पहली बार चुदी और चुदती ही चली गई 5

Bhai Bahan Pelapeli XXX

फ्रेंड मैं उत्तर प्रदेश से हु अभी दिल्ली रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही हूँ अभी मैं 24 साल की हु, एकदम दूध जैसी गोरी हु, मेरी लंबाई 5.2 फीट हैं, मेरा साइज 34डी 28 34 है अब आप मेरा अंदाजा लगा सकते है कि मैं कितनी सेक्सी हो सकती हूं. ये कहानी मेरे और मेरे भाई के बीच की चुदायी की है इस कहानी के माध्यम से आप सब को पता चल जाएगा कि मैं अपने सगे भाई से कैसे चूदने लगीं. Bhai Bahan Pelapeli XXX

दोस्तो जिन्होंने मेरी पिछली कहानियों को पढ़ा और मुझे फीडबेक दिया उन सभी को तहे दिल से शुक्रिया. जिन्होंने अभी तक नहीं पढ़ी वो जरूर पढ़ ले क्योंकि मेरे सभी पार्ट में मेरी अलग अलग चुदायी हुई है जो मेरे जीवन की बिल्कुल सच घटना है-

पहली बार चुदी और चुदती ही चली गई 1

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पहली बार चुदी और चुदती ही चली गई 4

अब मैं आपलोग को बोर ना करते हुए सीधे स्टोरी पर ले चलती हूँ कोई गलती हो तो माफ करना ये मेरे जीवन की सच्ची घटना है. आपलोगों ने मेरी चौथी कहानी में पढ़ा कि मेरे बॉयफ्रेंड रवि ने मेरे साथ कैसे बदतमीजी की उस घटना के बाद फिर मैं कोई बॉयफ्रेंड नहीं बनाई मेरा जब मन जब भी सेक्सी होता मैं बस पोर्न वीडियो देखके उंगली करके काम चला लेती.

दोस्तो ऐसे ही उंगली से काम चलाते चलाते 5/6 महीने बीत गये तभी मेरे भाई का भी कॉलेज खत्म हो गया दोस्तो मेरा भाई बैंगलुरू से इंजिनियरिंग कर रहा था अब वह भी तैयारी के लिये दिल्ली आने वाला था. दोस्तो घर में बात हुई तो डिसाइड हुआ कि तुम दोनों एक फ्लैट ले लो और साथ में रहोगे सही सही भी रहेगा.

दोस्तो मैं अपने भाई के बारे मे बता दूँ उसकी उम्र 26 साल और लंबाई 6 फिट हैं एकदम कड़क बॉडी हैं साथ ही बहुत स्मार्ट और हैंडसम भी हैं उसके ऊपर बहुत लड़कियां फिदा रहती हैं. दोस्तो कुछ ही दिनों में वो भी मेरे साथ रहने लगा हमलोग एक फ्लैट लिये जिसमें 2 कमरे बीच में 1 किचन 1 बाथरूम था अलग अलग रूम में रहने लगे बाहर वाले कमरे में भाई और अंदर वाले कमरे में मैं.

करीब 1 महीने बीत गये मेरी एक सहेली से फोन पे बात हो रही थी अचानक ही उसने मेरी सेक्स लाइफ के बारे में पूछ ली तो मैं उसे अपना सारा दुखड़ा सुनाई और बोली लगता है अब जब तक शादी नहीं होती उंगली से ही काम चलाना पड़ेगा. तब वो मुझे अपने भाई से ही सेट होने की सलाह दी और बतायी घर में ये सब सेफ भी होता मैं उससे बोली पागल है क्या भाई से ये सब नहीं हो सकता.

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दोस्तो वो बाद में मुझसे बतायी भी की उसकी चुदायी उसके भाई से ही चल रही है. फिर वो बोली तुम ट्राय तो कर हो सके तुम्हारा काम बन जाये मैं बोलीं कैसे करू तुम बताओ तो जरा मज़ाक में. तभी वो बोली अपने भाई से थोड़ा चिपका कर उसके सामने थोड़ा बहुत अंग प्रदर्शन भी कर फिर वो खुद ही तुमको चोद देगा मैंने उसे पागल बोली और ऐसे ही थोड़ी देर बाद उसका कॉल कट गया.

अब मेरे दिमाग में उसकी बाते चलने लगी भाई को लेके अब अलग भावना चलने लगी और मैं गिली भी हो गयी और पहली बार भाई के नाम की उंगली भी कर ली ऐसे ही कई दिन तक चला अब भाई के प्रति मेरे विचार बदलने लगे. एक दिन मैंने डिसाइड किया चलो कोशिश करती हूँ.

दोस्तो मैं आपको बता दूँ मेरे भाई गाव में पहले कई ल़डकियों से चक्कर था जिनकी वो चुदायी भी करता था जो मुझे भी पता चली थी क्योंकि एक लड़की मेरे घर के बगल की थी जो मेरी सहेली भी थी तो थोड़ा बहुत भाई के बारे मे बतायी भी थी मैं भी उसे अकेले में भाभी बोला करती थी और कभी-कभी भाई के भी मजे लेती थीं.

तो मैं सोची भाई तो पहले से ही चुदक्कड है हो सके उसे थोड़ा उकसाने से मेरी भी चुदायी हो जाये तो मैं उसे उकसाने लगीं. अब मैं भाई से बात बात पर चिपक जाती थी दोस्तो मेरे भाई से मेरी पहले से ही बहुत पटती थीं. ऐसे ही एक दिन भाई बाहर से समोसा लेके आया था.

जैसे ही मुझे दिया मैं उसे थैंक्स बोलते हुए गले से लग गयी और बोली भाई मैं तुम्हें समोसा के लिए कॉल करने वाली थी मेरा बहुत मन भी समोसा खाने का था दोस्तो मैं अपने बूब्स उसके सीने से सटा दी उसका बेल्ट मेरे नाभि के नीचे महसूस हुआ फिर उसे छोड़ दी. भाई बोला मैं समोसा खा रहा था तो सोचा तुम्हारे लिये भी ले लू.

लगभग 5/6 दिन के बाद मैं सुबह नहा रहीं थीं लगभग नहा चुकी थी तभी भाई के कमरे का दरवाजा खुलने की आवाज आयी तभी मेरे दिमाग में एक आइडिया आया क्यों ना आज तावेल ही पहनकर बाहर निकलू और मुझे पता था कि भाई भी बाथरूम तो आयेगा ही.

तभी मैं तावेल पहन ली जो मुस्किल से सिर्फ मेरी चुचियो और कमर को ही ढक रहे थे और अपने सूखे कपड़े को तावेल के अंदर छुपा ली और गिली लाल रंग की ब्रा पेंटी लोअर टी शर्ट के ऊपर रख कर वही छोड़ दी और बाहर आ गयी तो देखी भाई अपने दरवाजे पर खडा है मैं उसे देखते हुए मुस्कुरा कर शर्माते हुए अपने कमरे में चली.

थोडे समय में मैं सोची अपने कपड़े धो देती हूं जैसे मैं बाथरूम में आयी तो देखी मेरी ब्रा पेंटी बिखरी है मैं समझ गयी कि भाई इसे जरूर छुआ. दोस्तो अब मैं रोज ब्रा पेंटी बाथरूम में छोड़ने लगीं जो मुझे रोज बिखरी मिलती थी. ऐसे ही 4/5 दिन हो गये थे अगले दिन जब मैं कपड़े धोने गयी तो देखी मेरी ब्रा पे देर सारा वीर्य पड़ा था.

तो मैं समझ गयी ये भाई की करतूत है और मन ही मन मुस्कराने लगीं चलो लगता है काम हो जाएगा मैं भाई को कुछ नहीं बोली. अब भाई रोज मेरी ब्रा पेंटी पे मूठ मारने लगा मैं उसे कुछ नहीं बोलती और ब्रा पेंटी को धुल के रख देती अब वो भी मुझे छूने के बहाने खोजता मौका मिलते ही मुझे इधर उधर छुने लगा मैं भी उसे मौके देने लगीं जिससे भाई की हिम्मत बढ़ने लगी.

एक दिन मैं दोपहर में खाना खाके अपने रूम में लेटी थीं और मेरा ध्यान मोबाइल पर था तभी मुझे लगा कोई मेरे कमरे में दरवाजे से झाँक रहा है दोस्तो मेरा सर दरवाजे की तरफ वाली दीवार से व दरवाजे से थोड़ा हट के दीवार से सटा था था तो मैं बिना हिले आँख को थोड़ा तिरछी करके देखी तो भाई था.

दोस्तो मैं मन ही मन मुस्कुरा रही थी बिना किसी हलचल के मोबाइल चलाती रहीं थोड़ी देर में भाई चला गया उसके जाने की आवाज मुझे पता चली. उसके जाने के बाद मैं अपने सामने ऐसे शीशा टांग दी कि अगर कोई दरवाजे पे रहे तो बिल्कुल आसानी से दिख जाये. ये कहानी आप Hindi Sex Kahani पर पढ़ रहे है.

दोस्तो 2 दिन बाद रात मे खाना खाके सो रहीं और सेक्स स्टोरी पढ़ रहीं थीं दरवाजा बंद नहीं की थी आलस से उठ भी नहीं रहीं थीं बस मोबाइल चला रहीं तभी भाई की दरवाजे से झांकने की आहट हुई तो मैं शीशे में देखीं तो भाई ही था और मुझे देख कर अपने हाथ से लंड मसल रहा था.

दोस्तो मन तो किया कि भाई को बोल दूँ आ चोद ले लेकिन मैं चाहती थी भाई पहल करे तो बस उसे देखती रहीं और फोन चलती रही 5 मिनट मे भाई चला गया. लेकिन अब मुझे विश्वास हो गया कि मेरी ट्रिक काम कर गयी और मन ही मन मुस्कुराती रहीं और उंगली करके सो गयी अब मेरे मन में भाई को और उकसाने का मन हुआ.

अगले दिन नहाने के बाद लंबे लगे का सिर्फ टॉप पहन ली जो मेरे नाभि से ऊपर ही था और नीचे पेंटी और शॉर्ट्स पहन ली जो मुस्किल से मेरी जांघों को ठक पा रहा था फिर मैं बाथरूम मे भीगे कपड़े धोने गयी तो देखी मेरी ब्रा गायब है मैं समझ गयी पक्का भाई के पास होगी.

मैं धीरे से बाथरूम निकली भाई की खिड़की से देखने लगी अंदर देखते ही मेरी आंख फटी की फटी रह गई भाई अपनी आँखें बंद करके ब्रा को अपने सीने पे रखके मसल रहा था और एक हाथ से अपना लंड हिला रहा था और मुंह से आआआहहहहह प्राची आआआहहहहह प्राची धीमी आवाज में बोल रहा था.

दोस्तो उसका लंड 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा था जिसे देखकर मैं पानी पानी हो गयी तभी भाई के लंड से वीर्य निकलने लगा जिसे वो मेरी ब्रा में भर दिया. तभी मैं तुरंत अपने रूम में चली गयी तभी भाई के रूम खुलने की आवाज आयी वो सीधे बाथरूम गया मेरी ब्रा रखके वापस रूम में चला गया.

दोस्तो अब मैं रूम में बैठी बस भाई से जल्द से जल्द चूदने के उपाय सोचने लगीं दोस्तो मेरी चुदायी तो दूर आज 7/8 महीने के बाद लंड के दर्शन हुए थे जिससे मेरी चुत में आग लगने लगी. सोचते सोचते दोपहर हो गयी तब मैं भाई को बाहर से ही बोली भाई चलो खाना खाते हैं भाई अंदर से ही बोला निकालो आ रहा हूं. मैं किचन में खाना निकाल रही थी तभी भाई आ गया मुझे देखते हुए बोला.

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भाई- तुम ये क्या पहनी हो.

मैं- भाई देख ही रहे हो कितनी गर्मी हो रहीं हैं इसलिए थोड़ा हल्का कपडे पहन ली.

भाई- ओके.

मैं- मेरे उपर ये सही लग रहा है कि नहीं.

भाई- बहुत अच्छा लग रहा है.

मैं-सच्ची झूठ नहीं बोल रहे हो ना.

भाई- मेरे कंधे पर हाथ रखते हुए बोला सच मे बहुत मस्त लग रहीं हो.

मैं उसे थैंक्स बोली और दोनों की थाली लेके अपने रूम में आते हुए बोली भाई तुम पानी लेलो. हमदोनों रूम में बाते करते हुए खाना खा रहे थे भाई खा कम रहा था बस मुझे उपर नीचे ज्यादा देख रहा था जो मैं नोटिस कर रहीं थीं लेकिन ऐसे बिहैव करी जैसे मुझे कुछ पता ही नहीं है.

वो खाना खाके अपने रूम में गया उसके बाद मैं बाथरूम गयी तो देखी मेरी ब्रा मे भाई का वीर्य सुख रहा जिसे मैं एक बार सूँघ कर मस्त हो गयी फिर धोकर सूखने के लिए रख दी. किसी तरह रात हुई लगभग 10 बजे हमने खाके अपने अपने रूम में सोने लगे मैं लाइट बंद की लेकिन दरवाजा खुला ही छोड़ दी बस थोड़ा खुला ही दीवार से सटा दी.

फिर भी किचन की काफी रोशनी मेरे कमरे में आ रहीं थीं जिससे मेरे पूरे कमरे में मे कुछ भी देखा जा सकता है. दोस्तो 12 बज गया लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी बस दिमाग मे भाई का लंड ही घूम रहा था तभी भाई का दरवाज़ा खुलने की आवाज आयी तो मैं तुरंत ही आंख बंद कर ली और सीधा बिना कुछ ओढ़े जैसे थीं आधी नंगी ही लेट गयी.

तभी भाई बाथरूम गया और वापस आके मेरे दरवाजे को खुला देख थोड़ा और खोला दिया और मुझे आवाज लगाने लगा प्राची ए प्राची मैं कुछ नहीं बोली. दोस्तो तभी भाई मेरे पास आके मेरे बेड पर बैठ गया मेरी धड़कन बड़ने लगीं लेकिन मैं किसी तरह अपने आप को रोकी और अपने आप को तसल्ली दी थोड़ा देर धैर्य रख प्राची हो सके आज तेरी चुदायी हो जाये.

तभी भाई मेरे पेट पर हल्का सा हाथ रखा और हटा लिया फिर मेरे बूब्स को हल्के हाथ से सहलाने लगा थोड़ी देर में ही वो मेरी स्कर्ट उठा के मेरी चुत देखना चाहा लेकिन मैंने पेंटी पहन रखी थी लगभग 1 मिनट तक ऐसे ही देखता रहा. मैं बस अंदर ही अंदर बोल रहीं थीं कि भाई प्लीज आगे बढ़.

तभी भाई मेरी स्कर्ट छोड़ दिया और अपना लंड हिलाने लगा तभी अचानक अपना लंड हल्का सा मेरे मुहं पर रखा दोस्तो मन तो हुआ कि तुरंत इसे मुहं में ले लू लेकिन खुद को रोकी. तभी भाई लंड मेरे मुहं से हटा के हिलाने लगा और बाहर निकल के बाथरूम में जाके मुट्ठी मारी और अपने रूम में चला गया.

दोस्तो मैं बहुत पछताई की कास भाई का लंड मुहं में ले ली होती तो इस समय चुदायी चल रही होती फिर मैं उंगली की और किसी तरह सो गयी और ये सिलसिला ऐसे ही 2 दिन तक चलता रहा. दोस्तो अगले दिन जैसे ही नींद खुली फिर दिमाग में बस भाई का लंड ही घूमने लगा और हाथ अपने आप चुत पे चला गया.

तभी मेरा फोन बजने लगा जो मम्मी का था मैं बात की और बाथरूम गयी. दोस्तो मेरी चुत के बाल साफ किये 1 हप्ता हो चुका था तो मैं अच्छे से क्रीम लगाकर चुत साफ की नहाने लगीं और ये डिसाइड की अगर आज भाई आया तो मैं खुद ही उसका लंड पकड़ लुंगी और बोल दूंगी भाई मुझे चोद ले. “Bhai Bahan Pelapeli XXX”

किसी तरह रात हुई हम दोनों खाके सोने लगे तभी मैं उठी और अपनी पेंटी और टॉप निकाल दी और एक पतली पट्टी गहरे गले की बस छोटी सी बनियान पहन ली अब मेरे शरीर पे केवल छोटी स्कर्ट और बनियान ही बचे थे जिससे मेरे बूब्स आधे से ज्यादा बाहर दिख रहे थे.

आज फिर कल की तरह लाइट बुझाई और दरवाज़ा खुला छोड़ के भाई का इंतजार कर रहीं लगभग 1 घंटे के बाद भाई के आने की आहट हुई तो मैं तुरंत ही सीधे आँख बंद करके अधनंगी ही लेट गयी. भाई मेरे रूम में आके पहले मुझे आवाज लगायी लेकिन मैं चुप रहीं उसे लगा मैं आज भी सो गयी हूं.

तभी वो बेड पर बैठा और एक हाथ से मेरे खुले बूब्स को सहलाने लगा थोड़ा समय मे वो मेरे स्कर्ट को उठा दिया जैसे ही उसे मेरी क्लिन सेव चुत दिखी उसके मुहं से निकला वाह क्या मस्त चुत है जिसे मैं सुन कर अंदर ही अंदर खुश हुई हो सके आज काम हो जाए. ये कहानी आप Hindi Sex Kahani पर पढ़ रहे है.

तभी भाई अपना हाथ मेरी चुत पर रख दिया और हल्के हाथ से सहलाने लगा और दूसरे हाथ से मेरी बनियान उपर कर दिया और फिर मेरी स्कर्ट को भी पूरा गांड के उपर कर दिया. अब मेरी चुत और दोनों बूब्स उसके सामने थे और वो चुत और बूब्स हल्के हाथ से सहलाने लगा. “Bhai Bahan Pelapeli XXX”

दोस्तो मन तो यही कर रहा था कि भाई को बोल दूँ कि भाई प्लीज चोद दे लेकिन अपने आप पे बहुत कंट्रोल की. तभी भाई मेरी चुत के होंठों को उंगलियों से खोलने लगा और उंगली फिराने लगा तभी एक उंगली थोड़ा घुसाने की कोशिश की लेकिन पिछे कर ली शायद उंगली अंदर डालने से डर रहा था कि कहीं मैं जग ना जाऊँ और हल्के हाथ से सहलाने लगा.

दोस्तो इतने महिनों बाद चुत पे हाथ लगा था मैं कैसे बर्दाश्त कर रहीं थीं मैं ही जानती हूं. लगभग 5 मिनट बाद भाई मेरे बगल में लेट गया और लेटे लेटे ही अपना कैफ्री और चठ्ठी निकाल दिया. अब अपने लंड को मेरी जांघ में सटाने लगा और मेरी चुत सहलाता रहा लगभग 2/3 मिनट बाद मेरे पैरों को थोड़ा फैला दिया अब उसका हाथ मेरी पूरी चुत पर सही से चलने लगा.

दोस्तो थोड़ी देर में ही भाई मेरे उपर आराम से ऐसे चढ़ गया ताकि मेरे उपर उसकी शरीर का भार ना आये और लंड मेरी चुत पे रगड़ने लगा एक बार हल्का दबाव चुत पे दिया. दोस्तो चुत पे लंड का स्पर्श पाते ही अब मैं बेकाबू होने लगी मेरी चुत पानी छोड़ने लगीं. तभी भाई ने फिर लंड चुत पर दबा दिया मैं तुरंत ही आंख खोल दी और अनचाहे मन से उसे डाटते हुए बोलीं भाई तुम ये क्या कर रहे हों हट जाओ मेरे उपर से तुम्हें शर्म नहीं आती अपनी बहन के साथ ऐसा करने में.

तभी भाई थोड़ा डरते हुए हकला कर बोला सॉरी प्राची मुझे तुम्हें पेलने का मन कर रहा है और मेरा हाथ पकड़ लिया मेरे उपर पूरा लेट गया जिससे उसका पूरा लंड मेरी चुत पर महसूस होने लगा उसकी छाती मेरे बूब्स को दबा दिए. मैं थोड़ा और झूठ का गुस्सा दिखाते हुए बोली भाई मुझे छोड़ दो नहीं तो पापा को बोल दूंगी थोड़ा उसे धक्का भी देने की कोशिश की.

भाई- हकला के बस ना जाने क्यों तुम्हें पेलने का मन होने लगा जब से तुम्हें उस दिन तावेल में देखा और तुम भी तो नंगी सो रहीं तो खुद को रोक नहीं पाया प्लीज मान जा ना.

मैं- भाई तुम्हें शर्म नहीं आती अपनी बहन से ऐसे बोलने में इतनी गर्मी हो रहीं हैं तो क्या करूं.

दोस्तो लगभग 5 मिनट तक मैं अनचाहे मन से ना नुकुर करती रहीं भाई भी छोड़ नहीं रहा था मेरा भी मन तो कर रहा था कि भाई मेरी कुछ सुने ही नहीं बस जबरजस्ती चोद दे लेकिन भाई की हिम्मत ही नहीं हो रही थी कि मुझे जबरजस्ती चोद सके अब उसका लंड भी थोड़ा ढीला होने लगा जो मुझे महसूस हुआ. “Bhai Bahan Pelapeli XXX”

अब भाई को लगा कि मैं नहीं मानूँगी तो भाई मेरा हाथ छोड़ दिया और बोला सॉरी तुम किसी से कुछ नहीं बोलना मैं कुछ नहीं करूंगा सॉरी गलती हो गयी मैं जा रहा हूं अपने रूम में और दुबारा ऐसी गलती नहीं होगी और मेरे उपर से उठने. दोस्तो मैं सोची अब ज्यादा ड्रामा सही नहीं है कहीं आज भी प्यासी ना रह जाऊँ मेरे भी चुत में आग लगी हुई थी.

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मैं- जो तुम्हारा मन करे जाओ फिर तुरंत ही बोली क्या भाई बहन के बीच ये सब करना सही रहेगा.

भाई- बोला सही तो नहीं है लेकिन मन तो कर रहा है अगर तुम भी राजी हो जाती हो तो.

मैं- तो क्या.

भाई- तो क्या किसीको पता भी नहीं चलेगा हमदोनों मजे करेंगे.

दोस्तो भाई का डर अब थोड़ा कम होने लगा वो मेरे उपर ही रुका रहा.

मैं- कहीं कुछ हो गया तो.

भाई- कुछ नहीं होगा.

मैं- नहीं भाई मुझे डर लग रहा है.

भाई- डरो मत मैं हूँ ना.

इतना ही बोल के अपना होंठ मेरे होंठों पर रख कर किस करने लगा. दोस्तो थोड़ी देर मैं उसका साथ नहीं दी तभी वो एक हाथ से मेरे बूब्स को दबाने लगा और दूसरे बूब्स को पीने लगा. थोड़ी देर में मेरे बूब्स को तेजी से मसल दिया जिससे मेरी चीख आआआहहहहह नहीं गयीं मैं बोली भाई प्लीज थोड़ा आराम से दर्द होता है. “Bhai Bahan Pelapeli XXX”

इधर मेरी चुत गिली होने लगी थी. भाई बिना कुछ बोले मेरे बूब्स व निप्पलों को चूसता और दबाता रहा थोड़े समय में अपना एक हाथ नीचे मेरी चुत पर रखकर सहलाने लगा. मैं भी उसका सहयोग करने लगीं और भाई का सर अपने सीने पर दबाने लगीं.

तभी भाई अपनी एक उंगली मेरी चुत में डाल दिया मैं आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आराम से करो करने लगीं और उसका सर पकड़ के किस करने लगीं वो मेरी चुत में उंगली करता रहा. तभी भाई मेरी चुत से उंगली निकाली और बूब्स पर रख दिया किस करना छोड़ के मेरी बनियान निकाल कर चुचियों पर टूट पड़ा और मेरी चुचियों व निप्पलों को तेजी से दबाने चूसने रगड़ने मसलने लगा.

दोस्तो 7/8 महीने के बाद मेरे साथ यह सब हो रहा था मैं पूरी तरह कामुक होने लगी और बस आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहहह आआआहहहहह भाई आराम से करो ना, करती रहीं और हाथ से चादर भींच रहीं थीं.

तभी भाई मेरे पेट पर आ गया और पूरे पेट बहुत देर तक किस करता रहा दांतों से कामुक बाइट करता रहा जिससे मैं बिन पानी मछली की तरह तड़पती रहीं और आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहहह आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहहह आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह आआआहहहहह आआआहहहहह चिल्लाती रहीं.

थोड़ी देर बाद भाई मेरे पैरों को फैला कर मेरी चुत पे अपना मुहं रख दिया मैं पूरी तरह सहम गयी और अपनी टांगे हवा में कर दी भाई मेरी चुत चाटने लगा. वो कभी मेरी चुत को जीभ से चाटता तो कभी चुत में जीभ व उंगली घुसा देता और बीच बीच में दांतों से हल्का हल्का चुत के दाने को काटने लगा. “Bhai Bahan Pelapeli XXX”

मैं उसका सर अपनी चुत पे दबाने लगीं और गांड उठा उठा के अपनी चुत चटवाने लगीं और बोलती रहती आआआहहहहह आआआहहहहह भाई खा जायेगा क्या मेरी चुत उउउउउउउहहहहहहह आआआहहहहह आआआहहहहह आआआहहहहह भाई आराम से आआआहहहहह आआआहहहहह आआआहहहहह भाई आराम से आआआहहहहह भाई खा जायेगा क्या मेरी चुत आआआहहहहह आआआहहहहह करती रही.

बर्दाश्त नहीं हो कर पायी तभी मेरा शरीर अकड़ गया और मेरी चुत रस निकलने लगा जिसे भाई चूसता रहा और पूरा चुत रस पी गया और थोड़ी देर में पूरी चुत को चाट के साफ कर दिया. उसके बाद भी भाई थोड़ी देर मेरी चुत चाटता रहा उसके बाद बोला-

भाई- प्राची तुम्हें कैसा लगा.

मैं- अच्छा लगा.

भाई- मजा आया.

मैं- हा बहुत.

भाई- मेरे हाथ में लंड पकड़ाते हुए चलो अब तुम भी मेरा चूसो.

मैं – अनचाहे मन से छि मैं नहीं चूसूंगी.

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दोस्तो मन तो कर रहा था उसका लंड ही खा जाऊँ क्योंकि भाई का लंड बिल्कुल सीधा टाइट 8 इंच लंबा व 4 इंच मोटा था जो बहुत ही प्यारा लग रहा था मैं जानबूझ कर थोड़ा ना नूकुर कर रहीं थीं. तभी भाई बोला अच्छा हाथ से हिलाओ तो मैं लेटे लेटे ही भाई का लंड हिलाने लगी थोड़ी देर में भाई लंड मेरे मुहं के पास लाके होठों पर रख दिया और बोला एक किस तो कर दो.

दोस्तो मैं उसके तरह देखते हुए मुस्कुरा कर शर्माते हुए एक प्यारी सी किस लंड पे कर दी भाई बोला और करो मैं फिर कर दी. तभी भाई लंड मेरे मुहं मे दबाते हुए बोला एक बार मुहं में लो प्लीज. दोस्तो कोई भी लड़की हो जो 3/4 साल आये दिन लंड चुस्ती हो वो इतने दिनों बाद अपने मुहं के होंठों पर पड़ा इतना प्यारा लंड कितना देर बिना मुहं में लिए बर्दाश्त कर सकती है आप खुद ही सोच सकते है तो मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था. “Bhai Bahan Pelapeli XXX”

तो मैं मुहं खोल दी तो लगभग आधा लंड मेरे मुहं मे चला गया. मैं चूस नहीं रहीं थीं क्योंकि लंड भाई का था तो थोड़ा शर्म भी आ रहीं थीं. तभी भाई बोला प्राची जीभ से चूसो ना तब मैं भी चूसने लगीं थोड़ी देर में भाई का पूरा लंड मेरे मुहं मे चलने लगा जो मेरे गले तक जा रहा था. ये कहानी आप Hindi Sex Kahani पर पढ़ रहे है.

दोस्तो मैं भाई का लंड चुस्ती रहीं भाई मेरी चुचियों को दबाता व निप्पल को उंगलियों से मसलता रहा मैं फिर गरम होने लगी और भाई लंड और मस्ती से चूसने लगीं. तभी भाई अपना लंड मेरे मुहं से निकाला और मेरी स्कर्ट निकालने लगा मैं भी गांड उठा के निकालने में उसकी मदद की तभी भाई भी अपनी टी शर्ट निकाल दी.

दोस्तो अब हम भाई बहन एक दूसरे के सामने बिल्कुल नंगे थे. तभी भाई मेरे पैरों को फैला कर अपना लंड मेरी चुत से सटा दिया दोस्तो अब मेरी धड़कन बड़ने लगीं की आज कितने दिनों बाद मेरी चुत में लंड जाने वाला है. दोस्तो मैं चुत में लंड लेने के लिए मरी जा रही थी.

फिर भी मैं भाई से अनचाहे मन से बोली भाई इतना लंबा मोटा लंड मेरी चुत में नहीं जायेगा प्लीज रहने दे बाद में कर लेना आ मैं हाथ से कर देती हूं प्लीज. तभी भाई बोला तुम चिन्ता ना करो बिल्कुल आराम से करूंगा और चुत में उंगली भी करने लगा और साथ में ही मेरे पेट पे हाथ फेरने लगा. “Bhai Bahan Pelapeli XXX”

मैं आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह भाई बस करो आआआहहहहह भाई करती रहीं. थोडे समय में भाई फिर से अपना लंड मेरी चुत पर रखकर सहलाने लगा दोस्तो अब बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो मैं अपने पैरों को हवा में कर दी और गांड उठाने लगीं जिससे भाई समझ गया कि अब मैं चुत में लंड लेने के लिए तैयार हूं.

तभी भाई लंड मेरी चुत के छेद में सेट करके झटका दिया जिससे उसके लंड का टोपा मेरी चुत में घुस गया जिससे मेरी चीख निकल गयी मैं आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह करने लगीं. दोस्तो 7/8 महीने से मेरी चुत में लंड नहीं जाने की वज़ह से मेरी चुत टाइट भी हो गयी थी उपर से भाई का लंड 4 इंच मोटा भी था तो दर्द होना लाजिमी था.

तभी भाई एक जोर का झटका लगा दिया जिससे उसका लगभग पूरा लंड लगभग मेरी चुत में समा गया मुझे बहुत तेज दर्द हुआ मैं बहुत तेजी से आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई चिल्लाने लगीं और बोली प्लीज भाई बाहर निकाल लो प्लीज बहुत दर्द हो रहा प्लीज आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहहह उउउउउउउउईईईईईईईई आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहहह उउउउउउउउईईईईईईईई उउउउउउउउईईईईईईईई चिल्लाती रहीं.

लेकिन भाई लंड बाहर नहीं निकाला बल्कि मेरे उपर लेट के मुझे किस करने लगा और मेरी चुचियां दबाने लगा. थोड़ी देर में जब मुझे आराम मिलने लगा तो मैं खुद अपनी गांड हिलाने लगी तभी भाई झटके देने लगा. दोस्तो थोड़ी देर मुझे दर्द हो रहा था क्योंकि बहुत दिनों बाद आज चुत में लंड गया था. “Bhai Bahan Pelapeli XXX”

मैं दर्द से आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आराम से आआआहहहहह भाई आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह भाई आराम से प्लीज आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहहह आराम से उउउउउउउउईईईईईईईई आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहहह मार डालोगे क्या उउउउउउउउईईईईईईईई उउउउउउउउईईईईईईईई चिल्लाती रहीं.

लेकिन भाई रुका नहीं बल्कि अब उसके धक्के भी तेज होने लगे. लगभग 5 मिनट में लंड अच्छे से चुत में सेट हो गया तो मैं बोलने लगी आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहहह हा भाई ऐसे ही करो आआआहहहहह भाई आआआहहहहह आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहहह और तेजी से करो आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहह आआआहहहहह उउउउउउउहहहहहहह करती रहीं बिस्तर को हाथ से भींचती रहीं.

तभी मेरा शरीर अकड़ने लगा और मेरी चुत ने काम रस छोड़ दिया मैं एकदम मस्त हो गयी भाई अभी भी चोदे जा रहा था तभी भाई के लंड ने तेजी अपने वीर्य की पिचकारी मेरी चुत में मारी जो मुझे महसूस भी हुआ. फिर भाई मेरे उपर लेट गया और किस करने लगा थोड़ी देर हमलोग ऐसे ही लेटे रहे फिर भाई का लंड बाहर आ गया.

दोस्तो आज मैं बहुत दिनों बाद चुदी थीं तो मुझे बहुत अच्छा लगा जिसकी खुशी मैं बया नहीं कर सकती. दोस्तो 20/25 मिनट बाद फिर हम भाई बहन 69 की पोजिशन में आ गये फिर एक बार जोरदार चुदायी हुई. दोस्तो उस रात भाई मुझे कभी डॉगी पोजिशन में तो कभी खड़े खडे कभी सीधा लिटा के तो कभी उल्टा लिटा के पूरी रात चोदता रहा बीच में एक बार मुझे अपने लंड का पानी भी पिलाया. “Bhai Bahan Pelapeli XXX”

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दोस्तो आज बहुत दिनों बाद मेरी चुदायी हो रही थी मैं बहुत खुश थी तो भाई को रोकी भी नहीं और जमकर चुदती रहीं. दोस्तो जब अंतिम राउन्ड में मैं और भाई दोनों झड़ गये तब भाई घड़ी देखा तो सुबह के 6 बज रहे थे. फिर हमने एक जोरदार किस किये और नंगे ही एक दूसरे से चिपक कर सो गए.

फिर हम दोपहर 2 बजे सो के उठे और किस करके बाथरूम चली गयी. दोस्तो 4/5 दिन बाद मेरी गांड की भी चुदायी कर दी. उसके बाद से वो मेरी चुत और गांड दोनों की चुदायी करने लगा. दोस्तो उस दिन से लेकर आज भी मेरी और भाई की चुदायी चल रही है और आगे भी चलती रहेगी. दोस्तो मेरी कहानी पढ़ने के लिए आप सभी का तहे दिल से शुक्रिया / धन्यवाद. अभी मेरी 1 कहानी और है जिसे मैं आपलोग को इसी माध्यम से बताऊंगी. एक कैसे मैं एक बार पटना गयी परीक्षा देने तो 2 अनजाने आदमी के साथ ग्रुप चुदायी कर.

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