Hindi Sex Story दोस्तों , आप लोगो ने पिछले भाग में पढ़ा कि प्रियंका और राहुल के संबंध पवित्रता से बाहर हो शारीरिक हो गए तो दीदी ने ही मुझे अपनी ओर आकर्षित किया था जब वो अपने जांघों कि मालिश का न्योता मुझे दी और उसके मन में गंदे सोच ने मुझे उनके साथ शारीरिक सुख के लिए बाध्य किए लेकिन ये मजबूरी पल भर की थी और फिर राहुल भी अपनी बड़ी बहन प्रियंका के साथ सेक्स का आनन्द लेने लगा । प्रियंका देखने में सुंदर है तो उसकी छरहरी बदन लंबी है , सुराहीनुमा गर्दन से लेकर पतली कमर साथ ही नारंगी सामान चूची के जोड़े जोकि उसकी छाती को एक नए रूप में शो करती थी तो उसके गोल टाईट चूतड़ ,मैंने अपनी बहन की चुत का सील तोड़ा और ये मेरे जीवन की पहली चुदाई थी ,अब दोनों को संभोग सुख की लत सी लग गई और दोनों खून के रिश्ते भूलकर चुत और लंड के पवित्र बंधन में बंध गए । Bhai Behan Ka Jismani Sambandh Jarurat Ban Gai 2.
राहुल बेशक १८ साल का लड़का है लेकिन उसकी पोर्न मूवी देखने की आदत ,दोस्तों के साथ सेक्स पर बहस से लेकर उसका काम कला में ज्ञान ,निश्चित रूप से काफी फायदेमंद रहा और हस्तमैथुन करते करते मुझे मन चाहा जिस्म खेलने को मिला तो प्रियंका मेरे काम कला की गुलाम बन गई ।आज रात प्रियंका के साथ उसके ही बेडरूम में सेक्स का प्लान था लेकिन दिन में ही एक रिसोर्ट के बंद कमरे में पड़ोस कि आंटी शीला के साथ दो बार संभोग सुख पाया था (पढ़ें “पड़ोस की आंटी ने रिझाया मुझे : भाग – २ ) और इंतजार करें अगले भाग का लेकिन सारांश में बता दूं कि शीला आंटी को एक दफा चोदा तो दूसरी बार उसकी गान्ड को भोगा ,तो मेरी थकावट चरम पर थी और मै शाम ४:०० बजे कालेज से घर वापस आ गया तो कपड़ा बदलकर फ्रेश हुआ.
और फिर बेड पर आराम करने लगा ।थकावट की वजह से जब शाम को
टहलने नहीं निकला तो प्रियंका मेरे रूम आई “क्या बात है आज टहलने नहीं गए
(मै)बस यूं ही (प्रियंका मेरे पैर के पास बैठकर बोली)कुछ जरूरी चीज मंगवानी है (मै
बेड पर उठकर बैठा)ओह ,क्या जरूरी है (वो धीरे से बोली)
वहीं दवाई ,जो तुम (मै मुस्कराया)तो क्या आज ही
चाहिए ,कल रात मेरी समझ से ठीक रहेगा
(प्रियंका थोड़ी उदास हो गई)जैसा तुम बोलो ,बाकी
तुम्हे नहीं पता कि माहवारी खत्म होने के बाद कुछ ज्यादा ही मन करता है (मै)उस रात
तो मै डर ही गया था लेकिन अनवांटेड टेबलेट के बारे में जैसे ही ध्यान आया तब मै
चिंतामुक्त हुआ (प्रियंका हंसने लगी )हां ,सुबह
मै दवाई खाई और शाम से माहवारी शुरू ,सुबह
शुरू हो गई होती तो दवाई भी खाने की जरूरत नहीं पड़ती “मै उठकर वाशरूम गया और
फिर फ्रेश होकर अपना कपड़ा पहनने लगा , तैयार
होकर प्रियंका को बोला “तुम भी चलो ना ,थोड़ा
साथ घूम फिर भी लेंगे (वो मुझे देखने लगी)ठीक है , तैयार
होती हूं.
“
तो मै पार्क में बैठकर बियर पीने का इक्छुक था ,डायनिंग हॉल में सैंडल पहन खड़े खड़े प्रियंका का इंतजार करने लगा तभी मम्मी अपने रूम से बाहर निकली “क्या हुआ ,अब तक घूमने नहीं गए (मै)हां वो दीदी को भी कुछ काम है तो साथ ही जाने को बोली (मम्मी)ठीक है लेकिन ज्यादा देर मत करना “तो प्रियंका अपने रूम से बाहर निकली ,एक सभ्य चरित्रवान लड़की की तरह लंबा सा स्कर्ट और साथ में ढीली टॉप्स पहन रखी थी तो पैर में सैंडिल डालते हुए मम्मी को बोली “थोड़ा काम है ,राहुल के साथ मार्केट जा रही हूं (मम्मी)ठीक है लेकिन जल्दी आना “तो दोनों घर से बाहर निकले और फिर जब मेन गेट पर पहुंचे तो प्रियंका बोली “अरे हीरो अपनी बाईक तो ले लो ,क्या मुझे पैदल ही चलवाओगे (मै)ठीक है जो तुम्हारी मर्जी.”
और फिर मै बाईक स्टार्ट किया तो प्रियंका मेरे पीछे बैठ गई ,मेरे कंधे पर हाथ रखे थोड़ी दूरी बनाए वो बैठी रही ,लेकिन कुछ दूरी के बाद मुझसे चिपक गई तो मै पूछा “मार्केट में तुमको क्या काम है (वो बेझिझक बोली)गर्मी का मौसम है एक ठंडी बियर और साथ में थोड़ी मौज मस्ती (मै)ओह तो ये है जरूरी काम (प्रियंका)तुम भी ना अब मम्मी की तरह लेक्चर मत दिया करो “तो कुछ देर बाद दोनों मार्केट पहुंचे तो मै वाईन शॉप की और बियर की केन खरीदने गया और प्रियंका एक मेडिसिन शॉप चली गई ,बहुत साहसी और मुंहफट लड़की है तो मै बियर की केन खरीदकर पार्किंग की ओर आया तो प्रियंका मेरी ओर आ रही थी “क्या हुआ ,बहुत लेट हो गया (प्रियंका)राहुल तुम भी ना बहुत शक्की मिजाज के हो ,शॉप पर कई ग्राहक थे तो ये सब दवाई मांगने के लिए थोड़ा तो संयम रखना ही होता है”फिर बियर के केन का प्लास्टिक बेग वो पकड़कर मेरे पीछे बैठ गई तो अब दोनों शाम ढलने के बाद के अंधकार का आनंद लेने जा रहे थे ।
मार्केट से निकलकर अलग ही रास्ता पर चल दिए ,एक पार्क जहां शाम से देर रात तक शराबियों , जुआडियों की भीड़ होती है तो कुछ प्रेमी युगल
भी अपनी काम वासना को तृप्त करने के लिए आते हैं तो पार्क के बाहर बाईक लगाकर
दोनों अंदर घुसे तो दोनों को पार्क के झाड़ियों का आनंद पता था ,पार्क के आखिरी छोर की ओर जिधर बाहर की ओर से
किसी कि नजर तक नहीं पड़ सकती है और ना ही उस तरफ कोई रास्ता है ,दोनों पहुंचे और एक झाड़ी के पीछे बैठ गए
।राहुल और प्रियंका घास पर बैठे एक दूसरे को घूरने लगे तो अंधेरे में पार्क की
भेपर लाईट से थोड़ी रोशनी हो रही थी ,राहुल
प्लास्टिक से बियर की केन निकाला और फिर दोनों केन खोलकर घांस पर रखा और फिर मै
बियर की केन प्रियंका को दिया तो वो मुझे देखते हुए मुस्कराई ,तो दोनों बियर पीने लगे ।
पार्क के अंदर झाड़ियों के पीछे ठीक प्रेमी युगल की तरह दोनों बैठे बियर पी रहे थे तो प्रियंका मेरे सामने बैठी थी ,वो थोड़ा आगे की ओर खिंसकी तो मै आधा केन बियर पीकर केन घांस पर रखा , फिर सिगरेट निकालकर जलाया तो प्रियंका बोली “एक बात बताओ ,तुम आज कुछ ज्यादा थके हुए लग रहे हो (मै)गर्मी में कालेज जाना ,फिर दिन भर की क्लास और फिर वापस आना (प्रियंका हंसने लगी)मुझे तो लग रहा है की कोई क्लास की लड़की तेरे प्यार में फंस चुकी है और तुम कुछ उल्टा पुल्टा उसके साथ कर रहे हो (मै बियर पीता हुआ सिगरेट फूंक रहा था)ऐसा नहीं है बाकी आप बताइए अगर मैंने आपकी इच्छा को कभी पूरा नहीं किया हो (वो मेरे हाथ से सिगरेट लेकर फूंकने लगी तो मेरे हाथ को अपने चूची पर लगा दी)इसे अब धीरे धीरे दबाओ और बताओ कि आज दिन में किस लड़की के साथ कहां थे (मै चूची पुचकारता हुआ हंसा) आप फालतू में शक कर रही है” और तभी खाली केन को फेंककर उसके चूची को जोर से दबाने लगा. “Bhai Behan Ka Jismani”
तो प्रियंका मस्ती में बियर पीते हुए अपने स्कर्ट को जांघ की ओर कर दी तो मै उसके मिजाज को भांपते हुए उसके करीब खिसका फिर उसके मुड़े घुटने से उपर स्कर्ट को कमर तक कर दिया ,उसके हाथ का केन घांस पर था तो मै उसको अपनी गोद में बिठा लिया और वो बिना देर किए दोनों पैर कमर से लपेटकर मेरे गोद में बैठ गई ।राहुल उसके पीठ पर हाथ लगाए उसके ओंठ को किस्स करने लगा तो उसके नग्न चूतड़ मेरी जांघों को शकुन दे रहे थे ,प्रियंका के गर्दन में हाथ लगाए मै उसके रसीले ओंठ को मुंह में भर लिया और चूसने लगा तो प्रियंका मेरे छाती से अपने दोनों स्तन को रगड़ने लगी ,अब दोनों काम की दुनिया में खो चुके थे तो पल भर में ही प्रियंका अपने ओंठ को मेरे मुंह से निकाल ली फिर वो मेरे ओंठ को चूमने लगी तो मै अपना जीभ उसके ओंठो पर फेरने लगा और मुझसे नजर मिलाते हुए वो मेरा जीभ मुंह में भर ली ,प्रियंका के मुंह में मेरा जीभ था तो वो उसे चूसते हुए मेरे पीठ को सहला रही थी.
अब मेरा हाथ उसके स्कर्ट जोकि पीछे की ओर चूतड़ को ढक रखी थी
के अंदर घुसा और मै उसके चुत को पैंटी पर से ही रगड़ने लगा और प्रियंका कुछ देर
बाद मेरे जीभ को मुंह से निकालकर अपना सर मेरे कंधे पर रख दी तो मै उसके चूतड़ की
और से स्कर्ट में हाथ घुसाए बुर को उंगली से रगड़ रहा था तो वो अपनी चूची का एहसास
मुझे सीने पर दे रही थी “पैंटी खोल दूं कुछ करोगे (मै)लेकिन यहां चुदाई
रिस्की होगा “लेकिन वो मेरे गोद से उतरकर घांस पर बैठी और अपने दोनों पैर को
सीधा किए हाथ स्कर्ट के अंदर डाल दी ,पल
भर बाद प्रियंका अपने काले रंग के पैंटी को निकालकर मुझे पकड़ा दी ,निश्चित रूप से बियर के नशे में चूर थी तो
वक़्त ०७:१५ शाम का हो रहा था ।
अब प्रियंका बोली “ऐसा है आज अपने गोद में बिठाकर घुसाओ ना (मै थोड़ा सहमा था)लेकिन कोई देख लिया तो (वो मेरे जींस के चैन को खोलने लगी)निकाल बाहर और जो करना है कर ,डरता है साला अपनी मां बहन को चोदकर (मै उसकी बात सुनकर दंग रह गया कि मम्मी की चुदाई का इसे कैसे पता)लगता है तुम्हे बियर का नशा चढ़ चुका है ,अलबल बोले जा रही है “लेकिन प्रियंका मेरे जींस के चैन और बटन को खोलकर नीचे करने लगी तो मै उठकर पहले तो इधर उधर देखा फिर जींस को नीचे तक करके जांघिया को भी सरकाने लगा ,मेरा टाईट लंड चुत के लिए तड़प रहा था तो मै खड़े खड़े लंड पकड़े उसके मुंह से लंड सटाया और वो चुदक्क़ड साली तुरंत ही घुटने के बल होकर मेरे लंड को निगल गई। मै झाड़ी के पीछे खड़ा खड़ा इधर उधर देख भी रहा था तो प्रियंका मेरे कमर में हाथ डाले लंड को चुभला रही थी । “Bhai Behan Ka Jismani”
प्रियंका की कामुकता उसके चेहरे से स्पष्ट था तो वो मुंह का झटका दे देकर मुखमैथुन करने में लीन थी ,ऐसे मजा कर रही थी मानो अपने रूम में मेरे साथ हो और मै “उह आह ओह अब नहीं बेबी ,निकालो अब चोदता हूं “वो थूक से सने लंड को बाहर निकली फिर जीभ से सुपाड़ा सहित पूरा लंड को चाटने लगी और मेरे दोनों पैर में कंपन होने लगा तो मै जमीन पर बैठ गया और प्रियंका अपने साहस और बेशर्मी का परिचय देते हुए उठ खड़ी हुई और मेरे सामने खड़ी होकर अपने स्कर्ट को कमर तक कर दी “ले चाट इसे फिर जो मन हो करना “तो मै उसके जांघों को फैलाकर मुंह चुत पर लगाया और चुत के सतह पर जीभ फेरने लगा तो प्रियंका बुर को उंगली की मदद से फैलाई लेकिन इसकी चुत कोई मम्मी की तरह तो ढीली हो नहीं सकती ,सो उसके संकरे छेद में जीभ पेलकर चाटता हुआ चूतड़ सहला रहा था ।
प्रियंका स्कर्ट पकड़े टांग को फैलाए खड़ी थी तो मै पल भर चुत चाटा और फिर उसको जमीन पर पैर के बल बैठने को कहा ,तो मै उसके सामने बैठकर उसकी चुत में एक उंगली घुसा दिया और तेजी से चुत को।कुरेदने लगा ,बुर की गर्मी अप्रैल माह की गर्मी से भी अधिक थी तो मै उसके बूब्स को टॉप्स पर से ही पकड़कर दबाने लगा और वो “उह ओह और तेज उंगली करो ,अब रस फेंकने वाला है”तो मेरी उंगली तेजी से उसकी चिकनी चुत को कुरेदने लगी और पल भर बाद मेरे उंगली में रस था ,तो मै उंगली चुत से निकालकर चूसा और फिर जीभ से चुत को चाटने लगा । मेरा लन्ड पूरी तरह से टाईट था तो मै जमीन पर अर्धनग्न अवस्था में बैठा हुआ प्रियंका के अगले हरकत का इंतजार करने लगा ,तभी वो मुझसे दूर चली गई तो मेरा ध्यान उसके नग्न चूतड़ पर था और वो टांग फैलाए बैठकर मूतने लगी तो उसका स्कर्ट कमर पर था. “Bhai Behan Ka Jismani”
मै चोदने को तड़प रहा था तो प्रियंका मुतकर स्कर्ट नीचे किए
मेरी ओर बढ़ी तो मै अपने लंड को पकड़ दीदी को दिखाया “क्या अंदर डालूं या फिर
घर में (वो जमीन पर बैठी)हां बस दो मिनट रुको ,फिर
यहीं चोद लेना”तो मै चुपचाप बैठा रहा ,फिर
मुझे देखते हुए प्रियंका घांस पर ही डॉगी स्टाइल में हो गई तो कोहनी और घुटने के
बल होकर वो पीछे की ओर देखी तो मै उसके चूतड़ के पास बैठकर स्कर्ट को कमर तक किया ,फिर टुडे दवाई बुर में पेलने की सोचने लगा तो
दीदी बोली “देर मत कर अब तो मम्मी का भी फोन आने पर ही है (मै टुडे गोली को
हाथ में लिया फिर उसकी चुत को उंगली से कुरेदकर रास्ता का जायजा लिया ,धीरे से टुडे की गोली अंदर डाल दिया)चाहे मम्मी
रूठे या पापा मैंने तो तुझे चोद दी (वो)अबे साले ,अभी
तो डाला है दवाई ,जरा रुककर पेलना (मै उसके चूतड को
सहलाने लगा)हां जानू ,मुझे तेरे पेट में अपना बच्चा करने
का शौक थोड़ो ना है “तो मै प्रियंका के चूतड़ के दरार में जीभ फेरने लगा और
गान्ड के छेद में उंगली घुसाने लगा.
तो मेरे ओंठ उसके चिकने चूतड़ को चूमने लगा तो गान्ड की टाईट छेद में उंगली रगड़ता हुआ प्रियंका को गरम करने में लगा हुआ था ,वो “ओह आह उह अब साले मेरी गान्ड पर तेरी नजर है (मै)बिल्कुल नहीं ,तू इतनी मस्त छोकरी है कोई बॉय फ्रेंड क्यों नहीं बनाती ,आराम से उसके साथ मस्ती करना “तभी मै बुर के मुहाने पर उंगली लगाया तो रस छेद से बाहर आ रहे थे ,शायद टुडे गोली के पिघलने से ऐसा हो रहा था तो मै पैर से जींस और कच्छा निकला ,फिर प्रियंका के चूतड़ के सामने घुटने के बल हो गया ,तो उसके कमर पर हाथ रख उसे अपने चूतड़ को और नीचे करने को कहा ,वो दोनो पैर पूरी तरह फैला कर हो गई तो मै सुपाड़ा छेद पर रख एक जोर का धक्का बुर में दे मारा ,आधा लंड खसखसाता हुआ चुत के अंदर था.
तो वो “उई मां फाड़ दिया रे ,जरा धीरे चोद उह “इतने में मै दूसरा जोर का झटका चुत में दे दिया तो पूरा लंड चुत के अन्दर था और मै तेज चुदाई करने लगा तो मेरा एक हाथ उसके सीने पर चूची को पकड़ दबाने लगा ,चुत में रस था तो चिकनी चुत में लंड को पूरे गति से दौड़ा रहा था और मेरा लन्ड चुत की गहराई तक समा रहा था और आज दिन में ही दो बार शीला आंटी की चुत सहित गान्ड में वीर्यपात किया था तो फिलहाल झड़ने में देर थी और मै पहली बार दीदी को डॉगी स्टाइल में चोद रहा था और कुछ पल बाद प्रियंका अपने कमर हिलाकर चूतड़ आगे पीछे करके चुदवाने लगी तो मै सिर्फ उसके कमर थामे एक चूची को मसल रहा था. “Bhai Behan Ka Jismani”
बाकी वो खुद ही चुदाई का मज़ा ले / दे रही थी ,कुछ देर बाद “आह ओह उह राहुल अब तो मेरी बुर लहरने लगी ,प्लीज़ रस गिरा दो (मै अब धीरे धीरे उसे चोदने लगा)तुम तो ऐसे बोल रही हो मानो एक बटन दबाया और लंड से रस बाहर ,आराम से चुद्वा मादरचोद रण्डी “तो वो घांस पर कोहनी और घुटने के बल थी तो मै तेज गति से चोद रहा था और ७-८ मिनट की चुदाई करके हांफने लगा “उह ओह डार्लिंग जरा चूतड़ अब हिलाओ ,जल्दी ही झडूंगा “और प्रियंका अपने गान्ड को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए चुदवाने लगी ,मै अब चिंख उठा “उह ओह आह ले बे रण्डी पिला अपने बुर को मेरे लंड का रस”तो लंड ने वीर्य का फव्वारा चुत में छोड़ दिया और फिर मै लंड को बुर से निकालकर रुमाल से साफ किया तो जींस कच्छा पहन घांस पर बैठ गया तो प्रियंका अपने बुर को अपने रुमाल से पोंछी ,फिर पैंटी पहन मेरे सामने बैठ गई ,कुछ पल आराम करने के बाद दोनों घर के लिए निकल पड़े ।