Ghar Ke Andar Badi Bahan Ne Lund Pakda Mera

New Hindi Sex Story हैलो दोस्तों , राहुल को अब चुत की खूसबु मिलने लगी थी ,एक १९ साल का जवान लड़का कभी पड़ोस की सेक्सी आंटी शीला के साथ सेक्स करता तो कभी घर के चारदीवारी के भीतर अपनी बड़ी बहन प्रियंका ,जोकि मात्र २१ साल की है को चोदता तो राहुल की मॉम निशा भी रंगीन मिजाज की औरत है तो उसने भी रिश्ते की सीमा को लांघ कर अपने बेटे के साथ ही हमबिस्तर हो ली तो मेरे लिए अब संभोग सुख हर हफ्ते की जरूरत बन गई ।पिछले भाग में आप लोगो ने पढ़ा कि मैंने शीला आंटी के साथ दिन भर सेक्स का मजा लिया (पढ़िए “गरम पड़ोसन शीला की गुंबदाकार गान्ड “) ,लेकिन राहुल को अपनी मॉम हो या बहन या फिर बुआ ,किसी के साथ भी संभोग करते वक़्त अफसोस तक नहीं हुआ । Ghar Ke Andar Badi Bahan Ne Lund Pakda Mera.

एक सुबह मैं सोकर उठा तो देखा कि दीदी प्रियंका डायनिंग हॉल
में बैठकर न्यूज पेपर पढ़ने में लीन है तो उसके छोटे नाईटी चिकने जांघों को छिपाने
में असमर्थ थे ,मैं अपने रूम से ही पर्दे के पीछे
से उनको देखता रहा फिर फ्रेश होने चला गया ,वापस
डायनिंग हॉल आया तो मॉम किचन से बाहर निकली “क्या ,आज तेरा क्लास है (मैं)नहीं मॉम ,आज कोई क्लास नहीं है ,क्यों (वो)दरअसल आज तुम्हारे डैड का भी ऑफ डे
है तो सोच रही हूं कि तेरी बुआ के यहां से हो आऊं (मैं दीदी के बगल में बैठा)ठीक
है फिलहाल तो एक प्याला चाय पिला दे “तो प्रियंका मेरी ओर एक नजर देखी फिर
न्यूज पेपर पढ़ने लगी.

मेरी नजर अखबार पर पढ़ी तो देखा कि प्रियंका लड़कियों के स्वास्थ सम्बन्धी कोई जानकारी पढ़ने में लीन है तो मैं पूछा “इतने ध्यान से क्या पढ़ रही हैं आप (वो मुझे देखते हुए)लड़कियों के जननांग के विकास की अवस्था और ओपन सेक्स से फायदे या दिक्कतें ,पढ़ोगे (मैं थोड़ा झेंप गया)उहुन जरूरत नहीं है “फिर मॉम चाय लाकर रख दी तो मैं चाय पीने लगा ,मॉम अपने रूम की ओर गई तो शायद डैड रूम में ही थे ,चाय पीते वक़्त मेरा ध्यान प्रियंका के गोल बूब्स पर था तो वो मेरे नजर को भांपते हुए अखबार से ही अपने सीने को ढक रही थी ।फिर मैं उठकर अपने रूम गया तो वक़्त सुबह के ०९:०० हो रहे थे ,तभी मॉम रूम आई “नाश्ता बना देती हूं ,तुम दोनों स्नान करके कर लेना (मैं)ठीक है ,दीदी भी तुमलोग के साथ जाएगी क्या (मॉम)नहीं ,खाना का ऑर्डर पास के रेस्टुरेंट में कर देना (मैं)ठीक है ,जाकर ले ही आऊंगा. “

तो आज कई दिनों के बाद घर में मैं और दीदी ही रहने वाले थे
साथ ही दोनों के बीच जिस्मानी सम्बन्ध लगभग १५ दिन पहले बना था वो भी मेरे साथी इक़बाल
के साथ तो प्रियंका एक चरित्रहीन लड़की रागिनी बनकर ग्रुप सेक्स का आनंद उठाई थी
(पढ़िए “बड़ी बहन को ग्रुप सेक्स की इच्छा :दोस्त ने साथ दिया) तो शायद
प्रियंका आज मेरे साथ सेक्स करने को तैयार हो ,फिलहाल
डैड और मॉम नाश्ता कर रहे थे तो मैं अपने रूम से बाहर आकर उन दोनों को देखा फिर
प्रियंका के रूम में चला गया तो दीदी रूम में नहीं थी ,समझ गया कि वाशरूम के अंदर स्नान कर रही है तभी
मुझे कुछ बदमाशी सूझी फिर मैं पीछे बागान की ओर चला गया ,अभी पेरेंट्स को घर से निकलने में थोड़ा वक़्त
था तो मैं दीदी के वाशरूम के वेंटिलेशन के पास गया और अंदर झांकने की सोचा पर वो
वेंटिलेशन को पूरी तरह से बंद कर रखी थी ।राहुल आज प्रियंका की चुदाई को तड़प रहा
था.

तो घर के अंदर आते ही मॉम और डैड तैयार होकर निकल रहे थे ,मॉम बोली “शाम ०४:०० बजे तक आ जाऊंगी
(मैं)ठीक है “फिर दोनों रूम से निकल बाहर गए और डैड कार के गेट खोलकर कैंपस
से बाहर किए फिर मॉम उनके साथ अगले सीट पर बैठ गई तो डैड कार स्टार्ट करके निकल
पड़े और मैं कैंपस के मेन गेट को लॉक किया फिर घर के गेट को खुला रहने दिया , मेन गेट के बगल से अंदर आने का एक रास्ता है तो
छोटे से गेट से ही हम लोग अंदर बाहर होते हैं ,फिलहाल
कामवाली बाई के आने का वक़्त है तो मैं घर का दरवाजा सिर्फ सटा कर अंदर घुसा ,धीरे से प्रियंका के रूम घुसा तो वो अपने बड़े
से दर्पण के सामने खड़ी होकर बाल संवार रही थी तो उसके बदन पर छोटा सा टॉप्स साथ
ही शॉर्ट्स था ,जिससे उसके गोल गुंबदाकार गान्ड की
स्पष्ट इमेज बन रही थी तो उसके बूब्स को मैं दर्पण में देख पा रहा था तभी वो मेरी
परछाईं दर्पण में देख बोली.

“क्या बे ,इधर क्या है मॉम और डेड गए क्या (मैं)नहीं मॉम कुछ बात तुमसे करना चाहती है ,तेरा इंतजार कर रही है “तो प्रियंका मुड़कर अपने रूम से बाहर निकलने लगी और मैं उसको पीछे से दबोचकर अपना अगला भाग उसके गद्देदार चूतड़ पर रगड़ने लगा तो वो पीछे मुड़कर बोली”अबे साले तुझे और कुछ नहीं दिखता सिवाय (मैं)ओह समझा ,अब तुझे बाहरी खाना ही पसंद है “तो मैं दीदी के बूब्स पकड़कर धीरे धीरे दबाने लगा और मेरा चेहरा उसके गर्दन से सटी हुई साथ ही गर्दन को ओंठ चूमने में लीन थी तो वो मेरे पकड़ से बाहर होने की कोशिश तक नहीं कर रही थी पर बोली “जाकर स्नान कर ले ,तेरे तन से पसीने की गंध आ रही है (मैं उसके चूतड़ पर अपने अर्ध रूप से टाईट लंड रगड़ने लगा)ओह लगता है अब मेरा पत्ता साफ ,इक़बाल ही तुझे पसंद आ गया है (वो धीमे स्वर में)अभी तो बस तुम्हीं दिखते हो बाकी उसको दुबारा मैं चांस देने वाली नहीं.

(मैं उसकी कमर थामे एक बूब्स दबाता हुआ गर्दन और चेहरा चूम रहा था)जानू ,अभी मेरा जी तुझे चोदने का है प्लीज़ मजा करो (वो)नहीं ,पहले स्नान फिर नाश्ता वैसे भी पूरा दिन तो दोनों अकेले ही हैं और मैं क्या कहीं भाग जाऊंगी “तो प्रियंका को छोड़ा ,वो डायनिंग हॉल में बैठकर अपने आपको कूल करने लगी तो मैं अपने रूम गया फिर वाशरूम घुसकर नंगा हुआ , झरना के नीचे खड़ा होकर स्नान कर रहा था तो भिंगे बदन पर अब बॉडी शैंपू लगाने लगा ,चाहता था कि दीदी के करीब खुशबू बिखेरते हुए जाऊं ताकि वो मुझे अपनी बांहों में लेकर चूमने लगे ,एक रिश्ता जोकि अपनी मर्यादा लांघ चुका था में सिर्फ दो बदन का मिलन ही होता आ रहा था तो जल्दी में स्नान किया फिर तन को तौलिया से पोंछ कर एक बरमूडा और बनियान पहने अपने रूम आया. “Ghar Ke Andar Badi”

जून कि भीषण गर्मी और पावर कट हद से ज्यादा ,डायनिंग हॉल में दीदी नाश्ता कर रही थी तो
कामवाली बाई राशोई में बर्तन मांजने में व्यस्त थी ,फिर
मैं नाश्ता लेकर दीदी के बगल वाले कुर्सी पर बैठ गया तो वो नाश्ता करते हुए अपनी
बाईं हाथ मेरे जांघ पर रखी और तपाक से मेरे लंड के उभार को मुठ्ठी में पकड़ कर
बोली “ओह तो बहुत जल्दी तेरा बाबू खड़ा हो गया है (मैं नाश्ता करता हुआ
मुस्कुराया फिर उसकी एक चूची को जोर से दबा दिया)जरूर बेबी ,आज दोनों दिन भर अकेले हैं सोचकर ही ये हरामी
टाईट हो गया , चुसेगी (दीदी)कामवाली के सामने तेरा
दिमाग ठीक तो है ” दोनों नाश्ता कर रहे थे तो कामवाली बाई घर की सफाई शुरू
करने लगी ,वो ज्योंहि बालकनी गई मैं दुबारा
प्रियंका को दबोच लिया और अबकी बार वो पीछे मुड़कर मेरे से लिपट गई तो मैं उसे
डायनिंग हॉल में ही चूमने लगा ,उसके चेहरे
को किस्स करता हुआ उसके गर्दन को पकड़ा.

फिर ओंठ पर ओंठ रखकर चुम्बन देने लगा तो मेरा दूसरा हाथ बहन
की गोल चूतड़ पर घूमने लगी और उसके स्तन का दबाव मेरे छाती को सुकून देने लगी
।प्रियंका तभी मेरे से हटकर अपने रूम घुसी तो मैं समझ गया कि कामवाली बाई अब इधर
आने वाली है तो मैं प्रियंका के पीछे रूम में घुसा और वो बेड पर बैठकर अपने आपको
नियंत्रित कर रही थी ,मुझे देख बोली “प्लीज़ राहुल ,ज्यादा नहीं बस एक घंटे सब्र कर “मैं भी
अपने रूम चला गया और लैपटॉप ऑन करके कुछ काम करने लगा ,वक़्त तकरीबन १०:०० बजे थे तो आज दिन का खाना
बाहर से ही मंगाना पड़ता ,आखिर मेरी बड़ी बहन इतनी नखचढ़ी और
कामचोर जो ठहरी ,कुछ देर के बाद बाई मेरे रूम घुसी
तो यही उसका काम समाप्त होता है.

और जब वो मेरे रूम की सफ़ाई करके बाहर निकली ,मैं कुछ देर रूम में ही रहा फिर उठकर प्रियंका के रूम जाने लगा ,बाई शायद घर से निकल चुकी थी तो मैं मेन गेट बंद करके प्रियंका के रूम की ओर गया तो देखा कि वो बेड पर पट लेटकर मोबाईल पर किसी से बातें कर रही है तो मैं उसके बेड पर उसके बगल में बैठा और चूतड़ पर जैसे ही हाथ फेरने लगा ,वो पीछे घूमकर मुझे देखी और बोली “ठीक है रिया ,कॉलेज में मिलती हूं (मोबाईल रखकर)बोल क्या चाहिए (मैं उसके चूतड़ के मांस्ल हिस्से को सहलाता हुआ) बस यही बेबी तेरा पिछ्वाड़ा (वो मुझे देख मुस्कराई)ओह मतलब कि सब कुछ तेरे पर ही लूटा दूं “तो मैं उसके टॉप्स को कमर से ऊपर करने लगा और दीदी उठकर बैठी । प्रियंका ,२१ साल की खूबसूरत जवानी है तो उसके लंबे कद (५’५ फीट) ,गोरा मुखड़ा ,नशीली आंखें और रसीली ओंठ मुझे हमेशा से उसका दीवाना बनाती है. “Ghar Ke Andar Badi”

हां जिस्मानी ताल्लुकात भले ही उसकी पहल से कायम हुए पर उसके नग्न जिस्म को पहली बार सूंघने के बाद मैं हमेशा उसके गांड़ के पीछे चक्कर काटता रहता था तो उसकी चिकनी जांघें और चुत की कोमल गद्देदार फांक मुझे उसकी गुलामी कराने को बाध्य है । बेड पर प्रियंका मेरे साथ बैठी है तो उसके एक हाथ मेरे गर्दन में हैं और वो खुद मेरे गोद में बैठ गई ,उसकी दोनो पैर मेरे कमर से लिपटी हुई तो उसके बूब्स का थोड़ा स्पर्श मेरे छाती पर फिर वो किसी भूखी शेरनी की तरह मेरे ओंठ को चूमने लगी और मेरे से चिपककर बैठे अपने जीभ मेरे मुंह में डालकर स्तन को मेरे छाती से रगड़ने लगी तो दीदी के गोल गुंबदाकार गान्ड मेरी जांघों पर थे और उसकी जीभ चूसता हुआ मैं उसके पीठ को भी सहलाने लगा । प्रियंका के जीभ चूसता हुआ उसके मुलायम चूचियों का एहसास मुझे कामुक करने लगा.

फिर वो मुझे पीछे धकेलकर जीभ भी मुंह से निकाल ली तो मैं बेड पर गिरा ,बहन की सेक्सी आवाज “आज तुझे खा जाऊंगी फिर समझना साले (मैं)चल आज जरा मालिश कर दे तो (वो अपने टॉप्स गले से बाहर करके नग्न चूची पकड़ बोली)अभी तू इसको चूसेगा “और प्रियंका फिर से मुझे अचंभित कर दी जब वो बेड पर खड़ी होकर अपने शॉर्ट्स को उतार फेंकी ,उसके खूबसूरत जिस्म पर कोई कपड़ा नहीं था तो वो निर्लज लड़की की तरह अपने चुत को सहलाते हुए बोली “इसे देख मुंह में पानी आ रहा है (मैं उसकी बुर देखता हुआ)हां बेबी ,आकर बैठ ना मेरे मुंह पर (वो बेशर्म की तरह मेरे छाती पर बैठी)साला ये तो पहले से ही मुंह में मुतवाने को आतुर है “तो मैं उसके स्तन को दबाने लगा. “Ghar Ke Andar Badi”

और दीदी आगे की ओर सरक कर मेरे चेहरे के उपर चूतड़ किए बैठ गई
तो उसके दोनों जांघ दो दिशा में थे और मेरे मुंह से चुत की दूरी काफी कम थी ,मैं उसके कमर पर हाथ लगाया तो वो अपने दोनों
पैर के बल टांग फैलाए बुर बिचकाए मेरे मुंह पर बैठी रही और राहुल उसके चुत को
जोरदार चुम्बन दिया फिर उसकी दरार में जीभ फेरने लगा ।प्रियंका मेरे काम को थोड़ा
आसान कर दी ,उसकी उंगली चुत को फैलाई तो मैं
अपना लंबा सा जीभ उसकी चुत के छेद में डालकर चाटने लगा ,सही में लड़की जात को समझना जितना कठिन है उससे
कहीं कठिन उसकी चुत की संरचना को समझ पाना , पर
मैं चुत के फांक को खोलकर अंदर दो छेद की गुत्थी को सुलझा चुका था.

एक छिद्र जोकि मुत्रनली होती है और दूसरी जिसको योनि या भग्नाशा भी कहते हैं तो निश्चित रूप से टाईट चुत के फांक के अंदर जीभ पेलकर योनि को चाटना थोड़ा कठिन है पर मॉम जैसी औरत की फ्लकी चुत के अन्दर तो पूरा जीभ योनि में समा जाता है ,प्रियंका मेरे लंबे जीभ से बुर चटवाकार कामुक हो चुकी थी “हूं आह ओह राहुल बस अब छोड़ो “तो मैं जीभ निकालकर अपनी एक उंगली ही बुर में डालकर चुत को कुरेदने लगा और वो मेरे चेहरा के उपर नंगा बैठे सिसकने लगी पर उसकी चुत से रज धार निकालना मेरा मकसद था ,अब वो “उह आह ओह राहुल ,प्लीज़ उंगली तेज रगड़ ,उह मेरा झड़ा “तभी मेरे चेहरे के उपर प्रियंका की चुत से रज की धार छूट कर बूंदें चुने लगी और मैं जीभ से बहन की चुत चाटने लगा तो फिर वो मेरे चेहरे के उपर से उठकर चली गई ।मैं लेटा हुआ इस सोच में था कि खाना का ऑर्डर किया जाए या फिर खुद जाकर ले आया जाए.

तो साथ में ठंडी बियर भी ,तभी दीदी अपने छाती से तौलिया लपेटे बेड पर आई और मुझे लिटाकर लंड पकड़ सहलाने लगी “खाना का ऑर्डर करोगे क्या (मैं)सोच रहा हूं कि जाकर लेता आऊं (प्रियंका लंड को जोर जोर से हिलाने लगी)समझ रही हूं ,ड्रिंक्स लेने का जी कर रहा होगा (मैं हंसने लगा)ठीक है तू चूस साली ,मैं बाहर नहीं जानेवाला बस ऑर्डर कर दूंगा “तो प्रियंका अपने चूचियों को तौलिया से ढके अब झुककर लंड का चमड़ा नीचे कर दी फिर लंड को चूमने लगी तो मेरा ६-७ इंच लम्बा लंड बहन के ओंठ का प्यार पा रहा था ,योनि का मुख स्पर्श किसी भी लड़की और लड़का को काफी उत्तेजित करता है तो हमारे समाज की लड़कियां बहुत कम ही मर्दों के लंड को मुंह से लगाती है ,पर आधुनिक दौर में पोर्न मूवी का चलन इन लोगो को काफी प्रभावित किया है और अब इस पीढ़ी की लड़कियां /औरतें भी लड़कों /मर्दों के योनि को मुंह का प्यार देने लगी है. “Ghar Ke Andar Badi”

तो मेरी बड़ी बहन प्रियंका मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने
लगी तो मेरा हाथ उसके सीने पर था ,अब
तौलिया को हटाकर चूची को मसलने लगा तो दीदी अपने मुंह में लंड लिए चेहरा को उपर
नीचे करने लगा और मैं “आह ओह और तेज साली रण्डी बहुत मजा आ रहा है ,चूस चूसकर मेरा लन्ड ढीला कर दे “तो उसके
मुंह में मेरा लन्ड पूरी तरह से टाईट हो चुका था और प्रियंका अपने काम की ज्वाला
में जलते हुए लंड को मुंह से बाहर निकाली फिर वो मेरे लंड के उपर टांग फैलाए बैठ
गई ।राहुल इस स्टाइल में आजतक किसी भी लड़की या महिला को नहीं चोदा था ,पर सही में इस अंदाज़ में अगर मॉम निशा या
पड़ोस कि शीला आंटी को चोदता तो मेरे लंड कि खेर नहीं.

आखिर उनका भारी भरकम चूतड़ मेरे लंड पर भार बने उपर नीचे होता तो दीदी की स्लिम फिगर साथ ही सेप में शरीर इस स्टाइल में चुदवाने को परफेक्ट था ।प्रियंका अपना चूतड़ मेरे लंड के थोड़ा उपर किए बैठी तो मैं उसके कमर पर हाथ लगाया ,बहन दोनों पैर के बल पर अपने आपको संतुलित रखी थी फिर वो मेरा लंड पकड़कर सुपाड़ा को छेद में घुसाने लगी ,धीरे से सुपाड़ा सहित थोड़ा लंड उसकी चुत में चला गया तो मैं अब नीचे से एक जोर का झटका चुत में दे दिया और मेरा २/३ लंड उसकी चिकनी चुत में था ,वो चिहुंक पड़ी “उई मां ,जरा धीरे आह आराम से (मैं लेटे हुए नीचे से उसकी चुत चोदने लगा)इस स्टाइल में किसकी चुदाई देखी थी. “Ghar Ke Andar Badi”

जान (प्रियंका खुद ही चूतड़ उपर नीचे करने लगी)दो रात पहले एक ब्लू मूवी में देखी थी तो सोची की जरा इस पोजिशन में चुदाई का मजा लिया जाय “तो मैं नीचे से चोदता हुआ थक गया फिर उठकर बैठा तो समझो कि सेक्सी लौंडिया मेरी गोद में बैठी हुई थी ,अब मेरे पीठ को सहलाते हुए वो खुद अपने चूतड़ को उछालने लगी तो उसकी चूचियां मेरे छाती को सुखद स्पर्श दे रही थी ।मेरा मूसल लंड पूरी तरह से टाईट और गर्म हो चुका था फिर प्रियंका स्थिर होकर मेरे ओंठ चूमने लगी “अब तेरी बारी है (मैं उसके चूतड़ का भार लंड पर सहन कर थक चुका था)अब जरा गोद से उतर”फिर दोनों बारी बारी से फ्रेश हुए ,प्रियंका चुदाई की आग में जल रही थी.

तो मैं अब जल्दी ही वीर्यपात कराके शांत होना चाहता था ।उसको बेड पर टांग फैलाए लेटे देखा फिर उसके जांघों के बीच लंड पकड़े बैठा ,अब उसकी चुत के मुहाने पर सुपाड़ा रख धीरे धीरे अन्दर घुसाने लगा ,सुपाड़ा सहित आधा लंड अंदर घुसा तो थोड़ा सा लंड बाहर करते हुए जोर का धक्का उसकी चुत में दे मारा और वो चिख़ उठी “बाप रे ,घोड़े सा लंड चुत में पेलकर बुर फाड़ रहा है (मैं उसके जिस्म पर सवार होकर चोदने लगा)अब साली अपनी मॉम की तरह गान्ड तो उछाल “तो वो मुझे कसकर पकड़े अपनी गान्ड को ऊपर नीचे करने लगी फिर मेरा लंड दे दनादन चुदाई करने लगा “ये ले आह मेरा लन्ड झड़ा “तो चुत में वीर्य का फव्वारा छूट पड़ा और मैं उसके जिस्म पर लेटा रहा तो बड़ी बहन मेरे ओंठ चूमने लगी “वाकई तुम चुदाई के मास्टर हो (मैं)और तू चुदवाने में पी एच डी “फिर दोनों अलग होकर फ्रेश हुए ।

Leave a Comment