गाँव के बोरवेल पर चुदाई कांड

मेरा नाम राजा है। मेरा घर गांव मे है। मै सीधे कहानी पर आता हूं। ये तब शुरू हुई जब मै 8वी मे था, उस समय मेरा लन्ड खड़ा होना शुरू हुआ था मुझे रात को पैंट गीला हुआ सा मिलता। मुझे कुछ समझ नही आता था। लेकिन 1 साल होते होते मुझे ये समझ आ गया की इसको नाइट फॉल कहते हैं। Village Horny Bhabhi

उसी समय मेरे चचेरे भाई की शादी हुई थी, उसकी बीबी गदराई हुई माल थी एक दम चंचल बड़े बड़े चूंचे बड़ी गान्ड पतली कमर और सबसे जानलेवा उसके होंठ पर तिल। वो एक दम कातिल हसीना थी। वो सबसे खुब हंसी मजाक करती थी, मुझसे कुछ ज्यादा करती थी क्योंकि मै काफी शर्मिला था।

उनका घर पड़ोस मे ही था तो उन्हे कुछ काम होता तो वो मुझे बुला लेती। एक दिन उन्होने अपने घर सीडी पर कोई फिल्म लगाने के लिए बुलाया। उस समय सीडी का जमाना था। मै उनके घर गया तो वहा सिर्फ मेरी ही उम्र का मेरा चचेरा भाई और एक और लङकी थी पड़ोस की।

उनसे सीडी चल नही रहा था। मै सीडी चालू कर उनके बॉक्स मे कैसेट खोजने लगा कोई फिल्म का खोजते खोजते बक्से के अन्दर काफी छुपी हुई एक सीडी पर नजर पड़ी उसपर गन्दी तस्वीर बनी थी। मै जिन्दगी मे पहली बार कोई गन्दी तस्वीर देख रहा था मै डर गया और उसे वही रख कोई और मूवी लगा दी सभी देखने लगे।

मै बार बार बक्से मे खोजने के बहाने उस गन्दी तस्वीर को देखने लगा मेरा लन्ड खड़ा होने लगा मै देखता ही रहा। कुछ देर बाद फिल्म मे गाना आ गया तो उसे बढ़ाने के लिए मै सीडी के पास खड़ा हुआ तो अचानक भाभी ने मेरा पैंट खींच घुटनो मे कर दिया, मै जल्दी से पैंट उठा लिया।

सभी हंसने लगे, मैने सोचा अभी मै शर्मा जाता हूं तो ये जिंदगी भर मजाक उड़ाया करेगें। इसलिए मैने बोल दिया कि देखना है तो बोल दीजिए मै उतार देता हूं। वो भी ज्यादा मजाक नही बना पाते। उन लोगो ने सिर्फ मेरे चूतड देखे थे।

कुछ देर बाद फिर खड़ा हुआ तो इस बार छोटे भाई ने खींच दिया मै सामने घूम कर पैंट चढ़ा लिया। मेरा लन्ड खड़ा था। मै फिर बोल दिया अबे देखना है तो पूरा खोल कर अच्छे से देख लो। सभी फिर मेरा मजाक नही बना पाते।

अब उन्ही कुछ महीने बीत गए और होली आने वाली थी । भाभी का पति यानि मेरा चचेरा भाई बोल रहा था कि मेरी बीबी को कोई रंग नही लगाएगा सबसे पहले वो खुद लगाएगा। मैने भी सोच लिया कि कुछ खुराफात करता हूं।

होली के एक दिन पहले उन्होने कुछ समान लाने के लिए बुलाया मैने देखा कि वो नहाई नही है समान ला मै उनके घर के अंदर ही अमरूद के पेड़ से अमरूद खाने लगा। तभी मेरी नजर पेड़ पर पसारे उनके पेटीकोट के नीचे ब्रा पैन्टी पर परी वो सूखे हुए थे मै समझ गया कि भाभी अब नहा कर पहनेंगी।

मै सुखा रंग ला कर उनकी ब्रा पैन्टी पर छिड़क दिया अंदर साईड और उसे वैसे ही रख दिया। अब सुबह भाई का हाथ देखा तो रंगा हुआ था मैने पूछा इतनी सुबह रंग कैसे लगा। वो कुछ नही बोला। अब उनके घर गया तो भाभी के ब्लाउज के नीचे तक रंग लगा था।

मैने उनसे भी पूछा कि इतनी सुबह रंग कैसे लगा। वो कुछ नही बोली। अब मै उनके घर से वो गन्दी वाली सीडी ला चुपके चुपके देखने लगा धीरे धीरे मै समझने लगा चुदाई क्या होती है। एक बार मै नहा रहा था और अपने झांट के बाल साफ करने की सोची.

मै साफ करने लगा तो मेरा लन्ड खड़ा हो गया एक दम रॉड जैसा मै उसे नीचे दबाता तो वो और खड़ा हो जाता नीचे दबाने मे मुझे मजा आता। अब पहली बार मै झांट साफ कर रहा था तो कहीं कहीं कट भी गया और तो मै क्रीम ला लगाने लगा.

फिर मैने सोचा लन्ड पर भी क्रीम लगा दूं मै क्रीम लगाते हुए लन्ड सहला रहा था तो मुझे मजा आने लगा कुछ देर सहलाने पर अचानक मेरा शरीर मे कुछ होने लगा और मेरे लन्ड से कुछ निकलने लगा ढेर सारा वीर्य निकला था। मुझे बहुत हल्का महसूस हो रहा था।

अब मुझे चुदाई समझ गया था भाभी मुझसे खूब मजाक करती थीं। एक दोपहर उनके घर कोई नही था तो उन्होने मुझे सीडी चालू करने के लिए बुला लिया। मै जाकर गंदी फिल्म वाली सीडी उन्हे दिखाते हुए पूछा ये कैसी फिल्म है। उन्होने झट से मेरे हाथ से वो सीडी छीन बेड के नीचे छुपा दी और हंसने लगी।

मै: छुपा क्यों रही हैं कौनसी फिल्म है वो।

भाभी:(हंसते हुए) वो बच्चों के देखने के लिए नही है।

मै: यहां बच्चे कहां हैं, लाइए देखते हैं।

भाभी: तू है बच्चा और कौन।

मै: मै कहां से बच्चा लगता हूं आपको मै बडा हूं आपसे भी।(अपनी हाईट उनसे नापते हुए).

भाभी: हाईट बढ़ने से बडा नही हो जाता है, कुछ और बड़ा होना चाहिए।

मै: क्या बडा होना चाहिए, मेरा सब कुछ बडा है।

भाभी: अच्छा देखूं जरा।

वो मेरे लन्ड को पकड़ सहला देती हैं। मेरी आह निकल जाती है। मै अब कंट्रोल मे नही था उन्हें पकड़ चूमने लगा उनके चूंचे दबाने लगा उन्होने मेरा पैंट उतार दिया और अपनी साड़ी उठा पलंग पर लेट गई और मेरा लन्ड चूत पर रगड़ने लगी मुझे धक्का मारने बोली.

मैने कस कर धक्का लगा दिया मेरा आधा लन्ड घुस गया मेरी आह निकल गई। मै कुछ धक्के मारने लगा मेरा शरीर कांपने लगा मेरे आंखों मे अंधेरा छा गया मै धक्के मारते हुऐ झड़ गया। भाभी:(हंसते हुए) तू तो एक दम खिंचा है।

मैं जल्दी से उतर अपने घर आ गया। अब मै पढ़ने के लिए मै शहर आ गया। अब मै सब कुछ सीख गया था एक दो माल चोदा शहर मे इस साईट से सारी कहानियां पढ़ डाली। 3 साल बाद गांव गया तो उनका एक बेटा था 2 साल का।

मुझे देख वो दंग रह गई कहा मै दुबला पतला लड़का और अब एक दम जवान मर्द जिम्नास्टिक बॉडी। उनके होश उड़ गए थे। अब एक दिन उन्होने मुझे मार्केट चलने को बोला जो हमारे गांव से 12 केएम दूर है। मैने अपनी बाइक निकाली और उन्हें पीछे बिठा लिया वो साड़ी पहन कर दोनो पैर एक तरफ कर बैठ गई। “Village Horny Bhabhi”

मै अब जान बूझ कर तेज गाड़ी चलाता और ब्रेक मारता उनकी बड़ी बड़ी चूंचियां मेरे पीठ मे धंस जाती। वो हस्ते हुए मेरे पीठ पर अपनी चूंचियां सटा देती हैं और रगड़ने लगी। हम पूरे रास्ते ऐसे ही करते गए। अब आते समय जोर की आंधी आ गई.

मेरा बाइक पर से कंट्रोल छुटने का खतरा था तो मैंने बाइक खड़ी कर दी हम अपने गांव से 3 केएम दूर ही थे वही कुछ दूर मेरा खेत है जिसमे बोरबेल है और वहां रात मे रुकने के लिए एक रूम है। हम वही जाने लगे अब बारिश भी होने लगी तो हम भीग गए।

वहां पहुंच हम खाट पर बैठ अपने कपड़े से पानी निचोड़ने लगे उनका गिला बदन देख मेरी नीयत खराब होने लगी। मै: भाभी कितना अच्छा मौसम हो गया ना ऐसे मौसम मे रोमांस करने का मजा ही कुछ और है।

भाभी:(हंसते हुए) हां मौसम तो रोमांस करने का ही है लेकिन यहां तो सबका 2सेकंड मे रोमांस खत्म हो जाता है।

मै: ओ आप बचपन वाली बात अब मत समझिए अब आजमा कर देखिए पता चल जाएगा 2 सैकंड या 2 दिन वाला हूं।

भाभी: अच्छा जी।

अब मै उन्हे कमर से पकड़ लेता हूं, उनके होंठ अपने होंठ के करीब लाता हूं उनकी गर्म सांसे मुझे मदहोश कर रही थीं। अब मै उनके होंठ चूसने लगा कभी ऊपर लिप्स कभी लोअर लिप्स कभी उनकी जीभ चूसने लगा उनके गाल पिचका उसके पिचके हुऐ होंठ चूसने लगा। उनकी सांसे तेज हो गई। “Village Horny Bhabhi”

मै: कैसा लगा।

भाभी मुस्कुरा जाती हैं। मै ऐसा करते हैं सारे कपड़े खोल सूखने डाल देते हैं तब तक बारिश भी बन्द हो जाएगी। भाभी कुछ नही बोली। मै अपने सारे कपड़े उतार उन्हे पसार देता हूं और उनके सारे कपड़े उतारने लगा वो सिर्फ मेरे बॉडी को देख रही थीं।

मैने उनके सारे कपड़े उतार दिए और उनके कमर पकड़ उन्हे किस करने लगा उनके गांड़ दबाने लगा वो सिसकारियां भरने लगी उनके गर्दन गले कान सब जगह चूसा। उनके बोबे दबाने लगा,उन्हे चूसने चाटने लगा । अब उनके पेट नाभि खुब चूसा।

अब उन्हे खाट पर बिठा उनके टांग को फैला दिया और सीधा अपनी जीभ उनकी खुली हुई चूत पर रख दी। वो मना करने लगी कि वहां गन्दी जगह है उसे कौन चूमता है। लेकिन मै चूसता रहा उनकी ब्रेड जैसी फूली हुई चूत को। उनकी चूत एक दम पुए जैसी थी।

कुछ देर में उन्हे मजा आने लगा तो वो मेरे बालों में ऊंगली डाल सहलाने लगी। कुछ देर बाद वो अपनी जांघों से मेरे सर को जकड़ते हुए मेरा सर चूत में दबाने लगी और आह आह करते हुए झड़ गई। अब मै उन्हे किस करने लगा और उनकी गीली चूत सहलाने लगा।

वो शान्त हो गई। कुछ देर बाद मै उनके ऊपर चढ़ अपना लन्ड उनके चूत पर रख धक्का दे दिया आधे से ज्यादा लन्ड एक बार मे चला गया वो चीख उठी। आह आह करने लगी। मै अब हल्के हल्के चोदने लगा कुछ देर में पुरा लन्ड घुसा दिया और चोदने लगा अब उन्हे मजा आने लगा कुछ देर में मैनें उन्हे खड़ा कर चोदने लगा। “Village Horny Bhabhi”

भाभी: अरे ऐसे कौन करता है।

मै: आप बस मजे लो।

अब उन्हे किस करते हुऐ गोद में उठा चोदने लगा उनकी मखमल सी गान्ड दबाते हुए चोदने लगा। वो सिसकारियां भरते हुए चुदने लगी अब उन्हें लिटा उनके ऊपर चढ़ मिशनरी पोजीशन में चोदने लगा वो झड़ गई।

मैने चोदना जारी रखा कुछ देर बाद वो फिर गर्म हो गई और मजे लेने लगी, मै अब उन्हें डॉगी स्टाईल मे चोदा फिर उन्हें स्पून पोजिशन मे चोदा अब उन्हे अपने ऊपर बिठा चोदने लगा मै अब झडने वाला था तो मैंने कहा कहां निकालू। उन्होने बाहर निकालने को कहा। मै बाहर निकाल उनकी चूचियां चोदने लगा।

भाभी: हस्ते हुए क्या क्या सीखा है शहर जाकर।

मै अब जोड़ जोड़ से चोदते हुए उनकी चूंचियों पर झड़ गया। वो मेरा बाल सहलाने लगी। कुछ देर में मैने उन्हे फिर से चोदना शुरू किया हम दो बार और चुदाई कर घर आ गए। अब तो हमे जब मौका मिलता था हम खुब चुदाई करते। कभी कभी तो भोर मे उठ कर गली मे आ जाती हैं और मैं उन्हें अपने घर के पीछे खलिहान मे ले जा खूब चोदता। कहानी पूरी पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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