Hindi Sex Story हैलो दोस्तों , पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मै बुआ सुनयना के साथ २-३ दिनों तक शारीरिक संबंध बनाता रहा तो २८-२९ साल की मदमस्त जवानी के गोरे बदन से लेकर मध्यम आकार की चूचियां सही में सेक्सी थी ,उसकी नशीली आंखें से लेकर रसीली ओंठो तक रिझाने लगे तो उनकी पतली कमर के साथ साथ मेंढ़क सी चुत और गोल गुंबदाकार चूतड़ मेरे लंड क्या ,किसी भी मर्द को आकर्षित करने के लिए काफी थी । Bua Ki Kamukta Maine Unki Ichha Poori Kar Di 3.
अब मेरा मन फिर से सुनयना की और जाने लगा तो फूफाजी वापस आ चुके थे लेकिन दोनों के घर में दूरी महज ९-१० किलोमीटर की थी तो संभोग सुख खातिर इतना त्याग तो करना ही होगा ,लेकिन मै अपनी ओर से सुनयना को ऑफर देने वाला नहीं था तो इंतजार उसके फोन का कर रहा था ,उसके घर से वापस आने के २ दिन बाद एक शाम जब मै टहलने घर से निकला था तो मेरी मोबाईल बज उठी ,देखा तो बुआ का कॉल था ,रिसीभ किया “हैलो बुआ , कैसी हैं (वो )अच्छी हूं और तुम (मै उदास भाव में)ठीक ही हूं (वो),बहुत उदास लग रहे हो ,क्या बात है (मै)नहीं कुछ खास नहीं बुआ (वो)एक तो बुआ की जगह सुनयना बोला करो और हा ,कल कालेज के वक़्त में घर आ जाना ।”
में कुछ बोलता उससे पहले ही सुनयना कॉल डिसकनेक्ट कर दी , खैर मै तो खुद ही उससे मिलने को तड़प रहा था और
अब एक रात का इंतज़ार था तो कल कॉलेज के लेक्चर्स उनके घर में ही होनेवाला था और
मै रात खाना खाकर सो गया ,सुबह उठकर फ्रेश हुआ और फिर स्नान
करके नाश्ता किया तो दीदी रीना अभी तक कॉलेज के लिए तैयार नहीं हुई थी ,मै नाश्ता करके उनके रूम में गया “क्या
हुआ दीदी ,कॉलेज नहीं जाना है (वो बेड पर लेटे
लेटे मुस्कुराई)नहीं अब ३-४दिन तक आराम ।”और उनके इशारे को मै समझ गया ,वो माहवारी आने से थोड़ी परेशान थी तो मै कॉलेज
के लिए निकल पड़ा और मेरी मंजिल कुछ दूर तो थी लेकिन काफी जोश में मै बाईक तेज रफ्तार
से चला रहा था और फिर रास्ते में ही एक वाईन शॉप के पास रुका और एक बोतल बीयर पीने
की सोचने लगा ।
वाईन शॉप से बियर खरीदकर वहीं खड़े खड़े पीने लगा तो अप्रैल के माह की गर्मी के लिए ये सही ड्रिंक्स था और कुछ देर बाद बियर के नशे में मस्त होकर पास के पान दुकान से सिगरेट लिया और फिर सिगरेट पीने लगा ,वक़्त १०:२५ सुबह की हो रही थी तो मै कुछ देर बाद इंदिरापुरम के लिए निकल पड़ा और फिर सोसायटी के कैंपस में बाईक पार्क करके सुनयना को कॉल किया “हां बोलो राहुल (मै) दरअसल सुनयना मै दीदी के साथ उनके एक सहेली के घर जा रहा हूं , सॉरी आज नहीं आ पाएंगे (सुनयना थोड़ी उदास भाव से)तुम्हारे फूफाजी समय पर ऑफिस निकल गए तो दिन भर मै अकेली बोर होती ,सो (मै उनकी फ्लैट की ओर बढ़ता हुआ)तो सुनयना कल मिलने का प्रोग्राम रखें (वो)मेरा मूड खराब कर दिए ,खैर फिर कॉल करती हूं (मै डोर बेल बजा दिया)ठीक है बाद में बात करती हूं ।”तो मै दरवाजे के बाहर खड़ा था और वो दरवाजा खोलते ही मुझे देखकर खुशी से झूम उठी “अंदर आओ तब बताती हूं ” ,मै अंदर घुसा तो सुनयना दरवाजा बंद करके मेरी ओर आई ।
मै डायनिंग हॉल में खड़ा था तो सुनयना मेरी ओर बढ़ी और मुझसे
लिपट गई “तुम तो मुझे फोन करके तडपाने लगे (मै उसके चूतड़ को सहलाया)हां ,मिलन के लिए तड़प जरूरी है जानू “,तो सुनयना पीले रंग के साड़ी पेटीकोट ब्लाउज
में खूबसूरत लग रही थी तो वो मुझसे लिपटे मेरे गर्दन चूमने लगी और मेरा हाथ उसके
चूतड़ की गोलाई पर साड़ी के उपर से ही फिसल रहा था ।मै उसकी आगोश में समाकर उसके
चूची का एहसास अपनी छाती पे पा रहा था और मेरा हाथ उनके चूतड़ को सहला रहा था ,मै अब उसके लंबे बाल को पकड़कर उसके गुलाबी ओंठ
को चूमने लगा तो सुनयना मेरे ओंठ को चूमते हुए मेरे ओंठ से अपने ओंठ को रगड़ने लगी
और ज्योंहि मेरा मुंह खुला मै उसके रसीले ओंठो को चूसने लगा ,बुआ अपनी चूची मेरे छाती से रगड़ रही थी तो मै
उनके गोल मांस्ल चूतड़ को सहला रहा था ।
पल भर बाद दोनों सोफ़ा पर बैठ गए तो सुनयना मेरे ओंठ पर जीभ फेरते हुए शर्ट खोलने लगी तो मै उसके चूची को साड़ी के ऊपर से ही दबाने लगा ,दोनों का चेहरा करीब और आमने सामने था लेकिन बदन के बीच थोड़ी दूरी थी तो वो मेरे गर्दन में हाथ डालकर अपना जीभ मेरे मुंह में घुसाने लगी और मै बुआ की साड़ी को छाती पर से हटाने में लीन था ।पल भर बाद मै सिर्फ कच्छा पहने सोफ़ा पर बैठा था तो बुआ ब्लाऊज और पेटीकोट में सेक्सी लग रही थी, मै उनके जीभ को चूसता हुआ चूची को मसल रहा था और दोनों काम की ज्वाला में जल रहे थे तो सुनयना का गोरा मुखड़ा लाल हो चुका था ,आंखें बंद थी और वो काम की मूर्त लग रही थी, पल भर बाद मेरे चेहरा को पीछे धकेलकर अपना जीभ निकाल ली और मुझसे लिपट गई तो मै उसके पीठ को सहलाता हुआ उसके बैकलेस ब्लाऊज की डोरी खोलने लगा और फिर ब्लाऊज को उसके सीने से बाहर कर उफान लेती चूचियों को घूरने लगा तो सुनयना मेरा हाथ पकड़कर अपने कमर पर रख दी और मै उसके साया की डोरी खोलकर पैर से बाहर कर दिया। “Bua Ki Kamukta Maine”
राहुल और सुनयना दोनों सिर्फ अपने कच्छा और बनियान/ब्रा में थे तो बुआ मेरे छाती को सहलाते हुए बनियान भी निकालने लगी तो मै उनके ब्रा से बाहर आते स्तन को सहलाने लगा तो दूसरा हाथ उनकी मोटी जांघ पर था ,अब सुनयना मेरे छाती को चूमना शुरु कर दी तो मै उसके पीठ पर हाथ फेरता हुआ उसके ब्रा के हुक को खोल दिया और उसकी बाहों से ब्रा को निकाल दिया ,अब सुनयना अपना चेहरा ऊपर की तो मै उसके दूध से भरी चूची को दबाने लगा । आज का क्लास मेरे लिए सुखद था तो मै बुआ की मंशा को समझते हुए उनके छाती पर चेहरा किया तो वो सोफ़ा पर पीठ को पीछे की ओर किए अपने सीने को थोड़ा ऊपर की ओर कर रखीं थीं.
मै बुआ के एक स्तन को मुंह में लेकर चूसता हुआ उसके दूसरे स्तन को सहलाने लगा और बुआ “आह ओह उह ऊं राहुल और तेज चूसो मेरी जान “तो मै अपने मुंह से लार निकलते देख दाईं चूची को छोड़ा और दूसरे स्तन को चूसना शुरू कर दिया तो सुनयना मुझे छाती से लगाए दूध पीला रही थी लेकिन दूध चूची से नहीं निकल रही थी ,उसके हाथ का एहसास अपने जांघ पर पाने लगा और बुआ “उह राहुल प्लीज़ अब चूची छोड़ो प्लीज़ अब मेरी चुत में खुजली हो रही है “तो बुआ के दोनों स्तन को चूस चूसकर लाल कर चुका था और दोनों एक दूसरे के कच्छा/पैंटी को नीचे करने लगे तो फिर दोनों पूरी तरह से नग्न हो चुके थे।
मेरे खड़े लंड को पकड़ सुनयना धीरे धीरे हिलाने लगी तो मैं
उनके जांघ को सहलाने लगा ,तभी वो मेरे सामने जमीन पर बैठ गई
और मै अपना चूतड़ सोफ़ा के किनारे किए बैठ गया ,दोनों
पैर सोफ़ा पर दो दिशा में ऐसे थे मानो मैं कोई चुद्दकड़ औरत लंड के इंतजार में मर
रही हूं ,तो बुआ मेरी ओर देखते हुए लंड थाम
ली , उसका चमड़ा छिलकर सुपाड़ा को जीभ से
चाटने लगी और मै सुनयना के पीठ को सहलाता हुआ सिसकने लगा “उह ओह सेक्सी बेबी ,चूसो ना क्यों तड़पा रही हो “तो वो मुझसे
नजर मिलाते हुए पूरा मुंह खोल दी और लंड को अंदर लेकर मुंह बंद कर ली फिर मेरे लंड
को चूसते हुए झांट में उंगली फेर रही थी तो उसका स्थिर चेहरा मेरे लंड कि जान
निकाल रहा था ,लंड सुनयना के मुंह में पूरी तरह से
टाईट हो चुका था तो वो मेरा लन्ड मुंह से निकाल उसे जीभ से चाटने लगी और मै उसके
चूची को जोर जोर से दबाने लगा ।
सुनयना एक सेक्सी औरत थी तो उसके तन की भूख फूफाजी मिटा नहीं पा रहे थे ,सो वो पता नहीं कहां कहां मुंह मारती फिरती थी लेकिन मुझे इससे क्या एतराज़ ,मै उसके बाल पर हाथ फेरता हुआ बोला “अब छोड़ो इसे ,बुर रानी को चाटना है (वो सर को हिलाकर ना बोली ,तो मै)क्यों क्या बात है “तो वो बुर से रजधार निकलने की बात बताई ,वो नंगे ही उठकर अपने रूम की ओर जाने लगी तो मै भी उसके पीछे पीछे जा रहा था ,उसके गान्ड के हिस्से स्प्रिंग की तरह हिलकर आपस में टकरा रहे थे तो मेरी इच्छा गान्ड चुदाई की होने लगी । दोनों बेडरूम घुसे तो बुआ सीधे वाशरूम घुस गई और मै नग्न ही बेड पर लेट गया ,बियर पीकर मन मस्त था तो सुनयना वाशरूम से बाहर आई और सीधे बिस्तर पर मेरे बगल में लेट गई ,उसकी चूची को पकड़ धीरे धीरे दबाने लगा तो वो बोली “राहुल जब तू छोकड़ीबाज है तो दारू भी पीता होगा (मै उसके गाल चूम लिया)नहीं जानेमन ,सिर्फ ठंडी बीयर और गर्म जवानी मुझे पसंद है ।” “Bua Ki Kamukta Maine”
और तभी सुनयना अचानक उठी ,फिर
मेरे मुंह के ऊपर टांग फैलाए बैठ गई ,चूतड़
मेरी मुह से ऊपर थी तो मेरा चेहरा उनके जांघों के बीच , ऊपर की ओर ध्यान दिया तो चुत चमक रही थी और
किसी इत्र की खूसबू उससे बाहर आ रही थी तो मै सुनयना के चुत को चूमने लगा और उसके
कमर थाम रखा था तो वो अपने शरीर को संतुलित कर बैठी थी ।मेरा चेहरा सुनयना की
जांघों के बीच ऊपर की ओर था तो उसके चुत की लंबी फांक को मै ओंठो से चूमता हुआ
उसके चूतड़ सहलाने लगा और फिर सुनयना खुद ही अपनी उंगली लगाकर चुत को फ़लका दी तो
मैं तकिया पर लेटा हुआ उसकी चुत को जीभ से चाट रहा था तो बुआ सेक्सी आवाज निकाल
रही थी “उह आह उई मां ,इतनी गुदगुदी
बुर में अब जल्दी से चोदो मुझे राहुल”तो मै बुर को तेज गति से जीभ से चोदता रहा
और फिर जीभ निकालकर बोला “हटिए मैडम जी ,जरा
फ्रेश होने दीजिए “,सुनयना मेरे मुंह पर से हटकर उठी और
अपने वार्डरोब की ओर गई तो मै जाकर फ्रेश हुआ ।
राहुल अब पूरी तरह से अपनी बुआ को चोदने को आतुर था तो कमर से
तौलिया लपेट कर मै रूम में आया तो सुनयना वहां नहीं थी तो मै डायनिंग रूम में घुसा
,बुआ वहीं बैठकर ड्रिंक्स ले रही थी ,मुझे इनके इस आदत का पता नहीं था तो वो एक
सेक्सी नाईटी पहन रखी थी और मै उसके बगल में बैठकर पूछा “बेबी तुम कब से शराब
पीने लगी (तो वो हंसने लगी)तुम्हारे फूफाजी एक बार मुझे थोड़ी सी टेस्ट करा दिए , फिर तो मै इसकी दीवानी हो गई लेकिन कभी कभार ही
पिती हूं ,पियोगे (मै उसके कंधे पर हाथ
रखा)नहीं ,एक बियर पीकर ही आया हूं ।”तो
बुआ दो पैक पीकर मेरे साथ रूम घुस गई और मै बुआ के कमर के पास बैठकर उनके नाईटी की
डोरी खोलने लगा ,अब उनकी नाइटी बाहों में थी तो उसे
छोड़कर मै उनके दोनों जांघों को फैलाया और अपना तौलिया खोलकर लंड पकड़े उसके
जांघों के बीच बैठा ।
सुनयना नशे में मदमस्त थी तो वो बुर फैलाए लेती हुई बोली “अब चोद राहुल ,तेरी बुआ अब तेरे लंड के लिए तड़प रही है “तो मै उसकी चुत के मुहाने पर सुपाड़ा रखा और धीरे धीरे लंड को घुसाने लगा ,गद्देदार चुत में मेरा लन्ड घुस रहा था तो मै उसके कमर पर हाथ रखे एक जोर का ठहाका दे मारा और पूरा लंड बुर के अंदर था ,वो चिल्ला उठी “उई मां फाड़ देगा क्या रे (मै पूरी गति से चोदता हुआ)अरे जानू ,तेरी दस साल से चुदाई हो रही है तो फिर मेरे लंड से क्या दिक्कत ।” वो चुपचाप चुद्वती रही तो मै उसके जिस्म पर सवार होकर गचागच लंड पेल रहा था ,सुनयना मेरे ओंठ चूमने लगी और उसके स्तन मेरे छाती से चिपक रहे थे. “Bua Ki Kamukta Maine”
तो मै अपना कमर तेज गति से हिलाते हुए चुदाई का मजा लें रहा था तो बुआ पल भर बाद पूरी तरह से गर्म होकर अपने चूतड़ को उछालने लगी और मै चोदता हुआ हांफने लगा तो सुनयना मेरे बदन को पकड़े तेज गति से चूतड़ उछाल रही थी “उह आह ओह उई और तेज ,बहुत मजा आ रहा है राहुल चोदते रहो (मै)अरे जानू ,अब एकाध मिनट में ही माल झाड़ दूंगा ।”तो वो अब चूतड़ स्थिर किए लेटी रही और उनकी चुत की गहराई को मापते हुए चुदाई करता रहा ,पल भर बाद “उह आह अब उछाल ना साली अपनी चूतड़ ,आह मेरा रस निकला “और सुनयना अपने चूतड़ उछालने लगी तो मेरा लंड रस का फव्वारा छोड़ दिया ,दोनों शांत पड़ गए और बुआ मेरे ओंठ चूम ली “वाकई तुम १८ साल में ही मर्दों कि तरह चोदते हो “,पल भर बाद दोनों अलग होकर फ्रेश हुए ………..,………..