नमस्कार दोस्तों मेरी कहानी में आपका स्वागत है. मैं सभी दोस्तों से और देवियों से कहना चाहता हूं कि आप भी अपनी कहानी लिख सकती हैं इसमें कोई परेशानी वाली बात नहीं है. मैं हमेशा देखता हूं देवियों कि आप अपना ईमेल एड्रेस कहानी में नहीं देती हैं क्योंकि आपको बेवजह परेशानी और बदनामी का डर बना रहता है. आप को डरने की कोई जरूरत नहीं है आप मुझे ईमेल कर सकती हैं ताकि मैं आपकी मदद कर सकूं आपकी प्राइवेसी रखी जाएगी मेरा वादा है आपसे. अन्यथा आप अपनी कहानी के अंत में मेरा ईमेल भी डाल सकती हैं आप की इमेल का जो भी संदेश आएगा आपको प्राइवेसी के साथ भेज दिया जाएगा. दीदी ने चूत चोदना सिखाया मेरे कुंवारे लंड को.
मेरा नाम आर्यन है और में बी ए में पढाई कर रहा हूँ, मेरी उम्र 25 साल है और मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है. मै हरियाणा का रहने वाला हूँ परंतु अभी दिल्ली में रहता हूं. हम घर में माँ पापा और मैं रहते थे. परंतु मामा जी मुझे अपने साथ बचपन में ही ले गए थे ताकि मैं अच्छे से पड़ाई कर सकू, मै हर शनिवार को अपने घर जाता था और रविवार शाम को मामा के यहाँ आ जाता था.
अब मैं सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ, मेरे बचपन से मामा के घर पर होने से मुझे पड़ोस के सारे लोग जानते है, मुझे बहुत प्यार भी करते थे. इस कहानी की वासना देवी रेखा दीदी है, वो दिखने में बहुत सुंदर है, वो थोड़ी मोटी भी है. उनका साईज़ 32-30-34 है, वो मुझसे 3 साल बड़ी थी, मामा जी के घर के बगल वाला घर उनका है. मै अक्सर उनके घर आता जाता हूँ, उनके घर में खाना ख़ाता था और सो जाता था.
रेखा दीदी मुझसे बहुत प्यार करती है, मै भी उनसे बहुत प्यार करता हूँ. हम दोनों एक साथ स्कूल जाते थे, मुझे याद है तब मै कक्षा आठवीं में पढ़ाई करता था और रेखा दीदी बारहवीं कक्षा में थी. एक दिन मै स्कूल से आकर होमवर्क कर रहा था, तभी मुझे ज़ोर से पेशाब आया तो मैं भागकर गया. और मैंने देखा कि बाथरूम अंदर से बंद था, मैंने बाथरूम के साईड में पेशाब करना स्टार्ट किया.
तब मेरा लंड खड़ा था और उसी समय पता नहीं रेखा दीदी आ टपकी और उन्होंने मेरा लंड देख लिया, वो अपना मुँह नीचे करके भागकर चली गई. अब मैं शर्म के मारे अपना मुँह नीचे लटका कर आ गया, फिर कुछ दिन ऐसे ही निकल गए. फिर मैं रेखा दीदी से भी अच्छे से बात करने लगा, अब सब नॉर्मल था क्योंकि मैं सम्भोग के बारे में ज्यादा कुछ जानता भी नहीं था.
तब तक तो मैं मुठ भी नहीं मारता था,फिर एक दिन रेखा दीदी के मम्मी-पापा कुछ दिन के लिए तीर्थ यात्रा पर गये. तो वो रेखा दीदी की देखभाल करने के लिए मामी जी से बोल कर गए थे. रेखा दीदी का एक बड़ा भाई था जो मुंबई में काम करता है. फिर रात को रेखा दीदी ने मेरे साथ बैठकर हमारे घर खाना खाया और फिर खाना ख़ाकर में टी.वी देख रहा था.
तो रेखा दीदी ने कहा कि चलो हमारे घर पर चलते है. फिर मामा जी ने कहा कि नहीं रेखा तुम हमारे घर पर ही सो जाओं. तो रेखा दीदी ने कहा कि नहीं चाचा जी आर्यन और मै सो जायेंगे, कोई परेशानी नहीं है. मामा जी ने कहा कि ठीक है और कोई परेशानी हो तो बुला लेना तो रेखा दीदी ने ओके कहा. फिर हम चले गये और अब रात के 10 बज रहे थे. फिर रेखा दीदी ने कहा कि टी.वी देखेगा तो मैंने कहा कि नहीं दीदी में बहुत थक गया हूँ और अब मुझे सोना है.
तो रेखा दीदी मेरा हाथ पकड़कर अपने बेडरूम में ले गई और फिर हम दोनों सोए. अब दीदी मेरे बालों को सहला रही थी तो मुझे नींद आ गई, और मैं कब सो गया मुझे पता ही नहीं चला. अब रात के करीब 12 बजे होगें और मुझे कुछ गुदगुदी महसूस हुई तो मेरी नींद खुल गई. फिर मैंने देखा कि रेखा दीदी मेरी पेंट की चैन खोलकर मेरा लंड चूस रही है, अब मैं पहले तो डर गया और हैरान भी था कि रेखा दीदी ऐसा कैसे कर रही है.
फिर मैंने दीदी को बोला कि दीदी आप ये क्या कर रही हो! तो दीदी शॉक हो गई और अपना मुँह नीचे करके बैठ गई, फिर मैंने दीदी से पूछा कि तुम ये क्या कर रही थी. अब दीदी खामोश थी, फिर मै उठा और दीदी का चेहरा ऊपर उठाया और पूछा कि दीदी क्या बात है, तुम ऐसा क्या कर रही थी? तो दीदी ने मुझसे सॉरी कहा और मेरे गले लग गई, वो कहने लगी कि सॉरी आर्यन वो मेरा मन कर रहा था तो मैंने ऐसा किया. “दीदी ने चूत चोदना”
फिर मैंने कहा कि छि छि ऐसा गंदा काम करने का आपका मन करता है, तो दीदी ने कहा कि अच्छा जैसे बीवी को कुछ करेगा ही नहीं. फिर मैंने कहा कि कौन बीवी, फिर दीदी ने कहा कि छोड़ उस बात को मेरी एक मदद करेगा. मैंने कहा कि कहो ना दीदी, मै नहीं करूँगा तो और कौन करेगा. फिर दीदी ने बोला कि अगर तुझे मज़ा नहीं आया तो मत करना ओके. फिर दीदी ने कहा कि खा मेरी कसम जो मै कहूँगी तू वो करेगा.
मैंने भी उनकी कसम खा ली, फिर दीदी ने कहा कि तू मुझे चोदेगा? तो मैंने कहा कि वो क्या होता है? तो दीदी ने कहा कि आ जा सिखाती हूँ, फिर उन्होंने मेरे पूरे कपड़े उतार दिए और मुझे पूरा नंगा कर दिया. मैंने कहा कि दीदी मुझे शर्म आ रही है, तो दीदी ने कहा कि तू मेरे कपड़े उतार तो मैंने मना कर दिया मै ऐसा नहीं कर सकता. फिर दीदी ने कहा कि तूने मेरी कसम खाई है और अब मै भी मजबूर था.
फिर मैंने दीदी की टी-शर्ट निकाली तो दीदी ने अंदर लाल कलर की ब्रा पहनी हुई थी. फिर मैंने उनका पजामा निकाला तो अब दीदी ब्रा और पेंटी में थी, अब वो मस्त हुस्न देखकर मेरी आँखे फटी की फटी रह गई. मैंने पहले कभी ऐसा नहीं देखा था, अब रेखा दीदी एकदम सेक्सी परी लग रही थी और मेरा हाल तो बेहाल होने लगा था. अब मेरा 7 इंच का लंड पूरा 90° में आ गया था और दर्द होने लगा था.
फिर मैंने दीदी को कहा कि दीदी बहुत दर्द हो रहा है तो दीदी ने झट से मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसना चालू किया. अब मुझे गुदगुदी नहीं हो रही थी, अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. दीदी ने मेरे लंड को अपने मुँह से निकाल कर अपने हाथ में लेकर आगे पीछे किया तो कुछ देर के बाद मेरा लंड फूलने लगा. और दीदी ने मेरा लंड फिर से अपने मुँह में ले लिया तो मुझे झटका जैसे लगा और मेरा माल निकल गया.
दीदी ने मेरा सारा माल पी लिया, अब मेरा लंड मुरझा गया था. फिर मैंने दीदी को कहा कि दीदी मुझे आपका दूध पीना है, फिर दीदी ने कहा कि पी ना सारा तेरा है जो करना है कर. मैंने दीदी की ब्रा को उतारा और उनके बूब्स का दूध पीना स्टार्ट किया. अब दीदी सिसकारियां ले रही थी और अब दीदी ने एक हाथ से मेरा सिर पकड़ा था और एक हाथ से अपनी चूत रगड़ रही थी. मैंने उन्हें देखा और पूछा कि ये क्या कर रही हो.
तो दीदी ने बोला कि जैसे में तेरा लंड चूस रही थी वैसे अगर तू भी मेरी चूत चूसेगा तो मुझे भी बहुत मज़ा आयेगा. फिर मैंने बोला कि ट्राई करता हूँ. जब मै अपना मुँह दीदी की चूत के पास ले गया तो यारो यकीन मानो चूत की स्मेल से मैं मदहोश हो गया और उनकी चूत पर शेर की तरह टूट पड़ा मैने लगातार उनकी चूत को खूब चाटा. अब दीदी भी अजीब-अजीब आवाज़ निकाल रही थी और मुझे तो जैसे जन्नत मिल गई थी.
फिर कुछ देर तक चूत चाटने के बाद दीदी की चूत से पानी आने लगा और मैं उनकी चूत का सारा पानी पी गया. दीदी ने मुझे अपने ऊपर लिया और मेरे लिप पर किस किया, फिर 5 मिनट तक किस करने के बाद दीदी फिर से मेरा लंड सहलाने लगी और चूसने भी लगी. जिससे मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया. दीदी ने कहा कि अब और ना तड़पा, अब डाल भी दे. फिर दीदी मेरे ऊपर आ गई और अपनी चूत में मेरा लंड घुसाने लगी.
लेकिन मेरा लंड उनकी चूत के अंदर नहीं जा रहा था, क्योंकि रेखा दीदी वर्जिन थी. दीदी ने बहुत ट्राई किया लेकिन वो ना कामयाब रही. मैंने कहा कि दीदी में ट्राई करता हूँ अंदर घुसाना है ना तो दीदी ने कहा कि हाँ, फिर मैंने अपने घुटनों के बल बैठकर दीदी की चूत पर अपना लंड रखा और घुसाने की कोशिश की. लेकिन मेरा लंड फिसल गया, फिर मैंने ऐसा बहुत बार किया लेकिन मेरा लंड अंदर नहीं घुसा.
फिर मैंने अपना लंड पकड़ा और जोरदार धक्का मारा तो मेरे लंड का टोपा उसकी चूत के अंदर चला गया और दीदी को बहुत दर्द हुआ. अब वो रोने लगी थी और खून भी निकलने लगा था, अब में पूरा डर गया था. मैंने कहा कि नहीं दीदी अब ये सब नहीं करेंगे, चलो सो जाते है. तो दीदी ने मेरे गाल पर एक तमाचा मारा तो मुझे बहुत गुस्सा आया और मैं दे-दनादन शॉर्ट मारने लगा. अब दीदी जोर-जोर से चिल्ला रही थी. “दीदी ने चूत चोदना”
लेकिन मैंने दीदी की एक नहीं सुनी और मारता गया, मारता गया, अब मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. फिर कुछ देर के बाद दीदी भी बोलने लगी और तेज और तेज, मुझे तेरी रंडी बना ले, मार साले तेज़ तेज़ मार. अब ये सुनकर मैं और गर्म हो गया और जोर-जोर से उसे चोदने लगा. अब पूरे कमरे में सिर्फ़ आहा अहहह ह ह आआहहा हह की आवाज़ आ रही थी और ठप ठप्प की आवाज़ गूँज रही थी. अब दीदी ज़ोर-ज़ोर से साँसे लेने लगी थी और झड़ गई.
मै जोर-जोर से शॉर्ट मारता रहा, फिर 20 मिनट के बाद मैंने भी दीदी की चूत में अपना सारा माल छोड़ दिया. फिर हम दोनों ने किस किया, फिर हम कुछ देर तक बेड पर पड़े रहे और हम बाथरूम जाकर फ्रेश होकर आए और सो गये. ओर चुदाई का सिलसिला आज भी चलता है जब भी मिलते हैं चुदाई होती हैं.
देवियों मुझे आपके मेल का इंतजार बेसब्री से रहेगा आप अपने इस प्यारे भरोसेमंद दोस्त के पास मेल जरूर करें और हैंग आउट पर भी मिल सकते हैं. कोई भी देवी अगर अपने भाई से चुदाई करना चाहती हो या अपने किसी साथी से तो मुझे एक बार जरूर मेल करें मुझे आपकी मदद करके बेहद खुशी मिलेगी. अगर किसी महिला या लड़की को वासना की इच्छा है और चूदाई करवाना चाहती है तो मुझे जरूर मेल करके संपर्क करें [email protected]