Mom Ke Kamvasna Ka Live Show Dekha 3

Hindi Sex Story दोस्तों , पिछले भाग में आप लोगों ने पढ़ा की कैसे मैं (राहुल मल्होत्रा)अपनी मॉम निशा के साथ ब्लैकमेल कर शारीरिक संबंध बनाया ,सही में मेरे चरित्र का पतन १६ साल की उम्र में ही हो चुका है लेकिन क्या मैंने अपनी मॉम निशा और रवि को सपना में देख ये कदम उठाया ,बिल्कुल नहीं तो मेरी मॉम निशा ही गैर मर्दों के साथ सेक्स का आनन्द लेती है तो फिर क्या रिश्ते और क्या नाते ! Mom Ke Kamvasna Ka Live Show Dekha 3.

मॉम की सेक्सी जिस्म को नग्न हाल में देख उसके बूब्स चूस लिया
तो चुत में जीभ घुसाने का मजा क्या होता है ,वो
भी जान पाया लेकिन दो मिनट की चुदाई ,इसके
आनंद का कागज पर वर्णन थोड़ा मुश्किल है ,३५
वर्ष की औरत जिसके गोरे चिकने जिस्म के साथ दो चूचियां मानो बड़े बड़े पके हुए आम
हो तो उनका खरबूज सामान चूतड़ ,जिसकी दोनों
फांकें आपस में टकराकर किसी के लंड को टाईट कर सकता है तो राहुल १६ साल का छोकरा
जिसके लंड मुश्किल से ४-५ इंच लम्बा और एक इंच मोटा है ,ने अपनी मॉम को चोदकर मानो कोई पाप किया हो.

लेकिन अगले दिन …………… आज रविवार होने की वजह से स्कूल में छुट्टी है तो दीदी और डैड भी घर पर ही हैं लेकिन मैं सुबह सुबह चाय की चुस्की लेते हुए निशा के स्तन और चूतड़ तक को निहारने लगा तो एक बार मेरी दीदी प्रियंका मेरी नजर को भांपते हुए थोड़ा आश्चर्यचकित हो गई लेकिन मेरी नजर मॉम पर क्यों बार बार जाने लगी ,ये दीदी को क्या पता लेकिन सुबह से मॉम मुझसे कुछ ज्यादा ही उखड़ी उखड़ी सी थी तो मैं भी उनसे बात नहीं ही कर रहा था.

लेकिन नाश्ता करने के बाद जब मैं अपने रूम गया तो पल भर बाद
मॉम निशा आकर बोली “राहुल ,मुझे थोड़ा
मार्केट जाना है चलो बाईक से छोड़ देना (मैं)ठीक है अभी तैयार होकर आता हूं
“फिर मैं पैंट और शर्ट पहनकर डायनिंग हाॅल गया तो मॉम लंबा सा स्कर्ट और
कुर्ती पहन अपने कन्धें में पर्स डालकर बोली “प्रियंका ,तुम घर पर रहो और डैड को नाश्ता दे देना
“फिर मॉम के साथ निकल गया.

तो वो मेरे पीछे बाईक पर बैठ गई ,थोड़ी दूरी बनाए मेरे कंधे पर हाथ रख दी और मैं
बाईक स्टार्ट कर घर से निकल पड़ा फिर कुछ दूर बाद ,मॉम
मेरे करीब होकर बैठ गई तो उनके दोनों पैर एक ही दिशा में होने के कारण उनका दाहिना
स्तन मेरे पीठ से चिपक रहा था साथ ही वो अपने हाथ मेरे कमर में लपेट पूछी “ए
हीरो तू सही में मार्केट जा रहा है (मैं बाईक सड़क किनारे रोका)तो फिर आपको जाना
किधर है (मॉम) कहीं भी ,कोई पार्क या निर्जन जगह जहां हम
दोनों कुछ पल बीते याद को ताजा कर सकें “तो मेरा मन प्रसन्न हो गया.

फिर मैं सोचा की इतनी सुबह शॉपिंग मॉल के पास के पार्क में कम
ही लोग होते हैं तो निशा अपने ड्रेस में सेक्सी और हॉट लग रही थी ,मैं तेज रफ्तार से बाईक को शॉपिंग मॉल की ओर ले
गया फिर कुछ देर बाद शॉपिंग मॉल के पास के पार्क के सामने बाईक रोककर दोनों अंदर
घुसे तो निशा मेरे हाथ पकड़कर बोली “तू वक़्त से पहले ही जवान हो गया , क्यों (मैं हंसने लगा) ऐसा नहीं है बस दोस्तों
के साथ कभी कभार पोर्न मूवी देखने लगा हूं. “

तो फिर हम दोनों पार्क के अंदर घुसे ,वसंत ऋतु की सुबह तो हल्की धूप के साथ ठंडी हवा और दोनों आराम से पार्क के अंदर घनी झाड़ियों के पीछे बैठ मुस्कराने लगे ।मॉम पर्स को रखकर बोली “तू मेरे और रवि के अफेयर के बारे में कब से जान रहा है (मैं उनके जांघ पर हाथ फेरने लगा)परसों जब स्कूल में जल्दी छुट्टी हो गई तब घर आकर गेट नॉक किया और आखिर में बागान कि ओर (निशा मेरे करीब खिसकी)ओह मतलब कि खिड़की कि तरफ से देखा”मैं कुछ बोलने की बजाय उनके स्कर्ट को ही जांघों के उपर करते हुए अचानक से बूब्स पकड़कर दबा दिया.

और वो “उह आउच ,अबे
हरामी जरा आराम से”तो दुबारा उनके बूब्स कुर्ती पर से पकड़कर दबाने लगा तो एक
हाथ उनके स्कर्ट को उपर करके जांघों के बीच की ब्लेक पैंटी देख रहा था ,अच्छा मौका था कि दोनों आमने सामने बैठे हुए थे
तो उस झाड़ियों के इर्द गिर्द एक भी देखने वाला नहीं था । मेरा हाथ मॉम
की चूची को पुचकारने लगा तो एक हाथ उनके जांघों के बीच पैंटी पर घूमने लगा ,उनके फुले हुए दोनों फांकों के बीच पैंटी पर से
ही उंगली रगड़ने लगा तो चूची दबाता हुआ बोला “हैलो सेक्सी ,क्या तुम पैंट के ऊपर से ही सहलाने में लगे हो.

(निशा बिना देर किए पैंट का ज़िप खोल अंदर कच्छा नीचे सरकाते
हुए लंड को पकड़ बाहर निकली )मेरे लिए बहुत छोटा है लेकिन ये अंदर लोहे कि सलाख की
तरह फूल टाईम रहता है “वो मेरे लंड को पकड़ हिलाने लगी तो मैं अब उनके ढीले
ढाले कुर्ती में हाथ डालकर ब्रा पर से चूची पकड़ दबाने लगा तो मेरी उंगली हाफ
पैंटी में घुसने को आतुर थी। किसी बेशर्म औरत की तरह निशा अपनी पेंटी के हुक
को खुद खोलकर टांग फैलाए बैठी रही लेकिन किसी भी पल स्कर्ट रूपी पर्दा नीचे गिराकर
उनकी चुत की झलक को ढका जा सकता था.

राहुल अब अपनी उंगली चुत में घुसाने लगा तो उनकी फैली चुत में उंगली रगड़ते हुए चूची दबाता रहा और मेरा लंड मॉम के कोमल स्पर्श से पूरी तरह टाईट हो गया तो वो बोली “हम दोनों यही पर वो भी कर सकते हैं (मैं हाथ कुर्ती के अंदर से निकाल लिया)डार्लिंग ,ये तो बहुत ही आसान काम है लेकिन पहले योनि पूजन तो कर लूं ‘ उनकी चुत में उंगली रगड़ता हुआ अब अपने टाईट लंड को उनके मुंह में डालना चाहता था ,तुरन्त ही उठकर इधर उधर देखा तो निर्जन पार्क में दोनों की मस्ती थी. “Mom Ke Kamvasna Ka”

तुरन्त ही अपना पैंट खोल सिर्फ जांघों से नीचे किया तो मॉम अपने पैर के बल होकर मेरे लंड को पकड़ सुपाड़ा को ओंठो पर रगड़ने लगी तो उनके खूबसूरत चेहरा और सेक्सी फिगर पर ना जाने कितने लट्टू हैं ।निशा लंड को मुंह में लेने लगी और पूरा मुंह खोले लंड निगलकर मुंह बन्द कर ली ,फिर चूसने लगी तो मेरा हाथ उनके लबे बाल को कसकर पकड़े खड़ा रहा लेकिन ज्योंहि वो मुंह का झटका लंड को देते हुए मुखमैथुन करने लगी ,मैं खुद उसके मुंह में लंड पेले चोदने लगा.

मजा आने लगा तो साली की दोनों आंखें बन्द हो गई और वो सब भूलकर सिर्फ मुंह चुदाने में लगी रही और मैं “ले साली ,मजा से लंड चूस फिर आज ही रात तुझे छत पर ले जाकर चोदूंगा ,आह ओह “मेरा लन्ड तो पूरी तरह से गर्म हो चुका था फिर वो लंड को मुंह से निकाल उसपर जीभ घुमाने लगी तो मैं अपना लंड चट्वाकर मस्त हो रहा था ,फिर मैं मॉम के मुंह के सामने से हटकर पास की झाड़ी में ही खड़े होकर मूतने लगा तो निशा अपनी पेंटी पर्स में रखकर मुझे ही देख रही थी.

और मैं अपना कच्छा सहित पैंट ठीक किए निशा के सामने बैठकर
पूछा “तो क्या अब मार्केट चला जाए (वो थोड़ा मुंह फेरते हुए)कल तो मुझे नंगा
देखने के लिए ब्लेकमैल कर रहा था और आज जब मैं तैयार हूं तो तू भाव खा रहा है
“राहुल बिना कुछ बोले उसके करीब होकर उसे अपने गोद में बिठाकर ओंठ को ही
चूमने लगा तो उनके दोनों पैर मेरे कमर से लिपटे हुए थे और दोनों बूब्स छाती से
चिपक रही थी और दोनों एक दुसरे के चेहरा को चूमने में मस्त थे.

तो मेरा हाथ उनकी कुर्ती को थोड़ा ऊपर किए पीठ सहलाने लगा और
निशा मेरे मुंह में जीभ डालने लगी ,फिर
निशा की जीभ चूसता हुआ उसके भारी भरकम चूतड़ अपनी गोद में रखे मस्त होने लगा तो
समझो इस आसन में अगर मैं उनकी स्कर्ट कमर तक करके लंड वीर में डाल दिया होता तो वो
मजे में चुदाती लेकिन अभी फ्रेंच किस्स का आनंद लेता हुआ उनके ३६ बी साईज की चूची
का एहसास छाती पर पा रहा था । सेक्सी मॉम निशा मेरे मुंह से जीभ निकालकर अपने सर
को मेरे कंधे पर रख दी तो मेरा लंड चुदाई को तैयार था.

उनके पीठ सहलाता हुआ पूछा “क्यों बेबी ,मार्केट चलोगी या फिर (वो चेहरा सामने किए)अंदर बहुत हलचल हो रही है “वो उठकर चली गई तो उसके हाथ में पानी की बोतल भी था ,मुझसे थोड़ी दूरी पर वो जाकर मूतने लगी तो समझो अब उसकी बुर को चाटने की इच्छा मेरी ख़तम सी हो गई ,मॉम मेरे सामने आकर बैठी तो मैं उनके कुर्ती के अंदर हाथ डालकर चूची को पकड़ दबाने लगा लेकिन वो चुदवाने को मचल रही थी।

निशा मेरे पैंट का बटन खोलने लगी तो मैं उनके स्कर्ट को कमर की ओर करने लगा और पल भर में ही मेरे कमर से पैंट और अंडरवियर नीचे की ओर खिसक चुका था तो लंड कि अकड़ मानो चुत चुदाई को तैयार थी ,निशा बिना कुछ बोले झट से घांस पर ही डॉगी स्टाइल में हो गई तो उसके गोल गुंबदाकार गान्ड के सामने बैठकर पर्दा ऊपर उठाया ,स्कर्ट ऊपर किया तो पैंटी पहले से गायब थी फिर मैं पहले तो खड़ा होकर अपना पैंट और अंडरवियर निकाल दिया. “Mom Ke Kamvasna Ka”

ताकि आराम से इस चुद्दक्कड औरत को चोद सकूं ,उनके चूतड की ओर से लंड को चुत में डालने लगा ,लंड आधा अन्दर घुसा ही था कि समझ ही नहीं आने
लगा कि आगे का रास्ता इतना तंग क्यों है ,मॉम
पीछे मुड़कर बोली “सीधा नहीं हीरो उपर की ओर ,अपने
पेनिस को नीचे से उपर की ओर घुसा आराम से “अब मैं बुर कि संरचना को समझ पाया ,लंड पूरी तरह से पेलकर चोदने लगा.

तो मेरा टाईट लंड मुश्किल से चार इंच लम्बा होगा ,उनके गद्देदार गान्ड पर मेरी कमर टकराने लगी तो मैं निर्जन पार्क में ही सुबह सुबह मॉम को चुदाई का मज़ा देने लगा और वो अपने कमर हिला डुलाकर चुदाई का मज़ा बढ़ाने लगी तो दोनों के मुंह से सिर्फ आहें निकल रहे थे “उह ओह आह राहुल दे और तेज हाई मजा आने लगा (मैं चोदता हुआ उनके बूब्स पकड़ दबाने लगा)ओह सेक्सी ,गान्ड हिला ना बेबी उह “तो उनकी चुत पूरी तरह से आग कि भट्टी हो चुकी थी.

लेकिन मेरा लन्ड फिलहाल संभोग क्रिया में लीन था ,दोनों चुदाई का कार्यक्रम करते हुए हांफने लगे तो वो मुड़कर बोली “अब थोड़ी देर धीरे धीरे चुदाई कर (मैं)क्यों बेबी ले ना चुदाई का मजा अब मैं झड़ने पर हूं”तो समझो मेरा लन्ड लगातार मॉम की चुत में ३ मिनट तक धक्का मारता हुआ वीर्य स्खलित कर दिया ,निशा अपने जांघें सटाकर मेरा लंड अपनी बुर में ही चांपने लगी फिर मैं लंड को बुर से निकालकर पानी से धोकर साफ किया तो निशा बुर धोकर साफ कर पैंटी पहन ली ,दोनों की शॉपिंग निर्जन पार्क में हो गई तो मैं उनके साथ कुछ देर तक वहीं बैठा रहा ,फिर दोनों शॉपिंग मॉल जाकर थोड़ा बहुत सामान खरीद घर चले गए ।

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