दोस्त की वाइफ को मनचाहे तरीके से चोदा

दोस्तों में और मेरा एक दोस्त जिसका नाम विमल है हम दोनों बहुत ही गहरे दोस्त है. हमारी यह दोस्ती बहुत सालों से है और मेरा हमेशा उसके घर पर हर कभी आना जाना लगा रहता था और वैसा ही हाल उसका भी था, जिसकी वजह से हम दोनों के घरवाले एक दूसरे से बहुत अच्छी तरह परिचित थे. Pyasi Dulhan Chudai

दोस्तों मेरे उस दोस्त की शादी को अभी करीब 6 महीने ही हुए थे. उसकी पत्नी का नाम वर्षा है और उसकी अच्छी किस्मत से उसको वो लड़की भी एकदम मस्त पटाका मिली थी और मेरी उस हॉट सेक्सी वर्षा भाभी का फिगर 36-28-36 है उनका रंग बहुत गोरा और वो दिखने में बहुत ही सुंदर है जिसकी वजह से में उनकी तरफ बहुत बार आकर्षित हुआ.

मेरे उस दोस्त की एक दुकान है, यह घटना तब की है जब इस 31 दिसंबर को वो दस दिनों के लिए कहीं बाहर घूमने गया हुआ था और जब में उसके घर पर किसी काम की वजह से चला गया तो मैंने देखा कि वर्षा भाभी उस समय घर में बिल्कुल अकेली थी.

दोस्तों मेरी वो वर्षा भाभी बहुत हंसमुख स्वभाव, शरारती और सेक्सी है और वो मुझसे बहुत बार हँसी मज़ाक किया करती है और उस दिन वो अकेली थी. उन्होंने मुझसे कहा कि अनिल आज तुम खाना यहीं पर मेरे साथ खा लो और फिर हम दोनों उसके बाद फिल्म देखेंगे.

मैंने उससे हाँ कहा और फिर हम दोनों ने साथ में बैठकर खाना खाया और फिर उसके बाद हम साथ में फिल्म देखने लगे थे. उस समय वर्षा ने लाल कलर की साड़ी पहनी हुई थी, उसमे वो बहुत सेक्सी लग रही थी और उसमें से उनकी ब्रा मुझे साफ साफ नजर आ रही थी.

और उस फिल्म में कुछ देर बाद दो तीन लिप किस आए और तब मेरी नज़र अपनी उस भाभी पर चली गई. मुझे देखकर वो शरमा गई और यह सब देखकर तो मेरा लंड पहले से ही तनकर खड़ा हो चुका था. हम दोनों उस समय एक ही बिस्तर पर बैठे हुए थे और उस समय रात के करीब 11 बज चुके थे.

मैंने उनको कहा कि में अब अपने घर पर जा रहा हूँ तभी वो मुझसे बोली कि आप यहीं पर सो जाओ, दोस्तों में सच सच अपने मन की बात कहूँ तो मेरे मन की इच्छा भी यही थी जो अब पूरी हो रही थी, क्योंकि आज पूरी रात में उसको जमकर चोदना चाहता था.

और फिर में उनके कहने पर वहीं पर सो गया और कुछ देर फिल्म खत्म होने के बाद वो भी उसी बिस्तर पर मेरे पास ही लेट गई. तभी अचानक गलती से मेरा एक हाथ उनके बूब्स पर छू गया, लेकिन वो मुझसे कुछ भी नहीं बोली जिसकी वजह से मुझे थोड़ी सी हिम्मत आ गई.

और अब मैंने हिम्मत करके उसके हाथों पर अपना हाथ रखकर सहलाने लगा, लेकिन वो अब भी चुप ही रही और में धीरे धीरे आगे बढ़ता चला गया. फिर वो भी अब मेरा साथ देने लगी थी और वो मेरी तरफ सरक गई जिसकी वजह से उसके मुलायम बड़े आकार के बूब्स मेरी छाती से दबने लगे.

मेरा लंड तनकर झटके देने लगा और अब उसने धीरे धीरे मेरे सारे कपड़े को उतार दिया, जिसकी वजह में अब सिर्फ़ अंडरवियर में हो गया. फिर मैंने भी सबसे पहले उसकी साड़ी को उतार दिया, जिसकी वजह से वो भी अब ब्लाउज और पेटीकोट में हो गई.

फिर मैंने थोड़ी देर तक उसके बूब्स को दबाया और उसके बाद ब्लाउज और पेटिकोट को भी उतार दिया, जिसकी वजह से अब वो मेरे सामने सिर्फ गुलाबी रंग की ब्रा और पेंटी में गज़ब की सेक्सी लग रही थी. में कुछ देर तक उनको अपनी चकित नजरों से देखता रहा.

फिर उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया और फिर मैंने भी उसकी ब्रा और पेंटी को उतार दिया. उस लाइट की रोशनी में उसका दूध जैसा गोरा पूरा बदन चमक रहा था और उसके बाद हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे को चूमने, चाटने लगे थे.

उसके 36 इंच के बूब्स को में चूसने के साथ साथ ज़ोर से दबा भी रहा था, इसलिए एक बूब्स मेरे मुहं में था और एक बूब्स हाथ में था और वो मेरे लंड को सहला रही थी करीब हम दोनों ने एक घंटे तक वैसे ही चूमा चाटी के मज़े लिए, तब उसने मेरे पूरे बदन को चूमा.

और कुछ देर बाद वो मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी थी और उसने जोश में आकर मेरे लंड को बहुत देर तक चूसा और जब में झड़ गया तो उसने मेरा पूरा वीर्य पी लिया. दोस्तों मैंने देखा कि उसकी चूत एकदम साफ थी और उस पर एक भी बाल नहीं था. वो बहुत ही आकर्षक रसभरी उभरी हुई थी, जिसको देखकर में ललचाने लगा था.

अब मैंने उसके दोनों पैरों को फैलाया और में भी अब उसकी चूत को चूसने लगा था. वो मेरे सर को अपनी चूत पर दबाकर मेरे मुहं को वो अपनी चूत में पूरा घुसाने की कोशिश करने लगी थी क्योंकि वो तब बहुत जोश में थी. और करीब दस मिनट चूत को चूसने के बाद उसने भी अपनी चूत से पानी छोड़ दिया था, जिसको में पी गया.

फिर मैंने उसकी चूत को चाटकर पहले की तरह चमका दिया था. अब हम दोनों एक बार फिर 69 की पोज़िशन में हो गए और वो मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी. शायद उसको ऐसा करने में बहुत मज़ा आ रहा था और उसके मुहं की गरमी को पाकर थोड़े ही देर में मेरा लंड एक बार फिर से तनकर खड़ा हो गया था.

अब वो लंड को अपने मुहं से बाहर निकालकर मुझसे कहने लगी कि मेरे पति का लंड तो केवल 5 इंच लंबा और 1.5 इंच मोटा है इसलिए मुझे उससे चुदाई करवाते समय इतना ज्यादा मज़ा नहीं आता, क्योंकि वो मेरे पूरे अंदर तक नहीं जाता और मुझे पूरा अंदर तक जाने वाला आपके जैसा मोटा लंड हमेशा से ही अच्छा लगता है और इसलिए अनिल मुझे आपका लंड बहुत पसंद आया. अब प्लीज़ तुम जल्दी करो में और अब नहीं रुक सकती, प्लीज़ चोद डालो तुम मुझे, जल्दी से अपने लंड के मज़े दो जिसके लिए में कब से इतना तरस रही हूँ.

फिर मैंने उसकी वो जोश भरी बातें सुनकर खुश होकर तुरंत उसकी गांड के नीचे एक तकिया लगा दिया, जिसकी वजह उसकी वो कामुक चूत मेरे सामने पूरी तरह से खुल गई और फिर मैंने उसके दोनों पैरों को पूरा फैला दिया जिसकी वजह से चूत भी पूरी फैलकर मुझे अपनी चुदाई के लिए कहने लगी. फिर मैंने अपने लंड का टोपा उसकी चूत के मुहं पर रखा तो उसकी चूत का छेद पूरा ढक चुका था.

मैंने धीरे से अपने लंड को उस पर दबाया तो दर्द की वजह से उसके मुँह से चीख निकल गई आईईईईई उफफ्फ्फ्फ़ मार डाला प्लीज़ अनिल धीरे करो ना मुझे बहुत दर्द हो रहा है, तुम्हारा लंड बहुत मोटा है इस बात का ध्यान रखकर तुम अपने इस काम को करो, नहीं तो में इसके दर्द से मर ही जाउंगी आह्ह्ह्ह प्लीज धीरे धीरे करना.

फिर मैंने उसकी बात को मानकर दर्द का ध्यान रखकर बूब्स को चूसना शुरू कर दिया और थोड़ी देर में ऐसे ही उसके ऊपर लेटा रहा और जब वो मुझे शांत नजर आने लगी तो मैंने उसको पकड़कर उसको तीन चार धक्के लगाए और अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया. लेकिन वो अब दर्द की वजह से बिन पानी की मछली की तरह छटपटाने लगी और उसकी चूत से निकले खून से मेरा लंड रंग चुका था.

और वो बहुत इतनी तेज़ चीख पड़ी आाईईईईईईई माँ उफ्फ्फफ्फ्फ़ मुझे मार डाला अनिल मेरी पूरी फट गयी है प्लीज मुझ पर तुम थोड़ा सा तरस खाओ, वरना में मर ही जाउंगी और यह दर्द अब मुझे सहना बड़ा ही मुश्किल होता जा रहा है, प्लीज अगर नहीं जा रहा है तो तुम इसके साथ इतनी ज़ोर जबरदस्ती भी मत करो आह्ह्ह्हह्ह मुझे लगता है कि आज तुम मेरी जान निकालकर ही मेरा पीछा छोड़ोगे.

फिर मैंने उससे बोला कि कोई बात नहीं मेरी जान, अभी तुम भी मेरे साथ मज़े लेने लगोगी, बस कुछ देर इसको सह लो उसके बाद तो बस मज़े ही मज़े, कोई दर्द तुम्हे दोबारा नहीं होगा. फिर मैंने उससे यह बात कहकर उसके बूब्स और होंठो को चूसना शुरू किया.

तब मैंने कुछ देर बाद महसूस किया कि वो अब धीरे धीरे शांत होने लगी थी. अब उसने मुझसे पूछा कि कितना अंदर गया और कितना जाना अब बाकी है? तो मैंने उससे कि मेरी जान मैंने तो पूरा ही अंदर डाल दिया है, अब तो बस चुदाई करना ही बाकि है और मैंने फिर उसको यह बात कहने के बाद अपनी तरफ से धक्के देने शुरू कर दिए. “Pyasi Dulhan Chudai”

लेकिन उसका दर्द तब भी बढ़ रहा था और धीरे धक्के देते देते में अपने काम को करता रहा और अब मैंने अपनी स्पीड को थोड़ा सा बढ़ा दिया था. मेरे धक्को से वो अब सिसकियाँ भर रही थी और उसके मुहं से सस्स्स्स्ईई ऊउईईईईईईई अनिल अब मुझे थोड़ा सा मज़ा आने लगा है, लेकिन आज आपने मेरी चूत को पूरा फाड़ दिया है, जिसकी वजह से मुझे अंदर वो जलन महसूस हो रही है, जिसने मुझे अब यह बात सोचने पर ज्यादा मजबूर कर दिया है कि कहीं मेरी फटी चूत को देखकर मेरे पति मेरी यह चुदाई के बारे में समझकर मेरे ऊपर शक ना करने लगे.

मैंने उससे कहा कि जब तक उनका आना होगा तब तक यह दोबारा अपनी उसी हालत में आ जाएगी और में उसके बूब्स को सहलाने के साथ साथ हल्के धक्के देने लगा था, जिसकी वजह से उसको भी अब धीरे धीरे मज़ा आने लगा था और वो भी अपनी गांड को नीचे से उछालकर मुझसे अपनी चुदाई करवाने लगी थी.

फिर वो करीब दस मिनट में ही झड़ गई और उसकी चूत से वो चूत रस बाहर आने लगा था, जिसकी वजह से लंड फिसलता हुआ अंदर बाहर होने लगा. मुझे धक्के देकर चोदने में अब बड़ा मज़ा आ रहा था और वो एक बार से फिर थोड़ी देर में दोबारा से झड़ गई और इस तरह करीब 30 मिनट की चुदाई में वो चार बार झड़ चुकी थी.

मैंने तब उससे पूछा कि अब तुम्हे कैसा लग रहा है? तो उसने मुझसे कहा कि मुझे अब बहुत मज़ा आ रहा है, ऐसा मज़ा तो मुझे आज तक मेरे पति ने भी नहीं दिया जैसा मुझे आज तुम्हारे साथ आ रहा है और थोड़ी ही देर लगातार धक्के देकर उसको चोदने के बाद में उससे बोला कि मेरा वीर्य अब बाहर निकलने वाला है, में इसको कहाँ निकालूं? “Pyasi Dulhan Chudai”

तो उसने कहा कि तुम इसको पूरा मेरी चूत में ही भर दो, में इसको अपने अंदर लेकर महसूस करना चाहती हूँ और फिर मैंने उसके कहने पर अपने लंड का सारा वीर्य उसकी चूत में धक्को के साथ गहराई तक डाल दिया और फिर हम दोनों कुछ देर उसी तरह लेटे रहे.

मेरा लंड जब छोटा होकर उसकी चूत से अपने आप बाहर आ गया, तब में उठकर बाथरूम की तरफ चला गया और वहां पर जाकर मैंने अपने लंड को पानी डालकर अच्छी तरह साफ किया और फिर वापस अंदर आकर मैंने देखा तो वर्षा अब भी वैसे ही लेटी हुई थी.

क्योंकि वो उस दर्द की वजह से उठ नहीं पा रही थी, क्योंकि कुछ देर पहले हुई उसकी जबर्दस्त ताबड़तोड़ चुदाई की वजह से उसको अब चलने में बड़ी तकलीफ़ दर्द हो रहा था और यह बात समझकर में उसको अपनी गोद में उठाकर बाथरूम में ले गया और मैंने ही पानी डालकर उसकी चूत को साफ किया.

उसके बाद वापस उसको लाकर मैंने बेड पर लेटा दिया और तब हम दोनों थोड़ी देर तक ऐसे ही पूरे नंगे लेटे रहे और थोड़ी देर के बाद मैंने उसको चूमना चाटना और सहलाना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से कुछ ही मिनट में वो भी दोबारा से जोश में आकर गरम होकर तैयार हो गई. “Pyasi Dulhan Chudai”

अब हम दोनों एक बार फिर से 69 की पोज़िशन में आ गये और वो थोड़ी ही देर बाद झड़ गई तो मैंने अब उसको डॉगी स्टाइल में बैठाकर चोदना शुरू कर दिया. दोस्तों मैंने इस बार एक ही धक्के में अपना पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया तो उसके मुहं से ज़ोर से चीख निकल गई आईईईईईइ माँ मार डाला अनिल, में मर गई ऊऊइईई मार डाला.

अब मैंने उसके दर्द पर बिल्कुल भी ध्यान ना देकर उसके बूब्स को कसकर पकड़ा और में ज़ोर ज़ोर से अपनी तरफ से उसको धक्के मारने लगा जिसकी वजह से कुछ देर बाद उसको भी मज़ा आने लगा था. फिर करीब 15 मिनट तक वैसे ही धक्के देकर उसको चोदने के बाद मैंने तुरंत ही उसकी चूत से अपने लंड को बाहर निकालकर उसकी गांड में अपना लंड जबरदस्ती डाल दिया और उस काम को करने में मुझे बहुत मेहनत करनी पड़ी.

फिर वो अब दर्द की वजह से ज़ोर से चीख पड़ी आईईईईई ऊफफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्हह्ह माँ तुमने आज मुझे मार ही डाला, में मर गई प्लीज़ अनिल अब तुम इसको वापस बाहर निकालो, चाहो तुम दोबारा मेरी चूत में अपना लंड डाल दो, लेकिन इससे बाहर निकालो, वरना आज में मर ही जाउंगी, क्योंकि मैंने इससे पहले कभी गांड में लंड नहीं लिया, इसलिए मुझे ज्यादा दर्द हो रहा है प्लीज अब बस भी करो.

दोस्तों मैंने उसकी एक भी बात ना सुनी और में उसके दोनों कूल्हों पर अपनी मजबूत पकड़ को बनाए हुए लगातार वैसे ही धक्के मारता ही गया और मुझे ऐसा करने में बड़ा मज़ा आ रहा था और थोड़ी ही देर में वो धीरे धीरे शांत होती चली गई. मैंने उससे पूछा कि तुम्हे अब कैसा महसूस हो रहा है? “Pyasi Dulhan Chudai”

तब उसने कहा कि पहले मुझे बड़ा दर्द हुआ, लेकिन अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा है आज तुमने मुझे इस चुदाई से पूरी तरह संतुष्ट कर दिया है और ऐसा सुख मुझे आज पहली बार मिल रहा है. तुम्हारे लंड में बहुत ताकत है और यह बहुत देर तक टिका रहकर धक्के देकर बड़ा मज़ा देता है और मेरे पति तो कुछ देर धक्के देकर झड़ने के बाद मुझे प्यासी ही छोड़कर सो जाते है, उन्होंने मुझे ऐसा चुदाई का सुख कभी नहीं दिया. मुझे तुम्हारे जैसे दमदार लंड की कब से तलाश थी जो आज पूरी हो चुकी है.

अब तुम ही मेरी चूत के राजा और मेरे इस जिस्म के असली मालिक हो, में तुमसे हमेशा ही ऐसी चुदाई की उम्मीद करती हूँ, प्लीज मुझे तुम हमेशा ऐसे ही खुश रखना और में तुम्हे अपनी चुदाई के लिए कभी भी मना नहीं करूंगी.

दोस्तों इस तरह से मैंने उसको पूरी तरह से खुश करके उसकी गांड और चूत दोनों में अपने लंड को डालकर चुदाई के पूरे मज़े लिए और फिर मेरे लंड का पूरा वीर्य एक बार फिर से मैंने उसकी चूत में ही निकाल दिया, जिसकी वजह से बड़ी खुश नजर आने लगी और में उसको देखकर मन ही मन बड़ा खुश था.

दोस्तों इस तरह से मैंने उसको उस रात में रुक रुककर करीब चार बार चोदा और दो बार मैंने उसकी गांड भी मारी और सुबह फिर से उसने मेरे लंड को चूसकर कुछ देर मेहनत करके खड़ा किया. उसके बाद वो मेरे ऊपर चढकर मेरे लंड को अपनी चूत के अंदर ले लिया. “Pyasi Dulhan Chudai”

लेकिन मैंने देखा कि वो अब ठीक से अंदर ले नहीं पा रही थी क्योंकि उसको अब भी थोड़ा थोड़ा सा दर्द हो रहा था. फिर जब उसने पूरा नीचे बैठकर लंड को अपनी चूत के अंदर ले लिया. तब मैंने नीचे से ही उसकी चूत पर धक्के लगाने शुरू कर दिए थे.

और वो सिसकियाँ लेते हुए कह रही थी ईईसस्स्स्सस्स वाह क्या लंड है अनिल, मज़ा आ गया काश तुम मुझे पहले मिले होते और मैंने तुमसे ही शादी की होती तो मुझे जीने का असली मज़ा तब आता ऊऊईईईईइ आह्ह्ह्ह मार डाला अनिल हाँ तुम और ज़ोर से धक्के देकर चोदो, तुम मुझे हाँ पूरा अंदर तक जाने दो.

और इस तरह से धक्के देकर चोदते चोदते मैंने अपना वीर्य उसकी चूत में ही डाल दिया और उसके कुछ देर बाद वो उठकर चली गई. अब वो रसोई में जाकर हम दोनों के लिए खाना बना रही थी तब मैंने जाकर उसको दोबारा पूरा नंगा कर दिया.

उसके बाद किचन स्टॅंड पर बैठा दिया और उसके दोनों पैरों को मैंने अपने कंधे पर रख लिया और फिर मैंने उसकी चूत में अपना पूरा लंड डाल दिया, वहीं पर करीब 30-40 मिनट लगातार धक्के देकर उसकी चुदाई करने के बाद हम दोनों अलग हुए और में बाथरूम में चला गया फ्रेश होकर बाहर आ गया. “Pyasi Dulhan Chudai”

और अब हम दोनों ने साथ में बैठकर एक ब्लूफिल्म देखी और चुदाई दूसरे नये तरीके भी सीखे और फिर हम दोनों ने उसके बाद पूरे दिनभर में करीब 6-7 बार वैसे ही जमकर चुदाई के मज़े लिए. फिर तब वो मुझसे बोली कि आज तुमने मुझे वो चुदाई का मज़ा दिया है, जिसके सपने मैंने बचपन से देखे थे.

में हमेशा ही ऐसे ही मज़े अपने पति से चाहती थी, लेकिन मेरी किस्मत खराब निकली, लेकिन अब मुझे अब तुम मिल गए हो इसलिए मुझे वो सब कुछ मिल गया है, अनिल में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और तुम बहुत अच्छे हो तुम हमेशा मेरी यह इच्छा ऐसे ही पूरी करते रहना और मैंने उसको हाँ कहा, जिससे वो खुश होकर मुझे अपने गले लगाकर चूमने लगी थी.

दोस्तों इस तरह से मैंने उसको करीब दस दिन तक लगातार जमकर चोदा मैंने उसकी चुदाई के बड़े मज़े लिए जिसमें उसने मेरा हमेशा पूरा पूरा साथ दिया और हम दोनों एक दूसरे का साथ पाकर बहुत खुश थे, लेकिन उसके बाद एक दिन मेरा वो दोस्त भी आ गया, इसलिए में अपने घर आ गया और उसके बाद हम दोनों को जब भी कोई अच्छा मौका मिलता हम दोनों चुदाई करने से नहीं चूकते थे. यह काम हम दोनों ने बहुत बार मौका पाकर किया. में हर बार उसको एक अलग तरह से चुदाई के मज़े देता रहा और वो मुझसे हमेशा खुश होती रही. “Pyasi Dulhan Chudai”

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