हेलो दोस्तों मेरा नाम रजत है और मैं उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले का रहने वाला हु! मैं दिखने में काफी स्मार्ट हुॅ! Gym करता हुॅ तो बॉडी भी अच्छी है मेरे शरीर की लम्बाई 5ft 3inc है! मैं अपना खुद का छोटे स्तर पर मेवे का व्यापार करता हूँ और पढाई भी करता हु! और मेरी मौसी की लड़की उसका नाम दिव्या है(बदला हुआ नाम है) वो दिखने में ठीक ठाक है उसकी उम्र 18 साल है और उसके शरीर कि लम्बाई 5ft 2inc है! और वह भी पढाई करती है! कामवासना में गरम कजिन लंड दबा रही थी मैंने चोद दिया.
वैसे दोस्तों मैंने काफी सारी सेक्स स्टोरी पढ़ी है और मुझे सेक्स स्टोरी पढ़ना काफी पसंद है! इसलिए मेरा मन किया की मैं भी अपनी कहानी आप लोगों के साथ शेयर करू! दोस्तों आपको स्टोरी जैसी भी लगे मुझे ईमेल कर कें जरूर बताइएगा! अब मैं आपको ज्यादा ईधर- उधर कि बात न बता कर सीधा कहानी बताता हूँ.
दोस्तों, बात दिसम्बर 2019 की है उस समय मेरी मौसी की लड़की दिव्या मेरे घर कुछ दिनों के लिए रहने के लिएआई थी(ठण्ड की छुट्टी थी इसलिए). दोस्तों मेरा घर बहुत छोटा है और मेरे परिवार में मम्मी, पापा और एक छोटी बहन है,और हम चारो लोग एक ही साथ एक बिस्तर पर सोते है! लेकिन दिव्या के आ जाने के कारण हम चारो लोग एक बिस्तर पर नहीं सो सकते थे इसलिए पापा किचन में बिस्तर लेकर सोने चले गए!
अब हम चार लोग बचे थे मैं , मम्मी, मेरी छोटी बहन और दिव्या! अब हम चारो भी बिस्तर पर सो गए! बेड पर पहले मेरी बहन फिर माँ उसके बगल में दिव्या और उसके बगल में मैं सो गया! मुझे नींद आ रही थी इसलिए मैं जल्दी सो गया! ठंड ज्यादा होने के कारण दोस्तो मेरी बहन और मम्मी एक रजाई में थे और मैं और दिव्या एक रजाई में थे.
रात को जब मेरी नींद खुली तो मुझे कुछ अजीब लगा, क्योकि कोई मेरे सीने पर कोई हाथ फेर रहा था! जब मैंने उस हाथ को पकड़ा तो वो दिव्या का हाथ था! मुझे लगा की शायद वो नींद में है इसलिए उसका हाथ मेरे सीने पे आ गया है! इसलिए मैं उसके हाथ को अपने सीने पर से हटा कर सो गया!
वो रात ऐसा कई बार हुआ कभी वो हाथ मेरे सीने पर रखती तो कभी मेरे पेट पर. एक बार तो वो अपना हाथ मेरे लंड पर रख दी जिसकी वजह से मेरा लंड एक दम से टाइट हो गया, उसकी इस हरकत कि वजह से मेरी नींद उड़ गई लेकिन मैं किसी भी तरह से सो गया! दोस्तो उस रात मैं केवल यही सोचता रहा कि काश दिव्या का चूत मुझे चोदने के लिए मिल जाता!
अगली सुबह मैंने सोचा की इस बारे में दिव्या से बात करू लेक़िन मेरी हिम्मत नही हुई उससे बात करने की! अब मैं रात होने कि प्रतिक्षा करने लगा और रात भी हो गई रात में फिर सारे लोग वेसे ही सोने लगे! लेकिन आज मुझे नींद नही आ रही थी इसलिए मैंने नींद में होने का नाटक करने लगा. और क़रीब 12:30 बजे रात में दिव्या ने मेरे पेट पर हाथ रखा.
और जब मैंने कुछ नही बोला तो वो समझी की मैं नींद में हूँ. और 5 मिनट के बाद ही उसने धीरे से अपना हाथ मेरे लंड पर रख दिया उसके हाथ रखते ही मेरा लंड एक दम टाइट हो कर खडा हो गया. जिसकी वजह से उसे थोड़ा सा सक्क हुआ और उसने अपना हाथ तुरन्त हटा लिया. लेकिन जब मैं कुछ नही बोला तो वो सोचि की मैं सच में नींद मे हूँ, अब उसने फिर से मेरे लंड पर हाथ रखा.
लेकिन इस बार वो मेरे लंड को हल्का हल्का दबा रही थी उसके ऐसा करने से मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था. अब मुझसे कण्ट्रोल नही हुआ और मैंने अपना एक हाथ सीधे उसकी चुत पर रख दिया! मेरे ऐसा करने से वो एकदम से दर गई लेकिन कुछ बोलि नही और ना ही मेरा हाथ अपने चूत पर से हटाई! इस बार मुझे बहोत मज़्ज़ा आ रहा था और शायद उसको भी इसलिए मैं उसकी चुत को सलवार के ऊपर से ही मसलता रहा!
कुछ देर बार मुझे उसकी चुत कुछ गीली लगी शायद उसके चुत का पानी निकल गया था! फिर मैं उठा और बाथरूम करने चला गया! मेरे बाथरूम करके आने के 5 मिनट बाद दिव्या भी बाथरूम गई! और फिर वापस आ कर सो गई पर मुझे कहा नींद आने वाली थी. मेरे मन में तो कुछ और ही चल रहा था अब मुझसे रहा नहीं गया, तो मैंने अपने एक हाथ को उसकी एक चूचि पर रख दिया और धीरे-धीरे उसके दुध को दबाने लगा!
फिर मैं एक कदम आगे बढ़ा और अपना एक हाथ उसकी सलवार के अंदर उसके अंडरवियर में डाल कर उसकी चुत को पकड़ लिए. दिव्या जग तो रही थी लेकिन कुछ बोल नही रही थी शायद उसको शर्म आ रही थी लेकिन जो भी था उसको भी बहोत मज़ा आ रहा था उसने बाद में यह मुझे बताया! मैं उसकी चूचि को लगभग 10 से 15 मिनट तक दबाया! मैं उसके चूत और चूची (दुध) दोनों को एक साथ बारी-बारी से मसल रहा था!
दोस्तो उसकी चुत एक दम सॉफ्ट थी मैं आपको बता नही सकता हु की कितना सॉफ्ट था उसकी चुत, उसकी चुत में अभी हल्का-हल्का बाल आना शुरू हुआ था. मैं अपने एक ऊँगली से उसकी चुत को सहला रहा था दोस्तों ऐसा लग रहा था की जैसे मैं किसी मखमल पर अपने हाथ को फेर रखा हु. उसकी चुत बहोत ही सॉफ्ट और गरम थी मैं कभी उसकी चुत में ऊँगली करता तो कभी उसकी चूचि को दबाता.
मैं क़रीब आधा घंटा तक ऐसे ही करता रहा अब दिव्या पूरी तरह से गरम हो चुकि थी! और वो कुछ भी बोल नही रही थी! लेकिन हां वो मेरे लंड को हल्का हल्का मसल रहीं थी! अब मैंने उसके सुट को थोड़ा सा ऊपर उठाया और उसके चूचि को खीचकर बहार निकला और उसके चूचि को चुसना सुरु किया. “कामवासना में गरम कजिन”
दोस्तों ये सब मैं बहुत डर-डर कर रहा था क्योकि दिव्या के बगल में मम्मी सोई थी और अगर वो जाग जाती तो आप समझ ही सकते हो की मेरा क्या होता! इसलिए मैं सभी चीजें बहुत धीरे- धीरे और सावधानीपूर्वक तरीके से कर रहा था. अब मैं उसके चूचि को धीरे-धीरे चूस रहा था अब दिव्या भी मेरा साथ दे रही थी वो अपने चूचि को दबा दबा कर मुझे पिला रही थी.
हालांकि उसमें से कोई सच का दुध तो नहीं निकल रहा था लेकिन उसे चूसने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था! मैं अपनी ज़िन्दगी में पहली बार ये सब कर रहा था तो आप लोग समझ ही सकते है की कैसा लम्हा रहा होगा! मैं उसके एक चूचि को चुस ही रहा था तभी उसने इसारे से मुझे दूसरे वाले चूचि को चूसने के लिए बोली और उसने अपना दूसरा चूचि को निकल दिया और मुझसे चूसने को कहने लगी.
मैंने भी उसके दोनों मम्मे को एक- एक करके खूब चुसा बीच-बीच में मैं उसको lip ki ss भी कर ले रहा था वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी! दोस्तों जब मैं किश कर रहा था तो उसके निप्पल को दबा रहा था! दोस्तों मुझे किश करना सबसे ज्यादा पसंद है इसलिए मैं काफी लम्बा लम्बा किश किया! लगभग मैं उसे 10 मिनट तक किश करता था दोस्तों ये सब करने के बाद ना तो उससे रहा जा रहा था और ना ही मुझसे.
इसलिए मैंनें बिना देर किये उसको अपने विपरीत दिशा में घुमा दिया जिसकी वजह से उसका पीठ मेरी तरफ हो गया! अब मैंने उसके सलवार का नारा खोला और अंडरवियर को खीचकर निचे कर दिया और उसकी चुत में 2-3 बार ऊगली की इस दौरान वो बार बार मेरा हाथ पकड़ ले रही थी! पर अब मैं कहा रुकने वाला था अब मैंने देर न करते हुए अपने लंड को बाहर निकला और पीछे से उसके चुत में ड़ालने लगा!
पर शायद वो अभी तक कुँवारी थी किसी ने उसे चोदा नहीं था इसलिए उसकी चुत काफी टाइट थी और इसलिए मेरा लंड उसकी चुत में नही जा पा रहा था. मैंने बहुत कोशिश की लेकिन नही गया फिर मैंने अपने लंड पर थूक लगया और उसकी चुत पर सेट किया. फिर मैंने अपने हाथ को उसके मुह के पास रहा क्योकि मैंने स्टोरी पे पढ़ा था की अगर लड़कियो को पहली बार चुदाई करो तो बहुत दर्द होता है, और वो इसी दर्द के कारण चिल्ला देती है.
इसलिए मैंने अपना हाथ उसके मुह के पास रखा और जोर का एक झटका मारा जिससे मेरा लंड उसकी चुत में आधा ही गया. और वो दर्द के कारण मुझे पीछे धकेलने लगी पर मैं जनता था की अगर मैं आज इसे छोड़ा तो ये मुझे दोबारा चोदने नही देगी. इसलिए मैं अपना लंड उसके चूत में जीतना गया था उतना ड़ालने के बाद रुक गया और उसके चूची जोर से पकड़ लिया और उसके चूचि को हल्का हल्का दबाने लगा. “कामवासना में गरम कजिन”
लगभग 10 मिनट बाद जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैं एक और झटका लगाया और इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चुत में समा गया! दिव्या मुझसे चुट्ने के लिया बहोत ज़ोर लगा रही थी लेकिन मैं अपने दोनों हाथ से उसको पकड़ के रखा था! करीब 10 से 15 मिनट के बाद जब दिव्या थोडा सा शान्त हुई तब मैं उसे चोदना शुरु किया 7-8 मिनट के बाद दिव्या भी मेरा साथ देने लगी!
दोस्तों मैं उसकी चुदाई के साथ-साथ उसके चूचि को भी हल्का-हल्का दबा रहा था! दोस्तों 12-15 मिनट के बाद मैंने अपना वीर्य दिव्या की चुत में ही निकल दिया! लेकिन इतना करने के बाद भी मेरा मन नही भरा था! इसलिए क़रीब आधा घंटा बाद मेरा मन फिर से चुदाई करने को करने लगा! और मैं फिर से दिव्या कि चुत पर हाथ फेरने लगा और कुछ देर के बाद ही मैं उसके सलवार को और उसके चड्ढी को निचे कर दिया और फिर से चुड़ै करने के लिए तैयार हो गया!
दोस्तों इस बार मैंने दिव्या को काफी लम्बा समय तक छोड़ा इस दौरान वो एक बार झड़ भी गई लेकिन मैं नही रुका और अपनी चुदाई जारी रखी! दोस्तों इस दौरान मैं कुछ देर तक अपना लंड उसकी चुत में डालकर उसकी दोनों बूब्स को पकड़ कर लेटा रहा और दिव्या मेरे हाथ को सहला रही थी!
अब मुझे ज्यादा जोश आ गया और मैंने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी और 15 से 20 झटके के बाद मैं अपना सारा वीर्य उसकी चुत में ही निकल दिआ! वीर्य निकलने के बाद भी मैं उसको पकड़ कर वेसे ही पड़ा रहा! करीब 10 मिनट के बाद मैंने उसको छोड़ा और उसकी चुची(Boobs) को पकड कर सो गया! दोस्तो उसके बाद मैंने अगली रात को फिर से दिव्या की दो बार चुदाई कि! तो दोस्तों कैसी लगी मेरी स्टोरी मुझे ईमेल करके जरूर बताइये दोस्तों! मेरा ईमेल है:- [email protected]