Kamvasnaa Jag Gai Didi Ki Nangi Jangh Malish Karke 3

Hindi Sex Story दोस्तों , पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मेरी बड़ी बहन प्रियंका मुझसे जांघ मालिश कराने के बहाने अपने काम वासना को तृप्त करने की कोशिश की और मै ,राहुल दीदी की ओर आकर्षित होकर उनके साथ दो दो बार शारीरिक सम्बन्ध बनाया ,लेकिन दीदी के गोरे मुखड़े ,सुरहिनमा गर्दन ,मध्यम आकार के स्तन और सपाट पेट से लेकर केले के थंब से चिकने मोटे जांघों को सिर्फ चूमने और चाटने का न्योता मिला था ,हां उनकी रसिली टाईट चुत को भी चूमा और चाटा था तो प्रियंका मेरे लंड को मुंह में भरकर मुखमैथुन की थी ,फिर भी लंड और चुत का मिलन अभी बाकी था. Kamvasnaa Jag Gai Didi Ki Nangi Jangh Malish Karke 3.

खैर ,दो दिन बाद एक सुबह दोनों भाई और बहन स्नान करके नाश्ता किए ,फिर कालेज के लिए निकल पड़े ,दीदी को मॉडर्न ड्रेस पहनने की छूट थी तो वो टाईट जींस और शर्ट पहन रखी थी ,एक पर्स कंधा में टांगे और साथ ही नोट्स बुक हाथ में लिए वो बाईक पर बैठ गई ।कुछ दूरी तय करने के बाद प्रियंका ,जोकि दोनों पैर दो दिशा में किए मेरे पीछे बैठी हुई थी मेरे से चिपक गई ,उसका हाथ मेरे कमर पर था तो वो मुझे तंग करने के लिए अपने दोनों चूची को मेरे पीठ से रगड़ रही थी ,मै बाईक विजय नगर चौराहा से मोड़ते हुए पूछा “क्या कालेज जाने का मन है या फिर (वो थोड़ा गुस्सा में) चुपचाप कालेज पर मुझे ड्राप कर । “मै कुछ देर के बाद दीदी को कस्तूरबा पी जी महिला कालेज के गेट पर ड्राप कर दिया और फिर अपना कालेज चला गया ,दिमाग तो प्रियंका के नग्न जिस्म पर ही थी तो मै अपना लैक्चर अटेंड किया और दो क्लास के बाद मेरा मन थोड़ा दुखी सा लगने लगा.

तो मै कालेज से निकल पास के मार्केट गया और वहां दो केन बियर
खरीदकर एक पार्क में घुस गया ,फिलहाल पार्क
में कम ही लोग थे तो मै उसके कोने में जाकर घांस पर बैठा और बियर पीने लगा,साथ ही सिगरेट जलाया और फिर अपने बेकाबू मन को
शांत करने लगा ।पार्क में बैठे हुए एक केन बियर पिया और थोड़ी देर बाद घर वापस
जाने की सोच रहा था कि मोबाइल बज उठा ,देखा
तो प्रियंका का फोन था ,फिर रीसिभ किया “हां बोलो दीदी
(वो)तुम क्लास में हो (मै)अभी ब्रेक है ,दो
लैक्चर अटेंड कर चुका हूं ,क्यों (वो)मुझे घर ड्राप कर देते
(मै)ठीक है ,१०-१५ मिनट में आता हूं ।”फिर मै
पार्क से निकल कर बाईक स्टार्ट किया और दीदी कि कालेज की ओर चल दिया ,मार्च शुरुआत का माह था तो वसंत ऋतु में दोपहर
११:४५ बजे का समय मन को प्रफुल्लित करने वाला और मै कालेज के गेट पर पहुंचा तो
दीदी अपनी एक सहेली से बात कर रही थी ,फिर
मुझे देख मेरी ओर आई “चलो थोड़ा चाट चौराहा पर काम है ।”मै प्रियंका के
गुप्त योजना से बेखबर था और जब चाट चौराहा पहुंचा तो वो बोली “इस होटल के
पार्किंग में गाड़ी लगाओ और रिसेप्शन पर आ जाओ ” ,फिर भी मै कुछ समझ नहीं पाया और रिसेप्शन पर
पहुंचा तो देखा कि दीदी ५०० रु का एक नोट मैनेजर को देते हुए एक चाभी ली “समय
देख लीजिए ,तीन घंटे में रूम छोड़ दूंगी. ”

और फिर मै दीदी के साथ होटल के लाबी में चला गया ,होटल के प्रथम मंजिल पर ही रिसेप्शन था तो उसी मंजिल के लाबी में जाकर २११ नंबर कमरा के सामने रुका तो दीदी दरवाजा खोली और एक सर्विस बॉय मुस्कुराते हुए एक बोतल पानी लेता हुआ आया ,वो पानी के दो ग्लास को बेसिन के और लेजाकर धोया और फिर पूछा “सर कुछ ऑर्डर हो तो (प्रियंका)हां ,एक किंगफिशर बियर की ठंडी बोतल लेते आओ ,लेकिन जल्दी ।”वो चला गया तो दीदी दरवाजे कि और देखी , फिर वो मुझे अपने बाहों के घेरे में लेकर चूमने लगी और मै दीदी के मुलायम स्तन की रगड़ छाती पे पा रहा था ,अब वो मेरे चेहरा को चूमने लगी तो मेरा हाथ प्रियंका के चूतड़ पर घूमने लगा.

अब तो बदन में आग लगी हुई थी और प्रियंका मेरे गर्दन में हाथ लगाकर ओंठो से ओंठो को रगड़ने लगी और तभी उसके मुंह में मेरा ओंठ था ,वो चूसते हुए मेरे शर्ट को जींस से बाहर करने लगी लेकिन तभी कॉल बेल की घंटी बजी तो प्रियंका मेरे ओंठ छोड़कर दरवाजा की ओर देखी तो मै बेड के किनारे बैठ गया और प्रियंका बोली “खुला है अंदर आ जाओ “तो वो लड़का टेबल पर बियर की बोतल रखकर चला गया । प्रियंका दरवाजा लॉक की और मेरे सामने खड़ी होकर अपने शर्ट के बटन पर हाथ लगा दी ,वो शर्ट उतारने लगी तो मै उसके जींस के बटन खोला और धीरे धीरे उसके चूतड़ सहित जांघों से नीचे करने लगा ।

पल भर बाद प्रियंका सिर्फ ब्लू रंग के पैंटी और ब्रा मै खड़ी थी तो मै अब उनके सामने खड़ा होकर अपना शर्ट खोलने लगा ,वो मेरे जींस को खोलने लगी ,आग दोनो के बदन में लगी हुई थी तो दोनों भाई – बहन सिर्फ अपने कच्छा और बनियान /ब्रा में थे ।तभी प्रियंका मेरे सर के पीछे हाथ लगाकर मेरे ओंठो पर अपना लंबा सा जीभ फेरने लगी और एक समझदार की तरह मै उसकी जीभ को मुंह में लेकर चूसने लगा ,दोनों एक दूसरे से लिपटे थे तो मेरा हाथ उसके चूतड़ पर घूम रही थी ,प्रियंका की पैंटी जी स्ट्रिंग थी ,सो सिर्फ उनका चुत ही ढका हुआ था ,चूतड़ पूरी तरह से नग्न था तो मै चिकने चूतड़ की गोलाई को मापता हुआ दीदी कि जीभ चुभला रहा था और प्रियंका मेरे जांघ से अपना जांघ रगड़ने लगी ।अब प्रियंका कि गुप्त योजना का खुलासा हुआ था और वो एक कामुक लड़की की तरह मेरे साथ लिपटी हुई थी ,पल भर बाद प्रियंका अपने जीभ को मेरे मुंह से निकाल दी तो मै अब उसको बेड पर धकेल दिया ,प्रियंका की दोनों टांगे बेड से नीचे थी तो उसके बदन का ऊपरी हिस्सा बेड पर साथ ही चूतड़ का भाग बेड के किनारे पर तो मै प्रियंका के दोनों पैर को बेड पर किया ,वो घुटने को मोड़कर जांघें फैलाए हुए थी तो मै जमीन पर बैठ उसके बुर को पैंटी पर से सहलाने लगा । “Kamvasnaa Jag Gai Didi”

प्रियंका की हाथ कमर पर थी और वो झट से उसकी डोरी को खोल दी तो मै प्रियंका कि पैंटी को निकाल कर चुत सहलाने लगा ,दोनों फांक ब्रेड पकोड़ा की तरह फुला हुआ तो दरार सटा हुआ ,बुर पर हल्के रोएं उग आए थे और मै प्रियंका के जांघों के बीच चेहरा लगाकर उसके चुत को चूमने लगा ,बियर के नशे में मै मस्त था तो प्रियंका टांग फैलाए बुर बिचकाए बेड पर किसी रण्डी की तरह लेती हुई थी ,तभी मै उसकी चुत के छेद पर नाक लगाकर सूंघा तो प्रियंका “उह आह तुम तो मुझे पागल कर रहे हो राहुल ,लो अब चाटो ” और उसकी उंगली चुत के छेद को थोड़ा फैला दी ,प्रियंका की माने तो उसकी सील फिलहाल टूटी नहीं थी तो और मै जीभ से चुत चाटता रहा तो कमर से चूतड़ तक हाथ फेर रहा था ।वो लेटे लेटे सिसकने लगी “उह आह कल रात से इतनी खुजली हो रही है बता नहीं सकती (मै)खुजली किधर मेरी जान (वो मुस्कुरा दी)ज्यादे बोलोगो ना तो मुंह में ही मूत दूंगी।”और मै बुर के अंदर जीभ करता हुआ मस्त हो रहा था ,लंड महाराज कच्छा के अंदर दहाड़ मार रहा था.

तो मै दीदी की चुत के दोनों फांक को अपने ओंठो के बीच लेकर चूसने लगा और वो मेरे बाल को कसकर पकड़ रखी थी “उह आह ओह चूस बे कुत्ते चूस साले मादरचोद “और दीदी की बातें सुनकर मेरा ध्यान मम्मी की सुडौल बदन पर चला गया ,कुछ पल बाद प्रियंका की बुर से नमकीन कसैन स्वाद वाली रज निकलने लगी तो मै रस का स्वाद लिया और फिर जीभ से बुर चाटकर स्वाद लिया तो प्रियंका उठकर पहले तो अपना ब्रा खोली और फिर वाशरूम चली गई ,मेरे सामने से नंगे ही गान्ड मटकाते हुए वो गई तो मै अब सोफ़ा पर बैठकर दो ग्लास में बियर डालने लगा ,फिर एक सिगरेट जलाया और प्रियंका का इंतजार करने लगा ।कुछ पल बाद वो रूम में आई तो उसके नग्न बदन देख मेरा लन्ड पूरी तरह से टाईट हो चुका था और वो ज्योंहि मेरे बगल में सोफ़ा पर बैठी ,मै अपने कच्छा को निकाल फेंका और अब दोनों पूरी तरह से नग्न थे ।प्रियंका के जिस्म की माप मेरी समझ से ३४-२६-३६, इंच के आसपास होगी तो उसके कंधे पर हाथ डालकर मै सिगरेट पीने लगा , वो अब बियर पीते हुए बोली “तुम तो पहले से ही बियर पिए हुए हो (मै अब गलास लिया)हां ,दरअसल तेरे नग्न जिस्म की यादें मुझे अशांत कर रही थी (वो बेशरम की तरह गाल चूम ली)ओह ,मतलब तलब मेरी थी और पी गए बियर ,क्या (मै बियर पीता हुआ सिगरेट उसे थमाया)कुछ ऐसा ही समझो ,तुमको तो बाईक पर ही पूछा था और तुम तभी जानबूझकर इसको मेरे पीठ से रगड़ रही थी ।” “Kamvasnaa Jag Gai Didi”

मै तपाक से प्रियंका के मुलायम स्तन को पकड़ा और दबाने लगा तो
वो बियर के साथ सिगरेट पीते हुए मस्त कमसिन लड़की लग रही थी ,मै एक ग्लास बियर पीकर अब उसके सीने पर मुंह लगा
दिया ,उसके स्तन मुंह में लेकर चूसने लगा तो
वो मुझे अपने छाती से लगाकर दूध ऐसे पीला रही थी मानो एक मां अपने बच्चे को दूध
पिला रही हो ,मै चूची चुभला रहा था तो प्रियंका एक
ग्लास बियर पीकर मेरे लंड को हिलाने लगी “उह आह उम अबे दांत मत लगा साले
कुत्ते “और मै उसकी चूची छोड़कर फिर से दूसरा स्तन मुंह में ले लिया ,मेरा लन्ड ६-७ इंच लम्बा हो चुका था तो उसका
चमड़ा पूरी तरह से खुला हुआ था ,पल भर बाद प्रियंका
मेरे चेहरे को पीछे धकेल कर स्तन को स्वतंत्र कर ली तो मै लंबी सांसे भर रहा था ।प्रियंका
मेरे लंड को सहलाते हुए बोली “क्या ,आज
ही तेरे शेर को गुफा में घुसा लूं या फिर कभी (मै)जैसी आपकी मर्जी ,मै तो तड़प रहा हूं आपके चुत को चोदने को
।”दीदी तभी अपने गलास में बियर डाली और पीने लगी तो मै साथ बैठा रहा ,वो आधा गलास बियर पीकर जमीन पर बैठ गई तो उसके
चेहरा मेरे जांघों के बीच था ,मेरे टाईट लंड
को थाम कर वो चूमने लगी तो उंगली झांट में घूम रही थी और मै उसकी चूची को पकड़
दबाने लगा तो प्रियंका किसी अनुभवी चुद्दक्कड़ की तरह मेरे लंड का सुपाड़ा अपने
ओंठो पर रगड़ने लगी.

और मै “उई आह ओह प्रियंका ,तुम बहुत सेक्सी हो ओह अब चूसो ना”तो प्रियंका मुझसे नजरे मिलाते हुए अपना मुंह खोले पूरा लंड अंदर कर ली ,उसका सर ठीक मेरे लंड के ऊपर था तो मेरा लंड उसकी मुंह में और सुपाड़ा गले में मानो अटक गई हो ,तभी प्रियंका अपने मुंह का तेज झटका लंड पर देते हुए मेरे लंड को चूस रही थी और मै उसके बाल पर हाथ फेरता हुआ मस्त हो रहा था ।पल भर बाद प्रियंका मेरे थूक से सने लंड को मुंह से बाहर की और उसको पकड़े हुए जीभ से चाटने लगी ,दोनों काम वासना की आग में जल रहे थे तो प्रियंका मेरे लंड को चाटकर उठी और अब वो बेड पर जाकर लेट गई तो मै वाशरूम जाकर फ्रेश हुआ ,एक तौलिया कमर से लपेटे मै कमरे में आया और बेड पर लेटा तो प्रियंका अपने नग्न जिस्म पर चादर ढक चुकी थी तो मै उसके करीब लेटा हुआ ,पूछा “ये प्लान तुम्हारे दिमाग में कैसे आया (प्रियंका)बेटा जब तन मै आग लगती है ना तब कुछ नहीं दिखता समझे ,वैसे इस होटल में प्रेमी युगल २-४ घंटे के लिए रूम बुक करते है ,ये मुझे मालूम था (मै)अच्छा लेकिन तुम कैसे जानी (प्रियंका)वो मेरे क्लास में एक दो लड़कियां है जोकि अपने बॉय – फ्रेंड के साथ यहां आती है (मै दीदी के गाल चूमता हुआ चूची को चादर पर से ही पुचकारा)आप अभी तो कुंवारी हैं (प्रियंका गुस्से में)तो क्या शादी शुदा हूं (मै)मेरे पूछने का ये मतलब नहीं था ,दरअसल आप अपना सील तुड़वा चुकी है या अब भी (प्रियंका) चूपकर साले अभी तो कुंवारी हूं तू ही मेरी बुर को चोद कर सील तोड़ेगा ।” “Kamvasnaa Jag Gai Didi”

मै दीदी के चादर को खींचकर उन्हें नंगा कर दिया और उन पर सवार होकर ओंठ और गाल चूमने लगा ,तो वो मुझे अपने बदन पर से धकेलने लगी और फिर मै बेड पर था तो प्रियंका मेरे मुंह के ऊपर ही टांग चिहारे बैठ गई “चल अब अपनी दीदी की बुर को चाट और चुदाई की शुरुवात कर”तो मै प्रियंका कि बुर को किस्स करने लगा ,वो अपना चूतड़ मेरे मुंह के ऊपर रखकर बैठी थी तो मै अब बुर के फांक को अलग किया और जीभ से चाटने लगा ,वो सिसकने लगी “उई मां ,आह ओह अब नहीं “तो मै कुछ देर के बाद बुर को छोड़ दिया और दोनों वाशरूम जाकर फ्रेश हुए ।

मेरी बड़ी बहन प्रियंका काफी कुछ सेक्स के बारे में जानती थी ,अब वो बेड पर लेट गई तो उसके हाथ में एक क्रीम की ट्यूब थी और एक दवाई भी ,मै उनके कमर के पास बैठा तो प्रियंका बोली “ये दवाई है ,गर्भनिरोधक गोली और इसको तुम सीधे अपनी उंगली की मदद से मेरी बुर के अंदर कर देना (मै उसके जांघ पर हाथ फेर रहा था )समझ गया दीदी और (वो मुस्कुराई)अबे साले कुत्ते ,मुफ्त की चुत नहीं है कि बीबी को दीदी बोलता है और ये क्रीम जरूरत पर लगाना (मै प्रियंका कि चूतड़ के नीचे एक तकिया डालकर बुर को सहलाने लगा)तो अब दवाई डालता हूं ,क्या (प्रियंका) हां ,लेकिन टेबलेट तो पैकेट से निकलो ।”

और एक सफेद रंग की लंबी सी टेबलेट को निकाल कर पहले तो मै प्रियंका कि चुत के छेद में उंगली घुसाया ,फिर उंगली निकालकर उस टेबलेट को अंदर घुसाने लगा और अब प्रियंका कि जांघों को चूमता हुआ उसके स्तन मसल रहा था तो वो बोली “दवाई अंदर पिघल जाएगा तब तुम घुसाना ,लेकिन अगर मै दर्द से कराह उठुंगी तो (मै हसने लगा) थोड़ा दर्द तो होगा ही आखिर तेरे बुर की झिल्ली जो फटेगी ,खून भी निकल सकता है (प्रियंका)सब पता है लेकिन दर्द तो पहली बार ही ,फिर तो वैसे पहले तुम किसी को चोदे हो (मै)उहं मौका नहीं मिला ।”और फिर प्रियंका अपने दोनों पैर को दो दिशा में किए मुझे चोदने को आमन्त्रित की ,तो राहुल उसके दोनों जांघों के बीच लंड पकड़े बैठ गया ,अब बुर के छेद पर सुपाड़ा रखकर धीरे धीरे अन्दर घुसाने लगा ,दोनों भाई बहन चुदाई में नए थे तो मेरा सुपाड़ा चुत के अन्दर चला गया और मै जोर से लंड को बुर में चानपने लगा तो अंदर की तंग मार्ग मुझे कठिनाई पैदा कर रही थी. “Kamvasnaa Jag Gai Didi”

लगभग आधा लंड घुसाके मै दीदी के चेहरे की ओर देखा तो उसकी आंखें
बंद थी ,चेहरा लाल हो चुका था और मै तभी बुर
में फंसे लंड को थोड़ा सा बाहर किया और कमर पर हाथ रखे जोर का धक्का बुर में दे
मारा ,तो पूरा लंड बुर के अंदर तो था लेकिन
लग रहा था मानो लंड निकाल तक नहीं पाऊंगा और जोर का धक्का लगते ही प्रियंका
“उई मां ,मेरी बुर फाड़ दिया ओह (मै) चुपकर
साली आराम से चुद्वाती रह ” और मै उसकी जांघों के बीच बैठे जोर जोर से बुर
चोदने लगा तो वो सिसकियां भर रही थी ,लेकिन
मेरा लन्ड अब तेजी से अंदर फिसलने लगा ,डाली
हुई दवाई की वजह से चिकनाहट हो चुकी थी तो मै गपागप लंड पेलकर मस्त था और दीदी
“अबे साले हरामजादे बुर फाड़ दिय ना ।”

तो मै प्रियंका के मखमली बदन पर सवार होकर चोदने लगा और वो मेरे गाल को चूमने लगी ,मेरे छाती से उसकी चूची रगड़ खा रही थी तो प्रियंका मेरे पीठ को सहलाते हुए “चोदते रहो मेरे जान ,कसम से तुझसे ही तब तक चुदूंगी जबतक शादी ना हो जाए “तो मै मुस्कुराता हुआ ओंठ चूमा और गरम चुत के टाईट होल में लंड काफी रगड़ खा चुका था तो मै ४-५मिनट के बाद ही चिनख़ उठा “उह आह लो मेरा वीर्य निकल गया “और मेरे लंड से वीर्य की धार बुर में निकल पड़ी और दोनों एक दूसरे से लिपटे रहे ………..आगे क्या हुआ ? इंतजार कीजिए.

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