Hindi Sex Stories हैलो फ्रेंड्स , पिछले भाग में आप सबों ने पढ़ा कि कैसे मैं एक एग्जाम के लिए लखनऊ गई तो वहां मेरे छोटे चाचा अंकित ने मुझे अपने ही घर में अकेली बेबस लड़की कि तरह जबरदस्ती मेरे साथ करने की कोशिश की ,फिर पहली बार किसी लड़के / मर्द की छुअन ने मुझे कामुकता के आगोश में किया तो मैं भी खुशी खुशी अंकित के साथ ओरल सेक्स का आनंद ली । शोभा सिंह ,२३ साल की अविवाहित लड़की , कद ५’६ फीट ,सुडौल जिस्म तो चूचियों के उभार सेक्सी और चूतड़ V आकार के तो जांघें चिकनी और चुत मांस्ल ,सपनों में भी नहीं सोची थी कि मेरे छोटे चाचा ही मेरे पहले आशिक (सेक्स पार्टनर)होंगे. Chacha Ka Musal Land Mujhe Jabardasti Chuswaya 2.
तो रात के ०९:३० बजे उनके फ्लैट के अंदर उनके लंड का वीर्य हाथ में लगे मैं नंगे ही वाशरूम भागी फिर फ्रेश होकर कपड़ा पहनी तो शर्मिंदगी के कारण अपने ही रूम में लेट गई , पेट की भूख ख़तम हो चुकी थी पर कामाअग्नी अंदर ही भड़क रही थी और पोर्न मूवी में भले ही दर्जनों मूसल लंड देखी थी लेकिन हकीकत में अंकल का लंड मेरे हाथ ,मेरी नज़रों के सामने तो मेरे मुंह में , वाकई एक सुखद लेकिन विचित्र सा अनुभव मिला था अंकित के साथ तो मन में घबडाहत भी थी कि कहीं अंकित मेरे चुत की सील ना तोड़ दें ,तो क्या मुझे उनसे चुदवाने को तैयार रहना चाहिए ।मुझे दिन भर की थकावट तो थी ही साथ ही एक घंटे का ओरल सेक्स भी हुआ था ,मुझे बेड पर नींद आ गई तो मैं भूखे प्यासे सो गई और मेरी नींद जब खुली तो मेरा दिमाग फिर से तीसरे आसमान पर चला गया ,मेरी कोटेन फूल साईज नाईटी तन से गायब थी और अंकल मेरे स्तन को चूसते हुए तन को सहला भी रहे थे.
मेरी आंखें खुली फिर भी अंकित मेरे स्तन को चूसने में ही मस्त
थे और मैं जबरदस्ती की मुस्कुराहट अपने चेहरे पर लाते हुए बोली “अंकित ,क्या दुबारा शुरू हो गए (वो मेरी बाईं चूची मुंह
से निकालकर बोले)शोभा ,क्या तुम्हें और मज़ा लेने का मन नहीं
है (मैं चुप रही) जवाब दो ,आखिर मेरी इच्छा तेरे सेक्सी जिस्म के
साथ पूरी रात प्यार करने कि है (मैं शरमाने लगी) ठीक है लेकिन प्लीज़ मेरे वेजिना
को गंदा मत करना”तो अंकित मेरे दाहिने चूची को मुंह में लिए चूसने लगा साथ ही
बाईं चूची को पुचकार रहा था और मेरे चुत की खुजली दुबारा तेज होने लगी तो मैं अपने
जांघों को एक दूसरे से रगड़ते हुए अपने कामुकता को वश में कर रही थी”उह ओह उई
मां इतनी गुदगुदी होने लगी अंकित ओह मैं तो चुत की खलबली से मर ही जाऊंगी (वो मेरी
चूची छोड़कर)सेक्सी बेबी ,आज रात मेरे साथ काम वासना एंजॉय करो
फिर कल ट्रेन छूटने का बहाना घर वाले को दे देना फिर अगले दिन चली जाना.
(मैं बोली)जैसा कहिए वैसे मुझे भी मजा आ रहा है”अंकित अब
मेरे सपाट पेट को चूमते हुए मेरी जांघों को सहलाने में लगे हुए थे तो मैं काम की
दुनिया में खो चुकी थी ,ऐसी आग जिसमें रिश्ते जल चुके थे तो
ऐसी प्यार जिसमें एक नए रिश्ते ने जन्म लिया ,अंकित
के ओंठ का चुम्बन मेरे बदन में सिहरन पैदा कर रही थी तो मैं रह रहकर अपने गान्ड
हवा में उठाने लगी “मर जाऊंगी अंकित ,बस
करो प्लीज”लेकिन मेरे सेक्सी जिस्म को चाचा जी चूमने में लगे रहे साथ ही मेरे
दोनों जांघ दो दिशा में होकर चुत की झलक उन्हें दे रही थी तो चाचा भी नंगे ही मेरे
पैर के पास बैठकर बोले”जरा तकिया बढ़ाओ रानी (मैं उन्हें तकिया दे दी)लेकिन
अंकित प्लीज़ वेजिना को फ़्क मत करना (अंकित मेरे चूतड़ के नीचे तकिया डालकर बुर
सहलाने लगे) अरे पगली तुम्हें नहीं पता कि वेजिना में जब चुदाई शुरू होती है और
बारम्बार होती है उतनी ही उसकी चमक बढ़ जाती है. “
तो मैं शर्म के मारे अपने चेहरे को हथेली से ढक ली ,वो मेरे चुत पर नाक लगाकर सूंघने लगे तो चाचा जी तो अविवाहित होकर भी काफी अनुभवी लग रहे थे ,चुत को चुम्बन देने लगे तो उनका हाथ मेरी कमर पर था फिर वो उंगली की मदद से चुत को फैलाकर जीभ अंदर घुसाए तो उनकी जीभ मेरे चुत को चाटने लगी और किसी भी लड़की या औरत के लिए ये गर्व की बात होती है जब कोई मर्द उसकी योनि को अपने मुंह से लगाता है तो मैं “उह ओह उई और तेज जीभ रगडो अंकित आह मेरी जान ही निकल जाएगी”पर भला कौन मर्द होगा जोकि ऐसी सेक्सी और जवान लड़की को बिना चोदो छोड़ेगा वो भी तब जब लड़की खुद ही टांग फैलाए बेड पर लेटी हुई हो ,तभी अंकित मेरे चुत को मुंह में लिए चूसने लगा तो मेरा चूतड़ उपर की ओर हो रहा था पर अंकित मेरे कमर को पकड़े मुझे और मेरी चुत को रसीला बनाने में लगा हुआ था.
तो दो पानी घंटे भर पहले ही छोड़ चुकी थी और मेरा हाल खराब था
“उह ओह अंकित छोड़ मेरी चुत वरना मुंह में ही मूत दूंगी”तो अंकल मेरी
चुत छोड़ दिए और मैं नंगे ही वाशरूम भागी ,फिर
वहां छुर छूर मूतने लगी और फ्रेश होकर अपने छाती से तौलिया लपेटे बेड पर आई तो
अंकित का लंड दुबारा टाईट था। अंकित ३०-३१ साल के हैं तो उनकी कसरती बदन से
स्मार्ट फिगर किसी भी लड़की या औरत को उनकी ओर आकर्षित कर सकते हैं तो उनके लंबे
मूसल लंड मानो किसी खंबे की तरह सीधी और टाईट हो और शोभा अपने मचलती जवानी को अब
उनके हवाले कर चुकी थी ,बेड पर वो लेटा हुआ था तो मैं उनके
नग्न बदन देख अपना धैर्य खो बैठी और उनको अब अपने सेक्सी अदाओं से तडपाने लगी ।
शोभा अंकित को देखते हुए अपने छाती पर हाथ लगाई फिर तौलिया को
खींचकर चूचियों को नग्न कर दी ,चाचा मेरी
जिस्म को देखते हुए अपने लंड कि ओर इशारा किए तो मैं बेशर्म लड़की की तरह झट से
उनके मोटे और लम्बे लंड को पकड़ सहलाने लगी “उसको चूसकर अपने मुंह की प्यास
बुझाओ फिर आज तेरी चुत की चुदासी भूत को मैं उतारता हूं “तो मुझे अब कोई फर्क
नहीं पड़ने वाला आखिर दो जवान जिस्मों का मिलन हमेशा ही सुखद होता है । मैं चेहरा झुकाकर चाचा के लंड को पकड़
उसके सुपाड़ा को ओंठ पर रगड़ने लगी तो मेरा एक हाथ उनके पेट से छाती सहलाने लगा ,चाचा के ८-९ इंच लम्बा लंड को मैं पूरी तरह से
गटकना चाहती थी.
पर पूरा मुंह खोले लंड को जब अंदर ली तो ३/४ हिस्सा लंड का मुंह
में था और सुपाड़ा गले से नीचे उतर चुका था ,अपने
सर का झटका देते हुए किसी वैश्या कि तरह मुखमैथुन करने लगी और अंकित सिसकने लगा
“ओह आह उह मजा आ गया बेबी ,तुम बहुत
सेक्सी हो “तो मेरे दोनों आंख बंद हो चुके थे ,सांसें
तेज हो चुकी थी पर मुंह में लंड लिए उसको चूसने में जो आनंद आ रहा था वो किसी
स्वादिष्ट आईस क्रीम से भी बेहतर था फिर थूक से सने लंड मुंह से निकालकर जीभ से
चाटने लगी और इधर मेरी चुत रस छोड़कर गीली हो गई तो शोभा बेझिझक अपने छोटे चाचा के
मुंह के उपर ही बैठ गई ,दोनों जांघ फैलाए और चूतड़ उनके चेहरा
के उपर किए तो अंकित मेरे कमर पकड़कर बोले”तेरा ये अंदाज़ मुझे बहुत अच्छा
लगा (मैं)जरूर ,चाटो जल्दी वरना मुंह में ही मूत
दूंगी” इतने
में अंकित अपने चेहरे को मेरी चुत से सटाए उसपर चुम्बन देने लगे तो मै खुद ही अपनी
उंगली लगाकर चुत फलकाने लगी.
किसी कुत्ते की भांति चाचा की जीभ चुत को चाटने लगी तो उनका हाथ
मेरी कमर थामे एक स्तन को भी मसल रहा था फिर वो चुत का रस चाटकर बुर के फांक को
मुंह में भरने की असफल कोशिश किए ,तो
मैं उनके मुंह पर से उतरकर बेड पर लेट गई और चाचा अब मेरी चुत के दोनों फांक को
मुंह में लिए चूसने लगे तो शाम से तीन बार रस छोड़ कर मैं सुस्त पड़ चुकी थी लेकिन
आज जो चुत को खुजली हो रही थी उसका निदान सिर्फ मेरी चुत चुदाई थी ,मैं चाचा के बाल को कसकर पकड़े “उह ओह
प्लीज़ लिभ इट ,आह”तो मैं उनके चेहरा को पीछे
धकेल अपने चुत को उनके मुंह से निकालकर अपने आपको नियंत्रित करने लगी और वो उठकर
वाशरूम चले गए तो मैं अपने नग्न जिस्म को नाईटी पहनकर ढक ली और लेटी रही तो अंकित
उधर से तौलिया लपेटे रूम आए “ये क्या सेक्सी ,अभी
तो पूरी रात बाकी है.
फिर नाईटी (मैं थोड़ी बेशर्म होकर बोली)हां ,चाचा को अपना सेक्सी फिगर दिखने में शर्म आती है (वो बेड के पास खड़े होकर)चल दोनों ड्रिंक्स लेते हैं (मैं उनके बात को सुनकर अचंभित हो गई) अंकित ,ड्रिंक्स और मैं सो क्या मुझे बेहोशी में ही (अंकित हंसने लगा)अच्छा चल तो सही “फिर वो रूम से निकल गए और मैं वाशरूम घुसकर फ्रेश हुई फिर डायनिंग हॉल आकर अंकित के बगल में बैठ गई तो वो टेबल पर एक व्हिस्की की बोतल और दो गलास लिए बैठे थे ,मुझे देखते हुए वो अपने गलास में व्हिस्की फिर सोडा डालकर बोले “रेफ्रिजरेटर से कोल्ड ड्रिंक्स ले आ और आकर मेरे साथ ड्रिंक्स कर (मैं उठकर रेफ्रिजरेटर को खोली और बोतल लेकर आई)तो आप व्हिस्की पिएंगे और मैं कोल्ड ड्रिंक्स (अंकित मेरे कंधे पर हाथ रखे) बेबी ,थोड़ा सा टेस्ट तो चख ले फिर देखना कितना मजा आएगा”.
तो मैं सर हिलाकर हामी भर दी और वो थोड़ा सा व्हिस्की ग्लास में डालकर बोले “कोल्ड ड्रिंक्स इसमें मिलाकर पी लो”तो मैं थोड़ा सा कोल्ड ड्रिंक्स मिलाकर गलास उठाई फिर उसको मुंह से लगाकर थोड़ा सा मुंह में डाली तो लगा कि गला ही जल उठेगा फिर गलास टेबल पर रखी तो अंकित मेरे कंधे पर से हाथ नीचे करते हुए स्तन को पुचकारने लगे और थोड़ा सा और कोल्ड ड्रिंक्स मेरी गलास में डालकर बोले”अब आराम से पी ले ,थोड़ी देर में तुझे इतना मजा आएगा कि तू दिल से चुदेगी (मैं गलास लेकर व्हिस्की पीने लगी)अब ठीक है लेकिन क्या इसको पीने के बाद मैं नशे में झूमने लगूंगी “तो मेरे छोटे चाचा मेरी नाईटी को अब कमर की ओर करने लगे और मैं व्हिस्की पीकर मस्त हो चुकी थी ,ऐसा लगने लगा मानो की मेरा बदन सनसना रहा है ,फिर तो अंकित मेरे नाईटी को उतार फेंका. “Chacha Ka Musal Land”
और मैं तुरन्त ही व्हिस्की के नशे के गिरफ्त में थी तो मेरा मन
और मुंह में मानो मेल ख़तम हो चुका था , मन
बोल रहा था कि अंकल मुझे रूम में जाकर सोने दो लेकिन मेरा मुंह “अंकित प्लीज़
मुझे गोद में लेकर बेड पर चलो और फिर आज अपने इसका (लंड पकड़ ली) स्वाद दे
दो”तो अंकित अपना ड्रिंक्स ख़तम करके मेरे घुटने के नीचे एक हाथ डाला फिर
मेरी पीठ पर हाथ लगाया तो शोभा उसके गर्दन में बाहें डालकर अपने आपको संतुलित की
फिर मेरी नग्न बदन को गोद में लिए उठे ,रूम
की ओर चल पड़े तो मेरा पूरा बदन उनके दोनों हाथों में था फिर वो बेड पर मुझे लिटा
दिए ,इस क्रम में उनका टॉवेल कमर से खुलकर
नीचे गिर गया तो उनका नग्न लंड देख मेरा मन चुदने को तड़प उठा तो अंकित मुझे बेड
पर लिटाकर चले गए तो मेरे पर व्हिस्की का नशा चढ़ने लगा ।शोभा आंखें बन्द किए बेड
पर लेटी थी तो बदन में मानो कामुकता की प्यास बढ़ने लगी.
तभी छोटे अंकल बेड पर आए तो उनके हाथ में एक कॉन्डम की स्ट्रीप थी साथ ही बटर की टिकिया ,अब चुदाई तय थी तो शोभा के जीवन का ये एक हसीन रात है जहां वो अपने चुत की झिल्ली फड़वाने जा रही थी ,अंकित मेरे पैर के पास बैठकर एक तकिया लिए फिर मुझे इशारे से चूतड़ उपर करने बोले ,मैं चूतड़ उपर किए रही तो अंकित तकिया डालकर दोनों जांघों को फैलाकर चुत सहलाने लगे और मैं व्हिस्की के नशे में मस्त होकर बोली “क्यों बे हरामी अपनी भतीजी की चुत चोदेगा (वो बुर सहलाता हुआ)तुझे व्हिस्की की नशा चढ़ चुकी है अब तू आराम से टांग फैलाए चुदाई का मज़ा ले (मैं नशे में कुछ अधिक ही बोल्ड हो चुकी थी) अंकित जरा ध्यान से ,मेरी दोस्त मुझे बताई की पहली बार काफी दर्द होता है (अंकित मेरी चुत पर बटर की टिकिया रगड़ने लगा)दर्द का एहसास नहीं होगा बेबी आखिर व्हिस्की का नशा जो तुम पर चढ़ा है. ” “Chacha Ka Musal Land”
अब अंकित मेरे चुत को बटर से मालिश किया फिर मेरी चुत की फांकों को अलग किए उसमें थोड़ा सा बटर अपने दांत से काटकर अंदर पेलने लगा ,समझ गई कि चुदाई के लिए अंकित मेरी चुत को तैयार कर रहे हैं लेकिन इनका लंड किसी पोर्न स्टार की तरह ही था ,लगभग ८-९ इंच लम्बा और २ इंच मोटा (तकरीबन ,उसको फिता से मापी नहीं हूं) ।शोभा की अंचुदी चुत के अन्दर मख्खन अब पिघलने लगी आखिर चुत की गर्मी तो जून माह कि गर्मी से ही अधिक थी ,अंकित अब मेरी चुत में उंगली करने लगा तो मैं आहें भर रही थी “उह ओह अब किसका इंतजार है अंकित ,डालो और मुझे चोदना शुरू करो”लेकिन वो उंगली रगड़ता हुआ चुत के उपरी हिस्से को जीभ से चाटने लगा , वाकई मेरे पर सेक्स की खुमार और व्हिस्की का नशा चढ़ चुका था तो अंकित अब उंगली निकाल कर मेरे दोनों जांघों के बीच घुटने के बल बैठ गया वैसे भी मेरी चूतड तकिया की वजह से थोड़ी उपर और अब अंकित के लंड के सामने थी।
अंकित तभी अपना लंड पकड़े सुपाड़ा को चुत में घुसाने लगा तो मैं आराम से पहली बार किसी का लंड अपनी चुत में ले रही थी ,उसके आधा लंड अंदर घुसते ही मेरे चुत की हाल खराब होने लगी लगा की चुत चरक उठेगी ,फिर वो मेरी कमर थामे थोड़ा सा लंड बाहर किया तो मैं राहत कि सांस लेने लगी लेकिन पल भर में ही वो जोर का धक्का चुत में दे दिया तो मेरी चीनख रूम में गूंज उठी “उई मां ,फट गई रेे निकाल साले अपने लंड को “लेकिन अंकित मेरी चुत में पूरा लंड डाले तेज रफ्तार से चुदाई करने लगा और मेरी चुत फट गई यार ,लग रहा था मानो कोई लोहे कि सलाख मेरे चुत में दौड़ लगा रही है और मेरी सिसक”बाप रे ,चुत फाड़ कर तो उसकी भुजिया बना दिए (अंकित मेरे सेक्सी जिस्म पर लेटकर चोदता हुआ ओंठ चूमा)आदत डाल ले साली ,शादी होगी तो क्या पति तेरे चुत की आरती उतारेगा. ” “Chacha Ka Musal Land”
मेरे बदन पर सवार होकर मेरे छोटे चाचा मुझे चोदने में मस्त थे तो मैं उनके पीठ को सहलाते हुए उनके छाती से अपनी मुलायम चूची दबने का एहसास पा रही थी और मेरी चुत के अन्दर तो जैसे आग लगी हुई थी और अंकित चुदाई करता हुआ मस्त था । कुछ देर के बाद मैं बोली “प्लीज़ अंकित जरा मुझे रेस्ट दो “तो वो मेरे जिस्म पर उतर गए ,लंड निकलते ही मुझे लगा कि चुत से खून निकल रहा है ,तो मेरे चुत की लहर और बदन का दर्द मुझे बेड पर से उठने मैं भी दिक्कत कर रहा था , पेलू चाचा तो वाशरूम चले गए और मैं किसी तरह बेड पर उठकर बैठी फिर बेड पर से उतरकर बेड पर रखे टॉवेल को हाथ में ली अभी छाती से लपेटने वाली ही थी कि अंकित बाहर आकर “ये क्या कर रहीं हो,जाकर फ्रेश हो लो फिर तेरे वेजिना को क्रीम मालिश कर दूंगा. “
मैं किसी तरह वाशरूम घुसी फिर टॉयलेट सीट पर बैठ मूतने लगी तो थोड़ी बहुत खून भी चुत से निकल पड़ी ।मैं उठकर चुत को पानी से धोने लगी फिर टॉवल सीने से लपेटे रूम आई ,अंकित बेड पर लेटा हुआ था तो उसके फुंफकार मारते लंड को देख मैं सहम सी गई लेकिन बेड पर बगल में बैठकर उसके सीने को सहलाने लगी “अंकित ,तेरा लंड देख मुझे डर सा लगने लगा (वो लेटे लेटे मेरे सीने पर से तौलिया उतारकर चूची दबाने लगा) डार्लिंग ,पहली चुदाई में थोड़ी दर्द तो होती ही है बाकी दूसरी बार चुदाई का मजा लेकर तुम इसकी आदि हो जाओगी “तो मेरे अंदर की कामुकता जाग उठी और मै अंकित के सीने को किस्स करते हुए लंड को हाथ में थाम ली ,मानो वो मेरे लिए ही बना था और अब मेरा ही होकर रह जाएगा. “Chacha Ka Musal Land”
पर क्या एक लड़की अपने अंकल से शादी कर सकती है ?नहीं ,ये
तो ना मुझे मंजूर है ना ही घर ,परिवार और समाज
को ,सिर्फ शारीरिक सुख ही दोनों एक दूसरे
के साथ ले सकते थे वैसे हम दोनों परफेक्ट कपल जरुर दिखते ।शोभा नग्न अवस्था में ही
अंकित के छाती को चूमते हुए लंड सहला रही थी तो मेरी ओंठ अब उनके कमर पर आ टिकी थी
,चुम्बन देकर अंकित की सेक्स की आग को
भड़काने लगी फिर उनके फौलादी लंड का चमड़ा छिलकर सुपाड़ा को जीभ से चाटने लगी ,घर वाले मेरे छिपे सम्बन्ध को जानें या ना जानें
पर मेरा मन तो हमेशा अपने छोटे चाचा के नग्न जिस्म को याद करेगा खासकर जब मैं भी
अपने शादी के बाद पति के संग सेक्स करूंगी ।
अंकित को देखते हुए उसके सुपाड़ा को मुंह में लिए चूसने लगी तो काले घने झांट में उंगली घुमा रही थी ,मेरा सर ठीक उनके लंड के उपर था तो मैं पूरा मुंह खोलकर लंड निगल गई फिर मुंह में लंड लिए चूसने लगी तो वो “उह ओह आह सेक्सी है तू रानी अब तो तेरे घर आता रहूंगा “वो मेरे बाल पर हाथ फेरता हुआ कसकर पकड़ा फिर नीचे से ही लंड का झटका मेरे मुंह में देने लगा और मैं अकित के लंड से मुंह चुद्वाते हुए स्वर्ग की सैर कर रही थी फिर लंड को निकालकर सर उठाई तो अंकित उठकर डायनिंग हॉल की ओर चला गया ,चुत की लहर थोड़ी कम हो चुकी थी और चाघा के लंड को चूसते हुए मैं फिर से रसाद्र हो चुकी थी ,चुत से चौथी बार पानी निकल चुका था तभी वो दो गलास हाथ में लिए रूम आए । “Chacha Ka Musal Land”
अंकित मुझे गलास देकर खुद खड़े खड़े व्हिस्की पीने लगा तो मैं भी व्हिस्की का आनंद लेने लगी ,जीवन में पहली बार सेक्स का मजा ले रही थी तो शराब की स्वाद चखकर भी मस्त थी , शोभा आराम से ड्रिंक्स लेकर लेट गई तो अंकित गलास रख मेरे कमर के पास बैठा ,चुदाई चुत में लहर कम होने लगी तो चाचा मेरे चूतड़ के नीचे तकिया डालकर चुत के उपर हाथ फेरने लगे फिर वो एक क्रीम की ट्यूब को खोलकर अपने उंगली पर क्रीम लगाकर मेरी चुत में उंगली घुसा कर रगड़ने लगे तो लहरती चुत में ठंडक होने लगी ,अंकित चुत की लहर ठंड करके चोदने के फिराक में था तो शोभा के चुत की दर्द और लहर कम हो चुकी थी ।
मैं तकिया पर चूतड रखे दोनों जांघों को फैलाकर लेटी रही फिर अंकित उंगली निकालकर चुत पर चुम्बन देने लगा और मैं “ओह आह अब प्लीज़ डालो (अंकित मेरी चुत को किस्स करके चेहरा उपर किया)अब चुदाई कंडोम लगाकर करूं या फिर (शोभा)पहली चुदाई नंगे लंड से लेकिन कल सुबह मझे एक दवाई लाकर देनी होगी “तो छोटे चाचा लंड पकड़े मेरी जांघों के बीच बैठकर लंड को चुत में पेलने लगे और चुत के अंदर लगी क्रीम बहुत हद तक ठंडक दे चुकी थी ,उनका आधा लंड अंदर घुसा होगा की आगे रास्ता तंग था और अंकित तभी एक जोर का धक्का चुत में मारकर लंड को अंदर पेल दिया ,शोभा की सबसे कीमती वस्तु लूट चुकी थी. “Chacha Ka Musal Land”
तो मैं थोड़ा दर्द सहते हुए आराम से चुदवाने लगी “उह ओह आह और तेज जानू”तो अंकित मेरे स्तन पकड़ मसलने लगा और मेरे चुत में मानो उसका लंड किसी राजधानी ट्रेन की तरह तेज रफ्तार से दौड़ लगा रही थी ,चाचा दो तीन मिनट चोदकर ही हांफने लगे फिर वो मेरे जिस्म पर लेटकर दे दनादन चुदाई कर रहे थे तो मैं बेड पर लेटी चुदाई का आनंद ले रही थी ,तभी वो चिल्ला उठे “उह आह पिला ले अपने चुत को मेरा रस”तो अंकित के लंड से वीर्य स्खलित होकर चुत को गीली कर दिया ,गरम चिपचिपा पदार्थ चुत को ठंडक देने लगा तो वो मेरे पर लेटे रहे और मैं उनके ओंठ चूमने लगी “मजा आ गया चाचू ” आगे अगले भाग में ।