Hindi Sex Story हाय सहेलियों कैसि हो में रूबीका हूँ और आज मैं अपने जीवन के सबसे अच्छे और हसीन पल के साथ आई हूँ तो सबसे पहले अपने बारे में जानकारी दे रही हूँ मैं एक मुस्लिम लड़की हूँ और मैं अपने घर में अपने फैमली के साथ रहती हूँ मेरे फैमली में कुल पाँच हैं मैं मेरी अमी अबु और एक छोटा भाई और सबसे छोटी मेरी बहन है मेरी उमर 24 साल की है और भाई 22 साल का हैं और छोटी बहन 19 साल की है और उसका नाम हसीना हैं और मेरी अमी अबु करीब 45 और 50 साल के है. Didi Aur Maine Lesbian Sex Ke Bad Bhai Se Pelwaya.
मेरी अमी बहुत ही अच्छी खासी शरीर की है लम्बी चौड़ी और स्लिम बॉडी उनकी चूची और भारी भरकम गाँड देख कर कोई भी मर्द दीवाना हो जाएगा लेकिन वो बहुत ही अच्छी सवभाव की है मेरी शरीर भी अमी की तरह है लेकिन मेरी चूची बहुत छोटी छोटी है लेकिन मेरी गाँड अमी से कम नहीं है और मेरी बहन भी लम्बी है लेकिन बहुत दुबली पतली सी है हमारे घर में कुल तीन रुम है एक में अमी अबु और दूसरे में मैं और हसीना और तीसरा रुम में भाई सोता हैं हम अपने जीवन में बहुत खूस थे और मेरी अमी हम सभी को बहुत खयाल रखती थी अब मेरी उमर 24 साल होने के कारण मुझे बहुत जोस होने लगी थी लेकिन मेरी अमी बहुत सख़्त थी जिसके कारण मेरी बुर की खुजली मैं किसी से बाहर नही मिटा सकती थी अब मेरी गरमी सांत करने की एक ही तरीका था ओ ये की रात में उंगली करके अपनी बुर की खुजली मिटाती थी आस्ते आस्ते मैं अपनी बुर में बेगन और मूली डालने लगी और खूब माजा लेने लगी.
रोज़ रात को जब हसीना सो जाती थी तब मेरी खेल सुरु होती थी और झरने
के बाद सो जाती थी एक रात जब मैं अपनी बुर में बेगन डाल रही थी तभी मेरी आह जोर से
निकल गई बेगन बहुत लम्बी थी जो सीधे मेरी बचेदानी में घुस गई और मेरी बहन उठ गई और
पूछी दीदी क्या हुआ मैं हड़बड़ा के बेगन अपनी बुर में अंदर ही छोर दी और जल्दी से
अपनी हाथ हटा ली और बोली कुछ भी तो नही हुआ है तभी हसीना मेरी नंगी जॉघो को देखते
हुए बोली दीदी तुम कपड़े ऊपर क्यू उठाई हो मैं कुछ बोल पाती उससे पहले मेरी चढ़ी
हसीना को दिखाई दीया जिसको मैं निकलने के बाद पलंग पर ही रखी थी अब उसको सब समझ
में आ गई और ओ मुस्कुराते हुए बोली दीदी क्या बात है उंगली से हाय माजा ले रही हो
तभी मेरी नज़रें झुक गई मुझे बहुत सरम आई और मेरी आवाज़ भी नही निकली लेकिन हसीना
मुझे बहुत प्यार से देखते हुए मेरी जाँघ पर अपनी हाथ रख दी और सहलाने लगी.
लेकिन मेरी तो साँसें अटक गई और मैं अपनी बुर में बेगन को छुपाने की कोशिश करते हुए अपनी दोनों जाँघों को सटा ली तभी मेरी आवाज़ फिर निकल गई मुझे लगा कि बेगन अंदर घुस गई तभी हसीना मेरी पैरो को पकड़ के फैला दी और बोली क्या बात है दीदी आप तो पूरा माजा ले रही हो और मेरी ओर देख के मुस्कुरा दी और मेरी बुर पर अपनी हाथ रख दी और धीरे धीरे सहलाने लगी थोड़ी देर तक सहलाने के साथ बेगन को पकड़ के अंदर बाहर करने लगी वो बेगन को थोड़ी सी निकलने के साथ फिर से अंदर घुसा देती अब मेरी बहन मुझे करीब 10 मिनट बेगन से चोदी तभी मेरी साँसें अटक गई और मेरी बहन समझ गई की मैं झरने वाली हूँ और एक झटके में बेगन को बाहर निकाल दी उसी समय मेरी बुर से बाढ़ आ गई और मैं सांत हो गई और हसीना की ओर देखि अभी भी हसीना की मुँह खुली की खुली थी.
जब मेरी नज़रें आपस में मिली तभी हसीना मेरी ओर बेगन देखा के
बोली हे अल्ला दीदी इतना लम्बा कैसे अंदर चला गया हे अमी दीदी तुम कैसे ज़िंदा हो तभी
मैं मुस्कुरा दी और बोली हसीना मेरी बहन अभी तू बच्ची हैं आस्ते आस्ते तू भी ले
लेगी तभी हसीना मेरी ओर देख के बोली दीदी तुम पागल हो तूम इतना मोटा बेगन अपनी बुर
में डालती हो तो तुम्हारी बुर तो ढीली हो जायेगी और जब तुम्हारी निकाह होगी तो
जीजा तुम्हारी ढीली बुर देख के तुम्हें गलत समझेंगे तभी मैं बोली लागत है मेरी बहन
अब बच्ची नही है अरे मेरी प्यारी बहन तुम्हें क्या लगता है की तुम नही चुदवा के
जावोगी तो तुम्हारी मिया तुम्हें सलाख़ों पर रखेगा अरे किसी भी मर्द को कुछ पता
नहीं चलता तुम कितना भी चुदवा लो बस उनके सामने चीलाने की ऍक्टिन्ग करती रहो बस
उनके सामने सब ठीक है और हा सभी मर्द यही चाहते हैं की उनकी बीबी पूरा माजा दे और
पूरा लंड अपनी बुर में दलवाती रहे.
जब हसीना मेरी बातों को सुनी तब मेरी बुर पर अपनी हाथ रख दी और मेरी बुर की छेद को बहुत प्यार से चौड़ी करके बोली दीदी आपकी बुर की छेद तो बहुत छोटी हैं फिर इतना मोटा बेगन कैसे अंदर ले लेती हो तभी मैं अपनी बुर में बेगन को सेट कर के बोली तू खुद देख ले और धीरे धीरे अंदर डालने लगी जब आधा बेगन अंदर घुस गई तब तक हसीना बोली दीदी ये बुर भी क्या चीझ है दिखने में लगता है की एक उंगली भी अंदर घुस नही पायेगी और जब मुँह खोलती है तो लगता है सारा दुनिया अंदर लील जायेगी और फिर से मेरी बहन मुझे बेगन से चोदी और जब मैं झर गई तब बेगन निकाली और अब हसीना भी गरम हो गई थी अब मेरी बहन भी अपनी बुर से चढ़ी निकालने लगी और मेरी ओर देखि तभी मैं अपनी हाथ में बेगन ले ली और बोली बहना तूम आराम से लेटो मैं अपनी हाथ हसीना को पकड़ के लेटा दीया और धीरे से अपनी थूक को हसीना की बुर पर डाल दिया. “Didi Aur Maine Lesbian”
और बेगन को धीरे धीरे अंदर घुसाने लगी अभी एक इंच ही अंदर गई तभी हसीना मेरी ओर देखि और जोर से बेड सीट को पकड़ के छटपटाने लगी मैं भी एक इंच ही अंदर बाहर करने लगी और थोड़ी देर में ही हसीना झर गई और बोली दीदी अब नही बहुत दर्द हो रही हैं मैं भी छोर दी और उसके बाद रोज़ रात को हम दोनों बहन एक दूसरे की खुजली मिटाती थी करीब एक महीने में हसीना की बुर मेरी बुर से भी चौड़ी हो गई अब हसीना मोटी मोटी मूली भी पूरा अपनी बुर में लील जाती थी कभी कभी इतना लम्बा मूली लाती की मुझे दर्द होने लगती थी लेकिन हसीना को बहुत माजा मिलती वो बेगन को पकड़ के पूरा अपनी बचेदानी में घुसा लेती मैं मोटी थी जिसके कारण मेरी बुर में बेगन जाने के बाद भी मेरी पेट बाहर नही आती थी लेकिन हसीना के बुर में बेगन या मूली डालने के बाद सीधा दिखता था कि बेगन कहाँ तक घुसी है मेरी बहन जब तक अपनी नाभि तक लील जाती तब तक उसे लगता ही नही की उसकी बुर में बेगन घुसी है.
जब हसीना पूरा माजा लेने लगी तब मैं बोली अब बतावो बहन कैसि लगी अब हसीना मेरी बुर पर अपनी बुर रख के बोली दीदी तुम अब अपनी बुर में और अंदर लो और मुझे भी majaकरीब एक साल हम दोनों बहन माजा ली तभी मेरी बूआ मेरे घर आ गई और मेरी अमी हम दोनों को अपने भाई के रुम में भेज दी ताकी हम लोगों के रुम में बुआ रह सके अब हम दोनों बहन भाई के रुम में सोने लगी भाई और मेरी बीच में हसीना सोती थी लेकिन भाई के रुम में वो भी एक साथ अब बेगन क्या उंगली करके भी नही सो सकती थी अब दोनों बहन नीरास हो गई और दो दीन में ही बेचैन होने लगी थी हसीना तो ये भी बोली की दीदी तुम कपड़े ऊपर करना मैं अस्ते से तुम्हारी बुर में बेगन डल दुन्गु और मैं उसे माना कि और बोली हसीना क्या तुम सच में लंड अपनी बुर में लोगी तभी हसीना समझ गई और बोली दीदी क्या भाई जान मनेगे मैं अस्ते से बोली भाई क्या भाई के बाप भी मान जाएगा बस एक बार बुर देख ले तो वो तुम्हारी बल्त्कार करने को राज़ी हो जाएगा बस एक बार बुर देख ले तभी हसीना बोली दीदी तुम पहले ट्राय करो मुझे बहुत डर लग रही है और मेरी बहन नीरास हो गई. “Didi Aur Maine Lesbian”
तभी उस रात मैं बीच में सोई और अपनी चढ़ी निकाल दी और भुर्खा
पहन ली मेरी पीठ भाई की ओर करके सो गई करीब एक घंटा बाद मेरी गाँड में कुछ महसूस
हुआ मैं समझ गई की भाई के लंड हैं तभी भाई उठा और बाथ रुम गया मैं समझ गई की ज़रूर
मूठ मारने गया है और मूठ मार लेगा तो फिर सब पर पानी फिर जायेगी तभी हसीना से बोली
हसीना देख सही से सुत कितना धकेले गी मेरी आवाज़ सुन के भाई तुरंत पेसब करके आने
लगा उसको लगा कि कही मैं उठ गई और बाथ रुम में चली गई तो वो पकड़ा जाएगा लेकिन मेरी
वो चाल कामयाब रही अब मैं अपनी भुर्खा को पकड़ के अपनी गाँड तक पीछे खिच दी और थोड़ी
और भाई की ओर अपनी गाँड कर के अपनी पैर मोर ली जिससे कि मेरी बुर की छेद भाई को
आराम से दिख जाए और मेरी चाल कामयाब हुई जब भाई आया और मेरी फूली हुई बुर देखा तो
देखते रह गया दीवार के साईड एक आइना लगी थी.
उसमें से में भाई को देख रही थी अब भाई का लुंगी में टेंट बन गया लेकिन भाई डर के सोने लगा लेकिन जगह बहुत कम बची थी इसलिए भाई मेरी ओर करवट करके लेटा और अपने हाथ से मेरी भुर्खा को मेरी गाँड से ऊपर करके धीरे धीरे सहलाने लगा उसको मेरी भरी हुई गाँड इतना गर्म कर दिया की भाई एक उँगली मेरी बुर में घुसा दीया और अंदर बाहर करने लगा अब मैं और भाई की ओर अपनी गाँड खिसका दी ताकी हम दोनों सट जाए और हुआ भी भाई अपनी उंगली निकाल दिया और मेरी कमर में हाथ डाल दिया ताकी ओ नीचे ना गिर जाए और दूसरे हाथ से अपनी लुंगी खोल दिया और मेरी बुर की मुँह खुली थी ही भाई धीरे धीरे अंदर घुसा दीया और मेरी कमर को पकड़ के जोर से धका दीया और पूरा लंड अंदर घुसा दीया भाई का लंड बहुत मोटा और लम्बा था मेरी बचेदानी में घुसा दीया और बोला हे अल्ला आज मैं जनत पहुँच गया और धीरे धीरे पेलना चालू किया और जोर जोर से पेलने लगा.
अब मैं भी अपनी गाँड पीछे ढकेल के चुदवाने लगी भाई करीब 10 मिनट चोदा और मेरी बुर में ही सारा वीर्य निकाल दिया और मेरी चूची को पकड़ के अपनी ओर खींच के रखा जब तक की उसका लंड सिकुड़ के बाहर निकाल ना गया जब उसका लंड सो गया तब फिर से भाई मेरी बुर में अपने लंड को रगड़ने लगा और मेरी चूची को दबाने लगा और धीरे धीरे बोल रहा था मेरी दीदी आज तुम्हारी बुर को भोसड़ा बना के रहूँगा और तुम्हारी चूची को अमी से भी बड़ा बना के रहूँगा अब जोर जोर से मेरी चूची दबाने लगा और लंड को बुर पर रगड़ने लगा अब फूल टाइट हो गया भाई का लंड लेकिन भाई मेरी बुर में नही घुसा रहा था तभी मैं अस्ते से अपनी हाथ से भाई की लंड को पकड़ के अपनी बुर की छेद में रस्ता दिखाई भाई अपनी जोस में था उसे पता नहीं चला कि उसकी बहन उसके लंड अपनी हाथ से कब पकड़ी जब लंड बुर में घुस गई तभी भाई बोला साली की बुर में भी चमुक लगी हैं. “Didi Aur Maine Lesbian”
और मेरी बुर में कितना झटका मारा मुझे खुद मालूम नही हुई जब
भाई झरने लगा तब फिर मेरी बुर में सारा वीर्य निकाल दिया और मेरी बुर में लंड डाले
ही सो गया मैं भी सो गई पता नहीं कब भाई का लंड सिकुड़ के बुर से बाहर निकला जब मैं
सुबह उठी तो देखि की भाई नही हैं और मेरी भुर्खा मेरी घुठनो तक नीचे हैं तभी हसीना
उठी ओर जाने के लिए मेरी पैरो के पस से नीचे उतरी तभी हसीना बोली दीदी आपकी भुर्खा
में क्या लगी हैं तभी मैं नासमझ बनते हुए बोली हसीना क्या लगी हैं तभी हसीना बोली
दीदी लगता है भाई जान आपकी भुर्खा पे मुठ मर के अपनी वीर्य गिराया है मेरी बुर में
तो अभी भी वीर्य भरी हुई थी.
लेकिन मैं हसीना को बोली तू पगला गई हैं तभी हसीना बोली दीदी तुम खुद देख लो और मैं अस्ते से उठी बाथ रुम गई और अपनी बुर से भाई की वीर्य निकाल निकाल के अपनी बुर को साफ़ की और भुर्खा बदल ली अब अगली रात क्या हुआ ओ अगली भाग में लिखूँगी ऑल बीदा मेरी सहेलियों कैसि लगी मेरी कहानी कॉमेंट ज़रूर करना क्यू की सभी मुस्लिम लड़की की मैन में ये बात ज़रूर आती हैं की जब चचेरा भाई ममेरा भाई बुआ का बेटा सबसे चुदवा लेती हूँ तो अपना भाई क्यू नही चोद सकता है भाई आखिर भाई होता है भाई का भी हक होता है की अपनी बहन से मजा ले और बहन को जनत दिखाये.