College Ke Bahane Mauj Masti Badi Bahan Ki Chudas

Hindi Sex Story हैलो फ्रेंड्स , मैं शुभम सिंह आप सबों को कुछ दिन पहले की एक हकीकत बयां करने जा रहा हूं ,निश्चित रूप से पढ़कर लंड खड़ा तो होगा ही साथ ही बहनें चुत को उंगली करेंगी ,मेरी दो बहनें रिंकी (२२ साल) और सुनिधि (२० साल ) दोनों ने मेरे से ही अपने चुत की सील तुड़वाई तो दोनों के जीवन शैली में काफी कुछ अलग था ,रिंकी अपने खूबसूरत जिस्म को कपड़ों में ढक रखती थी तो सुनिधि अपने सेक्सी ड्रेस पहनकर अंगों का प्रदर्शन करती ,पर उनके कोई बॉय फ्रेंड नहीं हैं ,जैसा कि मुझे पता है । College Ke Bahane Mauj Masti Badi Bahan Ki Chudas.

पिछले भाग में आप लोगों ने पढ़ा की कैसे दोनों बहनें एक दूसरे को मेरे संग चल रहे संभोग क्रिया की वाक्या से वाकिफ कराई तो एक रात दोनों बहनें मेरी बाहों में थी (पढ़िए ” एक हसीन रात दोनों बहन मेरी बाहों में ” और उसके भाग – २) तो मैं अब उन दोनों के लिए एक सेक्स टॉय बनकर रह गया । रिंकी की खूबसूरती के साथ उसके दोनों स्तन उसकी जिस्म को देखने लायक बनाते हैं तो उसकी गोल टाईट चूतड़ वाकई मस्त है पर आंतरिक खूबसूरती लाजवाब ,अपने चुत रानी को बार मुक्त रखती है तो फूली हुई चुत के दोनों फांक सेक्सी हैं और आपस में चिपकी फांकें इनके कौमार्य को दर्शाती है ,पर अब चुत की सील टूट चुकी है तो रिंकी मेरे सामने खुद ही रिश्ते को भूलकर अपने जिस्म की आग को बुझाने हेतु आतुर है ।

एक रात जब दोनों बहन मेरे साथ पूरी रात सेक्स कि मैं दोनों को जमकर चोदा फिर अगले सुबह उठकर फ्रेश हुआ ,ठंड के मौसम में आज धूप की किरण थी तो बालकनी में चाय पीते हुए न्यूज़ पेपर पढ़ रहा था ,तभी रिंकी मेरे सामने कुर्सी पर बैठी “आज मुझे कॉलेज ड्रॉप कर देंगे (मैं उसको देखता हुआ) क्यों ,सुनिधि के साथ कॉलेज नहीं जा सकती (रिंकी के चेहरे पर मुस्कान थी)वो थोड़ी थकी हुई है ,कॉलेज नहीं जाएगी (मैं)ठीक है तुमको कालेज ड्रॉप करके हि कोचिंग क्लास जाऊंगा ,एक घंटे में तैयार हो जाओ “तो रिंकी उठकर चली गई ,शायद अपने नाईटी के अंदर पैंटी तक नहीं पहनी थी ,इसलिए उसके चूतड का शेप सहित हल्का नंगापन दिखा पर जब दोनों एक दूसरे के बाहों में ऐसे ही नंगे हो जाते तो फिर इसकी क्या जरूरत ।

शुभम बीते रात दोनों बहनों को चोदकर थोड़ा शर्मिंदा था तो
ड्रिंक्स की वजह से सर थोड़ा भारी लग रहा था तो मैं कुछ देर के बाद स्नान किया फिर
नाश्ता करके तैयार हुआ ,जींस और शर्ट के साथ वूलेन जैकेट
पहनकर जूता डाला और अपना छोटा सा बैग हाथ में लिए रिंकी के साथ घर से बाहर निकला
तो रिंकी आज लॉन्ग वूलेन कोट पहन रखी थी ,अंदर
क्या था ये नहीं पता पर वो फूल ड्रेस में अपने बदन ढक रखी थी मैं बाईक स्टार्ट
किया तो मेरे से मात्र एक साल छोटी बहन रिंकी मेरे पीछे बैठ गई लेकिन आज उसके
बैठने का अंदाज़ अलग ही था ,दोनों पैर दो
दिशा में किए मेरे से थोड़ी दूरी बनाए वो बैठी तो मैं आराम से बाईक चलाने लगा पर
जैसे ही हम सोसायटी के बाहर हुए रिंकी मुझसे चिपककर हो गई तो उसके लॉन्ग कोट के
रहते हुए भी उसके स्तन का एहसास मुझे पीठ पर मिल रहा था.

बहन सेक्सी ,देखने में
सुंदर तो लंबाई ५’५ फीट और स्लिम फिगर पर शालीनता के
साथ अपने आपको रखती है तो सुनिधि का रहन सहन का तौर तरीका मॉडर्न सोच से प्रेरित
है लेकिन जब पेरेंट्स को इससे कोई आपत्ति नहीं है तो मैं क्या कर सकता ।सुबह के
वक्त ट्रैफिक जाम के कारण आराम से बाईक चला रहा था तो रिंकी के एक हाथ मेरे कमर से
लिपटे थे और रेड लाइट पर मैं पूछ बैठा “क्या बेबी ,लगता है तुझे ठंड कुछ ज्यादा ही लग रही है
(रिंकी)हां भाई ,इसलिए तो अपने अगले भाग को तेरे से
रगड़ रही हूं (मैं उसके इस बात से अच्मभित होकर पीछे देखा) वाह तू तो सुनिधि के
नक्शे कदम पर चल पड़ी “तो रिंकी चुप रही फिर बाईक तेज रफ्तार से चलाने लगा.

और उसके कॉलेज के लिए जब आलमगंज चौराहा के पास पहुंचा तो वो बोली ” शुभम आज कॉलेज जाने का बिल्कुल ही मूड नहीं है (मैं बाईक को रोड किनारे रोका)तो फिर सुनिधि की तरह घर पर ही रुकती ,यहां आकर तुम (वो हंसने लगी)ऐसा है ,किसी पार्क में बैठकर गपें मारते हैं (मैं बाईक को अब गोमतीनगर के लिए मोड़ा)चलो फिर “तो उस निर्जन पार्क की ओर रिंकी को ले जा रहा था जहां एक सप्ताह पहले सुनिधि के साथ दिन में ही मजा लिया था , यहां से ६-७ किलोमीटर दूर है तो रिंकी अपने बदन मेरे पीठ से चिपकाए ऐसे बैठी थी मानो मेरी गर्ल फ्रेंड हो तो मुझे क्या दिक्कत आखिर रिश्ते की सीमा और मर्यादा को तोड़कर हम दोनों शारीरिक संबंध बना चुके थे.

जोकि हमारे समाज में गलत है ,एक
पाप और घृणित कार्य लेकिन दो तन की भूख मिटाने के लिए भी जरूरी ।सुबह के १०:२० बजे
रिंकी ओर मैं गोमती नगर के उस पार्क में थे जहां के झाड़ियों के पीछे बैठकर मैं
अपनी छोटी बहन के साथ सेक्स का आनन्द लिए थे तो बाईक पार्क करके दोनों एक दूसरे के
हाथ में हाथ डाले अंदर घुसे फिर मैं रिंकी को पार्क के आखिरी छोर की ओर ले जाने
लगा तो अंदर कई प्रेमी युगल बैठकर बातें कर रहे थे ,अब
दोनों पार्क के उस छोर पर गए तो जैसे ही मैं घांस पर बैठने लगा रिंकी बोली “शुभम
यहां तो दुर्गन्ध आ रही है (मैं उसके हाथ पकड़े)बैठ तो सही , इससे सही जगह इस पार्क में नहीं है बस पीछे की
ओर बहती गंदी नाला का दुर्गन्ध ही तो है , सब
पल भर में भूल जाएगी “तो रिंकी मुस्कुराते हुए बैठी ,उसके छोटे से बैग जमीन पर थे तो दोनों एक दूसरे
के आमने सामने बैठे हुए थे और वो दोनों पैर घुटने मोड़कर बैठी थी.

मुझे देखते हुए अपने लॉन्ग वूलेन कोट का पूरा ज़िप खोल दी तो मेरी नजर उसके बूब्स पर गई और वो टी शर्ट पहन रखी थी और रिंकी मेरी ओर खिसकते हुए मेरे हाथ पकड़े अपने स्तन पर लगा दी तो मैं चूची को पकड़ दबाने लगा “इस टी शर्ट को उतार देती ना तो मैं (रिंकी कुछ ज्यादा ही बोल्ड अंदाज में)दूध पीना है जानू (मैं)हां (वो)ठीक है लेकिन तुम्हें आंखें बंद करनी होगी”तो मैं अपने आंख बंद कर लिया फिर पल भर के लिए खोला तो रिंकी वूलेन कोट उतारकर टी शर्ट निकाल रही थी ,झट से दुबारा आंख बंद किया फिर कुछ देर में “अब अपनी आंखें खोलो”में आंखें खोल दिया तो रिंकी की दोनों चूची नंगी थी ,वो अपने टी शर्ट सहित ब्रा की उतार चुकी थी पर उसके उपरी भाग पर लॉन्ग कोट था ,जोकि सिर्फ उसके उपरी हिस्से को ढक रखी थी तो आगे का हिस्सा खुला था पर सामने मैं था. “College Ke Bahane Mauj”

अब वो शरमाते हुए मेरे सामने घुटने के बल हो गई तो मेरा चेहरा
उसकी नग्न चूची के सामने था फिर मैं उसकी ओर देखते हुए मुंह खोला तो वो जानबूझकर
खुद को थोड़ा ऊपर उठा रखी थी ताकि मेरा मुंह आसानी से उसकी चूची को मुंह में लेकर
चूस सके तो उसकी चूची चूसता हुआ दूसरे बूब्स को पुचकारने लगा और वो मेरे सर पर हाथ
फेरते हुए छाती से लगाए दूध पीला रही थी पर अभी उसकी चूची से दूध कैसे निकलता , इसके लिए तो साली को बच्चा पैदा करना होगा तो
उसकी चूची चूसता हुआ उसके कोट के अंदर हाथ डाले नग्न पीठ सहलाने लगा तो वो
“उह ओह उई मां ,अब बस मझे देखा करो (चूची
छोड़ा)मतलब सुनिधि को बिल्कुल नहीं (वो)वो चालू किस्म की लड़की है खुद किसी से
मरवाते फिरेगी पर “तो मैं उसकी दाईं चूची को मुंह में लिए चूसने लगा तो मेरा
लंड कच्छा के अंदर ही टाईट हो रहा था.

इस जगह पर ओरल सेक्स तो आसानी से कर सकता था बाकी चुदाई के लिए देर रात घर ही सेफ था ,छाती से लगाए रिंकी आहें भरने लगी “उह ओह शुभम बहुत खुजली होने लगी अंदर हाथ डाल ना”तो वो मेरे हाथ को पकड़कर अपने स्कर्ट के अंदर घुसाने लगी ,इसका ड्रेस सेक्स के लिए उपयुक्त था तो चूची चूसता हुआ मेरा हाथ उसकी जांघों को सहलाने लगा फिर वो खुद मेरे बाल पकड़कर सर को पीछे धकेल दी तो मेरा हाथ उसके कोमल जननांग पर था ।रिंकी का गोरा चेहरा लाल हो चुका था तो वो तुरन्त ही अपने कोट के ज़िप लगाकर बदन को ढक ली फिर जमीन पर चूतड़ रखे बैठ गई तो मैं उसके चेहरा को देखते हुए करीब खिसका फिर उसके गर्दन में हाथ डाले उसके ओंठ पर ओंठ रखकर चुम्बन देने लगा तो रिंकी गर्म हो चुकी थी और उसके हाथ मेरे जींस के बटन पर गई फिर क्या था ,रिंकी के गुलाबी ओंठ चूसता हुआ उसको हेल्प किया ताकि मेरे जींस नीचे जा सकें. “College Ke Bahane Mauj”

अपने चूतड़ जमीन से थोड़ा उपर किए जींस को रिंकी के हाथ से नीचे खिसकने दिया तो रिंकी मेरे चेहरा को पीछे कर अपने रसीले ओंठ को मुंह से बाहर किए मेरे कच्छा पर से लंड के उभार को सहलाने लगी “क्या भूख है ,ना जाने क्या प्यास की बीती रात जिसे अपने रानी से मिलाया फिर से वहीं तड़प (मैं अपने कच्छा नीचे किया तो मेरा लंड पूरी से टाईट होकर बाहर था)लगता है तेरी शादी जल्द ही करानी होगी मेरी रानी (वो लंड पकड़े सहलाने लगी)शादी तो जरूर होगी शुभम लेकिन उसके पहले तो तुम्हारे साथ ही सुहागरात मनाते रहूंगी”तो मैं उसके लंबे काले बाल को कसकर पकड़ा फिर उसके ओंठ को चूमा तो वो समझदार लड़की की तरह अबकी बार अपने जीभ ही मेरे मुंह में घुसेड़ दी.

और लंड को हाथ में थामे जोर जोर से हिलाने लगी ,तो उसके स्कर्ट जोकि घुटने तक थे को मैं थोड़ा उपर किए जांघ पर हाथ फेरने लगा और उसके मुड़े घुटने की वजह से उसके बैठने के स्टाइल से मुझे वहां काफी स्पेश मिलने लगा ,मैं उसके जांघों के बीच हाथ लगाकर पैंटी के ऊपर से ही चुत के दरार को रगड़ने लगा ,उसकी ब्रेड पकोड़ा समान चुत की स्पष्ट उभार पैंटी पर बन रही थी तो उसके जीभ चूसता हुआ मैं उसके पैंटी की डोरी या हुक कमर पर खोजने लगा ।रिंकी जीभ चुस्वाते हुए तेज सांसे लेने लगी तो उसके कमर पर पैंटी की हुक को खोज ही लिया ,फिर हुक खोला तो चुत का स्पर्श हाथ को मिलने लगा तभी रिंकी मेरे मुंह से जीभ निकालकर शांत हो गई ,उसके चुत की दरार में उंगली रगड़ता हुआ पूछा “बोल यहां पर चुदने कि साहस तुममें है (वो लंड पकड़े )इसके लिए जो चाहिए वो तो आमने सामने है ,डाल कर चोद ना “तो मैं उसको चूतड़ उपर किए बैठने बोला हालांकि यहां मैं बहन की चुदाई करने वाला नहीं था. “College Ke Bahane Mauj”

रिंकी अपने दोनों पैर के बल पर बैठी तो धूप की तेज किरण हम
दोनों को गरम कर चुकी थी और वहां कोई तीसरा नहीं था कि दोनों के काम क्रिया में
खलल डालता । रिंकी के बैठने का अंदाज़ ऐसा ही था मानो टॉयलेट की सीट पर मूतने को
बैठी है तो मैं उसके चुत में उंगली घुसाने लगा और फिर एक लंबा उंगली उसकी चुत के
अंदर घुसा फिर तेजी से उसकी सुखी और गर्म चुत को कुरेदने लगा और वो अपने दोनों हाथ
मेरे कंधे पर रख अपने बदन को संतुलित कर रखी थी। मैं बहन कि चुत में तेजी से उंगली
रगड़ने लगा तो वो बोली “जानू ,प्लीज़
फालतू के काम ना किया करो ,मुझे तेरा लंड अंदर चाहिए (मैं
उंगली निकाल लिया)मेरा लन्ड पहले चूस फिर बुर मैं चाटता हूं पर ऐसी जगह पर चुदाई ,नहीं अगर कोई देख लिया तो दिक्कत हो जाएगी
“तो वो मुस्कुराते हुए जमीन पर बैठी और मैं जींस ठीक किए झाड़ी के आखिरी छोर
की ओर गया , अब खड़े खड़े मूतने लगा पर ध्यान
ऐसी जगह की खोज में था.

जहां रिंकी को चोद सकूं फिर लंड जींस के अंदर किए उसके पास आया तो वो अपने बैग से पानी की बोतल निकालकर पी रही थी ,बोली “किधर क्या करने गए थे ? (मैं) ढूंढने गया था एक ऐसी जगह जहां तुम्हें सिगार पिला सकूं (वो हंसने लगी)वो तो अभी बैठे बैठे पी लूंगी ,जरा खोलकर खड़े रहो “तो मैं समझ गया कि ये साली चुदक्कड़ मेरा लंड चूसना चाहती है तो मैं खड़े खड़े जींस की ज़िप को खड़काया फिर बटन खोलकर कमर से थोड़ा नीचे किया तो कच्छा हटते ही लंड बाहर आ गया तो रिंकी के सामने मेरा ६-७ इंच लम्बा लंड था तो वो अपने पैर के बल जमीन पर बैठकर अपना हाथ लंड पर लगाई. “College Ke Bahane Mauj”

फिर मुझे देखकर बोली ” मुश्किल है ऐसे ,रुको खड़ी होकर (मैं)तुम ऐसा करो ,जमीन पर बैठो ,सब मजा तुझे दूंगा”तो मैं भी उसके बगल में बैठकर उसके गाल को सहलाने लगा और बोला “अब मेरा पैर सीधा तो तू सर झुकाकर शुरू हो जा (वो हंसते हुए)डॉगी स्टाइल में (मैं मुस्कराया) हां सेक्सी “तो उस ठंड के मौसम में भी काम वासना ने हम दोनों को गर्म कर दिया था तो आज लखनऊ शहर में धूप भी प्रखर थी ,मुझे देख पहले वो वूलेन कोट खोलकर जमीन पर रखी ,देखा कि टॉप्स पहन रखी है तो अब रिंकी मेरे दोनों पैर के बीच डॉगी स्टाइल में होकर लंड को पकड़ ली तो कोहनी के बल उसके शरीर का अगला हिस्सा था तो पिछला हिस्सा घुटने के बल तो वो लंड को चूमने लगी और मैं उसके स्कर्ट को कमर की ओर करने लगा ,इस जगह पर रिंकी को डॉगी स्टाइल में करके चोद भी सकता था.

तो रिंकी अपने ओंठ का चुम्बन मेरे लंड पर देते हुए सुपाड़ा को मुंह में ले ली फिर अपना मुंह खोल कर धीरे धीरे सर को नीचे की ओर ले जाने लगी ,मेरा हाथ उसके एक बूब्स को दबाने लगा तो वो मेरे पूरे लंड को चूसने लगी अब मेरी काम ज्वाला भड़कने लगी ।पार्क में झाड़ियों के पीछे रिंकी के संग सेक्स का लुफ्त उठा रहा था तो वो मेरे लंड को चूस रही थी और मेरा दूसरा हाथ उसके स्कर्ट को कमर तक करके नग्न चूतड़ को सहलाने लगा तो लौंडिया अपनी पेंटी नहीं पहन रखी थी ,उसके गोल टाईट चूतड़ पर हाथ फेरता हुआ एक स्तन को मसलने में मस्त था तो मेरा लंड उसकी मुंह में पूरी तरह से टाईट हो रहा था. “College Ke Bahane Mauj”

और रिंकी मेरे लंड को बिना मुंह का झटका दिए ही चूसने में लीन
थी तो मैं “उह ओह उई प्लीज़ अब निकालो साली (तो वो मेरे थूक से सने लंड को
मुंह से निकाल जीभ फेरने लगी )ऐसे ही चूस चूसकर तेरा लंड झाड़ दूंगी “तो मैं
कुछ नहीं बोला और उसके चूतड के पिछे की ओर हाथ लगाए बुर को उंगली से सहलाने लगा ,ये तो रसीली हो चुकी थी तो रिंकी मेरे लंड को
जीभ से चाटते हुए मेरे तन की आग भड़का रही थी तो इसको यहीं चोदना है यही सोचता हुआ
उसके बूब्स को पकड़कर दबाने लगा फिर वो लंड छोड़कर बोली “अब मेरी वाली को
चाटो (मैं) ऊहुन ,तेरी चुत गीली हो चुकी है चल असली
आनंद लेते हैं वो भी यही पर “तो वो उठकर सीधे बैठ गई.

फिर मैं अपने लंड को जींस में करके कपड़ा ठीक किया तो दोनों कुछ देर रेस्ट के मूड में थे ,दोनों पार्क से निकल कर बाईक पर बैठे और पास के शॉपिंग मॉल की ओर चले गए तो रिंकी कॉफी पीने को आतुर थी तो मैं ड्रिंक्स लेने के मूड में ,एक कॉफी शॉप घुसा और ऑर्डर करके मैं वहां से निकला तो पास में ही एक वाईन शॉप था ,एक क्वार्टर व्हिस्की खरीद पॉकेट में रखा फिर एक पैकेट सिगरेट लिया तो कॉफी शॉप गया ,वहां रिंकी मेरा इंतजार कर रही थी “तो खरीद आए अपना ड्रिंक्स (मैं बैठा )सॉरी ,ऐसी बात नहीं है बेबी कुछ और काम था (कॉफी आया तो दोनों पीने लगे)पता है मुझे तेरे जींस के पॉकेट में है “तो मैं चुप रहा और फिलहाल सुबह के ११:३० बजे थे ,दोनों वहां से निकले तो रास्ते में एक कोल्ड ड्रिंक्स की बोतल साथ ही एक गलास लिया. “College Ke Bahane Mauj”

फिर उसी पार्क में उसी जगह पर जाकर बैठे ,पॉकेट से बोतल निकाल रखा तो रिंकी अपने बैग से
अपनी लंच बॉक्स निकाल बोली “तुम ड्रिंक्स लो मैं थोड़ा खाती हूं ,बहुत तेज भूख लगी है “तो मैं गलास में
व्हिस्की और कोल्ड ड्रिंक्स मिलाकर पैक बनाया ,फिर
सिगरेट सुल्गाकर ड्रिंक्स लेने लगा तो रिंकी आलू के परांठे खा रही थी ,एक स्ट्रॉन्ग पेक गट गट कर पी गया तो मानो मेरी
आंखों के सामने पल भर के लिए एक सुंदरी बैठी थी ऐसा दिखने लगा तो रिंकी बोली
“मेरा तो पेट भर गया क्या तुम पूरी बोतल दारू पीकर ही छोड़ोगे (मैं दूसरा पेक
बनाकर उस बोतल को अपने बैग में रखा)चलो फिर इतना ही ,होगा तो रात को ही बांकि ले लूंगा (रिंकी हंसने
लगी) और साथ में सुनिधि भी “मैं पूरी तरह से व्हिस्की पीकर मस्त हो चुका था
तो कुछ देर बाद मैं गलास फेंककर चुपचाप बैठा रहा तो रिंकी “क्या हीरो ,क्या होश में तो हो या (मैं) चूपकर साली ,अभी अपनी बेहोशी को पेश करता हूं. ”

शुभम का लंड जींस और कच्छा के अंदर फिलहाल शांत था पर चोदने को तड़प रहा था तो रिंकी के गाल जैसे ही सहलाया ,वो मेरे सामने ही घुटने और कोहनी के बल हो गई तो उसकी स्कर्ट को कमर तक करके चूतड़ को चूमने लगा और रिंकी पीछे मुड़कर मुझे देख रही थी ,मैं बैठे बैठे ही जींस का बटन खोला फिर थोड़ा उठकर अपना जींस और कच्छा जांघों तक सरकाया ,अब मेरा लन्ड नग्न था तो साली की चुत ,कॉफी शॉप भी घूम आई बिन पैंटी पहने खैर कोई उसकी चुत को देख भी नहीं सकता था पर मैं अब उसके दोनों जांघों को फैलाकर चुत को देखता हुआ अपना लंड पकड़े बुर से सटाया. “College Ke Bahane Mauj”

तो रिंकी की चूतड़ के सामने घुटने के बल मैं था लेकिन जींस और
कच्छा मुझे परेशान कर रही थी तो उसको पूरी तरह से बाहर करके नंगा हो गया ।रिंकी के
चुत से लंड सटाकर धीरे से सुपाड़ा को अंदर ठेला फिर धीरे धीरे लंड को अंदर घुसाने
लगा और रिंकी अपनी चूतड़ को पीछे कर मेरा लंड पूरी तरह से हजम करना चाह रही थी ,तभी मैं एक जोर का धक्का चुत में देकर पूरा लंड
रिंकी की चुत में घुसेड़ दिया और कमर हिला डुलाकर चोदने लगा ,दोनों जल्दी में थे आखिर भाई अपनी बहन की चुदाई
पब्लिक पार्क में कर रहा था पर ऐसे शहरों में ये सब आम बात है तो शुभम तेज चुदाई
करता हुआ उसके कमर पर हाथ रखे हुए था.

और तभी रिंकी भी चूतड़ आगे पीछे करके चुदवाने में मस्त थी ,फिर वो “उह आह ओह उई मां ,देखो अंदर रस मत झाड़ना (मैं उसके कमर को पकड़े तेज धक्का चुत में दे रहा था)चुपचाप चूद्वाती रह ,रस अंदर ही डालूंगा चाहे तू पेट से हो जा (वो)जल्दी कर मेरी रानी लहरने लगी “मैं दे दनादन चोदता हुआ उसके बूब्स को भी दबाने लगा फिर चींख़ पड़ा “उह ओह आराम से रस पिला अपनी रानी को बाकी एक दवाई खिला दूंगा तो समझो अगले चोबिस घंटे तक तुम दर्जनों बार चुदाई कराके भी पेट से नहीं हो पाएगी “तो मेरा लंड उसकी चुत में वीर्यपात करा के शांत पड़ गया और तभी जल्दी में रिंकी अपने चूतड़ आगे कर लंड को बाहर करके अपना स्कर्ट ठीक की तो मैं थोड़ा सहम गया “क्या हुआ इतनी जल्दी में (वो)तू भी पहन ना अपने जींस को ,कोई झाड़ी की दूसरी छोर से हमें देख रहा था “तो मैं भी अपना कपड़ा ठीक किया पर रिंकी वहीं पर पानी से चुत को धोकर रुमाल से साफ की फिर पैंटी पहन हंसने लगी *साला फट्टू , डर से तो हालत खराब है (मैं)अब समझा तू झूठ बोल रही थी “फिर दोनों वहीं कुछ देर बैठे और घर वापस ।

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