Hindi Sex Story मित्रों , राहुल १८ साल की अवस्था में अपनी बहन प्रियंका और फिर अपनी मम्मी निशा के साथ संभोग सुख प्राप्त कर चुका था तो मेरे जिस्मानी सम्बन्ध निशा से देर रात बने थे और दोनों ने वायदा किया था कि छुप छुपकर एक दूसरे के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाते रहेंगे और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगेगी ,लेकिन मै अपनी मम्मी को प्रियंका और मेरे सम्बन्ध के बारे में भी नहीं बताया था । उस रात दोनों देर रात तक एक दूसरे को संतुष्ट करने में लगे रहे. Didi K Baad Mummy Ki Bur Pelne Ka Hawas Chadha.
और फिर अगली सुबह ………………………………………………………… मै सुबह देर से सो सोकर जगा तो फ्रेश होकर बालकनी में गया ,वहां मां और बेटी दोनों चाय की चुस्की लेते हुए बातें कर रहे थे तो मै वहीं कुर्सी पर बैठा और मम्मी मेरे लिए चाय बनाने चली गई और प्रियंका दीदी शोर्ट्स के साथ टॉप्स में सेक्सी लग रही थी ,हम दोनों के बीच अभी तक काम – क्रीड़ा पांच बार हो चुका था तो चुदाई सिर्फ तीन बार और प्रियंका मुझे देख बोली “क्या हीरो,आज कालेज जाना है या कहीं और (मै थोड़ा सुस्त था)आज कहीं जाने की इच्छा नहीं है (प्रियंका थोड़े बेशर्म की तरह) सो क्या ,रात को कुछ उल्टा पुल्टा काम किए थे.
(मै हंसने लगा)नहीं ,वैसे
तुमको कालेज जाना है तो ड्राप कर दूंगा ।”तभी मम्मी चाय का प्याला लेकर आई और
मै चाय पीने लगा तो दीदी अपने रूम चली गई ,मै
चाय पीता हुआ मम्मी की चुचक की ओर कनखिया कर देख रहा था और वो एक नाईटी पहन रखी थी
,जब मै काफी देर तक निशा को घूरता
रहा तो वो बोली “प्रियंका को कालेज जाने दो ,फिर
बताती हूं (मै)मुझे भी तो कालेज जाना है (मम्मी) ऊहुं ,आज नहीं बदन में बहुत दर्द है और तुझसे मालिश
करानी है (मै)ठीक है लेकिन दीदी को कॉलेज छोड़ने तो जाना होगा ।”और फिर मै
अपने रूम चला गया तो दीदी नाश्ता करने के लिए डायनिंग हाॅल में बैठी हुई थी ,मै स्नान करके नाश्ता करने के मूड में नहीं था
तो अपने रूम में जाकर कपड़ा बदलने लगा ,दीदी
को कालेज छोड़कर फिर घर ही आना था.
तो मै डायनिंग हॉल में आया और दीदी नाश्ता कर रही थी ,मम्मी “कम से कम नाश्ता तो कर लो फिर जाना (मै)आकर करूंगा ।”तकरीबन ०९:४५ सुबह मै प्रियंका के साथ उसके कालेज निकल गया ,वो टाईट जींस और शर्ट पहन रखी थी तो मेरे पीछे बाईक पर वो दोनों पैर दो दिशा में किए मुझसे चिपक कर बैठी हुई थी ,उसके मुलायम स्तन मेरे पीठ से चिपक रहे थे तो मै पूछा “दीदी ,उतना भी मत रगडिए (वो थोड़ी दूरी बना ली)क्या बात है ,कोई दूसरी मिल गई क्या की मुझे दुत्कार रहे हो (मै मुस्कुराया) सॉरी बेबी ,ऐसी बात नहीं है ।” और उसे कालेज ड्रॉप करके मै घर वापस आने लगा तो विजय नगर चौराहे के वाईन शॉप को देख मन करने लगा कि एक बियर की केन गटक ली जाए ,लेकिन डर भी रहा था कि कहीं मम्मी मेरी चोरी ना पकड़ ले.
फिर भी एक केन बियर का खरीदा और फिर शॉप के बगल में बने पीने के स्थान पर बियर पीने लगा तो साथ ही एक सिगरेट जलाया ,खाली पेट बियर पीते हुए बहुत मजा आ रहा था तो मेरा ध्यान मुझे जन्म देने वाली महिला पर थी ,आज उसके नग्न बदन की मालिश करना था वैसे भी मुझे पता था कि इस वक़्त कामवाली बाई घर में काम कर रही होगी तो आराम से घर लौटने की इच्छा थी ।एक केन बियर पीकर अब मै घर की ओर चल पड़ा और फिर कुछ देर के बाद जब घर पहुंचा तो देखा कि पापा घर पर नहीं है और दाईं काम कर रही है तो मै अपने रूम जाकर कपड़ा बदलने लगा और फिर सोचा कि स्नान कर लिया जाय ,तभी मम्मी मेरे रूम आई “स्नान कर लो ,नाश्ता में क्या खाओगे (मै)ब्रेड आमलेट और फिर एक गलास दूध ।”
तो मै वाशरूम घुसा और स्नान करने लगा ,कुछ देर बाद नाश्ता करके अपने रूम में आराम
करने लगा ,दाईं के जाने का इंतजार था तो मम्मी
की बदन की मालिश का न्योता मुझे मिला था ।फिलहाल सुबह के ११:०० बजे थे तो मै बियर
पीकर मस्त था और स्नान करने में बाद काफी फ्रेश महसूस कर रहा था ,तभी मम्मी मेरे कमरे में आई तो वो नाईटी की जगह
साड़ी और ब्लाऊज पहन रखीं थीं ,बोली
“५-१० मिनट में दाईं चली जाएगी (मै )आप स्नान कर ली (निशा)नहीं ,थोड़ी देर बाद करूंगी ।”तो निशा अपना
चूतड़ बलखाते हुए मेरे सामने से चली गई ,गद्देदार
गान्ड को देख लंड फुंफकार रहा था तो मै आंख बंद किए लेटा रहा और ३८-३९ साल की नंगी
बदन को याद करता रहा ,कुछ पल बाद मै उठकर वाशरूम गया ,फिर डायनिंग हॉल की ओर तो दाईं अब दरवाजा से
निकलने पर थी ।
मै दरवाजा बंद किया और मम्मी के बेडरूम घुसा तो वो बेड पर
लेटी हुई थी लेकिन बदन पर से साड़ी पेटीकोट और ब्लाऊज़ गायब था ,सिर्फ उसके पीठ पर ब्रा की पट्टी और चूतड़ पर
हाफ पैंटी दिख रही थी ,वो बिस्तर पर पट लेती हुई थी तो मै
उन्हें चुपचाप निहार रहा था और उनको तो एहसास तक नहीं था कि राहुल उनको अर्ध नग्न
अवस्था में देख रहा है ,तभी वो अपना चेहरा पीछे की और बोली
“राहुल ,अब इधर आओ “लेकिन मुझ पर नजर
पड़ते ही वो शांत पड़ गई “देख तो रहा हूं ,लेकिन
(निशा)लेकिन क्या (मै)डायनिंग हॉल के फर्श पर बेड लगा रहा हूं ,वहीं मालिश करूंगा ।”
मै डायनिंग रूम गया ,फिर एक चटाई बिछाकर उसपर एक चादर डाला ,साथ में दो तकिया भी रखकर बैठा तो निशा अर्ध नग्न अवस्था में मेरी और आ रही थी ,उसका खूबसूरत चेहरा के साथ गोरा बदन और उसके मोटे चिकने जांघों तो पैंटी पर बनी पकोड़ी की तरह बुर कि उभार ,सही में निशा इस उम्र में भी काम की मूर्त दिखती थी और उसके हाथ में एक तेल की शीशी थी तो साथ में एक क्रीम की ट्यूब भी ।निशा बेड पर बैठ गई और पूछी “पहले आगे की ओर मालिश करोगे या (मै उनके ब्रा से बाहर आती चूचियों को देख जीभ को ओंठ पर फेरने लगा )पहले आगे ही , लेटो ।”तो निशा बेड पर चित लेट गई और मै उसके पेट पर हाथ फेरता हुआ तेल की शीशी का ढक्कन खोल दिया ,अब उसकी ब्रा को खोलने कि सोच रहा था और उसके पीठ कि और हाथ लगाया तो वो थोड़ा करवट हो गई ,फिर मै उनकी ब्रा की हुक को खोलकर उनके बाहों से निकाल दिया और ब्रा के रेपर पर उसकी साईज पढ़ने लगा “देख क्या रहा है निख्ख्टू ३६ डी डी की साईज है ,लेकिन सिर्फ मालिश ना की कोई छेड़ छाड़ ।” “Didi K Baad Mummy”
तो मै मुस्कुराता हुआ निशा के चूची पर तेल चूवाने लगा ,उसके पेट से कमर तक तेल चुवाकर मै अब अपनी
हथेली से तेल को उसकी चूचियों पर मलने लगा ,दूसरे
हाथ से पेट तक कमर रगड़ रहा था और उसकी बड़ी बड़ी चूचियों को जोर जोर से मसलता हुआ
मै उनकी मालिश शुरू किया ,चूची को बिना दबाए इसकी मालिश कैसे
संभव है और फिर उसके गर्दन से पेट तक हाथ रगड़ता रहा ,मुझे मालूम था कि मेरे हाथ की छुअन निशा को काम
की आग में जला देगा तो वो खुद चुदवाने को तड़प उठेगी और मै उनके गर्दन से कमर तक
को तेल से मालिश किया ,अब वो दोनो जांघों को फैला दी तो मै
पैंटी को धीरे धीरे कमर से नीचे करने लगा ।मेरी मां बिल्कुल नंगी हो चुकी थी तो वो
बेशर्म की तरह टांग फैलाए अपने चुत को सहला रही थी और मै “तो आपके इस भाग
(बुर छूता हुआ)की मालिश कैसे करूं (वो बोली)तुम जानो ,मालिश अंदर तक होनी चाहिए ।”
मै अब उनकी चुत को सहलाने लगा और वो पूरी तरह से अपनी जांघों
को फैला रखी थी तो मै पहले तो उसके मोटे जांघ को थामकर हवा में किया और चूमने लगा
तो उसके मान्सएल जांघो से चूतड़ के पिछले हिस्से को चूमता हुआ अपने आप को गर्म
करने लगा और वो “उह उई तुम प्लीज़ सिर्फ मालिश करो चूमा चाटी नहीं “तो
मै उसके दूसरे जांघ और चूतड़ के कुछ भाग को चूमकर उसको कामुक कर दिया ,अब मेरा लन्ड पूरी तरह से टाईट हो चुका था तो
मै अपना बरमूडा खोलकर लंड को सहलाने लगा “देख साली कैसी है ,इससे तेरे चुत की मालिश करूंगा (तो वो अपने चुत
को सहलाने लगी)इसको तो घोड़े का लंड चाहिए (मै उसके जांघ से पैर तक तेल चूवाकर
मालिश करने लगा)अरे चुद्दक्कर बोल तो अपने ५-७ साथी को बुला लूं ,तब तो तेरी चुत की आग बूझेगी (वो शरमा कर अपने
चेहरे को हथेली से ढक ली)ठीक है जब तू अपनी मम्मी को रांड ही बनाना चाहता है तो
मुझे क्या दिक्कत ।”
मै उसके बदन को तेल से मालिश करके चमकीला बना डाला तो फिलहाल उसके कमर के पास बैठे इशारे से पट होने को बोला ,उनकी गोल गुंबदाकार गान्ड मुझे काफी सेक्सी लगती थी तो वो अपने बदन को पट अवस्था में करके लेट गई और मै उसके बदन पर सवार होकर गर्दन के पिछले हिस्से को चूमने लगा तो नीचे की ओर होता हुआ उसके पीठ चूम रहा था ,मेरा खड़ा लंड उसके गद्देदार गान्ड में चुभ रही थी तो मै उसके पीठ चूमता हुआ नीचे की ओर हो रहा था “उई मां ,लगता है मालिश के बहाने मेरी गांड़ मार लेगा (मै अब उसके कमर चूमने लगा)चिंता मत कर ,गान्ड के छेद की मालिश भी अच्छे से करूंगा ।”और फिर मै उसके नग्न चूतड़ को किस्स करने लगा ,वो अपने दोनो पैर को आपस में रगड़ रही थी ,तो मै उसके जांघ से पैर तक को चूमा ,फिर पीठ से पैर तक तेल चुवाने लगा और दोनों हाथ से उनके बदन की मालिश कर रहा था । “Didi K Baad Mummy”
निशा की गान्ड के छेद पर उंगली लगाकर मै थोड़ा अंदर किया और
फिर क्रीम का ट्यूब खोल कर क्रीम को हथेली में लिया ,थोड़ा सा ऊंगली में लगाकर छेद में घुसाने लगा
और बचा हुआ क्रीम अपने लंड पर रगड़ लिया ,निशा
के गान्ड में उंगली रगड़ते हुए उसके पैर से पीठ तक को तेल से मालिश करता रहा ,लेकिन उनकी
चूतड़ देख गान्ड मारने का जी कर रहा था तभी वो सर पिछेकर बोली “अब असली मालिश
तो करो ।”मै उसको चित लिटा दिया ,निशा
की बदन तेल से चमक रहे थे तो मै उसके बुर पर थोड़ा क्रीम लगाया ,फिर उंगली में क्रीम लगाकर बुर के अंदर तक
लगाने लगा ,उसकी बुर को उंगली से चोदता हुआ
उसके स्तन को दबाने लगा तो लंड महाराज फंफानाने लगे और वो “प्लीज़ अब और मत
तड़पाओ (मै)क्यों जानेमन ,तुम तो सिर्फ मालिश की बोली थी ,कर तो रहा हूं (मम्मी मेरे कलाई पकड़ ली)नहीं
अब तुम अपना लंड चुत और गान्ड दोनों में बारी बारी से डालो ।”
तो मै निशा की चूतड़ के नीचे तकिया लगाकर बुर के छेद को थोड़ा
ऊपर किया तो गान्ड के छेद थोड़े नीचे थे ,मै
उनकी दोनो छेद को क्रीम से चिकना कर चुका था तो जांघों के बीच घुटने के बल बैठकर
मै लंड को चुत में घुसाने लगा और सुपाड़ा सहित २/३ लंड तो एक ही सांस में अंदर था ,फिर मै उनकी कमर को पकड़ लिया और थोड़ा लंड
बाहर खींच एक जोर का धक्का बुर में दे दिया ,पूरा
लंड चुत की गहराई में थी तो मम्मी की चुत की गहराई नापने में मेरा लन्ड लगा हुआ था
,शायद मुस्किल ही था तो मै उनके बदन
पर सवार होकर तीव्र गति से चुदाई करने लगा और निशा मुझे कसकर पकड़ रखी थी तो मेरा
बदन उसके तेल युक्त बदन पर फिसल रहा था ।
अब मम्मी मेरे ओंठ को चूमने लगी तो मै चुदाई में लीन था और तभी वो मेरे ओंठ को मुंह में लेकर चूसने लगी तो मेरे चुदाई की गति काफी धीरे हो चुकी थी ,मै अपना ओंठ उसकी मुंह से निकाल लिया तो उसकी बड़ी बड़ी चूचियां मेरे छाती से रगड़ खा रही थी ,फिर मै निशा के गर्दन के पीछे हाथ लगाया और उसके मुंह में अपना जीभ पेलकर चुस्वान्ने लगा ,मम्मी मेरे जीभ को चूसते हुए मेरे बदन को सहला रही थी तो मेरा लंड अभी बुर के अंदर स्थिर था और कुछ पल बाद मुझे बुर से रजोनीवरिती का एहसास हुआ ,उसकी चुत से गरम रज की धार छूट पड़ी तो लंड उस रस को पीकर मोटा हो गया । “Didi K Baad Mummy”
मै अब उनके बदन से उठकर बुर को जीभ से चाटने लगा और कुछ पल तक रस के स्वाद को लेता रहा तो मम्मी थोड़ी थकी हुई लग रही थी ,अब मै उनको पट होने को बोला तो उनके चूतड़ के सामने लंड पकड़े मै बैठ गया ,अब उसके गान्ड के लालिमा लिए छेद पर सुपाड़ा रगड़ रहा था तो निशा कामुकता की आग में जलते हुए घुटने और कोहनी के बल हो कर मुझे देखने लगी “देर मत करो अब गांड़ की मालिश कर दो “तो मै सुपाड़ा को अंदर करके गांड़ में लंड पेलने लगा ,थोड़ी टाईट गान्ड में लंड का १/२ हिस्सा घुस चुका था तो मै अब थोड़ा सा लंड बाहर किया.
और उसकी कमर थामे जोर का धक्का गान्ड में दे दिया तो वो चीनख़ पड़ी “अरे मादरचोद आराम से गान्ड है कोई बुर नहीं (मै अब तेजी से गान्ड मारने लगा )पता है मजा ले “तो गुदाज अंग गांड़ में मेरा लन्ड रुक रुककर धक्के मार रहा था तो अंदर की गर्मी काफी थी और मेरा लंड पूरी तरह से टाईट और गर्म हो चुका था ,अब निशा अपने कमर को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए मजा दुना करने लगी लेकिन मै ३ – ४, मिनट गान्ड मारने के बाद “ले बे रण्डी आह मेरा झड़ा “और मेरे लंड से वीर्य का फव्वारा उसकी गान्ड में गिरने लगा तो थोड़ा रस बाहर भी आ रहा था ,फिर मै लंड को बाहर किया तो निशा उसे चूसकर वीर्य पान कर ली ,फिर दोनों नंगे ही एक साथ स्नान किए ।