हिंदी सेक्स स्टोरी दोस्तों मुझे मेरी पिछली स्टोरी Meri Khoobsurati Ke Deewane Nanad Ke Sasural Wale part 1 का बहुत अच्छा रिस्पांस मिला आप लोगों के बहुत सारे ईमेल्स मुझे प्राप्त हुए इसलिए लिए मैं इसका अगला पार्ट आप लोगों के लिए लेकर आई हूं । तो यह पाठ का आनंद लेने के लिए स्टोरी का पिछला पार्ट जरूर पढ़ ले। में यह स्टोरी कई भाग में डालूंगी जिसे आपको भरपूर आनंद मिले स्टोरी के पिछले भाग में मेरे होने वाले नंदोई हमारे वाले कमरे में आ गए थे मुझसे बात करने और उनके भाई और दोस्त कमरे से जा चुके थे. Meri Khubsurati Ke Deewane Nanad Ke Sasural Wale 2.
और मुझे अंदाजा लग चुका था कि यह रिश्ता यह लोग केवल मेरी वजह से ही कर रहे हैं इसलिए मुझे इन्हें नाराज नहीं करना था अब मैं स्टोरी कंटिन्यू करती हूं । पंकज जी जो कि मेरे होने वाले नंदोई हैं वाह मेरे सामने सोफे पर बैठ गए. और तब तक मेरा साड़ी का पल्लू हल्का सा और हट चुका था मुझे इसका अंदाजा तो था पर मैंने उसे ठीक करने की कोशिश नहीं करी. मेरी ट्रांसपेरेंट साड़ी में से मेरी नाभि भी हल्की सी दिख रही थी. तो आप पंकज जी को मेरे क्लेवेज और नाभि दोनों ही दिख रहे थे फिर उन्होंने मुझसे बात करना शुरू किया।
पंकज :- नमस्कार भाभी जी कैसी हैं आप ।
पलक :- में बिल्कुल ठीक एक दम मस्त आप सुनाइये ।
पंकज :- मस्त तो खैर आप है ही वो तो दिख रहा है ।
पलक :- अच्छा जी क्या दिख रहा है।
पंकज :- आपकी खूबसूरती और क्या ।
पलक :- जी शुक्रिया आप बी काफी हैंडसम है ।
पंकज :- जी ये तो आप हमारे सम्मान में कह रही हैं । बात तो पंकज ने बिल्कुल ठीक कही थी मैं उसके सम्मान में ही कह रही थी क्योंकि दिखने में तो वह बिल्कुल भी अच्छा नहीं था। लेकिन नंदोई होने की वजह से मुझे तारीफ तो करनी ही थी और यह तो उन दोनों से भी ज्यादा मजाक कर सकता था और यह किसी और मूड में ही था।
पलक :- अरे नई नई पंकज जी सच में ।
पंकज :- अच्छा तो एक खूबसूरत औरत ओर एक हैंडसम मर्द इतनी दूर कु बैठे हैं।
पलक :- अरे अरे पंकज जी आप मेरे वाले सोफा पे बेथ जाइए आके में कोई माना कर रही हु क्या। मैं जिस सोफे पर बैठी थी वह 2 सीटर sofa था और मेरे कहते ही पंकज तुरंत आकर मेरे वाले सोफे पर बैठ गया जैसे मानो इंतजार ही कर रहा हो ।
पलक :- अरे अरे पंकज जि पहले रिश्ता तो पक्का हो जाने दीजिए ।
पंकज :- रिश्ता तो मैने आपको देखते ही पक्का कर लिया था (यह बोल के वह गंदी तरह से मुस्कुरा दिया).
पलक :- मुझे देख के कु मेरी नंद को देख के करिये ।
पंकज :- अरे उन्हें देख के क्या करेंगे जब देखने के लिए आप है तो। आखिर शलेज बी आधी घर वाली होती है ।
पलक :- हाहाहाहा वो तो साली होती है ।
पंकज (मेरे जांघो पे हाथ मरते हुए) :- सलज बी होती है । उसका हाथ जांघों पर लगते ही मुझे एक करंट सा फील हुआ क्योंकि मैंने इसकी उम्मीद बिल्कुल नहीं की थी. हालांकि मेरे इतने पास बैठकर वह लगातार चिपकने की कोशिश कर रहा था।
पलक :- ( मैंने हल्का सा गुस्से वाला मुंह बनाया) पंकज जी छुआ छेड़ी शादी के बाद करिएगा कंट्रोल करिए (और मैं मुस्कुरा दी).
पंकज :- पर आपको देखकर कैसे कंट्रोल हो सकता है भाभी जी शादी के बाद तो हम छुआ छेड़ी करेंगे ही करेंगे।
पलक :- अच्छा जी तो फिर अभी क्यों कर रहे हैं हा हा हा।
पंकज :- (उसने फिर से मेरी जांघों पर हाथ रखा और हल्का से दबा दिया और बोला ) यह देखने के लिए कि लड़की वालों के पास कितना माल पानी है। मुझे लगा कि बार-बार विरोध करने से कहीं ने बुरा ना लग जाए और मैं यह समझ चुकी थी कि बाकी दोनों नंदोई की तरह यहां भी मेरे चक्कर में है पर अंदर से मुझे अच्छा लग रहा था और मज़ा भी आ रहा था।
इस बार मैंने अपना हाथ उसके हाथ पर रखा और उसका हाल हटाकर उसकी जांघ से रख दिया और बिना अपना हाथ हटाए पूछा। पलक :- तो क्या रिश्ता पक्का समझे हम ।
पंकज :- एक शर्त पर.
पलक :- बताइये ।
पंकज :- वादा करिए आप मेरी कभी किसी बात को मना नहीं करेंगी।
पलक :- इस बारे में तो सोचना पड़ेगा नंदोई जी।
पंकज :- तो आप की ननंद के बारे में हमें भी सोचना पड़ेगा पलक जी। मैं यहां पर आप लोगों को अपने बारे में एक बात और बता दूं मुझे डोमिनेट होना पसंद है और यह इस चीज की पर्फेक्ट सिचुएशन थी।
पलक :- जी अच्छा चलिए मान ली आपकी यह शर्त बी अब नीचे चल कर सबसे कह दीजिए कि आप को रिश्ता पसंद है।
पंकज :- मैं कैसे मान लूं कि आपने शर्त मान ली रिश्ता हो जाने के बाद आप मुकर गई तो।
पलक :- तो कैसे मानेंगे नंदोई जी।
पंकज :- एक डांस दिखा दीजिए पलक जी आपको देखकर लगता है कि आपका डांस देखकर कोई भी पागल हो जाएगा।
पलक :- अच्छा बताइए कौन से गाने पर देखेंगे। यह सुनकर उसकी आंखों में से एक चमक सी आ गई जैसे उसे अमृत मिल गया हो।
पंकज :- मेरा फेवरेट गाना है ज़रा ज़रा महकता है आज तो मेरा तन बदन।
पलक (मैं मुस्कुराते हुए) :- आप तो बड़े नॉटी हो।
पंकज :- अब आप भी नॉटी हो जाओ मैं गाना लगा रहा हूं आप डांस दिखाओ। में डांस करने के लिए खड़ी ही हुई थी की इतने में मेरा फोन बजा मेरे हस्बैंड का फोन था. मैंने फोन पिक किया तो वह पूछ रहे थे कितनी देर क्यों लग रही है तो मैंने उनसे कहा कि बस आई रहे तो उन्होंने कहा कि तुरंत आ जाओ सब लोग आ गए हैं।
पलक :- चलिए नंदोई जी अब डांस कभी और देखेगा तुरंत नीचे जाना है।
यहां सुनकर पंकज को हल्की सी गुस्सा आ गई और उसके चेहरे पर नजर आ रहा था मुझे डर लग रहा था कि कहीं नीचे जाकर रिश्ते के लिए मना ना कर दे.
पंकज :- आपने अपना वादा पूरा नहीं किया हम से उम्मीद मत रखिएगा।
पलक :- अरे ऐसा मत कहिए अभी तो शादी तक कई बार मिलना होगा आपको डांस जरूर दिखाऊंगी तब तक रिश्ता पक्का होने की खुशी में एक दूसरे को बधाई दे देते हैं (यह कहकर में हस दी).
पंकज :- और कैसे देंगे बधाई बताइए गले लग के ।
पलक :- हां नंदोई जी अब इतना आपका अधिकार बनता ही है।
वह एक पल भी गवाही बिना तुरंत खड़ा हो गया और मेरी तरफ लपका मैं हल्का सा पीछे हुई तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और अपनी और खींच लिया. फिर उसने दोनों तरफ से मेरी कमर में हाथ डाला और मुझे कस के अपने आप से चिपका लिया. मेरे शरीर में तो जैसे आग सी लग गई पर मैंने खुद को कंट्रोल किया उसे पीछे से दोनों हाथों से पकड़ लिया अब हम दोनों एक तरह से एक दूसरे की बाहों में थे. “Meri Khubsurati Ke Deewane”
मेरे बैकलेस ब्लाउज का वाह फायदा उठा रहा था। उसके हाथ की हथेलियों मेरी पीठ पर थी और वह मेरी पीठ सहला रहा था मुझे भी मजा आ रहा था. मेरे दोनों स्तन की छाती से बहुत ज्यादा चिपक गए थे दब रहे थे । क्योंकि मैं साड़ी कमर से काफी नीचे बढ़ती हूं इसलिए मेरी कमर भी पीछे से खुली हुई थी उसने धीरे से अपना हाथ पीठ से मेरी कमर पर ले आया और कमर सहलाने लगा.
उसकी गरम सांसे मुझे अपने कानों की महसूस हो रही थी यह सब चल ही रहा था. कि गौतम उसका दोस्त उसे बुलाने कमरे में आ गया और उसने हम दोनों को ऐसे देख लिया उसके तो मानो होश उड़ गए क्योंकि वह तो मुझे छूने के लिए मरा ही जा रहा था।
गौतम:- ये क्या हो रहा है ।
पंकज :- जशन मेरी शादी तय होने का.
गौतम :- तो हमे ब शामिल कर लो ।
तब मुझे पता चला कि मेरा नंदोई कितना कमीना है पंकज ने गौतम को भी बुला लिया और गौतम तुरंत आके मेरे पीछे से लिपट गया. अब मैं उन दोनों के बीच में आ गई वह मुझसे एकदम चिपक गया मुझे वह फील हो रहा था. पूरा का पूरा उसका मु मेरे खुले कंधे पे था और अब दोनो अपने अपने शरीर का वजन मेरे ऊपर डालने लगे. ओर फिर गौतम कमीने ने मेरी कमर पे गुदगुदी करि ओर मेरी हसी निकल गई.
गौतम :- इसका मतलब भाभी जी को गुदगुदी होती है फिर पंकज ने बी करि में फिर है दी.
पलक :- बस बस सबको होती है गुदगुदी तो । फिर मुझे लगा कि 5 minute हो चुके है कही कोई आ न जाए तो मैने कहा कि चलो अब चलते है ।
पंकज :- मेरा छोड़ने का मन नई है आपको पलक जी.
गौतम :- मन तो मेरा बी नई है पर नीचे सब बुला रहे है में यही बताने आया था । तब तक मेरा फोन फिर से बज गया मेरे हबी का कॉल आ गया तो में जैसे तैसे उनके बीच से निकली और फ़ोन उठाया और कहा बस पोहच गए । पलक :- चलिए होने वाले जीजाजी ओर गौतम जी दोबारा बुलावा आ गया । दोनो जानो के चेरे तो खिले हुए थे वो बोले आपके पीछे पीछे चलेंगे तो. “Meri Khubsurati Ke Deewane”
में मुढ़ी चलने के लिए ओर वो मेरे पीछे पीछे आने लगे पीछे आते आते पंकज ने अपना मोबाइल मेरी पीठ प लगाया वो ठंडा था तो मेरी सिसकी निकल गई ओर में मुस्कुरा के बोली
पलक :- इससस क्या कर रहे है नंदोई जी.
पंकज :- अब तो हमारा हक़ है ये। यह देख के गौतम ने ब अपना मोबाइल मेरी पीठ प लगाया.
पलक :- आप ब गौतम जी ?
पंकज :- मेरे दोस्त का बी तो हक़ है ।
पलक :- अब आप कह रे है तो में माना नई करूँगी ।
तब तक हम अगले कमरे में पोहच गए और वह मेरी नंद ओर डायमंड जी हमारा वेट कर रहे थे ।
डायमंड :- क्या बात गौतम बड़े खुश दिख रहे हो ।
गौतम :- बात ही ऐसी है ।
डायमंड :- हमे बी बताओ में बीच मे बोल दी कुकी मुझे लगा कही ये कमीना मेरी नंद के सामने सब ना बोल दे ।
पलक :- अरे रिश्ता पक्का कर दिया ना पंकज जी ने इसलिए.
डायमंड :- ऐसा क्या जादू कर दिया अपने पलक जी.
गौतम :- अरे भैया जादू ही समझो आप तो ।
डायमंड :- तो एक बात समझ लीजिए पलक जी जादू हमपे बी करना पड़ेगा रिश्ता पक्का हम ही करेंगे ।
गौतम :- तो। डायमंड भैया ओर पलक जी यही रुकिए ओर हम सब चलते है और इस बात पर सब हंस दिए पर डायमंड इतना क**** था की बोला.
डायमंड :- पलक जी कहें तो हम रुक जाएंगे ।
पलक :- नई नई अब चलना चाहिए ओर हम सब नीचे आ गए ।
नीचे आने के बाद वह तीनों आगे चले गए और डायमंड ने मेरे कान में कहा कि जादू हमें भी दिखा दीजिएगा पलक जी रिश्ता हम ही तय करेंगे. तो मैंने भी झट से कह दिया कि आपको दिखाने में कोई एतराज नहीं है बस रिश्ता होने दीजिए और मैं मुस्कुरा दी. यह सुनते ही डायमंड ने गौतम को आवाज़ लगाई. “Meri Khubsurati Ke Deewane”
डायमंड :- ओए उन दोनों के साथ कहा जा रहा है यह आ ।
गौतम :- हा भैया बताइये.
डायमंड :- अरे अब बता क्या जादू था ।
पलक :- अरे कुछ नई मजाक था । गौतम ने तुरंत अपना हाथ मेरी पीठ पर फिर दिया और बोला देखिए भैया यह था जादू.
पलक :- इईससस, गौतम जी यह सब है क्या कर रहे है।
मेंरी सिसकी सुनकर डायमंड तो पागल ही हो गया और बोला तो वहां चले जहां कोई नहीं है.
गौतम :- हा चलो चलते हैं.
पलक :- नई नई सब ढूंढेंगे आप लोग कंट्रोल करिए ये सब मजाक अब तो चलता ही रहेगा उतावले कु हुए जा रहे हैं.
डायमंड :-एक मौका तो हमे बी मिलना चाहिए और यह कहकर डायमंड ने अपना हाथ हमारे पूरे पेट पर फिरा दिया और मैं एकदम से पीछे हट गई.
पलक :- आप लोग तो बस.
डायमंड : अभी तो आपको छोड़ रहे है लेकिन बैचलर पार्टी में तो अब आपको आना ही पड़ेगा.
पलक :- जी पक्का.
गौतम :- हमे तो पेट पे हाथ लगाने को मिला नई.
पलक :- आपको काफी कुछ मिल गया अब चलिए ।
उस रात जब रिश्ता तय करके वापस आए तो मैं पूरी रात सो नहीं पाई मुझे उन लोगों के छूने का एहसास होता रहा जैसे की वह तीनों मेरे बदन को छू रहे हो. इतना तो मैं समझ चुकी थी कि अब जल्दी ही मेरे साथ कुछ होने वाला है।
अब मैं अपनी स्टोरी को यहीं रोक रही हूं मुझे मालूम है कि मेरी स्टोरी धीरे धीरे चल रही है लेकिन यह मैं आप लोगों के मनोरंजन के लिए ही कर रही हूं मैं जल्दी ही इसका का भाग 3 लेकर आपके सामने आऊंगी जिस तरह आपने पहली वाली स्टोरी को प्यार दिया इसके लिए भी मुझे मेल करके बताइएगा। अगली स्टोरी में आप सबको ज्यादा ना तड़पाते हुए असली मजा मिलेगा शुक्रिया।