Hindi Sex Story मेरा नाम रागिनी है और मै यू पी की रहने वाली हु मेरे घर मै मेरा छोटा भाई, मम्मी और पापा है छोटा भाई मुझ से केवल २ साल छोटा है और अभी 19 साल का है जिसका नाम आनंद है I मेरा रंग गोरा और हाईट भी ठीक है मेरा फिगर 32, 28 34 है मेरी गांड गोल न होकर चपटी चोडी है जिसे लड़के घूर घूर कर देखते थे मेरे बाल भी घने और काले भूरे है, खैर 12 वी पास के बाद पापा ने मुझे कालेज भेजा कालेज मे लड़के मेरी चूची और गांड घूरते रहते थे पर मै इग्नोर कर देती थी और किसी को भाव नही देती थी पर शयद होनी को कुछ और मंजूर था. Bhai Ki Kunwari Dulhan Banane Ka Idea Diya Saheli Ne.
मेरी क्लासमेट जिसका नाम प्रियंका है से मेरी अच्छी दोस्ती हो
गई उसके 2 3 बॉयफ्रेंड थे और वो खूब चुदाई करती
थी वो हर एक बात मुझ से शेयर करती थी उसकी बात सुनकर मेरी चूत मै भी खुजली होने
लगी थी एक दिन उसने मुझे कहा रागिनी तू बॉयफ्रेंड क्योँ नही बना देती अपनी जवानी
और ख़ूबसूरत जिस्म को क्योँ बर्बाद कर रही क्या तेरा मन नही करता की कोई लड़का तेरी
चूची दबाये मसले तेरी चूत कहते और तेरी चूत में लंड डाले मुझे देख मैं दो दो लड़को
से चुदती और घर में मेरा छोटा भाई मेरी चुदाई करता भाई सुनकर मै दंग रह गई मेरी
सांसे हलक मै ही अटक गई उसने मेरा रिएक्शन देख कर कहा एसा क्या देख रही भाई भी तो
एक लड़का है उसका भी तो मन करता होगा किसी की चूची दबाने का उसकी बात सुनकर मेरी
चूत गीली होने लगी और चूची पर सरसराहट होने लग लगी फिर उसने कहा तू भी किसी लड़के
को अपना बॉयफ्रेंड बना और उसका बिस्तर गर्म कर जवानी के मजे लूट.
मैंने भी न चाहते हुए कहा मै भी चाहती ये सब हो पर डरती हु किसी को पता लग गया तो मेरे पेरेंट्स की बदनामी होगी मेरे पेरेंट्स मुझे मरेंगे सो अलग तो प्रियंका ने कहा अपने भाई को ही पटा ले किसी को कोई सक भी नही होगा और जब चाहे तब बिस्तर गर्म कर सकते.. तो मैंने कहा यार अपने भाई को केसे पटाऊ कंही उसने मम्मी पापा से ख दिया तो मै तो गई काम से तो प्रियंका ने कहा पहले तू उसे अपनी चूची दिखा किसी न किसी बहाने से अपनी गांड और चूची को उस पर टच कर फिर देख तेरा भाई तेरा केसे दीवाना हो जाता मैंने ओके कहा प्रियंका ने मेरी गुड लक कह कर मेरी चूची दबा दी. घर जा कर मेरा दिमाग बस यही सोच रहा था केसे आनंद को गर्म करू फिर उस दिन तो कुछ नही किया बस भाई को उस नजर से देखने लगी जिस से पहले कभी नही देखा.
अगले दिन सन्डे था मम्मी और पापा मार्किट चले गए मै नहाने चली
गई पर टोवल जानभूज कर बहार ही छोड़ दिया नहाने के बाद मैंने भाई को आवाज लगे आनंद
मै टॉवल बाहर ही भूल गई प्लीज दे दे भाई टॉवल ले कर आया तो मैंने जानभूज कर एक हाथ
इतना बाहर निकला की उसे मेरी एक चूची दिख जाय ये तुक्का निशाने पर लग गया अब मैंने
ब्रा नही पहना वेसे भी मै घर पर ब्रा नही पहनती थी और एक बड़े गले का कमीज पहन कर
बहार आई उस टाइम भाई टीवी देख रहा था मै भी भाई के सामने बैठ गई और किसी न किसी
बहाने नीचे झुक रही थी पहले तो भाई ने ध्यान नही दिया पर कुछ देर बाद वो चोरी चोरी
मेरी चूची देखने लगा अब मै एक कदम और आगे बाद चुकी थी थोड़ी देर बाद मोम डैड भी आ
गये मोम ने खाना बनाया और खाना खा कर फ्री हुए तो थोडा आराम करने के बाद मैंने भाई
से कहा मुझे ड्रोविंग बनाने मै मेरी हेल्प कर दे क्योकि आनंद की ड्राविंग बहुत
अच्छी है उसने भी हां कर दी अब हम एक दुसरे के आमने सामने बेठ गये और मै झुक कर
ड्रोविंग करने लगी और इतनी झुकी की मेरी पूरी चूची पूरी दिखे अब भाई भी मेरी चूची
को घूरने लगा और कभी कभी तो इतना डीप हो रहा था की पूरी चूची दिखे अब मै भी उसके
चेहरे का रिएक्शन नोटिस करने लगी उसके चेहरे पर वासना की लकीर साफ़ साफ़ दिखाई देने
लग गई…
अब उसने कहा दीदी आप एसे ही बनती रहो मै अभी आता मै समझ गई वो
कंहा क्या करने जा रहा मैंने बाथरूम की रोशनदान से देखा तो वो अपना लंड जो 5-6 इंच लम्बा और 3-3.5 इंच मोटा रहा होगा हिला रहा था और
जो मेरी ब्रा छोड़ी थी सुबह की उसे अपने लंड पर रगड़ रहा था और बडबडा रहा था रागिनी
तेरी चूची कितनी मस्त रसीले आम जेसे है जिसे निचोड़ निचोड़ कर चूसने को दिल कर रहा..
तेरी चूत कैसे होगी कास तेरी चूत देख पाता.. एसे ही अब वो मेरी ब्रा मै ही झड गया
इसे देख कर मेरे बदन मै आग लगने लग गई मन कर रहा था अभी जाऊ और उसका लंड अपनी चूत
मे ले लू खेर जेसे ही वो बहार आने लगा मै वंहा से रूम मै भाग गई और ड्राविंग करने
लगी उसने कहा अब मै खेलने जा रहा मैंने भी ड्रोविंग बुक बंद की और बाथरूम मै चली
गई और ब्रा पर लगा उसका माल अपनी चूची पर लगा दी और थोडा अपनी चूत पर भी लगा दिया.
खेर वो दिन एसे ही निकल गया पर रात मै उसकी बात और लंड मेरी आँखों मै ही थी उसका लंड और माल देख कर मै चुदासी जेसी हो गई दिल कर रहा था भाई के बिस्तर मे जाऊ और रंडी जेसी चुदाई करवाऊ और उस से चुदने का अगला प्लान सोच सोच कर सो गई सुबह उठी और डेली रूटीन पर लग गये पर मै भाई को नोटिस जरती रही अब वो मुझे भी वासना भरी नजरो से देखने लग गया खेर अब मै कालेज गई तो फिर प्रियंका ने पूछा गाड़ी कुछ आगे बड़ी या फिर अपनी जवानी एसे ही बर्बाद करोगी ? मैंने साडी बात बताई तो उसने मुझे कांग्रट्स करते हुए कहा बस अब औरत बनने मै तुझे ज्यदा टाइम नही लगेगा बस उसे एसे ही गर्म करती रह.. तभी प्रियंका का बॉयफ्रेंड आया और कहा जल्दी चल तो मैंने कहा तू आज क्लास अटेंड नही करोगी और तू जा कंहा जा रही उसने मुझे आँख मारते हुए कहा आज मै dusri क्लास अटेंड करने जा रहे.
मै समझ गई वो किस क्लास मै जा रही… खेर कालेज खत्म होने के बाद मै घर आई और खाना खाने के बाद अपने रूम मै चली गई और यही सोचने लग गई की आगे क्या करू और मन हे मन प्रियंका को भी गली देने लगी कुत्ती को भी आज हे चुदवाना था मुझे बता नही सकती थी अब क्या करना तभी मुझे याद आया कल आनंद कह रहा था कास तेरी चूत देख पाऊ बस अब सोचने लगी आज चूत के दर्सन करवा ही दू पर केसे?? तबी भाई आया और बोला कल की ड्रोविंग पूरी हो गई ?? आज हेल्प करू मै समझ गई ड्रोविंग तो बहाना है तुझे तो मेरी चूची देखनी है मैंने मन ही मन कहा मेरे राजा आज तो तुझे वो दिखाउंगी जिसे देख कर तेरी सांसे रूक जाई पर फिर यही केसे? तभी भी बोला दीदी क्या सोच रही?? मैंने कहा तोड़ी देर मै बुलाऊँगी वो लगभग मायूस हो कर ओके बोलते चला गया .. “Bhai Ki Kunwari Dulhan”
पर मेरी समझ मै नही आ रहा था की अपनी चूत के दर्सन केसे करवाऊ
तभी ध्यान आया मेरी एक लैगी की नीचे से थोडा सिलाई उखड रखी है बस हो गया काम मैंने
पेंटी उतार कर वो लैगी निकाली और सिलाई थोडा और उखाड़ी और पहन ली उस से मेरी चूत
आसानी से दिखे.. मैंने मम्मी को आवाज दी आनंद कंहा है उसे थोडा मेरी हेल्प के लिए
भेजो.. आवाज सुनकर वो भागता हुवा आया और हम दोनों वही पेंसिल कलर निकाल बेठ गये
अपनी टांगे थोडा खोल कर उपर से घुटने एकसाथ मिला कर बेठ कॉपी मे देखने लग गई भाई
लेटते हुए पेंसिल चला कर कहने लगा एसा करो वेसा करो मैंने इरेज़र अपनी चूत के सामने
दोनों टांगो के बीच रख दिया ताकि उसे इरेज़र की जरूरत पड़ने पर उठाते टाइम पेरी चूत
के दर्सन हो जाय और एसा ही हुआ जेसे ही उसने इरेज़र उठाने लगा उसने मेरी चूत देख ली
थोडा देर वो भूल गया मै क्या कर रहा था.
और मैंने भी देखने दिया थोड़ी देर बाद मैंने कहा इरेज़र नही मिल रहा क्या यंही था और मै भी इधर उधर देखने लगी उसने कहा मिल गया अब मैंने अपनी टांगे और ज्यदा फेला दी और पहले जेसी बेठ गई अब वो बार बार मेरी चूत को देखने लगा.. और उसका लंड शयद खड़ा होने लगा अब मै नेचे झुकी और ड्रोविंग करने लगी और वो मेरी चूची देखने लग गया और चूत देखने कीनाकाम कोसिस करने लगा फिर मुझ से कॉपी लेने के बहाने मेरी चूची को थोडा टच कर दिया थोड़ी देर बाद उसने कहा इसे ही बनाओ मै थोडा बाथरूम हो कर आता हु… मुझे पाता था क्या करने जा रहा… मै भी पीछे पीछे उसे देखने गई वो वेसे ही बडबडा रहा था रागिनी हाई रागिनी तेरी चूत कितनी रसीली है कास कवि तू स आपनी चूत मेरे मुह पर रखती तो मै तेरी चूत चाटता और तेरी चूची को दसहरी आम की तरह निचोड़ता… “Bhai Ki Kunwari Dulhan”
रागिनी तुझे चोदता मै अपना लंड तेरी चूत से अंदर डालकर तेरी बच्चेदानी में अपना वीर्य डाल देता रागिनी मुझे चोदने दे मेरे मुह में अपना पानी निकाल दे एसे ही बडबडा कर जोर जोर से मुठ मारने लगा.. जब वो फ्री होने लगा तो इधर उधर देखने लगा वो शायद मेरी ब्रा या पेंटी ढूढ़ रहा था पर मै भी रखना भूल गई वो अब फ्री होने लगा तो कहने लगा रागिनी मै झड रहा तेरी बच्चेदानी मै अपना वीर्य छोड़ रहा तुझे अपने बच्चे की माँ बनाऊगा और मै पापा और मामा दोनों बनूंगा और ये कहते कहते उसने अपना माल निकाल दिया आज उसका माल कल से ज्यदा आया… फिर अब मै वापस आ गई उसकी बात सुनकर मेरे बदन मै सुरसुरी दोड़ने लगी मै बहुत गर्म हो चुकी थी… अब वो वापस आया और मैंने भी सारा सामान समेट कर बंद किया उसने कहा अभी क्यों किया तो मैंने कहा थोडा टीवी देखने का मन कर रहा और मैंने टीवी ऑन किया और सोफ़े पर वेसे ही बेठ गई जिस से भाई मेरी चूत देख सके हुआ भी वही.
उसकी नजर टीवी पर कम और मेरी टांगो के अंदर ज्यदा थी एसे ही दो तीन दिन गुजर गये पर वो आगे नही बढ़ा मै भी सोचने लगी अब क्या करू फिर नेक्स्ट डे प्रियंका से मैंने सब कुछ बता दिया और कहा अब क्या करू वो आगे बढ़ ही नही रहा प्रियंका ने मेरी चूची दबाई और कहने लगी अपने भाई से चुदवा दू तुझे तेरा भाई तो चोदने से रहा तुझे मैंने कहा मर कुत्ती मै सीरियस पूछ रही तो प्रियंका बोली अगर तेरी जगह मै होती तो अपने भाई के बिस्तर मै चली जाती और अपनी चूत उसके मुह पर रख देती… बस फिर क्या था मुझे पाता था आनंद चाहता ही है मै उस से चुदु उसे अपनी चूत चटवाऊ बस मैंने ठान ली आज छोटे भाई के साथ सुहागरात मनाना है… मोम और डैड के रूम और मेरे रूम के बीच किचन और गेस्ट रूम था और भाई का रूम मेरे बगल मै था आज मैंने आनंद को खूब गर्म किया और साथ पढ़ने को कहा भाई को मन्ना ही था वो झट तयार हो गया 11 बजे तक पढाई तो पाता नही पर उसे गर्म करती रही. “Bhai Ki Kunwari Dulhan”
अब भाई को मुठ मरने की जल्दी थी तो उसने कहा मै सोने जा रहा
मैंने उसे भी लग गया था मै उसे उकसा रही पर छोटा होने के शायद वो आगे नही बढ़ा
मैंने भी कहा दरवाजा लॉक मत करना मुझे कंप्यूटर पर कुछ प्रोजेक्ट निकलना है पर
शायद वो समझ गया कि आज मुझे चूत मिलने वाली है पर श्योर भी नही था ये बात उसने
मुझे बाद मै बताया उसके जाने के बाद मैंने अपनी सलवार उतारी और थोड़ी देर तक अपनी
चूत सहलाई जब खूब गर्म हो गई तो 12 बजे
के बाद उसी ढीली कमीज मे उसके रूम मै गयी वो सो रखा था मैंने धीरे से उसकी कम्बल
निकाली तो उपर से केवल बेस्ट मै था और अंडरवेर उतार कर चीयर पर रखा था जब मैंने
नेचे देखा उसने मेरी ब्रा नेचे लपेटा था और उसमे उसका माल गिरा था.
ये देख मै मुस्करा दी पर शरीर पर वही सरसराहट होने लगी क्योकि वो सीधा सोया था मैंने उसके लंड से ब्रा निकाली और लंड पर अपनी जीभ फिराने लगी जो वीर्य उसके लंड पर थी उसे चटने लगी उसका स्वाद अजीब जेसा लगा पर मजा आ रहा था फिर मैं उसके सर तक गई और कमीज को थोडा उपर किया सलवार तो पहले ही उतार दी थी और अपनी चूत उसके मुह पर रख दिया और हल्के हल्के रगड़ने लगी वो शायद सोया नही था या हल्की नीद मै था उसने थोड़ी से अपनी जीभ बाहर निकाली और चूत को टच करने लगा फिर मैंने भाई के दोनों हाथो को अपनी चूची पर रखी और दबाने लगी और कहने लगी आनंद चाटो मेरी चूत आज मैंने अपनी चूत तेरे मुह पर रख दिया अब जेसे ही वो मेरी चूत चटने लगा उसकी सांसो की गर्मी मेरी कुंवारी चूत ने पिसाब छोड़ दी मैंने रोकी पर भया ने कहा रागिनी रोक मत थोडा और पिला ये बात सुन कर मै और एक्ससाईट हो गई और मैं थोडा थोडा कर उसके मुह मे पिसब करने लगी. “Bhai Ki Kunwari Dulhan”
और भाई ने भी मेरी कमीज उतार दी और मेरी चूची को जोर जोर से
मरोड़ने औरदबाने लगा मै सी सी आह आह करने लगी.. भाई जोर जोर से मेरी चूत चाटने लगा
अब मै सातवे आसमान मै थी फिर मेरा शरीर अकड़ने लगा भाई समझ गया मै झड़ने वाली हु तो
भाई ने मेरी चूत अपने मुह मै दबाया और मेरी चूत से एक तीज फुवारा आया जिसे भाई ने
पूरा पी दिया अब भाई ने मुझे अपने बगल मै लिटाया और अपने ओठ मेरे ओठ पर रख कर
चूसने लगा मै भी उसका साथ दे कर उसके ओठ चूसने लगी और उसके खड़े लंड को सहलाने लगी
और भय्या मेरी चूची दबाने और सहलाने लगे उसका लंड इतना कडक हो गया था जेसे कोई
लोहे की रॉड हो फिर कुछ देर बाद भाई ने मेरी एक चूची मुह मै ले कर चूसा और दुसरे
को बरी बरी से मसलने लगे मै बोल रही थी आनंद जोर जोर से दबाओ मेरी चूची लाल कर दो
और दांतों से काटो लव बाईट दो मेरी चूची पर भाई भी जोश मे आ गया.
और मेरी चूची को दांतों से काटने लगा मेरी चूची लाल हो गई और इतनी गर्म हो गई जेसी भट्टी तपती है.. अब मै नीचे आई 69 की पोजीशन मे भाई के कडक लंड को मुह मै ले कर चूसने लगी और भाई दुबारा मेरी चूत चाटने लगे इस बार तो वो चूस कम और खा ज्यादा रहा था अब भाई का शरीर अकड़ने लगा मै समझ गई भाई झड़ने वाला है तो उसका पूरा लंड गले तक अंदर डाल दिया और भाई ने अपने वीर्य से मेरा मुह बहार दिया जिसे मै शान नही कर सकी और भाई के मुह मै ही झड गई…. थोड़ी देर हम इसे ही लेते रहे फिर भाई ने कहा मम्मी पापा को देखते वो जाग तो नही रहे हम दोनों माम डेड के कमरे की तरफ गये तो अंदर से माँ की सिसकारी आ रही थी और चुदाई की आवाज़ आ रही थी अंदर देखने का मन हुवा पर देखे केसे तभी हमारी नजर खिड़की पर पड़ी जिसका पर्दा थोड़ा खिसका हुआ था. “Bhai Ki Kunwari Dulhan”
हम दोनों भाई बहिन अंदर देखने लगे अंदर देखा तो मोम नेचे लेटी
है और पापा मोम को चोद रहे ये लाइव देख कर भाई मेरी चूची सहलाने लगे और मै भाई का
लुंड सहलाने लगी जब हम गर्म हो गये तो अपने रूम मै आ गये भाई बोला चल मेरी रानी अब
हम भी वही करेंगे जो माँ पापा कर रहे एक कमरे में माँ चुद रही तो दुसरे कमरे मे
बेटी भाई से चुदेगी एक साथ ईएसआई बातो से हम दोनों एक्ससाइड होने लगे मैंने कहने
लगी हां भाई अब मेरी सील भी तोड़ दो माँ के साथ साथ मै भी अपने दिन के भय्या और रात
के संय्या से चुदुंगी अब हम दोनों भाई बहिन एक दुसरे के ओठ चूसने लगे मैंने अपनी
चूची भाई के मुह मै दे दिया और हाथ से उसका मुठ मरने लगी और भाई मेरी चूत सहलाने
लगे और अंगुली अंदर डालने लगे पर जा नही रहा थी जबकि हमारे थूक और पानी से चिकनी
हो रखी थी भाई जबरदस्ती अंगुली अंदर डालने लगे मैंने मना किया तो वो आश्चर्य से
मुझ पर देखने लगा.
तब मैंने कहा भाई उंगुली नही मेरी चूत सीधे अपने लंड से फाड़ना वो बोला दीदी तू मर जाएगी तब मैंने कहा अगर चुदवाने से कोई मरती तो आज तक गिनी चुनी लडकिया जिन्दा रहती ये बात सुन भाई ने एक प्यारी किस मेरे ओठ पर दी और कहा एक बार फिर अपनी चूत मेरे मुह पर लगा दे. मैंने कहा थोडा मै बाथरूम जा रही तब दूंगी उसने कहा क्यों मैंने कहा पिसाब जा रही तो , भाई ने कहा प्लीज दीदी आज अपने छोटे भाई के मुह में ही करो फिर मैंने उसके मुह पर चूत रखी और थोडा थोडा कर उसके मुह मे पिसाब छोड़ने लगी अब फिर भाई का लंड खड़ा हो गया और भाई ने मुझे सीधा लिटाया और मेरे उपर चढ़ गया तब मैंने कहा भाई झटके से मत डालना लंड को मेरी चूत पर लगाना और एक चूची को मुह मै ले लो और एक चूची को हाथ से दबाव और तीनो जगह एक ही दबाव से दबाना तब भाई ने एसा ही किया भाई ने दबाव डाला तो सुपाडा अंदर घुसा हे था की मेरे दर्द के मारे आंसू आ गये. “Bhai Ki Kunwari Dulhan”
और भाई रुक गया मैंने कहा मेरे आंसू रहने दो तुम तब तक मत
रुकना जब तक पूरा लंड अंदर न घुस जाय और चूची पर दांत भी गाड़ना चाहे चूची कट भी
क्यों न जाय भाई बोला दर्द होगा तो मैंने कहा जब दर्द होगा तभी तो हमारी सुहागरात
की याद और निसानी रहेगी अब बात मत कर और अब अपनी दीदी को बीबी और एक पूरी औरत बना
दे मैंने एक हाथ अपने मुह पर रखा ताकि मेरी चीख न निकले भाई भी तयार हो गया और
मेरी चूची पर दांत गाड़ने लगा और चूत पर लंड का दबाव डालने लगा जेसे जेसे लंड अंदर
जाता मुझे असहनीय दर्द हुवा अब लंड सील पर अटक गया तो मैंने इशारे से कहा रुको मत
भाई ने एक ही दबाव से चूची दबा भी रहा था काट भी रहा था तो लंड भी अंदर कर रहा था
सील से टकराकर मेरे आँखों मै अन्दर च गया और फिर एक तीज दर्द होने लगा.
और भाई के लंड ने अपनी दीदी की सील तोड़ दी और जोर कर दबाव से पूरा लंड जड़ तक अंदर डाल दिया दर्द के मरे मेरी आवाज़ नही आ रही थी पर इशारे से कहा झटके से लंड बहार निकालो और झटके से दुबारा अंदर डालो भाई ने एक झटके से बाहर निकला मुझे और जोर का दर्द हुवा जब मै कुछ सम्हलती भाई ने दुसरे झटके से एक ही बार मै पूरा लंड फिर अंडर डाल दिया मी 3-4 एसे ही जोर के झटके मरने को कहा तो उसने वही किया और मेरी चूत पर ग रहा था किसी ने चाकू से काट कर मिर्च डाल दी हो मैंने कहा भाई रुको मत मेरी चुदाई सुरु करो क्योकि पहले का वीर्य निकला था तो इस बार भाई ने 35 मिनट तक मुझे बुरी ढंग से चोदा औरउसका बदन अकड़ने लगा मै समझ गई ये झड़ने वाला है तो मैंने अपनी गांड उपर उठाई और उसके कमर से जूर से पकड़ा ताकि वो बहार ना निकल सके और मैंने कहा भाई एक एक बूंद मेरी बच्चेदानी मै डालना अपने वीर्य से मेरी बच्चेदानी भर दो… “Bhai Ki Kunwari Dulhan”
भाई ने जोर से एक झटका मारा और अपने गर्म गर्म बिर्य से मेरी बच्चेदानी मै भर दिया और साथ में मै भी झड गई थोड़ी देर तक हम इसे ही लेटे रहे उसका लंड सिकुड़ गया था पर अंदर ही था मैंने कहा भाई लंड बाहर मत निकलना आगे पीछे कर के दुबारा खड़ा कर और एक बार फिर चोद मुझे एक बार फिर जोरदार चुदाई हुई … अब सुबह के 3 बज चुके थे तो भाई ने कहा अब मोम डेड जागेंगे तुम अपने रूम मै चली जाओ मुझ से उठा नही जा रहा था मेरी चूची और चूत दोनों सूज गई थी.. तो भाई ने नंगे ही मुझे सहारा दे कर मेरे रूम मै ले गये और मुझे मेरे बिस्तर मे लिटाया और जाने लगे.
मैंने उसका हाथ पकड़ा और कहा आनंद अपनी दीदी को उसी के बिस्टर पर नही चोदोगे.. एक बार मेरा बिस्तर गर्म नही करोगे अपने वीर्य से अपनी दीदी का विस्तर गंदा नही करोगे… ये सुन भाई मेरे ऊपर आये और फिर मेरी जोरदार ठुकाई की अब पाने चार हो गई थी तो डैड मोम के उठने का टाइम हो गया था भाई जाने लगा तो मैंने उसके ओठ पर किस ले कर थंक्स कहा भाई बोला थंक्स क्यों तो मैंने कहा अपनी दीदी को उसी के बिस्तर पर चोदने और अपने दीदी के चूत और चूची सुजाने के लिए अब भाई ने भी मेरी चूची दबाते हुए थैंक्स कहा तो मैंने कहा तूम क्यों तो भाई ने कहा मेरी कुंवारी दुल्हन बनने और अपने सगे भाई का वीर्य अपनी बच्चेदानी मै डलवाने के लिए… ये थी मेरी पहली चुदाई की रियल कहानी अब अगर मेरी कहानी पसंद आई हो तो मेल मै बताना तब मै नेक्स्ट कहानी में बताउंगी केसे मैंने आनंद से अपनी गांड मरवाई, केसे भाई से प्रियंका को चुदवाया और केसे मैंने शादी से पहले भाई के बच्चे को जन्म दिया और आनंद को पापा और मामा बनाया…