Hindi Sex Story मेरा नाम अनिषा है, में रीवा में रहती हूँ, में दिखने में एकदम मॉडल लगती हूँ, मेरी बॉडी का शेप 36-38-40 है और मेरी गांड उभरी हुई है और गोल मटोल है. अब में सीधी स्टोरी पर आती हूँ में जब 19 साल की हुई थी तो मेरे लिए एक रिश्ता आया था. Pati Ke Sath Devaro Ka Bhi Lund Mila Sasural Me Mujhe.
अब में आपको बता दूँ कि मेरे परिवार में मम्मी, पापा और में ही
हूँ. में मेरे मम्मी, पापा की इकलोती बेटी हूँ और फिर मेरी शादी फिक्स कर दी गयी और फिर 2 साल के बाद मेरी
शादी कर दी गयी थी. अब में स्कूल छोड़ चुकी थी और फिर शादी होने के बाद जब में
ससुराल गयी तो मेरी लाईफ बदल गयी.
मेरे पति ओम 24 साल के है और मेरे ससुराल में मेरे ससुर जयंत और दो देवर है, जिनके नाम जय और जगदीश है. मेरी सास इस दुनिया में नहीं है. फिर शादी की पहली रात को ओम मुझे अपनी गोद में उठाकर अपने कमरे की और चल पड़ा. अब घर में सब सोने की तैयारी में लगे थे.
फिर ओम ने मुझे बेड पर लेटाया और दरवाजा बंद करने चले गये. अब में
बहुत उत्तेजित थी कि आज में पहली बार चुदाई का मज़ा लेने वाली थी. फिर वो मेरे पास
आकर बैठ गया, अब में जानबूझ कर शरमाने का नाटक कर रही थी. फिर वो मुझे बोलने लगे
कि ऐसे क्यों शर्मा रही हो?
में : पहली बार इतनी खुशी हो रही है.
ओम : हाँ, मुझे भी.
फिर वो मेरे करीब आए, तो में हंस पड़ी. फिर उन्होंने मेरा
घूँघट उठाया और में उनसे चिपक गयी. फिर वो मुझे लिप किस करने लगे, अब में भी उनका
अच्छा साथ दे रही थी. फिर वो मुझे लेटाकर मेरे ऊपर सोकर किस करने लगे और मेरे
बूब्स मसल रहे थे. अब मेरी साँसे बहुत तेज़ हो गई थी और अब में जोश से हांफ रही
थी. फिर उन्होंने मेरे सारे कपड़े खोलकर मुझे सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में कर दिया.
अब में भी कहाँ कम थी. फिर मैंने भी उन्हें पकड़कर उनके कुर्ते को निकाल दिया और
उनका पजामा धीरे से खोल दिया.
अब वो मेरी पूरी बॉडी को चाट-चाटकर धीरे से काट रहे थे. अब में
उनकी बॉडी पर अपना हाथ फैर रही थी और वो मेरी गोल-गोल गांड को ज़ोर-ज़ोर से दबा
रहे थे. फिर उन्होंने मेरी पेंटी को निकालकर मुझे बेड पर लेटा दिया. अब मेरी
कुंवारी चूत उनके लिए हाज़िर थी. फिर उन्होंने पहले मेरी चूत पर किस किया तो मेरे
शरीर में करंट दौड़ने लगा और अब में सिसकियाँ लेने लगी थी. फिर वो मेरी चूत को
चाटने लगे और अब में आसमान में उड़ रही थी.
अब में उनके लंड को उनकी चड्डी के ऊपर से ही चाटने लगी थी, उनका लंड करीब 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा था. अब मेरे छोटे से हाथ में उनका लंड पूरा नहीं आ रहा था. फिर में उनके लंड को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी. फिर वो मुझे अपने पास खींचकर मुझसे बोले कि मजा आया क्या? तो मैंने कहा कि हाँ बहुत.
फिर वो मेरी चूत पर अपनी उंगली फैरने लगे और मेरी चूत में अंदर
डालने लगे तो में चीख उठी. फिर वो रुक गये और बोले कि तेरी चूत बहुत छोटी है, मेरा लंड लंबा और
ताकतवर है और फिर अपनी उंगली डालने लगे तो में फिर से चीख उठी और रोने लगी. फिर वो
रुक गये और मुझे अपने से चिपकाकर चुप कराने लगे तो में चुप हो गयी. फिर वो अपना
लंड मेरी चूत पर फैरने लगे, अब में मजे ले रही थी.
फिर वो अपना लंड मेरी चूत में डालने लगे, लेकिन उनके लंड का
टोपा बहुत मोटा था, जिससे उनका लंड मेरी चूत में नहीं जा रहा था. फिर वो बोले कि क्या
करूँ मेरी जान तेरी चूत बहुत नाज़ुक है? फिर वो मुझे घोड़ी बनाकर मेरी मोटी
गांड के बीच में अपना मुँह डालकर अपनी ज़ुबान से मेरी गांड के छेद को चाटने लगे.
अब में भी अपनी गांड पीछे कर-करके उनका साथ दे रही थी.
फिर वो अपना लंड मेरी गांड पर लगाकर डालने लगे तो में उछल गयी. फिर
वो तेल लगाकर मेरी गांड में उंगली करने लगे और अपनी तीन उंगलियाँ अंदर डालकर अंदर
बाहर करने लगे. अब में बहुत मजे ले रही थी, फिर वो मेरी गांड में अपना 8 इंच का लंड डालने
लगे. अब उनका लंड मेरी गांड में घुस चुका था, फिर वो ज़ोर से एक झटका लगाकर अपना
पूरा लंड एक ही साथ मेरी गांड में डालने लगे.
में उछल गयी, लेकिन वो नहीं रुके. अब में चीख उठी और जोर-जोर से सिसकियाँ ले रही
थी. अब वो मेरी गांड को ज़ोर-जोर से चोद रहे थे और अब में उनका साथ देने लगी थी.
फिर वो मेरी गांड में ही झड़ गये और लेट गये. अब में उनके ऊपर लेटकर उनके लंड का
स्पर्श मेरी चूत पर ले रही थी और फिर में भी अकड़कर उनके लंड पर ही झड़ गयी और फिर
हम चिपके रहे.
फिर शादी की थकान से हम कब सो गये हमें पता ही नहीं चला. अब हम सुबह नंगे ही लिपटकर सो रहे थे. फिर मेरी आँख खुली तो मैंने उनके लिप्स पर किस करते हुए उनको उठाया. अब वो मेरे बूब्स चूस रहे थे और में उनके लंड को अपने पैरों से हिला रही थी. फिर वो बोले कि जान तेरी चूत को कैसे चोदूं? बहुत ज्यादा टाईट है.
में : आपका लंड लेने को तड़प रही हूँ.
ओम : तो अब क्या करे?
फिर हम दोनों साथ में नहाए और बाहर गये. फिर मैंने सबके लिए
ब्रेकफास्ट बनाया और सब बैठकर खाने लगे और इसी तरह मेरी शादी को 15 दिन बीत गये. अब
मेरी चूत लंड लेने के लिए बहुत तड़प रही थी. तभी एक दिन में घर पर अकेली थी और जय
कॉलेज से घर आया था. अब में आपको बता दूँ कि जय मेरी ही उम्र का लड़का था, जो मेरे पति का भाई
है.
फिर वो अपने रूम में गया और दरवाजा बंद कर लिया. फिर में उसके लिए पानी लेकर उसके कमरे में गयी तो उसने सिर्फ़ रूम का दरवाजा लगाया था और लॉक नहीं किया था. फिर वो मुझे अंदर देखकर डर गया और सीधा बाथरूम में चला गया, क्योंकि वो मुठ मार रहा था. फिर मैंने उसको आवाज़ देखर बाहर बुलाया तो अब वो खामोश खड़ा था. अब में समझ गयी कि वो डर गया है और अब में उसको पटा सकती हूँ. “Pati Ke Sath Devaro”
में : क्या कर रहे थे तुम?
जय : भाभी कुछ नहीं बस पेंट टाईट कर रहा था.
में : अच्छा.
जय : आपको क्या लगा?
में : कुछ नहीं इस उम्र में सबका यही हाल होता है.
अब इतने में मेरे पति दरवाजे के पास खड़े थे, अब में डर गयी थी.
फिर वो बोले कि अच्छा तो तुम दोनों का हाल बुरा है.
में (रोते हुए) : आप ग़लत सोच रहे है.
फिर जय और ओम दोनों ज़ोर-जोर से हँसने लगे और बोले कि में तुझे बता
दूँ कि अब तू इस घर में एक ही औरत है, तुम्हें मेरे भाईयों का ख्याल अच्छे
से रखना होगा.
में : मतलब?
ओम : कुछ ज्यादा ही अच्छे से.
में : क्या आप सच बोल रहे है?
ओम : हाँ, मेरी रंडी.
अब में बहुत खुश हुई कि अब मेरी सील टूट जाएगी. तभी जय मेरे पास
आया, अब वो मेरे बूब्स पर अपना हाथ फैर रहा था. फिर हम हॉल में गये और
मेरे पति ओम ने कहा कि तू बहुत चुदक्कड़ औरत है, तुम्हें पूरी आजादी है कि तुम घर में
किसी से भी चुदवा सकती हो.
में : हाँ, में सबका ख्याल रखूंगी.
तभी डोर बेल बजी, अब जगदीश भी कॉलेज से आ गया था, वो बहुत नॉटी था. फिर वो मुझसे कहने
लगा कि मेरे लिए पानी लाओ और सोफे पर बैठ गया. फिर में पानी लेकर आई तो जय ने मुझे
आँख मारी और मैंने उस पर पानी गिरा दिया.
ओम : रंडी देखकर काम कर.
फिर मैंने पानी हटाने के बहाने उसके लंड पर अपना हाथ फैर दिया तो
वो बहुत खुश हुआ और बोला कि मेरे कपड़े बदल दे रंडी कही की. फिर उसने मुझे अपने
पास बैठाकर मेरी गांड पर अपना हाथ फैरते हुए कहा कि भैया आपने तो इसकी गांड को
सुजा दिया है. आपके लंड से इसकी चूत का क्या हाल हुआ होगा? फिर में उसको किस
करने लगी और अब वो मेरे बूब्स मसल रहा था.
फिर जय ने मेरे पूरे कपड़े उतार दिए और फिर मैंने उन तीनों मर्दो को नंगा कर दिया. अब में उन तीनों के लंड चूस रही थी, जगदीश का लंड 8 इंच का था और मोटा कम था, जय का लंड एकदम बड़ा 9 इंच का था और 3 इंच मोटा था. अब में उसका लंड देखकर डर गयी थी, अब वो सब मेरे जिस्म के एक-एक अंग से खेल रहे थे, अब में जोश में झड़ चुकी थी. “Pati Ke Sath Devaro”
फिर ओम ने जगदीश से कहा कि आज इसको चोदकर इसका बैंड बजा दे. फिर जगदीश
ने झट से अपना लंड मेरी चूत पर लगाया और तीन ज़ोर के झटको में मेरी सील तोड़कर
मेरी कमसिन जवानी को चमका दिया, अब में इतनी खुश थी कि उस दर्द को भी सह गई थी.
फिर 30 मिनट के बाद वो मेरी चूत में ही झड़ गया और हट गया. फिर जय ने अपना फौलादी लंड मेरी चूत पर रखा और एक ही शॉट में मेरी चूत में डालकर मुझे किस करने लगा. अब मेरी चूत से पानी निकल गया था और अब वो मुझे ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था. फिर वो मुझे चोदते-चोदते मेरी चूत में ही झड़ गया. अब मेरी चूत भोसड़े में बदल रही थी, अब ओम अपना 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड मेरी चूत में आसानी से डाल रहा था और में जय का लंड चूस रही थी.
तभी ओम रुका और मुझे अपनी गोद में बैठाया और अपनी तरफ करके मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया. तभी जगदीश अपना लंड मेरे मुँह में डालकर चोदने लगा और जय मेरे पीछे आकर अपना लंड मेरी चूत में डालने लगा, जिसमें एक लंड पहले से ही था. फिर ओम रुका और जय ने मेरी चूत की फाँको को फैलाया और अपना लंड पेलने लगा. अब मेरी चूत में दो मोटे-मोटे लंड थे. अब जगदीश अपना लंड मेरी गांड में डालकर चोद रहा था. अब में आसानी से तीन लंड ले रही थी, मेरी ऐसी चुदाई होगी मैंने कभी सोचा भी नहीं था.