Kamasin Jawani Ki Aag Boyfriend Se Bujhwaya 2

Hindi Sex Story हैलो फ्रेंड्स , शोभा सिंह की पिछली सारी कहानियां शायद आप सबों को अच्छी लगी हो तो पिछले भाग में आप लोगों ने पढ़ा की मैं अपने क्लासमेट सह बॉय फ्रेंड देव के साथ क्लासेस छोड़कर घूमने चली गई ,सारनाथ में दोनों कुछ देर एक पेड़ के नीचे बैठकर ओरल सेक्स का लुफ्त उठाए फिर शाम को वो मेरे मुहल्ले में मुझे ड्रॉप कर अपना घर चला गया. Kamasin Jawani Ki Aag Boyfriend Se Bujhwaya 2.

चाचा अंकित के साथ तीन दिन तक चली शारीरिक सम्बन्ध की क्रिया
मुझे काम वासना की दुनिया में धकेल दी तो २३ वर्षीय शोभा अपने एक आशिक देव को ही
ये मौका दी की साथ मेरे घूम फिरकर मेरे पर हाथ डाले तो समझो मेरा प्लान सफल हुआ
लेकिन आगे क्या देव के सामने टांग फैलाए चुदने को तैयार रहना था ,आसानी से तो अपनी गुलाबी चुत देव को नहीं देने
वाली थी लेकिन इसकी खुजली को भी मिटाना जरूरी था ।

मैं देर रात अपनी चुत में उंगली डालकर उसकी खुजली मिटाने लगी लेकिन जब चुत को लंड कि स्वाद मिल चुकी थी तो फिर उसमे सिर्फ लंड ही उसके खुजली मिटाने को काफी था ,मैं दो दिन बाद कॉलेज गई तो इस बीच देव से मोबाईल पर कई बार बातें भी हुई थी और मैं इस रोमांटिक पल के लिए तैयार थी जब देव मुझे पूरी तरह से नग्न कर मेरे साथ संभोग क्रिया करेगा ,उसका स्मार्ट फिगर के साथ चौड़ी छाती साथ ही मूसल लंड जोकि टाईट होने पर ७-८ इंच लम्बा लगता है.

मेरे चुत की चुदाई के लिए काफी है तो मेरे चुत की गहराई और
फांकों की लचक तो चुदाई की बारम्बारता पर है ,सिर्फ
ग्यारह चुदाई अपने २३ साल की अवस्था में कोई बहुत बड़ी उपलब्धि तो नहीं जबकि मेरी
कई सहेलियां एक दो बच्चे की मां भी बन चुकी है ,फिलहाल
तो शादी होने में देर है लेकिन ये जवानी लौट कर आने वाली नहीं सो इसका आनंद लिया
जाए । शोभा
की सेक्सी जिस्म पर फिलहाल टॉप्स और मिनी स्कर्ट है तो अंदर के भाग को अच्छे से
ढकने के लिए शेप वियर पहन रखी हूं ताकि मेरे कोमल गुप्तांग सहित चूतड़ पर्दे में
छिपी हो.

क्लास में दोनों टांग एक दूसरे पर चढ़ाकर बैठे अपने अर्ध रूप
से नग्न जांघों कि ओर कई लड़कों का ध्यान देख रही थी तो देव ब्लू रंग के पैंट और
रेड स्ट्रीप शर्ट पहनकर स्मार्ट लग रहा था ,दो
क्लास ख़तम होने के बाद १५ मिनट का ब्रेक था तो देव और मैं आंखों के इशारे से बाहर
निकल कॉलेज गेट की ओर चले गए तो वो पार्किंग जोन की ओर ।शोभा टहलते हुए कॉलेज गेट
के बाहर पहुंची तो मेरे लंबे नग्न टांग और उस पर हाई हिल सैंडल मेरी सेक्सी जिस्म
पर चार चांद लगा रहा था.

कुछ मनचले मेरे बूब्स से लेकर टांग तक को निहार रहे थे ,देखो साले ! रात को मुझे याद कर मुठ मारना ,फिर देव बाईक से वहां आया तो मैं उसके पीछे बैठ
गई ,दोनों पैर एक ही दिशा में किए तो एक
हाथ उसके कंधे पर रख लेकिन दाहिना हिस्सा उसके पीठ से चिपका हुआ तो अब राहगीर मेरी
चिकनी जांघों को अच्छे से देख मेरी चिकनी चुत की कोरी कल्पना तक कर सकते थे ,कारण की बैठने के बाद मेरा स्कर्ट थोड़ा और ऊपर
हो चुका था तो मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला.

“आज किधर घूमने जा रहे हैं देव (वो)आज मैं तुम्हें गंगा के उस पार ले जाऊंगा (मैं)लेकिन मुझे तो पानी से भी डर लगता है देव (वो)हम दोनों नाव से उस ओर जाएंगे ,क्या समझी “फिर बाईक गोधोलिया चौक की ओर बढ़ा तो समझ में आने लगा कि आज प्रकृति की गोद में ही दोनों शारीरिक संबंध बनाकर मजा लेंगे ,तकरीबन १२:१५ बजे दोनों एक नाव पर सवार हुए तो एक ओर साथ में बैठ बातें कर रहे थे और दोनों पैर एक दूसरे पर चढ़ाकर मैं उस मल्लाह की नजरों से अपनी चुत के हिस्से को बचा रही थी चूंकि वो मेरे से थोड़ा नीचे बैठकर नाव खेप रहा था.

तो दोनों आमने सामने थे ,देव
और मेरे बीच में थोड़ी दूरी थी लेकिन तभी वो मेरे कंधे में हाथ डालकर गाल चूम लिया
तो मैं उसको घूरते हुए देखी “दिमाग ठीक तो है ,सामने
कोई है”तो वो मेरे कंधे पर हाथ रखे चुपचाप बैठा रहा लेकिन उसकी उंगली मेरे
गर्दन को सहला रही थी तो मैं दूसरी ओर देखते हुए मस्त थी ।देव और शोभा गंगा के उस
किनारे पहुंचकर नाविक को शाम चार बजे आने को बोले फिर दोनों उस किनारे के क्षेत्र
में चलते हुए अकेलापन की तलाश करते हुए कुछ दूरी तय किए तो देव अपने बैग से एक
चादर निकाला और जमीन पर बिछाया.

तो मैं पहले सैंडल खोली फिर उसपर बैठ गई ,दोनों पैर घुटने मोड़कर बैठी हुई थी तो देव बैग से कोल्ड ड्रिंक्स की एक बोतल निकाला फिर उसको खोलते हुए मुझे बढ़ाया “लो इसको पीकर थोड़ी प्यास बुझा लो (मैं उससे बोतल लेकर पीने लगी तो वो सिगरेट की पैकेट निकाल सिगरेट जलाया)क्या देव ,तुम भी सिगरेट पीते हो (वो हंसते हुए मेरे नग्न जांघ पर एक थप्पड़ जड़ दिया)बेबी ,कभी कभार (मैं उसके हाथ दुबारा जांघों पर देख उसका हाथ हटाई)हैलो मिस्टर ,रोज रोज ये सब नहीं “तो वो थोड़ा झेंप गया तो बिना थोड़ा नखडा किए बॉय फ्रेंड को अपना तन सौपना लड़की जात के लिए अच्छी बात नहीं है. “Kamasin Jawani Ki Aag”

तो मैं उसके हाथ से सिगरेट लेकर फूंकना शुरू कर दी फिर कोल्ड
ड्रिंक्स की बोतल उसे दे दी तो देव मुझे देखता हुआ मेरे स्कर्ट जोकि घुटने मोड़कर
बैठने की वजह से पूरी तरह से खुली हुई थी साथ ही कहिए तो अंदर का शेप वियर भी दिख
रहा था ,वो हाथ अंदर डालकर जांघ पर हाथ
फेरने लगा और उसकी हाथ उस गहराई को छूने की कोशिश में थी जहां हर मर्द अपनी ठहराव
करते हैं तो देव कोल्ड ड्रिंक्स की बोतल रखकर मेरे चुत को शेप वियर के ऊपर से ही
सहलाने लगा तो समझो तन में आग लगने लगी।शोभा के कोमल अंग पर देव का हाथ फिसलने लगा
फिर वो अपना दूसरा हाथ मेरे बूब्स पर लगाकर जोर जोर से मसलने लगा.

“अबे साले , तेरी बहन की चूची नहीं है जरा आराम से (वो मेरे शेप वियर पर से ही फांकों के बीच उंगली रगड़ने लगा)शोभा मुझे तो बहन है ही नहीं “मैं मुस्कराते हुए उसके पैंट पर हाथ फेरने लगी ,ठीक वहीं जहां उसके लंड कि उभार होनी चाहिए ,जो बिल्कुल ही बाहर से समझ नहीं आ रही थी ,अब उसके सामने शर्म और हया खोकर उसके पैंट के ऊपर बकल्स को खोलने लगी तो देव खुद जल्दी में था ।पल भर में वो खुद अपना पैंट और अंडरवियर चूतड़ से नीचे करके लंड को नग्न कर दिया ,फिलहाल उसका सोया हुआ लंड मेरे हाथ में था तो उसको पकड़ मैं दबाने लगी फिर भी किसी लंबे मोटे लंड जोकि टाईट हो से भी ज्यादा बड़ा दिख रहा था.

और मैं उसके लंड मुट्ठी में लेकर दबाते हुए उसके हाथ से चूची
दबाने का आनंद ले रही थी ,देव का लंबा कसरती बदन मेरे पर भारी
पड़ता अगर मैं उसे चोदने का मौका दे देती लेकिन अभी तो बिल्कुल ही नहीं “उह
ओह देव प्लीज़ हाथ हटाओ बहुत गुदगुदी होने लगी”तो मेरा कॉटन शेप वियर सहित
उसकी उंगली चुत के दरार में रगड़ खा खाकर बुर रानी को गर्म कर चुकी थी ,अपना हाथ चुत से हटाया तो मैं बेशर्म लड़की
अपने हाथ में सोए लंड को छोड़कर खुद ही हाथ स्कर्ट में डालकर शेप वियर खोलने लगी
तो देव मेरी टाईट टॉप्स को कमर से ऊपर करने लगा।

शोभा की सेक्सी जिस्म साथ ही गुप्तांग उसे तड़पाने लगी तो
समझो काम की ज्वाला भड़क चुकी थी ,अपना
शेप वियर हटाकर चुत नग्न कर दी तो देव मेरे स्कर्ट को कमर तक करके चुत को सहलाने
लगा ,निर्जन स्थान पर प्रकृति की गोद में
दोनों मस्त थे तो अब उसकी उंगली चुत में जाने लगी फिर वो उंगली से मेरी चुत
कुरेदने लगा तो मैं उसके लंड को अर्ध रूप से टाईट करके छोड़ी और उसकी उंगली बुर को
कुरेद मेरा मन तडपाने लगी “उह ओह देव अब उंगली निकाल तो “फिर उसके
फुंफकारता लंड को चूसने के लिए मैं पहले तो अपने आपको उसके सामने डॉगी स्टाइल में
कर दी फिर उसके लंड का चमड़ा छिलकर सुपाड़ा को जीभ से चाटने लगी.

चाचा के लंड से इसका लंड कम नहीं था और उसकी मांस्ल सुपाड़ा को ओंठो के बीच लेकर जब चूसना शुरू की देव मेरे स्कर्ट कमर तक उठाकर चूतड़ सहलाने लगा ,अभी कोई एक ओर मर्द होता तो मुझे चूतड़ की ओर से चोद चोदकर मस्त कर सकता था “उह उई आह सेक्सी पूरा लंड तो चूस ना “तो मैं मुंह खोलकर आधा लंड अंदर लिए चूसने लगी तो लोहे कि सलाख की तरह इसकी कड़ी और गरम लंड मेरे मुंह को तृप्त करने लगा और उसका हाथ मेरी गान्ड पर घूमते हुए एक उंगली फिर से चुत में घुस गया ,वो उंगली को चुत में रगड़ रगड़ कर मेरी चुत की अग्निपरीक्षा के रहा था तो शोभा अपने सर का झटका देने लगी. “Kamasin Jawani Ki Aag”

वैसे भी मुखमैथुन में मुझे बहुत मज़ा आता है तो वो आहें भर रहा था “उह ओह सेक्सी आह तुमको आज चोदकर ही दम मारूंगा (मैं उसके थूक से सने लंड मुंह से निकालकर)फिलहाल तो भूल ही जाओ ,जितना दे रही हूं ना (लंड को जीभ से चाटने लगी और वो उंगली से चुत कुरेद रहा था)काहे साली तुम्हें मजा नहीं आता है क्या “लेकिन मैं चुपचाप लंड चाटकर उसी स्टाइल में रही और उसकी उंगली बुर को इतनी गर्म कर चुकी थी कि जल्दी ही रस निकल पड़ता ।अब मैं देव के लंड को पकड़ सुपाड़ा को नाक से सटाकर सूंघने लगी फिर बोली “उह उई देव प्लीज़ चाट दो ना मेरी चुत “वो झट से उंगली निकालकर मुझे चादर पर लेटने को बोला.

तो अब वो मेरी कमर के नीचे अपना छोटा सा बैग डालकर मेरी चुत
को थोड़ा ऊपर किया ,उसके पैंट और अंडरवियर पैर में थे
तो वो इधर उधर देखता हुआ पेंट और कच्छा को निकाल दिया ।मेरे स्कर्ट कमर तक उठा कर
दोनों जांघें फैलाकर बुर पर ही मुंह
लगाकर चूमने लगा तो मैं उसके चुम्बन से बेचैन होकर चूतड़ ही हवा में उठाने लगी
“उह ओह देव चाट बे भोंसड़ी के चाट ना “तो देव उंगली की मदद से चुत फैलाए
अपना जीभ घुसाने लगा तो समझो मेरी जान ही निकलने लगी.

उसका आधा जीभ चुत को चाट रहा था तो मैं “आह उई मां ,मर गई चाट बे बुर चट्टा उह आह कुत्ते की तरह
जीभ निकाल ना “तो मेरी नजरों के सामने देव का लंड था और उसको आज ही चुत में
लेकर चुद्वांगी ,कोई गारंटी नहीं आखिर मैं भी तो एक
लड़की हूं साथ ही कोमार्य्य भंग कराकर ही देव की बाहों में आईं हूं और मेरा एक
स्तन वो दबाता हुआ मस्त था “अरे कुत्ते ,भोंसड़ी
के चूस साले अपनी मां की चुत चूस ना ,मूत
पिलाऊंगी तुझे”तो देव मेरे दोनों मोटे फांक ओंठो के बीच लेकर चूसने लगा.

और मैं अब कामग्नि में जलते हुए रस छोड़ने को थी फिर मेरी बुर
से रज धार छुट कर देव के मुंह में गिरने लगी और वो रस का स्वाद लेकर उठा फिर बैग
मेरे कमर से निकाल उससे एक टॉवेल निकाल कमर से लपेट कर मेरे से थोड़ा दूर चला गया ,मै उठकर बैठी फिर पानी पीते हुए अपने आपको नियंत्रित
करने लगी ।गंगा के उस किनारे लगभग १:४५ बजे दोनों सेक्स की दुनिया में खो चुके थे
तो समझो मेरी चुत अब लंड के लिए तड़प रही थी लेकिन आज नहीं चुदवाने कि मंशा है
लेकिन चूची चुस्वाकर ही अपने तन को शांत करने की कोशिश करूंगी.

देव आकर वहां बैठा “तुम तो जरूरत की हर चीज साथ लाए हो “,वो हंसने लगा और अपने पैंट से पर्स निकालकर कंडोम की पैकेट निकाला “देखो ये भी लाया हूं (मैं चेहरा फेर बोली)ना बाबा ना डरती हूं इंटरकोर्स से ,वैसे भी तेरा बहुत ही लंबा और मोटा औजार है “मैं उठकर उससे थोड़ी दूर गई फिर पैर के बल बैठकर स्कर्ट कमर तक उठाए छर छर मूतने लगी ,वापस आकर पानी की बोतल ली और बुर को धोकर रुमाल से साफ कर उसके सामने बैठी तो देव का खंबा सा लंड टॉवेल होते हुए भी फुंफकार मारने लगा. “Kamasin Jawani Ki Aag”

और शोभा हाथ बढ़ाकर उसके टॉवेल खोल लंड को पकड़ हिलाने लगी तो
वो मेरे टॉप्स को गले तक उठाकर चूची दबा रहा था ,फिर
मैं फ्रंट फेस लॉक ब्रा को खोलकर पर्स में रख दी तो मेरे तन से शेप वियर और ब्रा
गायब थी और देव अब मुझे चादर पर लिटाकर मेरे दोनों बूब्स को पकड़कर दबाने लगा तो
मैं अपनी काम वासना को शांत करने के लिए दोनों जांघें एक दूसरे पर चढ़ाकर रगड़ने
लगे तो सही में चुत की दोनों फांकों के बीच घर्षण कर मैं मस्त हो रही थी.

“उह ओह देव चूसो ना प्लीज मुझे दूध पिलाने में मजा आएगा
“वो मेरे सीने पर झुककर मुंह खोला तो खुद ही चूची मुंह में भरकर चूसने दी और
मेरी ३२ डी साईज की ब्रा में कैद चूची वाकई छोटी है जिसे देव चूस रहा था तो मेरी
चुत में गुदगुदी होने लगी “अरे उह ओह चूस साले कुत्ते दांत मत काट अबे
भोंसड़ी के अपनी मां की चूची पर दांत काटना “वो मेरी दाईं चूची छोड़कर बाईं
चूची चूसने लगा तो मैं हाथ बढ़ाकर उसके लंड को पकड़ हिलाने लगी ठीक वैसे ही जैसे
गाय के थन पकड़ दूध दुहा जाता है.

मेरी जिस्म उसकी चुदाई के लिए तड़प रही थी तो प्रकृति की गोद
में उससे चुदाई की इच्छा नहीं थी “उह देव अब छोड़ साले लहरा दिया चूची को
“तो समझो मेरी चूची उसके मुंह से निकलते ही शरीर में उठने वाला तूफान थम सा
गया ।मैं लेटी रही तो देव मेरे जांघ पर ही चुम्बन देने लगा और आज मैं देव के लंड
चूसकर वीर्य का स्वाद चखना चाहती थी ,देव
को चादर पर लिटाकर उसके लंड के ऊपर चेहरा किए मुंह खोली फिर लंड का आधा हिस्सा
लेकर चूसने लगी तो मेरा हाथ उसके कमर पर था.

सर का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी तो मुझे मालूम था कि देव का लंड जल्दी ही खललास हो जाएगा ,सो तेज़ी से मुखमैथुन का मजा देते हुए लंड का वीर्य पीना चाहती थी और देव अब मेरे लंबे जुल्फ कसकर पकड़े खुद ही लंड से मेरा मुंह चोदने लगा तो उसका सुपाड़ा मेरे गले तक अटक जाती थी “उह ओह साली रण्डी तुझे चोद चोदकर बेहाल ना कर दिया ना तो मेरे नाम का कुत्ता पाल लेना”. “Kamasin Jawani Ki Aag”

मैं आंखें बन्द किए हुए लंड चूसती रही और २-३ मिनट के बाद देव चिंख पड़ा “उह ओह निकाल ले साली नहीं तो तेरे मुंह में ही वीर्य झाड़ दूंगा “और पल भर बाद ऐसा ही हुआ तो मैं गरम चिपचिपा पदार्थ गटागट पीकर नशे में झूम उठी ,लंड छोड़कर उठी और पानी पीकर मुंह साफ की ……..दोनों एक घंटे तक वहीं आराम किए फिर वापस अपने अपने घर ।

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