चूत चाटने लगा भतीजा मुझे गरम करने के लिए

मेरा नाम पूनम है और मेरे पति का नाम कंचन है हम एक गांव के रहने वाले हैं। मेरे जेठ जी का अकेला घर हमारे खेत मैं है। जिनके घर में मेरी जेठानी और उनकी बेटी नीना और उस से एक साल छोटा बेटा राजू भी है। जेठ जी एक लैक्चरार हैं और उनकी ड्यूटी किसी पहाड़ी क्षेत्र में है और वह दो चार महीने बाद ही घर आते हैं। Village Chachi Sex

मेरी सासू मां और उनका पूरा परिवार मुझे पसंद नहीं करते क्योंकि मेरे पति एक अच्छी पोस्ट पर काम करते हैं पर बह इतने अच्छे हैं कि उन्होंने दहेज नहीं लिया था इसलिए सब मुझे पसंद नहीं करते और तरह तरह से मुझे प्रताड़ित करने की कोशिश करते रहते हैं और मैं सहमी सी रहती थी।

पर मेरे पति मुझसे बहुत प्यार करते हैं और मेरी हर ख्वाहिश पूरी करते हैं। वह अपने घर की इज्ज़त के लिए उस घर से बंधे हुए हैं। मैं भी उनकी इस प्राब्लम को समझती हूं और मजबूरी में इस घर में टिकी हुई हूं। जब कोई काम पड़ता तो मुझे जेठानी भी बुला लेती पर मेरे पति मुझे अकेले नहीं जाने देते। वह वहां पर भी मुझसे बहुत प्यार करते।

पर दिन को तो उन्हें अपनी नौकरी पर जाना पड़ता था। जब मैं जेठानी के घर जाती तो मुझे अच्छा नहीं लगता पर पति और सासू के कहने पर जाना पड़ता। जेठानी के बेटे राजू की हरकतें तो मुझे बिल्कुल बुरी लगती, क्योंकि उसे आंखें मारने और इशारे करने की बहुत आदत थी।

पर मैं उन्हें नज़रंदाज़ कर देती क्योंकि वह अभी दसवीं कक्षा में पढ़ता था। पर मैंने कई बार देखा कि उसकी मां या बहन आंगन में बैठ कर नंगी नहा रही होती तो राजू उनको नहाते हुए चोरी से देखता और अपने लोअर के ऊपर से अपने लंड को सहलाता। पर मैं कभी भी आंगन में नहीं नहाती।

मुझे राजू की हरकतें बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती। पर सारे घर वाले राजू को बड़ा सुपीरियर समझते। एकबार शहर में मेरी ननद के यहां कुछ फंक्शन था और मुझे और मेरे पति को वहां जाना पड़ा। हमारे साथ राजू और उसकी बहन नीना भी तैयार हो गये।

रात को मेरे पति ने वहां पर कुछ पी ली और खाना खाने के बाद सोने के लिए तैयार हो गए। ननद ने एक कमरे में फर्श पर ही हमारा बिस्तर लगा दिया। सर्दियों के दिन थे इसलिए हमें एक डब्लबैड की रजाई दे दी। मैं और मेरे पति अभी सोने की तैयारी ही कर रहे थे तो मेरी ननद राजू को भी ले आई और बोली कि मेहमान ज्यादा हैं इसलिए राजू को भी अपने साथ सुला लो।

मेरे पति तो रजाई ओढ़ कर एक कोने में लेटे थे और मैं उनके साथ लेटी हुई थी। तभी राजू ने ने अपनी पैंट और शर्ट उतार के टांग दी और मेरे पीछे उसी रजाई में घुस गया। मेरे पति ने उठकर लाइट बंद कर दी और हम सोने की कोशिश करने लगे।

बाहर से डीजे की तेज़ आवाज़ आ रही थी इसलिए पति ने अन्दर से दरवाज़ा भी बंद कर दिया। चूंकि मेरे पति नशे में थे। इसलिए बह मुझे अपने साथ चिपकाए हुए लेटे थे और मेरे साथ सेक्स करना चाहते थे। पर मैंने उनके कान में आहिस्ता से कहा कि राजू जब सो जाएगा तो मुझे जितना मर्ज़ी चोद लेना।

काफ़ी देर के बाद पति ने राजू को दो तीन बार पुकारा पर राजू ने कोई जवाब नहीं दिया तो हम ने समझ लिया कि अब राजू सो गया है। फिर मेरे पति ने ने मेरी नाईटी ऊपर उठा दी और मेरी चूत को सहलाने लगे। मैं गर्म होने लगी फिर उन्होंने मेरे मम्मों को चूसना शुरू कर दिया और मैं भी उनके लंड को पकड़ कर प्यार से सहलाने लगी।

जब हम दोनों काफ़ी गरम हो गए तो मेरे पति मुझ पर चढ़ कर मुझे चोदने लगे। मैं एकबार झड़ गई पर मेरे पति को ना जाने क्या हुआ था वह पूरे जोश में थे और झड़ने का नाम ही नहीं ले रहे थे। मैं फिर से उत्तेजित हो गई और सिसकारियां भरने लगी तभी मेरे पति ने मेरी चूत में अपना माल गिरा दिया। और मुझसे अलग हो कर सो गए।

मैं अभी अपनी चूत को सहला ही रही थी तभी राजू का हाथ मेरी नंगी गांड़ पर टिक गया। मैंने सोचा कि नींद में होगा इसलिए मैंने नज़रंदाज़ कर दिया। पर थोड़ी ही देर में उसका हाथ और आगे बढ़ गया और मेरी चूत तक पहुंच गया।

मैंने अपने पति को धीमें से आवाज़ लगा कर जगाना चाहा पर बह नशे की हालत में गहरी नींद में सो रहे थे। मैं पीठ के बल सीधे लेट गई और राजू का हाथ अपनी तपती हुई चूत से हटाने लगी। पर राजू ने मुझे अपनी ओर और खींच लिया और मुझ से लिपट गया। मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था।

मैंने उसे परे धकेलने की बहुत कोशिश की पर उसने मेरे नंगे मम्मों को मसलना शुरू कर दिया और उन्हें चूसने लगा। मैंने उससे छुड़ाना चाहा तो उसने आहिस्ता से मेरे कान में कहा कि चाची चुपके से चुदवा लो वरना तुम बदनाम हो जाओगी।

मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करूं क्योंकि सभी किसी न किसी बहाने मुझे घर से निकालना चाहते थे। और मैं सोचने लगी कि मेरे पति के सिवाय कोई भी मेरा यकीन नहीं करेगा। इसलिए मैं चुदवाने को मजबूर हो गई। मैंने विरोध करना बंद कर दिया और अपने आप को ढीला छोड़ दिया।

अब राजू मेरे मम्मों को चूसने लगा और मेरी चूत को सहलाने लगा। और मैं वेबस लेटी रही। बह बहुत देर तक ऐसा करता रहा फिर उसने मेरी चूत में एक उंगली घुसा दी और आगे पीछे करने लगा। मेरे सब्र का बांध टूट गया और मैं उत्तेजित होने लगी और उससे लिपटने लगी.

तभी राजू ने अपना तना हुआ लंड मेरे हाथ में पकड़ा दिया जो मेरे पति से काफी सख्त लम्बा और मोटा था। मैंने उसको थोड़ा सा सहलाया तो वह लोहे की तरह गर्म और सख्त हो गया। मुझे इतना बड़ा लंड झेलने से डर भी लग रहा था।

तभी राजू मुझ पर चढ़ गया और मेरी टांगें फैला कर मेरी गीली चूत पर अपने लंड का सुपाड़ा रगड़ने लगा मैं बहुत उत्तेजित हो गई और मैंने न चाहते हुए भी उसका तना हुआ लंड अपनी चूत के मुंह पर सैट कर दिया और कमर उठा उठा उसे अपने अंदर लेने की कोशिश करने लगी।

तभी राजू ने एक जोर का धक्का लगाया और अपना आधा लंड मेरी चूत में घुसा दिया और आगे पीछे करने लगा। मेरे तो आंसू निकल पड़े। फिर कुछ देर बाद जब मैं भी दोबारा गर्म हो गई और उसका साथ देने लगी तो उसने मेरे चूतड़ों को पकड़ कर एक जोरदार धक्का लगाया और अपना पूरा लंड मेरी चूत में उतार दिया और मैं हांफने लगी।

राजू जोर जोर से धक्के लगाने लगा और मुझे चोदने लगा। थोड़ी देर बाद मैं बहुत उत्तेजित हो गई और अपनी कमर उठा उठा कर राजू का साथ देने लगी। फिर थोड़ी देर बाद मैंने राजू को जोर से जकड़ लिया और झड़ गई। पर राजू धकाधक मुझे चोदता रहा।

मैं फिर से एक बार गर्म हो कर झड़ गई और थोड़ी देर बाद राजू ने मुझे जोर से कस कर एक धक्का लगाया और अपने मोटे लंड की पिचकारी मेरी चूत में छोड़ दी। और काफ़ी देर तक मेरी चूत में अपना लंड डाले हुए मुझे चूमता रहा। तभी मेरे हाथ में राजू का अंडरवियर आ गया और उससे मैंने अपनी चूत को साफ़ किया और उठ कर बाथरूम में चली गई।

जब मैं पेशाब करने लगी तो मेरी चूत से ढेर सारा वीर्य निकला। फिर मैं अपनी चूत को अच्छी तरह धो कर दोबारा सोने को आ गई। पर अभी मेरी आंख ही लगी थी तो अचानक मेरी नींद टूट गई क्योंकि कोई मेरी नाइटी उठा कर मेरी चूत को चाट रहा था।

जब मैंने चैक किया तो राजू ही था। मैंने उसको हटाने की बहुत कोशिश की पर उसने मुझे फिर से उत्तेजित कर दिया और जब मैं पूरी तरह गर्म हो गई तो उसने रजाई मेरे पति कर ओढ़ दी और मुझे खींच कर रजाई से बाहर दूसरी ओर ले आया और मुझे घोड़ी बना कर पीछे से मेरी चूत में लंड डाल कर चोदने लगा। “Village Chachi Sex”

मैं तो थोड़ी देर बाद झड़ गई पर राजू मुझे काफी देर तक चोदता रहा और फिर मेरी चूत में अपना माल गिरा कर पीछे हट गया। मैंने उसके अंडरवीयर से अपनी चूत को साफ़ किया और अपने पति से लिपट कर सो गई। सुवह को जब मैं उठी तो राजू पहले से ही उठ कर चला गया था।

और जब बह मुझे मिला तो मुझे चिढ़ाने वाली नजरों से देखने लगा। मुझे उसपर बहुत ग़ुस्सा आ रहा था पर मैं क्या करती। मेरे दिल में बदले की भावना पैदा होने लगी और मैंने बदला लेना ठान लिया। फिर मैंने मौका पाकर राजू से कहा कि आज भी वहीं पर सो जाना और बह खुशी से तैयार हो गया।

उस दिन मैंने अपने पति को कहा कि आज भी पी लेना रात को बहुत मज़ा आया था तो पति भी मान गए। दिन को अचानक नीना ने मुझसे पूछा कि रात कैसी कटी तो मैंने कहा कि बड़े मज़े से। तो नीना ने कहा कि मुझे तो रात को सोने के लिए जगह ही नहीं मिली। बड़ी मुश्किल से ठिठुरते हुए रात गुजारी। तो मैंने कहा।

हम तो पूरे कमरे में तीन ही सोए हुए थे। आज तू भी हमारे साथ ही सो जाना। तो बह खुशी से मान गई। और फिर रात आ गई। रात को मैंने बहाना पर दो रजाईयां रख दीं। और एक में मेरे पति और दूसरी में राजू लिपट कर सोने लगा तो मैंने राजू को आंख मार कर तैयार रहने को कहा। “Village Chachi Sex”

दोनों जब आपनी अपनी रजाई ओढ़ कर सोने लगे तो मैं खाना खाने के लिए बाहर आ गई। फिर खाना खा कर मैं और नीना जब सोने को जाने लगे तो मैंने नीना से कहा कि तुमने तो गर्म सूट पहना हुआ है। बंद कमरे में बहुत गर्मी लगेगी।

तो नीना ने कहा कि मैंने तो अपनी नाईटी भी नहीं लाई अब क्या पहनूं तो मैंने कहा कि मैं तुम्हें चाचा के साथ पेटीकोट और ब्लाउज में ही सो जाऊंगी और तुम मेरी नाईटी पहन लो तो नीना ने कहा कि चाची मैंने तो ब्रा और पैंटी भी नहीं पहनी हुई है तो मैंने कहा कि कोई बात नहीं तुम मेरी नाईटी पहन लो और राजू के साथ चुपके से सो जाओ। तो वह मान गई।

और फिर हम सोने चले गए।जब हम कमरे में पहुंचे तो एक कोने में राजू सोया हुआ था और दूसरे में मेरे पति हमने कमरे को अन्दर से बंद कर दिया और लाइट बंद कर के चुपके से मैं अपने पति की रजाई में घुस गई और नीना राजू की रजाई में।

थोड़ी देर बाद मैंने चैक किया तो नीना सो चुकी थी। मैंने आहिस्ता आहिस्ता से उसकी नाइटी पूरी ऊपर उठा दी और उसको पूरा नंगा कर के सुला दिया। फिर मैंने राजू के बालों को पकड़ कर झिंझोड़ा और खुद अपने बिस्तर में चुपचाप लेट गई। राजू ने नीना को चाची समझ लिया और आहिस्ता आहिस्ता उसपर हाथ फेरने लगा। “Village Chachi Sex”

नीना तो गहरी नींद में सोई हुई थी। राजू ने आहिस्ता से उसकी टांगें फ़ैला दी और उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा। नीना ने भी मेरी तरह क्लीन शेव किया हुआ था। फिर राजू अंधेरे में ही उसके मम्मों को सहलाने लगा। तो नीना भी नींद में शायद कोई सपना देख रही थी और थोड़ी गर्म हो गई थी फिर राजू आहिस्ता आहिस्ता नीना की टांगें फैला कर उसकी चूत चाटने लगा।

जब नीना नींद में ही थोड़ी गर्म हुई होगी और उसकी चूत गीली हो गई थी। तभी राजू ने अपना अंडरवियर उतार दिया और अपने तने हुए लंड पर ढेर सारा थूक लगा कर अपना लंड अपनी बहन की चूत के मुंह पर रख दिया और एक जोर का धक्का लगा दिया तो नीना जोर से चिला पड़ी और चाची चाची करने लगी मैं झट से उठी और लाइट जला दी।

तो देखा तो देखा नीना ने रजाई फैंक दी थी और राजू नंगा ही अपने लंड को पकड़े हुए था और नीना रो रही थी। मैंने आहिस्ता से पूछा कि क्या हुआ तो नीना ने अपना हाथ मेरी ओर बढ़ा कर कहा कि देखो खून।मे रे भाई ने मेरे साथ रेप करने की कोशिश की है।

मैंने नीना के आंसू पोंछे और उसे अपने गले लगा कर समझाया कि आहिस्ता बोलो। हमारी बदनामी हो जाएगी। और अगर तुम्हारे चाचा जाग पड़े तो तो हंगामा हो जाएगा। मैंने एक कपड़ा लेकर नीना की कुंवारी चूत का बहता हुआ खून पोंछा और उसे अपने गले से लगा कर प्यार करने लगी। “Village Chachi Sex”

तभी राजू नजरें झुका कर अपना अंडरवियर पहन कर रो रहा था और हाथ जोड़कर माफी मांग रहा था। तभी नीना ने कहा कि यह है ही बड़ा घटिया और कमीना यह मूझे और मम्मी को नहाते हुए चोरी से देखता है इसका बस चले तो यह अपनी मां का भी रेप कर दे। यह हमारे घर में कुत्ता पैदा हुआ है। मैं मम्मी और पापा को सब बता दूंगी।

तो मैंने नीना को समझाया कि राजू अभी बच्चा है गलती हो गई है इसे माफ़ कर दे और अपनी मम्मी पापा को भी यह बात मत बताना। वह गया से मर जाएंगे। तो नीना जब मेरी बात मान गई तो राजू ने मेरे पैर पकड़ लिए तो मैंने कहा कि पैर अपनी बहन के पकड़ जिसने तुझे माफ़ कर दिया। फिर मैं नीना को अपनी बाहों में भर कर सोने लगी। तो नीना और राजू सुबक सुबक कर रो रहे थे।

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