बगल का देवर मुझ पर लाइन मारता था

मेरा नाम माधुरी है में सी.जी के एक छोटे से गाँव में रहती हूँ। यह कहानी मेरे जीवन की पूरी तरह से सच्ची कहानी है। मेरी उम्र 25 साल है दिखने में सुंदर मेरी शादी 2018 में हो चुकी है। मेरे स्तनों का आकार 36”34” है। Village Wife Cheat Sex

मैं चंचल सावभाव की हूं लेकिन मेरा पति बिल्कुल उल्टा एकदम गमसुम मुझे मेरे मन मुताबिक पति नहीं मिला फिर क्या कराती मैं मन मार कर रह गई और दिन गुजरात गया। शादी के 1 साल तक तो सब कुछ ठीक था पति राहुल 28 साल मुझे बहुत प्यार करते थे पर वो अब मुझ में रुचि नहीं ले रहे थे मैं भी उनको ज्यादा फोर्स नहीं करती थी और मन मार कर रह जाती थी।

ऐसे ही समय बीतता चला गया मेरे ही गांव में मेरे पड़ोस में एक मेरा मुहबोला देवर रहता था जिसका नाम था नंदकुमार। नंदकुमार की उम्र 20 साल, मुझसे 5 साल छोटा, लेकिन दिखने में स्मार्ट हैंडसम था। वो कभी-कभी घर आया जया करता था और मुझे लाइन मारने लगा था लेकिन में उसको भाव भी नहीं देती थी।

लेकिन उसने मेरा पीछा करना बंद नहीं किया। मजबूर होकर मेरा झुकाव भी उसकी तरफ होने लगा था मैं मन ही मन उसको चाहने लगी थी लेकिन रिश्ते की वजह से करण बोल नहीं पा रही थी। एक दिन की बात है जब मेरी बेटी के लिए रोटी बना रही थी तब में रोटी बेल रही थी और नंदकुमार मेरे सामने कुछ दूर बैठा था.

जब मेरी रोटी बेल रही थी तो मेरे दोनों स्तन ऊपर नीचे हो रहे थे तो मैंने गौर किया कि वो मेरे स्तनों को घूर रहा था मेरे मन में समझ गई थी पर नसमझी का नाटक कर रही थी, एक दिन की बात है घर में कोई नहीं था बच्चे खेलने गए थे। मेरा पति किसी काम से शहर गया हुआ था.

तभी नन्दकुमार मेरे घर आ पहुंचा। उसे देखकर मैं भी मन ही मन खुश थी नंदकुमार ने मेरे पीठ को थपथपाया और मेरे साथ मस्ती करने लगा। मैंने उसे गुस्से से देखा और वो दूर हट गया और वह कहने लगा भाभी मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं मैंने गुस्से से बोला ये क्या बोल रहा तू.

उसने कहा सच में भाभी मम्मी कसम और उसने मुझे बांहों में भर लिया और कस के पकड़ लिया में बहुत छुड़ाने की कोशिश की लेकिन ना छुड़ा सकी उसने मेरे गालों और होठों को चूमना शुरू कर दिया मुझे भी जोश होने लगा था,मैं भी उसका साथ देने लगी उसने मेरे स्तनों को जोर जोर से दबाना शुरू कर दिया।

उसने मेरे बदन से ब्लाउज को अलग कर दिया, सफेद कपड़े की ब्रा पहनी थी साड़ी को भी उसने अलग कर दिया और खुद नंगा हो गया तब भी उसने पेटीकोट की रस्सी खींच दी, सफेद कपड़े की भी पैंटी पहिनी थी नंदकुमार ने बाहर से ही मेरी चूत को सहलाना शुरू कर दिया.मैं जोश की चरम सीमा में थी.

नंदकुमार का लंड मेरे पति के लंड से मोटा और लंबा था उसे देखकर में मन ही मन खुश हो रही थी। उसका लंड ऊपर नीचे होने लगा उसने लंड पकड़ने को कहा मैंने भी बिना देर किए उसका लंड झट से पकड़ लिया और उसे खेलने लगी नंदकुमार ने लंड को मुंह में लेने के लिए इशारा किया.

लेकिन मैंने मना कर दिया लेकिन बार बार कहने के बाद में मान गई और उसका लंड मुँह में लेकर चूसने लगी। उसके मुँह से आह उह की आवाज़ निकल रही थी। 5 मिनट में उसका लंड छादी के सामान तन चूका था नंदकुमार ने मेरी मेरी ब्रा की हुक खोल दी और मेरे काले निपल को चूसने लगा में खुद मेरी पैंटी निकल फेकी।

मैंने अपनी चूत बचाकर रखी नंदकुमार मेरी चिकनी चूत देख कर बावला हो गया और कहने लगा भाभी आप अपनी चूत साफ़ कर लेती हैं मैंने कहा हा तुम्हारे भैया को बाल वाले चूत पसंद नहीं लगते हैं ना बस इसलिए साफ़ कर लेती हूँ।

उसने अपने मुँह से मेरी चूत चाटने लगा में भी उसके सिर को पकड़ कर उसका साथ देने लगी। उसने झट से उठाकर अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया। मेरे मुंह से चीख निकल गई उई मां मर गई नंदकुमार जोर जोर से धक्के देना शुरू कर दिया.

वह कहने लगा भाभी आज मैं आपको अपना बना कर ही रहूंगा। कब से मेरी निगाह तुम्हारे ऊपर थी लेकिन हिम्मत नहीं हो रही थी लेकिन आज मेरे दिमाग की मुराद पूरी होने वाली है आज मैं तुम्हें जम कर चोदूंगा.

मैं भी कहने लगी तेरे भैया ने कभी ऐसा नहीं चोदा होगा जो तू आज मुझे चोद रहा है। आज से मैं तेरी हो गई नंदू.ऐसी ही चोदते रह तू मुझे और तेज और तेज वह कहने लगा साली रंडी कितना चुदवाएगी आज तेरी चूत की गर्मी पूरी तरह से निकाल दूंगा।

मैंने उसे घोड़ी बने को कहा वह घोड़ी बन गई मैंने पीछे से लंड उसकी चूत में डाल दिया और आगे पीछे करने लगा नंदकुमार की दोनों गोतिया मेरे कुल्हो से टकरा रही थी और बड़ा मजा आ रहा था उसने उस दिन करीब 30 मिनट तक मुझे कई पोजीशन में चुदाई की, उसने अपना पानी मेरी चूत के अंदर निकाल दिया, हम दोनों एक दूसरे में लिपट गए. मैं उसकी पूरी तरह दीवानी हो चुकी थी। उसके प्यार में अपने पति को भूल चुकी हूं। तो दोस्तों कैसी लगी मेरी कहानी कमेंट जरूर करना.

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