Nursing Home Me Pella Pyasi Chachi Ko 2

Hindi Sex Story हैलो फ्रेंड्स , मेरे छोटे अंकल की बीवी काफी सेक्सी औरत है तो उसको हॉस्पिटल के रूम में ही चोद लिया पर मेरी इच्छा फिलहाल निधि आंटी को और भोगने की थी तो वो भी कामुकता की देवी थी ,देखने में जितनी सुंदर है उससे कहीं अधिक वो अपने आपको मेंटेंड रखती है साथ ही मॉडर्न लिबास और शराब पीना उनकी आदत है तो दो दिन बाद बहन को अस्पताल से छुट्टी मिल गई फिर हमलोग आर्मी केंट के अपने घर चले गए ,निश्चित रूप से निधि मुझसे प्रभावित हुई थी तो मैंने उसे संतुष्ट करने के लिए ०९-१० मिनट तक चोदा था ,एक शादशुदा २९-३० साल की औरत को और क्या चाहिए. Nursing Home Me Pella Pyasi Chachi Ko 2.

तो मोहित अपने आदत के मुताबिक घर से सुबह सुबह ही आर्मी केंट से बाहर निकल पड़ा ,उद्देश्य सिर्फ बियर पीने की थी तो वापस कानपुर जाने की टिकट कल रात की थी और मैं ग्वालियर के एक मार्केट में वाईन शॉप से एक केन बियर खरीदा फिर उसे पीकर मस्त हो उठा ,पता था कि अंकल ड्यूटी पर गए हैं तो घर में निधि आंटी और उनकी बेटी है ,फिर मैं घर पहुंचा तो साथ में एक आईस क्रीम की पैकेट भी खरीद लिया था ,आंटी डायनिंग हॉल में बैठकर टी वी देख रही थी तो मैं आईस क्रीम को रेफ्रिजरेटर में रखकर अपने रूम की ओर जाने लगा तो आंटी बोली “इधर सुनो (मैं उनकी ओर देखा)जी आंटी (उनके करीब पहुंचा) बैठो ,सुबह सुबह कहां गए थे (मैं बगल में बैठा) बस यों ही (निधि मेरे कंधे पर हाथ रख दी)मुंह से तो खुशबू आ रही है लगता है ड्रिंक्स लेने गए थे (मैं थोड़ा झेंप गया)थकावट हो रही थी तो एक बियर पी लिया (वो मुझसे नजर मिलाने लगी)ठीक है ,स्नान ध्यान करके नाश्ता कर लो फिर मेरे साथ एक जगह चलना है.”

तो मैं उठकर अपने रूम गया फिर कपड़ा बदलकर वाशरूम घुसा ,सोचा कि स्नान करके नाश्ता कर लिया जाए तो स्नान
करने के बाद शॉर्ट्स और टी शर्ट पहना ,फिर
डायनिंग हॉल आया तो आंटी वहां नहीं थी और मैं बहन के रूम चला गया , तृप्ति बेड पर लेटकर एक किताब पढ़ रही थी ,८-९ साल की बच्ची का दो दिन पहले एक सर्जरी हुआ
था तो मैं उसके पास बैठकर पूछा “और अब कैसा लग रहा है (वो बेड पर उठकर
बोली)अच्छा लग रहा है भैया “फिर उससे पल भर तक बात किया और डायनिंग हॉल आया
तो कामवाली बाई रूम को साफ कर रही थी ,मैं
आंटी को ढूंढता हुआ उनके रूम चला गया ,वो
अंदर नहीं थी लेकिन जैसे ही मैं रूम से बाहर निकलने को था मेरी नजर उनके बेड पर गई
तो देखा कि उनकी ब्रा पेंटी और एक ड्रेस रखी हुई है तो समझ आया कि निधि आंटी
वाशरूम में स्नान कर रही है । मैं साहस करके उनके रूम के अंदर घुसा फिर वाशरूम
के दरवाजे पर रुक सा गया ,सोचा कि बेकार में दरवाजे पर हाथ
लगाऊंगा जबकि वो तो बंद करके ही स्नान कर रही होगी लेकिन हाथ उसके वाशरूम के
दरवाजे पर लग गई तो थोड़े दबाव से हटाथ ही दरवाजा खुल गया और मेरी नजर ज्योंहि
अंदर गई मेरा दिमाग ठनक उठा.

निधि आंटी नग्न अवस्था में झरना के नीचे खड़ी होकर स्नान कर रही थी तो उनका पीठ मेरी ओर था ,गोल गुंबदाकार टाईट चूतड़ देखकर लंड फुंफकारने लगा और उनकी नग्न बदन मानो संगमरमर की मूर्त हो ,उन्हें कुछ नहीं पता और तभी निधि मेरी ओर मुड़ गई तो उनकी आंखें फिलहाल बंद थी ,उनके मस्त स्तन के बीच से पानी का धार चल रहा था तो वो आंख बंद किए ही अपने जांघों के बीच हाथ लगाकर बुर रगड़ने लगी ,उन्हें हॉस्पिटल में एक बार चोदा तो था लेकिन मुझे उनके जिस्म का पूर्ण रसपान करना था। निधि की गोरी खूबसूरत बदन वो भी पानी से भिंगी हुई ,देखकर तो जी कर रहा था कि अभी ही चोद डालूं ,तभी उनका हाथ झरने के नल पर गया और वो झरना को बंद करके अपना हाथ हेंगर कि और करके तौलिया को ली ,फिर चेहरा को पोछने लगी और उनकी आंखें खुली तो मेरे पर नजर गया ,देखकर अचंभित हो गई “क्या कर रहा है ,बंद करके भागो , तृप्ति या कामवाली देख ली ना तो समझ में आएगा (मैं फिर भी आंटी के सेक्सी बदन को देखता रहा).

चिंता मत कीजिए ,आपको
देख ही मेरा मन तड़प उठा है “तो निधि अपने बदन को पोंच्छकर एक टावेल अपने
छाती से बांध ली ,फिर वो रूम की ओर आने लगी तो मैं
डायनिंग हॉल चला गया ,वहां सोफ़ा पर बैठा तो बाई मुझे
नाश्ता लाकर दी ,मैं ब्रेड आमलेट खाता हुआ आंटी के रूम
की ओर बार बार देख रहा था तो कुछ देर बाद वो अपने रूम से निकली और मैं उन्हें
देखता ही रह गया ।निधि आंटी का ड्रेस काफी सेक्सी था तो वो एक स्लीवलैस गाउन पहन
रही थी ,हल्के नीले रंग की गाउन का साईज काफी
छोटा था ,उसके खड़े रहने पर आधे जांघों तक को
ही ढक रहा था तो उसके बूब्स का आकार उसपर स्पष्ट उभार बना रही थी ,मेरे सामने टांग पर टांग रखे बैठ गई तो उसके नग्न
पैर से लेकर जांघों के लगभग उपरी हिस्से तक को मैं देख रहा था ,फिर आंटी नाश्ता करने लगी और मैं उठकर हाथ धो
लिया ,देखकर बोली “चलो तुम्हें एक जगह
घुमा लाती हूं (मैं)ठीक है अभी तैयार होता हूं ” और मैं जल्दी में जींस और टी
शर्ट पहनकर डायनिंग हॉल आया तो आंटी अब नाश्ता के प्लेट को लिए उठी.

फिर किचन कि ओर चली गई ,वापस हाथ मुंह धोकर आई और अपने रूम की ओर चली गई ,उनके ड्रेस में चूतड़ की लचक देख किसी का भी लंड टाईट हो सकता था तो मैं वहीं बैठे आंटी का इंतजार करने लगा ,फिर आंटी आकर एक सैंडल पहन ली और दोनों घर से बाहर निकल गए ,मैं “आंटी तृप्ति घर में अकेले है (निधि)अकेले होती तो दोनों घर से बाहर क्यों आते ,अभी बाई दो घंटे रहेगी और खाना बनाकर खाकर ही जाएगी “फिर वो कार का लॉक खोलकर ड्राइविंग सीट पर बैठी तो मैं उसके बगल में बैठा और मुझे मालूम भी नहीं था कि आंटी मझे कहां ले जा रही है ,बहुत ही जिद्दी और नकचढ़ी औरत है इसलिए उनसे कुछ भी पूछना बेकार था ।अब कार केंट के अंदर ही अलग दिशा में जा रही थी तो अब ऑफिसर फ्लैट्स भी नहीं दिख रहे थे ,सिर्फ हरे भरे जंगल और पेड़ पौधों की झाड़ी ही थी , पता नहीं ये औरत अपनी भूख और प्यास बुझाने के लिए मुझे कहीं ले जा रही थी या कुछ और बात है ।आर्मी केंट के आखिरी और घने जंगल के छेत्र जिसे रिज भी कहते हैं ,वहां निधि ने कार रोकी और गेट खोलकर बोली “चल निकल बाहर (मैं बाहर निकला)इस सुनसान जगह में आप क्या दिखाने वाली हैं (निधि कार के उस तरफ आ गई जिधर से कोई हमें देख नहीं सकता था). “Nursing Home Me Pella Pyasi”

मैं तुम्हे क्या दिखाऊंगी ये तुम खुद देख लेना “तभी मुझे निधि ने अपनी बाहों के घेरे में लेकर चूमना शुरू कर दी तो मेरा हाथ उनके मानस्ल चूतड़ पर घूमने लगा ,ये जगह बिल्कुल शांत और सुनसान था तो दिन के ११:०० बजे इधर कोई क्या करने आता ,तभी आंटी मेरे गर्दन में हाथ लगाए मेरे ओंठ को किस्स करने लगी तो मेरे तन की आग भड़क उठी ,वैसे भी इन्हें नंगे नहाते देख लिया था तो आंटी बोली “जो होगा कार के बाहर बस मेरी चुदाई तुम कार के अंदर करोगे (मैं उनके चूतड़ को सहलाता हुआ )जरूर रानी ,कोई देखने वाला भी नहीं है “और मेरा मुंह उनके रसीले होंठ को चूसने लगा तो निधि का ड्रेस अब उनके चूतड़ से उपर होने लगा फिर वो मेरे छाती से चूची दबाने लगी तो बियर का नशा मुझे काफी उतेजित कर चुका था ।उनके ड्रेस को कमर तक किए चूतड़ को सहलाने लगा तो निधि एक जी स्ट्रिंग पैंटी पहन रखी थी , वाकई काफी कामुक औरत है और तभी मेरे लंड का उभार वो जींस पर से पकड़कर दबाने लगी.

तो मैं उनके रसीले ओंठ छोड़कर उनके पीठ को सहलाने लगा “अब तेरी जीभ चूसने का मन है “तो उनके चिकने गद्देदार गान्ड को सहलाता हुआ मैं उनके लंबे बाल को कसकर पकड़ लिया ,फिर उनकी नशीली आंखों में देखता हुआ अपना जीभ मुंह से निकालने लगा तो आंटी मुंह खोले मेरे जीभ को अंदर ले ली तो दोनों एक दूसरे से लिपटे खड़े थे साथ ही एक दूसरे के गर्दन में हाथ दिए चेहरा को थोड़ा तिरछा कर रखे थे ताकि उसकी अधिक से अधिक जीभ मेरी मूहन में हो और मैं चूस सकूं ।आंटी का गोरा मुखड़ा सेक्सी लग रहा था तो उनकी आंखें बंद थी ,किसी सेक्स कि मूर्त की तरह मेरे जीभ को चूसते हुए जींस को खोलने में लगी हुई थी ,गर्मी का एहसास इस मौसम में हो रहा था लेकिन साथ ही घने जंगलों के बीच ठंडी हवा दोनों को कूल कर रही थी ,तभी मैं अपना जीभ उनके मुंह से निकालकर कंधे पर सर रखा और निधि मेरे जींस और कच्छा को खोलकर मुझे कार के बोनट से सटा कर खड़ी कर दी तो मैं जमीन पर खड़ा था और निधि मेरे लंड को पकड़ कर चेहरा को झुकाई ,फिर लंड को बिना देर किए मुंह में भर ली तो मेरा हाथ उनके चूतड़ पर था. “Nursing Home Me Pella Pyasi”

वो अपने दोनों पैर फैलाए खड़ी थी तो उनका स्टाइल मानो घोड़ी की हो ,एक चौपाया जानवर की तरह वो मेरे कमर से हाथ लपेटे लंड को मुंह में लिए चूसने लगी तो मेरा हाथ उनके ड्रेस जोकि उनके इस स्टाइल में लगभग चूतड़ के थोड़ा नीचे था को उपर किया ,फिर मैं उनके कमर के पास पैंटी की डोरी या हुक खोजने लगा तो वो अब मेरे लंड को मुंह में लिए मुखमैथुन करने लगी और फिर मैं उनकी पेंटी को खोलकर गान्ड के दरार में उंगली रगड़ने लगा तो लंड आंटी के मुंह में कड़ा हो चुका था । आर्मी केंट के रिज एरिया में कार के सहारे खड़ा था तो निधि मेरे लंड को थामे उसे चाटने लगी और मेरी एक उंगली उनके चुत के अंदर थी ,धीरे धीरे उनकी बुर को कुरेदता हुआ मस्त था तो दूसरा हाथ अब उनके बूब्स को दबाने लगा और वो “उह आह ओह मोहित तुम तो अपने अंकल से अधिक मजा दे रहे हो “,फिर वो सीधे खड़ी हो गई ।जमीन पर गिरे पैंटी को उठाकर कार के अंदर रखी फिर वो कार के बोनट पर बैठ गई ,मैं समझ गया कि ये अर्ध रूप से उसपर बैठकर टांग को चिहारेगी फिर मुझे क्या , कुत्ते की तरह चाची की चुत चाटना होगा.

और वही हुआ तो मैं उनको बोनट पर संतुलित किया ,वो अपने दोनों हाथ को पीछे की ओर रखे शरीर के ऊपरी हिस्से को थोड़ा पीछे की ओर की तो उनका निचला हिस्सा अब बोनट के किनारे पर था ,फिर मैं उनके ड्रेस को उपर किया तो चुत की चमक से आंख चोंधियाने लगी और मैं उनके मोटे जांघों को सहलाता हुआ अपना चेहरा बुर पर लगाया फिर नाक को उनके बुर पर रगड़ने लगा तो वो “उह ओह मोहित प्लीज़ डोंट डू दिस “और मैं उनके चुत के मुहाने पर जोरदार चुम्बन देने लगा तो उनके पेट से ऊपर तक को सहलाने लगा ,निधि की नग्न चुत को फैलाकर जीभ से चाटते हुए उनके सेक्सी आवाज “उह ओह आह बहुत मजा आ रहा है “सुनते हुए चुत को जीभ से चोदने लगा तो मेरा लंड लोहे की सलाख हो चुकी थी । निधि के जांघ को सहलाता हुआ अब मैं बुर के दोनों फांक को मुंह में लेकर चूसने लगा तो वो चाहकर भी मेरे बदन पर हाथ नहीं लगा सकती थी ,दोनों हाथ को पीछे रखे संतुलित होकर आंटी बैठी हुई थी तो मैं अब उनके चुत को चूसता हुआ उनके ड्रेस के अंदर हाथ घुसाया और चूची को ब्रा पर से ही दबाने लगा तो वो सिसकने लगी “उई मां इतनी खुजली अंदर हो रही है. “Nursing Home Me Pella Pyasi”

ओह अब नहीं झड़ जाऊंगी मोहित”तो मैं पल भर तक चुत चूसता
रहा फिर उनकी बुर कि रज का स्वाद लेकर बुर चाटा फिर वो बोनट पर से उतरकर मेरे
सामने खड़ी हो गई । निधि और मोहित आमने सामने खड़े थे तो निधि अपने सैंडल को खोलकर
अब एक पैर को कार के बोनट पर रख दी तो उसकी जांघें पूरी तरह से अलग हो गई और मैं
अब अपना लंड पकड़े उसकी चुत पर लगाया ,धीरे
से सुपाड़ा सहित थोड़ा लंड अंदर घुसा दिया तो मेरा एक हाथ उसके पीठ पर था ,अब मैं अपने एक पैर को उसके पैर पर बोनट की जगह
पर रखा तो अब मुझे भी चोदने में आराम रहता । निधि मेरे कमर में हाथ लगाए खड़ी थी
तो मैं नीचे से जोर का धक्का बुर में दे दिया ,लंड
चुत के अन्दर था.

तो उसकी चिंकह मुंह से बाहर “उई मर गई रे “फिर मैं उसकी कमर को पकड़े तेज रफ्तार से लंड को चिकने बुर में दौड़ने लगा तो वो मेरे चेहरा को किस्स करते हुए चूची को छाती से रगड़ रही थी ,इसे कहते हैं जंगल में मंगल और दोनों को प्राकृतिक जगह पर संभोग करने का आनंद मिल रहा था तो मेरा लंड चुत की गहराई को मापने में लगा हुआ था तो अब मैं धक्का मरना छोड़ दिया ।निधि की चुत का रस वास्प बनकर हवा में उड़ चुका था तो चुत की गर्मी मानो मई महीने की गर्मी से अधिक हो और तभी निधि खुद अपने आपको पीछे करते हुए बोनट की ओर अपने शरीर के अगले भाग को थोड़ा झुकाई तो पिछला हिस्सा उपर की ओर था. “Nursing Home Me Pella Pyasi”

इसका ड्रेस मानो सेक्स के लिए ही बना हो ,अब समझ में आया कि ऐसे ड्रेस आजकल की लड़कियां और महिलाएं क्यों पहनती है ।मोहित उनके चूतड़ के सामने खड़ा होकर दोनों जांघ को और फैलाया फिर अपना लंड चुत में भोंकने लगा ,आधा लंड तो एक ही सांस में पेल दिया फिर उनके कमर को कसकर पकड़ा और जोर से लंड को अंदर पेला तो पूरा लंड आंटी की चुत में था तो मैं चुदाई करता हुआ उनके स्तन जोकि ड्रेस में कैद थे को पकड़कर दबाने लगा ,लेकिन ये रण्डी खुद ही अपने ड्रेस को गले तक करके उपरी भाग को भी नंगा कर दी तो में चुदाई करता हुआ आंटी के ब्रा के स्ट्रिप्स को खोलकर नग्न चूची को मसलता हुआ मस्त था ,अब आंटी भी अपना चूतड़ हिलाने लगी और मेरा लंड आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुका था तो मैं रफ्तार को बढ़ा दिया फिर वो गान्ड हिलाते हुए “ओह उह मोहित प्लीज़ मत लहराओ अब झाड़ दो ना (मैं ५-७ धक्का मारकर)ये ले साली आज तूने जन्नत की सैर करा दी “तो उसकी चुत वीर्य से भर गई और मैं कुछ देर शांत खड़ा रहा फिर मेरा लंड उसकी चुत से बाहर था तो निधि मेरे लंड को चूसकर वीर्य का स्वाद ले ली ,दोनों फ्रेश होकर कपड़ा पहने और घर वापस चले गए ।

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