Desi Majedar Sex Kahani
देवर भाभी चुदाई कहानी, Sexy Bhabhi Antarvasna, Devar Bhabhi Porn, मेरा नाम अनामिका पाण्डेय है। मैं जोगिया कलां में रहती हूँ। जोगिया कलां बलरामपुर के पास एक छोटा गांव है। मेरा गोरा बदन बहुत ही मद मस्त लगता है।। मेरा फिगर 36,32,38 है। मेरी जवानी की बहुत सारे दीवाने हैं। मेरा रंग बहुत ही गोरा है। मेरी आँखे भूरी भूरी हैं। मेरा पूरा बदन बहुत ही गोरा है। मेरे बाल बहुत ही सिल्की हैं। Desi Majedar Sex Kahani
मै लड़को के बड़े लंड को कॉलेज के दिनों से खाती आ रही हूँ। मुझे लड़को का लंड चूसना बहुत ही अच्छा है। मेरी चूंचियो का दूध बहुत जी मीठा है। मेरे चूंचियो को लड़के निचोड़ कर पीते हैं। मेरी चूंची बहुत ही सॉलिड है। सारे लड़के मेरे चूंचियों से ही ज्यादा आकर्षित होते है।
मेरी चूत बहुत ही गोरी है। चूत के दोनों टुकड़े लाल लाल हैं। लेकिन मेरी चूत के दाने पर काला काला बड़ा सा तिल निकला हुआ है। लग रहा है है किसी ने बड़ा सा टीका लगा दिया है जिससे मेरी चूत को नजर ना लग जाये। देवर जी भी मेरे चूत के दीवाने हो गए। मुझे पता भी ना चला की देवर जी मेरी चूत चोदना चाहते हैं। दोस्तों अब मैं अपनी कहानी पर आती हूँ।
दोस्तों मेरी शादी एक मीडियम परिवार में हुई है। मेरे पति पुलिस है। उनका नाम अरविन्द है। मेरे वो ज्यादातर बाहर ही रहते है। मेरे घर में मेरे पति के अलावा मेरा एक देवर भी है। मेरी सास तो बहुत पहले ही चल बसी थी। ससुर जी भी ज्यादातर बीमार ही रहते हैं। घर पर देवर और ससुर जी ही रहते हैं। hindi sex kahani
मेरे पति देव के साथ मेरी कभी ठीक से चुदाई ही नहीं हो पाती थी। वो एक दो दिन के लिए घर आते हैं। सारा महीना चूत में उँगली करके ही बीत जाता है। मेरी चूत की खुजली एक दो दिन की चुदाई से नहीं बुझती है। मुझे हर दिन लंड चाहिए। मेरे देवर का नाम निलेश है। निलेश बहुत ही स्मार्ट लगता है। उसका चेस्ट निकला हुआ है। कद भी उसकी खूब लंबी है। वो अपनी गर्लफ्रेंड को भी मुझसे मिला चुका है।
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मैंने कहा- निलेश “तेरी गर्लफ्रेंड बहुत ही अच्छी है’।
निलेश- “कुछ भी हो भाभी आपकी तो बात ही अलग है।”
मैं- देवर जी क्या बताऊँ “तुम तो मुझे सबसे अच्छे लगते हो।”
निलेश- “तो मुझसे ही शादी कर लेना चाहिए था।”
मैं- “अब क्या बताऊँ! तुम तो छोटे ठहरे फिर तुमसे कैसे कर लेती।”
फिर निलेश ने जो कहा। उसे सुनकर मैं अंदर ही अंदर खुश हो गई।
निलेश- “शादी नहीं हुई तो क्या हुआ, दिन तो मैं आपके साथ ही बिताता हूँ, लेकिन रात नहीं।”
फिर निलेश जोर से हसने लगा।
मैंने निलेश से कहा- “रात भी बिताओगे।”
निलेश- नहीं “भाभी मै तो मजाक कर रहा था।”
मैंने उस रात चूत में ऊँगली कर के किसी तरह से खुजली मिटाई। एक दिन ससुर जी भी रिश्तेदार के यहाँ चले गए थे। घर पर मैं और मेरा देवर निलेश ही थे। मैंने निलेश को कहा- निलेश आज रात तुम मेरे पास ही सो जाओ। निलेश मान गया। रात को हम दोनों एक साथ एक ही बिस्तर पर लेते हुए थे।
रात के 11 बज गए। हम दोनों को नींद नहीं आ रही थी। हम लोग 10 बजे तक हम सारे लोग सो जाते थे। आज हमे नींद नहीं आ रही थी। मैने झूठ मूठ का सोने का नाटक किया। रात के 12 बज गए। मै निलेश की तरफ मुँह करके सो रही थी। निलेश की आँखे अभी भी खुली थी। वो मुझे घूर रहा था।
धीऱे धीऱे अपना हाथ मेरी तरफ बढ़ा रहा था। हम लोगो का एक साथ सोना कोई नया नही था। कभी कभी एक साथ सो जाते थे। लेकिन निलेश मुझे कभी इस तरह नही घूरता था। आज उसकी आँखे कुछ और ही बता रही थी। उसकी आँखों में मुझे अजब सा कामोत्तेजना नजर आ रही थी।
कुछ दिन से ही उसकी नजर मुझ पर ऐसे रहती थी। मैंने अपना हाथ उठाकर निलेश के ऊपर रख दिया। मैंने अपना सर नीचे कर लिया। निलेश को नहीं पता चला मैं ये सब देख रही हूँ। निलेश का खड़ा लंड मुझे साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा था। मैंने निलेश की लंड की लंबाई पता कर ली। उसका लंड मेरे पति से बड़ा लग रहा था।
इसका हाफ कच्छा तना हुआ था। लग रहा था जैसे कोई नीचे डंडा लगा दिया हो। निलेश धीऱे धीऱे मेरी तरफ खिसक रहा था। आखिर कर वो मुझसे चिपक ही गया। निलेश ने मेरे बिखरे बालों को सूंघकर उसे छूने लगा। मेरे सिल्की बालों को सहला रहा था। मेरे बाल सहलाते ही ही मेरी चूत में खुजली होने लगी। ये कहानी आप hindi sex kahani पर पढ़ रहे है.
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निलेश ने धीऱे धीऱे मेरे होंठ की तरफ अपनी आँख बंद करके बढ़ने लगा। उसके आगे बढ़ने पर मैंने अपनी आँखे बंद कर ली। उसके बाद उसने कैसे मेरे होंठ पर होंठ रखा। ये मुझे नहीं पता चला। लेकिन जबी अहिव ने मेरे होंठ पर होंठ रखा। मन तो करने लगा “अभी निलेश के होंठ काट डालूँ’। लेकिन मैं चुप रही।
निलेश को आगे बढ़ने का मौका दे रही थी। निलेश ने कुछ देर तक तो मेरे होंठ पर होठ रखे रहा। कुछ देर बाद बहुत जी हल्के हल्के होंठ से थोड़े से होंठो को चूम रहा था। धीऱे धीऱे उसकी हिम्मत बढती गई। बाद में निलेश जोर जोर से किस करने लगा। मैंने चुप चाप अपने होंठो को चूसने दिया।
निलेश अपने जोश में मस्त था। उसका डर धीऱे धीऱे ख़त्म होने लगा। निलेश ने मेरे होंठ का रस निकाल निकाल कर चूस रहा था। उनकी हिम्मत और बढ़ गई। उसने मेरे दोनों चुच्चो पर अपना हाथ रख दिया। फिर धीऱे धीऱे अपनी अंगुलियों से दबाने लगा। उसने मेरे बूब्स के निप्पल को अपनी चुटकियों में पकड़ लिया। hindi sex kahani
मैंने फिर भी कोई विरोध नहीं किया। मेरी चूंची की निप्पल को पकड़ कर मेरे होंठ चूस रहा था। मैंने करवट बदली और निलेश की तरफ अपनी गांड करके लेट गई। कुछ देर तक निलेश खामोश रहा। फिर उसने अपनी टांग उठाकर मेरी गांड के ऊपर रख दिया। मैंने निलेश की टांग अपने ऊपर रखा दिया।
निलेश अपना लंड धीऱे धीऱे मेरी गांड में चुभा रहा था। निलेश मेरी चूंचियों को पीछे से पकड़ लिया। पीछे से मेरी चूंचियो को दबा रहा था। मैंने भी अपना हाथ निलेश के हाथ पर रखकर अपनी चूंचियो को दबवा रही थी। निलेश चौंक गया। उसने अपना हाथ मुझसे छुड़वा लिया। मैंने निलेश की तरफ अपना मुँह किया।
मै- “चुपके चुपके में मेरी चूंचिया दबाने में मजा आता है। तुम कह रह थे तो आज बिताओ ना रात मेरे साथ।”
मैंने निलेश के होंठ पर होंठ रख दिया। निलेश चुप रहा। मैंने निलेश की होंठो पर किस करना शुरू किया। निलेश कुछ देर तक चुप रहने के बाद मेरे होंठ चूसने लगा। निलेश ने धीऱे धीऱे से अपना हाथ उठाकर मेंरे बूब्स पर रख दिया। निलेश मेरी चूंचियां मसल रहा था। निलेश और मै कुछ बोल नहीं रहे थे।
सिर्फ एक दूसरे से मजे ले रहे थे। निलेश ने मेरे होंठो को चूस चूस कर लाल कर दिया। मैंने उस रात साडी और ब्लाउज पहन रखी थी। मेरी ब्लाउज पर निलेश अपना हाथ रख कर मेरी चूंचियो को एक बार फिर से मसलने लगा। निलेश मेरी ब्लाउज के अंदर हाथ डाल कर दबा रहा था।
निलेश बहुत जोर लगा कर मेरी चूंचियां दबा रहा था। मेरी मुँह से “सी…सी…सी… आ आ आअह्हह्हह…. ईईई ईईईई…. ओह्ह् ह्ह ह्ह… अई… अई–अई… अई कर रही थी। मेरी चूत की खुजली बढ़ गई। मैंने अपनी पेटीकोट में उठाकर नीचे से चूत में उंगली करने लगी।
निलेश मेरी ब्लाउज का हुक खोलकर मेरी चूंचियां दबा रहा था। निलेश मेरी ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स दबाने लगा। मैं अपनी चूत में उंगली करके सी..सी… सी… सी…. सी…. सी… इस्स… स्स…इस्स्स…उफ़्फ़ …उफ्फ्फ..!! करके अपनी चूत गरम कर रही थी। निलेश ने मेरी ब्लाउज को निकाल कर मेरी ब्रा की हुक खोल दी। hindi sex kahani
मेरी ब्रा की हुक खुलते ही मेरी ब्रा की पीछे की पट्टियां उछल कर खुल गई। मेरी ब्रा नीचे सरक कर गिर गई। मेरी गोरी गोरी चूंचियों को देखते ही उस पर टूट पड़ा। मेरी चूंचियों के निप्पल को पीने लगा। मेरी चूंचियो को दबा दबा कर निचोड़ कर उनका रस निकाल रहा था। मेरी चूंचियों के रस को बड़े मजे ले लेकर पीने लगा। मेरे बूब्स धीऱे धीऱे टाइट होने लगे। मैंने अपनी साडी निकाल दी। “Desi Majedar Sex Kahani”
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अब मैं सिर्फ पेटीकोट में अपने देवर निलेश के सामने खड़ी थी। निलेश मुझे बहुत ही तीखी नजरो से देखकर। मेरी बूब्स की दाबने लगा। मैंने भी निलेश को सहलाना शुरू किया। निलेश भी गरम हो रहा था। उनका लंड और तेजी से बड़ा होकर खड़ा हो गया। निलेश ने मेरी चूंचियो को पीना छोड़कर। मेरी पेटीकोट का नाड़ा खोलने लगा। पेटीकोट का नाड़ा खुलते ही मेरी पेटीकोट नीचे गिर गई। मेरी चूत मेरी झांटो ने ढक रखा था। hindi sex kahani
निलेश- “भाभी तुम कभी अपनी झांटो को नहीं बनाती।”
मै- “क्या करूं झांटो को बनाकर जब इसे चोदने वाला ही कोई नहीं था।”
निलेश ने कहा- “हूँ ना मैं अब चोदने वाला।”
मै- “अब साफ़ कर लिया करूंगी।”
निलेश ने बैठकर मेरी चूत पर अपना हाथ लगाने लगा। मेरी झांटो को चूत से दूर किया। निलेश ने मेरी चूत में जीभ लगा कर मेरी चूत चाटने लगा। मेरी चूत के अंदर तक जीभ डालकर चाट रहा था। मैं सी.. सी…सी… सी.. इस्स्स… इस्स्स… इस्स्स! की आवाज के साथ मदमस्त थी। मेरी चूत के दाने को बार बार निलेश काट रहा था।
मैंने निलेश के सर को अपनी चूत में दबा रही थी। निलेश को मेरी चूत चाटने में बहुत मजा आ रहा था। निलेश खड़ा हो गया। मुझको बैठा दिया। निलेश ने अपना लोवर और कच्छा निकाला। निलेश अपने लंड को आगे पीछे करते हुए। मेरे मुँह में अपना लंड रख दिया। मै निलेश के लंड को चूसने लगी। निलेश का लंड बहुत गरम था। मुझे उसका लंड चूसने में बहुत मजा आ रहा था।
मैं निलेश के लंड को लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी। निलेश अब मुझे चोदने को तड़प रहा था। निलेश ने मेरे मुँह से अपना लंड निकाल लिया। मै बिस्तर पर लेट गईं। निलेश ने मेरी टांगो को फैला कर मेरी चूत पर अपना लंड रगड़ रहा था। अब मै भी चुदने को तड़पने लगी। मैंने निलेश का लंड पकड़ कर अपनी चूत में डालने लगी। “Desi Majedar Sex Kahani”
निलेश ने अपना लंड मेरी चूत के छेद पर अपना लंड रखकर धक्का मारा। उसका थोड़ा सा लंड मेरी चूत में घुसा ही था की मैं “…..मम्मी….मम्मी….सी सी सी सी… हा हा हा …..ऊऊऊ …..ऊँ….ऊँ…. ऊँ…उनहूँ उनहूँ–” की चीख निकल गई। निलेश ने फिर से धक्का मारा। उसका पूरा लंड मेरी चूत में घुस गया। मै जोर जोर से चिल्ला कर तड़पने लगी। निलेश ने मेरी चूत को लगातार फाड़ रहा था। मैं अपनी अंगुलियों से चूत को सहला रही थी।
मै- “निलेश तेरा लंड तो तेरे भैया से काफी बड़ा है।”
निलेश- “भाभी बहुत मुठ मार मार कर मालिश की है लंड की, तब जाकर ये इतना बड़ा हुआ है।”
इतना कहकर निलेश अपना लंड मेरी चूत जोर जोर से पेलने लगा। मै जोर जोर से चिल्ला चिल्ला कर अपनी चूत फड़वा रही थी। निलेश मेरी चूत में अपना लंड अंदर तक डाल रहा था। उसकी झांट भी बड़ी बड़ी थी। हम दोनों की झांट आपस में टकरा रही थी। निलेश मेरी एक टांग उठाकर लेट गया।
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पीछे से अपना लंड मेरी चूत में डालकर चोदने लगा। मैं भी अपनी गांड पीछे आगे करके चुदवा रही थी। मैंने निलेश के लंड के दोनों गोलियों को छुआ। निलेश ने मुझे कुतिया बनाया। निलेश ने मेरी कमर को पकड़ कर मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया। मेरी कमर को पकड़कर मेरी चूत में अपना लंड मेरी चूत में जल्दी जल्दी डाल रहा था।
मेरी गांड में निलेश के लंड का थैला बार बार लड़ रहा था। निलेश ने मेरी चूत को फाड़कर उसका भरता बना डाला। अब भी वो मेरी चूत फाड़कर उसकी चटनी बना रहा था। मैंने निलेश को अपनी चूत को चाटने को कहा। निलेश मेरी चूत को चाटने लगा। निलेश ने मेरी चूत से गिरा सारा माल चाट लिया। “Desi Majedar Sex Kahani”
निलेश ने फिर एक बार मेरी चूत चाटकर अंदर तक साफ़ कर डाली। मेरी चूत फिर से साफ़ हो गई। निलेश लेट गया। मैं उसके लंड पर अपनी चूत रख कर बैठ गई। निलेश के लंड को मुठियाते हुए। मैंने निलेश का लंड अपनी चूत में डाल लिया। निलेश ने अपनी कमर उठा उठा कर मेरी चूत चोद रहा था।
निलेश ने कुछ देर तक मेरी चूत में कमर उठा उठा कर चोद कर थक गया। मैंने भी अब अपनी कमर को ऊपर नीचे करके चुदाई करवा रही थी। मै निलेश का पूरा लंड अपनी चूत के अंदर तक ले रही थी। निलेश ने आराम करके मुझे एक बार फिर से दीवाल के किनारे खड़ी कर दिया। ये कहानी आप hindi sex kahani पर पढ़ रहे है.
मेरी एक टांग उठाकर मेरी चूत में अपने लंड को डाल दिया। फिर अपनी कमर उछाल उछाल कर मुझे चोदने लगा। मैं अपनी लंबी लंबी नाखूनों को निलेश को गडा रही थी। मेरी चूत बार बार अपना पानी छोड रही थी। निलेश ने मेरी गीली चूत में अपना लंड तेजी से डालकर चोदने लगा। मुझे बहुत मजा आ रहा था।
निलेश झड़ने वाला हो गया। उसने चुदाई रोक दी। मेरी चूंचियो को दबा कर मुझे चूमने लगा। कुछ देर बाद निलेश ने मुझे फिर से झुकाया। मै झुकी खड़ी थी। निलेश ने अपना लंड मेरी चूत में ना डालकर। मेरी गांड में डालने लगा। निलेश मेरी गांड मारना चाहता था। निलेश ने थोड़ा सा थूक अपने लंड पर लगाया। “Desi Majedar Sex Kahani”
निलेश ने थूक लगाकर अपना मोटा लौड़ा मेरी गांड में डालने की कोशिश करने लगा। निलेश ने बहुत कोशिश के बाद अपने लंड का टोपा मेरी गांड में घुसा दिया। मैं “ओह्ह माँ…ओह्ह माँ…आह आह उ उ उ उ उ…अ अ ..अ अ अ ..आ ..आ ..आ आ……” चीखने लगी। निलेश मेरी गांड में अपना पूरा लंड धक्का मार के घुस दिया।
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मै चीखती रही। लेकिन निलेश ने मेरी गांड फाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था। बार बार धक्का मार कर मेरी गांड फाड़ रहा था। निलेश की स्पीड अचानक बहुत तेज हो गई। मेरी गांड दुपदुपा रही थी। निलेश ने कुछ ही पलों बाद अपना लंड मेरी गांड से निकाल लिया।
निलेश ने मुझे बिठा दिया। अपना लंड ठीक मेरी मुँह के सामने करके मुठ मार रहा था। कुछ देर बाद निलेश ने अपना सारा माल मेरी मुँह में गिरा दिया। मैंने निलेश के लंड का सारा माल पी लिया। निलेश वही बिस्तर पर बेहाल होकर गिर गया। मै भी निलेश के ऊपर लेट गई। पूरी रात हम दोनों नंगे ही लेते रहे। अब तो हम रोज चुदाई करते हैं। हम दोनो रात भर खूब मजे करते हैं।