Meri Beti Ghar Me Chudane Lagi Apne Bhai Se Hi

Hindi Sex Story मैं संध्या आज जो कहानी के माध्यम से अपने जीवन के घटना आप लोगों के बीच शेयर करने जा रहे हैं यह कहानी नहीं या मेरे साथ कुछ बहुत ही अनकही घटना है मेरे पति सुरेश छोड़कर जाने के बाद, मैं संध्या मेरी उम्र 38 साल मेरा बेटा समीर समीर की उम्र 22 साल और सबसे छोटी मेरे घर में मेरी प्यारी बच्ची गरिमा की उम्र 15 साल है कोई कहानी है या मेरे ऊपर बीती आप बीती है मैं किसी से पता नहीं सकती मैंने कहानी के माध्यम से इसको शेयर करने का सोचा. Meri Beti Ghar Me Chudane Lagi Apne Bhai Se Hi.

हम लोग बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले इस समय हम महाराष्ट्र के पुणे में रहते हैं अब मैं अपनी बात को आगे पढ़ाती हूं मेरे पति सुरेश बहुत खराब थी आदी हो गए सुबह से शाम तक शराब के नशे में धुत रहते आज जो भी हुआ उसके जिम्मेदार मैं उन्हीं को मानते हूं, अगर शराब नहीं पीते हमारे खेत नहीं नहीं नहीं बिके होते मैं खेत के सहारे से अपना जीवन गांव में ही काट लेती लेकिन अब कुछ पछताने से फायदा नहीं मेरा बेटा समीर ग्रेजुएशन करके एक दोस्त के साथ मुंबई चला गया 2 साल बहुत मेहनत मोटर पार्ट्स काम सीखा 25000 सैलरी मिलने लगी हमारी जिंदगी में कुछ टाइम बाद सब ठीक हो रहा था.

समीर पैसै गरिमा के खाते में भेज देता था गरिमा अब हाई स्कूल
पास कर ली पैसे निकाााल लेती थी समीर 2 साल
बाद घर वापसी की बहुत बदल गया था ओ पुरी तरह मर्द हो गया था मैं अपने बेटे को देख
कर बहुत खुश थी कि अब इसकी शादी कर देगें मैं समीर से 2 दिन बाद पूछा कि अब तुम शादी कर लो समीर बोला
मैं पहले घर बनवा लूंगा तब करूंगा, जो
बात मैं बताने जा रही हूं यह बात मुझे समीर के माध्यम से बहुत बाद में पता चलीं, ऐसा हुआ कि सोने समीर के आते 5 दिन ही हुए थे गरिमा घर के पीछे से निकल कर गाय
जहां पर बांधी जाती है निकल गए, समीर रात में
पेशाब करने निकला था.

घर के पीछे गरिमा को जाते हुए देखा तो छिप कर देखने लगा गरिमा पड़ोस के एक लड़का के साथ गलत संबंध में समीर ने पकड़ लिया और गरिमा को झापड़ मार कर घर ले आया रात के 12 बज चुके थे गरिमा से बोला मैं इतनी मेहनत करके जैसे-तैसे पैसे कमा कर तुमको पढ़ा रहा हूं तुम मुझे धोखा दे रही हो गरिमा चुपचाप खड़ी थी समीर उसको पकड़ कर घर में ले आया यह घटना मैं देखा नहीं हूं समीर गरिमा को घर के अंदर ला कर उसके पास बैठ गया गरिमा की आवाज नहीं निकल रही थी समीर की नियत गरिमा के लिए बदल गई थी अब गरिमा को चोदने के लिए गरिमा को माानने लगा उसके कंधे पर हाथ रख कर कहने लगा मेरी बहन तुम बहुत खूबसूरत हो मैं तुमको जो चाहिए वो दूंगा, गरिमा के हाथ में लााकर 50हजार रख दिया.

बेटी 15 साल की उम्र में इतने पैसे देख कर आंखें खुली की खुली रह गई. समीर बोला यह सब बातें हमारे और तुम्हारे बीच रहेंगे तुम किसी से मां से भी नहीं बताना मैं चुपके से हर महीने तुम्हें ज्यादा दे दूंगा, समीर कहां गरिमा मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं कहता हुए उसकी चूची को हल्के हल्के सहलाने लगा और बेटी बिलों नहीं कर पाती उसकी भी मर्जी थी उसको पैसे के साथ लन्ड तो मिल रहा था, समीर ने गरिमा के सारे कपड़े़े उतार दिया गरिमा एक कली की तरह कोमल सी दिख रहे समीर उसके चुचियों को धीरे धीरे मसलने लगा और फिर एक चुची को अपने मुंह में भर कर चूसने लगा गरिमा सिर्फ 15 साल की उम्र में बहुत सेक्स के लिए लेकर बहुत मिचोर नहीं थी, गरिमा पैसे की भूखी या जिस्म की भूखी पता नहीं समीर उसको हमेशा के लिए अपना बनाना चाहता था.

जिसमें वह सफल भी हुआ समीर में धीरे धीर सारे कपड़े उतार के
फेंक दिया कोमल नाजुक गरिमा समीर के सामने बच्चे की तरह दिख रही थी समीर एक
भारी-भरकम मर्द हो गया था , उस रात की घटना ने यह गरिमा की गलती
है मेरे घर के माहौल को बदल दिया समीर ने गरिमा को उस रात चार बार चोदा गरिमा सुबह
नहीं चल पा रहाी थी, लेकिन मैं समझ नहीं पाई मुझे इस बात
ध्यान ही नहीं गया जब मैं गरिमा से पूछा उस दिन क्या हुआ बेटा वह मां अंडरवियर
साइड में कट गया है इसलिए चलने में दिक्कत हो रही है गरिमा अब खुद ही समीर की होना
चाह रही थी समीर जहां एक महीने रुकना था वहां समीर ढाई महीने रुक गए गरिमा के शरीर
में बहुत बदलाव आ गई चूचियां भरी भारी हो गई पूरा शरीर फैल गई समीर
अपनी बहन को चुपके से सुखा मेवा और फल खिलाता था.

गरिमा ढाई महीने में है लाल सेब इतना चमकने लगी इतना ज्यादा फैल गई कि वह 15 साल लग रही थी मेरा ध्यान उसके परिवर्तन पर गया ही नहीं मैं सोच रहे थ की समीर आया है हम लोगों को दूध सब्जी पूरी तरह भरपेट मर गए हैं इसके कारण यह परिवर्तन गरिमा में लेकिन गरिमा रात में समीर चूत और लंड की खेल में पारंगत हो रही थी समीर गरिमा को किनारे वाले कमरे में सोने को कहा था आने के कुछ ही दिन से और यह बात से मैं अनजान थी मैं तो बाहर बरामदे में सोती थी मुझे इसकी जानकारी नहीं थी क्याा हो समीर दुबारा पुणे चला गया लेकिन अब बहुत कुछ बदल गया था घर पर गरिमा के लिए एक मोबाइल देकर गया था गरिमा दिन बात करती रहती थी.

इसके बाद भी मैं समझ नहीं पाया क्या बात करती है एक बात या बतानी जरूरी है या घटना या खेल मेरे अनजाने में हो रहा था मैं इसके बारे में थोड़ा सा भी भनक तक नहीं लगने दी, यह कहानी लिखने के लिए मुझे 2 साल लग गए हैं मैं बहुत कशमकश होकर या कहानी का रूप देकर अपनी घटना लिख रही हूं समीर और गरिमा ने मिलकर प्लान बनाया पुणे जाने के लिए बस समस्या है कि मैं मां कैसे तैयार किया जाए समीर ने खाने बनाने के लिए गरिमा को ले जाना चाहता था लेकिन मैं मैं बोली बेटा मैं कैसे अकेले रह पाऊंगा पढ़ाई-लिखाई इसकी छूट जायेगी, बेटा बोला इसका नाम यहीं पर चलेगा लेकिन या वहां पर ट्यूशन कर लेगी आकर यहां पर एग्जाम दे देंगी , मैं बोलाी मैं कैसे रहूंगी बेटा बोला तुम भी साथ चलो कुछ दिन बाद समीर घर आकर हम दोनों को अपने साथ पुणे लेकर चला गया. “Meri Beti Ghar Me Chudane”

वहां जाकर हमारी लाइफ में जो घटना हुई वह घटना शायद किसी के साथ होगी एक कमरा नीचे था और ऊपर सीमेंट का छप्पर था और लोहे की सीढ़ी बनी थी ऊपर दूसरा वर्ड था लेकिन वहां उस सीधे खड़े होकर नहीं चल सकते थे, नीचे पूरा सही था मैं यही सोच रहीी थी कहां मैं सोऊंगी कहा और कहा बेटा बेटा मुझे देखते हुए कहा मम्मी क्याा हुआ मैं बोली इतने छोटे से कमरे में हम तीनो लोग कैसे सोएंगे बेटा बोला तुम नीचे सो जाना मैं उपर जाऊंगा, और अगर कोई दिक्कत होगी तो गरिमा ऊपर सो जाएगी वहां पर जगह ज्यादा है तुम टेंशन ना लो यहां सब ऐसे ही सोते हैं सब ठीक रहा. मुझे आए आज तीसरा दिन हो गया गरिमा बोली मम्मी मुझे यहां नींद नहीं लग रही है यहां गर्मी हो रहीी है चली जाऊं मैं बोली बेटी ऊपर तुम्हारा भाई सोया है तुम कैसे सो पाओगे.

गरिमा बोली मम्मी मैं एक तरफ दूर जाकर सो जाऊंगी नींद नहीं लग रही यह मम्मी भैया को नीचे बुला लो और हम दोनों ऊपर चले जाएं मैं बोली बेटा भैया ड्यूटी करने जाता है और रात में नहीं सो पाया कैसे ड्यूटी करने जाएगा तुम ही चली जाओ मैं गरिमा को ऊपर भेज दे, किसी तरह गरिमा लगभग 7-8 दिन तक छत पर चली जाती थी लेकिन मुझे कोई शक नहीं हुआ, लेकिन 1 दिन ऐसा हुआ मेरे पेट में दर्द होने लगा लग रहा था मुझे एमसी आने वाल थे और मैं सारे कपड़े बैग में भरकर छत पर रहती थी क्योंकि नीचे जगह कम था नीचे किचन बाथरूम होने के कारण जगह कम बचती थी और ऊपर सिर्फ खड़े होने में दिक्कत थे लेकिन जगा नीचे से ज्यादा थी इसलिए लड़के ने सारे बैग ऊपर रख दिया था मैं गरिमा से जगा कर मांगना चाह रहे थे मैं सोची लड़के को पता ना चले वह सो रहा होगा इसलिए मैं सीढ़ी पर खड़े होकर मांगने चली गई लेकिन मैंने जो देखा मेरी आंखों को विश्वास नहीं हो रहा था. “Meri Beti Ghar Me Chudane”

मैं एकदम सन्न रह गई मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था गरिमा नंगे होकर समीर के लंड को चूस रहेी थी, समीर अपनी गोद में गरिमा को बैठाकर नंगा होकर एक हाथ से सूचियों को दबा रहा था मैं यह सब देख कर क्या करूं समझ में नहीं आ रहा था फिर समीर गरिमा को नीचे करके समीर चूत में मुंह डालकर चूसने लगा गरिमा अपने पैर को तेज उत्तेजना में सिसकियां भरने लगी समीर गरिमा को अपने ऊपर कर दिया और चूत को चाटने लगा , गरिमा पुरी तरह मझी हुईं खिलाड़ी हों गई थी समीर चूत को चाटने के बाद सीधे अपना लन्ड गरिमा को चूत में डाल, चूचियों को मुंह में भरकर चूसने लगा मैं अपने आंखों के सामने अपने सगे बेट और बेटी चुदाई का खेल देखकर हैरानी में थी.

मुझे आज पूरा बात का पता चल गया था समीर गरिमा के लिए हम दोनों को यहां लेकर आया था और इसमें गरिमा भी शामिल मैं यह सब खेल देखकर हैरान थी समीर गरिमा को चोद रहा है गरिमा उछल उछल अपने सगे भाई से मजे ले रहे समीर लग रहा था अपना पानी गरिमा के चूत में छोड़ दिया मुझे अब पेट दर्द का एहसास खत्म हो गया था मैं बहुत परेशान थी मैं सीधे नीचे आ गई और मुझे नींद नहीं आ रही मैं करूं तो करूं क्या मैं किसी बता भी नहीं सकती अगर मेरा पति आज ही था तोो ऐसा पाप नहीं होता म अगर समीर और गरिमा को रोकने की कोशिश करती हूं तो कैसे करूं, शिकायत भी करती हूं तो मेरे बेटे और बेटी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी पूरे टेंशन में रात भर नहीं सोई, सुबह उठी तो सब नॉर्मल जैसे कुछ हुआ ही नहीं मैं बात कहां से शुरू करूं मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था मै बहुत शर्मिंदा खुद थी.

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