New Latest Hindi Sex Story दोस्तों आप लोगों ने पढ़ा कि कैसे एक रात घर में कुछ मेहमान आने की वजह से मुझे (शुभम) अपनी छोटी बहन सुनिधि के साथ रात गुजारना पड़ा ,मैं तो अब तक सदमे में हूं कि मेरी २० साल की लाडली बहन इतनी मॉडर्न और खुले विचार वाली है कि खुद ही मेरी बाहों में आकर मेरे साथ सेक्स का आनन्द ली तो उसके अनुसार उसके चुत की झिल्ली भी मैंने ही तोड़ी ,देखने में सुंदर तो गोरा चमड़ा साथ ही टाईट मुलायम बूब्स और चूतड़ काफी सेक्सी और सेप में ,अगले सुबह सोकर उठा तो सुनिधि बेड पर से गायब थी और मैं फ्रेश होकर बालकनी की ओर गया. Thand Ka Aanand Rajai Ke Andar Chhoti Bahan Ke Sath 2.
तो वहां मामी ,मम्मी और दोनों बहनें बैठकर बातें कर रही थी ,मुझे देख मॉम उठने लगी “बैठ अभी चाय लेकर आती हूं “तो मेरी नजर सुनिधि के उभार पर था तो रिंकी चुपचाप बैठे अखबार पढ़ने में लीन थी और शुभम की गन्दी नजर कभी रिंकी के चूचियों पर होता तो कभी मामी पर ।मेरे छोटे मामा की बीवी वर्षा २७-२८ साल की सेक्सी औरत है पर उनके जीवन में काफी दर्द है ,दोनों की शादी के ५-६ साल हो गए पर मामी को कोई बच्चा नहीं हुआ तो वो दोनों बीच बीच में यहां डॉक्टर से परामर्श करने आते हैं ,वैसे सुनिधि की चुत का सील तोड़कर मैं थोड़ा दुखी था पर उसके चेहरे पर कोई शर्म या पश्चाताप दिख नहीं रहा था तभी सुनिधि बोली “भैया मुझे किसी काम से गोमती नगर जाना है ,ड्रॉप कर दोगे (मैं मुस्कराया) जरूर पहले तैयार तो हो लो.
(सुनिधि मुझे आंख मारी) हां ,आप
भी स्नान करके नाश्ता कर लो फिर चलते हैं (मॉम चाय लेकर आई)किधर जाने की तैयारी है
सुनिधि (वो)भैया मुझे भावना के घर छोड़ देंगे ,आज
दोनों को साथ ही बैठकर कुछ लिखना है “फिर मैं चाय पीने लगा तो सुनिधि उठकर
अपने रूम की ओर चली गई और मुझे छोटी बहन की मेरे साथ बाहर जाने पर कोई प्लान की बू
आने लगी पर दिमाग स्थिर किए मैं सीधे अपने रूम घुसा फिर स्नान करने चला गया ,वैसे भी दिसम्बर के माह में गरम पानी से नहाना
ही एक विकल्प था तो कुछ समय में पानी गर्म हुआ फिर स्नान करके मैं ब्लू जीन्स और
फूल शर्ट पहना तो अंदर फूल साईज वूलेन गंजी थी ,अब
तैयार होकर डायनिंग हाल आया तो मम्मी पूछी “नाश्ता में क्या लोगे (मैं)ब्रेड
आमलेट और एक कॉफी “तो मॉम किचन की ओर चली गई फिर मैं वहीं बैठा हुआ टी वी देख
रहा था.
कुछ देर बाद सुनिधि आकर मेरे पास वाली कुर्सी पर बैठ गई तो उसके चेहरे के अलावा हरेक अंग कपड़े से ढके हुए थे ,काले रंग की लंबी स्कर्ट तो उसके अंदर एक टाईट लेगिंग्स और साथ ही एक टॉप्स पर फूल बाहों वाली स्वेटर ,मुझे देख बोली “भावना के घर ड्रॉप करके तुम वापस घर आओगे (मैं)तुमको वहां कितने देर रुकना है (वो)दो तीन घंटे फिर खाना खाने के समय घर पर “फिर दोनों नाश्ता किए और दोनों घर से बाहर निकले तो आज थोड़ी धूप निकली थी तो मैं सोचा की बाईक से ही चला जाए वैसे भी शायद मामा और मामी को लेकर डैड कार से डॉक्टर के यहां जाएं ।सुनिधि मेरे साथ बाईक पर बैठी तो उसके दोनों पैर एक ही दिशा में थे और एक दूरी बनाए वो मेरे साथ बाईक पर बैठी थी लेकिन जैसे ही अपने मोहल्ले से बाईक बाहर निकली वो मेरे से चिपक गई और उसकी मुलायम चूची का एहसास मुझे पीठ पर मिलने लगी हालांकि वो ठंड के कारण अपने बदन को कपड़ों में ढक रखी थी.
जैसे ही गोमती नगर इलाके में घुसा वो बोली “थोड़ी देर पार्क में धूप सेंकी जाए (मैं)ओह अब समझा ,तुमको कोई काम नहीं है बल्कि घूमने निकली हो (वो) लेक्चर देना बंद कर और चुपचाप बाईक रोक “तो पार्क में दोनों दाखिल हुए तो वो अंदर घुसते ही मेरा हाथ पकड़ ली और बोली “दो तीन घंटे तक यहीं धूप सेंकते हैं फिर घर वापस (दोनों घास पर बैठे)तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है अगर मम्मी जान गई तो समझना (वो खिलखिलाकर हंसने लगी ) अगर घर वापस होने में देरी होगी तब ना “तो धूप की हल्की किरण लेते हुए दोनों घांस पर बैठे हुए थे तो सुनिधि इधर उधर देखते हुए मेरे करीब खिसकी फिर मेरे गर्दन में हाथ डालकर ओंठ चूमने लगी तो मैं डरकर उसके चेहरा को पीछे की ओर धकेल दिया “कोई देख लेगा सुनिधि (वो )तो फिर हम लोग उस कोने में चलते हैं झाड़ियों के पीछे (मैं उसको गुस्सा दिखाता हुआ)सुनिधि समझने की कोशिश करो कि हम दोनों भाई बहन हैं.
(वो)तो क्या हुआ ,वैसे
भी बीते रात जो हुआ वो क्या सपना था या हकीकत “तो इसका जवाब तो देना कठिन था
लेकिन २० साल की स्लिम फिगर वाली लड़की की ओर से ऐसा प्रस्ताव ठुकराना कठिन था ,तो दोनों उठकर झाड़ी की ओर चले गए ,वैसे भी गोमती नगर के इस पार्क में छुट्टियों
के दिन में ही भीड़ होती है बाकी सुबह के वक्त इके दुके लोग ही यहां होते हैं तो
दोनों पार्क के आखिरी छोर की ओर चले गए तो झाड़ियों के पीछे घांस पर बैठकर हम
दोनों कुछ रोमांटिक बातें और साथ में सेक्स का आनन्द लेते । सुनिधि अपने पर्स को
घांस पर रखकर सीधे मेरी गोद में बैठकर मुझे चूमना शुरू कर दी तो उसके बूब्स मेरे
सीने से सट रहे थे ,मेरे गोद में अपने चूतड़ को रखकर
गले में बाहें डालकर वो मेरे चेहरे को चूम रही थी तो मेरा हाथ उसके पीठ पर था ,तीनों भाई बहन में सबसे सुंदर साथ ही नक्चढ़ि
लड़की सुनिधि मेरे गाल चूमते हुए मेरे ओंठ पर अपना ओंठ रख कर चुम्बन देने लगी.
तो शुभम किसी गैर की तरह अपनी बहन को अपनी बाहों में लिए बैठे
हुए सेक्स का आनन्द लेने लगा फिर वो अपने जीभ को मेरे ओंठ पर घुमाने लगी तो उत्सुक
होकर मैं अपना पूरा मुंह खोला तो सुनिधि मेरे गर्दन में हाथ डाले पूरा जीभ अंदर
घुसा दी और मैं भी उसके जीभ चूसता हुआ गर्दन में हाथ डाल दिया ।दोनों एक पार्क में
धूप की हल्की किरण लेते हुए सेक्स का आनंद ले रहे थे तो मेरा एक हाथ उसके दाहिने
चूची को ही कपड़े के उपर से पकड़कर दबाने लगा और वो लम्बी सांसें लेते हुए मेरी
गोद में किसी बच्चे की तरह बैठी हुई थी तो अब दोनों काफी गर्म हो चुके थे ,मुंह का लार एक दूसरे के मुंह में जाने लगा तो
पल भर बाद सुनिधि खुद ही अपने जीभ को मुंह से बाहर करके अपना सर मेरे कंधे पर रख
दी तो दोनों के बदन में आग लग चुकी थी और फिर मैं सुनिधि को जमीन पर बिठाया ।दोनों
आमने सामने बैठे हुए थे तो वो अब अपने टॉप्स के उपर की जैकेट को खोलकर रख दी.
अब मैं हाथ लगाकर उसकी चूची को पकड़ दबाने लगा तो वो बेशर्म की तरह खुद ही अपने लेगिंग्स को स्कर्ट के अंदर से बाहर खींचकर खोलने लगी ,फिर उसके नग्न पैर से जांघ तक मेरा हाथ घूमने लगा तो वो बिना संकोच किए मेरे करीब खींस्की फिर मेरा हाथ उसके चुत पर घूमने लगा जोकि पैंटी के अन्दर कैद थी ।शुभम ये भूल चुका था कि ये लड़की इसकी छोटी बहन है ना कि कोई और लड़की जिसके साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाना उचित है लेकिन जब लड़की की चुत में आग लगती है तब सारे रिश्ते धरे रह जाते हैं और लंड से चुत का नाता बन जाता है ,उसके पैंटी की डोरी को खोलकर कमर से निकाला फिर चुत को सहलाता हुआ पूछा “बीते रात ही इसका सील टूटा था या (सुनिधि) तुम ही इसके अंदर अपना पेनिस पहली बार डाले और अब सिर्फ तुम्हीं इसमें डालोगे (मैं उसकी बुर के फांक के बीच उंगली रगड़ने लगा तो एक बूब्स मसल रहा था)ठीक है बेबी फिर ना तुम्हे इधर उधर मुंह मारने की जरूरत और ना मुझे “इतने में सुनिधि चूतड़ को थोड़ा ऊपर करके अपने दोनों हाथ पीछे की ओर किए बैठ गई तो मैं बिना देर किए ही उसकी चुत में उंगली घुसा कर कुरेदने लगा और वो आहें भर रही थी. “Thand Ka Aanand Rajai”
तो मेरा लंड जींस के अंदर फुंफकारने लगा ,अब एक हाथ से अपने जींस का चैन खोला फिर अंदर
ही कच्छा को थोड़ा नीचे किया तो सुनिधि चूतड़ घांस पर रखे अब मेरे मोटे लंबे लंड
को बाहर निकालकर सहलाने लगी तो मैं उसकी चुत को उंगली से चोदने में लीन था और वो
मेरे चेहरे पर किस्स करते हुए गरम कर रही थी । सुनिधि की
चुत में उंगली करता हुआ उसके बूब्स को पुचकार रहा था तो वो मेरे लंड को पकड़ उपर
नीचे करते हुए टाईट करने में लगी हुई थी तभी वो मेरे सामने घुटने के बल होकर चुत
में उंगली करवाते हुए मेरे ओंठ चूमने लगी तो मेरा लंड अब उसके मुंह में घुसने को
तड़प रहा था ,वो मेरे चेहरा से गर्दन तक को किस्स
करते हुए “उह ओह ओह प्लीज़ और तेज रगड़ दो उई मां पानी निकल आईं “तो
मेरे उंगली को चुत के रस का एहसास हुआ फिर मैं रस से गीले उंगली बुर से बाहर करके
चूसा तो वो अब अपने चूतड़ को जमीन पर रख दी “ओह तुम तो मेरी वेजिना को बिन
चाटे रसीला बना दिया.
“खैर झाड़ियों के पीछे दोनों धूप की किरण में गरम होने लगे तो शारीरिक सुख भी दोनों के बदन को गर्म कर रहा था और सुनिधि तभी उठकर चली गई ,किधर ये मालूम नहीं पर जरूर मूतने गई होगी ।मेरा लन्ड ६-७ इंच लम्बा और डेढ़ इंच मोटा है तो फिलहाल जींस से बाहर टाईट पड़ा हुआ बहन कि चुत या मुंह के प्यार का भूखा है ।सुनिधि मुस्कुराते हुए आई तो उसका ध्यान मेरे लंड पर ही था ,तभी वो मेरे सामने बैठकर लंड पकड़ी “शुंभम अगर तुम खड़े होकर मेरे मुंह में डालते तो मुझे अधिक आराम मिलता (मैं उठा और जींस को खोलकर पैर तक कर दिया)अब तो ठीक है ,चल जल्दी कर “सुनिधि मेरे सामने घुटने के बल होकर लंड को पकड़ सीधे मुंह में ले ली फिर मुंह बंद किए मेरे २/३ लंड चूसने लगी तो मैं खड़े खड़े इधर उधर देख भी रहा था पर पार्क लगभग निर्जन ही था तो उस छोर के बाहर एक कच्ची सड़क थी लेकिन झाड़ियों के झुंड की वजह से कोई मेरे चेहरे को तो देख सकता था. “Thand Ka Aanand Rajai”
पर वहां सुनिधि घुटने के बल होकर भाई के लंड को चूस रही है ,देखना नामुमकिन था और तभी वो मेरे कमर पर हाथ
लगाकर खुद चेहरा को आगे पीछे करते हुए मुझे मुखमैथुन का आनंद देने लगी “उह ओह
आह और तेज चूस साली ,तू तो छुपी रुस्तम है साली रण्डी आह
मजा आ गया “तो एक दो मिनट तक उसका मुंह मेरे लंड को चूसता रहा फिर वो लंड
बाहर किए जीभ से उसे चाटने लगी तो मैं थोड़ा झुककर उसके जुल्फों को सहलाने लगा फिर
वो मुझे देखते हुए लंड को मुंह में भर ली लेकिन इस बार सुनिधि के बाल को कसकर
पकड़े मैं उसकी मुंह को ही चोदने लगा , वाकई
पोर्न मूवी ने हम दोनों को बिना अनुभव के ही बहुत कुछ सीखा दिया तो पल भर बाद उसके
तमतमाए चेहरे से लेकर बंद आंखें उसके कामुकता को दर्शाने लगे फिर मैं लंड को उसके
मुंह से बाहर किया और जींस को कमर तक किए थोड़ी दूरी पर जाकर मूतने लगा ,शुभम को अब बहन की चुत चुदाई का मन था.
तो मैं जानबूझकर लंड को जींस में किए उसके पास वापस आया “तो सुनिधि घर चला जाय (वो उठ खड़ी हुई)बीच मझधार में छोड़कर जाने की बात करते हो “तो वो मेरे से लिपटकर भावुक हो गई और मैं उसके चूतड़ को सहलाता हुआ बोला “चल पहले तुझे एक गर्भनिरोधक गोली खिलाता हूं , कल रात भी अंदर झाड़ दिया था (वो)ठीक है ,फिर आकर मजे करेंगे “तो सुनिधि जैकेट और अपनी पेंटी पहनी फिर लेगिंग्स पहनकर पर्स कंधे में टांगे मेरे साथ पार्क से बाहर निकली तभी एक प्रेमी युगल पार्क में घुस रहा था तो सुनिधि बाईक के पास रुककर बोली “लगता है इधर सेक्स करना सेफ है (मैं मुस्कुराने लगा)पर रजाई के अन्दर ज्यादा मजा आता है “दोनों बाईक पर सवार हुए फिर गोमती नगर के एक शॉपिंग मॉल की ओर चल दिए ,मैं भी थोड़ा ब्रेक लेना चाहता था तो लंड कि अकड़ चोदने के लिए काफी थी ।सुनिधि मेरे साथ मेरा हाथ पकड़े एक कॉफी शॉप घुसी फिर दोनों वहां काफी का ऑर्डर करके बातें करने लगे “कुछ खाओगी बेबी (वो मुस्कराने लगी)बिल्कुल नहीं ,अच्छा तुम ड्रिंक्स करते हो (मैं थोड़ा असमंजस में था). “Thand Ka Aanand Rajai”
कभी कभार वो भी दोस्तों के साथ ,क्यों (सुनिधि हंसने लगी) मुझे भी व्हिस्की
काफी पसंद है (मैं तो उसकी बात सुनकर हैरान रह गया)ओह ये तो गलत है बेबी ,ड्रिंक्स करती हो (वो )दोस्तों के साथ दो चार
बार ली हूं ,चल ना किसी बार में बैठकर पीते हैं
(मैं )तुम्हारा दिमाग खराब हो चुका है ,बार
में मेरे साथ बैठकर ड्रिंक्स लेगी ना तो कई मर्द तेरे पर हाथ फेर देंगे (कॉफी टेबल
पर था तो दोनों पीने लगे)मजाक कर रही थी “फिर दोनों कुछ देर बाद वहां से
निकले तो वक़्त ११:१५ सुबह की हो रही थी और मैं बाईक स्टार्ट किया तो सुनिधि मेरे
पीछे चिपककर बैठी ,फिर पार्क की ओर चल पड़े तो ठंड के
मौसम में हल्की धूप कुछ राहत दे रही थी ।फिर से दोनों पार्क के अंदर घुसे तो पैर
उसी दिशा में जा रही थी और जैसे ही दोनों उस किनारे झाड़ियों के पीछे पहुंचे वहां
तो पहले से एक प्रेमी युगल बैठकर काम क्रिया में लिप्त थे ,सुनिधि मेरे हाथ थामे उस लड़के को देखने लगी
जिसकी गोद में एक लड़की बैठकर अपने ओंठ चुसवा रही थी.
तो उन दोनों का ध्यान हम पर नहीं था फिर हम दोनों वहां से हट गए तो गोमती नगर के इस पार्क के दूसरे छोर की ओर चल दिए पर उधर का बाहरी हिस्सा थोड़ा गंदा था ,शहर का चौड़ा नाला इधर से ही गुजरकर गोमती नदी में जा मिलती है फिर भी जब दो बदन में काम की ज्वाला भड़की हो तो फिर क्या ।दोनों घांस पर बैठे तो वो रास्ते में ही एक दवाई खा चुकी थी जिसका असर तकरीबन २४ घंटे का होता है तो बीते रात बहन की चुत में वीर्य स्खलित करके थोड़ा सहमा हुआ था पर दवाई खाने के बाद अब किसी तरह कि दिक्कत होने वाली नहीं थी ,फिलहाल तो सिर्फ ओरल सेक्स ही संभव था और तभी सुनिधि पर्स घांस पर रखकर बिना हिचक के अपने सैंडल खोलकर बगल में रखी फिर वो मेरा हाथ पकड़कर अपने स्कर्ट के अंदर घुसा दी तो मैं उसके लेगिंग्स को कमर से नीचे खडकाने लगा । सुनिधि काफी बोल्ड और सेक्सी लड़की है तो उसकी पेंटी हटाकर मैं उसकी बुर पर हाथ फेरने लगा. “Thand Ka Aanand Rajai”
और वो अब मेरे करीब होकर जींस को खोलने लगी “शुभम अब जल्दी से चोदो मुझे ,वैसे भी दवाई का असर अभी तो रहेगा (मैं उसकी बुर सहलाने लगा ) ऐसा है कि ना तो ये बंद कमरा है और ना ही उस दवाई का असर अगले संभोग तक रहेगा (सुनिधि मेरे जींस को चूतड़ से नीचे करके लंड पकड़ी)कोई नहीं ,बाहर ही झड़ना फिलहाल बोले कैसे डालोगे “तो मैं हिम्मत करके पूरा जींस फटाफट उतारा और सुनिधि को घांस पर लिटा दिया तो वो अपने दोनों जांघों को फैलाकर स्कर्ट कमर तक उठा रखी थी ,सच में चुदासी लड़की की तरह गर्म थी तो मैं अब घुटने के बल होकर उसके चुत के मुहाने पर सुपाड़ा रखा फिर धीरे से सुपाड़ा अंदर पेलकर लंड धंसाने लगा.
तो उसकी टाईट चुत में आधा लंड घुसते ही मेरे मोटे लंड को संकीर्ण पथ पर कठिनाई होने लगी तो मेरा हाथ उसकी कमर पर था और वो अपने दोनों पैर हवा में उठा रखी थी ,उसकी चूतड़ घांस से थोड़ी उपर थी तो मैं उसके दोनों पैर कंधे पर रखकर एक जोर का धक्का चुत में दे मारा और वो अपने आवाज को नियंत्रित करते करते भी बोल पड़ी “उई मां फट गई रे मेरी चुत ,ओह आराम से “तो दूसरा तेज धक्का बहन की चुत में पूरा लंड घुसेड़ दिया और मैं बैठे बैठे बहन कि चुत चुदाई करने लगा तो वो आंख बंद किए चुदाई के गर्मी से मस्त हो रही थी ,खुद अपने एक बूब्स पकड़कर दबाने लगी. “Thand Ka Aanand Rajai”
तो मैं सहमा हुआ उस्को पूरी रफ्तार से चोदने लगा ,कोई इस तरह दोनों को देख लिया तो दिक्कत हो सकती है इसलिए बिना ब्रेक लिए सुनिधि को चोदकर झड़ना चाहता था और वो “उह ओह आह बहुत मजा आ रहा है “सेक्सी आवाज निकाल रही थी तो मेरा लंड पूरी तरह से गरम था मानो कोई लोहे कि सलाख हो ,उसपर से उसकी चुत भी आग की भट्टी की तरह जलने लगी और मैं उसको चोदता हुआ उसकी चूची मसलने लगा “उह ओह सुनिधि बस ये लो आह मेरा झड़ा “फिर लंड से वीर्य की तेज धार उसकी चुत में निकल पड़ी और दोनों शांत हो गए ,फिर दोनों बारी बारी से अपने गुप्त अंग को साफ किए ,कपड़ा पहनकर कुछ देर आराम किए फिर वापस अपने घर ।