अनजान औरत अपना जिस्म दिखा कर मुझे चोदने पर मजबूर किया

2020 Sexy Aurat Ki Chudai, Hotel Me Sex, Mastaram Ki Kahani, दोस्तों यह बात आज से करीब 6 महीने पहले की है, जब मुझे अपने ऑफिस के काम से एक हफ्ते के लिए अहमदाबाद जाना पड़ा तो में वहां पर एक बड़ी होटल में ठहरा हुआ था और वहां पर एक शादीशुदा जोड़ा भी ठहरा हुआ था, जिसका रूम ठीक मेरे रूम के सामने ही था. अनजान औरत अपना जिस्म दिखा कर मुझे चोदने पर मजबूर किया.

दोस्तों वो भाभी दिखने में बहुत सुंदर थी और मेरी नजर पहली बार में ही उनसे हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं हुई. वो बहुत ही आकर्षक थी और रात को में स्विमिंग पूल में नहाने चला गया तो वहां पर वो जोड़ा भी था. उसकी बीवी बहुत ही गोरी, आकर्षक, सुंदर थी और उसने टी-शर्ट और नीचे बरमूडा पहना हुआ था.

वो उसकी टी-शर्ट उसके बदन से बिल्कुल चिपकी हुई एकदम टाईट थी, जिसकी वजह से उसके सुडोल बड़े आकार के बूब्स बिल्कुल साफ दिख रहे थे. और उसकी उस टाईट टी-शर्ट की वजह से उसके निप्पल वाला हिस्से पर भी टी-शर्ट एकदम खिंची हुई थी, जिसकी वजह से उसके निप्पल भी बाहर से साफ दिख रहे थे और वो बहुत ही आकर्षक द्रश्य था.

दोस्तों में कुछ देर दूर से खड़े होकर देखने लगा और मज़े लेने लगा. उसके बाद में उनके पास चला गया और मैंने अपनी शर्ट को उतार दिया और अब मैंने नीचे अंडरवियर पहनी हुई थी. मेरे गठीले दमदार बदन को देखकर वो मुझे अपनी चकित नजरों से देखती ही रह गयी. लेकिन में भी लगातार अपनी खा जाने वाली नजरों से उसके बूब्स की तरफ ही देख रहा था और वो मेरी छाती की तरफ देख रही थी.

तभी अचानक से हम दोनों ने एक दूसरे की तरफ अपनी नजरे मिलाकर देखा तो वो मुझे देखकर मेरी तरफ मुस्कुराई, क्योंकि उसको पता चल गया था कि में उसके बूब्स को देख रहा था.

में उसकी तरफ देखते हुए नहाने के लिए स्विमिंग पूल में उतरने लगा, लेकिन में एक दो कदम नीचे उतरकर वहीं पर रुक गया. फिर तभी मैंने देखा कि उसने अपने पति को कुछ कहा, जिसके बाद उसका पति मेरे आ गया और वो मुझसे बातें करने लगा और तब उसने मुझे अपना नाम मुकेश बताया और वैसे उसका पति बहुत हंसमुख स्वभाव का था.

थोड़ी देर हंसी मजाक करने के बाद हम दोनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गयी और अब में उसकी पत्नी को भाभी कहने लगा था और उसकी पत्नी अब मेरे बहुत करीब आ गई थी, जिसकी वजह से मुझे उसके गोलमटोल बड़े आकार के बूब्स देखने में बहुत मज़ा आ रहा था.

मेरी नजरे उसकी छाती से एक पल भी हटने को तैयार नहीं थी, इसलिए में लगातार उसके बूब्स को घूर घूरकर देखता रहा. तभी उसके पति ने मुझे देख लिया और वो भी मेरी तरफ मुस्कुराया दोस्तों तब मुझे बड़ा अजीब सा लगा कि में उसकी पत्नी के सेक्सी बदन को घूर रहा हूँ, लेकिन उसने मुझे कुछ भी क्यों नहीं कहा? और बल्कि वो तो मेरी तरफ मुस्कुरा रहा था.

अब मैंने मुकेश को कहा कि यार मुझे तो तैरना ही नहीं आता क्या तुम्हे आता है और अगर आता है तो क्या तुम मुझे तैरना सिख़ाओगे? तो मुकेश ने मुझसे कहा कि यार वैसे तो मुझे भी अच्छी तरह से तैरना नहीं आता, लेकिन हाँ मेरी पत्नी नैना को तैरना बहुत अच्छी तरह से आता है.

दोस्तों तब मुझे पता चला कि उसकी पत्नी का नाम नैना था और अब वो मुझसे कहने लगा कि मेरी पत्नी तुम्हे तैरना जरुर सिखा देगी. में तो उसके मुहं से यह बात सुनकर बड़ा खुश हो गया मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था. उस समय नैना भी मेरे पास में ही खड़ी हुई थी, उसने हम दोनों की बात को सुनकर तुरंत कहा कि हाँ ठीक है में तुम्हारा यह काम कर दूंगी वो भी बड़ी खुश हो गयी.

अब उसने अपने दोनों हाथ मेरे नीचे रख दिए तब मैंने महसूस किया कि उसके हाथ बहुत मुलायम थे. और उसका एक हाथ मेरी छाती पर था और दूसरा मेरी जाँघो पर थे और अब मुझसे बिल्कुल पास आने की वजह से उसके बूब्स मेरे दोनों हाथों को छु रहे थे.

तब मैंने महसूस किया कि उसके वाह क्या मस्त मुलायम मखमल जैसे बूब्स थे. कभी कभी वो अपना हाथ मेरी छाती पर भी फेर देती तो कभी उसका हाथ मेरे लंड को छु जाता. जिसकी वजह से मेरा लंड तो एकदम तनकर खड़ा हो चुका था. और कुछ देर के मज़े मस्ती करने के बाद रात हो गयी. हम अपने अपने रूम में चले गए और में उसको सोचकर उसके नाम की मुठ मारकर सो गया.

दूसरे दिन सुबह करीब 8:30 बजे मेरे रूम की घंटी बजी उसकी आवाज को सुनकर में उठा. और मैंने दरवाजा खोलकर तो मेरे सामने नैना भाभी खड़ी थी उस समय उन्होंने मेक्सी पहनी हुई थी. वो क्या मस्त हॉट सेक्सी सुंदर नजर आ रही थी.

में दरवाजे पर खड़ा लगातार उनको देखता रहा मुझे लगा वो एक सपना है, लेकिन उन्होंने मुझे छुकर पूछा क्यों ऐसे क्या देख रहे हो? और वो मुस्कुराई तब मुझे होश आ गया और अब वो मुझसे कहने लगी कि हमारे रूम में गरम पानी नहीं आ रहा है, क्या में आपके बाथरूम को काम में ले सकती हूँ मुझे नहाना है?

अब मैंने उसकी आखों में अपनी आखें डालकर कहा कि हाँ क्यों नहीं? आप जाकर नहा लीजिए मुझे तो आपकी मदद करने में बहुत ख़ुशी होगी. दोस्तों उसकी वो मेक्सी दो हिस्से में थी मेरे मुहं से हाँ का जवाब सुनकर उसने उसी समय मेरे ही सामने अपनी मेक्सी के एक हिस्से को उतार दिया. दोस्तों में तो उसके गोरे बदन को अपनी चकित नजर से देखता ही रह गया.

उसने उस समय अपनी मेक्सी के अंदर ब्रा भी बड़ी टाईट पहनी हुई थी. और उसकी मेक्सी में से ऊपर उसके बूब्स से ऊपर का हिस्सा खुला था, जिसकी वजह से उसके बूब्स उस मेक्सी से बाहर उभरकर नजर आ रहे थे. दोस्तों उसके वाह क्या मस्त गोरे गोरे हाथ थे और घुटनों के नीचे वाला हिस्सा भी खुला हुआ था उसके पैर भी बहुत गोरे, चिकने, भरे हुए थे.

में तो उसकी उस सुन्दरता को देखता ही रह गया. और फिर वो कुछ देर बाद अपनी गांड को मटकाती हुई बाथरूम में चली गयी, और उसके चले जाने के बाद में अपने लंड को मसलता, सहलाता हुआ थोड़ी देर बाद दरवाजे के एक छेद से में अंदर झाककर देखने लगा. वो उस समय ब्रा, पेंटी में खड़ी हुई थी और उसका क्या मस्त सुंदर बदन था?

उसके बड़े बड़े बूब्स उस ब्रा में समा भी नहीं रहे थे मेरा तो लंड एकदम से तनकर खड़ा हो गया. उसकी जांघे, गोरा बदन पूरा भरा हुआ था में तो उसको देखते हुए अपने एक हाथ से मुठ भी मारने लगा. पानी में ब्रा गीली होने की वजह से उसके निप्पल भी अब साफ साफ दिखाई देने लगे थे. वो अपने पूरे बदन को अपने हाथ से मसल रही थी अपने गोरे बदन पर पानी डालकर अच्छे से मल मलकर धो रही थी, अपने नाजुक बदन को बड़े ही धीरे से छुकर नहा रही थी. जो उस समय एकदम काम की देवी नजर आ रही थी.

थोड़ी देर के बाद वो बाथरूम से बाहर निकल गई, उसने उस समय अपने गोरे आकर्षक बदन पर सिर्फ़ एक टावल लपेट रखा था. में तो पागलों की तरह उसको देखता ही रह गया मेरी आखें फटी की फटी रह गई. उसने उस टावल को अपने निप्पल के थोड़े ऊपर बाँध रखा था जिससे कि उसके आधे बूब्स उस टावल के बाहर दिख रहे थे.

लेकिन उतने में मुकेश भी आ गया क्योंकि उसको भी अब स्नान करना था और इसलिए मुकेश आते ही सीधा बाथरूम में चला गया. नैना ने मुझसे कहा कि क्या आप मेरे साथ रूम में आएगे, मुझे अकेले में डर लगता है? मैंने कहा कि हाँ क्यों नहीं चलिए और अब में उसके रूम में चला गया.

वो अभी भी सिर्फ़ टावल में ही थी, नैना अब ड्रेसिंग टेबल के सामने बैठ गई और वो अपने गोरे मुलायम हाथों पर लोशन लगाने लगी. उसके बाद वो वहां से उठकर सीधा बाथरूम में चली गयी जब वो बाहर निकली तो मैंने देखा कि उसने ऊपर सिर्फ ब्रा पहनी हुई थी, और टावल को अपनी कमर के नीचे बाँध रखा था. और फिर वो दोबारा ड्रेसिंग टेबल पर आकर बैठ गयी और तब उसने मुझसे कहा क्या ज़रा तुम मेरी पीठ पर यह लोशन लगा दोगे?

में तो उसके मुहं से उसकी पीठ को छूने वाली बात को सुनकर ही खुश हो गया, क्योंकि में भी उसको अब छुकर महसूस करना उसके मज़े लेना चाहता था. और अब में उसके पीछे जाकर उसकी गोरी, गरम पीठ पर लोशन लगाने लगा, उसकी वाह क्या मुलायम पीठ थी? मेरा लंड तो उसको छुकर ही पूरी तरह से कड़क हो गया था.

में धीरे धीरे से उसकी पीठ पर लोशन लगा रहा था उसको भी बहुत मज़ा आ रहा था. उसकी आँखे बंद हो चुकी थी, वो मेरे साथ पूरी तरह से मज़ा ले रही थी. वो खड़ी हो गयी अब मैंने आगे की तरफ से उसके मुलायम पेट पर लोशन लगाना शुरू कर दिया. में तो उस समय जोश में आकर बहुत ही कामुक हो चुका था वाह क्या गहरी नाभि थी.

में तो उसकी नाभि पर हाथ फिरा रहा था और लोशन लगा रहा था. मेरा तो मन कर रहा था कि में उसकी गहरी नाभि में ही उसी समय अपना लंबा लंड घुसा दूँ. क्योंकि उसकी लंबी और गहरी नाभि थी वो बिल्कुल चूत की तरह लग रही थी. नैना एकदम मदहोश हो चुकी थी उसके मुहं से मोन करने की धीरे धीरे आवाज़ भी आ रही थी.

तभी मुकेश नहाकर आ गया उसने मुझे उसकी पत्नी के बदन पर लोशन लगाते हुए देख लिया. में तो अचानक से उसको देखकर बिल्कुल घबरा गया था, मेरी सांसे ऊपर की ऊपर और नीचे की नीचे ही रह गई थी. लेकिन उसने मुस्कुराते हुए मुझसे पूछा क्या लोशन लगा रहे हो? लेकिन में कुछ नहीं बोला और में चुपचाप बेड पर बैठ गया, और फिर थोड़ी देर बातें करके में अपने रूम में वापस चला गया.

दोस्तों अब मेरे दिमाग़ में तो बस नैना का वो बदन जो कुछ समय मेरे हाथों में था, उसी के विचार बार बार आ रहे थे और मुझे मेरी आँखो के सामने नैना का नंगा बदन ही दिख रहा था. में बहुत जोश में आ चुका था. इसलिए मैंने उसको सोचकर एक बार मुठ भी मार ली जिसकी वजह से मेरा लंड शांत होकर आराम करने लगा.

लेकिन अब तो मेरा दिमाग उस सही मौके की रह देख रहा था, जिसका में पूरी तरह से फायदा उठा लूँ. और अब मैंने मन ही मन में सोच लिया था कि में अब नैना की चुदाई करके ही रहूँगा, और यह बात सोचकर ना जाने कब में गहरी नींद में सो गया. “अनजान औरत अपना जिस्म”

दूसरे दिन जल्दी सुबह घंटी बजी और मैंने दरवाजा खोलकर देखा तो मुकेश और नैना मेरे रूम में आ गए. और अब मुकेश मुझसे कहने लगा कि यार मुझे एक ज़रूरी काम आ गया है, इसलिए में आज पूरा दिन बाहर रहूँगा. तुम ज़रा नैना का ध्यान रखना उसको अकेले रहने में डर लगता है, और तुम साथ में रहोगे तो मुझे इसकी तरफ से कोई भी चिंता नहीं होगी.

दोस्तों में तो उसकी वो बात सुनकर एकदम खुश हो गया, और मैंने मुकेश से कहा कि तुम इस बात की बिल्कुल भी फिक्र मत करो, में इनका पूरा ध्यान रखूंगा. फिर मैंने देखा कि नैना अपने साथ में टावल भी लाई थी और मुकेश के चले जाने के बाद वो स्नान करने की तैयारी करने लगी.

मैंने उससे कहा कि भाभी आप बहुत ही सुंदर हो और आपका बदन बहुत ही गोरा मुलायम है, जिसको देखकर हर कोई आपका दीवाना हो सकता है. फिर वो मेरी बात को सुनकर हंसने लगी और फिर बोली कि आप भी तो कोई कम नहीं हो, और आपका यह बदन भी तो बहुत ही अच्छा दमदार भी है.

अब मैंने उनसे कहा कि मेरी इतनी तारीफ करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद. और में तो हर रोज तेल से मालिश करके ही स्नान करता हूँ और उससे हमेशा चमड़ी अच्छी चमकीली स्वस्थ रहती है. नैना ने कहा कि हाँ ठीक है, तो में भी आज से ऐसा ही करती हूँ और में देखती हूँ कि इसका क्या असर होता?

फिर उसी समय मैंने उससे कहा कि अभी मुझे भी स्नान करना बाकी है, और इसलिए में आपके शरीर की तेल लगाकर मालिश कर देता हूँ और आप मेरी मालिश कर दीजिए. दोस्तों वो तुरंत ही हाँ ठीक है कहकर मेरी बात को मान गई और शायद उसके मन में भी यही विचार था, जो में उसके बारे में उसकी चुदाई के बारे में सोच रहा था. “अनजान औरत अपना जिस्म”

शायद वो भी मुझसे यही सब चाहती थी, लेकिन वो आगे होकर मुझे अपने मन की बात को बताने से थोड़ा झिझक रही थी. अब उसने मेरी तरफ मुस्कुराते हुए मुझसे कहा कि में पहले आपकी मालिश करती हूँ. और मैंने कहा कि हाँ ठीक है और मैंने जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए. में सिर्फ़ में अंडरवियर पहने हुए था और वो मेरे बिना कपड़ो के बदन की तरफ देखकर बोली कि वाह क्या मस्त शरीर है? फिर उसने एक हाथ में तेल लिया और मेरे हाथों पर लगाने लगी.

उसके हाथ का स्पर्श होते ही मेरा लंड तो एकदम टाइट हो गया. उसके वाह क्या मुलायम हाथ थे, मुझे स्वर्ग का अनुभव हो रहा था? वो धीरे धीरे मेरी छाती पर तेल लगाने लगी और मेरे निप्पल पर भी तेल लगाने लगी और निप्पल को पकड़कर उसको मसलने लगी. दोस्तों अब तो मुझसे रहा नहीं जा रहा था और में बिल्कुल पागल हो गया था.

उसने मेरे पैर पर तेल लगाना शुरू किया और वो धीरे धीरे मेरी जाँघो तक पहुंच गयी. मेरा लंड तो अंडरवियर को फाड़कर अब बाहर आने की कोशिश कर रहा था और नैना ने मेरा टाइट लंड देखा और अंडरवियर के ऊपर से उस पर हाथ फिराने लगी. जिसकी वजह से मेरे मुहं से आवाज़ आने लगी आह्ह्ह्हह वाह नैना बहुत मज़ा आ रहा है. फिर अंडरवियर में से बाहर निकले लंड को देखकर उसकी आँखे फटी की फटी रह गयी और वो बोली कि तुम्हारा लंड तो कितना बड़ा और तगड़ा भी है. “अनजान औरत अपना जिस्म”

फिर उसने मेरे लंड पर भी तेल लगाना शुरू कर दिया और मेरे लंड की चमड़ी को नीचे हटाकर लंड का टोपा बाहर निकाला और उस पर भी तेल लगाया. फिर उसके बाद थोड़ा अपने हाथ में तेल लिया, और फिर मेरे लंड को हाथ में ले लिया और मेरे लंड की मुठ मारने लगी.

मेरे मुहं से तो आवाज़ आ रही थी मेरी रानी अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह वो अब मेरे पूरे बदन को मसल मसलकर मसाज कर रही थी. फिर मैंने उसके पूरे कपड़े उतार दिए वाह क्या मस्त बदन था. गोरे गोरे बड़े बड़े बूब्स और उसके कूल्हे जिनको देखकर में तो बिल्कुल दंग रह गया. इतना सुंदर बदन मैंने पहले कभी नहीं देखा था.

फिर मैंने तेल हाथ में लेकर उसके हाथ पर उसके बाद उसके दोनों बूब्स पर एक साथ एक एक हाथ से लगाना शुरू किया, और उसके बूब्स को अपने दोनों हाथों से मसल रहा था. उसके बूब्स चमक रहे थे और फिर मैंने उसकी निप्पल को अपने हाथ में लिया और मसलना शुरू किया.

उसके बाद मैंने उसकी निप्पल को भी चूसना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से उसके मुहं से आवाज़ आ रही थी उईईईईईइ माँ आह्ह्हह्ह्ह्ह चूसो और ज़ोर से चूसो, वाह मज़ा आ गया, तुम बहुत अच्छा चूसते हो आह्ह्हह्ह थोड़ा ज्यादा ज़ोर लगाओ. मैंने उसके दोनों पैरों पर तेल लगाना शुरू किया और उसकी भरी जांघो पर भी तेल लगाया और मसलना शुरू किया, वाह क्या मस्त जांघे थी भारी भारी गोरी मखमल जैसी? “अनजान औरत अपना जिस्म”

मैंने उसके बूब्स पर तेल लगाया और उसके निप्पल पानी पानी हो गए थे. तभी उसकी चूत चिकनी होने से मेरी उंगली उसकी चूत में फिसलकर घुस गयी और उसके मुहं से आवाज़ निकल गयी ऊहह आईईईइ. फिर मैंने अपनी एक उंगली को उसकी चूत में लगातार अंदर बाहर करना शुरू किया और साथ में उसकी चूत को चाटने लगा.

अब वो मेरे चाटने से पूरी मदहोश हो चुकी थी और उसकी आँखे धीरे धीरे बंद होने लगी थी. उसकी साँसे तेज चल रही थी. अब मैंने उसको पूरी नंगी करके उसको अपनी गोद में उठा लिया और फिर में उसको सीधा बाथरूम में ले गया. वहां पर हम दोनों ने एक दूसरे को मज़े मस्ती करते हुए नहलाया और फिर एक दूसरे को टावल से साफ भी किया.

उसके बाद मैंने उसको अपनी गोद में उठाकर कमरे में लाकर बेड पर लेटा दिया. उसके बाद मैंने उसकी चूत को बहुत चूसा और अपनी जीभ को अंदर तक डालकर उसको चोदा. और उसके बाद मैंने अपना 6 इंच का लंड उसकी चूत में डाल दिया और उसको धीरे धीरे धक्के देने लगा.

जिसकी वजह से उसके मुहं से आवाज़ आने लगी ऊईईईईईइ माँ उह्ह्ह्ह्ह्छ वाह मुझे बहुत मज़ा आ रहा है, हाँ ऐसे ही ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाओ. वाह तुम्हे तो सभी काम बहुत अच्छी तरह से आते है, हाँ तुम ऐसे ही धक्के देकर चोदते रहो उफ्फ्फफ्फ्फ़ ऐसे ही लगे रहो. दोस्तों अब उसका झड़ने का समय आ गया और वो कुछ ही देर में झड़ गयी. “अनजान औरत अपना जिस्म”

अब में भी बहुत तेज़ी से धक्के देने लगा और फिर मेरा सफेद पानी उसकी चूत की गहराईयों में निकल गया. तभी उसका पति आ गया और उसने हम दोनों को चुदाई करते हुए उस नंगी अवस्था में देख लिया. में तो अचानक से उसको अपने सामने देखकर घबरा गया. लेकिन उसने मुझसे कहा कि कोई बात नहीं, तुम मुझसे बिल्कुल भी मत डरो, में जानबूझ कर आज बाहर गया था.

ताकि आप दोनों को ऐसा एकांत मिले और इस काम को करने का मौका असली मज़ा मिले. और असल बात यह है कि हम दोनों को हमारी शादी के इतने साल गुजर जाने के बाद भी कोई बच्चे नहीं हो रहे थे. क्योंकि मैंने एक डॉक्टर से अपनी बीमारी की पूरी जानकारी ली और तब उन्होंने मुझे बताया कि मेरे वीर्य में बच्चे पैदा करने वाले शुक्राणु की कमी है.

और टेस्ट-ट्यूब बेबी में बहुत खर्च होता है इसलिए जब आपको देखा तो मेरी पत्नी के दिमाग़ में एक विचार आया और आप उसको बहुत दमदार अच्छे लगे. इसलिए उसने आपसे चुदाई करवाई और मैंने हम दोनों के नाम और पते भी आपको ग़लत बताए है. मैंने कहा कि कोई बात नहीं आज के बाद हम एक दूसरे से कभी मिलने की कोशिश नहीं करेंगे. और इतना कहकर में अपनी चुदाई को पूरी पूरी तरह से संतुष्ट करके अपने कपड़े पहनकर अपने कमरे में आ गया. और अगले दिन हम अपने अपने घर चले गये.

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