Nursing Home Me Pela Pyasi Chachi Ko

Hindi Sex Story दोस्तों , मैं मोहित आज सुबह ग्वालियर जंक्शन उतरा और फिर चाचा के फ्लैट पर चला गया ,एक प्याला चाय पीकर सोने चला गया तो मुझे मालूम था कि आज दोपहर में चचेरी बहन तृप्ति को लेकर एक नर्सिंग होम जाना है तो उसके पेट की पथरी को सर्जरी के द्वारा निकाला जायेगा । मेरे चाचा सेना में अधिकारी हैं तो चाची निधि एक हाउसवाइफ लेकिन काफी मॉडर्न कारण की हमेशा आर्मी केंट में रहती आई है तो उस परिवेश में अधिकारियों की बीवी का मॉडर्न सोच ,पहनावा और खान पान तो मैं सोकर लगभग १०:०० बजे उठा और फिर फ्रेश होकर चाय पीने लगा. Nursing Home Me Pela Pyasi Chachi Ko.

तो निधि आंटी मेरे पास आकर बोली “ऐसा है कि ११:०० बजे आर्मी हॉस्पिटल पहुंचना है ,सो स्नान करके नाश्ता कर लो (मैं)जी आंटी “तो फिर स्नान करके नाश्ता किया और तैयार हुआ तो बहन तृप्ति भी जाने के लिए तैयार हुई लेकिन अंकल से मुलाकात तक नहीं हुई थी ,फिर हम तीनो एक कैब से हॉस्पिटल के लिए निकले तो आंटी एक छोटा सा बैग रखी थी जिसमें शायद बहन और उनका कपड़ा था ,ऐसे सर्जरी के बाद २-३ दिन तक तो अस्पताल में रुकना ही होता है । हमतीनों हॉस्पिटल पहुंचे तो इतना साफ सुथरा कैंपस वो भी हॉस्पिटल का कभी नहीं देखा था ,फिर डॉक्टर के चैंबर में बहन और आंटी गई तो उसको एक रूम में रखा गया फिर कुछ टेस्ट होने के बाद रिपोर्ट का इंतजार होने लगा ,आंटी निधि एक काले रंग की लेगिंग्स और साथ में बिन बाहों वाली टॉप्स पहन रखी थी तो उनका मेकअप देखने लायक था ,ओंठ पर गुलाबी रंग की लिपस्टिक तो बदन से इत्र की खुशबू मानो अपनी बेटी के सर्जरी के लिए नहीं बल्कि किसी पार्टी में आई हो.

फिलहाल बहन रूम में एडमिट हो चुकी थी तो मैं आंटी के साथ उस रूम
में ही बैठा था ,मुझे देखकर बोली “भूख लगे तो
बोलना ,यहां केंटीन है वहीं जाकर खा लेना
(मैं) ठीक है “तकरीबन ०१:३० बजे सारे रिपोर्ट आ गए तो अंकल भी वहां पहुंचे
फिर बहन को ऑपरेशन थियेटर लेकर एक नर्स चली गई तो आंटी थोड़ी उदास होकर उस रूम के
सामने बैठी थी और अंकल वापस घर चले गए और मैं आंटी के बगल में बैठकर बोला
“आंटी आप इतने छोटे से सर्जरी से घबराई हुई हैं “और फिर उनके कंधे पर
हाथ डाले मैं उनको ढाढस बांधने लगा तो वो मुस्कुराई “अभी एक घंटा तक सर्जरी
होगा तो तुम जाकर खाना खा लो “तो मैं हॉस्पिटल के केंटीन कि ओर चला गया ,वहां एक प्लेट छोला भटूरा खाकर एक कॉफी पी लिया
फिर वापस सर्जरी रूम के सामने आकर आंटी के बगल में बैठ गया ।खैर दिन भी बीत गई तो
चचेरी बहन तृप्ति का सर्जरी भी हो गया ,शाम
को मुझे आंटी ने घर भेज दिया ताकि घर में निश्चिंत से कुछ देर आराम कर सकूं ,तो मैं घर जाने के रास्ते में ही एक बोतल बियर
खरीदा फिर घर पहुंचकर अकेलेपन का फायदा उठाते हुए बियर पीने लगा ,मुझे मालूम था कि आंटी और मुझे आज रात को
हॉस्पिटल में ही रहना होगा.

फिर थकावट और बियर के नशे कि वजह से मुझे नींद आ गई तो मैं सो गया । मेरी नींद मेरे मोबाइल की घंटी लगातार बजने से टूटी तो देखा कि आंटी का फोन है , मै कॉल रिशिब किया ” हां आंटी (आंटी)घर का दरवाजा तो खोलो (मैं जाकर दरवाजा खोला तो आंटी अंदर आई )लगातार ५ मिनट से बेल बजा रही हूं और तुम (मैं)सॉरी थकावट के कारण नींद आ गई थी “तो आंटी अपने रूम घुसी , मैं भी वाशरूम जाकर फ्रेश हुआ तो समय रात के ०८:४५ हो रहे थे और मैं अब जींस शर्ट पहनकर तैयार हो गया तो डायनिंग हॉल में बैठकर आंटी का इंतजार करने लगा ,वो तो पहले से ही गुस्से में थी और कुछ पल बाद वो एक छोटे से बैग लेकर रूम से बाहर आई “तैयार हो ना (मैं सोफ़ा पर से उठकर खड़ा हो गया)जी आंटी (वो)ठीक है चलो ,आज रात तुमको भी वही रुकना है तो कुछ कपड़ा ले लो “तो मैं अपना पैजामा और तौलिया आंटी के बैग में डाल दिया ,फिर बाहर लगे कार से दोनों निकल गए.

मैं आंटी के बगल में पिछले सीट पर बैठा हुआ था और चुपचाप खिड़की के बाहर देख रहा था तो आंटी भी चुप थीं ,फिर दोनों अस्पताल पहुंचे तो वार्ड के एक रूम में चचेरी बहन तृप्ति बेड पर लेटी हुई थी तो अंकल वहीं थे ,मुझे देख बोले “बेटा आज रात यहीं रुकना होगा (मैं)कोई दिक्कत नहीं अंकल “और कुछ देर बाद अंकल घर की ओर निकल पड़े तो मैं उस रूम के एक अलग बेड पर बैठा हुआ था तो देखा की आंटी एक प्लेट में टिफिन से खाना निकालकर तृप्ति को दे दी तो वो बेड पर से उठकर पहले तो वाशरूम घुसी और मैं चुपचाप वहां बैठा हुआ था ,फिर तृप्ति बैठकर खाने लगी तो आंटी निधि मेरे बगल में थी ,२९-३० साल की शादीशुदा औरत ,जिसकी खूबसूरती देखने में बनती थी ,लंबाई तो ५’४ फीट के आसपास होगी लेकिन उसके गोल गोल मध्यम आकार के स्तन किसी बड़े गोल पपीते के समान थी तो उनकी मस्त चूतड जिसे देख ,खासकर उनके तेज चाल के वक़्त मानो एक भाग दूसरे से टकरा रही हो ,पल भर बाद एक स्टाफ रूम में आकर दो टिफिन बॉक्स रख दिया फिर तृप्ति हाथ मुंह धोकर बेड पर लेट गई । “Nursing Home Me Pela Pyasi”

रूम में दो बेड थे तो एक पर तृप्ति तो दूसरा बेड निश्चित रूप से
निधि आंटी के लिए ,फिर रूम के बीचोबीच का पर्दा आंटी
खींच दी और बोली “बाहर कोई नर्स या वार्ड बॉय दिखे तो जरा बुला लाओ “मैं
बाहर जाकर एक नर्स को बुला लाया तो आंटी उसे “एक एक्स्ट्रा बेड मंगवा दो (वो)
जरूर मैडम “फिर दोनों उसी बेड पर बैठे थे तो आंटी बैग से एक नाईटी निकालकर वाशरूम
चली गई और मै भी अपना जींस शर्ट खोलकर कपड़े की खूंटी में टांग दिया ,पैजामा और बनियान पहने बेड पर लेटा तो ए सी रूम
में मजा आ रहा था ।आंटी उधर से नाईटी पहने आई तो मेरी नजर उनके उभार पर चला गया ,उनका नाईटी काफी सेक्सी और जगह जगह पर जालीदार भी
था तो हॉस्पिटल में भी ऐसा ड्रेस पहनकर वो अपना चरित्र दर्शा रही थी और तभी एक
वार्ड बॉय बेड लेकर आया और बेड के किनारे पर रखकर चला गया , मैं नीचे ही बेड डालकर सोता तो आंटी अब दो प्लेट
में खाना निकालने लगी तो पास के टेबल पर टिफिन और प्लेट था ,सो वो खड़े खड़े झुककर खाना निकाल रही थी और मेरी
नजर उनके बूब्स जोकि नाईटी के डीप गले की वजह से दिख रहा था को तिरछी निगाहों से
देख रहा था फिर वो एक कुर्सी पर बैठी तो मै सामने बेड पर ही बैठे खाना खाने लगा ।

कुछ देर में खाना खाने के बाद हाथ मुंह धोकर जमीन पर बेड लगाने लगे तो मेरा मन चाची के बदन पर ही था लेकिन फिलहाल तो दोनों चाची भतीजा के रूप में यहां थे ,अब बेड डालकर उसपर लेटा तो चाची जूठे थाली और बर्तन को उठाकर रूम से बाहर रख आई ,फिर हाथ धोकर बल्ब बंद की ,दरवाजा लगाकर नाईट बल्ब जला दी और अपने बेड पर बैठकर बोली “पता नहीं नर्स फिर आकर नींद में खलल डालेगी क्या “तो मैं उठकर लॉबी की ओर गया फिर एक नर्स से पूछा “रूम नंबर ०७ की मरीज़ को कोई दवाई या डॉक्टर साहब वहां आएंगे (नर्स)नहीं ,अब कल सुबह ०८:०० बजे ही दवाई दिया जाएगा “फिर मैं रूम में आकर दरवाज़ा बंद किया और बेड पर लेट गया तो आंटी बेड पर करवट लिए मुझे देखने लगी “बेवजह तुम्हे डांट दी , सॉरी (मैं)नींद में था तो यात्रा की थकावट थी इसलिए बेल की आवाज नहीं सुन पा रहा था “फिर मैं करवट लिए सोने लगा तो आंटी अपने बेड पर लेटी हुई थी । कुछ देर में मुझे नींद आ गई तो मैं गर्मी के मौसम में वातानुकूलित कमरे में आराम से सो गया ,मेरी नींद अचानक से खुली जब मुझे एहसास हुआ कि मेरा पैजामा खुला हुआ है. “Nursing Home Me Pela Pyasi”

आंखें खुली तो देखा कि निधि आंटी मेरे लंड को कसकर पकड़े सहला
रही है और मेरा पैजामा घुटने पर था तो मैं हड़बड़ा कर उठा और बेशर्म निधि मेरे लंड
को थामे हुए मुस्कुराने लगी तो मैं अपना हाथ लगाकर पजामा को उपर करने की कोशिश
करने लगा लेकिन वो मेरा हाथ झटक दी ,धीरे
से बोली “ज्यादा नखडा मत कर और चुपचाप मुझे देख (मैं उसके चूची को नाईटी पर
से ही दबाने लगा)जो हुकुम मैडम “तो मेरा पैजामा पैर से बाहर था और आंटी के
नाईटी जिसके डोरी उनके कमर पर बंधे हुए थे को मैं खोलकर नाईटी को उनके कंधे की
आखिरी तक किया , वाकई बिन ब्रा के चूची मस्त लग रही थी
तो मैं उसको पकड़कर मसलने लगा और वो मेरे गोद में बैठ गई तो मैं आंटी के चेहरा को
किस्स करता हुआ उनके बदन को कसकर पकड़ रखा था ,अब
उनकी नग्न चूची मेरे छाती से रगड़ खा रही थी तो निधि भी मेरे चेहरा और ओंठ को
किस्स करते हुए मुझे जकड़ रखी थी ।

पल भर बाद मेरा हाथ उनके गर्दन पर था तो निधि मेरे ओंठ पर ओंठ रखकर सेक्स कि आगाज की और मैं उसके रसीले ओंठ को मुंह में लेकर चूसने लगा उनके गद्देदार चूतड़ का एहसास मेरी गोद को मिल रहा था तो मैं उसके ओंठ को चूसता हुआ पीठ को सहलाने लगा तभी निधि मुझे पीछे की ओर धकेलकर लिटा दी और खुद बेशर्म की तरह अपने जिस्म से नाईटी निकाल फेंकी तो मैं भी अपना बनियान निकालकर नंगा हो गया ।निधि मेरे बदन पर लेट गई तो इसके सेक्सी जिस्म पर मात्र एक हाफ पैंटी थी और वो कामुक औरत की तरह मेरे ओंठ पर जीभ फेरने लगी तो मैं उसके बाल को सहलाते हुए मुंह खोलकर जीभ अंदर लिया फिर चूसता हुआ मस्त हो रहा था ,मेरे मन और तन की मुराद पूरी हो रही थी तो आर्मी स्टाफ और ऑफिसर की बीवी इधर उधर मुंह मारते फिरती है ,सत्य साबित हुआ और मैं उनके बड़े बड़े स्तन का दीदार किया तो उसका स्पर्श मेरे छाती को मिल रही थी । “Nursing Home Me Pela Pyasi”

निधि आंटी मेरे मुंह से अपना जीभ बाहर निकालते हुए अब खुद ही मेरे चेहरे के उपर अपने स्तन को कर दी तो मैं लेटा हुआ उसके चूची को पकड़ा और पूरा मुंह खोलकर मुलायम स्तन को अंदर किए चूसने लगा पर इस स्टाइल में अधिक देर तक आंटी नहीं रह सकती थी और उनके एक चूची को चूसकर सर को थोड़ा दूर किया तो आंटी अब मेरे मुंह में अपनी दाईं चूची भी डाल दी और मैं उनके चिकने बदन को सहलाता हुआ चूची को चूसक चूसक कर चूस रहा था । मेरा लन्ड पूरी तरह से टाईट था तो आंटी की जांघों के बीच वो दबा हुआ था और निधि “उह ओह आह अब हाथ के सहारे बदन को और देर तक नहीं रख पाऊंगी “तो मैं उनके चूची को मुंह से निकाल दिया ,निधि अब मेरे बदन पर फिसलते हुए मेरे छाती से लेकर कमर तक को किस्स करने लगी और अंत में वो कमर तक को अपने ओंठ का प्यार दी फिर उठकर बैठी ।

निधि मेरे कमर के पास बैठे लंड को पकड़ कर सहलाने लगी “बहुत थके हो तो सीधे डाल दो (मैं)आप पहले उसको मुंह में तो लीजिए (निधि हंसने लगी)लेकिन एक शर्त पर बोलो मंजूर है (मैं)लेकिन शर्त क्या है (वो धीमे आवाज में बोली)तुमको भी वेजिना को मुंह में लेना होगा “मैं सर हिलाकर हामी भर दिया तो आंटी मेरे लंड को पकड़कर झुकी ,फिर लंड का चमड़ा छिलकर उसे किस्स करने लगी तो मैं उनके दोनो चूची को सिर्फ निहार रहा था ,फिर निधि सुपाड़ा को ओंठो के बीच लेकर चूसने लगी तो मैं जान रहा था कि आंटी मॉडर्न लाइफ स्टाइल में जीने वाली औरत है तो पत्नी की अदला बदली से लेकर शराब पीना तक इनके सोसायटी में सामान्य है । आर्मी हॉस्पिटल के रूम में एडमिट मेरी चचेरी बहन तृप्ति अब खराटे भर रही थी तो उसकी मम्मी ,यानी मेरी छोटी चाची निधि मेरे लंड को मुंह में लिए अब सर का तेज झटका देने लगी ,मुझे बेड पर लेटे लेटे काफी आनंद आने लगा तो मैं थोड़ा सीधा हुआ और आंटी के सीने पर हाथ लगाकर उनकी चूची दबाने लगा और अब वो मेरे लंड को मुंह से बाहर की तो उसपर थूक लगे हुए थे ,मुझसे नजर मिलाते हुए वो अब अपने लंबे से जीभ को लंड पर फेरने लगी तो मानो वो कोई आईस क्रीम चाट रही हो और मैं उनके बूब्स को जोर जोर से दबाने लगा ,तो वो अब मेरे लंड को छोड़कर सीधा बैठी फिर नाईटी पहनकर वाशरूम की ओर चली गई । “Nursing Home Me Pela Pyasi”

मै भी पिसाब करने को आतुर था तो एक तौलिया कमर से लपेट कर
वाशरूम के दरवाजे पर खड़ा रहा ताकि चाची के बाहर आते ही मैं वाशरूम घुसकर फ्रेश हो
लूं ,आंटी बाहर निकली तो मैं अंदर घुसकर
फ्रेश हुआ फिर अपने बेड पर आ गया।निधि मेरे बेड पर लेट चुकी थी तो मैं उनके कमर के
पास बैठकर पूछा “क्या अब डाल दूं बहुत मन कर रहा है (वो मेरे कमर से तौलिया
को हटाकर बोली)फिलहाल मेरी रानी को चूम ना जरा चाट ,बहुत
मजा आएगा “तो आंटी की बात सुनकर मैं उनके नाईटी को कमर की ओर करने लगा फिर
उनके बेड के तकिया को लेकर निधि के गान्ड के नीचे डाल दिया ,अब उनकी जांघें जोकि आपस में सटी हुई थी को दो
दिशा में किया तो साली चुद्दकर का चुत पूरी तरह से फैला हुआ था ,लालिमा लिए मुरब्बे स्वरूप चुत के छेद पर काले
धब्बे थे तो उसकी फांकों को सहलाता हुआ मैं पूछा “लगता है अंकल आपको रोज
पेलते हैं (वो हंसने लगी)महीने में एक दो बार ,चुपचाप
चाट बातें नहीं “तो मैं सर को उनकी जांघों के बीच लगाकर बुर पर चुम्बन देने
लगा और वो “उह ओह प्लीज़ चाटो”कहते हुए अपने चूतड़ को ही उपर उच्काने
लगी फिर मैं रण्डी की भोंसड़ा को उंगली से फैलाकर जीभ से चुत चाटने लगा और वो सिसक
रही थी ।

मेरे लंबे जीभ उसकी चुत में पूरी तरह से समाने लगे तो वो मेरे सर के पीछे हाथ लगाकर “ओह उह आह मोहित बहुत मजा आ रहा है ,और तेज करो ना फिर पानी निकले तो पीना “सही में काफी सेक्सी औरत थी तो मैं लपलप जीभ से बुर कि गहराई को मापने लगा और फिर वो “अब चूस ले ओह निकलने पर है”तो मैं चाची की चुत के दोनों फांक को मुंह में लेकर चूसता हुआ उसके कमर को कसकर पकड़ रखा था ,कुछ देर में ही उनकी चुत से रज की तेज धार छूट पड़ी तो मेरे मुंह में रस आ चुका था फिर मैं वाशरूम चला गया ,मुंह हाथ धोकर वापस आया तो आंटी नाईटी को बदन से निकालकर मेरे बेड पर लेटी हुई थी “किस स्टाइल में लोगे अपने सेक्सी आंटी को (मै उनको बोला)डॉगी स्टाइल में मुझे बहुत मजा आता है “तो वो बेड पर झट से डॉगी स्टाइल में हो गई ,अब उनके गोरे चिकने चूतड को सहलाता हुआ बुर के छेद को उंगली से टटोलने लगा तो वो पीछे मुड़कर बोली “क्या ढूंढ रहे हो मोहित ,अब जल्दी करो (मैं गान्ड के छेद को चूमने लगा)जरूर बेबी ,जरा धैर्य रखो “फिर मैं चाची की चुत के सामने लंड पकड़े हुए पैर के बल बैठा ,धीरे से सुपाड़ा सहित आधा लंड अंदर पेल दिया.

तो अब मेरा हाथ उसकी कमर पर था और लंड चुत में इतना तो घुस ही चुका था कि थोड़ा सा बाहर करके जोर का धक्का चुत में दे सकता था ,तभी एक जोर का धक्का चुत रानी को दे दिया तो पूरा लंड रसीले चुत में था और उसकी चुत का रस अब भी अंदर जमा था तो मेरे लंड कि चुदाई से कमरे में फाच फैच की आवाज आ रही थी और आंटी बिना देर लिए अपने कमर को हिलाने लगी तो ये दो तरफा वार था जोकि चुत और लंड के बीच हो रहा था तो चुदक्कड़ आंटी निश्चित रूप से पुरानी खिलाड़ी थीं तो मैं उनके सामने नौसिखिया लेकिन चुदाई तो कम से कम ९-१० मिनट करके ही झड़ना था तो वो अपने गद्देदार गान्ड को हिलाते हुए मस्त थी और मैं उसकी चूची को पकड़ मसलने लगा ,तकरीबन ४-५ मिनट की चुदाई हो चुकी थी तो मैं हांफने लगा और आंटी अब अपने चूतड़ को आगे की ओर करके लंड निकाल दी । “Nursing Home Me Pela Pyasi”

वो पूरी तरह से गरम हो चुकी थी ,फिर वो एक भारतीय नारी की तरह टांग फैलाए बुर बिचकाए बेड पर लेट गई तो मैं बैठे बैठे उनकी चुत में लंड पेलकर चुदाई करने लगा ,दे दनादन लंड पेलता हुआ उनके बदन पर ही सवार हो गया और आंटी मेरे ओंठ को चूमकर बोली “वाकई तुम एक नंबर के चोदु हो (मै उनके स्तन की रगड़ छाती पर पा रहा था )आप भी बहुत सेक्सी हैं”तो निधि अपने चूतड़ को उछालना शुरू कर दी और मैं अब झड़ने के काफी करीब था ,कुछ देर बाद लंड महाराज बुर में दहाड़ कर निढाल हो गए तो आंटी की चुत वीर्य से भर गई फिर दोनों फ्रेश हुए ।

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