Khet Me Maa Ko Pel Liya Uncle Ne Jabardasti

Mother Hindi Sex Story मेरी माँ की चुदाई एक आदमी से हेल्लो दोस्तों मैं एक छोटे से गाँव मे रहने वाला हु। मेरी उम्र 23 साल है। हमारे गाँव के आसपास छोटी छोटी बस्तिया है। अहा जाने के लिए पैदल ही जाना पड़ता है। कोइ साधन नही है। रास्ते भी ज्यादा तर समय सुनसान ही रहते है। आसपास गन्नो कि खेती है। अब मेरे माँ के बारे में बताता हूं। वो बहुत ही गोरी चिट्टी है। उसकी उम्र 46 साल है। Khet Me Maa Ko Pel Liya Uncle Ne Jabardasti.

उसका बूब्स का साइज काफी बड़ा है। मैं कई बार कपड़े बदलते वक्त उन्हें देख चुका हूं। वो ब्लाउज में इतनी बुरी तरह दबे हुए रहते है कि कभी कभी लगता है। आब वी निकल कर बाहर आ जायेंगे। मैं और माँ अकेले रहते है। पाप अब हमारे पास नही रहते। वो दूसरे गांव में रहते है। मेरी माँ का उनके साथ जागड़ा हो गया और वो छोड़ कर चले गए। वैसे तो मेरी माँ बहुत पतिव्रता है। वो किसि भी आदमी को आचि नजरो से ही देखती है।

लेकिन एक साल से में देख रहा हु। उनके बूब्स बढ़ रहे है। और कभी कभी शरीर पर नाखुक लगने के निशान भी देखते है। आब वो हमारे घर के पिछे एक आदमी रहता है उससे ज्यादा बाते करती है। कभी कभी वो हमारे घर आ जाता है सोने के लिए। हमारे घर के आसपास ज्यादा घर नही कुल मिला कर 3 घर है। उस आदमी का नाम अनील है। मेरी माँ का नाम सान्वी है। मैने उस आंकल से आजकल बहुत जमती है।

मैन उन्हें माँ के बूब्स का किस्सा बात वो हँसने लगे और मुझे बताये अरे वो मैन ही बढ़ाये है। मैं हैरान रह गया। मैं बोलै कैसे तो उनोने मुझे मेरी माँ की पहली चुदाई की कहानी बताई। वो में आज आपको सुनाऊंगा। एक दिन मेरी माँ किसि काम से पास के बस्ती में जा रही थी। वो सिलाई करती है। और अनिल चाचा मजदूरी की टोली है 4 आदमी की। माँ घर से सुबह नाश्ता करके निकली।

वो चलते चलते दूर आ गयी। उसे लगा कि कोइ उनके पीछे आ रहा है। रास्ता सुनसान था। आसपास कोइए घर या कोई इंसान नही था। सिर्फ बड़े बड़े गन्नो के खेत थे। माँ ने पीछे मुड़ कर देखा तो वो अनिल था। वो पास आ रहा था। माँ घबराने लगी। वो आखिर बहुत पास आगया चलते चलते। वो मेरी माँ से बाते करने लगा। माँ उसका थोड़ा थोड़ा जवाब दे देती। वो अब पर्सनल बाते करने लगा।

अकेले कैसे रहती हो? कोइ जरूरत पड़ती नही क्या? अब वी गन्दी गंदी बाते करने लगा। माँ बहुत परेशान हो गयी। उसने जवाब देना बंद कर दिया और तेज चलने लगी। उस आदमी ने भी अपनी रफ्तार बधाई। और पीछे से जाकर मेरी माँ को दोनो हाथोंसे अपनी छाती से लगाया। मेरी माँ की पीठ उसके सीने पर लगी थी। मेरी माँ बहुत घबराई। वो चिल्लाने लगी ज़तलताने लगी। वो भी एक मजदूर था अपनी सख्त मजबूत हातोसे उसने पकड़ा था।

उसके दाहिने हातका पंजा मेरी माँ के बाहिने बूब्स पर था। और उसके बाहिने हाथ का पंजा मेरी माँ के दाहिने बूब्स पर था। वो मेरी माँ के मांसल गोरे बूब्स को सख्ती से दबा रहता। उसका मुँह मेरी माँ के गर्दन के पास था। वो गरम साँसे मेरी माँ के गर्दन पर छोड रहा था। मेरी माँ की छूटने की कोशिश जारी थी। मेरी माँ पूरी तरह पसीने से लतपत हो चुकी थी। उसने मेरी माँ को वइसे ही अपनी कमर से धक्के देते देते पास के गन्ने के खेत मे लाया और एक सुखी जगह पर मेरी माँ को मुँहके बल गिराया उसका लन्ड मेरी माँ के गांड पर टिका था।

वो साड़ीके ऊपर से ही मेरी माँ को उत्तेजित करने के लिए लन्ड रगड़ रहा था। आब उंसने मेरी माँ की पसीने से भारी गर्दन को चाटना शुरू किया। वो मेरी माँ के पसीने की गन्दीखुशबू से उत्तेजित हो रहा था। उंसने मेरी माँ का ब्लाउज जोर से खींच तो ब्लाउज के मेटल के हुक बेंड होकर मेरी माँ का ब्लाउज निकल गया। आब मा सिर्फ ब्रा और साड़ी में थी। वो छूटनेक पूरा प्रयास कर रही थी।

उसने पीछे से ही मेरी माँ के दोनों हात ऊपर उठाएं और मेरी माँ के बगल के बाल चाटने लगा। जैसे ही वो चाटने लगा मेरी माँ थोड़ी उत्तेजित होगयी। उसका चिल्लाना थोड़ा सा अहह उहाँआआ आआआ में बादाल गया। उस आदमी ने मेरी माँ को पालटने का संहि समय समजकर मेरी माँ को पलट दिया। आब उसका मुह मेरी माँ के मुंह था। वो मेरी माँ के बूब्स पर अपनी छाती से प्रेस करने लगा।

उसका एक हात मा की साड़ी ऊपर उतने में बिजी था। तो दूसरा मा की गांड दबाने में बिजी था। आब साड़ी पूरी उप्पर आ चुकि थी। वो अब पेंटी में हात डाल रहा था तो दूसरा गांड का छेद ढूंढ रहा था। उंसने मा को लिप किस किया माँ की आवाज पूरी तरह उसके मुह में सम गयीं। आब मेरी माँ को भी थोड़ा मजा आने लगा था। उसका प्रतिकर कम हो रहा था। उसको नीचे दोनो छेद मिल गए।

उंसने अपनी 2 उंगलिया दोनो छेदों में डाल दी। मेरी माँ की चूत बहुत टाइट थी। मेरी माँ चिल्ला उठी लेकिन लिप् किस के वजह से आवाज ज्यादा नही आई। अचानक मेरी माँ का हात उसके लन्ड को लगा। दोनो एक पल केलिए रुक से गये। उनके फिरसे आपना काम शुरू किया। माँ ने उसका थोड़ा थोड़ा साथ देना शुरू किया। उसके और मेरी माँ की बदन की गंदी पसीने की खुशबू आ रही थी।

और अब तो उसने माँ के गांड में डाली हुई उंगली निकली अब तो वो दोंनो मा के गांड के गंदे खुशबू से उत्तेजित होने लगे उंसने उंगली माँ के मुँह में देदी। माँ उंगली चूसने लगी थोड़ी देर बाद वो उंगली निकल कर उंसने अपने मुह में डाली और फिर जाट से मेरी माँ के गांड में डाली माँ हहहह उफ्फ्फ सस सस सस करने लगी। वो आगे चुतमें भी उंगली कर रहा था। मेरी माँ उफ्फ्फ आआआआ हठ हदर सस सस करने लगी थी।

आब तो दोनो फिर से डीप लिप् किस कर रहे थे। मेरी माँ गांड की उंगली चूसी हुई थूक उस के मुँहमें दे रही थी। वो आदमी भी अपनी थूक माँ को ट्रांसफर कर रहा था। अब मेरी माँ ने टाँगे थोड़ी खोलदी ताकि उस आदमी को मेरी माँ के चूत औऱ गांड में उंगली करने को ज्यादा तकलीफ न हो। आब मेरी माँ ने उसका लण्ड हातमें पकड़ लिया और हिलाने लगी। उंसने मेरी माँ की पैंटी को उतार दिया और माँ की टाँगों को उठाया और अपनी तरफ खीच लिया। “Khet Me Maa Ko Pel”

दोनो के बदन मेरी माँ के गांडकी उस आदमी के लण्ड की गन्दी खुशबू आने लगी थीं। उंसने सही समय समज कर मेरी माँ को लण्ड को चूत पर लगाने को बोला। मेरी माँ ने ठीक वैसा ही किया। मेरी माँ की चूत काफी गीली हो चुकी थी। उसमे से एक अलग तरहका पानी आ रहा था। उसने धक्का देदिया। और माँ उफ्फ्फ हाय्ययमैं मरगायी सस सस ससस ऐसा कहने लगी। वो रुकने का नाम ही नही ले रहा था।

वो माँ की टाँगोंको फैलाकर चूतमें अपना लण्डपेले जा रहा था। वो आपने एक हात से मेरी माँ के बूब्स प्रेस कर रहा था। तो दूसरा हात वही गांड में उंगली करने में लगा था। करीब करीब १५-२०मिनिट तक ये चलता रहा मेरी माँ भी और वो आदमी भी झड़ने को आया था। आखिर में उंसने मेरी माँ को दोनों हातोंसे कस कर आपनि छाती पर दबाया। और जोर का धक्का मेरी माँ के छूट में मारा और झड़ गया मेरी माँ भी झड़ गई।

जड़ते वक्त माँ उससे खुली आंखों से देख रही थी। उसके आंखों में एक अलग किस्म का नशा था। शायद उसके मन मे ख़याल होंगे कि “ये मुझे एक बच्चा देदे” और वैसा ही हुआ उसका विर्य मेरी माँ के बच्चेदानी में पोहोच गया। थोड़ी देर दोनो एक दूसरे पर पड़े रहे। उस आदमी ने अब मेरी माँ को डीप किससस किया। और बाजू हो गया। मेरी माँ भी अब विरोध नही की। माँ ने चूत को देखातो थोडासा उसका माल बाहर आ चुका था।

उंसने वो उंगली से पूंछ कर फिर चूतमें डाल दिया। और उंगली आपने मुँहमें दाल कर चूसी। उस आदमी ने । माँ के ब्लाउज दे दिया और माँ ने वो हुक सीधे कर के पेहेन लिया। तभी वो आदमी मेरी माँ को देख रहा था। मा भी शर्माकर देख रही थी। मेरी माँ बोली ” अभी तक शांत नही हुई आपकी हवस” वो बोला ” हाँ सान्वी अभी तो सिर्फ खून चखा है। मेरी माँ बोली ” आपना वीर्य तो निकाल दिए मेरी चूत में एक बार पूछतो लेते।” “Khet Me Maa Ko Pel”

उंसने मेरी माँ को साड़ी ठीक करने में मदत की। मेरी माँ ने साड़ी को ठीक किया। उंसने आसपास कोई नही इसकी तसल्ली कर ली और वो मेरी माँ को अपना फोन नंबर पूछने लगा। मेरी माँ बोली “आब क्यों चाहिए नंबर जो करना था वो तो कर लिया है तुमने’ वो बोला ” आब अगर तुम प्रेग्नेंट हो गई तो हमे बातचित करनी पड़ेगी” मेरी माँ ने ठीक है कह के आपने नंबर उसे दे दिया।

उंसने भी ले लिया और मेरी माँ को तुरंत मिस कॉल कर दिया। मेरी माँ ने भी उसका नंबर ‘सजन” नाम से सेव कर लिया। जाते वक्त उंसने मेरी माँ को पकड़ कर ऐसे उठाया कि मेरी माँ के बूब्स उसके मुंह के पास आ जाये और उसने बूब्स पर चुम्बन दे दिया मेरी माँ शर्माकर हँस रही थी। मेरी माँ ने उससे प्यार से एक गाल पर चांटा मार दिया और बोल “बस कारो आब” उंसने भी मेरी माँ को नीचे उतारा।

और वो दोनों निकल पड़े। मेरी माँ आपना काम निपटा कर घर आई। बड़ी खुश लग रही थी। और चार दिन बाद उसने प्रेगनेंसी टेस्ट लाकर अपनी टेस्ट करवाली वो प्रेग्नेंट हो चुकी थी। मेरी माँ ने उस आदमी अनिल को बुला कर बात बताई मैरे साथ जुड़े रहिये मुझे मेरे ईमेलपर रिप्ले दीजिये आप काईसे चोदते, और कहानी कईसे लगी। मैं हाजिर रहूंगा आगे क्या हुआ और वो दोनो आब कैसे चुदाई करते है और बहुत कुछ। [email protected]

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