Jija Sali Hindi Sex Story दोस्तों मेरा नाम आयशा है और मै लखनऊ मे कालेज मे पढती हू। मेरी हाईट 5′ 4″ , रंग बिलकुल गोरा है। मेरा फिगर भी बहुत सेक्सी है। मै शुरू से ही अपने फिगर पर बहुत वर्क आउट किया करती थी खासकर अपनी चूची और चूतड का मै बहुत ध्यान रखती थी। हर दिन मै 1 घण्टा स्पेशल वक् आउट अपनी चूची और चूतड के लिए करती हू। इसलिए मेरी चूची 34 और चूतड 36 के बिल्कुल गोलमटोल और हद से ज्यादा टाईट है। जिस जिम मे मै वर्क आउट के लिए जाती हू उसका ट्रेनर तो मेरा ऐसा दीवाना है कि हमेशा किसी न किसी बहाने बस मेरी चूची दबाने और चूतडो को छूने की कोशिश में मेरे ही आगे पीछे घूमता रहता है। Jija Ke Sath Honeymoon Ka Mazza Mil Gaya.
कभी कभी तो मुझे कुछ सीखाने कोशिश मे मेरी गांड से चिपक के
खड़ा हो जाता है और मै भी उसका पूरा मजा लेती लेकिन मैनै कभी भी उसको उससे आगे
बढने का मौका नहीं दिया। यही हालत जिम के काफी लोगों की थी और मुझे और मेरी गांड
को देख कर पता नही कितने लोग मेरे नाम की मुठ मारते थे। उनके खड़े हुये लडं देखकर
मेरी चूत मे भी पानी आ जाता और मै हास्टल जाकर शावर के नीचे खडी होकर घंटो अपनी
चूत को रगडती और अपनी गरमी शान्त करती। वैसे तो मेरे कालेज मे भी काफी ब्वॉयफ्रेंड
रह चुके हैं और जब मेरी सेक्स की आग ज्यादा बढ जाती है तो मैं बिना चुदे रह नहीं
पाती। इस तरह से मेरी लाईफ मजे से चल रही थी।
मेरे आगे पीछे हमेशा लडके मंडराते रहते जो मेरी चूचियो की एक झलक पाने के लिए मेरे लिए कुछ भी करने को तैयार रहते। जब मैं अपने गोलमटोल चूतड मटकाते हुए चलती तो पता नहीं कितनो का लंड उनकी चड्डी में ही टपक जाता होगा। अब मैं अपनी आज की कहानी पर आती हूं। मेरी बहन की शादी करीब 8 महीने पहले दिल्ली में हुई थी। मेरे जीजू काफी हैंडसम थे। शादी वाले दिन से वो मेरे पीछे पड़े हुए थे। वो अक्सर किसी न किसी बहाने से मुझे छूते रहते थे। एक बार जब शादी के बाद वो दीदी की विदाई के लिए आये थे तो जाते समय गले मिलने के बहाने उन्होंने मुझे इतनी तेज दबाया कि मेरी चूचिया पूरी उनकी छाती से दब गयी। कयी बार वो आते जाते मेरे चूतडो पर भी हाथ फिरा चुके थे।
मज़ाक मज़ाक मे कयी बार कह चुके थे कि आयशा तू मेरी आधी
घरवाली तो है पूरी कब बनेगी। मै भी उनको छेडते हुऐ कह देती के हिम्मत है तो घर ले
चलो अपने, कहो तो दीदी से बात करू। बस इसी बात
पर वो चुप हो जाते और में जीजू को झुककर अपनी चूची दिखा दिखाकर ओर भी उन्हें
तडपाती। एक दिन की बात है मै दीदी से फोन पर बात कर रही थी लेकिन दीदी सही से बात
ही नहीं कर पा रही थी मैंने दीदी से पूछा क्या हुआ तबीअत तो ठीक है तो वो बोली
पूरा बदन दुख रहा है। मैने पूछा क्यों तो दीदी ने कुछ नहीं बताया तो मैंने कहा कि
मैं जीजू को फोन कर देती हूँ वो आपको डाक्टर को दिखा देगें। तभी दीदी एकदम से बोली
के इनको फोन मत करना, मैने पूछा क्यों तो दीदी बोली बस
तुझसे कह दिया न फोन मत करना नहीं तो ये अभी घर आ जायेंगे। मै बोली तब तो और भी
अच्छा है ना।
आयशा तू समझती नहीं है ये वो वाला दरद नहीं है। लेकिन मैं तो
उनके पीछे ही पड गई कि आपको बताना ही पड़ेगा कि आपको कैसा दरद है। तब दीदी ने
बताया कि जीजू ने कल पूरी रात सोने नहीं दिया और तीन बार मेरी चुदाई करी। ओह तो ये
बात है, कल हमारे जीजू ने आपको खूब प्यार
किया, और आपने भी तो पूरे मजे लिए होगें न
दीदी। अब इतने मजे लिए है तो दरद तो होगा ही। हां मजे तो खूब लिए लेकिन इनका झेलना
हर किसी के बस की बात नहीं है। बिस्तर पर ये बिल्कुल घोड़े है घोड़े। थकते ही
नहीं। सच दीदी, और बताओ न जीजू कैसे प्यार करते है।
धत् तू बडी बेशर्म हो गयी है आजकल। प्लीज दीदी बताओ न…. आपको कब ज्यादा मजा आता
है और कब ज्यादा दुखता है। अब तू चुपकर और मुझे इनके हथियार की याद मत दिला। नहीं
तो इनको अभी बुलाना पडेगा।
अच्छा अभी तो पूरा शरीर दुख रहा था और अब देखो कैसे तडप उठी।
वो तो अलग वजह से दुख रहा है. अब मै जिद पे अड गयी कि मुझे दरद की वजह बताओ। तब
दीदी ने बताया कि एक तो इनका हथियार बहुत ही ज्यादा मोटा है और कभी कभी ये सेक्स
की हवस में पीछे से भी चढ जाते है। और फिर जब ये पीछे चढकर चूतडो पर धक्कों की
बोछार करते हैं तो आधे घंटे से पहले नहीं उतरते। वो झेलना बहुत भारी होता है। में
सिसकती रहती हू लेकिन ये बहोत कस कस के धक्के मारते हैं। मुझे अपने नीचे पूरा दबोच
कर जब तक ये अपना लावा मेरी गांड के छेद में भर नही देते तब तक नहीं उतरते। उसके
बाद मै पूरी रात इनका गरम गरम वीयृ अपनी गांड में डालकर ही सोती हूं उसी से दरद
में आराम आता है। दीदी की बातें सुनकर अब मैं भी पूरी तरह गरम हो उठी थी।
मैने दीदी से कहा कि ठीक है अब आराम करो ओर रात को जीजु के आने पर फिर से उनसे लिपट जाना आपको आराम मिल जाएगा। लेकिन अब मेरी चूत में पूरी आग लग चुकी थी। मै तुरंत बाथरूम में घुसी शावर आन किया ओर अपनी चूत को रगडने लगी। मेरी आँखों के सामने बस जीजु का लडं ही छाया हुआ था। मै ओर तेज तेज अपनी चूत को रगडने लगी। उपर शावर का गरम पानी मेरे बदन में ओर आग लगा रहा था। में ने एक हाथ से अपनी गोरी गोरी दूध जैसी चूची को कस के एठनां चालू किया ओर दूसरे हाथ से अपनी चूत को तेजी से रगडा।मेरा पूरा बदन मेरी अपनी ही आग में जल रहा था। मेरा पूरा शरीर एकदम से अकडने लगा था। मैने तेजी से अपनी चूत के अन्दर अपनी दो उंगलियो को अन्दर बाहर करना शुरू किया ओर अपनी चूची को अपने निप्पल को कस के ऐठने लगी। तभी मेरा पूरा शरीर ऐठने लगा ओर मुझे ऐसा लगा कि मेरी चूत से आग निकलने लगी। ओर फिर मै वही शावर के नीचे ढेर हो गयी।
करीब आधे घंटे बाद में बाहर निकली लेकिन अब मेरै दिमाग मे जीजू का लडं बस गया था। अब मैं बस उनसे जल्दी ही चुदना चाहती थी। इसी बीच में एक दो बार मैने जीजू से बात भी की ओर उनको छेडा भी कि अब अपनी साली को भूल गये, पहले तो बहोत हिम्मत दिखाई अब क्या हुआ। अब जीजू भी खुलकर बोलने लगे कि साली जी वो तो वक्त बताएगा कि किसकी हिम्मत टूटती है। और लगता है जैसे किस्मत भी मेरा साथ दे रही थी। अचानक से दीदी को आफिस के काम से 15 दिनों के लिए मुम्बई जाना पड़ा। और तुरंत ही जीजू का फोन मुझ पर आ गया। मैं आ रहा हूँ साली जी अब तुम अपनी सारी हिम्मत तैयार रखो। ओर अपने कालेज हास्टल से पूरे हफ्ते की छुट्टी ले लो। जीजू ने बताया कि वो दिल्ली से लखनऊ के लिए निकल चुके हैं। शाम तक पहुँच जाएगें ओर फिर रात वाली र्टेन से ही मुझको लेके वापस दिल्ली लौट जाएगें। ओर फिर शुरू होगा मेरा 6 दिन का हनीमून। “Jija Ke Sath Honeymoon”
मैने फटाफट अपने कालेज से 6 दिन
की छुट्टी ली, हास्टल आकर अपना बैग पैक किया ओर
तैयार होने लगी। मैं नै अच्छे से अपने पूरे बदन को वैक्स करके चिकना कर लिया। अपने
चूची पर , चूत पर, चूतडो परअच्छे से क्रीम रगडी ताकि वो अच्छे से
चमकने लगे। शाम के 6बज गये थे जीजू किसी भी वक्त आ सकते
थे। मेंने एक सेक्सी सी जीन्स और टाप डाला हुआ था। तभी मेरे फोन की घण्टी बजी वो
जीजु ही थे। उनहोंने कहा के वो बाहर गेट पर ही है ओर मै अपना बैग उठाकर बाहर की
तरफ बढ़ गई। जैसे ही जीजू की नजर मुझ पर पडी वो बस मुझे देखते ही रहे। जब मैं उनके
पास पहुची तो वो बोले क्या बात है आज तो मेरी साली कयामत ढा रही है। ऐसे तो मैं
सफर में भी अपने आपको रोक नहीं पाउगां। मै क्या पूरी गाड़ी में ही हाहाकार मच
जाएगा। मै ने भी मुस्कुराते हुए कहा क्यों जीजू अभी से हिम्मत जवाब दे गयी। जीजू
बोले अपनी इस एटम बम साली को सबसे बचा के भी ले जाना है न। ओर हमारे पास रिजर्व
सीट भी नहीं है ओर आजकल भीड भी बहुत है।
तो अपने इस जवानी के जलवों को थोड़ा ढक लो। जरा घूम कर दिखाओ। मै जैसे ही पलटी तो जीजू की तो आह ही निकल गयी। मेरी जीन्स इतनी टाइट थी कि उसमें से मेरे चूतडो की गोलाइया बिल्कुल बाहर की तरफ उभरी हुई दिख रही थी। जीजू ने मेरे चूतडो पर हाथ फिराते हुआ कहा कि लगता है आज कल कुछ ज्यादा ही काम हो रहा है इन पर। लेकिन भीड में ऐसे चलेगी तो लोग परेशान करेंगे। जाओ ओर जाकर कुछ ढीले कपड़े पहनो। में तुनककर बोली आप भी न जीजू सब तो आप के लिए किया है। इतनी मेहनत करती हूँ मै अपनी फिगर पर। जानू एक बार घर चलो सारी मेहनत का इनाम मिलेगा। फिर ठीक है एसा कहकर में फटाफट चेन्ज करने चल दी। अब मैं ने एक लांग स्कटृ ओर ढीला सा टाप पहन लिया। रात में करीब 11:३0 बजे र्टेन आई ओर हम लोग भागकर जनरल डब्बे में चढने की कोशिश करने लगे लेकिन भीड बहुत ज्यादा थी। “Jija Ke Sath Honeymoon”
फिर भी किसी तरह से हम लोग दरवाजे पर लटक गए। इतने में र्टेन चलने लगी। अब जीजू ने किसी तरह मुझे अन्दर ढकेला ओर खुद दरवाजे पर लटक गये। में ने भी बाकी सवारियों को अन्दर की ओर ढकेला ओर जीजू को अन्दर आने में मदद करने लगी। करीब 10 मिनट की मेहनत के बाद जीजू भी अन्दर आ गए। अब जीजू ने र्टेन का दरवाजा बंद किया ओर वही पर पडी कुछ बोरियो को लगा दिया ताकि कोई भी दरवाजा न खुलवा पाऐ। लेकिन अन्दर इतनी भीड़ थी की हम लोग एक इंच भी नहीं हिल पा रहे थे ओर मेरी दोनो चूचिया भीड के हाथों बुरी तरह मसली जा रही थीं। मैने धीरे से जीजू के कान में कहा कि आप मुझे अपने आगे ले लो नहीं तो ये भीड मेरी चूचिया निचोड़ देगी। जीजू भी समझ गये उन्होंने धीरे से खिसककर मुझे दरवाजे के पास बोरियो की साइड में किया ओर खुद मेरै पीछे आ गए।
मैने जीजू को थैक्स बोला। ओर मैं बोरियो की तरफ मुहं करके अपनी कोहनिया टिकाए खडी हो गयी। अब जीजू बिल्कुल मेरे पीछे चिपक कर खड़े थे। अब गाड़ी ने भी स्पीड पकड ली ओर सब लोग भी अपनी अपनी जगह सैटल हो गए थे। तभी किसी आदमी ने ट्यूब लाइट को घुमा कर बन्द कर दिया ओर डब्बे मे बिल्कुल अधेरा हो गया आयशा डर तो नहीं लग रहा, जीजू ने पूछा मैं बोली आपके होते डर कैसा जीजू। बस आप मुझे कसकर पकड कर रखिये। इन लोगो ने मुझे पूरा दबा ही दिया था। अब जीजू ने अन्धेरे का फायदा उठाते हुए कहा कि जरा देखे तो हमारी साली को कहा चोट लगी है ओर आगे से मेंरे टाप में हाथ डाल दिया ओर मेरी चूची दबाने लगे। मैने कहा जीजू अभी मत करो कोइ देख लेगा। वैसे भी सुबह घर पहुँच कर सब आपका ही तो है। “Jija Ke Sath Honeymoon”
लेकिन जीजू कहा सुनने वाले थे इतनी देर में तो उन्होंने मेंरी
ब्रा को उपर किया ओर मेरी बडी बडी चूचियो को सहलाने लगे। तभी जीजू अपनी होठं मेरे
कान के पास लाए ओर बोले आयशा तुम्हारी चूचिया कितनी चिकनी ओर मुलायम है, एकदम से गोल, ओर
भारी भारी, ओर तुम्हारे निप्पल कैसे तन के खड़े
है। अब अगले 6 दिनों तक जी भरकर तुम्हारा दूध
पीउँगा। तुम्हारे निप्पल चूसुगां। बोलो चुसवाओगी न। ओर कस के निप्पल ऐठने लगे हा
बाबा 6 दिनों तक जो कहोगे सब करूगीं लेकिन
प्लीज अभी मत करो। जितना मन करे उतना मेरी जवानी का रस पीना, मेरा पूरा बदन भोगना। लेकिन अभी मेरी चुचिया
छोड दो। अब जीजू ने मुझे ओर कस के पकड लिया ओर मेरी गोरी गोरी दूध जैसी मखमली
चूचियो को कस कर रगडने लगे। हाय आयशा कितना चिकना बदन है तुम्हारा, मन करता है कि तुम्हे अभी नगीं करके तुम्हारी
चूचियो को पी जाउं। तभी मुझे अपने पीछे कुछ चुभता महसूस हुआ , मेंनै एक झटके से पीछे देखा जीजू की आखों में
वासना चमक रही थी। मेरी भी सासें भारी होने लगी थी, जिस
लडं के लिए में इतना तरसी हू वो अभी मुझे छू रहा था।
अब मुझे दीदी की वो बात याद आने लगी कि इनका हथियार बहुत मोटा है ओर ये बिस्तर पर घोड़े है घोड़े। इतनी देर में ही जीजू का लडं स्कटृ के उपर से ही मेंरी गांड में गडने लगा था।पहले ही मेरी चूचियो को रगडकर जीजू ने मेरी हालत खराब कर दी थी। मैने बहुत मुश्किल से अपने आपको सम्भाले हुए कहा जीजू प्लीज बस करो आपका वो मुझे चुभ रहा है। आहहह आयशा तेरे इन मोटे मोटे टाइट टाइट चूतडो के लिए तो पागल हू मै ओर तू इनको इतनी देर से मुझसे चिपका कर खडी है। अब नही रोक पाउगां में। इतना कहकर जीजू ने अपनी चैन खोली मेरी स्कटृ उपर उठाई ओर अपना नगां लडं अन्दर डाल दिया। जैसे ही उनका नगां लडं मेरी स्कटृ के अन्दर मेंरी कच्छी के उपर टकराया मुझे उसकी मोटाई का अहसास होने लगा। अब जीजू ने एक हाथ स्कटृ के अन्दर डालकर मेरी कच्छी को नीचे कर दिया। अब उनका गरम गरम नगां लडं मेरे नगें चूतडो के पीछे था। जीजू की इस हरकत से में अन्दर तक कापं उठी। “Jija Ke Sath Honeymoon”
उनका लडं वाकई मे बहुत मोटा ओर बहुत गरम लग रहा था। एकदम जलती हुई लोहे की सलाख की तरह। प्लीज जीजू ये तो बहुत ही ज्यादा गरम है, प्लीज बाहर निकाल लो न, मुझे कुछ हो रहा है, लेकिन जीजू लगातार अपने गरम मूसल का दबाव मेरे नगें चूतडो पर बढ़ा रहे थे। अ आहहह आयशा तूने अपने इन चूतडो पर बहुत मेहनत की है न, एक बार कल घर चल फिर देख कैसे तेरे चूतडो में अपना ये गरम गरम मूसल घुसा कर तेरी गांड फाडूगां। तुझे पता है तेरे चूतडो को जब से मैने देखा है तबसे तेरे इन सेक्सी चूतडो के बारे मे सोचते हुए न जाने कितनी बार मैने तेरी दीदी को रौदा है। अब उनका गरम गरम लडं मेरे मोटे टाइट चूतडो मे घुस चुका था ओर उनका अगांरे की तरह सुलगता हुआ सुपाडा मेरी गांड के छेद पर छू रहा था।
जीजू प्लीज अब रूक जाओ, मैं ने आजतक यहां पर नहीं लिया है, ओर आपको तो पता है न कि मेरी कितनी टाइट है। अभी में आपका ये गरम मूसल जैसा लडं नहीं ले पाउंगीं, कल से 6 दिन तक जैसे आप कहोगे वैसे ही करूगीं, भले ही कितना भी दुखे, आपका मन करे तो मेरे उपर चढकर मेरे चूतडो को भी खूब रोदनां, अभी प्लीज निकाल लो, प्लीज जीजू आहहह प्लीज आपका लडं का सुपाडा बिल्कुल अगांरे की तरह जल रहा, उफफफफ आहहह इसे मेरी गांड के छेद से हटा लो न…..कितना मोटा है ये उफफफफ आपने एकदम से ही अपना इतना गरम गरम मोटा लडं मेरे चूतडो में फसां दिया, आहहह उफफफफ, बाहर निकाल लो न प्लीज आहहह, नहीं ले पाउगीं मै उफफफफ……आइइइइइ…….नही न…… निकाल लो न जीजू…….हाईईईईईईई ठीक है, ओर अन्दर नहीं घुसाउगां, लेकिन अब ये इतना तन चुका है तो इसको शान्त तो तुझे ही करना पडेगा, अब हाथ पीछे कर ओर इसको जल्दी जल्दी हिला, मैं अपना सारा लावा तेरे चूतडो के बीच में छोड दुगां नहीं जीजू, प्लीज न, मुझसे आपका ये मूसल अपने चूतडो के बीच में भी नहीं लिया जा रहा है.
ऐसा कहते मैने हाथ पीछे करके जीजू का वो इतना भयंकर गरम गरम लडं पकड लिया ओर तेज तेज अपने चूतडो में हिला ने लगी, आहहह जीजू कितना मोटा हैऐऐऐ, उफफफफ इतना गरम गरम, मेरे चूतडो को माफ कर दो, हाय राम, मै तो मर जाउगीं, ये आपने कहा घुसा दिया, उफफफफ उफफफफ, आहहह आहहह, प्लीज जीजू आपके लडं की आग से मेंरे चूतड जल रहे हैं, ओर ये अगांरे जैसा आपका सुपाडा मेरी गांड जला रहा है, आईईईई उउउउ, उफफफफ आहहह जीजू आपके लडं की मोटाई मेरै चूतड नहीं झेल पाएंगे, आपकी साली मर जाएगी जीजू, आहहह उहहहहह में बोलती जा रही थी, और खडी खडी अपने मोटे ओर टाइट चूतडो में तेज तेज जीजू का लडं हिला रही थी, तभी जीजू ने अपने लडं का दबाव मेरी गांड के छेद पर बढ़ा दिया, उनका गरम गरम लडं अकडकर लोहे की तरह सख्त हो गया था. “Jija Ke Sath Honeymoon”
मैने लडं को ओर सख्ती से पकड लिया, अगर ये हल्का सा भी गाड़ं में घुस गया तो मेरी
तो चीख ही निकल जाएगी। आहहह जीजू उफफफफ प्लीज, आईईईई
मेरे चूतड फट जाएगें, जल जाएगें, उफफफफ कितना मोटा ओर गरम लडं है जीजू आपका, आ हहहहहह, अब
जीजू ने अपने सुपाड़े का दबाव इतना ज्यादा बढ़ा दिया कि मेरी गांड का छेद भी खुलने
लगा, जैसे ही जीजू का गरम गरम नगां मूसल
मेरी गांड के छेद के अन्दर लगा, जीजू ने अपने
लडं कीपिचकारी छोडनी शुरू कर दी, हायययय मै मर
गई कितना गरम लावा, ऐसी गरम गरम पिचकारी पडी मेरी गांड
के अन्दर के में एकदम से सीधी खडी हो गई, गाडं
के अन्दर पडी एक ही पिचकारी ने मुझे जीजू के लावा की गरमी का अहसास दिला दिया ओर
मै अन्दर तक हिल गई थी, अब जीजू पूरी ताकत से अपना लडं मेरे
मोटे मोटे चूतडो में दबा कर अपने लडं का लावा निकाल रहे थे, 3-4-5-6……10-11 पता नहीं कितनी देर तक उनका लडं
मेरे चूतडो मे अपना लावा उगलता रहा.
उनका वीयृ मेरे चूतडो की गहराइयों तक पहुँच गया था लेकिन लडं अभी भी मेरे चूतडो में फसां था ओर रह रह कर उसमें से गरम गरम बूदें मेरे चूतडो मे टपक रही थी। अब मैने अपना सर पीछे करके जीजू की छाती से लगाया ओर जीजू नीचे को बैठते गये ओर साथ साथ जीजू का लडं अपने चूतडो मे फसांये मै भी उनकी गोद मे बैठ गयी। आहहह जीजू आज तो आपने मेरे चूतडो की अच्छे से रगड़ाई कर दी। कितना मोटा ओर गरम है आपका। आहहह आयशा तेरे चूतड भी एकदम टाइट ओर कितने चिकने है। इतने मोटे ओर टाइट चूतडो मे लडं घुसा कर मजा आ गया। अब सुबह घर पहुचकर तुझे असली मजा दूगां। ठीक है जीजू लेकिन अपनी साली कै जरा आराम से रगडो, आपका लडं इतना मोटा ओर गरम है न मुझे डर लग रहा है । “Jija Ke Sath Honeymoon”
अभी तो आपने बस उपर से ही मुझे रगडा है उसी से मेरी हालत खराब हो गयी है। जब आपका ये सुलगता हुआ लडं मेरे छेद मे घुसेगा तो मैं तो मर ही जाउगीं। फिर हम सुबह तक ऐसे ही बैठे रहे, सुबह 4 बजे जब मेरी आखं खुली तो मैने महसूस किया कि उनका लडं अभी भी मेरे चूतडो मे घुसा हुआ है। अब मैंने जीजू को उठाया ओर कहा कि जीजू दिल्ली आने वाली है, मुझे थोड़ा उठने दो ओर आप भी अपने कपड़े ठीक कर लो। वो बोले ठीक है ओर जीजू ने एक शाल से मुझे ओर अपने आप को कवर कर लिया। अब मैं थोड़ा सा उनकी गोद से उपर उठी और जीजू ने अपना लडं मेरे चूतडो से बाहर खींच लिया। उनका लडं अभी भी गरम था। मैने तुरंत अपनी कच्छी को उपर किया। मेरे चूतड और मेरी कच्छी उनके वीयृ से चिपके हुए थे जिससे मेरी चुदाई की आग भड़कने लगी थी। अब बस मै जल्दी से घर पहुचकर चुदना चाहती थी । फिर गाड़ी दिल्ली पहुच गयी और हम टैक्सी लेकर घर पहुच गये। आगे की चुदाई अगले भाग में………….