मेरा परिवार काफी छोटा है। मैं अपने बीवी और बेटा के साथ रहता हूँ। मेरे माँ बाप और बहन अलग रहते है। करीब 22 साल की उम्र में मेरा अपनी छोटी बहन से योनसंबंध बने। ये सब हम दोनों की मर्जी से हुआ और हम खुश भी थे। Desi Chut Ki Malai
आज हमें उस गलती का एहसास होता है। तब हम दोनों में जवानी का जोश रहता था। मेरा लंड हमेशा तना रहता था और बहन की चुत गीली। हमने जवानी के दिनों में काफी चुदाई की और घर वालो को कुछ नही पता लगा। पर जब हमारी शादी की उम्र होने लगी तो हमें समझ आया की हमने कितनी बड़ी भूल की।
अब हम दोनों की शादी हो चुकी है पर आज भी मुझे अपनी बहन की याद आती है क्युकी वो ही तो आखिर मेरा पहला प्यार है। और पहली चुदाई कौन भूल सकता है भला? माँ बाप अलग रहते थे पर उनका घर खर्च मैं देता था पूरा। उस सुबह मेरी बहन माँ से मिलने उसके घर गई। पिता जी पार्क में योग करने गए थे।
माँ ने कहा – बेटा दीप्ती निलेश को बोल देना राशन खत्म हो गया है पैसे चिहिए थे।
माँ को फ़ोन चलना नही आता था तो उन्होंने दीप्ती से फ़ोन करवाया।
दीप्ती – भइया माँ ने कहा है राशन ख़त्म हो गया है।
क्युकी मैं स्कूल टीचर हूँ मेने कहा – दीप्ती आज मुझे काफी काम है मैं राशन घर तो नही छोड़ सकता। मैं स्कूल से घर जाते हुए राशन ले लूंगा और तुम मेरे घर से ले जाना इस बहाने मैं तुमसे मिल भी लगा। जब दीप्ती घर हुई तो मेने दरवाजा खोला।
दीप्ती ने मुझे सबसे पहले गले लगाया और खूब बाते करने लगी। जब उसने मुझे लगे लगया उसके स्तन मेरी छाती से चिपक गए और मुझे अपने पुराने दिन यद् आने लगे जब मैं उसकी चुदाई किया करता था। बेटा ट्यूशन के लिए गया था और बीवी ब्यूटी पार्लर मोके का फायदा उठा कर मैं अपनी बहन की कमर छूने लगा।
बहन – अरे ?? क्या हुआ भइया ?
मेने कहा – बस तुम्हारी याद आती है।
बहन – ओहो क्या इरादा है ? इतने टाइम बाद ये करा कुछ अजीब नही है ?
मेने कहा – न तब हमें कोई रोक स्का न अब कोई रोक सके गए।
मेने अपनी बहन को उठाया और उसे अपनी गोद में बिठा कर चूमने लगा। हाथो से मैं उसका शरीर हर जगह से छूता रहा। मेरी बहन का शरीर किसी देसी भाभी जैसा कामुक हो चुका था।
तभी मेरी बीवी ने दरवाजा खोला और मुझे और दीप्ती को कामवासना की अवस्था में देख लिया। ये देख मेरी बीवी हैरान हो गई और मुझे और मेरी बहन को देखने लगी। शादी के इतने साल बाद बदनामी और तलाक के झंझट की वजह से मेरी बीवी कुछ नही बोली।
पर वो मेरे माँ बाप को न बता दे इसलिए मेरी बहन ने उसका हाथ पकड़ा और उसके अपने पास बिठा लिया। मेरी बीवी हम दोनों के बीच बैठी थी। मेरी बहन ने उसका हाथ लिया और मेरी लंड पर रख दिया। बीवी ने गुस्से में मेरा लंड मसलना शुरू कर दिया।
बीवी – थोड़ी शर्म बची है या बेच खाई ?
बहन – भाभी इतना गुसा मत करो उन्हें दर्द हो रहा है।
मेरे पास बोलने को कुछ नही था पर मेरी बहन ने बीवी का मूड बदलने के लिए उसके होठो पर चूमना शुरू किया और उसकी साड़ी में हाथ डाल कर चुत छेड़ने लगी। मौका देख मेने अपनी बीवी का ब्लाउज खोला और उसके स्तन प्यार से मसलने लगा।
कुछ देर बाद बीवी का गुस्सा कामवासना के आनंद में कही खो गया। मेने अपना लिंग बाहर निकला और मेरी बहन और बीवी एक साथ उसपे मुँह मारने लगी। कभी वो एकदूसरे को चूमती और कभी मेरे लिंग को चाटती और चुस्ती।
बीवी और बहन को एक साथ अश्लील हरकते करते देख मेरा लिंग जवानी के दिनों की तरह फूलता गया। मेरा सख्त और नसों से भरा लिंग देख दोनों की चुत से पानी रिसने लगा। मेने अपनी बीवी को घोड़ी बनाया और उसकी चुत की चुदाई करने लगा।
बहन मेरे पुरे शरीर को चूमने लगी और मुझे किसी राजा की तरह महसूस होने लगा। मेरे लंड की चुदाई से बीवी की चीखे निकलने लगी। उसके आगे पीछे हिलते स्तन देख मैं और जोर दार धके मारने लगा। साथ में बहन को भी बीवी के साथ घोड़ी बनाया और उसकी चुत गांड में ऊँगली करने लगा।
बीवी – अहह और अंदर डालो !! बस थोड़ा और अंदर !!
बहन – भाभी मुझे चूमो होठों पर।
बीवी की मोटी गांड और बहन की पतली कमर मेरे सामने थी। उस वक्त में सोचने लगा की काश मेरे दो लंड होते ! फिर मेने अपना लिंग निकला और बहन की चुत में डाल दिया। बीवी ने उसकी चुत के निचे मुँह किया और मेरा लंड अंदर बाहर जाते देखने लगी।
मेने अपनी बीवी की काली चुत के पानी से सना लंड अपनी बहन की गोरी चुत में घुसा दिया था। कभी में उन्दोनो की गांड चोदता तो कभी चुत। उसके मुँह मिला कर मेरे पास 6 छेद थे चोदने को और लंड सिर्फ एक। बहन की चुदाई करते करते मेने उसकी चुत की सफ़ेद मलाई निकल दी जो सीधा मेरी बीवी के मुँह पर गैलरी।
बहन को संतुष्ट करने के बाद मेने अपनी बीवी के पैर खोले और उसकी चुत पर अपने लंड का गुम्बज रगड़ता रहा। बीवी की चुत लाल होने लगी और तेजी से पानी छोड़ने लगी। उसकी चुत का रस देख मैं भी अपनी चरम सीमा तक आ पहुंचा और मेने अपना सारा माल उसकी चुत में छोड़ दिया।