नदी में नहाने गई माँ चुद कर आई 1

ये कहानी मेरी घरेलू मम्मी और एक कॉन्टैक्ट्रटर की है, मम्मी मेरी एक नदी में नहाने जाती हैं और वहीं अंकल बालू की खनन सम्बन्धित काम देखते थे, इलाके के गुण्डे भी थे। एक दिन मम्मी इस बात से अनजान कि कोई उन्हें देख रहा है, ब्लाउज उतार कर ही नहाने लगीं। Jawan Desi Mother Sex

अंकल पीछे से ये नजारा देख लंड मसलने लगे और कई दिनों तक ये चलता रहा फिर जब मम्मी को पता चला कि कोई वहां है, मम्मी नहाकर जल्दी से वापस जाने लगीं। एक दिन मम्मी थोड़ा जल्दी आयीं और नहाने के लिए पानी के अंदर गईं तभी अंकल बाहर पेशाब करने के लिए उठे और मम्मी की गांड़ देख कर मूतते रहे।

अचानक से अंकल को पता नहीं क्या सूझा। अंकल भी चुपचाप पानी के अंदर दाखिल हुए और मम्मी के जाकर उनकी कमर पकड़ लिए और बोले मेरी जान चलो आज तुम्हें मैं नहलाता हूं। मम्मी डर गईं और कुछ बोल पातीं अंकल उनके पेटीकोट को ढीला कर नंगे ही उसके अंदर हो लिये।

मम्मी कहीं छोड़ मुझे। अंकल मम्मी के ब्लाउज निकाल दिये और उनकी छातियों से खेलने लगे। मम्मी को उनका लंड चूतड़ों पर चुभ रहा था, दोनों छातियों को अंकल मींज रहे थे। मैं भी उस दिन मम्मी के साथ गया था, ये दृश्य देख चिल्लाने लगा।

अंकल जल्दी से मम्मी को पकड़ कर बाहर निकाले और मम्मी को छोड़ पहले मुझे अपनी गाड़ी में डाले और बांध दिया। फिर वैसे ही मम्मी को उठाकर गाड़ी के अंदर लिया और अपने जंगल स्थित फ्लैट में ले गये। वहां पहुंचकर पहले अंकल कमरे में मुझे ले गये फिर मम्मी को।

अंदर वहां नीचे एक तहखाना था। वहां जेल जैसा माहौल था। कमरे के अंदर एक एक जगह जेल बनीं थीं, अंकल ने मुझे बाहर ही रखा पर मम्मी को अंदर उठा ले गये। मैं रोने लगा तो उन्होंने अंकल जोर से डांटे मैं शांत हो गया डर के मारे।

अंकल मम्मी के होंठों को चूसने लगे मम्मी छूटने का प्रयास करनें लगीं, अंकल बिना कुछ कहे उनके होंठों को चूसते रहे। अंकल बोले क्या जबान है, देशी एकदम। और मम्मी को उठाकर अपनी गोद में बिठा लिया और उनकी चूचियों को पीने मसलने लगे।

मम्मी आआ आह आआआआ आहहहह नईईईईई करनें लगीं। अंकल बोले बेटा देख तेरी मम्मी की चूचियां कैसे पीते हैं। मम्मी चिल्ला रही थी, छोड़ आआह आआआआआह छोड़ कु तक कुत्ते। एकदम गंदा गधे सा शरीर लिए अंकल मम्मी के मासूम से गदराये जिस्म को मसल रहे थे, मम्मी छटपटा रही थीं।

अंकल ने मम्मी को नंगी कर दिया पूरा और खुद भी हो गये। मम्मी उनका लंड देख घबरा गईं और बोलीं इतना बड़ा मैं नहीं ले पाऊंगी। अंकल मम्मी की टांगों को चाटने लगे, उनकी बुर को चाटने लगे मम्मी आआह छोड़ हरामखोर नहहहहीं कर अंदर चिल्ला रही थीं। पर अंकल चूसे जा रहे थे।

अंकल ने मम्मी को नीचे बिठाया और अपना लंड उनके मुंह में घुसा कर लंड चुसवा रहे थे। मम्मी गूंंगगगगगग गंगगगग कर रहीं थीं। अंकल मम्मी को उठा कर बिस्तर पर लिटा लिये और अब उन्हें पलट कर उनकी गांड़ में अपना लंड डाल दिया और उनकी चूचियों को दबा दबा कर गांड़ मारने लगे, जोर जोर से ठप ठप की आवाज आ रही थी।

अंकल के वहशी जिस्म में मम्मी दबोची हुई थी। अंकल बोले देख अपनी मम्मी को क्या मस्त माल है बुरचोदी, चूचियों को दिखा दिखा कर अपना दीवाना बना लिया, गांड़ कितना मटकती है बे इसकी। तुम्हारी मम्मी अब मेरी रंडी है।

क्या नरम मक्खन जैसी जवानी है, चूंचियां आह दबाने का कितना मजा आता है, आह साली रांड आआआह तेरी गांड़, तेरी चूची। तुझे इतना चोदूंगा कि खड़ी होने में भी दर्द होगा आह मेरी रांड आआह तेरे निप्पल मार डालूंगा मादरचोद चोदते चोदते आह। ठपठपठप और अंकल की गालियों से कमरा गूंज रहा था।

मम्मी भी छटपटा रही थीं। अंकल मम्मी के बगलों को चाट रहे थे और पेट को सहलाते हुए बस गांड मार रहे थे। मम्मी की बुर एकदम फैल गई थी, क्योंकि अंकल मम्मी की दोनों टांगों को अपनी जांघों में दबा रखे थे। अंकल बोले मादरचोद तेरे साथ मुझे अकेला छोड़ दिया जाये आह तेरी जवानी को बस चोदता ही रहूं।

मम्मी की गांड़ से खून बह रहा था और अंकल उसी में झड़ गये। अंकल मम्मी के ऊपर आये और उनकी चूत में अपना लंड सेट कर अपनी टांगों से उनकी टांगें, उनके चूतड़ों को दबाया। मम्मी का नीचे का हिस्सा अंकल गूंथ लिये थे।

मम्मी की कमर के हिस्से पर से अंकल ने अपना हाथ उनके बगलों से फंसा कर उनके हाथ से मुठ्ठियां बांध ली और बिना किसी आधार के घचाघच मम्मी को चोदने लगे। मम्मी का मुंह अंकल के सीने में दब गया, पूरा शरीर मम्मी का फंसा हुआ मम्मी टांगों को हिला तक नहीं पा रही थी.

अंकल घचाघच बस मम्मी को पेले जा रहे थे। मम्मी की चूचियां अपने मुंह से चूसते, निप्पल को काटते, मसलते, वहशी के जैसे उनकी चूत भोग रहे थे। मम्मी बेसुध हो गईं, अंकल वहशियों के जैसे मम्मी को चोदते रहे और झड़ गये। कहानी अभी जारी रहेगी आगे की कहानी के लिए क्रेजी सेक्स स्टोरी को पढ़ते रहिये.

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