मेरा नाम मोहिनी ३० साल की एक हाउसवाइफ हूँ और देखने में सुन्दर और स्मार्ट हूँ और लखनऊ की रहने वाली हूँ. मेरे पति शरद की पोस्टिंग कुछ दिनों पहले ईस्ट में हुई थी. 4 साल पहले मेरी शादी हुई थी पर पति के ट्रान्सफर होने की वजह से मैं घर में अकेली रह गयी थी. Meri Chudai XXX Kahani
मेरे पति ने अपनी ही कंपनी के एक सुपरवाइजर से कह कर उसकी बीवी रेखा को मेरी हेल्प के लिए रख दिया. जो सुबह ८ बजे से शाम ७ बजे तक घर की देखभाल में मेरी मदद करती थी. रेखा का पति ड्यूटी के बाद घर के बहरी कामों में मदद कर दिया करता था.
रेखा के रहने से मेरा टाइम पास हो जाता था रेखा वैसे तो मेरी उम्र की है लेकिन उसके दो दो बच्चे थे. जिनके रहने के वजह से काफी मन लगता था मेरा अभी तक कोई बच्चा नहीं था. इसलिए शादी के 4 साल बाद भी मैं जस के तस थी.
और कुंवारी जैसी लगती थी मेरे बदन में कोई परिवर्तन नहीं हुआ था मेरा साइज़ ३२”२८”३०”था लोग मेरी सुन्दरता की तारीफ़ किया करते थे. शरद और मेरी सेक्स लाइफ साधारण थी वो हफ्ते में सिर्फ एक बार सेक्स करते थे.
उनके बाहर जाने पर तो मैं सेक्स सुख से कई कई दिनों तक वंचित रह जाती थी. रेखा हमसे काफी खुल गयी थी और हमसे सेक्स लाइफ के बारे में भी चर्चा किया करती थी. वो बोलती की मेमसाब आपको तो दो दो तीन तीन महीने हो जाते हैं सेक्स किये हुए आप कैसे रह जाती हो बिना इसके.
मैं और मेरे पति सुनील तो रोज सेक्स करते हैं मैं भी अब उससे बात करने में काफी दिलचस्पी लेने लगी थी. वो मुझे अपने सेक्स के बारे में बताती कि कैसे सुनील उसको सेक्स के समय मसल डालता है और इतनी जल्दी दो दो बच्चों की माँ बना दिया है.
जब कभी वो मेरी मालिश करती तो मेरे नग्न बदन को देख कर कहती. कि मेमसाब आप कितनी सुन्दर हो आपका बदन कितना चिकना है. और लगता है कि साहब जी आप को ठीक से नहीं करते हैं आपने अपने बॉडी को मेन्टेन किया हुआ है..
एक भी अनचाहे बाल तक नहीं हैं आपके बदन पर वो मेरे बदन को पूरा सहलाने लगती. और बोलती कि मैं औरत हूँ पर आपका संगमरमरी बदन देख कर उत्तेजित हो जाती हूँ. मर्दों का क्या हाल होगा जब वो आपको इस तरह नग्न देख लेंगे.
मेरा सुनील तो ऐसी ही बिलकुल चिकना बॉडी पसंद करता है मैं तो आपकी तरह तो अपने आपको नहीं रख पाती हूँ बच्चे भी हो गए हैं. वो मालिश करते समय मेरे अंगों को पूरा छेड़ देती थी मेरी चुचियों को मर्द की तरह ही दबाया करती थी, और यहाँ तक की मेरे चुत को भी छेड़ देती थी.
और अपने सेक्स लाइफ के बारे में बताती थी मेरे तन बदन बिलकुल सुलग जाता था. एक मीठी सी गुदगुदी होने लगती थी पर क्या कर सकती थी वो रोज मेरी मालिश करती. और मेरे बदन के साथ खेलती मुझे अच्छा लगने लगता.
सुनील लंच के समय रोज आता और दोनों मियां बीवी गेस्टरूम में एक साथ खाते. और कभी कभी उनका कमरा बंद हो जाता और वो चुदाई का खेल खेलते कभी कभी तो रेखा तेज आवाज भी करने लगती.
मैं तो बिलकुल उत्तेजित हो जाती और मुझसे बर्दास्त नहीं होता मैं छिप कर खिड़की की झिर्री से उनकी चुदाई देखा करती बहुत मजा आता. एकबार रेखा मुझे मालिश कर रही थी मैं सिर्फ ब्रा और चड्डी में थी.
रेखा मेरे अंगों से खेल रही थी और अपने ताजा चुदाई के किस्से सुना रही थी. और मैं आनंद के सागर में थी तब तक दरवाजे पर नॉक हुआ मैं कपडा पहनने के लिए उठी. लेकिन रेखा ने कहा की आप ऐसे ही रहो जो भी होगा मैं उसे बाहर से ही लौटा दूंगी.
बाद में रेखा जब कमरे में आई तो सुनील भी साथ में था सुनील को देख कर मैं चौंक गयी. मैंने कहा कि सुनील तुम बाहर जाओ. तो रेखा ने कहा कि मेमसाब सुनील से मेरी बाजी लगी थी कि मेमसाब का पूरा बदन एकदम चिकना और कोरा है और शरीर पर एक भी बाल नहीं है.
सुनील बोला कि हो ही नहीं सकता और उसने १००० रूपये की शर्त लगायी है. वो सिर्फ आपका पूरा बदन एक बार बिलकुल नंगे देखेगा और चला जायेगा. मैंने कहा कि नहीं ये क्या तरीका है सुनील को बाहर करो मैंने अपने बदन पर तौलिया रख लिया.
लेकिन रेखा ने तौलिया मेरे बदन से दूर कर दिया. सुनील ने कहा कि रेखा तुम्हारी मेमसाब तो बहुत खुबसूरत हैं तुम्हारी बात सही है. लेकिन इनकी ब्रा और चड्डी तो निकालो ताकि इनका पूरा शरीर चेक कर सकूँ की वाकई तुम्हारी बात सही है कि नहीं.
मैंने देखा कि सुनील के पैंट में टेंट बन गया है. मेरी सेक्सी बॉडी देख कर रेखा ने मेरे मना करने के बाद भी उसने मेरी ब्रा और चड्डी निकाल डाली. सुनील देखता ही रह गया उसकी निगाहें मेरी पूरी बॉडी को टटोल रही थीं.
वो मेरी ओर बढ़ा और कहा कि मेमसाब थोडा छूने दो ना. मैंने सुनील से कहा कि सुनील ये गलत बात है तुम चले जाओ. लेकिन सुनील नहीं माना मैं भागना चाही पर रेखा ने मुझे रोक लिया. सुनील मेरे पास आया और मेरी बाहें पकड़ ली और अपनी ओर खिंचा.
उसने सीधे मेरे गालों को सहलाने लगा और कहा कि मेमसाब मैंने आजतक ऐसा हुस्न नहीं देखा है. उसने कहा कि साहब नहीं हैं तुम्हारे जैसी जवान लड़की बिना सेक्स के रह जाती है. और छिप के हमारा सेक्स देखती हो मैंने देख लिया था कल जब तुम हमें झिर्री से देख रही थी.
ये कहते हुए उसने अपने होंठों से मुझे किस करने लगा मैंने कोशिश की उसके पकड़ से आज़ाद होने कि. पर सुनील ने मुझे अपने चौड़ी बाहों में भींच लिया और ताबड़तोड़ चारो तरफ किस करने लगा और मेरी चुचियों को दबाने लगा.
उसने कहा कि मेमसाब अपने आप को क्यों धोखा देती हो. ३० साल की उम्र में भी तुम कच्ची कली की तरह लगती हो देखो रेखा को मैंने चोद चोद कर दो दो बच्चों की माँ बना दिया है और आज भी रेगुलर सेक्स करते हैं. मेरे साथ आओ मैं तुम्हें भी जवानी के सच्चे सुख से परिचित कराऊंगा.
अब तक मेरे पुरे बदन में आग लग गयी थी और मुझे मदहोशी छाई जा रही थी. सुनील ने मेरे पुरे बदन को मसलना शुरू कर दिया रेखा ने उसका कपडा खोल कर उसे भी नंगा कर दिया. सुनील अब मेरी गांड और चुत पर हाँथ फेरने लगा.
मेरा बुर देख कर कहा कि देखो मेमसाब तुम्हारी बुर को रो रही है अपने यार से मिलने को. सुनील के लंड को देख कर मैं चौंक गई पुरे ७” का था और मोटा भी था पूरा विकराल था. सुनील ने मुझे लिटाते हुए मेरी चुत में ऊँगली डालनी शुरू कर दी.
और कहा कि मेमसाब अभी भी आप कुंवारी हो आपकी चुत में तो ऊँगली भी ठीक से नहीं जा रही है. उसने कहा कि मेमसाब आज आपको मैं कली से फुल बना दूंगा. ये कह कर वो मुझे चूमने लगा मेरी चूचियां हाँथ लगने से फुल गयी थीं और निप्पलस खड़े हो गए थे.
उसने अपने लंड पर मेरा हाँथ रख दिया और मेरी चुचियों को बच्चे के समान मुंह लगा कर पिने लगा. मैं जोश में आ कर उसका लंड आगे पीछे करने लगी थी. हम दोनों के जननांगों से रिसाव शुरू हो गया था.
उधर रेखा भी नंगी हो गयी थी और मेरी और सुनील दोनों की बॉडी से खेलने लगी थी. सुनील ने कहा कि बोलो मोहिनी मेमसाब मैं आपको चोदुं या नहीं यदि आपका मूड नहीं है तो मैं चला जाता हूँ. यह कहते हुए वो मेरी चुत में तेजी से ऊँगली चलाने लगा था.
वो मुझे दिखाने के लिए मेरे शरीर से अलग होने का नाटक किया तो मैंने उसे अपनी ओर खिंच लिया और लगी उसे चूमने. मैंने कहा कि सुनील तुमने और तुम्हारी बीवी ने मेरे तन बदन को सुलगा कर रख दिया है.
और अब मुझे मत तडपाओ आज अपने मुसल लंड से मेरी चूत को फाड़ दो और मुझे भी फुल बना दो. कई दिनों से रेखा मुझे बताती थी तुम्हारे औजार के बारे में आज तुम मुझे जवानी का सुख दो ना मेरी चुत को कूट डालो.
सुनील अब मेरे दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखा और बोला कि मोहिनी रानी अब पेलवाने के लिए तैयार हो जाओ. सुनील ने अपने लंड को मेरी चुत पर रगड़ना शुरू कर दिया रेखा मेरी चुचियों को पिने लगी थी.
मैं चिल्लाने लगी थी और सुनील को बोल रही थी सुनील अब डालो ना अपना लंड मेरे बुर में मेरा बुर सुनील का लंड लेने के लिए खुल गया था. सुनील अब मेरी चुत में धीरे धीरे लंड से धक्का देने लगा.
सुनील का मोटा लंड चुत में नहीं घुस रहा था मैं दर्द से कराहने लगी थी. सुनील बोला कि मोहिनी रानी बस थोडा बर्दास्त करो फिर सब ठीक हो जायेगा और तुम्हे मजा आने लगेगा. सुनील ने पूछा की साहब करते है की नहीं.
मैंने कहा की सुनील सिर्फ एक दो बार महीने में. सुनील ने कहा की उनके लंड का साइज़ तो मैंने कहा कि अधिक से अधिक ४”. तभी सुनील ने कहा की मेमसाब तुम्हारी बुर पर मुझे मेहनत करनी पड़ेगी रोज चोदना पड़ेगा तब जा कर ये बड़ी होगी.
सुनील ने अब धीरे धीरे अपना पूरा लंड मेरी बुर में घुसा दिया और तेजी से झटके मारने लगा. मैं सुनील से चिपकी जा रही थी और अब मुझे मजा आने लगा था. सुनील मेरी चुचियों को दबाता और मेरी बुर में पूरी स्पीड से चोदने लगा.
लगबघ १० मिनट कस कस कर चोदने के बाद हम दोनों ने अपना जवानी का रस छोड़ दिया. सुनील मेरी बुर में ही झड गया मेरी चुत से वीर्य के साथ साथ मेरा खून भी निकल रहा था. मैंने सुनील को किस करने लगी और सुनील भी मुझे किस किया. “Meri Chudai XXX Kahani”
और मैंने उसे धन्यवाद दिया की आज तुमने मुझे औरत बना दिया है सुनील ने भी कहा कि मोहिनी तुम्हारे जैसी लड़की मैंने नहीं देखि है. आज से हम यहीं रहेंगे साहब के आने तक आज से मेरी दो बीवी है.
सुनील ने मुझे कहा कि साहब जब तक नहीं आते मैं तुम्हें अपनी बीवी समझूंगा. सुनील ने कहा कि आज हमारी सुहागरात मनेगी और अगले कुछ दिनों तक वो सिर्फ मेरे साथ ही सेक्स करेगा और मुझे सम्पूर्ण औरत बना देगा.
सुनील ने मुझे इस बिच गांड भी मारा और मुझसे लंड भी चुसवाया. सुनील शरद के आने तक मेरे घर में मेरे पति के समान रहने लगा. और रोज कम से कम ४ बार सेक्स करता मेरे जीवन में बहार आ गयी थी.
जब शरद आया तो मेरे साथ एक बार सेक्स किया मैं अपना पीरियड मिस कर गयी थी और प्रेगनंट हो गयी. और सही समय पर मुझे बेटा हुआ जो कि सुनील का था पर शरद सोंच रहा था कि वो उस बच्चे का बाप है.
सुनील ने कहा कि मोहिनी साहब के नहीं रहने पर तुम मेरी बीवी हो और मैं तुम्हें कम से कम दो तीन और बच्चों की माँ बनाऊंगा. साहब से तुम नहीं सम्भ्लोगी तुम्हें तो मुझे ही संभालना पड़ेगा मेरी जान.
सुनील के प्यार से मैं अभिभुत थी और मुझे मजा आता जब शरद पोस्टिंग पर जाता. और सुनील मुझे खूब चोदता और भरपूर प्यार देता. रेखा भी मेरी बहन की तरह हो गयी थी क्योंकि उसके बच्चे और मेरे बच्चे भाई जो थे और उसका पति मेरा भी पति जो था. “Meri Chudai XXX Kahani”