मुँहबोली बहन ने अपनी चूत में लंड घुसवाया

मेरा नाम अखिल है और उत्तर प्रदेश का निवासी हु। ये कहानी मेरे और मेरी मुँहबोली बहन मधु के सेक्स की कहानी है। बात तब की है जब मैं और मधु एक स्कूल में साथ मे पढ़ते थे उस समय मधु पढ़ाई में बहुत तेज थी और मैं भी केवल मैथ्स कमेस्ट्री और फिजिक्स में तेज था। Pahli Bur Chudai XXX

धीरे धीरे हम दोनों में दोस्ती बढ़ गयी वो मुझे भाई बोलती थी और मैं उसे बहन बोलता था। खैर स्कूल पास कर के कॉलेज भी साथ मे किया और कॉम्पिटिशन की तैयारी भी साथ मे ही कि। एक दिन उसका सेलेक्शन दिल्ली पुलिस में हो गया और मैं तैयारी ही करता रह गया।

एक बार रेलवे भर्ती के एग्जाम के चलते मेरा एग्जाम सेंटर दिल्ली में द्वारका गया तो मैं उसका लोकेशन पूछने के लिए मधु को कॉल किया तो मधु में बताया कि ये मेरे रूम के बगल में ही सेंटर है। मैं बोला कि मेरे लिए कोई होटल का व्यवस्था कर दो क्योकि मुझे वहाँ एग्जाम देना है.

तब वो बोली कि भाई आप मेरे ही पास रुक जाओ मुझे कोई दिक्कत नही है। और मैं भी यही चाहता था कि मैं मधु के पास ही रुक जाऊ। तय समय पर मैं मधु के पास पहुच गया और उसके पास पहुचने पर मैं सबसे पहले नहाने बाथरूम में गया तो वहाँ उसके ब्रा और पैंटी को देखा तो मेरा लन्ड तुरंत खड़ा हो गया।

मैं वही मधु के नाम का मुठ मार लिया अब तो मेरे दिमाग में उसका ही फिगर ही नाच रहा था। खैर उस शाम हम दोनों बस सेंटर देखने और मार्किट ही घूम पाए क्योकि अगली सुबह मेरा एग्जाम था। खैर मेरा एग्जाम उम्मीद से ज्यादा अच्छा गया और मैं खुशी से फुले नही समा रहा था।

मैं सेंटर से बाहर आते ही मधु के गले लग गया। और वो भी मुझे गले लगा ली। पर दोनों अलग हुए पर दोनों नजर नही मिला रहे थे मुझे उसकी बड़ी चुचिया मेरे सीने पर एहसास हो रहा था। खैर शाम हुआ और हम दोनों खाना खाने के बाद बात करने लगे।

मधु ने बियर की बोतल मुझे थमा दी और एक बोतल वो खुद ले ली। मैं खैर धीरे धीरे पीने लगा और वो बहुत तेज तेज 3 बोतल गटक गयी। अब उसे नशा होने लगा और मुझे भी थोड़ा सा नशा होने लगा। अब वो नशे में बकने लगी कि “भाई काश तुम मुझे बहन न बोलते। मैं जब भी तुमको देखती हूं तो तुम्हे चूमने का मन करता है। मैं तुम्हारा नाम लेकर अपने बुर में दिन रात अंगुली करती हूं। भाई मुझे पेल के मेरी प्यास बुझा दो।“

अब मुझे भी जोश आ गया और मैं अपना लन्ड निकाल कर मधु के आगे कर दिया अब मधु उसे जोर जोर से मुँह में लेकर चूसने लगी और मैं उसके चुचियो को दबा रहा था। अब हम दोनों 69 की स्थिति में आ गए अब मैं उसका बुर चूस रहा था जो काफी चिकना था और वो मेरे लन्ड को मुँह में ले कर चूस रही थी।

फिर मैं उसके चुचियो को मुँह में लेकर चूसने लगा और उसके बुर में अंगुली कर रहा था जो काफी टाइट था। वो बड़बड़ा रही थी कि जब से तुम्हे देखी है तभी से मेरी नियत तुम पर खराब है भाई पर कह नही पाती थी आज मौका मिला है आज जम के पेलो अपनी बहन को।

अब मैने भी अपना लन्ड उसके बुर पर रखा और आधा लन्ड अचानक से उसके बुर में घुसा दिया। अब वो चिल्लाने लगी भाई आराम से मैं कही भागी नही जा रही हु। अब उसके बुर से खून आना सुरु हो गया मुझे बहुत हैरानी हो रही थी कि ये अब तक कुँवारी है।

खैर मैं उसे 25 मिनट तक पेला और उस समय वो 2 बार झड़ गयी थी। उस रात मैं उसे 4 बार पेला। सब सुबह नीद खुली तो उसे होश आया और मुझसे शरमाने लगी मैं भी उसे बाहो में भर कर बोला कि इसमें शरमाने वाली बात क्या है।

फिर साथ मे नहाया और मैं फिर वही चोदा। जब मैं घर जाने लगा तो उसने वादा लिया कि हम दोनों में भले ही सेक्स हुआ है पर हम दोनों भाई-बहन ही कहेंगे। खैर मेरा रेलवे में वही दिल्ली में ही नौकरी लग गयी है और दोनों रोज अलग अलग तरीको से चुदाई करते है।

घर के बाहर हम भाई बहन की तरह ही रहते है पर जब घर के अंदर जाते है उस समय दोनों नंगे हो जाते है और जब मन करे चुदाई सुरु हो जाती हूं पर वो घर मे वो मुझे भाई ही कहती है। हम दोनों कोई बाहरी दोस्त नही बनाया है और न ही कोई पड़ोसियों से मतलब रखते है और न किसी को घर बुलाते है। क्योंकि हम दोनों नही चाहते ही दोनों का राज किसी को पता लगे.

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