Hindi Sex Story हैलो फ्रेंड्स , इस कहानी के पिछले भाग में आपलोगो ने पढ़ा कि कैसे राहुल और प्रियंका बागान की और खुलने वाली खिड़की से मॉम और डैड के सेक्स को देखते हैं साथ ही दोनों काम क्रीड़ा करने लगते हैं ,लेकिन तभी मॉम नाईटी पहनकर डायनिंग हॉल की ओर जाती है तो दोनों अपने अपने रूम में चले जाते हैं ।मॉम की सेक्सी नग्न बदन को देखा था तो डैड की लंड का दीदार नहीं हुआ था ,आखिर वो दोनो खाना खाकर आराम से सेक्स करने के मूड में थे तो मैं अपने बेडरूम में था और दीदी मेरे पास आकर बोली “बागान जाकर मेरी पेंटी ले आओ (मैं लेटे लेटे दीदी के पीठ पर हाथ फेरने लगा)एक बार दोनों वहां चलेंगे और फिर (प्रियंका थोड़ा झुककर मेरे गाल चूम ली)ना बाबा अब कुछ नहीं देखना ,खुद ही तन में आग लगी हुई है. Mom Dad Kaa Pyar Aur Bhai Bahan Bekarar 2.
(मैं )क्यों ,एक बार डैड के तोप को देखने का मन नहीं करता “तो फिर वो मुस्कराते हुए उठी और चली गई , मैं अपने लंड को काबू में कर चुका था तो अभी रात के ०८:४० हो रहे थे और फिर मैं डायनिंग हॉल की ओर गया तो डैड खाना खाने के लिए बैठे थे ,मॉम किचन में रोटी सेंक रही थी और मैं उनके पास गया तो मॉम “जाकर हाथ मुंह धो लो फिर खाना खा लेना (मैं)इतनी जल्दी ,आप लोग खा लीजिए मैं बाद में खा लूंगा “फिर मैं बालकनी की ओर गया तो दीदी अकेले कुर्सी पर बैठी थी और मुझे देख बोली “क्या खाना अभी खाओगे (मैं बगल के कुर्सी पर बैठकर बोला) नहीं और तुम (वो हंसने लगी)बाद में ही खाऊंगी “तो दोनों वहीं बैठे रहे और मैं प्रियंका के सामने बैठा हुआ था ,वो स्नान करके एक नाईटी पहन रखी थी तो उसकी डोरी सामने ही दिख रही थी.
और मैं उसके बूब्स पर हाथ लगाकर दबाने लगा. तो वो मुझे नहीं
रोकी फिर मैं दूसरे हाथ से उसकी दूसरी चूची को पकड़ मसलने लगा तो उसके चेहरे से
कामुकता स्पष्ट दिख रही थी ।कुछ पल तक बहन की दोनों चूचियों को दबाया फिर मॉम की
आवाज “प्रियंका इधर सुनो “तो दीदी डायनिंग हॉल की ओर चली गई , मैं अकेले बालकनी में बैठा रहा तो मई की गर्मी
कुछ हद तक असहनीय थी ,फिर मैं अंदर गया तो मॉम और डैड खाना
खा रहे थे और मैं अपने रूम चला गया ,पहले
तो मॉम और डैड का प्यार देखना था फिर बहन प्रियंका की फुद्दि को चोदना था ,उत्सुकता हमेशा रहती थी लेकिन ८-१० मिनट में ही
सब ख़तम हो जाता था ।लगभग ०९:२० बजे दीदी मेरे रूम आई तो मैं उनको देख मुस्कुराया
“चल कुछ देर बागान कि ओर से दोनों का प्यार देखते हैं फिर “तो मेन गेट
लगाकर भाई बहन पिछले दरवाजे से बागान कि ओर निकल गए ,फिर मॉम के रूम की खिड़की की ओर गया तो सारा मूड
खराब हो गया ।
मॉम के रूम की खिड़की बंद थी तो समझ गया कि ए सी चालू है और दीदी बोली “चलो इधर तो खिड़की बंद है (मैं दीदी के कमर में हाथ डाला)चलो बाद में ही सही दोनों का सम्भोग क्रिया देखूंगा “फिर दीदी मेरे साथ मेरे रूम आ गई तो दोनों एक दूसरे से लिपट गए और वो मेरे पीठ को सहलाते हुए गाल चूमने लगी “आज पूरी रात सिर्फ सेक्स (मैं दीदी के चूतड़ को सहलाने लगा)हां कल तो वैसे भी छुट्टी है “और दीदी मेरे गर्दन में हाथ डाले ओंठ पर ओंठ रखकर चूमने लगी तो मैं उनके गोल गुंबदाकार टाईट चूतड़ को सहलाने लगा ,एक दूसरे से चिपक कर किस्स का आनंद ले रहे थे तो दीदी मेरे ओंठ को ही मुंह में भरकर चूसने लगी और दोनों के बीच थोड़ी सी दूरी जैसे बनी , मैं उसके नाईटी की डोरी को खोल दिया तो नाईटी दो पार्ट में था और समझो तो उसके खूबसूरत जिस्म का द्वार खुल गया ।
दीदी एक कामुक लड़की की तरह मेरे ओंठ को छोड़कर अपने जीभ से
मेरे ओंठ को चाटने लगी तो मैं प्रियंका के जीभ को चूसता हुआ उसके बाहों से नाईटी
को हटाने लगा और वो भी नग्न होने को आतुर थी तो उसकी नाईटी पल भर में उसके जिस्म
से बाहर थी और उसके लंबे सेक्सी बदन पर सिर्फ़ एक पैंटी थी जोकि उसके चुत रानी को
ढक रखी थी ।राहुल बहन की जीभ चूसता हुआ चूची को दबाने लगा तो दोनों के मुंह का लार
एक दूसरे के मुंह में जाकर कामुकता को बढ़ाने लगा लेकिन दीदी जल्द ही मेरे चेहरा
को पीछे करके जीभ बाहर निकाली ,अब भाई बहन का
प्यार मॉम डैड के सेक्स से प्रेरित थी तो प्रियंका छरहरे बदन की मल्लिका ,अपने जिस्म पर एक पैंटी ही रखी थी तो उसकी नाईटी
बदन से बाहर निकल चुकी थी और उसके संतरे समान दोनों चूची मेरे मुंह से पानी टपकाने
लगे थे फिर दीदी मेरे कंधे पर शर्मीली लड़की की तरह अपने सर को रखकर मेरे पीठ सहला
रही थी और झट से मेरा शॉर्ट्स जमीन पर था.
तो अब दीदी मेरे से नजर मिलाते हुए लंड को पकड़े हिलाने लगी “लगता है साला अंदर जाने को बेताब है (मैं दीदी के ओंठ को किस्स किया)नहीं रे फिलहाल तो तेरी चुत चाटनी है “तो दीदी अचानक से मुझे धक्का दे दी और मैं पलंग पर चारो खाना चित लेटा हुआ था तो प्रियंका रानी मेरे सामने खड़ी होकर अपने एक पैर को पलंग के किनारे रखी ,फिर चुत को पैंटी पर से सहलाते हुए दिखने लगी और मैं लेटा हुआ पूछा “क्या विचार है जानू (वो बेशरम की तरह अपने पैंटी के हुक को खोल बुर को नग्न की)विचार कुछ अलग है “ये कहते हुए वो मेरे बदन पर सवार हो गई तो मैं उसके नग्न पीठ से चूतड़ को सहलाता हुआ ओंठ को चूमने लगा तो उसके दोनों टाईट स्तन मेरी छाती को सुखद एहसास दे रहे थे ।तभी प्रियंका मेरे चेहरा को चूमते हुए ओंठ से ओंठ लगाकर किस्स की ,मेरा दोनों पैर पलंग से नीचे लटका हुआ था तो दीदी का पैर भी लटक रहा था. “Mom Dad Kaa Pyar”
और वो मेरे बदन पर फिसलते हुए गर्दन से छाती तक को किस्स करने लगी तो मेरा हाथ उसके चूतड़ को सहला रहा था ,फिर दीदी मेरे बदन पर से उतरकर सीधे खड़ी हुई और मेरे दोनों पैर को पलंग पर करके बोली “चल पलंग के बीचोबीच हो जा “तो मैं दीदी के बात को मानते हुए पलंग के बीचोबीच हो गया तो मेरे बदन पर सिर्फ़ बनियान ही था और प्रियंका मेरे बगल में बैठकर बनियान को उतारने लगी “आज हम दोनों ६९ पोजिशन में मजा करेंगे (मैं बनियान को उतारकर लेट गया )जरूर आ जा डार्लिंग “तो मेरा पैर सीधा था और प्रियंका मेरे बदन पर उल्टे दिशा में लेट गई तो मेरा चेहरा उनके चूतड के नीचे और दोनों जांघों के बीच था और प्रियंका का चेहरा मेरी लंड कि दिशा में था तो आज दोनों ६९ आसन में एक दूसरे का योनि पूजन करने वाले थे ,मेरा चेहरा दीदी के चुत के ठीक नीचे था तो मैं उसके चूतड़ को सहलाता हुआ उसके गुलाबी चुत को देख रहा था ।
अब मेरा हाथ उसके चूतड़ पर घूमने लगा तो दीदी मेरे लंड का चमड़ा
छिलकर सुपाड़ा को ओंठ पर रगड़ने लगी ,मेरा
तन उनके बदन के नीचे था तो उनकी चुत मेरे मुंह के ऊपर ,अब दीदी मेरे लंड को पूरी तरह से निगल गई और
चूसते हुए झांट नोच रही थी फिर मैं प्रियंका के कमर में हाथ डाले ,चेहरा को थोड़ा ऊपर की ओर किया और बुर को किस्स
करने लगा ।प्रियंका की चुत का सील कोई एक डेढ़ माह पहले ही टूटा था पर उसके फांक
की दरार स्पष्ट थी और मैं दीदी के कमर में एक हाथ लपेटे सर को उपर की ओर किए दूसरे
हाथ के उंगलियों से चुत के छेद को फैलाए जीभ से चाटने लगा तो अब दीदी अपने मुंह का
झटका देते हुए मुखमैथुन कर रही थी ,सच
में काफी मजा आ रहा था तो उसकी छोटी सी छेद में जीभ पेलकर चाटता हुआ स्वर्ग की सैर
कर रहा था तो दीदी मेरे गीले लंड को मुंह से निकालकर अब पीछे की ओर देखी “कोई
प्रॉब्लम तो नहीं (मैं मुस्कराया)नहीं रे बस चाट ले जलदी से फिर शुरू करता हूं
“तो प्रियंका अपने जीभ से लंड चाटते हुए मस्त थी और मैं अब चुत चाटना छोड़
दिया.
दीदी की चुत के छेद में लंबी उंगली डालकर बुर को रगड़ने लगा तो प्रियंका मेरे लंड के सुपाड़ा से लेकर जड़ तक को चाट गई और पीछे देखते हुए सिसकने लगी “उह आह ओह एक मिनट रुको ना बहुत मजा दूंगी “तो मैं ऊंगली को चुत से निकाल दिया और बेशरम लड़की मेरे चेहरा पर टांग फैलाए बैठ गई ,जानबूझकर अपने चूतड़ को थोड़ा नीचे ही रखी थी तो उसकी चुत से प्राकृतिक खुस्बू आने लगी और प्रियंका खुद बुर को फैलाए मुझसे चुत चटवाने लगी तो मेरा लंबा सा जीभ चुत को चाट रहा था और दीदी आहें भर रही थी “ओह आह राहुल प्लीज़ चूसो ना अब रस झड़ेगा”ये सुनते ही मैं दीदी की चुत के दोनों फांक को ओंठों के बीच लेकर चूसने लगा तो मैं उस लोचदार बुर को थोड़ा नीचे की ओर खींच भी रहा था और वो “अरे मादरचोद हरामी अभी से मेरी चुत को लटका देगा क्या आराम से चूसकर रस पी ले “और फिर मैं दीदी के गद्देदार फांक को चूसता रहा फिर उनके बुर से रज की तेज धार निकलने लगी तो समझो रस पीकर नशा छा गया ।दीदी उठकर वाशरूम चली गई तो मैं बेड पर लेटा रहा । “Mom Dad Kaa Pyar”
पल भर बाद मैं भी फ्रेश हुआ तो दीदी बेड पर एक चादर तन पर डाले लेटी हुई थी और मैं उनके चादर पर से ही बदन को सहलाने लगा “क्या दवाई डालनी है (वो मुस्कुराई)हां ,मेरे रूम में पर्स के अंदर है ,वाशरूम के रास्ते ही जाना”तो मैं एक तौलिया अपने कमर से लपेट कर उसके रूम चला गया ,फिर उसके पर्स से टुडे गोली कि एक स्ट्रिप्स लेता हुआ अपने रूम आया ।प्रियंका किसी सेक्सी लड़की की तरह लेटी हुई चुदवाने के इंतजार में थी तो मैं उसके तन पर से चादर को हटाया फिर उसके गान्ड के नीचे तकिया डालकर उसके पैर को फैला दिया ,बेझिझक प्रियंका अपने चुत की नुमाइश करने लगी तो मैं उसकी चुत में एक लम्बी सी गोली पूरी तरह घुसा दिया ,अब पल भर बाद उसकी चुत में गोली गर्मी से पिघल जाती तो मैं उसकी चुदाई शुरू करता तो सोचा कि क्या किया जाए ? फिर मैं प्रियंका के छाती पर चेहरा झुकाकर चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा तो वो मेरे बाल पर हाथ फेरते हुए “उह आह ओह जरा आराम से ,दांत मत लगाओ राहुल उह मेरी चुत “तो मैं दीदी के दूसरे स्तन को चूसता हुआ अपने टाईट लंड से चुदाई को आतुर था.
और तभी वो मेरे बाल पकड़कर चेहरा को पीछे कर दी और मैं उसके चुत की ओर चला गया ।अब प्रियंका अपने टांग को फैला दी तो उसकी चुत की चमक देखता हुआ मैं घुटने के बल बैठ गया ,गान्ड को तकिया पर रखी थी तो लंड और चुत एक सीध में थी फिर मैं अपने टाईट लंड को पकड़कर सुपाड़ा चुत में घुसाया और उसके बुर के अंदर लंड चानप्ता हुआ एक जोर का धक्का दे मारा ,आधा लंड तो एक ही धक्के में चुत मै चली गई तो उसकी चुत के अन्दर थोड़ी चिपचिपाहट थी और मैं थोड़ा सा लंड बाहर करके फिर से जोर का धक्का मारा. “Mom Dad Kaa Pyar”
और अबकी बार पूरा लंड उसकी चुत में था तो प्रियंका चिल्ला उठी “उई मां फाड़ दिया रे कुत्ता आराम से चोद ना तेरी बहन हूं ना की कोई रांड (मैं चिपचिपे बुर में लंड को तेजी से रगड़ रहा था)चिंता मत कर साली ,बहुत जल्द तू इस शहर की टॉप रांड हो जाएगी (प्रियंका रहरहकर चूतड़ को ही उपर कर देती)जरूर और तू मेरा दल्ला ,क्यों बहन कि चुत चुद्वाकर पैसा बनाने का मन है (मैं अब उसके स्तन को पकड़कर मसलने लगा)हां रे ,पहले तो एक रात तेरी मेरी पोर्न वीडियो बनाता हूं , तब तो ग्राहक मिलेंगे “तो प्रियंका शरमाने लगी और मैं उसके जिस्म पर सवार होकर तेज चुदाई करने लगा.
दीदी की बुर चोदता हुआ मम्मी की नग्न बदन का ख्याल आ रहा था तो अब दीदी मुझे चूमने लगी फिर मुझे कसकर पकड़े अपने चूतड़ को ही उछालने लगी तो मेरा लंड टाईट चुत की छेद में मस्ती कर रहा था और दोनों नग्न होकर संभोग सुख का आनंद ले रहे थे ।सही में लड़की हो या औरत संभोग सुख की अनुभूति स्वर्ग प्राप्ति सी है तो मैं दे दनादन लंड पेलता हुआ हांफने लगा और प्रियंका मुझे जकड़े चूतड़ उछालती रही “आराम से चोद जरा टिक कर मुझे रुला फिर झड़ना (मैं उसके ओंठ को किस्स किया) हां बे साली अब तेरी चुत गर्म हो चुकी है और मैं अब चला फ्रेश होने “तो दोनों अलग हुए और मैं वाशरूम जाकर मूतने लगा ,फिर फ्रेश होकर बेड पर आया तो बहन प्रियंका नंगे ही वाशरूम चली गई । “Mom Dad Kaa Pyar”
रात के १०:३० हो रहे थे तो पलंग पर प्रियंका मेरी बाहों में थी और मैं उसको अपने छाती से लगाए बदन सहला रहा था फिर उसके बाल पर हाथ फेरता हुआ बोला “अरे तेरी शादी हो जायेगी तब तो तू मुझे करीब फटकने भी नहीं देगी (वो हंसने लगी)अरे बुद्धू ,लड़की अपने पहले प्यार और लंड को कभी नहीं भूलती ,क्या समझे “तो अब प्रियंका बेड पर घुटने और कोहनी के बल हो गई तो मै उसके गान्ड के पास बैठकर चूतड़ को चूमने लगा ,सच में ऐसी कमसिन जवानी का रस हरकोई पीना चाहेगा तो बहन की चाहत मैं पूरी करता आ रहा हूं ,तभी उनके गान्ड के छेद को किस्स किया तो वो पीछे मुड़कर बोली “अरे अब तो पेल मुझे ,गान्ड पर ध्यान देने की कोई जरूरत नहीं है.
(मैं उसकी गान्ड के छेद को जीभ से पल भर के लिए चाटा)बहुत जल्द तेरी गान्ड मारूंगा वो भी तेल लगाकर “फिर मैं उसके चुत से अपना लंड सटाया और धीरे से लंड को अंदर पेल दिया ,लंड आधा जाते ही प्रियंका चूतड़ को पीछे की ओर धकेल दी फिर मेरा पूरा लंड उसकी चुत में था तो मैं उसको चोदने लगा लेकिन आज दीदी भी पूरा साथ दे रही थी ,वो अपने चूतड़ को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए मुझसे चुदवाने में लीन थी और मेरा लन्ड पूरी तरह से लोहे की रॉड हो चुकी थी तो अब प्रियंका अपने चूतड़ को स्थिर करके चिंखने लगी “उह आह ओह बहुत मजा आ रहा है लेकिन प्लीज़ जल्दी रस झाड़ दो “तो पल भर बाद मेरा लंड रस का फव्वारा छोड़ दिया तो प्रियंका मेरे लंड को मुंह में लेकर रस को चूसने लगी फिर वीर्य का स्वाद लेकर वाशरूम चली गई तो मैं सुस्त होकर बेड पर लेटा रहा ।