Punjaban Ki Chut Se Fresh Juice Nikala Desi Chudai

Hindi Sex Story मेरा नाम पोंटी है और मेरी उम्र 40 साल है, में शादिशुदा आदमी हूँ. और में जालंधर का रहने वाला हूँ. मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच है और मेरी बॉडी मस्त है, मेरा लंड 6 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है, में भगवान की दया से पूरी तरह से अच्छा हूँ. अब में सीधा मेरी कहानी पर आता हूँ. मेरा घर एक पॉश इलाके में है और मेरे घर के पास ही एक फेमिली रहती थी. Punjaban Ki Chut Se Fresh Juice Nikala Desi Chudai.

उस फेमिली में पति उम्र 52 साल, पत्नी जिसका नाम सतविंदर था, उम्र लगभग 48 साल की थी, उनके एक 25 साल का लड़का भी था, जो कि लंदन में जॉब करता था. सतविंदर का पति अक्सर बिज़नेस के सिलसिले में विदेश जाता रहता था, सतविंदर का रंग गोरा है, उसकी हाईट करीब 5 फुट 6 इंच होगी और फिगर साईज 38D-32-40 है, वो दिखने में बहुत सेक्सी है और ज्यादातर टाईम टाईट ट्राउज़र्स टॉप ही पहनना पसंद करती है.

अब जब भी में उनके घर के सामने से निकलता तो वो कभी ना कभी घर के दरवाजे पर दिख जाती थी, तो में अक्सर उसको स्माईल देता था और वो भी स्माईल कर देती थी. फिर एक दिन सुबह के टाईम जब में अपने काम पर जा रहा था, तो वो अपनी कार घर से निकाल रही थी. में अपनी कार को रोककर उसके घर से निकलने का इंतज़ार करने लगा, लेकिन उसकी कार ने रास्ते से मूव नहीं किया.

अब में सोच ही रहा था कि क्या हुआ? तो तभी सतविंदर अपनी कार से निकली, अब वो परेशान सी दिख रही थी. फिर इतने में वो मेरी कार की खिड़की के पास आई और बोली की सॉरी मेरी कार स्टार्ट नहीं हो रही है. तब में अपनी कार से उतरकर उसकी कार को स्टार्ट करने की कोशिश करने लगा, लेकिन शायद बैटरी ख़त्म होने के कारण कार चल नहीं रही थी.

फिर सतविंदर ने कहा कि कोई बात नहीं आप मेरी कार को धक्का देकर साईड कर दो, ताकि आपकी कार निकल सके. फिर मैंने कहा कि कोई बात नहीं में आपकी कार को घर के अंदर लगा देता हूँ, उस दिन बहुत गर्मी थी और उमस की वजह से बहुत गर्मी हो रही थी. अब सतविंदर की कार को उसके घर के अंदर तक लगाने में मेरी शर्ट पसीने से पूरी भीग गयी थी.

फिर सतविंदर ने थैंक्स कहा और मुझको हाथ धोने के लिए अंदर बुलाया. अब सतविंदर की टी-शर्ट भी पूरी भीग गयी थी और उसमें से उसके निपल्स साफ़-साफ़ दिख रहे थे. अब में उसके बदन को देखता ही रह गया था, तो सतविंदर मुस्कुराकर बोली कि आप कॉफी या जूस पीकर जाइए. फिर मैंने थैंक्स बोला और कहा कि मुझको जूस अच्छा लगता है, लेकिन वो बिल्कुल फ्रेश होना चाहिए.

अब वो शायद मेरे इस डबल मीनिंग को समझ गयी थी और उसके चेहरे पर नॉटी स्माइल आ गयी. फिर मैंने उसके साथ फोन नंबर एक्सचेंज किया और फिर आने का बोलकर निकल गया. फिर कुछ दिन के बाद सुबह के वक्त सतविंदर का फोन आया और वो मुझसे बोली कि आप फ्रेश जूस पीने नहीं आओगे. फिर मैंने उसी दिन दोपहर को आने का वादा किया.

जब में सतविंदर के घर पहुँचा तो उसने लाल कलर का स्कर्ट पहना हुआ था और क्रीम कलर की टी-शर्ट पहनी हुई थी, वो इस ड्रेस में गज़ब की सुंदर लग रही थी. फिर मैंने उससे उसके पति के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि वो यूरोप के टूर पर गये है और फिर में सोफे पर बैठ गया और वो मेरे लिए किचन से जूस लेने चली गयी. फिर जब वो आई तो उसके हाथ में ऑरेंज जूस के दो गिलास थे.

अब सतविंदर मेरे पास बैठ गयी थी. फिर मैंने जूस लेते हुए कहा कि ये जूस तो फ्रेश नहीं है, आपने फ्रेश जूस कहाँ छुपा रखा है? तो वो हंस दी और बोली कि आपको जहाँ भी नजर आता है, वहीं से ले लो. फिर ये सुनकर में उसके पास आ गया और मैंने एक हाथ उसकी जांघ पर रख दिया. अब मेरा टच महसूस करके वो कांप गयी थी.

फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी जांघो पर घुमाना शुरू कर दिया. अब तक मेरा लंड बहुत ही कड़क हो चुका था. फिर मैंने उसके लिप्स पर किस कर दिया और उसने तुरंत जवाब देते हुए मेरे होंठो को चूसना शुरू कर दिया. फिर हम दोनों करीब आधे घंटे तक इसी तरह किस करते रहे और एक दूसरे का थूक चाटते रहे. अब मुझको ऐसा लग रहा था कि सतविंदर बहुत दिनों से प्यासी है.

तभी में सतविंदर के पैरों के पास बैठ गया और उसकी स्कर्ट उठाकर उसके पैरो पर किस करने लग गया और धीरे-धीरे उसके पैरों को चाटता हुआ, उसकी चूत के पास पहुँच गया. फिर मैंने महसूस किया कि उसकी पेंटी पूरी गीली थी तो मैंने जल्दी से उसकी पेंटी उतार दी और उसकी चूत को चाटने लग गया. अब सतविंदर कि चूत से जूस निकलना शुरू हो गया था और वो छटपटाने लग गयी थी.

फिर मैंने बोला कि मेरी जान ये होता है फ्रेश जूस और उसकी चूत को चाटता रहा. अब सतविंदर के मुँह से ऊओ यसस्स, यस आह, आह उम्म्म, यस यस की आवाजें आ रही थी. उसकी चूत का जूस बहुत टेस्टी था. फिर इतने में सतविंदर एक ज़ोर से चीख मारती हुई झड़ गयी और उसकी चूत से बहुत जूस निकला, जो में सारा पी गया, वाउ क्या टेस्टी जूस था? लेकिन मैंने सतविंदर की चूत को चाटना ज़ारी रखा और करीब आधे घंटे तक उसकी चूत को अच्छी तरह ये चाटा. अब मेरा सारा चेहरा उसके जूस से भर गया था.

फिर सतविंदर ने मुझको खड़ा किया और बोली कि चलो बेडरूम में चलते है. फिर सतविंदर ने बेडरूम में जाते ही उसने अपनी स्कर्ट उतार फेंकी और अपना टॉप भी उतार दिया. अब में तो सतविंदर की बॉडी देखकर मदहोश ही हो गया था, उसके बूब्स बहुत बड़े-बड़े थे और निपल्स तने हुए ब्राउन कलर के करीब 3-4 इंच के थे. सतविंदर के कूल्हे बड़े-बड़े थे और बहुत ही मुलायम थे. फिर मैंने सतविंदर को बेड पर लेटाया और उसके पैरों को चूमने चाटने लगा.

अब सतविंदर बहुत ही गर्म हो चुकी थी, शायद उसको ऐसा मज़ा पहली बार मिल रहा था. फिर मैंने उसकी पूरी बॉडी को अच्छे तरीके से लीक किया और उसको उल्टा करके उसके हिप्स को लीक करने लगा. अब सतविंदर लगातार आह आह और ऊफ मज़ा आ रहा है, प्लीज और करो बोल रही थी. फिर मैंने उसकी चूत को लीक किया और उसकी चूत के अंदर अपनी जीभ डालने लगा.

अब सतविंदर छटपटा रही थी और बोल रही थी कि इतना मज़ा उसको ज़िंदगी में कभी नहीं आया. अब वो बोल रही थी कि मुझको जल्दी से चोदो, मेरी चूत में अपना लंड डाल दो और खूब तेज़ी से चोदो. अब सतविंदर नें मेरा 6 इंच लंबा लंड अपने हाथ में पकड़ लिया था और उसको अपनी चूत की तरफ खींचने लगी थी. तो मैंने साईड लेकर अपना लंड सतविंदर के मुँह में डाल दिया, वाउ क्या गर्मी थी सतविंदर के मुँह में? अब वो मेरा लंड ज़ोर-जोर से चूस रही थी.

फिर मैंने उसके सिर के पीछे अपना एक हाथ रख लिया और उसके मुँह को चोदना शुरू कर दिया. तो तकरीबन 5 मिनट तक उसका मुँह चोदने से मुझको लगा कि मेरा पानी निकलने वाला है तो मैंने अपना लंड उसके मुँह से बाहर निकाल लिया और सतविंदर के लिप्स चूसने लगा.

अब सतविंदर बोलने लगी थी कि प्लीज़ पोंटी मुझको चोदो ना, में मरी जा रही हूँ, मेरी चूत में अपना लंड डालकर जमकर चोदो प्लीज प्लीज. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर रखा और धीरे से अंदर डालने लगा, उसकी चूत बहुत ही चिकनी हो चुकी थी इसलिए मेरा लंड जल्दी से उसकी चूत के अंदर घुस गया. “Punjaban Ki Chut Se”

अब सतविंदर यस्स, यससस्स प्लीज और अंदर और अंदर आह आह बोले जा रही थी. फिर मैंने सतविंदर को धीरे-धीरे चोदना शुरू कर दिया और अपने होंठो से उसके निपल्स को चूसने लगा. अब में अपने दोनों हाथों से सतविंदर के बूब्स को लगातार दबा रहा था.

अब सतविंदर नीचे से अपने गांड उठा-उठाकर मेरा साथ दे रही थी. फिर में 15 मिनट तक सतविंदर को ऐसे ही चोदता रहा. अब सतविंदर एक बार और झड़ चुकी थी और चुदाई में पच पच पच की आवाज़ आ रही थी. अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मैंने उससे कहा कि मेरा पानी निकलने वाला है.

सतविंदर बोली कि उसको मेरा जूस चूत के अंदर ही चाहिए, तो कुछ ही धक्के मारकर में उसकी चूत में ही झड़ गया, मेरा इतना जूस कभी नहीं निकला था. अब सतविंदर ने अपनी दोनों टांगो से मुझको जकड़ लिया था और हम दोनों इसी तरह बहुत देर तक एक दूसरे से लिपटे रहे और धीरे-धीरे किस करते रहे. अब मुझको सतविंदर के चेहरे पर संतुष्टी साफ-साफ दिख रही थी. फिर इस घटना के कुछ दिन के बाद सतविंदर अपने लड़के के पास लंदन चली गयी और में अकेला रह गया.

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