बहन साथ अश्लीलता लॉकडाउन में

मेरा नाम हर्ष  है मैं मध्य प्रदेश से हूँ. लॉकडाउन के कारण अंदर ही अंदर अपनी कामवासना की इच्छा का गला घोटता रहा। जब मुझे को पता लगा की उसकी बहन की भी यही हालत है तो वो उसकी चुदाई करने लगा। अब हर इंसान एक समान है इसलिए सेक्स की भूख दोनों भाई बहन को लगी थी। Bhai Ka Khada Lund

आपसी समझ से दोनों ने एक दूसरे के साथ अश्लील काम करने का फैसला किया ताकि अपनी यौन जरूरतें को पूरा कर सके। मेरी ये कहानी लॉकडाउन में बहन की चुदाई हमे ये सिखाती है की रिश्ता चाहे जो भी हो आपसी समझ और होशियारी से किया जाने वाला फैसला बड़ी कठिनाइयों को हल कर सकता है।

मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी लॉकडाउन से पहले अपनी कामवासना को शांत करने के लिए मैं अलग अलग रंडी लड़किया अपने दोस्त के फ्लैट में बुलाया करता था। उनकी चुदाई करके मानो सुकून मिलता था। पर अब ऐसा नहीं हो सकता क्यों की बाहर जाने पर पुलिस का डंडा और कोरोना का लंड मुझे अपनी गांड में लेने का कोई शोक नहीं था।

घर बैठे बैठे हफ्ते और महीने ऐसे निकल रहे है जैसे मैं मुठ मार कर माल झाड़ता हूँ। फ़ोन में गन्दी वीडियो देख देख मन और लंड दोनों मुरझा जाता है। मैं कर भी क्या सकता था इसलिए बस अंदर ही अंदर अपनी वासना को खत्म करता रहा।

पर उस दिन जब मैंने अपनी बहन को उस हालत में देखा तो मुझे विश्वास नहीं हुआ। उस शाम माँ ने मुझे चाय का कप और कुछ नमकीन दिया और कहा जा अपनी बहन को दे आ पूरा दिन फ़ोन में लगी रहती है कुछ खाने पीने का तो पता नहीं उसे।

मैं चाय नमकीन लेकर ऊपर वाले कमरे में गया। मेरी बहन हर वक्त दरवाजा अंदर से बंद कर के रखती थी उस दिन पता नहीं वो कैसे भूल गई। मैं सीधा दरवाजा खोल कर अंदर चला गया तो देखा वो अपने पजामे में हाथ डाल कर अपनी आँखे बंद कर के हस्तमैथुन का आनंद ले रही थी।

उसका एक हाथ पजामे में चुत सेहला रहा था तो दूसरा दोनों स्तनों के निपल्स। ऐसा नजारा देख मेरा लंड झट से खड़ा हुआ और मैं चुदाई के लिए तैयार हो गया। मेरे कदमो की आवाज से बहन को पता लग गया और उसने अपनी आँखे खोल ली। शर्म के मारे उसका मुँह लाल हो गया और वो धीमी आवाज में बोली दरवाजा खट खटा कर नहीं आ सकते ?

जब वो शर्म से नीचे देख रही थी तो उसकी नजर मेरे लंड पर पड़ी। अपने भाई का खड़ा लंड देख वो हड़बड़ाते हुए बोली क्या हुआ कुछ काम है क्या ?

मैं बोला हाँ और अपना लंड निकाल कर दिखा दिया।

मैंने उसका पताजा देख लिया था जो नीचे से गीला था ऊपर से बहन के हाथ भी उसकी चुत के चीप चीपे पानी से गीला था। मुझे लगा की वो मेरा लंड देख उसके चूसने लग जाएगी पर ऐसा नहीं हुआ।

बहन – ये क्या कर रहे हो !!!

मैंने कहा – मेरी भी वही हालत है जो तेरी है !!

बहन – मतलब ??

मैंने बहन को अपनी बातों में फंसा लिया उसके लिए मुझे बस 5 मिनट लगे। हमारी आपसी सहमति से हमने ये तय किया की हम एक दूसरे के साथ सिर्फ एक बार सेक्स करेंगे। बहन अभी भी अपने खयालो में खोई हुई थी और ये सोच रही थी की ऐसा करना सही होगा की नहीं तभी चाय का कप नीचे रखा और उसके मुँह में लंड दे दिया।

अब वो भी क्या करती लंड का स्वाद लेते ही उसमे जोश भर गया और मेरे गोटे दबा दबा कर लंड चूसने लगी। बहन की इन्हे हरकतों की वजह से मेरी ये हॉट सेक्स कहानी और भी ज्यादा सेक्सी और अतरंगी बन गई। मेरी बहन रंग से सावली थी और उसकी गांड काफी बड़ी थी। जब वो मेरा लंड चूस रही थी और मैं उसकी गांड की चर्बी को हाथो से दबा कर मजे लेने लग गया।

सिर्फ एक झापड़ से उसकी पूरी गांड हिल पड़ती। मैं किसी लड़की का इतना कामुक शरीर पहली बार हाथो से छू रहा था इस से पहले तो मैं बस चुदकड़ रंडियो को चोदा था। बहन में मुँह से जब पूरा लंड थूक से सन गया तो मैं उसका पजामा उतरा और लॉकडाउन में बहन की चुदाई खड़े लंड से करने लगा।

हम दोनों एक दूसरे की तरफ मुँह कर के बिस्तर पर टेढ़ा लेटे थे। मैं उसके मुँह को चुम रहा था और साथ ही उसकी चुत में अपना लंड भी डाल रखा था। बहन को शर्म आ रही थी तो उसने अपनी आंखे बंद की और मेरे लंड को अपनी योनी की गहराइयों में महसूस करने लगी।

उस वक्त और काफी मासूम और प्यारी दिख रही थी पर मेरे लंड को इस से कोई शांति नहीं मिली। कुछ देर बाद मुझे ऐसा लगने लगा जैसे बहन की योनी मेरे लंड को अपने अंदर खींच रही हो। मैं धगड़ धगड़ उसकी चुत पेलने लगा और बहन सिसकियाँ निकालती रही।

कमरे का दरवाजा बंद था इसलिए बहन की गांड पर पड़ने वाले थपड़तो की आवाज कमरे से बाहर नहीं निकल रही थी। मैंने बहन का चेहरा अपने दोनों हाथो से पकड़ा और बेशर्मो की तरह उसे होठो पर चूमने लगा। उस वक्त मैं करता भी क्या लॉकडाउन की वजह से लंड की मजबूरी थी तो मैं अपनी बहन के साथ वो सब करने लगा जो मुझे किसी रंडी के साथ करना चाहिए था।

मैंने अपने हाथ बहन की कमर के पीछे खिसकाए और उसकी फूली हुई गांड को दोनों हाथो में ले लिया। उसकी गांड पकड़ने के बाद मैं उसे अपने लंड पर मारने लगा। गांड पर पकड़ अच्छी थी जिस वजह से मैं उसकी कमर पीछे लेजाता और झट से अपने लंड पर बहन की चुत मारता।

कुछ देर मैं बहन मजे से कापने लगी और उसकी चुत से गर्म पानी निकलने लगा। पहले तो मुझे लगा की वो मेरे लंड पर मूत रही है पर ऐसा नहीं था। पानी गाढ़ा और सफ़ेद था। ये देख मैं समझ गया की बहन की अन्तर्वासना शांत हो गई है। पर मेरा लंड खड़ा का खड़ा था। मुझे बहन की चुदाई में काफी मजा आ रहा था ऐसा लग रहा था मानो लंड पर करंट लग रही हो।

मैंने बहन की कमर पकड़ कर उसे उठाया और अपनी गोद में बैठा दिया। मलाई दार चुत चोदने में मुझे और आनंद आने लगा और बहन भी खुद चुदाई में मेरा साथ देने लगी। जो अपने बाल खोल कर मुझे अपनी सुंदर अदाओं से बुलाने लगी और मेरे लंड पर उछल उछल मुझे और आनंद देने लगी। “Bhai Ka Khada Lund”

बहन के दूधिया स्तन चेहरे के सामने उछलता देख देख मैं अपना चरम सुख प्राप्त कर लिया। मजे मजे की चुदाई की वजह से मैंने अपने गोटो का पानी बहन की चुत में घुसा दिया और अब पता नहीं क्या होने वाला था। चुदाई के बाद हम दोनों काफी थक गए और मजे से एक दूसरे के शरीर को गन्दी तरह छूते रही।

उस शाम तो हमने खूब मजे किये पर रात को हम दोनों की गांड फटती रही। अगले दिन दोस्त की सलहा और इंटरनेट की मदद से मैंने बहन को बच्चा रोकने की गोली खिला दी। ये थी मेरी कहानी लॉकडाउन में बहन की चुदाई खड़े लंड से। उस दिन के बाद हमने एक दूसरे से दूरी बना ली ताकि ऐसी हरकत फिर कभी न हो।

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