नमस्कार दोस्तो। मेरा नाम शिवम कनौजिया है। हम छत्तीसगढ़, रायपुर में रहते हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि मेरी मां का नाम सुभिता है जो एक 40 साल की विधवा औरत है। मां यहीं रायपुर में होटल रिसेप्शनिस्ट है। ये मेरी मां की चुदाई की दूसरी कहानी है। Group Chudai Party
एक बार की बात है। मेरी मां और हम खाना खा रहे तभी कोई कॉल आया और मां बोली कि बेटा तू खा ले मुझे होटल अर्जेंट काम से जाना है मालिक ने बुलाया है। मां तैयार होकर चली गई। मैं गेम खेलने लग गया और ऐसे टाइम पास करने लगा।
रात हो चुकी थी। अब दोस्तो मुझे लगा कि मां नहीं आएगी क्योंकि मां की ड्यूटी रात की ही थी उनकी। मैं मां से पूछने वाला था और मैंने उनके नंबर पर फ़ोन किया तब उनका फोन एक आदमी ने उठाया और बोला कि बेटा आज मालिक की बर्थडे पार्टी है तो आपकी मां यही रुकेगी, तुम सो जाना।
मैं बोला ठीक है अंकल, मुझे उसी समय मां के हंसने की आवाज और कुछ लोगो की आवाज आ रही थी। कोई कह रहा था कि सुभिता को भी पिलाओ 2 पेग। सायद दारू की बात हो रही थी। पर मैंने फोन रख दिया। अब वो पिलाने वाली बात पर मुझे शक हुआ कि चलकर देखते हैं।
तब मैं मेरे दोस्त को बाइक पर लेकर होटल गया। होटल में गए तब वहा कोई पार्टी नहीं थी बस एक गार्ड था। हमने उस गार्ड से पूछा तो बताया की पार्टी यहां नहीं मालिक के फार्म हाउस में हो रही है। हमने फार्म हाउस का पता पुछा तो गार्ड ने बताया।
हम एड्रेस पर गए तो वह एक सुनसान एरिया था। बस एक घर था पुराना था। उसमे सब सन्नाटा था। तब भी एक पिछले की खिड़की खुली थी थोड़ी सी और मैं और मेरा दोस्त बिना शोर मचाए उससे देखा तो दंग रह गए। मेरा दोस्त पागल होगा।
वहाँ हमने देखा कि मेरी मां सुभिता पुरी नंगी थी सब कपड़े यानी की साड़ी, ब्लाउज सब उतारे हुए। 3 लोग वहा सुभिता मां को दारू पिला रहे थे। दोस्त बोला की तेरी मां ऐसे काम करने आती है यहाँ। मुझे गुस्सा आया पर हमने वही रुक कर सब देखने का प्लान किया।
मैं और दोस्त सब देख रहे हैं। मां को 2 लोगो ने बिस्तर पर लेटाया और एक आदमी ने मां को बाल खिंचकर अपने पेट पर सुला और मां को किस करने लगा। फिर मां उस आदमी का लंड कुतिया की तरह चाटने लगी। उसका पूरा चुस रही थी।
फिर दूसरे का और फिर तीसरे आदमी का। सबका लंड चूसा मां ने। फिर एक आदमी ने मां की चूत में अपना लंड घुसाया और मां बिलकुल नहीं चिल्लाई जैसे कि मां को आदत हो। वो जोर जोर से मां की चूत मार रहा था। ये देखे मेरे दोस्तों को मजा भी आ रहा था और पीछे और यहां हममें डर भी लग रहा था क्योंकि सुनसान जंगल था।
तब मां करवत लेकर सो गई और एक आदमी मां की चूत मार ही रहा था और कोई दूसरा भी गांड में लंड डालकर गांड मार रहा था। तीसरा मां के चुचो को चुस रहा था उनका दूध पी रहा था वो। मां को गांड मारवाने में दर्द हो रहा था पर वो दारू के नशे में थी तो होश नहीं था।
हम डरते डरते आनंद ले रहे थे। फिर पीछे वाले आदमी ने आगे आकर मां की चुत में डाल दिया जो पहले गांड मार रहा था और दोनो ने पोजीशन बदली। अब मां की बुर से खून निकला थोड़ा पर मां को बिल्कुल मजा आ रहा था। अब मां सिसकारिया ले रही थी।
और वो सब एक साथ मां को चोद रहे थे एक रांड की तरह। अब मां एक रांड बन चुकी थी। वो तीनो मां को साथ गंदी गली बोल रहे थे और हमें गुस्सा गुस्सा आ रहा था कि मां को गाली दे रहे हैं पर हम भी क्या करते जब मेरी मां खुद ही ऐसी छिनाल निकली वर्ना सही होती तो ऐसे पराए मर्दो के साथ अपनी इज्जत क्यू लूटा देती है।
खैर छोड़ो अब वो गाली दे रहे की सुभिता तू हम सबकी कुतिया है, तू हम सबकी आधी बीवी है हम तीनो तेरे पति है आजसे। तू बारी बारी हमसे चुदेगी रोज। मां हंस रही थी ये सब सुनकर। नशे में धूत थी वो। अब मां को तीनो चोद कर झड़ गए और फिर दारू पि और फिर मां को तीनो लंड चुसाने लगे।
ऐसे करके सुबह होगी और मां भी कपड़े पहनने के लिए। अब हम वहां से फटाफट निकले भागकर और घर आएंगे। दोस्त से मैं बोला की बहार मत बताना और किसिको यार। वो बोला नहीं दोस्त चिंता मत कर नहीं बताऊंगा। फिर वो चला गया। मैं तो गया थोड़ी देर और मुझे काफी मजा आया। ये थी दोस्तो कहानी।