आप सभी ने मेरी पिछली कहानी होली में सामूहिक चुदाई हुई मेरी को बहुत सराहा, उसके लिए आपका दिल से आभार। मुझे मेल पर काफी प्रतिक्रियाएं आई जिसमे काफी पाठको ने मेरा फिगर जानना चाहा और मेने वादा किया था की अगली कहानी में जरूर बताऊंगी। Kamuk Aurat Sambhog
मेरा कद 5 ’6″ है, रंग गोरा, फिगर 34_31_32 हैं। मैं राजस्थानी होने के करना घर में और बाहर साड़ी पहनती हूं और सिंदूर मंगलसूत्र सदेव लगा कर रखती हूं। मुझे काफी लोग सराहते है और मुझसे दोस्ती करने की मंशा रखते हैं। आज मैं आपको मेरी और मेरे ब्वॉयफ्रेंड के दोस्त निलेश की एक और आपबीती बताने जा रही हूं।
होली के इंसीडेंट के बाद मैने काफी दिनों तक दोनो को सभी जगह से ब्लॉक किया हुआ था। फिर एक महीने पहले फेसबुक मैसेंजर पे एक अज्ञात मैसेज रिक्वेस्ट आई। मेने 4 दिन बाद वो रिक्वेस्ट देखी और रिक्वेस्ट स्वीकार करके मेसेज पढ़ा तो में घबरा गई।
उसमे मेरे और अमित के स्विमिंग पूल में होली खेलते हुए फोटो थे। मेने जब उससे जानना चाहा तो पता चला वो निलेश है जिसने होली पे मुझसे जबरदस्ती संबंध बनाया था। निलेश ने मैसेज में कहा “रीना भाभी एक बार मुझसे मिलो नही तो वो फोटो फेसबुक पे अपलोड कर देगा.”
दो दिन तक मेने काफी सोचने के बाद उससे मिलने के लिऐ हां कर दी। अगले दिन निलेश का मैसेज आया और मुझे अच्छे से तैयार होकर उदयपुर के साइलेंस रिजॉर्ट में आने के लिए कहा। मैं समझ गई थी निलेश की मंशा परंतु मेरे पास कोई चारा नहीं था।
मैने निलेश के अनुसार मेने पीच रंग की प्लेन साड़ी, मैचिंग गहरे गले का ब्लाउज और वेलवेट का पेटीकोट पहना। गले में लंबा मंगलसूत्र, मांग भरी, आंखों में काजल और फेसपैक लगाया। हल्का परफ्यूम और हाई हील के स्कैंडल्स पहने अपनी स्कूटी लेके दिन में 1 बजे रिजॉर्ट पहुंची।
वहा निलेश ने मैसेज किया कि में रूम नंबर 302 में आजाऊ। मैं अंदर से बहुत डरी और गबराई हुई थी। हिम्मत करके मैं रूम के बाहर आई और बेल बजाई। निलेश ने दरवाजा खोला और मुझे एक टक देखता रहा। में शर्मा रही थीं। उसने मुझे अन्दर बुलाया और सोफे पर बैठने को बोला।
मेने पूछा तुमने पिक्स क्यों लिए और यह बुलाने का क्या कारण है। निलेश बोला “भाभी आपसे मिलने को तड़प रहा था। होली के बाद मुझसे रहा नही जा रहा था। इसीलिए आपको ऐसे बुलाना पडा। और भाभी आज तो आपके इस लुक ने मुझे और पागल कर दिया है।” ऐसा बोलकर वो मेरे पास आया और मुझे बांहों में जकड़ लिया।
मेने धक्का देकर उसे दूर किया और बोली “निलेश होली पे जो हुआ वो गलत था। अब बस ये बार बार नही हो सकता तुम मुझे कॉन्टैक्ट करना बंद करो”. में जैसे ही बाहर जाने को हुई निलेश ने मुझे पीछे से झकड़ लिया और बाहों में उठा कर बेड पे गिरा दिया|
वो बोला “भाभी जी नखरे मत दिखाओ वरना जैसा होली पे हुआ दुबारा वैसे ही करना पड़ेगा।” में संभल गई और बोली “निलेश ये जबरदस्ती गलत हैं।” फिर निलेश ने मुझे प्यार से सहलाया और बोला “भाभी आपका और मेरा रिलेशन सीक्रेट रहेगा आप विश्वास कीजिए”। और निलेश ने मुझे टाइट हग किया।
में अंदर तक सिहर गई। निलेश मेरे गले में खुशबू लेने लगा और मेरे परफ्यूम से वो और कामुक हो रहा था। उसकी गरम सांसे मेरे गले में करंट पैदा कर रही थी और मुझे कुछ कुछ हो रहा था। निलेश ने अपने होठ मेरे होठों से मिला दिए और एक हाथ से में कमर पकड़ ली।
वो अपने होटों से मेरे गरम होठों को चूम रहा था। उमुम्हमाआ। में भी उसका साथ दे रही थी। निलेश अब मेरे मुख को चूम रहा था। पप्पियो की बौछार मेरे गालों पे, माथे पे करने लगा। मुझे काफी सुकून मिल।रहा था। और मेरी कमर को वो बड़े प्यार से सहला रहा था।
उसने मेरे पल्लू को सीने से हटाया और मेरे ब्लाउज के उपर वाला भाग चूमने और चाटने लगा। इसके चुम्बन से अलग ही एनर्जी मिल रही थी। निलेश मेरे कंधो और गले में चूमने और चाटने लगा और में आंखे मूंद कर इसका आनंद लेने लगी।
निलेश ने मुझे खड़ा किया और साड़ी का पल्लू पकड़ कर मुझे गोल गोल गुमाने लगा। और मेरी पीच कलर की साड़ी खोल के मुझे अपनी बाहों में ले लिया और कस के अपनी बाहों में झकड लिया।मुझे काफी सुकून मिला। अब मुझे बेड पे लिटा कर वो मुझे पागलों की तरह चूमने व चाटने लगा। उफ्फ एक अलग सी आग थी उसमें. “Kamuk Aurat Sambhog”
निलेश मुझे उल्टा लेटा गया और पीछे से मेरी ब्लाउज के गले में हाथ फिराने लगा। वो स्पर्श किसी भी औरत को पागल करने के लिए काफी था। पीछे से वो मेरे कानों को चाट रहा था और कानो के नीचे चूस रहा था। में पागल हो रही थी और एक मछली की तरह मचल रही थी।
उसने मेरा ब्लाउज उतार दिया और में उपर से नग्न हो गई। मुझे वो पीठ में ही चूम व चाट रहा था। उफ्फ मेरी उत्तेजना को पूरी हवा मिल चुकी थी। उसने मुझे सीधा किया और 34 के स्तनों को मुंह में लेकर चूसने लगा। मेरी आग धधक रही थी। मेरी तेज सांसों से मेरे स्तन भी उपर नीचे हो रहे थे।
सीधा करते ही मेरे चूचे निलेश के मुंह में आगया और वो उन्हे चूसने लगा।। और एक हाथ से दूसरा सामने लगा। मेने उसका सिर पकड़ के चूची में दबा दिया और बोली “पी ले निलेश सारा पी ले आज बस तू मेरी आग शांत कर दे।”
मेरे चूचे चूस चूस कर लाल कर दिए कामिने ने। उसने मेरी पेटीकोट में हाथ डाल कर मेरी चिकनी लेग्स व झांगे सहलाने लगा। आआआह्ह क्या अनुभव था।अब वो नीचे आगे और अपना सिर सीधा मेरे पेटीकोट में डाल दिया और अंदर से झांगो को चूमने और काटने लगा।
में तड़प से आह की आवाजे करने लगी। अंदर से उसने मेरी कच्छी को चूमने लगा और कच्छी के उपर वाले भाग में चाटने लगा।। मेरे चीटिया रेंग रही थी। मेने उसके कपड़े उतार के पूरा नंगा कर दिया और उसके छाती पे चूमने व काटने लगी। उसके निपल्स चूस रही थी ,चूस चूस के उसके निप्पल कड़क हो गए। “Kamuk Aurat Sambhog”
वो बोला “भाभी उफ्फ आपके जैसा प्यार कोई नहीं कर सकता। आपका चूसना और काटना उफ्फ”
मेने उसका लोअर उतार दिया और फन फनाता हुआ 6 इंच का नाग मेरे सामने था। देखते ही उसे मेने अपने मुंह में ले लिया और उसे जोर जोर से चूसने लगी।। उफ्फ वो और में दोनो पागल हुए झा रहे थे। निलेश ने पेटीकोट का नाड़ा खींच कर गिरा दिया। बोला उफ्फ भाभी I love you। और तुरंत मेरी कच्छी भी उतार दी।
अब हम 69 में आकर क्रीड़ा करने लगे। उसका लिंग मेरे मुंह में और मेरी योनि उसके मेरे मुंह से सती हुई। में एक बार उसके मुंह में झड़ गई थी। अब निलेश मेरे ऊपर आगया और मेरी पैरों के उंगलियों को चूसने लगा। उफ्फ अंदर तक तड़प गई में।
मेने कहा अब भाभी को और मत तड़पाओ बुझा दो अपनी और मेरी प्यास। उसने मेरे पैर अपने कंधे पे लिए और लिंग पे थूक लगाया। और लंड का टोपा मेरी चूत में रगड़ने लगा। और एक झोर से झटके से अपना लिंग मेरी कसी हुई चूत में उतर दिए।
मैंने बेडशीट को दोनो हाथो से भींच लिया और दर्द से चीखने लगी। निलेश निकालो इसे मुझे दर्द हो रहा हे। निलेश मेरे उपर लेट गया और लिंग बाहर निकाला। और एक और झटका मार कर पूरा लिंग उतार दिया। और मुझे चोदने लगा।
वह झटके दे रहा था लिंग को अंदर बाहर कर रहा था और में बेड पे उछल कर संभोग कर रही थी। पूरे कमरे में पच पच की आवाज आराही थी। मेरे पैरों की पायल की छन छन और चुड़ियो की खन खन माहोल को और गरम कर रही थी। मेरे बाल बिखर रहे थे और लिपस्टिक चुम्बन से बिगड़ गई थी।
होठों को चूमते हुए में चुड़ाई कर रही थी। 15 मिनट तक वो मुझे चोदता रहा और फिर मेरे पैरों को बेड पे लेके मेरे उपर गोरा और मुझे फिर से चोदने लगा। 20 मिन बाद वो झड़ने लगा और अपना सारा माल मेरी योनि में गिरा कर मुझे तृप्त कर दिया। इस दौरान में तकरीबन 3 बार झड़ी।
फिर मुझे वह गोद में उठा कर बाथरूम ले गया वहा हम दोनो ने लिपट कर स्नान किया। और फिर में उस चूम कर कपड़े पहन कर अपने घर आ गई दोस्तो आपको मेरी कहानी कैसी लगी जरूर बताइएगा [email protected]