Padosh K Garam Aunty Ne Rijhaya Mujhe 3

हिंदी सेक्स स्टोरी दोस्तों , अब राहुल और शीला के संबंध मजबूत हो चुके थे तो मम्मी की उम्र की औरत शीला अब मुझे अपने बेड पार्टनर के रूप में देखने लगी थी और मै उसके साथ रिसोर्ट में दिन भर मस्ती करने के बाद अगले प्लान का प्रारूप उसे बता दिए तो वो खुश थी ,एक हफ्ता बाद शीला आंटी का मुझे वॉट्सएप पर मेसेज आया “आज तू मेरे साथ ही क्लास करेगा”तो मैं सोचा की प्रियंका दीदी को कालेज छोड़कर वापस आंटी के घर घुस जाऊंगा और फिर दिन भर मौज मस्ती की जाएगी। Padosh K Garam Aunty Ne Rijhaya Mujhe 3.

शीला ३५ साल की सुंदर औरत है तो उसकी नशीली आंखें ,गुलाबी ओंठ से लेकर वक्ष स्थल तक किसी को आकर्षित करने के लिए काफी है तो उसकी सुडौल बदन ,गोल गुंबदाकार चूतड़ और जांघों के बीच लालिमा लिए चुत , वाकई उसे नग्न देख तो आप सभी अपना लंड निकाले उसको चोद ही डालेंगे तो मै क्या शीला कि नग्न जवानी को देख उसकी आरती उतारूंगा ,बिल्कुल नहीं अब तो वक़्त आ चला था दोनों के पुनर्मिलन का तो मै स्नान करके नाश्ता किया तो प्रियंका दीदी तैयार थी ।प्रियंका एक ब्लू टाईट जींस और साथ में टाईट टॉप्स ,जिससे उसके स्तन की उभार का आकार कपड़े पर स्पष्ट रहे पहन रखी थी तो मै उसके बूब्स को एक नजर देखा और वो सैंडल पहनते वक़्त मेरी नजर को भांप ली ,मुस्कुराई “चलो राहुल ,क्लास में देर ना हो जाए “तो दोनों घर से निकले और दीदी बाईक पर पीछे बैठ गई ,दोनों पैर दो दिशा में किए फिर कुछ दूरी के बाद मुझसे चिपककर मेरे पीठ को अपने मुलायम चूची का एहसास देने लगी.

तो मै बाईक तेज रफ्तार से चला रहा था ,जैसे ही विजय नगर चौराहा पहुंचा प्रियंका बोली
“क्लास करना जरूरी है क्या (मै)ऐसा है तो नहीं लेकिन फिर तेरा क्या प्लान है
(वो)चलो ना उसी होटल में (मै)क्यों पैसा बर्बाद करोगी ,घर में ही रात को (वो)तो आज रात का वायदा रहा
(मै थोड़ा रुक कर बोला)बिल्कुल “फिर कॉलेज गेट पर प्रियंका को छोड़कर मै वापस
अपने घर की ओर आने लगा ,पता नहीं दीदी उसी दिन सेक्स के लिए
आतुर रहती थी जिस दिन मेरा और शीला आंटी का प्लान होता था ,वैसे भी प्रियंका को चोदे महज ४ दिन हुए थे तो
फिर से उसकी खुजलाती चुत उसके तड़प को दर्शाने लगी ,मै
अब विजय नगर चौराहे पर पहुंचकर बाईक वाईन शॉप के पास लगाया और एक बियर की बोतल
खरीदकर पास बने पीने के जगह पर खड़ा होकर सिगरेट जलाया फिर बियर की बोतल को खोला ,वैसे भी मई माह की शुरुआत हो चुकी थी तो कानपुर
की भीषण गर्मी में ठंडी बियर पीने का आनंद ही अलग था।

मै मोबाईल निकाल समय देखा तो १०:१० बजे थे और मुझे आज शीला आंटी के घर पर ही दिन भर क्लास करना था ,आराम से बियर पीने लगा तो साथ में सिगरेट भी फूंक रहा था तभी मेरा मोबाईल बज उठा “हाई आंटी (शीला)हैलो ,कहां हो (मै बियर की बोतल रखकर)अभी दीदी को कालेज छोड़कर वापस आ रहा हूं (शीला)ठीक है तुम मेरे अगले फोन का इंतजार करो ,अभी रश्मि के पापा घर पर ही हैं “तो मेरा मूड थोड़ा खराब हो गया ,सोचा कि शीला के चक्कर में प्रियंका के प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया ,खैर बियर पीकर मै बाईक स्टार्ट किया और अपने घर की ओर निकल पड़ा ,सोचा कि सोसायटी के पार्क में ही बैठकर कुछ पल बिता लेंगे और मै उस पार्क में एक पेड़ के नीचे जाकर बैठ शीला के कॉल का इंतजार करने लगा ,लगभग १५ मिनट के बाद मोबाईल बजने लगी तो मै शीला का कॉल रिसिभ किया “बोलिए आंटी (वो)ठीक है अब तुम आ सकते हो “और मै बियर के नशे में मस्त था.

पार्क से बाहर निकला फिर आंटी के घर की और निकल पड़ा तो उनके
घर के सामने कोई भी बाईक नहीं दिखने पर मुझे थोड़ी शांति मिली ,मै बाईक घर के कैंपस मे लगकर मेन गेट की ओर
बढ़ा ,फिर डोर बेल बजाने लगा ,पल भर बाद दरवाजा खुला तो शीला आंटी मुझे देख
मुस्कुराने लगी और मै उसको देखता रहा “अंदर आओ क्या ताकते ही रहोगे (मै अंदर
घुसकर शीला को पीछे से दबोच लिया और वो दरवाजा बंद कर चुकी थी)आज अंकल लेट क्यों
हुए जानू (मै उसके कमर को पकड़े गर्दन चूमने लगा)अंकल से ही पूछ लो “तो मै
उसको ज्योंहि अपनी गिरफ्त से मुक्त किया वो मुझसे लिपट गई ,साड़ी साया और ब्लाऊज पहने खूबसूरत दिख रही थी
तो मैं उसको अपने आगोश में लिए उसके गाल को चूमता हुआ पीठ सहला रहा था.

एक तो बैकलेस ब्लाऊज उसपर से बिन बाहों वाली तो शीला सेक्सी
औरत लग रही थी और मै उसके लंबे बाल को पकड़कर ओंठ चूमने लगा तो वो भी मेरे ओंठ
चूमकर मुझे कामुक करने लगी ।दोनों डायनिंग हॉल में एक दूसरे से लिपटे चुम्बन का
आनंद ले रहे थे तो मेरा हाथ उसके डनलप से चूतड़ को सहलाता हुआ उसके रसीले ओंठ को
मुंह में भर लिया और फिर शीला अपनी चूचियों को मेरे छाती पर रगड़ने लगी ,मेरे मां के उम्र की औरत तो काम की ज्वाला
हमेशा मानो भड़कती ही रहती हो तो मै पल भर तक उसके ओंठ को चूस ज्योंहि छोड़ा और
मेरा हाथ साड़ी के उपर से ही उसके चूतड के मांस्ल भाग को पकड़ दबाने लगा तो शीला
अपने आप को रोक नहीं पाई और अपना जीभ मुंह से निकाल मेरे ओंठ को चाटने लगी तो मेरा
मुंह पूरी तरह से खुल गया और मै उसके जीभ को चूसता हुआ उसके पीठ से कंधा तक
ज्योंहि हाथ फेरा मुझे साड़ी की पिन ब्लाऊज से अटैच मिली और मै शीला कि जीभ चूसता
हुआ उसके साड़ी पिन को खोलकर उसके तन से थोड़ी दूरी बनाया फिर साड़ी उसके सीने पर
से नीचे खींचकर ब्लाऊज के छेत्र को स्वतंत्र किया ।

शीला की चूतड़ को अब छोड़कर मै उसके ब्लाऊज की लॉक को ढूंढने लगा तो शायद डोरी या हुक सामने की ओर था ,अब आंटी मेरे चेहरे को पीछे करके जीभ को निकाली और तेज सांसे लेते हुए मेरे कंधे पर सर रख दी तो मै उसके कमर से साड़ी को उतारने लगा और फिर शीला सिर्फ काले रंग के पेटीकोट और ब्लाऊज में खड़ी थी तो मै उसके बदन से चिपककर उसके पिछले भाग को सहलाने में लीन था तभी शीला मुझसे थोड़ी दूरी बनाई और मुझसे नजर मिलाते हुए मेरे टी शर्ट को कमर पर पकड़ी फिर बदन से बाहर कर दी तो मै उसके गोल मुलायम चूची को ब्लाऊज पर से ही दबाने लगा ।शीला अब मेरे जींस को खोलना शुरू की तो मै उसके ब्लाऊज की फ्रंट हुक को खोल उसके ब्लाऊज को सीने पर से उतारने लगा ,एक सुखद एहसास जोकि मुझे लड़कियों और औरतों के कपड़े खोलने में आता है तो शीला मेरे जींस को पैर तक पहुंचा दी तो मै उसको मदद करता हुआ पैर से जींस को बाहर कर दिया. “Padosh K Garam Aunty”

लेकिन उसकी उफान लेती चूचियां ब्रा में कैद थी तो शीला अब
मेरे छाती को सहलाते हुए गर्दन से चेहरा तक को किस्स करने लगी ,किसी भारतीय नारी की तरह बिस्तर पर टांग फैलाए
सिर्फ चुत चुदवाने की इच्छा इस औरत में नहीं थी तो मै उसके हाथ अपने कच्छा के उभार
पर पा रहा था ,अपनी मुट्ठी में मेरे लंड के उभार
को कसकर पकड़े दबा रही थी तो मै उसके स्तन मसलता हुआ उसके साया के नाड़ा को अचानक
से खींच दिया और पेटीकोट के खुलते ही वो जमीन पर गिर गई तो शीला मेरे हरकत से पल
भर के लिए अनजान थी और उसकी नग्न मोटी जांघें से लेकर बड़ी बड़ी चूचियां देख मेरा
मन तड़प उठा ।मै शीला को सोफ़ा पर बिठाकर उसके पैर के सामने बैठा तो वो शरमाते हुए
अपने जांघों को एक दूसरे पर चढ़ा दी ताकि मै चुत की झलक ना देख पाऊं ,तभी मै उसके चूची को दबाता हुआ उसके ब्रा के
निचले हिस्से को उपर की ओर करके एक चूची को मुक्त किया तो शीला झट से अपनी ब्रा का
हुक पीठ पर खोलकर नग्न हो गई तो मै उसके बगल में बैठकर उसके नग्न चूची को पकड़ा.

तो वो मेरे इशारे को समझते हुए सोफ़ा पर थोड़ा उपर की ओर बैठ गई तो अब उसके तने हुए बदन के करीब मै अपना चेहरा सीने पर लगाया तो मेरे बाल सहलाते हुए शीला मुस्कुराई और मै मुंह खोलकर उसका चूची भर लिया ,लगभग आधे से अधिक चूची को चूसता हुआ उसके चिकने जांघ को सहलाने लगा तो आंटी मेरे कच्छा को कमर से नीचे करने के फिराक में थी और मै चूची चूसता हुआ उसके दोनों जांघों को अलग होने का एहसास किया तो मेरा हाथ उसकी बुर पर घूमने लगी और शीला सिसकते हुए “उह आह ओह तुम कितने मजे से मुझे चोदते हो चूमते हो लेकिन तुम्हारे अंकल तो बस अपना लंड चुत में डाल कर चार पांच मिनट तक ही चोद पाते है “और मै उसकी दूसरी चूची को मुंह में लेने लगा तो शीला मेरे कच्छा को नीचे कर रही थी ,मै चूतड़ थोड़ा उपर करके कच्छा को निकला फिर चूची चूसने लगा तो शीला मेरे अर्ध टाईट लंड को पकड़कर जोर जोर से हिलाने लगी ,बियर का नशा मेरे लंड को हमेशा ठंडा रखता है तो उसको टाईट करना और देर तक चुदवाने की मजा वहीं जान पाती है जो मेरे लंड को चुत में लेटो है तो शीला चिनखने लगी “उह आह राहुल मेरी चुत में आग लगी हुई है प्लीज़ चोदो ना.” “Padosh K Garam Aunty”

राहुल दोनों चूची को चूसकर लाल कर चुका था तो ब्राउन रंग कि निपल मुझे रिझा रही थी ,अब उसके बुर के दोनों फांक के बीच उंगली रगड़ता हुआ छेद में एक उंगली घुसा दिया तो वो मेरे लंड को धीरे धीरे हिलाने में मस्त थी। राहुल और शीला दोनों पूर्णतः नग्न थे तो मै आंटी की चुत में उंगली करता हुआ बुर को कुरेदने में मस्त था ,तभी वो मेरे गर्दन में हाथ डालकर मेरे चेहरा को किस्स करने लगी और बोली”अब चाटना हो तो चाटो वरना (मै उसके कंधे पर हाथ रख मुस्कुराया)वरना क्या जानूं ,मै तो तेरी चुत चाटने के लिए ही जमीन पर बैठा था लेकिन तुम जांघ सटाकर अपने बुर को मुझसे छुपाने लगी (वो मेरा हाथ पकड़ उंगली को बुर से निकाल दी)अच्छा तो अब टांगें फ़ैला रही हूं ,देखो ना कितनी चिकनी है मेरी चुत (मै जमीन पर बैठ उसके बुर को निहारने लगा) वाकई लगता है आज ही हेयर रिमूवर लगाई हो.”

तो शीला अपने हथेली से चेहरा ढक शरमाने लगी ,मै उसके दोनों जांघों को घुटने के बल करके पैर सोफ़ा पर किया फिर अपना चेहरा चुत के सामने करके नाक से बुर सूंघने लगा तो शीला मेरे बाल सहलाते हुए उंगली से फांकों को अलग कर दी और मै अपना जीभ चुत में घुसाकर चाटने लगा ,३५ साल की महिला की चुत चाटने का आनंद ही अलग है जोकि मुझे अपनी दीदी प्रियंका के चुत से नहीं मिलती आखिर चुत का मुहाना या उसकी लोच चुदाई पर निर्भर है तो मै लपालप बुर चाटता हुआ उसके एक चूची को पुचकार रहा था और शीला मेरे सर पर हाथ रखे सिसकने लगी “ओह आह उह ऊं ,बहुत मजा आ रहा है जानू तेजी से चाटो”तो मै अपने टाईट लंड जोकि चुत के अन्दर जाने को तड़प रहा था को जल्द शीला के मुंह में डालने को तैयार था और फिर मै उसकी चुत को चाटना छोड़ दिया और उसको देखता हुआ बुर के दोनों फांक को सटाकर मुंह में भर लिया. “Padosh K Garam Aunty”

शीला कोई बीस साल की लड़की तो है नहीं की तुरंत रस छोड़ दे और
मै बुर को चूसता हुआ उसके स्तन के निप्पल को मिजने लगा तो आंटी पूरी तरह से गरम हो
चिल्लाने लगी “उह ओह राहुल और तेज चूस अब और नहीं लो मेरा रस निकला “तो
बुर से निकले रस मुंह में आते ही मै बुर को छोड़ दिया और वाशरूम चला गया ,फ्रेश होकर नंगे ही वापस आया तो शीला अपने
पेटीकोट को छाती के उपर से बांधकर चूची ,चुत
और चूतड़ को छुपा ली ,मुस्कुराते हुए वाशरूम की ओर चली गई
तो मै रेफ्रिजरेटर की ओर जाकर एक बोतल ठंडा पानी लिया फिर सोफ़ा पर बैठकर पीने लगा
।शीला आंटी उधर से मुस्कुराते हुए आई तो मेरे बगल में बैठकर लंड सहलाते हुए ओंठ
चूमने लगी ,पूछी “क्या चूस दूं (मै)जरूर
आखिर तेरी चुत तो मैंने चाटी है (शीला हंसने लगी)अरे बुद्धू मतलब कि कहीं चूसने के
बाद चुदाई में तुम जल्दी ही झड़ ना जाओ सो पूछ रही थी “मै भी सोचा कि पहले इस
मचलती जवानी को चोद ही दिया जाय तो मै शीला के पेटीकोट की डोरी को खोलने के लिए
हाथ बढ़ाया तो वो मेरा हाथ थामकर उठने लगी “चलो अब बेड पर वहीं अपनी मर्दानगी
दिखाना.

(मै उठकर उसके साथ चल पड़ा)हां साली तेरा क्या जाता है तुझे तो बस बुर बिचकाए लेट जाना है बाकी तो लंड पेलकर धक्के देना मुझे ही है और फिर रस भी झाड़कर ठंडा मुझे ही होना है (दोनों बेड पर थे)हां साले तुम तो ऐसे बोल रहे हो मानो की औरत जात लगातार चुत फैलाए लंड हजम कर सकती है और फिर थकावट भी नहीं होती है “तभी वो बेड पर लेटी तो मै उसके छाती पर हाथ फेरता हुआ साया का नाड़ा खींच दिया फिर उसके साया को बदन से उतार फेंका तो वो नग्न लेटी रही और मै उसको कोहनी और घुटने के बल होने को कहा तो वो बिन देर लिए डॉगी स्टाइल में हो गई ,मुझे तो इस पोजिशन में चुदाई करने में बेहद मजा आता है और पूरा का पूरा लंड चुत में डालकर रगड़ा देने का आनन्द सही में मस्त है । “Padosh K Garam Aunty”

शीला की चूतड़ के सामने मै घुटने के बल बैठकर देखा तो लंड और चुत दोनों थोड़े उपर नीचे थे तो मै उसके जांघों को और फैलाकर चूतड़ का हिस्सा नीचे किया तो अब लंड महाराज चुत देवी के सामने थे ,मै लंड पकड़े चुत में सुपाड़ा सहित लंड घुसाने लगा तो रसीली चिकनी चुत में आधा लंड घुस चुका था तभी मै शीला के कमर पर हाथ फेरते हुए एक जोर का धक्का चुत में दे दिया तो पूरा लंड खसखसाटा हुआ अंदर चला गया और वो चींखं पड़ी “जरा धीरे चोदो ना राहुल “वो सर पीछे करके मुस्कुराई तो मै गपागप लंड उसकी बुर के अंदर पेलने लगा और मेरा मन आज इस चुदक्क़ड को कम से कम १०-१२ मिनट तक चोदने का था तो २-३ मिनट की चुदाई के बाद बुर का रस वाष्प होकर उड़ गया तो गरम चुत में लंड डाले मै चुदाई कर रहा था और मेरा हाथ उसके सीने से झूलते चूची को पकड़ दबाने लगा तो शीला अब अपने चूतड़ को हिलाते हुए मजा बढ़ाने लगी.”

ओह बहुत मजा आ रहा है लेकिन जरा टिक कर चोदते रहो (मै हांफता हुआ)हां साली रण्डी तेरी चुत तो मै आज कम से कम् दो बार चोदूंगा “और मेरा लन्ड बुर के चिकने रास्ते पर दौड़ लगा रहा था तो आंटी अपने चूतड़ को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए मजे ले रही थी ,मेरा लन्ड आज बिना मुखमैथुन का मजा लिए ही बुर का स्वाद ले रहा था और ७-८ मिनट की चुदाई होते ही मै और शीला दोनों हांफने लगे तो वो चूतड़ स्थिर किए मुझे देख रही थी ,उसकी आंखो में खुशी के आंसू थे तो कुछ पल में मै चिल्ला उठा “ये ले मेरा रस आह ये झड़ा”और मेरे लंड से क्या का फव्वारा छूट पड़ा तो बुर में रस डालकर मै अपना लंड उसको चूसने को बोला और वो खुशी खुशी लंड चूसकर वियपान की फिर दोनों थक कर आराम करने लगे ।

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