Makan Malkin Apni Suhagraat Ki Kahani Sunai Mujhe

Hindi Sex Story मेरा नाम राहुल है और ये बात उन दिनों की है जब में इंजिनियरिंग की पढाई कर रहा था. मेरा एक दोस्त था सुनील, वो एक रूम लेकर किराये पर रहता था और में भी ज्यादातर उसके रूम पर ही रहता था. हम सुनील के मकान मालिक को भैया कहकर बुलाते थे और उनकी पत्नी का नाम कविता था, वो बहुत ही मस्त थी और वो मकान मालिक बहुत मज़ाक करता था, वो दिलखुश इंसान था. एक बार की बात है और में कॉलेज गया हुआ था और दोपहर को वापस आया तो मैंने देखा कि घर पर कविता भाभी नहीं है और भैया किसी लड़की को अपने घर लाए है. Makan Malkin Apni Suhagraat Ki Kahani Sunai Mujhe.

फिर मैंने अपने दोस्त से पूछा कि ये लड़की कौन है? तो मेरे दोस्त सुनील
ने बताया कि ये भैया की गर्लफ्रेंड है तो मुझे शॉक लगा कि शादीशुदा आदमी की
गर्लफ्रेंड और वो भी उसके घर के अंदर हो और उसके बाद वो लड़की शाम को चली गई.

फिर 2 दिन के बाद कविता भाभी अपने मायके से वापस आई तो मैंने उनसे पूछा कि भाभी क्या भैया के कोई गर्लफ्रेंड है? तो भाभी रोने लग गई और बोली कि अब आदि आपसे क्या छुपाना? और उन्होंने मुझे सब कुछ सच-सच बता दिया.

फिर वो बोली कि उसके पति उस लड़की को ही प्यार करते है और मुझे नहीं, कई सालों से तो
उनको मुझे बिना टच किए हो गये है और अब वो अपना सारा दर्द बाहर निकाल रही थी. फिर
मैंने बोला कि भाभी आप भी क्यों परेशान होती हो? आपकी मदद के लिए में हूँ ना, में आपका साथ दूँगा
और उनके दिल के दर्द को फिर थोड़ा कम किया और भाभी को चुप कराया. फिर में भाभी से
धीरे-धीरे खुलने लगा और में पहले तो भाभी से नॉर्मल ही बातें करता था. फिर
धीरे-धीरे में भाभी से सेक्सी-सेक्सी बातें करने लगा.

फिर एक दिन मैंने भाभी से पूछ ही लिया कि भाभी आपकी भी सुहागरात मनी होगी तो वो मुझे अजीब सी निगाहों से देखने लगी और हंसकर बोली कि हाँ. फिर मैंने पूछा कि बताओ भाभी कैसे-कैसे, क्या-क्या हुआ था? तो पहले तो वो मना करने लगी, रहने दो, छोड़ो. फिर मेरे जोर देने पर वो भी मान गई और बोली कि उस दिन मुझे बहुत दर्द हुआ था, जैसे चाकू से उंगली कटी हो वैसा दर्द होता है और जैसे ही जब लंड चूत में अंदर जाता था तो बहुत दर्द होता था और उन्होंने मुझे अपनी पूरी सुहागरात की बात बताई. अब मेरा लंड तो खड़ा हो गया था. फिर भाभी ने मेरी केफ्री के ऊपर से मेरे लंड को देखा और वो समझ गई कि आज लंड गर्म है और ये सब देखकर वो अपने रूम में चली गई. अब मुझे उस दिन का इंतजार था जिस दिन घर में कोई ना हो.

फिर एक दिन में कॉलेज नहीं गया था और अपने रूम में ही था तो मैंने
मन बना लिया था कि आज में भाभी को चोद कर ही रहूँगा. फिर उसके बाद भाभी के बच्चे
तो स्कूल चले गये और भैया अपने काम पर चले गये थे. अब घर में, में और भाभी हम
दोनों ही थे, बस फिर क्या था? फिर में मौका देखकर उनके रूम में चला गया और जाकर भाभी के बेड पर
बैठ गया और भाभी से बोला कि भाभी मुझे आपसे बात करना बहुत अच्छा लगता है.

फिर भाभी भी उस दिन मेरी केफ्री को देखकर सब समझ ही गई थी और मैंने अपना एक हाथ उनके हाथ पर रख दिया. फिर कुछ देर के बाद उन्होंने भी मेरा साथ दे दिया और मैंने अपने होंठ उनके होंठ की तरफ़ बढ़ाये तो उन्होंने अपनी आँखे बंद कर ली और में उनको किस करने लगा. फिर वो भी कुछ देर के बाद चालू हो गई और अब वो भी मुझे किस करने लगी और बोली कि आई लव यू आदि, में बहुत दिनों से प्यासी हूँ और मुझे शांत कर दो. फिर क्या था? मैंने उनके कपड़े उतारे और उनके बूब्स पीने लगा, वाह्ह क्या टेस्ट था उनके बूब्स का?

फिर उसके बाद मैंने अपनी एक उंगली उनकी चूत में डाली और अंदर बाहर
करने लगा. उसके बाद मैंने अपनी 2 उंगलियाँ उनकी चूत में डाली और अंदर बाहर करने लगा. अब भाभी को
हल्का सा दर्द और मजा दोनों आ रहा था, अब भाभी पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी.
फिर मैंने अपना अंडरवियर निकाला और अपना मोटा सा लंड उनकी चूत के ऊपर रखा और एक
धक्का मारा तो वो चिल्लाने लगी और में रुक गया.

फिर उसके बाद मैंने 5 मिनट तक उनको शांत किया, फिर मैंने दुबारा
अपना लंड उसी जगह रखा और एक तेज धक्का मारा तो इस बार मेरा लंड पूरा अंदर जा चुका
था और भाभी बहुत तेज चीख रही थी. फिर मैंने अपनी स्पीड चालू कर दी, अब भाभी को भी बहुत
मजा आने लगा था. फिर 15 मिनट के बाद में झड़ गया और फिर मैंने भाभी से पूछा कि तुम थक तो
नहीं गयी. फिर भाभी बोली कि इतना मज़ा आ रहा है और तुम कह रहे हो कि थक गयी क्या? आज तो में एकदम
अच्छा महसूस कर रही हूँ.

फिर में झड़ने के बाद उनके ऊपर ही लेटा रहा और हम दोनों बिना कपड़ो के एक दूसरो की बाँहों में लेटे रहे. फिर भाभी ने अपनी जीभ से मेरा लंड साफ किया और उसको अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. अब मेरा लंड दुबारा से भाभी को चोदने के लिए तैयार हो रहा था, अब धीरे-धीरे मेरा लंड बड़ा हो रहा था और मुझे फिर से मजा आ रहा था. फिर 10 मिनट तक भाभी ने मेरे लंड को आइस-क्रीम की तरह चूसा और उसके बाद मैंने अपने लंड को उनकी चूत पर रखा और फिर से अपना काम शुरू किया.

अब पूरे कमरे में पच-पच की आवाज़ गूँज रही थी और अब भाभी आ अया अया कर रही थी. फिर कुछ देर के बाद में झड़ गया और इस तरह से हमने उस दिन 3 बार सेक्स किया. ये मेरा पहली बार सेक्स था, इससे पहले मैंने कभी भी सेक्स नहीं किया था. उस दिन के बाद में बहुत खुश हुआ और इस तरह से मैंने प्यासी भाभी की प्यास बुझाई और उसके बाद से हमें जब भी मौका मिलता है तो हम सेक्स करते है.

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