जेठ जी के साथ चुदाई 1

कैसे हो दोस्तों मेरा नाम रेखा है. मुझे सेक्स कहानिया पढ़ना पसंद है और आज में आपसे मेरी लाइफ का एक किस्सा बताने जा रही हु की कैसे मेरा जेठजी के साथ चुदाई का रिश्ता शुरू हुआ. हमारे घर मे में सास ससुर और मेरे जेठ जेठानी रहते है. Unsatisfied Village Bhabhi

मेरे पति ने बाहर शहर मे नया नया बिजनेस शुरू किया था इसी लिए उन्होंने कहा था की जब तक बिजनेस सेट न हो जाए तब तक मुझे गांव मे रहना था बाद मे वहा घर चालू करेंगे. वो १-२ महीने मे दो तीन दिन के लिए आते घर.

बात तभी की है जब मेरी जेठानी प्रेग्नेंट हुई थी और उसका पहला बच्चा था इसी लिए वो डिलीवरी के लिए २-३ महीनो के लिए अपने मायके गई हुई थी और घर मे में सास ससुर और जेठजी ही थे. एक दिन सुबह मेरी सास और ससुर दोनों खेत का चक्कर लगाने गए थे.

घर मे जेठजी थे वो दूसरे रूम मे टीवी देख रहे थे. मेने घर का सब काम निपटाया फिर मुझे नहाने जाना था इसी लिए मेरे रूम मे गई. मेरे रूम मे ही बाथरूम था में वही नहाने जाती थी. मेने मेरे रूम का दरवाजा खाली बंद किया अलमारी मे से पहनने के लिए कपडे निकाले वो बेड पे रखे और में बाथरूम मे नहाने चली गई.

नहाकर टॉवल लपेटा और जैसे ही बाथरूम मे से बाहर आई मेने क्या देखा, जेठजी मेरे रूम मे खड़े थे उसके हाथ मे मेरी ब्रा थी. में रेगुलर पेड़ वाली ब्रा ही पहनती थी, ब्रा मे मम्मो की जगह को जेठजी अपने हाथो से मसल रहे थे.

मेने जेठजी को देख लिया और जेठजी ने मुझे आधी नंगी देख लिया वो तुरंत ही बहार निकल गए और मेने भी तुरंत कपडे पहन लिए. में रूम से बाहर आई मुझे शर्म आ रही थी. में सीधा किचन मे खाना बनाने चली गई. थोड़ी देर बाद जेठजी किचन मे आए. मेरी तो फट रही थी उसे देख कर.

वो चुपचाप से एक दम मेरे पीछे करीब आ गए. वो धीरे से बोले रेखा अभी जो तुमने रूम मे देखा वो प्लीज़ किसी को मत बताना. में कुछ नहीं बोली. वो बोले तुम्हारे सेक्सी कपडे देख कर में अपने आप को रोक नहीं पाया. में अभी भी कुछ नहीं बोली.

वो थोड़ा और मेरे करीब आए उन्होंने पीछे से आ कर मुझे बाहों मे पकड़ लिया और बोले वैसे मेने भी तुम्हे देख लिया था तुम बहुत हॉट हो. में डर रही थी मेने कहा जेठजी ये क्या कर रहे है कोई आ जाएगा प्लीज़ छोड़िए.

उन्होंने अभी भी मुझे पकड़ा हुआ था वो बोले रेखा डरो मत कोई नहीं आएगा, मुझे पता है तुम भी राहुल (मेरे पति) के बिना अपने आप को अकेला महसूस करती होगी जैसे में तुम्हारी जेठानी के बिना अकेला महसूस करता हु वैसे, पर अगर तुम साथ दो तो हम एक दूसरे का सहारा बन सकते है. ये बात हम दोनों मे ही रहेगी किसी को कुछ पता नहीं चलेगा.

उन्होंने अभी भी मुझे बाहों मे पकड़ा हुआ था और वो मेरे पीछे एक दम चिपक कर खड़े थे. उनका लंड खड़ा हो चूका था में पीछे महसूस कर रही थी. कितने दिनों बाद ऐसे मुझे कोई छू रहा था. में कुछ नहीं बोल पाई. उन्होंने पीछे से मेरी गर्दन पे किस करना शुरू कर दिया था.

मेरे रोंगटे खड़े हो रहे थे. में चुपचाप खड़ी थी. उन्होंने मेरे कंधो पे किस करते हुए मुझे अपनी और घुमा कर खड़ा कर दिया. में जेठजी से नजरे नहीं मिला पा रही थी निचे देख कर खड़ी थी. वो बोले रेखा शर्माओ मत प्लीज़ मेरा साथ दो हम दोनों को बहुत मजा आएगा.

उन्होंने दोनों हाथ मेरे मम्मो पे रख दिए और धीरे धीरे मसलने लगे. मेरी आँखे बंद हो चुकी थी. वो मेरे ब्लाउज के बटन खोलने लगे. मेने धीरे से कहा माँ बाउजी आ जाएगे अभी नहीं प्लीज़. वो बोले में सिर्फ खोल रहा हु निकालूँगा नहीं. उन्होंने सरे बटन खोल दिए.

वो मेरी ब्रा देख कर बोले रेखा तुम्हारे ऐसे सेक्सी कपडे देख कर मेरा खड़ा हो जाता है. उन्होंने थोड़ी देर मेरी ब्रा पे किस की और फिर उसे ऊपर कर दी. जेठजी मेरे मम्मो को देख कर पागलो की तरह उसे मुँह मे लेकर चूसने लगे. आअह्ह्ह अब में भी गरम हो चुकी थी.

उन्होंने अपने पेन्ट की चैन खोली और लंड को बाहर निकाला. ओह्ह में तो उनका लंड देखके हैरान हो गई. बड़े केले जितना लम्बा था एक दम टाइट. वो बोले रेखा हाथ में लो इसे. में शर्मा रही थी. वो बोले देखो शर्माओ मत बहुत मजा आएगा. मेने उनका लंड हाथ मे पकड़ा. ओह्ह्ह कितना गरम और कड़क था.

वो खड़े खड़े मेरे मम्मे चूस रहे थे और में उनका लंड सेहला रही थी. फिर वो निचे बैठ गए और मेरी साड़ी ऊपर करने लगे. वो मेरी जांघो को दोनो हाथो से सहलाते हुए चूमने लगे. मुझे कुछ होने लगा था मेरी आँखे बंद थी लम्बी सांसे ले रही थी.

वो धीरे धीरे जांघो पे चूमते हुए ऊपर आ रहे थे. मेने कब अपने पैर फैला दिए मुझे पता ही ना चला. में दोनों पैरो को फैला कर खड़ी हो गई और जेठजी मेरी पेन्टी के ऊपर से ही मेरी चुत को चूमने लगे. थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरी पेन्टी को थोड़ा साइड मे कर दिया. “Unsatisfied Village Bhabhi”

मेरी चुत बिलकुल क्लीन थी एक भी बाल नहीं था. मेरी चुत देख कर जेठजी बोले ओह्ह्ह रेखा कितनी सेक्सी चुत है तुम्हारी बिलकुल साफ. उन्होंने मुँह सीधा मेरी चुत पे रख दिया. ओह्ह्ह में पूरी तरह गरम हो चुकी थी. वो अपनी जीभ से मेरी चुत को सेहला रहे थे.

काफी देर ऐसे करने के बाद वो खड़े हुए. उन्होंने मेरी साड़ी ऊपर उठाई और अपने लंड को मेरी पेन्टी मे ऊपर से अंदर दाल दिया और धीरे धीरे उसे हिलाने लगे. उनका लंड मेरी पेन्टी मे मेरी चुत को ऊपर से निचे तक खोल रहा था. में तड़प रही थी पूरी तरह गरम हो चुकी थी.

जेठजी ने लंड को मेरी चुत के मुँह पे रखा और दोनों हाथो से पीछे मेरी गांड को पकड़ा और जोर से मुझे अपनी और खींचा. मेरी मुँह से आअह्ह्ह्ह की आवाज निकल गई. उसका मोटा लंड मेरी चुत को खोलता हुआ पूरा अंदर तक जा चूका था. मेरी आवाज सुनकर वो बोले क्या हुआ रेखा.

मेने शर्मा कर कहा कुछ नहीं. वो समझ चुके थे की मुझे बहुत मजा आ रहा था. वो धीरे धीरे अपने लंड को चुत मे अंदर बाहर करने लगे. आअह्ह्ह क्या मजा आ रहा था. जेठजी का लंड जितना अंदर तक जा रहा था उतने तक मेरे पति का लंड कभी नहीं गया था. “Unsatisfied Village Bhabhi”

हम दोनों खड़े खड़े मजे ले रहे थे तभी मेरे सास ससुर ने घर का दरवाजा खटखटाया. जेठजी ने तुरंत लंड बाहर निकाला और मेने भी अपना ब्लाउज और कपडे ठीक कर लिए. वो बोले में खोलता हु दरवाजा. वो किचन से बाहर आए और में खाना बनाने लग गई.

जेठजी के लंड ने मेरी चुत को पागल कर दिया था. फिर पूरा दिन बीत गया. में जब शाम मे खाना बना रही थी तब जेठजी किचन मे आए और बोले रेखा हम रात मे मिलेंगे. माँ बाउजी सो जाने के बाद में तुम्हारे रूम मे आऊंगा इतना कह कर वो चले गए. में सोच रही थी रात मे जेठजी खूब चोदने वाले है.

हम सब ने रात का खाना खाया और सब काम निपटाकर हम सब टीवी देखने लगे. थोड़ी देर बाद में उठकर जाने लगी तो मेरी सास बोली रेखा कहा जा रही हो. मेने कहा माँ में थोड़ी थक गई हु तो नहा कर फ्रेश हो जाती हु और फिर सो जाऊगी. तो मेरे सास ससुर भी उठकर अपने रूम मे जाने लगे वो भी बोले चलो सब सो जाते है हम भी थक गए है आज. में अपने रूम में आई तुरंत मेरे मोबाइल मे जेठजी का मेसेज आया की रेखा सेक्सी वाले कपडे पहनना मजा आएगा. दोस्तों आगे की कहानी भाग – २ मे.

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