Hindi Sex Story नमस्कार दोस्तों , राहुल के लिए अब चुत चुदाई एक आम सी बात हो गई थी तो घर के चारदीवारी में ही अपनी बड़ी बहन प्रियंका के साथ शारीरिक संबंध बन चुके थे और मेरी इच्छा उसको हफ्ता में एकाध बार चोदने की थी तो घर के अंदर की शादीशुदा औरत निशा ,जोकि मेरी मां है के साथ भी संभोग सुख मिल चुका था तो मै बुआ के घर से तीन दिन बाद लौटा ,बुआ सुनयना के जिस्म के साथ खूब मजा किए लेकिन घर आते ही ध्यान अपनी बहन प्रियंका और मम्मी निशा पर चला गया ,वैसे पापा घर पर ही थे तो मै एक दिन तक तो ना बहन और ना ही अपनी मम्मी पर ध्यान दिया। Bhai Bahan Ka Jismani Sambandh Jarurat Ban Gai.
अगले सुबह जगा और फ्रेश होकर बालकनी में आया तो दीदी मम्मी के साथ बैठकर गपें मार रही थी ,मम्मी बोली “प्रियंका जाकर चाय बना दो “मै कुर्सी पर बैठा तो प्रियंका किचन की ओर चली गई ,मम्मी मुझे देखते हुए बोली “तब २-३ दिन अकेले बोर हो गए होगे (मै)कुछ खास नहीं ,दिन में तो कालेज ही निकल जाता था और फिर शाम को रवि के साथ पार्क (मम्मी मुझे तिरछी नज़र से देख रही थी)मेरे कहने का मतलब तुम नहीं समझे (मै थोड़े चिंतित भाव में)समझ रहा हूं लेकिन अब मुझे ऐसा करना ठीक नहीं लग रहा है (मम्मी हंसने लगी) शुरुआत तुम किए थे तो मेरी इच्छा भी तो होती है (मै)ठीक है आज कालेज जाने दो ,कल जरूर घर में रहूंगा ।”
फिर मम्मी उठकर चली गई तो प्रियंका दीदी चाय लेकर आई और दोनों चाय पी रहे थे तो प्रियंका के नग्न मोटे चिकने जांघों से लेकर बूब्स तक पर मेरी नजर बार बार जाने लगी और प्रियंका मेरी आंखों की भाषा समझ बोली “क्या बात है ,बहुत घुर रहे हो (मै मुस्कुराने लगा) बस यों ही ,तुम भी तो शॉर्ट्स पहनकर अपने जांघों का नग्न प्रदर्शन कर रही हो (दीदी)कालेज जाओगे की नहीं (मै)हां क्यों तुम्हारा क्या प्लान है ।”तो फिर दोनों चाय पीकर अपने अपने रूम चले गए लेकिन मेरी ओर से वाशरूम का दरवाजा अंदर से बंद था ,समझ गया कि प्रियंका स्नान कर रही है ,मै कुछ देर इंतज़ार किया फिर प्रियंका ज्योंहि मेरे ओर के दरवाजा की कुण्डी खोली मै वाशरूम घुसा और स्नान करने लगा. “Bhai Bahan Ka Jismani”
०९:३० बजे के आसपास दोनों भाई बहन नाश्ता करके कालेज के लिए निकल पड़े तो प्रियंका ब्लू रंग की लंबी स्कर्ट और साथ में उजले रंग की टॉप्स पहन रखीं थी ,जूती पैर में डाले अपनी बांह में पर्स और हाथ में नोटबुक पकड़ बाईक के पिछले सीट पर दोनों पैर एक ही दिशा में किए बैठी थी लेकिन अपने दाईं चूची वो जानबूझकर मेरे पीठ से रगड़ रही थी तो मै तेजी से बाईक चला रहा था ,फिर दीदी को कालेज गेट पर छोड़कर अपने कालेज गया ।राहुल का मन सिर्फ बुआ के नग्न जिस्म की ओर जा रहा था लेकिन अब तो फूफाजी वापस आ चुके थे लेकिन दिन के वक़्त तो कालेज के बहाने उनसे मिल सकता था और अपनी काम वासना को तृप्त कर सकता था ,खैर दिन भर लैक्चर अटेंड किया और फिर दीदी को कालेज से लेकर घर वापस आया तो प्रियंका रास्ते में ही एक काफी शॉप पर रुकने को बोली तो हम दोनों कॉफी शॉप में घुसे फिर बैठकर बातें करने लगे.
“तब राहुल बुआ के यहां बोर हो रहे होगे (मै हंसता
हुआ)बिल्कुल नहीं ,दिन में कालेज शाम को पार्क और रात
को आराम से सोना (प्रियंका मुस्कुराई) ऐसा है कि आज रात आराम से दोनों एक दूसरे से
बातें करते हैं ,क्यों क्या विचार है (मै)ठीक है
लेकिन घर में ,मुझे तो डर लग रहा है (काफी टेबल पर
आया और दोनों काफी पीने लगे)क्या है कि रात को खाना खाकर फिर मॉम डेड के रूम का
माजरा समझकर ,क्यों ठीक रहेगा ना (मै)ठीक है जैसा
आप बोलिए (प्रियंका)अरे तुम तो ऐसे मुंह बना रहे हो जैसे कि मै ५० साल की बुढ़िया
हो गई हूं और मुझे सिर्फ तेरी जरूरत है (मै)नहीं ,ठीक
है देर रात दोनों का मिलन होगा ।”
हम दोनों काफी पीकर घर के लिए निकले फिर घर पहुंचकर कपड़ा
बदला ,फ्रेश होकर अपने रूम में आराम करने
लगा तो शाम ०५:०० बजे के आसपास हमसभी एक साथ बैठकर चाय पी रहे थे और फिर मै रोज की
तरह तैयार होकर घूमने को निकल पड़ा ,अपने
घर से मार्केट तक टहलता और कुछ जरूरी सामान घर का ले आता ,अभी मार्केट पहुंचा ही था कि मेरे वॉट्सएप पर
किसी का मेसेज आया ,देखा तो प्रियंका “टुडे”
टेबलेट लाने को बोली थी ,मै एक मेडिसिन स्टोर गया और बिना
झिझक के दवाई खरीदकर वापस आने की सोचने लगा ,तभी
मन में आया कि एक ठंडी बियर पी ली जाय ,वैसे
भी अप्रैल का महीना था और कानपुर की गर्मी चरम पर थी तो मै बियर खरीदकर वहीं बने
पीने के स्थान पर खड़े खड़े पीने लगा और घर वापस शाम के ०७:०० बजे आया ।
घर के डायनिंग हॉल में दीदी और मम्मी बैठकर टी वी देख रही थी तो मै सीधे अपने रूम गया ,फिर कपड़ा बदलकर आराम करने लगा वैसे भी एक बोतल बियर पीकर मस्त हो चुका था ,मुझे थोड़ी बहुत थकावट महसूस हो रही थी तो मै करवट लेकर सो गया और मुझे नींद भी आ गई ,मेरी नींद मेरे बदन पर किसी के हाथ के स्पर्श से टूटी तो मै देखा तो प्रियंका दीदी मेरे कमर के बगल में बैठे मेरे बाहों से लेकर चूतड़ तक हाथ फेर रही थी और मेरी नींद खुलते ही बोली “क्या बात है गहरी निंद्रा में थे (मै उठकर बैठा)हां थोड़ी थकावट हो रही थी लेकिन तुम यहां ,वो भी इस तरह की हरकत (प्रियंका मुझे बेड पर अनायास ही धकेल दी)अरे बुद्धू तेरे पापा और मम्मी भी अभी काफी जवान है ,दोनों बगल के पार्क घूमने गए तो मै ।”
इतने में दीदी मेरे बदन पर सवार हो गई और उसके मॉडर्न लिबास काफी सेक्सी थे ,काफी छोटी पैंट और एक ढीला ढाला टी शर्ट पहनकर वो अपने मोटे चिकने जांघों से लेकर टांगों तक को नग्न दिखा रही थी ,प्रियंका काफी आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए मेरे ओंठ को चूमने लगी तो मै उसके बूब्स का दबाव छाती पर पाकर मस्त था,फिर मै अपना हाथ प्रियंका के गोल चूतड़ पर फेरने लगा तो प्रियंका मेरे गर्दन के नीचे हाथ लगाकर मेरे ओंठ को ही मुंह में भरकर चूसने लगी और देर रात शुरू होनेवाला काम – क्रीड़ा काफी पहले शुरू हो गया ।प्रियंका की चिकनी गोरी बदन मेरे पर सवार थी तो वो मेरे ओंठ को छोड़ते हुए अपना लंबा जीभ ही मेरे मुंह में भर दी तो मै उसके जीभ चूसता हुआ उसके चूतड़ को हथेली से रगड़ रहा था ,जी कर रहा था कि उसकी छोटी पैंट खोलकर चोद डालूं ,लेकिन मै किसी लड़की या औरत को इतनी जल्दी नहीं चोदने वाला ,फिलहाल तो लंड बरमूडा के अंदर ही टाईट हो रहा था तो मै कुछ देर बाद प्रियंका की जीभ को निकालकर उसे ही बेड पर लिटा दिया । “Bhai Bahan Ka Jismani”
प्रियंका २० साल की जवान लड़की थी तो उसके छरहरे बदन ,संतरे सामान चूची और मस्ताई चुत मुझे काफी
रिझाती थी ,उसके नग्न चुत ,चूची और चूतड़ को देख तो कोई ७० साल का बूढ़ा
भी उसे चोदने को तड़प उठता तो उसके बदन पर छोटे से पैंट और टी शर्ट काफी कुछ दिखा
भी रही थी ।मै उठकर वाशरूम गया ,,फ्रेश होकर
वापस आया तो प्रियंका बेड के बीचोबीच लेट चुकी थी तो उसके दोनों स्तन तेजी से उफान
ले रहे थे ,मै उसके बगल में बैठकर सोचा कि जबतक
मम्मी – पापा दोनों आ नहीं जाते ,तब तक
मुखमैथुन क्रिया का आनंद लिया जाय ,मै
दीदी के स्तन को थामकर दबाने लगा तो वो “उह आह ओह जरा धीरे दाबो ना “तो
मै प्रियंका के टी शर्ट को गले तक उठा दिया ,दोनों
स्तन नग्न थे और मै एक भूखे भेड़िया की तरह उनकी चुचियों पर झपट पड़ा ,एक स्तन मुंह में लेकर चूसक चूसक चूसने लगा तो
दूसरे स्तन को मसल रहा था.
और वो मेरे सर पर हाथ फेरते हुए अपने दोनों नग्न जांघों को आपस में रगड़ रही थी “उई मां ,ओह उह राहुल इतनी खुजली होने लगी ,प्लीज़ चूची छोड़ो और मुझे चोदो (मै उसकी चूची छोड़)बेबी ,काहे इतना मचल रही है ,आराम से मजा कर ना ,अभी सिर्फ ओरल सेक्स होगा ,समझी ।”तो मै उसके दूसरे स्तन को चूसते हुए बाईं स्तन के टाईट निपल को उंगली में लेकर मींजने लगा तो प्रियंका की दोनों आंखें बंद हो चुकी थी और वो धीरे धीरे सिसकने लगी ,मेरा लन्ड टाईट हो रहा था तो मै उसकी चूची को छोड़कर पूछा “मेरा चूसोगी या तेरी चुत चाट लूं “वो इशारे से चुत चाटने को बोली तो मै उसके टी शर्ट को ठीक कर दिया और उसके पैंट के हुक को खोल दिया ,काफी टाईट पैंट पहन रखी थी तो वो अपने चूतड़ को बेड से थोड़ा ऊपर करके पैंट को अपने चूतड़ से निकाल दी ,फिलहाल उसकी जांघों पर पेंट था तो मै धीरे धीरे उसके पैर से बाहर किया ।
प्रियंका की चुत महीने भर में ही काफी सेक्सी हो चुकी थी तो उसके दोनों फांकों के बीच की दरार थोड़ी स्पष्ट हो चुकी थी ,मै उसके बुर पर हाथ फेरता हुआ जांघो को पूरी तरह फैला दिया फिर अपना सर उसकी चुत के इलाके में किया ,मोटे जांघों के बीच झुककर चुत को चूमने लगा तो प्रियंका छटपटा रही थी ,अपने गान्ड को उपर करने लगी तो मै उसके दोनों जांघों को कसकर पकड़ा और उसको देख बोला “जरा अपनी उंगली से चुत फलका दे रानी “तो वो चुत को फैलाई और मै उस सूखे चुत में थूककर उंगली रगड़ने लगा और फिर उंगली से चुत कुरेदता हुआ मस्त था तो वो खुद ही अपनी चूची दबाने लगी “राहुल प्लीज़ जीभ से चाटो ना ,जल्द ही रस निकलेगा “तो मै उंगली निकालकर अपने जीभ से बुर चाटने लगा लेकिन चुत तो शादीशुदा औरत की ढीली होती है और मुझे अपनी मम्मी साथ में बुआ की चुत को जीभ से चाटने में काफी मजा आया था ,प्रियंका की चुत तो फिलहाल कसी हुई थी सो अंदर तक जीभ घुस ही नहीं पाता था. “Bhai Bahan Ka Jismani”
फिर भी उसकी चुत को चाटता रहा और वो मेरे बाल कसकर थामे मेरे
सर को चुत की ओर धंसा रही थी ।पल भर बाद मै बुर को चाटना छोड़ दिया लेकिन दोनों
फांक को ओंठो के बीच लेकर चूसने लगा ,बिल्कुल
एक नया एहसास मानो प्रियंका नहीं किसी और लड़की की चुत चूभला रहा हूं और वो पल भर
बाद “ओह उह राहुल अब मेरे बुर से रज निकला” तो एक लड़की की मुंह से लंड ,बुर और चूची जैसे शब्द सुनकर थोड़ा जोश का
बढ़ना लाजिमी है तो दीदी कि चुत से रज की धार निकल पड़ी तो मै उसको पी गया ,फिर उठकर वाशरूम भागा और मूत कर लंड को धोया ।
वापस रूम में आया तो प्रियंका अपने बदन से टी शर्ट भी उतार
चुकी थी ,बिल्कुल नग्न अवस्था में बेड पर
लेटी हुई थी तो मै उसके चेहरे की और देखता हुआ अपना बरमूडा खोल दिया और मेरा
मुसल्लंड नंगा था तो प्रियंका मुस्कुराई “देखो अभी मम्मी पापा के आने में
काफी वक़्त है तो अब प्लीज़ (मै उसके दोनों जांघों को फैलाकर बैठा)अभी ही चुदाई
करवा लोगी तो फिर देर रात (वो अपनी चुत को टी शर्ट से पोछने लगी)सो क्या तेरी अभी
की चुदाई से मेरे बुर में इतनी जलन होने लगेगी की मै दुबारा तुम से चुदाई नहीं करा
पाऊंगी ।”मै उसके जांघों के बीच लंड पकड़े बैठा था ,अब वो अपने चूतड़ को थोड़ा ऊपर कर दी तो मै लंड
को चुत के छेद से सटाया और धीरे से सुपाड़ा को बुर में डाल दिया ,फिर लंड को घुसाने लगा.
और उसके चेहरे से स्पष्ट था कि वो अपनी चुत में मेरे लंड का एहसास ले रही है ,तभी मै एक जोर का धक्का बुर में दिया तो लंड पूरी तरह से चुत के गहराई तक चला गया ।मै अब प्रियंका कि चुत को बैठे बैठे चोदने लगा तो वो अपने दोनों पैर को थामे हवा में कर रखी थी ,मै गपागप लंड पेलता हुआ उसकी कोमल चुत को मजा दे रहा था और वो आंहें भर रही थी “उह आह ओह उई मां ,चुदाई में इतना मजा दे रहा है और तेज चोद ना रे निखतू “तो मै प्रियंका के जिस्म पर लेटकर चोदता हुआ उसके गाल चूमने लगा तो उसकी दिनों चूची मेरे छाती से रगड़ खा रही थी और दोनों के जिस्म आपस में चिपके हुए और रगड़ खा रहे थे तो प्रियंका अपने बाहों के घेरे में मुझे लेकर अपनी चूतड़ उछालने लगी ।
मै प्रियंका कि इस कामुकता से हतप्रभ था तो मेरे बदन के भार को अपने जिस्म पर लिए अपना चूतड़ उछालने की जोश निश्चित रूप से मजा को दुना कर रही थी और मै पूरी ताकत के साथ दीदी कि चुत चोद रहा था ,पल भर बाद जब प्रियंका चूतड़ उछालते उछालते थक गई और उसकी बुर आग की भट्टी बन गई तो वो बोली ” राहुल जरा उठने दो “मै उसके जिस्म पर से उठा तो प्रियंका बेड पर ही कोहनी और घुटने के बल होकर चुदाई का आमंत्रण दे डाली ,अब प्रियंका डाउगी पोजिशन में चोदने जा रहा था. “Bhai Bahan Ka Jismani”
तो मै उसकी चूतड़ के सामने लंड पकड़े बैठा और उसकी बुर पर थूककर उंगली से मिलाने लगा ,वो पीछे देखकर बोली “अरे बहनचोद पहले तो चाटता है फिर उसी पर थूकता है ,मै बिना कुछ बोले प्रियंका के बुर में लंड डाला और चोदने लगा ,दोनों चुदाई में इतने लीन थे कि याद भी नहीं रहा कि दवाई बुर में डाली जाई और तेज गति से चोदता हुआ मै उसके सीने से लगे चूची को पकड़ दबाने लगा तो प्रियंका अपने चूतड़ को आगे पीछे करके चुदाने लगी ,मेरा लन्ड और उसकी चुत पूरी तरह से गरम थी और ८-९ मिनट की चुदाई के बाद मै बोला “ले बे रण्डी मेरे लंड का वीर्य तो पिला अपनी चुत को “और लंड से वीर्य की तेज धार निकल पड़ी लेकिन प्रियंका झट से अपने चूतड़ आगे कर लंड को चुत से निकाल दी “बुर में टेबलेट तक नहीं दिए अगर पेट से हो गई तो (मै मुस्कराया)कल सुबह एक गर्भ निरोधक दवाई ला दूंगा खा लेना ,समझी रानी ” फिर दोनों अलग होकर फ्रेश हुए …………