Jija Kee Sathh Honeymoon Ka Mazza Mil Gaya 4

Hindi Sex Story हेल्लो फ्रेंड्स, आपने मेंरी कहानी जीजा के साथ हनीमून का मजा मिल गया पढ़ी जिसमे मेरी गांड का बुरा हाल कर दिया जीजा ने अपने मोटे लौड़े से. अब आगे की कहानी.. रात के करीब 10 बज चुके थे, जब मेरी आँख खुली, मै अभी भी इनके नीचे दबी पडी थी, और ये मेरे उपर ही चढे हुए गहरी नींद मे सो रहे थे, अब मैने जीजू को थोड़ा हिलाकर अपने उपर से हटाया और उनके नीचे से निकलने लगी, उनके लड़ं को मैने धीरे से अपने चूतडो मे से बाहर निकाला ओर उनको सीधा करके लिटा दिया, मैने थोड़ा उठने की कोशिश करी तो मेरे पूरे शरीर में दर्द की लहर दौडने लगी, मेरे चूतड बेपनाह दुख रहे थे, और मेरे पीछे वाले छेद मे बहुत तेज दर्द हो रहा था. Jija Kee Sathh Honeymoon Ka Mazza Mil Gaya 4.

मै जैसे तैसे दीवार का सहारा लेकर उठी और बाथरूम मे घुस गयी, मैने बाथरूम की लाइट आन की और लाइट की रोशनी मे मेरा दूधिया बदन चमक उठा, मेरे पेट और दोनों चूचियों पर चादर से रगडे जाने के गहरे गहरे निशान साफ दिखाई दे रहे थे, उफफफफफफफ कितना बुरी तरह रगडा था इन्होंने, इनका एक एक झटका जो मेरे चूतडो पे पडा था, उसे पीछे से मेरी गाडं ने झेला था ओर आगे से मेरा पूरा बदन, मेरी मोटी मोटी चूचिया चादर से रगड खा के झेलता थी…. मेरा दर्द फिर से बढने लगा था…. अब मैने घूमकर अपनी गर्दन पीछे घुमाकर अपने पीछे का हाल देखा तो मै अन्दर तक कांप उठी, हाययययय राम….. कितनी बुरी थी चुदी थी मै, मेरे दोनों मोटे मोटे चूतड इन पे पडे धक्कों की ताकत बता रहे थे, मेरे दूध जैसे गोरे चूतड अब गोरे नही रहे थे, वो अब गहरे लाल और कही कही से तो नीले भी हो गये थे…. मेरे गोरे गोरे चूतडो का पूरा उठान अब गहरे लाल निशानों से पटा पडा था, और चूतड़ो के अन्दर उनके मोटे लडं के लबें गहरे लाल निशान पडे हुए थे, मेरी दूधिया कमर बुरी तरीके से नुची हुई थी, अब मैने बाल आगे करके अपनी गर्दन को देखा तो उस पर जगह जगह काटने के निशान साफ दिखाई दे रहे थे.

अब मैने जैसे ही अपने ठुके हुए चूतडो को खोलना चाहा तो उनमे उठते बेपनाह दर्द ने मुझे मेरी ठुकाई की याद दिला दी….. उफफफफफफफ कितना सारा वीर्य भरा पडा था जो अब मेरे चूतडो से निकल कर मेरी टागों पे बह रहा था, अब जैसे ही मै पेशाब करने नीचे बैठी, मेरी गाडं का छेद बुरी तरह टीसने लगा और उसमें भरा इनका गरम गरम वीर्य बाहर टपकने लगा…… आ हहहहहह मै उनके इस वीर्य को अपने छेद से बाहर नही टपकने देना चाहिए रही थी, इसलिए मैने हिम्मत करके अपने दुखते हुए छेद पर हाथ रखा जिससे कि इनका गरम गरम वीर्य मेरी गाडं के अन्दर ही रहे और पेशाब करने लगी….. उफफफफफफफ कितना सेक्सी अहसास था ये, पीछे से मेरी गाडं मे गरम गरम वीर्य भरा पड़ा था और आगे से मै अपनी चूत खोलकर पेशाब निकाल रही थी….. किसी तरह मै अपनी गाडं का छेद दबाए पेशाब करके उठी और वापस आ गयी। अब मैनै फ्रिज से सैंडविच ओर जूस निकाला और वापस बेड पर बैठकर खाने लगी…. बगल मे जीजू नगें गहरी नींद मे सोए हुए थे, मेरा ध्यान बार बार उनके लड़ं पर ही जा रहा था. “Jija Kee Sathh Honeymoon”

जो सोते समय भी इतना खतरनाक लग रहा था, उधर मेरे छेद से लगातार वीर्य टपक रहा था, मै चाहकर भी उसे अन्दर रोक ही नही पा रही थी, अब मैने अपना हाथ अपने चूतडो के नीचे ले जाकर
अपने छेद से बहते हुए वीर्य को रोकने की कोशिश करी, क्योंकि
मुझे पता था जब तक इनका वीर्य मेरी गाडं मे भरा है तब तक तो कुछ आराम भी है, नही तो मेरी गाडं बहुत दुखेगी और मै पूरी रात सो
नही पाउगीं…. अब मैने फटाफट सैंडविच खत्म किया, जूस
पिया और, जीजू के सीने से लगकर लेट गयी, लेकिन अब तक मेरी गाडं से सारा वीर्य निकलकर मेरे
चूतडो से होते हुए बहने लगा था, और मेरी गाडं
का छेद बुरी तरह दुख रहा था….. अब मैने कुछ सोचा और इनका लड़ं पकडकर सहलाने लगी, अभी भी कितना गरम है ये जालिम….. मैने मन ही मन
कुछ सोचा, और प्यार से पूरे लड़ं पर उपर से नीचे
उनकी गोटियों तक हाथ फिराने लगी…. जिस लड़ं ने शाम मुझे इतनी सजा दी अभी मै फिर
से अपने हाथों में लिए हिला रही थी, एक
तरफ मुझे डर भी लग रहा था अगर ये जाग गये तो फिर से मेरे उपर चढकर मुझे रगडेगें, लेकिन मेरी हालत अभी ऐसी नही थी कि मै इनको फिर
से अपने उपर चढा पाउं, आज सुबह से ही आगे से ओर पीछे से दोनो
ही तरफ से मेरी बहुत बुरी तरह चुदाई हो चुकी थी, चुदाई
क्या भयंकर ठुकाई ही हुई थी मेरी दोनों तरफ से….

लेकिन मेरी गाडं भी इतना दुख रही थी मुझे बस उसके अन्दर इनका गरम गरम वीर्य भरवाना था, … अब जीजू के लडं मे भी तनाव आना शुरू हो गया था और जीजू की आखं भी खुल चुकी थी, आ हहहहहह आयशा मेरी जान कितनी सेक्सी है तू, और तेरे अन्दर कितना सेक्स भरा है…. नही जीजू आप कुछ मत बोलो ऐसे ही चुपचाप लेटे रहो, आज शराब के नशे मे आपने मुझे कितनी बुरी तरह रौदां…. पता है आपको…… मै कितनी बुरी तरह चीखती रही, आपके नीचे पडी पडी सिसकारती रही, लेकिन आप तो ऐसे मेरे उपर चढे हुए थे कि बस पूछो मत…. क्यो आयशा ऐसा मैने क्या किया, बस अपना प्यार ही तो बरसा रहा था तेरे उपर…. अच्छा प्यार बरसा रहे थे कि अपनी हवस निकाल रहे थे मेरे चूतड़ो के उपर…. आज आपने अपनी आयशा के चूतड़ो को उसके पीछे वाले छेद को पूरा बर्बाद कर दिया….. मै लगातार उनका लडं भी हिला रही थी, ओर बनावटी नाराजगी भी जता रही थी….

पता है आपको आपने कितने कस कस के धक्के मारे है…. मेरे गोरे गोरे चूतड़ो की गोलाइयां पूरी लाल हो गयी है…… आज आपने अपनी साली को बहुत सताया है, मेरा पूरा बदन दुख रहा है,…. आगे से भी और पीछे से भी…… ओहहह तो हमारी साली अपने जीजू से नाराज है, लेकिन मेरी प्यारी साली प्यार मे ये दर्द तो मिलेगा ही…. और तेरे चूतड इतने सेक्सी और टाइट है कि उनमे तो हर एक मर्द अपनी हवस ही मिटाना चाहेगा और वो प्यार से नही हो सकता…. तेरे गोरे गोरे उठानो पे अगर मै कस के धक्का नही लगाता तो मै इसे अन्दर कैसे घुसाता….. और अगर अन्दर नही घुसाता तो तू अपने सेक्सी चूतड़ की चुदाई का, अपनी गाडं चुदवाने का मजा कैसे उठाती….. बोल….लिया न तूने भी पूरा मजा….. और इसी के साथ जीजू ने मुझे अपनी बाहों मे भर लिया और फिर से अपने गरम गरम होठं मेरे नरम होठों से मिला दिए और कस के चूसने लगे… मै उनकी इस चुसाई से उनकी बाहों मे बुरी तरह छटपटाने लगी और छूटने की कोशिश करने लगी, लेकिन उन्होंने इस कदर मुझे अपनी बाहों मे जकड लिया था कि छूट ही नही पा रही थी. “Jija Kee Sathh Honeymoon”

अब मै उनकी इस चुसाई मे उनका साथ देने लगी और कस के उनके होठो
को चूसने लगी, मेरे हाथो मे उनका भारी भरकम लडं था
जो कि अब तन चुका था और मैने अपनी चूचिया उनके चौडे सीने मे गडा दी…. आ हहहहहह
आयशा तेरे होठो का रस कितना सेक्सी है…. आ हहहहहह चूसने दे न, बस ऐसे ही मेरा साथ दे अपनी चुसाई मे…. तेरा
सारा रस निकाल कर पी जाउगां….. ओहहहहह कितनी सेक्सी साली है मेरी आ हहहहहह….
और वो मुझको और मै उनको पूरा 10 मिनटों तक
चूसते रहे….. आ हहहहहह जीजू आपने तो बिल्कुल मुझे अपना बना लिया है, आप कितनी ही बेरहमी से मुझे चोदो लेकिन मै आपकी
ही बनी रहूगीं…आहहहह…. लेकिन अभी के लिए आपको अपनी आयशा को छोडना पडेगा…. आ
हहहहहह सच मे जीजू शाम आपने जो मेरे साथ किया न उसकी गवाही ये मेरी गाडं, मेरे चूतड़ो का दर्द मुझे दे रहा है, सच जीजू बहुत दुख रहा है…… आ हहहहहह आयशा
इतना तडपा दिया तूने तो फिर कैसे छोड दू…. अब तो तेरी सवारी फिर से करनी
पडेगी….. आ हहहहहह देख मेरे लडं को हिला हिलाकर फिर से तूने खडा कर दिया….. अब
नही छोड पाउगां तुझे… अब तो तुझे इसकी आग फिर से झेलनी पडेगी…..

नही न जीजू, इसे मैनें अपने लिये खडा किया है….. देखो आप तो मेरे अच्छे जीजू हो न…. और आपकी आग को मै जरूर शान्त करूँगी, आपके उफनते हुए लडं का लावा भी निकालूगीं , लेकिन अपने तरीके से, प्लीज जीजू आप कुछ मत करना, अभी मेरा छेद बहुत दुख रहा है…. हायययययय और इतनी सजा का जो मेरे चूतड़ो को मिली है, उसका जिम्मेदार भी तो आपका ये मूसल ही है, थोडा सा भी रहम नही खाता है ये…. इसलिए अभी मै सिर्फ अपने मन की करुगीं ….. और मै उनकी छाती से लिपटी हुई उनके लडं को हिलाने लगी, उनके लडं का तनाव बढने लगा था, और उनके मुहं से आहे निकलने लगी…. आहहहह आयशा ये क्या कर रही है, देख मेरा लडं बेकाबू हो जाएगा…. अब मैं तेज तेज उनके लडं को हिलाने लगी, उनका तना हुआ गरम मूसल अब बुरी तरह फुफंकार रहा था…. उफफफफफफ जीजू कितना बड़ा है आपका हथियार, देखो मेरी मुठ्ठी मे समा भी नही रहा है…. उफफफ जीजू इतना मोटा गरम लडं है आपका, इसकी मोटाई ने मुझे बहुत परेशान किया हैं कल से, मै बोलती जा रही थी और तेज तेज उनके लडं को हिला रही थी… “Jija Kee Sathh Honeymoon”

आहहहह कल से आपका ये मोटा गरम लडं मुझे सता रहा है, पहले अपने खड़े खड़े ही मेरे चूतड़ो मे घुसाया, फिर सुबह मेरी चूत मे घुसा के उसका रस निकाला, और अभी शाम को तो अपने मेरे चूतड़ो की मेरे पीछे वाले छेद की जबरदस्त ठुकाई की…. अब तक उनका लडं अपने पूरे शबाब पर शोले की तरह दहक रहा था और मै उसे कस कस के हिला रही थी…. आ हहहहहह आयशा जल्दी कुछ कर, ऐसे लग रहा है मेरे लडं की नसे फट जाएगी जीजू आपके मोटे लडं की आग, इसकी तपिश तो मेरी इस हालत मे भी मेरी हालत खराब कर रही है उफफफफफफ कैसे तन जाता है ये….. जीजू प्लीज आप बस जैसै मै कहूँ वैसे ही करना, और ज्यादा कुछ नही करने दूगीं… आ हहहहहह आयशा मेरी जान ठीक है, इस बार जो तू कहेगी वैसा ही होगा…. वैसे भी कल रात से तूने मेरी सारी बातें मानी है, …

अब मै उनकी तरफ करवट करके इस तरह लेट गयी के मेरी चूत ठीक उनके मुँह के सामने आ गयी, आ हहहहहह जीजू अब मेरी चूत को प्यार करो, इसे जीभ से चाटो, और मै जीजू के लडं को जो ठीक मेरे होठों के सामने था जोर जोर से खीचने लगी…. आ हहहहहह आयशा मेरी जान तेरी चिकनी चूत का रस तो मै सारा चूस लूगां, और इसी के साथ उन्होंने मेरी चूत को मुहं मे भर लिया और जोर जोर से चूसने लगे…. आ हहहहहह पिला अपने सेक्स का रस, निकाल दे अपनी चूत की आग….. इधर मै उनका गरम मूसल को पकडे पकड़े सिसक ने लगी, उफफफफफफ जीजू कितने अच्छे तरीके से मेरी चुसाई करते हो आप…. आहहहहह चूसो न मेरी चूत को उफफफफफफ अन्दर तक चाटो…. अब मैने भी अपना मुंह खोला और उनका उबलता हुआ सुपाडा अपने मुंह मे भर लिया, आ हहहहहह वो ही मोटा दहकता हुआ सुपाडा था ये… देखो जीजू मैने फिर से आपका ये मोटा सुलगता हुआ लडं अपने मुहं मे भर लिया है, उफफफफफफ फिर से कितना गरम हो गया है ये तो, और मै खींच खींच कर उनका वो जालिम लडं चूसने लगी, उधर इन्होंने चूस चूस कर मेरी चूत का बुरा हाल कर दिया था, वो मेरी चूत को पूरा अपने मुहं मे भरके अपनी गीली जीभ से चूत के दाने को रगड रहे थे… “Jija Kee Sathh Honeymoon”

उफफफफफफ जीजू आ हहहहहह ये कहा रगड दी आपने अपनी जीभ हायययययय
आपकी साली आपके मुहं मे ही चुद जाएगी, लेकिन
वो कस के मेरी चूत को मुहं मे भरे हुए लगातार मेरी चूत के दाने को चूस रहे थे, उनका मुहं मेरी चूत मे तूफान मचा चुका था, मै भी मस्ती मे उनके गरम मोटे लडं को मुहं मे
भरकर तेज तेज चूस रही थी….. आहहहह जीजू चुसाओ अपनी साली को अपना ये दहकता हुआ
मोटा लडं, झाड दो अपना उफनता हुआ लडं अपनी आयशा
के मुहं मे, उफफफफफफ……, जीजू मेरी चूत तो बिल्कुल बेकाबू हो रही आपकी इस
चुसाई से, आ हहहहहह प्लीज आप जोर से मेरी चूत को
चूसो और निकलने दो मेरी आग को अपने मुंह मे….. आ हहहहहह जीजू जोर से पी जाओ मेरी
चूत, उफफफफफफ जीजू, कस के चाटो, आ
हहहहहह जीजू गयी मेरी तो, और इसी के साथ मैनें अपनी चूत उनके
मुँह पर रखकर उनके उपर चढ गयी.

और अपनी चूत को उनके मुँह मे धक्कों के साथ झाडने लगी….. आहहहहह जीजू प्लीज, संभालो मुझे…. उफफफफफफ गयी मै तो……. और जीजू कस कस के अपनी जीभ अन्दर घुसा के मेरी चूत को पूरा अपने मुंह में भरके चूसते जा रहे थे..। आ हहहहहह आयशा तेरी चूत का पानी कितना सेक्सी है…. निकाल दे सारा…. आहहहहह आयशा अब जोर जोर से हिला मेरा भी, ऐसे ही अपने मुंह मे भर के चूस आहहहहह निकाल दे मेरी भी आग…. उफफफफफफ मेरा लडं भी पूरा भर गया है…… नही जीजू मुहं मे मत झाडना, आपका वीर्य मुझे मेरी गाडं मे भरवाना है आ हहहहहह…. जीजू मेरा ये वाला छेद और मेरे चूतड बहुत बुरी तरह दुख रहे है, प्लीज इनमे अपना ये गरम गरम वीर्य भर दो न…. लेकिन प्लीज इसे अन्दर मत घुसाना, आपका दहकता हुआ लडं अभी मै अन्दर नही घुसा सकती, आपने शाम इतनी बुरी तरह से चोदा है, आपके इस मोटे लडं ने मेरी गाडं को इतनी बुरी तरह सजा दी है कि मेरा पूरा शरीर आपकी इस ठुकाई की गवाही दे रहा है…. बस अब आप अपने इस गरम गरम वीर्य से मुझे आराम दो…. “Jija Kee Sathh Honeymoon”

लेकिन आपको मेरी कसम है प्लीज आप बिल्कुल भी धक्का नही मारोगे…. अब मै आपके नीचे उल्टा होके लेट जाती हूँ फिर प्यार से भरना… फिर मैने उनका लडं अपने मुहं से बाहर निकाला ओर उल्टा होकर लेट गयी ओर जीजू को उपर आने को कहा…. जैसे ही वो मेरे उपर आये मैनें उनका लडं कस के पकड लिया , उफफफफफफ बिल्कुल पत्थर की तरह कडक हो गया था उनका लडं…. आहहहह जीजू अब बिल्कुल प्यार से मेरे चूतड खोलो, मै खुद आपके इस जानवर को अपनी गाडं के छेद पर लगाउगीं… आहहहह आयशा तू अपने ये मोटे मोटे चिकने चूतड नगें करके फिर से मेरे नीचे आ गयी, उफफफफफफ बहुत सेक्सी है तू….. ले अब लगा इसे अपने छेद पर, आहहहहह मुझसे भी रूका नहीं जा रहा है, नही तो सारा तेरे नगें टाइट चूतड़ो मे ही झड जाएगा… आईईईई जीजू आराम से खोलो बहुत दुख रहे हैं, और मैने उनका सुलगता हुआ मोटा लडं अपने चूतड़ो मे घुसेड लिया ओर उनके अगारें को फिर से अपने छेद पर रख लिया…. आईईईई एक दम से से दहकता रहा है ये तो…. और मै कस के उनके लडं को अपनी मुठ्ठी मे दबा के जोर से हिलाने लगी, आहहहहह और मत तडपाओ अब जल्दी से अपना लावा मेरी गाडं मे भरो… उफफफफफफ अपनी आयशा के चूतड़ो को, उसकी गाडं को फिर से अपने वीर्य से भरो.. हा आयशा ले भरवा ले, उफ्फ्फ कितने सेक्सी है आ हहहहहह ले…

इसी के साथ वो अपनी गरम गरम पिचकारी मेरी गाडं के अन्दर मारने लगे…आहहहहह ले आयशा, हां आआआआ ले ले सारा, उफफफफफफ क्या उफनता हुआ लडं है आपका…., मै कस के उनके लडं को पकड कर अपनी गाडं को छेद पर रखे हुए थी और उनका वो खतरनाक जानवर अपना गरम गरम लावा मेरे अन्दर उगल रहा था, उफफफफफफ कितनी बुरी तरह से आग उगल रहा था…. पहली के बाद दूसरी, फिर तीसरी, पता नही कितनी गरम गरम पिचकारी मेरी गाडं के अन्दर पड रही थी…. कम से कम एक मिनट तक जीजू मेरे चूतड़ो मे अपना सुलगता हुआ जानवर घुसाए, मेरी गाडं मे अपने वीर्य की गरमा गरम बारिश करते रहे और जैसा मै चाह रही थी अब उनका उफनता हुआ वीर्य मेरी गाडं के छेद मे भर गया था और मेरे चूतड़ो के बीच मे बह रहा था…. आहहहहह मेरे अच्छे जीजू अब मेरे चूतड छोड दो और ऐसे ही मुझे अपने नीचे दबाकर मेरे उपर फैल जाओ…. आ हहहहहह आपके नीचे दबकर ही आराम पड रहा है… अब मैने भी अपनी मुठ्ठी से उनके लडं को आजाद किया और ऐसे ही उनको उपर चढाये पडी रही…. “Jija Kee Sathh Honeymoon”

अब उनका जानवर भी ठडां पड चुका था इसलिए वो भी मेरे उपर फैले
प्यार से मेरी पीठ को मेरे गालो को चूमने लगे…. आयशा तू कितनी अच्छी है…. कल
से तू अपने जीजू की सारी बातें मान रही है….. तू ऐसे ही मुझसे प्यार करती रही तो
मेरे साथ साथ मेरा लड़ं भी तेरे इस सेक्सी बदन का दीवाना हो जाएगा, फिर हर रात मेरे लडं के नीचे तुझे आना पड़ेगा…
और तू भी तो इससे इतना प्यार करने लगी है जो इतना चुदने के बाद भी फिर से मेरा लडं
लेने मेरे नीचे नगीं होकर लेट गयी…. नही न जीजू, वो
तो आपके इस बेरहम जानवर ने एक ही दिन मे मुझे इतना दर्द दिया न जब मै सोकर उठी तो
मुझे पीछे से बहुत दुख रहा था, फिर जैसे ही
उठकर मै पेशाब करने के लिए लिए गयी.

तो मेरी गाडं मे आपने जो वीर्य मेरी ठुकाई के बाद भरा था, सारा बह गया और फिर मेरी गाडं मे बेपनाह दर्द होना लगा, फिर मुझे अहसास हुआ कि जब तक आपके प्यार की गरमी मेरे अंदर है मुझे अपनी इस भंयकर हुई चुदाई के दर्द का अहसास कम हो रहा था…. बस इसलिए मैनें आपके लडं को पकडकर हिलाना शुरू कर दिया था…. और उसके बाद वो सब होता चला गया जो जो मै चाह रही थी….. अच्छा… जिस तरह तू मेरे लडं को अपने मुहं मे भरकर चूस रही थी, अगर मेरा तेरे मुहं मे ही छूट जाता तो…. नहीईईई जीजू ऐसे आप अपने लडं को थोडे ही न मुझे पिलाओगे…. क्यो तू तो कयी बार कह चुकी है कि जीजू अपना लडं मेरे मुहं मे डालकर झाड दो…. “Jija Kee Sathh Honeymoon”

वो तो मै जब ज्यादा ही उत्तेजित हो जाती थी, तब कहती थी…. वो भी आपके कारण…. इतनी आग भी तो आप ही भडकाते हो…. अब चुप करो जीजू… ऐसे नही कहो न…. लेकिन मुझे तो लग रहा था कि तू आज ही इसको अपने मुहं मे दबाकर मेरा सारा लावा निकाल कर पी जाएगी…. अब तेरे मुहं मे लडं डालकर झाडना ही पडेगा…. नही जीजू अब ऐसी बातें मत करो और सोने दो…. सो तो तू जा, आयशा की बच्ची, लेकिन अब कल तू अपने हनीमून के दूसरे दिन के लिए तैयार हो जा…. आहहह अभी तो सिर्फ पहला दिन खत्म हुआ है और रात तो बाकी है, इतने मे ही इन्होंने मुझे कितनी बुरी तरह चोदा है, मेरे हर एक छेद की बुरी तरह ठुकाई की है…. और मै भी कैसे सुबह से नगीं होके जीजू के नीचे ही हू… अब मुझे बडी शर्म आ रही थी, कैसे जीजू ने कल रात र्टैन मे ही मेरे चूतडो को नगां कर दिया था… और कैसे कल रात से ही मै अलग अलग जगह चुद चुकी हूं, और ऐसा ही सोचते सोचते पता नही कब मेरी आखं लग गयी, लेकिन अपनी जवानी की जिस आग को इतने समय से सभांले हुए थी, वो अब पूरी तरह भडक चुकी थी, और अब मै अपनी चुदाई का, अपनी जवानी का पूरा मजा उठाना चाहती थी…

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