Pados Ki Garam Aunty Ne Rijhaya Mujhe

Hindi Sex Story दोस्तों , राहुल का आपसबों को नमस्कार ,१८ वर्ष की अवस्था तो शरीर पूरी तरह फिट ,सांवला रंग तो लंबाई ५’११ फिट और औजार ६-७ इंच लम्बा ,ये कोई शादी के लिए मेरा बायोडाटा नहीं है बल्कि मेरा शारीरिक रूप रंग है ।पिछले एक महीने से मेरे शारीरिक संबंध अपनी दीदी प्रियंका ,मम्मी निशा और बुआ सुनयना के साथ बने तो मेरी काम वासना और जाग गई तो प्रियंका अपनी सील तुड़वा कर जब भी बुर कि खुजली से परेशान होती वो मेरे सामने टांग फैलाकर अपनी इच्छा व्यक्त कर देती लेकिन सही मै मुझे निशा के साथ अधिक मजा आने लगा ,एक तो सेक्स में लंबा अनुभव तो दूसरी ओर कामुकता से भरपूर फिर भी मै दीदी को ही अधिक समय दे रहा था । Pados Ki Garam Aunty Ne Rijhaya Mujhe.

खैर मेरे पड़ोस की आंटी शीला मेरे घर आया करती थीं ,उनके पति स्कूल में टीचर थे तो उनकी एक बेटी
रश्मि मेरे उम्र कि और शीला आंटी देखने में काफी खूबसूरत ,लंबा चेहरा ,नशीली
आंखें ,सुराही नुमा गर्दन तो वक्ष स्थल मानो
अरावली पहाड़ी की दो शिखर और साथ में शरीर थोड़ा मांस्ल ,चूतड़ गोल और गुंबदाकार तो उसके दोनों फांक उनकी
तेज चाल के साथ मानो स्प्रिंग की तरह हिलते हों ,कई
दफे आंटी को छुपकर निहारता था और उनको याद करके रात में हस्तमैथुन किया करता था।एक
सुबह बालकनी में मम्मी और दीदी के साथ बैठकर चाय पी रहा था तो मामी मुझे बताई कि
शीला आंटी के घर का पी सी थोड़ा गड़बड़ हो गया है तो मै उनसे मिलने गया था और उनके
नग्न जिस्म की झलक पाकर मै उनको दबोच भी लिया था.

लेकिन वो मुझे एक घंटे बाद घर पर बुलाई थी लेकिन घर में तो मम्मी निशा मेरे लंड के लिए प्यासी थी तो मजबूरी वश उन्हें ही चोदना पड़ा (पढ़ें पिछला भाग “मम्मी के तन की आग बुझाई” ।अगले दिन मै सुबह फ्रेश होकर चाय पिया और फिर स्नान करने से पहले ही शीला आंटी को फोन किया तो वो “तुम तो हद कर दिए ,कल मुझे इंतज़ार करवाकर भी नहीं आए (मै) सॉरी आंटी ,मै ११:०० बजे तक आज आऊंगा क्या आपको कोई दिक्कत (शीला)नहीं ,तभी मै घर में अकेली हुंगी ।”मै तकरीबन ०९ : ४५ बजे दीदी के साथ घर से कालेज के लिए निकला तो कालेज सिर्फ बहाना था और आज का दिन एक नई चुत की खुशबू मिलने वाली थी तो प्रियंका बाईक पर मुझसे चिपककर बैठ गई ,आज काले रंग के लंबे स्कर्ट और हल्के पीले रंग की कुर्ती पहन रखी थी तो मै उनको कॉलेज गेट पर छोड़कर वापस घर की ओर आने लगा तो मन कर रहा था कि एक बोतल बीयर पीकर ही शीला आंटी के पास जाऊं ।

मै विजय नगर चौराहे के वाईन शॉप से एक बोतल बीयर खरीदा और फिर
उसे बाईक की डिक्की में रखकर चल दिया ,फिलहाल
मुहल्ले के पार्क निर्जन ही होते है तो मै कुछ देर बाद पार्क में घुसा तो हाथ में
बियर की बोतल थी और पार्क के अंदर कुछ लोग ही थे तो मै एक झाड़ी के पीछे बैठ पहले
सिगरेट जलाया और फिर बियर की बोतल खोल पीने लगा ,अभी
११:०० बजने में आधे घंटे का वक़्त था तो आराम से बियर पीने लगा और फिर नशे में
झूमते हुए मै वहीं कुछ पल बैठा रहा । राहुल अब अपनी बाईक स्टार्ट कर अपने ही
मुहल्ले की ओर चल पड़ा ,लेकिन मन थोड़ा सहमा हुआ था कि कहीं
मम्मी घर के बालकनी में हो तो मुझे देख सकती हैं.

इसलिए शीला आंटी के घर जाने के लिए दूसरा लेकिन लंबी दूरी वाला रास्ता चुना और फिर समय पर उनके घर पहुंच गया ,मुझे मालूम था कि उनके पति और बेटी घर में नहीं होंगे तो मै बाईक उनके घर के सामने वाले लाउन में पार्क किया और फिर उनके घर के दरवाजे को नॉक करने लगा ।कुछ पल बाद दरवाजा खुला तो शीला आंटी सामने खड़ी थी ,मुझे देखकर मुस्कुराई “आ जाओ अंदर ,कल से तुम्हारा ही इंतजार कर रही हूं (मै)दरअसल ,मेरा एक दोस्त का फोन आ गया और मै उसके साथ ही काम से निकल पड़ा ।”मेरे अंदर घुसते ही शीला दरवाजा बंद कर दी और फिर दोनों एक दूसरे के आमने सामने खड़े थे “देखो राहुल ,किसी के आने की संभावना तो नहीं है फिर भी यदि जरूरत पड़े तो पीछे के दरवाजे से निकल जाना “मै उनके चेहरे को निहारता हुआ उनको अपनी बाहों के घेरे में ले लिया ,वो शायद स्नान करके तैयार थी तो उनके बदन पर सेक्सी नाईटी थी।

दोनों एक दूसरे को जकड़े चुम्बन लेने लगे ,शीला मेरे गर्दन को चूम रही थी तो मै उसके चूतड़
को सहलाता हुआ उसके गर्दन को चूम रहा था ,उसके
बड़े बड़े स्तन मेरी छाती से चिपक रहे थे ,निश्चित
रूप से शीला मेरी मम्मी से उम्र में २-३ साल छोटी थी तो उनकी खूबसूरती और बदन काफी
सेक्सी ,तभी मै शीला के बाल को कसकर पकड़ा और
उसके रसीले ओंठ को चूमने लगा तो वो बेझिझक मेरे ओंठ को ही मुंह में लेकर चूसने लगी
और मेरा हाथ उनकी गोल चूतड़ का माप ले रहा था ।अब दोनों एक दूसरे में समाने को
आतुर हो रहे थे तभी मै अपना ओंठ उनके मुंह से निकला और अपना मुंह खोलकर उनको जीभ
घुसाने का इशारा किया ,देखने में साधारण लगने वाली शीला आंटी
एक कामुक औरत थी और वो मेरे गर्दन के पीछे हाथ लगाकर अपना जीभ मेरे मुंह में घुसा
दी तो मै जीभ चूसता हुआ उसके चूतड़ पर हथेली फेर रहा था ।

मेरे तन की आग बढ़ने लगी तो लंड जींस और कच्छा के अंदर टाईट होने लगा और मै शीला के गर्दन के पीछे हाथ लगाकर उसके जीभ को चूस रहा था तो उसकी सांसें तेज हो चुकी थी और आंखें बंद थी ,मै उसके जीभ को मुंह से निकालकर पास के सोफ़ा पर बैठ गया तो शीला आंटी मेरे सामने खड़ी होकर इशारे से अपना कपड़ा उतारने को बोली ।मै उसे देख मुस्करा रहा था तो शीला किसी २५ साल की जवान माल की तरह अपने नाईटी के डोरी को खोलने लगी तो मै बेसब्री से उसकी नग्न जिस्म देखना चाह रहा था ,बिल्कुल सेक्सी रोबस की तरह उनकी नाइटी खुल गई तो अंदर बेबी डॉल ड्रेस था ,अब उसके चूची के उपरी हिस्से से लेकर उसकी उफान को घूरने लगा तो उसकी मोटी चिकनी केले के थंब जैसी जांघें नंगी थी और शीला अब पीछे मूड गई तो उसके चिकने भारी चूतड़ ट्रांसपेरेंट ड्रेस में दिख रहे थे. “Pados Ki Garam Aunty”

अब तो उनके नग्न पीठ देखता हुआ मुंह में पानी भर आया तो मै उसके पीछे खड़ा हो गया और उसके पीठ को सहलाता हुआ अपना शर्ट उतारने लगा “सेक्सी आंटी ,अब भी आप सुहागसेज पर जो वस्त्र लड़कियां पहनती है वो आप (वो पीछे मुड़ी)हां राहुल ,हमेशा से सेक्सी दिखने की चाहत रही है मेरी ।”तो मै जल्दी में अपना शर्ट और जींस निकाल दिया ,अब उसको पीछे से दबोच कर चूची को मसलने लगा ,आंटी पहले से पूरी तैयारी कर चुकी थी तो मै उनके दोनों स्तन को मसलता हुआ उनके गले से चेहरा चूमने लगा और फिर मै ड्रेस का स्ट्रिप्स जोकि उनके दोनों कंधों पर था को नीचे सरका दिया ,शायद अंदर ब्रा और पेंटी नहीं था तो उनका बेबी डॉल ड्रेस बदन से बाहर था और वो पीछे मुड़कर मुझसे लिपट गई “,तेरी पड़ोस की साधारण आंटी इतनी सेक्सी होगी ,उम्मीद थी तुम्हे (मै उनके नग्न पीठ पर हाथ फेरता हुआ उनके चूची का एहसास छाती पर पा रहा था) नहीं जानेमन अब चुपचाप काम सिर्फ काम होगा ।”

मै शीला को अपने गोद में उठाकर उनके बेडरूम घुसा , वजन ६५ किलो से कम नहीं होगा खैर लंबाई भी ५’६ फिट के आसपास होगी तो शीला को उसके बिस्तर पर
लिटाकर मै उसके बगल में बैठा और उसके दोनों मुलायम स्तन को पकड़कर दबाने लगा तो वो
“ओह आह उह जरा धीरे राहुल (मै उसके पास ही कच्छा पहने बैठा था)जरूर सेक्सी
आंटी ,लगता नहीं है कि तुम रश्मि की मां हो
“वो अपनी हथेली से चेहरा ढक कर शरमाने लगी तो अपने दोनों मोटे जांघों को एक
दूसरे पर चढ़ाकर बुर छुपा रही थी और मै अब भूखे भेड़िए की तरह उसके चूची पर चेहरा
किया तो जैसे ही मुंह खोला ,एक मां अपने
बेटे को मुंह में अपनी चूची घुसा दी और मै चूची चूसता हुआ दूसरा स्तन को सहलाने
लगा लेकिन शीला कि पूरी चूची मुंह में ले पाना आसान नहीं था मानो ३६, डी साईज ब्रा पहनती हो तो मै चूची चूसता हुआ मस्त
हो रहा था कि शीला मेरे कच्छा पर से ही लंड के उभार को सहला रही थी.

फिर वो मेरे कच्छा को कमर से नीचे करने लगी तो मै उसके चूची को छोड़कर अपना कच्छा निकाल फेंका ,अब मेरे मुंह में शीला की बाईं चूची थी तो मेरे मुसल्लांड को पकड़ वो हिलाने लगी और आहें भर रही थी “उई मां ,बुर में तो चींटी रेंग रही है ओह प्लीज़ अब चूची छोड़ो और मुझे चोद दो”ये बात सुनकर मै शीला की ओर देखा और मुस्कुराया तो उसका चेहरा पूरी तरह से लाल हो चुका था ,वो अपने दोनों जांघों को आपस में रगड़कर काम की ज्वाला में जल रही थी ।पल भर बाद मै चूची छोड़कर शीला के मुंह के बगल में घुटने के बल बैठ गया तो समझदार औरत की तरह वो अपने चेहरा को मेरे लंड की ओर की ,फिर अपने कोहनी के बल चेहरा को थोड़ा ऊपर की तो मै अपना लंड पकड़े उसके मुंह पर रगड़ने लगा ,शीला की गुलाबी ओंठो पर सुपाड़ा रगड़ रहा था कि वो मुंह खोलकर मेरा लन्ड अन्दर ले ली और मै उनके सर के पीछे हाथ लगाकर अब बैठे बैठे उसकी मुंह को लंड से चोदने लगा तो वो मेरे कमर में एक हाथ लपेट रखी थी । “Pados Ki Garam Aunty”

कुछ देर तक शीला कि मुंह को चोदता रहा तो वो मजे कर रही थी और मै अपना टाईट लंड बाहर निकाला तो शीला उसको पकड़कर जीभ से चाटने लगी और मै अब चुदाई करने को तड़प रहा था तो बियर के नशे में मुझे काफी मजा आने लगा ,पल भर बाद वो मेरा लंड छोड़कर अपने चुत की ओर इशारा की “क्या बोल रही है मेरी आंटी (वो तकिया पर सर रखकर लेट गई)अब मेरी चुत को चाटो ,समझे “तो मै सर हिलाकर उसकी कमर की और गया और एक तकिया शीला के चूतड़ के नीचे डाल दिया तो कामग्नी में जलते हुए शीला अपने दोनों जांघों को फैला दी और मै उनके जांघों के बीच चेहरा लगाकर चुत दर्शन करने लगा ,दोनों फांक ब्रेड पकोड़ा की तरह फुला हुआ था तो दरार स्पष्ट थे ,मै बुर को किस्स करने लगा और हाथ उसके कमर पर घूम रहा था तो शीला चूतड़ को ऊचकाने लगी तो मै उसके दोनों जांघों को कसकर पकड़ा और शीला अपने उंगली की मदद से चुत फल्का दी.

मै अब चुत में जीभ पेलकर चाटने लगा और वो “उई आह चाट रे कुत्ते और तेज आह इतना मजा “तो आंटी की चुत आग की भट्टी हो चुकी थी और मेरा जीभ बुर की चुदाई कर रहा था तो मेरा लंड फुंफकारने लगा और मै चुदाई को आतुर था लेकिन चुत से रस निकलने का इंतजार था ।पल भर बाद मै चाची की चुत के दोनों फांक को सटाकर मुंह में लेकर चूसने लगा तो वो अब सेक्स के चरम पर थी और कुछ देर बाद “आह ओह उह और नहीं ,बस अब रज धार निकलने पर है”तो मुझे मुंह में उनकी चुत का रस मिला और मै बुर छोड़कर वाशरूम भागा । राहुल फ्रेश होकर रूम में आया तो शीला नंगे ही वाशरूम घुस गई और मै बेड पर लेटकर आराम करने लगा ,पल भर बाद बेड पर आकर लेट गई तो मै अब उनके दोनों पैर को दो दिशा में किया ,तकिया चूतड़ के नीचे लगा दिया ताकि चुत और लंड सीध में रहे ,फिर लंड पकड़े बुर में डालने लगा तो एक ही सांस में २/३ लंड बुर के अंदर था ,मेरी मम्मी की चुत से थोड़ी टाईट थी. “Pados Ki Garam Aunty”

तो मै अब जोर का धक्का बुर में दे मारा और चुदाई शुरू कर दिया ,शीला के चेहरे पर चुदाई की मस्ती दिख रही थी तो मेरा लंड बुर के चिकने मार्ग पर तेज दौड़ लगा रहा था ।तभी मै शीला के नग्न जिस्म पर सवार होकर चोदने लगा तो वो मुझे कसकर पकड़ ली और ओंठ गाल को चूमने लगी ,फिर शीला अपने भारी भरकम चूतड़ को उछालने लगी तो मुझे चुदाई की मस्ती मिल रही थी और मै पिछले ५-६ मिनट से आंटी को चोद चोदकर बेहाल कर रहा था तो वो अपने चूतड़ को स्थिर कर ली और “और तेज चोदो ओह कितने साल बाद ऐसी चुदाई हो रही है ,जमकर चोदो इस चुद्दक्कड रण्डी को (मै हांफने लगा)अरे जानू अब हफ्ता में दो तीन बार तो चोद ही दूंगा “तो वो फिर से चूतड़ उछालने लगी और मेरा लन्ड बुर कि गर्मी से परेशान था और फिर मेरा लंड बुर में वीर्य का फव्वारा छोड़ दिया तो मै चुत में लंड डाले ही शीला के बदन पर लेटा रहा ,वो मेरे ओंठ चूम ली “वाकई बहुत मजा आया ,तुम चुदाई में एक्सपर्ट हो “और मै चुत में लंड डाले १५ मिनट तक रहा और फिर दोनों साथ में ही स्नान किए ।

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