Ishita Ki Bra Khol Kar Boobs Se Khelne Laga Main

Hindi Sex Story दीदी घर पर अकेली थी उनके सास ससुर भी कहीं गए हुए थे और जीजा जी भी अपने काम के सिलसिले में कहीं जाने वाले थे इसलिए दीदी ने मुझे फोन कर  अपने पास आने के लिए कहा। मैं कॉलेज की पढ़ाई कर रहा हूं और यह मेरे कॉलेज का आखरी वर्ष था मैंने दीदी को कहा कि ठीक है दीदी मैं आ जाऊंगा। Ishita Ki Bra Khol Kar Boobs Se Khelne Laga Main.

जब मैंने यह बात मां को बताई तो मां कहने लगी कि बेटा तुम दीदी के
पास चले जाओ और फिर मैं भी दीदी के पास चला गया। मैं जब दीदी के पास गया तो दीदी
घर पर अकेली ही थी दीदी के पड़ोस में ही इशिता रहती है जो उस वक्त उनके घर आई हुई
थी। इशिता से मेरी पहली ही बार मुलाकात हो रही थी इससे पहले मैंने इशिता को कभी
देखा नहीं था। दीदी ने ही मेरी मुलाकात इशिता से करवाई इशिता भी कॉलेज की पढ़ाई कर
रही है उस वक्त मेरी इशिता से ज्यादा बात नहीं हुई।

मैं दीदी के घर करीब 4 दिन तक रुका और उसके बाद मैं अपने घर लौट आया था जब मैं अपने घर लौट आया तो उसके काफी दिनों तक मेरी दीदी से कोई भी बात नहीं हो पाई। ना तो दीदी का मुझे फोन आया था और ना ही मैंने दीदी से बात की थी। मेरे कॉलेज के एग्जाम भी नजदीक आ चुके थे और मैं अपने एग्जाम के लिए पढ़ाई कर रहा था कुछ दिनों बाद कॉलेज के एग्जाम खत्म हो जाने के बाद मुझे अपने करियर को लेकर चिंता सता रही थी।

पापा चाहते थे कि मैं अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखूं और फिर मैंने
ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद अपने पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी उसी कॉलेज से की
जिससे मैंने ग्रेजुएशन पूरा किया था। एक दिन मैं दीदी को मिलने के लिए गया उस दिन
जब मैं दीदी को मिलने के लिए गया तो जीजाजी भी घर पर ही थे और उस दिन मैं इशिता से
भी मिला। जब मैं इशिता को मिला तो इशिता मुझसे बातें करने लगी इशिता मुझसे पूछ रही
थी कि तुम क्या कर रहे हो तो मैंने इशिता को बताया कि मैं तो अभी भी कॉलेज की
पढ़ाई कर रहा हूं।

इशिता ने मुझे बताया कि वह अब जॉब करने लगी है मैंने इशिता को कहा
कि क्या तुम अपने कॉलेज की पढ़ाई नहीं कर रही हो तो इशिता मुझे कहने लगी कि मेरा
ग्रेजुएशन हो चुका है और मैं पोस्ट ग्रेजुएशन अगले साल करूंगी इस साल घर की स्थिति
को देखते हुए मुझे जॉब करनी पड़ रही है। इशिता ने सिर्फ मुझे इतना ही बताया उसके
बाद इशिता चली गई थी लेकिन दीदी ने मुझे इशिता के पापा के बारे में बताया और कहा
कि इशिता के पापा की तबीयत खराब हो जाने की वजह से उनके बिजनेस में काफी बड़ा
नुकसान हुआ है जिससे की इशिता को जॉब करनी पड़ रही है।

इशिता के परिवार में उसका एक छोटा भाई है और अब इशिता को ही जॉब करनी पड़ रही थी और इशिता घर की जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही थी। इशिता से मैं जब भी मिलता तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता था इशिता का फोन नंबर मेरे पास था तो एक दिन मैंने सोचा कि क्यों ना इशिता को फोन पर मैसेज करूं। मेरी और इशिता की पहली बार ही फोन पर बातें हो रही थी हम दोनों की इससे पहले कभी भी फोन पर बातें नहीं हुई थी।

मैंने जब इशिता को मैसेज किया तो उसने भी मुझे रिप्लाई किया और हम
दोनों फोन पर एक दूसरे से बातें करने लगे हम दोनों की फोन पर काफी बातें होने लगी
थी और मुझे भी बहुत अच्छा लगता जब मैं इशिता से फोन पर बात करता हूं। हम दोनों की
बातें अब काफी ज्यादा होने लगी थी इसलिए मैं भी इशिता को मिलने लगा था मैं जब भी इशिता
को मिलता तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता और इशिता को भी बहुत अच्छा लगता जब भी हम
दोनों साथ में होते हैं।

एक दिन हम दोनों साथ में ही थे और उस दिन हम दोनों एक दूसरे से बात
कर रहे थे जब मैं इशिता से बात कर रहा था तो इशिता से मैं उसके पापा के बारे में
पूछ रहा था तब इशिता ने मुझे बताया कि अब उसके पापा का बिजनेस ठीक चलने लगा है और
उनकी तबीयत भी ठीक हो चुकी है। मैंने इशिता से कहा चलो यह तो बहुत ही अच्छा है कि
तुम्हारे पापा की अब तबीयत ठीक हो चुकी है।

इशिता ने मुझे बताया कि उसके पापा की तबीयत खराब हो जाने के बाद
उसके पापा के इलाज में काफी ज्यादा पैसे लग गए थे, इशिता मुझसे अपनी हर एक बात को शेयर
किया करती थी। मैं जब भी दीदी से मिलने के लिए जाता हूं तो इशिता से मैं जरूर मिला
करता था और मुझे बहुत ही अच्छा लगता है जब भी मैं इशिता से मिलता हूँ।

हम दोनों की फोन पर भी अब काफी बातें होने लगी थी और फोन पर हम दोनों घंटों एक दूसरे से बातें किया करते मैं जब भी इशिता से फोन पर बातें करता तो मुझे बहुत अच्छा लगता और इशिता को भी बहुत अच्छा लगता। एक शाम इशिता और मैं साथ में बैठे हुए थे उस दिन हम लोग कॉफ़ी शॉप में बैठे हुए थे और एक दूसरे से बातें कर रहे थे उस दिन मैं इशिता की तरफ देख रहा था तो इशिता को देखकर मुझे काफी अच्छा लग रहा था।

मैंने इशिता से कहा कि इशिता मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं इशिता
भी मेरी तरफ देखने लगी इशिता को तो यकीन ही नहीं हुआ वह मुझे कहने लगी कि क्या तुम
वाकई में मुझसे प्यार करते हो तो मैंने इशिता को कहा हां इशिता। इशिता को बिल्कुल
भी यकीन नहीं हुआ और उस दिन के बाद हम दोनों का रिलेशन चलने लगा था। हम दोनों का
रिलेशन काफी अच्छे से चल रहा था और हम दोनों एक दूसरे के बहुत नजदीक आ चुके
थे।मेरे और इशिता के बीच नजदीकिया बढने के बाद जब भी इशिता और मैं एक दूसरे के साथ
होते तो हमें काफी अच्छा लगता।

एक दिन हम दोनों एक दूसरे के साथ बैठे हुए थे उस दिन हम दोनों ने एक दूसरे से बातें कर रहे थे। जब हम दोनों एक दूसरे से बातें कर रहे थे तो हमें बहुत ही अच्छा लग रहा था। मुझे नहीं मालूम था कि उस दिन इशिता और मैं एक दूसरे के लिए इतना ज्यादा उत्तेजित हो जाएंगे कि हम दोनों एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार हो जाएंगे। उस दिन हम दोनों एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार हो चुके थे। “Ishita Ki Bra Khol”

मैंने इशिता को कहा क्यों ना हम लोग कहीं होटल में चले इशिता घबरा
रही थी लेकिन मैंने उसे आश्वासन दिया और कहा तुम चिंता मत करो तुम्हें घबराने की
जरूरत नहीं है। वह भी मेरी बात मान गई आखिर हम दोनों के अंदर जवानी का उबाल बाहर
निकाल रहा था। इशिता चाहती थी वह मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाए वह बहुत तडप रही थी।
अब इशिता मेरी बात मान चुकी थी और जब हम दोनों एक दूसरे के साथ बैठे हुए थे तो मैं
अपने हाथों से इशिता के बदन को महसूस कर रहा था।

मैंने धीरे धीरे इशिता के बदन से कपड़े उतारने शुरु कर दिए थे। जब मैंने उसकी ब्रा को उतारा तो वह खुश हो गई और मुझे कहने लगी मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जाएगा। मैंने इशिता से कहा रहा तो मुझसे भी नहीं जाएगा और यह कहकर मैंने इशिता के बदन को महसूस करना शुरू कर दिया। इशिता के बदन को मैं महसूस कर रहा था उसके स्तनों को जब मैं दबा रहा था तो मुझे अच्छा लग रहा था मैंने उसके स्तनों का रसपान बहुत देर तक किया।

इशिता के स्तनों का रसपान कर के मेरे अंदर की गर्मी पूरी तरीके से
बढ़ चुकी थी। मेरे अंदर की गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ़ चुकी थी मैं तडप रहा था। मैं इशिता
के स्तनों का रसपान किए जा रहा था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। हम दोनों के अंदर की
गर्मी अब इतनी अधिक हो गई कि ना तो मैं उसे रोक पाया और ना ही इशिता। हम दोनों एक
दूसरे के लिए उत्तेजित हो चुके थे मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो उसे इशिता ने
अपने मुंह में लेकर सकिंग करना शुरू कर दिया था। इशिता को बहुत ही ज्यादा आनंद की
अनुभूति हो रही थी और मुझे भी एक अलग ही मजा आ रहा था।

वह मेरे लंड को ऐसा चूस रही थी जैसे कि मेरे लंड से वह पूरी तरीके
से पानी बाहर निकाल देगी और उसने ऐसा ही किया, काफी देर तक उसने मेरे मोटे लंड का
रसपान किया और मेरे लंड से पानी बाहर निकाल दिया। मुझे उसने पूरी तरीके से
उत्तेजित कर दिया था मेरे अंदर की गर्मी अधिक हो चुकी थी इसलिए मैंने भी इशिता की
कोमल चूत को चाटना शुरू किया। मै उसकी चूत को पूरी तरीके से गिला कर चुका था।

इशिता को बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा था वह मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लग रहा है। अब उसको बहुत ही ज्यादा अच्छा लगने लगा था मुझे भी अच्छा लग रहा था। मैंने इशिता की गर्मी को बढ़ा दिया था। जैसे ही मैंने इशिता की चूत के अंदर अपने मोटे लंड को प्रवेश करवाया उस से इशिता को मजा आ गया। वह मुझे कहने लगी मेरी चूत से खून निकलने लगा है मैं समझ चुका था इशिता पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुकी है। वह बहुत ज्यादा तड़प रही थी मैं उसे लगातार तीव्र गति से धक्के मारे जा रहा था और मेरे धक्को की गति बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी। “Ishita Ki Bra Khol”

मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था ना तो इशिता अपने आपको रोक पाया। मैंने उसकी योनि के अंदर अपने माल को गिरा दिया था। मै दोबारा इशिता को चोदना चाहता था मैंने दोबारा से इशिता को चोदने का फैसला कर लिया। मैंने इशिता की योनि के अंदर अपने मोटे लंड को प्रवेश करवा कर उसे तेज गति से धक्के देना शुरू कर दिया था। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब मैंने उसे धक्के मारे तो मेरे अंदर की गर्मी पूरी तरीके से बढ़ चुकी थी।

मैं इशिता की योनि के अंदर अपने माल को गिरा चुका था इशिता को मजा आ गया था और उस दिन के बाद हम दोनो एक दूसरे के साथ हमेशा सेक्स करने के बारे में सोचते और हम दोनों का रिलेशन भी अच्छे से चल रहा है। मै इशिता के साथ बहुत ही ज्यादा खुश हूं और अपनी जिंदगी की हर खुशी को मैं इशिता के साथ बांटना हूं।

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