मुझे दमदार मर्द इसलिए पसंद है क्यों की वो जयादा जबरदस्त चुदाई कर पाते है। उस रात मैं अपनी दोस्त के साथ क्लब गई थी। बस वहा मेरा पाला एक अनजान लड़के से हो गया। वो मेरे पास आया और मुझे डांस के लिए पूछने लगा तो मैंने मना कर दिया। तभी मेरी दोस्त ने कहा अबे जा न पहली बार तो कोई ऐसे बोला है मना मत कर। Night Party Sex
अब अपनी दोस्त की बात मान कर मैं उसके साथ डांस करने लगी बाद मैं मुझे वो लड़का काफी अच्छा लगा तो मैं ये सोचने लगी की इसका लिंग केसा होगा ? उसके बाद हमने काफी मजे किये और उस लड़के ने मुझे अपनी गाड़ी में बैठाया और कहा मैं तुम्हे घर छोड़ देता हूँ।
बस लड़के की अमीरी देख मैं वही उसपे फ़िदा हो गई। अचानक मैं उसकी गाड़ी में बैठी बैठी कामुक हो गई और उसे कंधे पर सहलाने लगी। अब वो तो लड़का था और लड़के कभी चुदाई का मौका छोड़ते नहीं। हम दोनों एक दूसरे हो वासना से भरी आँखों से देखने लगे और चुदाई के लिए अपना मूड बनाने लगे।
मैंने कहा – तुमने तो मुझे अपना नाम भी नहीं बताया !!
लड़का – मेरा नाम प्रथमेश है !!
हमने कुछ देर और यहाँ वहा की बाते की और उसके बाद प्रथमेश मुझे होठो पर चूमने लगा। उसने मुझे इतने जोर से अपनी तरफ खींचा की मैं डर गई। प्रथमेश मेरे मुँह को अपने दोनों हाथो से पकड़ कर मुझे चाटने चूमने लगा।
अब मैं करती भी तो क्या करती मैंने भी उसका साथ देना शुरू कर दिया। मैं अपने दोनों पैर चिपका कर बैठी थी और वो मुझे घर जगह चूमने लगा। तभी उसने अपना सीधा हाथ मेरी जांघो के बीच घुसाने की कोशिस की। मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे पीछे हटने को कहा।
प्रथमेश – क्या हुआ ?
कीर्ति – नहीं अभी नहीं !!
प्रथमेश हस कर बोला – क्या हुआ अब तो हम वो है ना ?
कीर्ति – वो का क्या मतलब है ?
प्रथमेश – मतलब अहम्म्म्म छोड़ो।
उसने मुझे फिर पकड़ा और मेरी गर्दन को चूमने लगा। बस उसी पल मेरी योनी ने अपनी होड़ दिया। मैं कामुक हो गई और अपनी जीन्स के ऊपर से अपनी योनी को दबाने लगी। मेरी जंघे और स्तन बेटे और नरम थे जिस वजह से प्रथमेश को उन्हें सहलाने और दबाने में मजा आने लगा।
कामुक होने के बाद मेरी दोनों चूची खड़ी हो गई और संदर मेरे कपड़ो में हाथ डालने लगा। उसने अपना हाथ मेरी कमीज़ में घुसाया और किसी तरह मेरी टाइट ब्रा में हाथ डाल कर मेरी दोनों मोटी चूची दबाने लगा। उसकी हरकतों से लग रहा था जैसे वो काफी हवसी है और उसने पहली बार किसी लड़की के स्तन हाथो में लिए है। पर मैं भी क्या करती कामुक तो मैं भी काफी थी।
हम क्लब के बाहर ही गाड़ी में एक दूसरे का चूमने लगे और आते जाते लोग हमे देखने लगे। उस पल मुझे किसी का कोई फर्क नहीं पड़ रहा था पर अब जब वो रात याद आती है तो मेरा शर्म से मुँह लाल हो जाता है। अगर आज भी वो लड़का मेरे साथ बैठा होता तो मैं भी हर दिन लॉकडाउन में जबरदस्त चुदाई करती।
अब हमारी सेक्स की भूख इतनी बाद है की मैं उसके लिंग पर हाथ रख कर उसे सहलाने लगी और वो मेरी जीन्स में हाथ दाल कर मेरी चुत में ऊँगली करने लगा। पहले तो मुझे लगा की उसका लंड अभी पूरी तरह नहीं फुला पर जब बाद में उसने अपने लंड को बाहर निकाला तो पता लगा की तो था ही छोटा सा। अब छोटा लिंग देख मेरा चुदाई करने का दिल नहीं किया। मैंने प्रथमेश को अपने ऊपर से हटाया और कहा बस अब और नहीं।
प्रथमेश – अरे क्या हुआ बेबी ?
मैंने कहा की बस अब और नहीं और यहाँ तो मैं सेक्स कर ही नहीं सकती। प्रथमेश काफी उत्साहित था उसने जल्दी से अपनी गाड़ी चालू की और मुझे किसी सुनसान जगह लेजा कर फिर चूमने लगा। मैं उसे चुदाई के लिए मना करने ही वाली थे की उसने अपनी दो ऊँगली एक साथ मेरी चुत में घुसा दी। अब मेरी भी चुत से पानी निकलने वाला था।
तो मैंने अपनी जीन्स उतारी और अपने पैर खोल कर उसके सामने बैठ गई। वो पहले तो एरी योनी को बड़े गौर से देखा और अपना लंड पकड़ कर उसे हिलाता रहा। फिर मुझे लगा की ये मेरी चुत चाटना नहीं चाहता है तो मैंने उसका सर पकड़ा और उसे अपनी योनी के पास ले आई।
अब प्रथमेश करता भी क्या मुझे खुश करने के लिए वो कुत्तो की तरह मेरी योनी चाटने लगा। पहले तो उसने मेरी चुत को सुंघा और फिर उसने धीरे धीरे उसपर मुँह मारना शुरू कर दिया। उसके बाद उसने मुझे गाड़ी के पीछे बैठने को बोलै ताकि हम कार में टायर पंचर चुदाई कर सके।
मैं पीछे गई और वो भी आ गया उसके बाद वो पीछे वाली सीट पर अपने पैर खोल कर बैठा। और उसने मुझे अपने अपनी तरफ मुँह करवा कर अपनी जांघो पर बैठने को कहा। मैंने उसके छोटे लंड को हिलाया और उस पर थूक कर बैठ गई।
लंड पर बैठ कर मैं आगे झुकी और उसका लंड चुत में के कर चुदाई शुरू कर दी। प्रथमेश ने मेरी बड़ी गांड को पकड़ा और मुझे कहा की मेरी आँखों में देखो। मैं प्रथमेश की आँखों में देखने लगी और उसने अपनी कमर हिलाना शुरू कर दिया। प्रथमेश का लंड छोटा तो था ही पर उसकी रफ्तार काफी तेज थी।
वो हाथो से मेरी गांड पीटने लगा और मुझे गाड़ी में उछाल उछाल कर छोड़ने लगा। उसके हाथो की मार से मेरी गांड लाल हो गई और लंड की तेज रगड़ से मेरी चुत में जलन मचने लगी। इतनी जबरदस्त चुदाई वो भी इतने छोटे लंड वाले इंसान के साथ मैं कभी करुँगी ये मैंने सोचा भी नहीं था।
मेरी शरीर गर्म और कामुक था और प्रथमेश मुझे हर तरह से छू रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे वो पागल ही हो गया हो। अब इतनी गांड चुदाई के गाड़ी उछलने लगी और चू चू की आवाज आने लगी। कीच देर और चुदाई करने के बाद प्रथमेश ने मेरे स्तन पकड़े और उन्हें उलटे सीधे तरीके से जोर जोर से दबाने लगा। “Night Party Sex”
चुदाई के दौरान जब मेरे और स्तन छूता है तो मेरी चुत से पानी निकल पड़ता है। बस उस पल मैं पागल हो गई और अपनी गांड प्रथमेश के छोटे लंड पर मटकने लगी। मैं अपनी गांड ऐसे आगे पीछे हिला रही थी जैसे मैं कोई घोड़े की सवारी कर रही हो।
बस मैं अपनी चरम सिमा पर जा पहुंची और मैंने अपनी चुत से पानी निकाल दिया। पर प्रथमेश का अभी हुआ नहीं था। चुदाई के बाद वो किसी राजा की तरह अपनी पैर खोल कर वही बैठा रहा और मैं उसका लंड चूसने लगी।
तो दोस्तों ये थी मेरी पहली चुदाई की कहानी। उसके बाद मैंने जोर जोर से उसका लोडा चूसा और उसका माल निकाल दिया। अंत में उसने मुझे घर छोड़ा और मैं जल्दी से नहाने चली गई क्यों की मेरे शरीर से मर्दो के लंड और माल की बू आ रही थी।
इस से पहले घर में किसी को पता लगे में नहाने के बाद सो गई और उस लड़के से फिर कभी नहीं मिली। उस दिन मुझे समज आया की आदमी की ओकात और उसकी मर्दानगी लंड के आकर और साइज से नहीं होती बल्कि गोटो से होती है। तो अब मुझे समज आ गया है की कोई लोड़ा छोटा नहीं होता इसलिए अपने पति और बॉयफ्रेंड को न कोसे और जरा उन्हें सही से आजमा कर देखे।