मज़ा आ गया. राकेश और विकी ने कपड़े पहने और वो चले गये घर पे अपने अपने और विशाखा आंटी अपनी बहू रसिका को लेके चली गई. २ दिन बाद मुझे कॉल आया.
विशाखा आंटी – रात को हमारे साथ खाना खाओगे.
मैं – हाँ क्यों नहीं.
विशाखा आंटी – ठीक है तो रात को ८ बजे हमारे घर पे आ जाना.
मैं रात को ८ बजे उनके घर गया घंटी बजायी, रसिका ने दरवाज़ा खोला और अंदर आने का इशारा किया मैंने जोश जोश में उसकी गाँड़ दबाए. लेकिन अंदर जाके देखा तो मेहूल का बाप, उसकी माँ विशाखा आंटी, मेहूल सब थे मैं चौक गया.
उसके बाप को कुछ पता नहीं था शायद तो मुझसे हस हस कर बाते करने लगे इधर उधर की बारे हुई मेहूल तो मुझसे नज़र भी नहीं मिला रहा था. थोड़ी देर बाद खाना परोसा गया फिर सब साथ में गप्पे मारते हुए खाना खाने लगे. विशाखा आंटी और रसिका मुझे ही हस के देख रही थी खाना ख़त्म हुआ, थोड़ी गप्पे मारने लगे. विशाखा आंटी मुझे अंदर आने का इशारा करने लगी. “Padosan Group Sex”
मैं – मैं ज़रा वाशरूम जाके आता हूँ.
अंदर गया, और किचन की तरफ़ घुस गया.
विशाखा आंटी – प्राश, तुम्हें खाना खाने के लिए नहीं मज़े करने के लिए बुलाया है अभी मेरे पति सोने वाले है, क्यूकी उनको डॉक्टर ने जल्दी सोने को बोला है और वो जो दवाई लेते है उसमे नींद की भी दवाई होती है और मेहूल को मैं सम्भाल लेती हूँ. थोड़ी देर बाद मेहूल का बाप सोने चला गया.
विशाखा आंटी – मेहूल,जरा मेहमान के लिये पान लेके आओ, और सुनो, तारा पान के लेके आओ, यह कही आसपास का मत लाना वो अछा बनाते है.
मेहूल निकल गया अब बस मैं, रसिका और विशाखा आंटी ही थे. हम तीनों बेडरूम में चले गये मैं वहाँ कपड़े निकाले के लेट गया. विशाखा आंटी मेरे मुँह पे बैठी और मैं उनकी चूत में जीभ फेरने लगा वो ummmmm ummmm aaahhh करने लगी और रसिका मेरा लंड चूसने लगी sluurppp slurrppp.
मैंने आज तक ऐसी जन्नत कही नहीं देखी थी. मेरे मुँह में झड़ने के बाद विशाखा आंटी उठी और मेरा लंड चूसने लगी और रसिका मेरे मुँह पे आके बैठ गई. ५-६ मिनट बाद मैं उठा तो रसिका को अपने लंड पे बिठाया और धक्के मारने लगा और रसिका विशाखा आंटी की चूत में उँगली करने लगी Aaahhhhh aaahhhhh प्राश चोदो aahhhhhh.
उधर विशाखा आंटी ummmmm ummmmm कर रही थी. मैंने १० मिनट तक रसिका को चोदा अब रसिका बग़ल में लेट गई. और विशाखा आंटी को मैंने पकड़ के दीवार की तरफ़ मुँह करके खड़ा किया और पीछे से चोदने लगा Aaahhhhh aaahhhhh प्राश aaahhhh रण्डी हूँ मैं तेरी तू बस चोदता जा. ४-५ मिन धक्के खाने के बाद बेडरूम का दरवाज़ा खुला, मेहूल खड़ा था वहाँ ये सब देख के मेहूल तो पागल सा ही हो गया.
मेहूल – माँ तुम भी, कमसे कम तुम तो ऐसा मत करो.
वो मेरी तरफ़ बढ़ा लेकिन मैंने उसे धमकी दी.
मैं – अबे ओय भोसड़िके, चुप चाप वही पे खड़ा रह जा, वरना अंजाम बुरा होगा.
रसिका आयी और उसने मेहूल को धक्का दिया वो वही पे दरवाज़े पे बैठ गया.
विशाखा आंटी – ahhhhhh सॉरी बेटा, लेकिन मैंने आज तक ऐसी चुदाई नहीं की है उफ़ , तेरे पापा की वजह से आज तक मैं असंतुष्ट थी, प्राश ने मुझे चरमसुख दिया है aaahhhhh aaaaaaaaa.
मैंने उन दोनों को कमसे कम १ घंटे तक उसी के बेडरूम में चोदा और मेहूल देखता ही रहा रसिका और उसकी साँस – विशाखा आंटी भी मेरे लंड की ग़ुलाम बन गई है, मैं जब भी चाहु उन दोनों रंडियों को चोदता हूँ, विशाखा आंटी तो अपने घर चली गई थी लेकिन हर महीने यहाँ आती रहती है. “Padosan Group Sex”
एक बार तो मेहूल के बाप ने विशाखा आंटी को मुझे चुदाई करते हुए पकड़ लिया था लेकिन उसको अल्ज़ाइमर मतलब भूलने की बीमारी है, तो कुछ फ़र्क़ नहीं पड़ा, वैसे नहीं होती उसको बीमारी तो भी क्या फ़रक पड़ता, अब दोनों रंडिया कभी कभी साथ में भी मुझसे चुदाई करती है, मेरी तो लाइफ सेट कर दी, इन दोनों रंडिया उर्फ़ सास बहू ने. तो कैसी लगी आपको ये स्टोरी ज़रूर बताइए feedback – [email protected], insta- @praash.patil